तमाम समाचारपत्रों में विधानसभा अध्यक्ष के पुत्र की उपनल में नियुक्ति को लेकर उठे सवालों के जवाब में आज विधानसभा अध्यक्ष ने बातें साझा कि और अवगत कराया कि उनके पुत्र ने नियुक्ति से इस्तीफा दे दिया है।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से कुछ समाचार पत्रों के द्वारा मेरे पुत्र की उपनल द्वारा संविदा में जल संस्थान में हुई अस्थाई नियुक्ति को लेकर भाँति भाँति समाचार प्रकाशित किये जा रहे है । मैं व्यक्तिगत रुप से प्रेस की स्वतंत्रता का घोर समर्थक रहा हूँ और समय -समय पर प्रेस की आजादी को लेकर लडता रहा हूँ । मुझे आश्चर्य है । कि बिना मेरा पक्ष जाने बगैर कुछ अखबारों ने इस मसले में मेरा नाम घसीट कर मुझे आहत किया है ।
मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि मेरा पुत्र बालिग है शिक्षित- प्रशिक्षित व संस्कारित है और अपनी क्षमता एंवम रूचि के अनुसार कही आवेदन करने तथा नियुक्ति पाने का हकदार है । अगर वह बिना किसी मेरे प्रभाव के स्वल्प मानदेय पर किसी विभाग में ठेकेदारी प्रथा द्वारा कार्य करता है तो यह उसका व्यक्तिगत निर्णय है । और इससे मेरा कोई लेना -देना नही है ।
वर्तमान समय में राजनीति में शामिल लोगों के पुत्र - पुत्रियां अमूमन स्वल्प वेतन पर ठेकेदारी प्रथा पर काम नही करते , मीडिया द्वारा समय समय पर प्रकाशित होता रहा है कि राजनीति से जुडे लोगों की संतान व रिश्तेदार ठेकेदारी ,खनन ओर अन्य तरह के अवैध धन्धों में सम्मलित रहते है । मेरे ढेड दशक की विधायकी के साथ 38 वर्ष के राजनैतिक जीवन मे कोई भी आरोप नही लगे ।मेरा पुत्र अगर संविदा के आधार पर कार्य कर रहा है तो केवल इसलिए कि मैंने अपने प्रभाव की आड़ में कुछ लाभ लेने को स्पष्ट मना कर रखा है । अब अगर कोई यह कहे कि मेरा पुत्र उपनल में नौकरी करते हुये अपनी जीविका अर्जित करने से कुछ अनुचित कर रहा है तो इसके विषय में आश्चर्य प्रकट करने के मैं क्या कर सकता हूं । मेरा आग्रह केवल इतना है कि तथ्यों को सनसनीखेज बनाकर मेरी प्रतिष्ठा को क्षति पंहुचाने का यह उपक्रम बंद किया जाए । मेरे पुत्र पीयूष अग्रवाल ने मेरी छवि पर लगातार हो रहे प्रहार के कारण स्वतः ही शानिवार श्याम को उपनल में अपने पद से इस्तीफा दे दिया है अतःये विषय समाप्त समझा जाए ।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से कुछ समाचार पत्रों के द्वारा मेरे पुत्र की उपनल द्वारा संविदा में जल संस्थान में हुई अस्थाई नियुक्ति को लेकर भाँति भाँति समाचार प्रकाशित किये जा रहे है । मैं व्यक्तिगत रुप से प्रेस की स्वतंत्रता का घोर समर्थक रहा हूँ और समय -समय पर प्रेस की आजादी को लेकर लडता रहा हूँ । मुझे आश्चर्य है । कि बिना मेरा पक्ष जाने बगैर कुछ अखबारों ने इस मसले में मेरा नाम घसीट कर मुझे आहत किया है ।
मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि मेरा पुत्र बालिग है शिक्षित- प्रशिक्षित व संस्कारित है और अपनी क्षमता एंवम रूचि के अनुसार कही आवेदन करने तथा नियुक्ति पाने का हकदार है । अगर वह बिना किसी मेरे प्रभाव के स्वल्प मानदेय पर किसी विभाग में ठेकेदारी प्रथा द्वारा कार्य करता है तो यह उसका व्यक्तिगत निर्णय है । और इससे मेरा कोई लेना -देना नही है ।
वर्तमान समय में राजनीति में शामिल लोगों के पुत्र - पुत्रियां अमूमन स्वल्प वेतन पर ठेकेदारी प्रथा पर काम नही करते , मीडिया द्वारा समय समय पर प्रकाशित होता रहा है कि राजनीति से जुडे लोगों की संतान व रिश्तेदार ठेकेदारी ,खनन ओर अन्य तरह के अवैध धन्धों में सम्मलित रहते है । मेरे ढेड दशक की विधायकी के साथ 38 वर्ष के राजनैतिक जीवन मे कोई भी आरोप नही लगे ।मेरा पुत्र अगर संविदा के आधार पर कार्य कर रहा है तो केवल इसलिए कि मैंने अपने प्रभाव की आड़ में कुछ लाभ लेने को स्पष्ट मना कर रखा है । अब अगर कोई यह कहे कि मेरा पुत्र उपनल में नौकरी करते हुये अपनी जीविका अर्जित करने से कुछ अनुचित कर रहा है तो इसके विषय में आश्चर्य प्रकट करने के मैं क्या कर सकता हूं । मेरा आग्रह केवल इतना है कि तथ्यों को सनसनीखेज बनाकर मेरी प्रतिष्ठा को क्षति पंहुचाने का यह उपक्रम बंद किया जाए । मेरे पुत्र पीयूष अग्रवाल ने मेरी छवि पर लगातार हो रहे प्रहार के कारण स्वतः ही शानिवार श्याम को उपनल में अपने पद से इस्तीफा दे दिया है अतःये विषय समाप्त समझा जाए ।
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