लोकतान्त्रिक देश में मीडिया पर लगातार हो रहे, हिंसक हमले का कोई अपराधी पकड़ में नहीं आ रहा है. ऐसा लगता है, कि आने वाले मीडिया कर्मियों के लिए दुश्वारियां बढ़ जानेवाली है, जबकि अपराधियों की मौज़ होगी. लंकेश गौरी की हत्या के बाद एकाएक पत्रकारों पर हमले तेजी से बढ़ने से पत्रकार भी सकते में है।
‘इंडियन एक्सप्रेस’ और ‘द ट्रिब्यून’ में वरिष्ठ पदों पर काम कर चुके , पत्रकार के जे सिंह सिंह (66 वर्ष) अपने घर में मृत पाए गए है. उनकी 92 वर्षीय माँ गुरुचरण कौर भी मृत अवस्था में मिली है.. ऐसे आशंका है कि उन दोनों की हत्या की गयी है.
शनिवार को phase 3 B2 में उनके घर में हत्या कर दी गईं। घर लूट लिया गया था। सिंह की फोर्ड Ikon कार, एक एलसीडी और अन्य सामान नहीं मिले जबकि दोनों की सोने की चेन जस की तस थी ।सिंह के गले में जख्म पाया गया था जबकि उनकी मां गुरचरन कौर को गला दबाया गया।
उनकी नौकरानी को पहली बार हत्या का पता चला और उसने पड़ोसियों को फोन किया, जिन्होंने पुलिस को फोन किया। सूत्रों के अनुसार दोनों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। के जे सिंह के गले और पेट पर जख्म पाए गए है , जिससे उनकी हत्या होने की आशंका को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता है.अपराध के तत्काल संज्ञान पर विचार करते हुए मुख्यमंत्री ने राज्य डीजीपी सुरेश अरोड़ा को इस मामले की पूरी जांच के लिए एक एसआईटी स्थापित करने के लिए कहा।
आईजी (अपराध), जिसके तहत एसआईटी कार्य करेगी, को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि सभी चीजों की जांच हो और अपराधियों की पहचान की गई और जल्द से जल्द गिरफ्तार किया गया।
एक आधिकारिक प्रवक्ता के अनुसार, मुख्यमंत्री ने पुलिस को क्षेत्र में सुरक्षा और राज्य के सामान्य नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने का भी निर्देश दिया है।
पंजाब पुलिस ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन डायरेक्टर प्रबोध कुमार, आईजीपी क्राइम द्विवेदी और मोहाली के एसएसपी कुलदीप चहल ने घटनास्थल पर पहुँच कर जांच शुरू कर दी है.।
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