ऋषिकेश :
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा संघ के तीन दिवसीय प्रादेशिक ग्रीष्मकालीन शिविर के शुभारंभ अवसर पर उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने कहां है कि शिक्षक की भूमिका हमेशा समाज व राष्ट्र को दिशा देने की रही है l
पंजाब सिंध क्षेत्र इंटर कॉलेज ऋषिकेश के प्रांगण में आयोजित शिविर में शिक्षकों को संबोधित करते हुए श्री अग्रवाल ने कहा है कि भारतीय संस्कृति में गुरु को ईश्वर से भी पहले पूज्य माना गया है । उन्होंने कहां की गुरु द्बरा दिखाए गए मार्ग पर चलकर ही व्यक्ति - समाज व राष्ट्र की सेवा कर सकता है ।
इस अवसर पर श्री अग्रवाल जी ने कहां है कि शिक्षक की शिक्षार्थियों के प्रति भूमिका, उसके सर्वांगीण विकास का दायित्व शिक्षक का होता है ।
उन्होंने कहा है कि बदलते सामाजिक परिवेश के साथ-साथ गुरु शिष्य परंपरा मे भी गिरावट आई है । ऐसे में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ द्वारा इस प्रकार के कार्यक्रम करना निश्चित रूप से गुरु शिष्य परंपरा को भी बढ़ावा दे रहे हैं l श्री अग्रवाल ने ग्रीष्मकालीन शिविर में दूर - दूर से आए हुए सभी शिक्षको का देवभूम आगमन पर स्वागत किया ।
इस अवसर पर ललित किशोर शर्मा, नागेश्वर कुमार राजपूत , देवेंद्र कुमार वार्ष्णेय , डॉ श्याम नारायण तिवारी, नंदकिशोर मिश्रा ,श्री चेतन शर्मा, भगवान शंकर ,ओमप्रकाश तिवारी, राकेश लवानिया आदि लोग उपस्थित थे
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा संघ के तीन दिवसीय प्रादेशिक ग्रीष्मकालीन शिविर के शुभारंभ अवसर पर उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने कहां है कि शिक्षक की भूमिका हमेशा समाज व राष्ट्र को दिशा देने की रही है l
पंजाब सिंध क्षेत्र इंटर कॉलेज ऋषिकेश के प्रांगण में आयोजित शिविर में शिक्षकों को संबोधित करते हुए श्री अग्रवाल ने कहा है कि भारतीय संस्कृति में गुरु को ईश्वर से भी पहले पूज्य माना गया है । उन्होंने कहां की गुरु द्बरा दिखाए गए मार्ग पर चलकर ही व्यक्ति - समाज व राष्ट्र की सेवा कर सकता है ।
इस अवसर पर श्री अग्रवाल जी ने कहां है कि शिक्षक की शिक्षार्थियों के प्रति भूमिका, उसके सर्वांगीण विकास का दायित्व शिक्षक का होता है ।
उन्होंने कहा है कि बदलते सामाजिक परिवेश के साथ-साथ गुरु शिष्य परंपरा मे भी गिरावट आई है । ऐसे में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ द्वारा इस प्रकार के कार्यक्रम करना निश्चित रूप से गुरु शिष्य परंपरा को भी बढ़ावा दे रहे हैं l श्री अग्रवाल ने ग्रीष्मकालीन शिविर में दूर - दूर से आए हुए सभी शिक्षको का देवभूम आगमन पर स्वागत किया ।
इस अवसर पर ललित किशोर शर्मा, नागेश्वर कुमार राजपूत , देवेंद्र कुमार वार्ष्णेय , डॉ श्याम नारायण तिवारी, नंदकिशोर मिश्रा ,श्री चेतन शर्मा, भगवान शंकर ,ओमप्रकाश तिवारी, राकेश लवानिया आदि लोग उपस्थित थे
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