डोईवाला;
22वें दिन आयुर्वेद विश्वविद्यालय के छात्रों का धरना अब तहसील में जारी है। बढ़ी हुई फीस को लेकर चल रही मनमानी के खिलाफ छात्र इम्तिहान और पढ़ाई छोड़कर , कैंपस से निकलकर तहसील दकिवाला पंहुच गए है।
डोईवाला के फतेहपुर क्षेत्र में चल रहे हिमालय आयुर्वेदिक कॉलेज के बीएएमएस छात्रों ने 21 दिन बाद फिर से धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
फीस वृद्धि की मांग को लेकर 21 दिन पहले छात्रों ने हिमालय आयुर्वेदिक कॉलेज के परिसर में 2 दिन धरना दिया था जिस दौरान कॉलेज प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि फीस वृद्धि मामले को लेकर कमेटी का गठन किया जाएगा और 21 दिन के बाद अपना फैसला कमेटी सुना देगी।
लेकिन 3 हफ्ते बीत जाने के बावजूद भी कमेटी ने कोई फैसला नहीं सुनाया और ना ही वृद्धि के फैसले को वापस लिया गया है, जिसके चलते परेशान छात्रों ने डोईवाला तहसील परिसर में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। साथ ही धमकी भरे लहजे में कहा कि जब तक कॉलेज प्रशासन अपने फैसले को वापस नहीं लेगा तब तक यह धरना जारी रहेगा।
इसी कारण शासन स्तर से कुलसचिव श्री राजेश ने छात्रों से मिलकर उन्हें समझाने की कोशिश कि ताकि वे अपने इम्तिहान की तैयारी में जीत जाएं। उन्होंने कहा कि इस मामले में विश्विद्यालय ही अंतिम निर्णय नही ले सकता, शासन से बातचीत जारी है। शीघ्र सनस्य का हल निकाल लिया जाएगा। साथ ही उन्होंने छात्रों के इस बात पर आपत्ति भी जताई कि मामले को राजनीतिक रंग देने के छलावे में न आये।
वहीं दूसरी और कांग्रेस के पूर्व विधायक हीरा सिंह बिष्ट समेत स्थानीय नेता भी छात्रों के पक्ष में आये। श्री बिष्ट ने त्रिवेंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जीरो टॉलरेंस की सरकार को अब छात्रों की पीड़ा क्यों दिखाई नही देती। मुख्यमंत्री स्वयं अपनी विधानसभा क्षेत्र के कार्यों से विमुख क्यों है, अस्पताल से लेकर अन्य कार्यों में क्यो निजीकरण काप्रयास किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस छात्रों के साथ पूरी सहानुभूति रखती है, उनकी समस्या के समाधान तक समर्थन जारी रहेगा। बढ़ी हुई फीस के अनैतिक मामले में हम चुप नही बैठेंगे। सरकार पर उन्होंने एक सचिव को लेकर भी सवाल उठाए कि आखिर उनके खिलाफ कोई एक्शन क्यों नही होता जो 15 साल से कुरसु पर काबिज़ रहते हुए , सारे महत्वपूर्ण फैसले खुद ले रहे है।
छात्रों ने
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