श्यामपुर :
उत्तम सिंह
निशुल्क शिक्षण संस्थान उड़ान स्कूल मायाकुंड में शुक्रवार को गुरु पूर्णिमा पर्व धूम धाम से मनाया गया। इस मौके पर स्कूल के छात्र छात्राओं ने अपनी शिक्षकाओ को उपहार भेंटकर उनका आर्शीवाद लिया। इस अवसर पर स्कूल के निदेशक डॉ राजे नेगी ने स्कूली बच्चों को बताया कि गुरु का दर्जा माता-पिता से भी बढ़कर है। इसीलिए हर साल हमलोग गुरु पूर्णिमा मनाते हैं। गुरू पूर्णिमा पर गुरू की पूजा का विधान है। इस दिन खास तौर पर महर्षि वेद व्यास की पूजा की जाती है।शास्त्रों में गुरु का अर्थ अन्धकार को दूर करके ज्ञान का प्रकाश देने वाला कहा गया है गुरु की कृपा से ही ईश्वर का साक्षात्कार सम्भव हो पाता है।इसलिए प्राचीन काल से गुरू को पूजने की परंपरा चली आ रही है। कबीर दास ने भी कहा है कि 'गुरू गोविंद दोऊ खड़े, काके लागूं पांय, बलिहारी गुरू आपने, गोविंद दियो बताय।' प्राचीन काल में शिक्षा दीक्षा के लिए छात्रों के लिए गुरूकुल होते थे। छात्र वहीं शिक्षा ग्रहण करते थे और गुरु की सेवा भी करते थे। एक दिन गुरु के लिए निर्धारित था जिसमें वे अपनी श्रद्धानुसार व सेवाभाव प्रकट करने के लिए गुरू को दक्षिणा आदि देते थे। भले ही अब गुरुकुल पहले की तरह नहीं हैं लेकिन सम्मान देने की परंपरा आज भी जारी है। गुरु पूर्णिमा पर सर्वप्रथम वेद व्यास की पूजा होती है और इसके बाद अपने गुरु की पूजा की जाती है। हालांकि आजकल के दौर में शिक्षा ग्रहण करने के दौरान कई गुरु बदल जाते हैं। ऐसे में लोग जिन्हें सबसे ज्यादा मानते हैं उनकी पूजा करते हैं। गुरु के रूप में शिक्षा देने वाले अध्यापक के अलावा माता-पिता को भी माना जा सकता है। गुरु पूर्णिमा के दिन जल्दी सोकर जागें। साफ-सफाई करें और स्नान कर साफ -सुथरे कपड़े पहनें। इसके बाद जो भी गुरु आपके करीबी रहे हों उन्हें वस्त्र, फल-फूल, माला और दक्षिणा अर्पित कर उनका आशीर्वाद अवश्य लें। इस मौके पर शिक्षिका लोक गायक साहब सिंह रमोला,गिरीश चन्द्र, मीनाक्षी राणा,प्रिया क्षेत्री,प्रियंका कुकरेती,शालिनी भंडारी,शिवानी पंवार, कृतिका नेगी,मंजू देवी,आशुतोष कुड़ियाल,दीपिका पन्त उपस्थित रहे ।
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