देहरादून:
एस०जे०वी०एन० के संयोजन में रीच द्वारा आयोजित पांच दिवसीय थिएटर फेस्ट में आज तीसरे दिन आज अंक ग्रुप ने अपने सबसे पुराने नाटक 'हाय मेरा दिल ' का मंचन ए०एम०एन घोष ऑडिटोरियम में किया । यह नाटक इतिहास में सबसे ज्यादा समय चलने वाले नाटकों में से एक है। इस नाटक के अबतक 1067 शो हो चुके हैं।
इस नाटक में मदन एक कुशल गृहणी से शादी करके अच्छी जिंदगी बिता रहे होता है लेकिन अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंतित रहता है कई डॉक्टर से मिलता है अनेक जांच कराता है। जांच के बाद एक दिन मदन अचानक ही डॉक्टर को ये कहते सुनता है कि इसके पास कुछ ही सप्ताह बाकी हैं।
यह सुन मदन साहस दिखाते हुए आने वाली आपदा का सामना करने की तैयारी करता है ।उसकी सबसे पहली फिकर अपनी पत्नी के लिए होती है। इसके लिए मदन अपने एक शराबी वकील दोस्त की मदद लेता है। मदन तीन समाधि के लिए जगह लेना चाहता है। जिसमे से एक समाधी अपने लिए दूसरी अपनी बीवी के लिए ओर तीसरी अपनी पत्नी के दूसरे पति के लिए।वह अपनी पत्नी की दूसरी शादी अपने कॉलेज के दोस्त मोहन से करने की तैयारी करता है। वह ऐसा इसलिए नही करता की वह मोहन को पसंद करता है बल्कि इसलिए कि भिखारियो के पास कोई पसंद नही होती उनके पास सिर्फ वह होता जो हम उन्हें देते है।
दर्शकों ने इस हास्य नाटक का जमकर आनंद लिया। नाटक के प्रमुख कलाकार प्रीता ठाकुर , अमन गुप्ता , अतुल माथुर, एस०सी०मखीजा , शंकर अय्यर , आशीष सलीम अजीत सावंत और शिल्पा चक्रवर्ती हैं।
थिएटर फेस्ट में कल रतन थियम के कोरस रेपेट्री थिएटर ग्रुप के प्रसिद्ध नाटक 'उरुभंगम' का मंचन होगा।
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