हरिद्वार;
जिलाधिकारी हरिद्वार, दीपक रावत ने आधी रात को सिडकुल हरिद्वार में प्रदूषण फैला रही फैक्टरियों पर छापे मारे। छापेमारी की कार्यवाही करते हुए जिलाधिकारी सिडकुल स्थित सेंचुरी मेटल्स और रॉकमेंन इंडस्ट्रीज में पँहुचे और फस्ट्रीयलन में जाकर ईंधन के इस्तेमाल की प्रक्रिया और प्रयुक्त वस्तु के विषय में जानकारी ली।
उन्होंने पाया कि इन दोनों फैक्टरियों से काला धुआं निकल रहा था, जिस कारण भारी मात्रा में वायु प्रदूषण हो रहा था।
जिलाधिकारी ने पाया कि सेंचुरी स्क्रेप के पास प्रदूषण विभाग से अनुमति नही है इसके बावजूद भी कार्य जारी है।
उन्होंने प्रदूषण विभाग की फैक्टरी से सांठगांठ होने पर, आरओ प्रदूषण को जमकर फटकार लगाई, तो
आरओ ने बताया सेंचुरी स्क्रैप को चलाने की अनुमति नहीं दी गयी है।
उन्होंने पाया कि इन दोनों फैक्टरियों से काला धुआं निकल रहा था, जिस कारण भारी मात्रा में वायु प्रदूषण हो रहा था।
जिलाधिकारी ने पाया कि सेंचुरी स्क्रेप के पास प्रदूषण विभाग से अनुमति नही है इसके बावजूद भी कार्य जारी है।
उन्होंने प्रदूषण विभाग की फैक्टरी से सांठगांठ होने पर, आरओ प्रदूषण को जमकर फटकार लगाई, तो
आरओ ने बताया सेंचुरी स्क्रैप को चलाने की अनुमति नहीं दी गयी है।
इसके अलावा सिडकुल में 55 औद्योगिक इकाइयों को प्रदूषण विभाग ने एनओसी नही दी है । जिलाधिकारी ने ऐसी सभी फैक्टरियों पर तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
ज्ञात हो कि सिडकुल हरिद्वार में दिन प्रतिदिन वायु प्रदूषण की मात्रा बढ़ती जा रही है। अनेको फैक्टरियां अपनी मनमानी पर उतारूँ है।वायु प्रदूषण के चलते शाम ढलते ही विजिबिलिटी पर भी असर पड़ता है। और सांस से सम्बंधित बीमारियों से स्थानीय लोग जूझ रहे है। कमोबेश जल प्रदूषण भी फैक्टरियों के चलते बढ़ गया है।
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