बिहार/मुंगेर:
कल बिहार के मुंगेर में 110 फीट गहरे बोरवेल में गिरी 3 साल की बच्ची सना को आज शाम को सुरक्षित बाहर निकाला लिया गया।
कल तीन वर्षीय बच्ची बोरवेल में गिर गयी थी, जिसे लगभग 28 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाल लिया गया।
रेस्क्यू आपरेशन कल ही शुरू कर दिया गया था। स्थान कम होने के कारण और बरिशः से अधिक देरी हुई है। एस डी आर एफकी टीम ने उसे बचाने के लिए बड़े पैमाने पर आपरेशन चलाया। बाद में एन डी आर एफ की टीम भी स्थल पर पंहुची।
दरअसल, बिहार में मुंगेर जिले के कोतवाली थाना अंतर्गत मुर्गीयाचक मोहल्ला में मंगलवार को शाम में तीन साल की एक बच्ची घर के आंगन में लगभग साढ़े तीन बजे शाम एक बोरवेल में गिर गई थी.
कोतवाली थाना अध्यक्ष राजेश शरण ने बताया कि बच्ची का नाम सना है जो अपने ननिहाल आई हुई थी. उन्होंने बताया कि बच्ची लगभग 110 फुट गहरे वोरवेल में 42 फुट पर जाकर फंसी हुई थी।राजेश ने बताया कि वोरवेल में आक्सीजन पहुंचाई गई है और उसे बचाने के लिए ऑपरेशन चलाया गया.
वहीं, एसडीआरफ के संजीव कुमार ने कहा था कि हमने बच्ची को ऑक्सीजन मुहैया कराई और उसकी सुरक्षा के लिए सारे इंतजाम किये. हमने रड प्लेस किया है ताकि वह और अंदर तक न गिर सके.
बचाव कार्य में तेजी लाने के लिए प्रशासन ने पटना से एनडीआरएफ की टीम को बुलाया।
बुधवार अपराह्न तीन बजे 22 सदस्यीय एनडीआरएफ की टीम ने एसडीआरएफ के साथ मिलकर बचाव कार्य शुरू कर दिया। स्थानीय लोगों ने भी पूरी मदद की। घटनास्थल पर प्रमंडलीय आयुक्त पंकज कुमार पाल, डीआइजी जितेंद्र मिश्रा, एसपी गौरव मंगला, डीडीसी रामेश्वर पांडे, एएसपी हरिशंकर प्रसाद, एसडीओ खगेश चंद्र झा कैंप कर बचाव कार्य का जायजा लेते रहे।
प्रमंडलीय आयुक्त ने बताया कि उनके आग्रह पर पटना के उच्चाधिकारियों ने एनडीआरएफ की टीम को दोपहर लगभग ढाई बजे हेलीकॉप्टर रवाना कर दिया। एनडीआरएफ टीम मुंगेर के सफियाबाद हवाई अड्डा से सीधे घटनास्थल पर पहुंची और बचाव कार्य में जुट गई।
बच्ची की सकुशल बरामदगी के लिये दुआओं का भी दौर लगातार जारी रहा। पटना समेत राज्य के अलग-अलग इलाकों से सना के लिये पूजा-पाठ और हवन किया जा रहे थे।
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