Halloween party ideas 2015


ऋषिकेश  : 


ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को नेत्र स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से निर्मल आश्रम आई इंस्टीट्यूट के सौजन्य से छिद्दरवाला कन्या पाठशाला में एक दिवसीय  निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर आयोजित किया गया।

शिविर में सुबह से ही ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ी और बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी आँखों की जांच कराई। संस्थान की चिकित्सा टीम ने 223 मरीजों की नेत्र जांच की, जिनमें से 19 मरीजों को आँखों के ऑपरेशन हेतु अस्पताल भेजा गया।

निर्मल आई इंस्टीट्यूट की ओर से 105 मरीजों को निशुल्क चश्मे और 80 मरीजों को दवाइयाँ वितरित की गईं।

शिविर में डॉ. शिवाली, प्रबंधक अजय शर्मा, संतोष, संतू, गौरव नौटियाल, प्रभाकर शर्मा, आकाश राणा, शुभम पोखरियाल, धनज्योति, सीमा, कुलविंदर, कमलदीप कौर एवं गुरमुख सिंह की टीम ने महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया।

ग्राम प्रधान गोकुल रमोला ने शिविर का शुभारंभ करते हुए कहा कि इस प्रकार के स्वास्थ्य शिविर समय-समय पर लगाए जाने चाहिए ताकि ग्रामीणों को निःशुल्क और सुलभ चिकित्सा सुविधा मिल सके। निर्मल आई इंस्टीट्यूट का यह प्रयास सराहनीय है |

ग्रामीणों ने शिविर के आयोजन पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह की पहल से गाँवों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच आसान बनती है।

 

उत्तराखण्ड पुलिस के आईपीएस श्री लोकेश्वर सिंह का संयुक्त राष्ट्र से सम्बद्ध अंतरराष्ट्रीय संगठन में चयन — भारत और राज्य के लिए गौरव का क्षण


शांति स्थापना, संस्थागत अखंडता और सतत विकास के क्षेत्र में देंगे योगदान

IPS lokeshwar Singh selected in UNO


उत्तराखण्ड कैडर के आईपीएस अधिकारी *श्री लोकेश्वर सिंह*, जो वर्तमान में *वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी), पौड़ी* के पद पर कार्यरत हैं, का चयन संयुक्त राष्ट्र (UN) से सम्बद्ध एक अंतरराष्ट्रीय संगठन में हुआ है। यह चयन एक कठिन और प्रतिस्पर्धी प्रक्रिया के माध्यम से किया गया है, जिसमें विश्वभर के योग्य अधिकारी भाग लेते हैं।


श्री लोकेश्वर सिंह *2014 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS)* अधिकारी हैं। उन्होंने पिछले *11 वर्षों* के दौरान उत्तराखण्ड पुलिस में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य करते हुए राज्य की कानून-व्यवस्था, जनसुरक्षा को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने *हरिद्वार, देहरादून, बागेश्वर, चंपावत, पिथौरागढ़* जैसे जिलों में उल्लेखनीय सेवाएं दी हैं और वर्तमान में पौड़ी जनपद की पुलिस व्यवस्था का नेतृत्व कर रहे हैं।


अब वे अपनी नई अंतरराष्ट्रीय भूमिका में *संस्थागत अखंडता* (Institutional Integrity), *शांति स्थापना* (Peacebuilding) और *सतत विकास* (Sustainable Development) जैसे वैश्विक उद्देश्यों को आगे बढ़ाने में योगदान देंगे। उनकी नियुक्ति न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि *भारत और उत्तराखण्ड दोनों के लिए गौरव का अवसर* है, क्योंकि इससे भारत का प्रतिनिधित्व और प्रभाव अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और मजबूत होगा।


श्री लोकेश्वर सिंह शीघ्र ही पुलिस मुख्यालय और राज्य सरकार को आवश्यक अनुमोदन के लिए आवेदन प्रस्तुत करेंगे। अनुमोदन प्राप्त होने के उपरांत वे उत्तराखण्ड कैडर से कार्यमुक्त होकर इस अंतरराष्ट्रीय संगठन में अपनी नई भूमिका का दायित्व संभालेंगे।




देहरादून:

अखिल भारतीय देवभूमि ब्राह्मण जन सेवा समिति (रजि.) द्वारा आज दिनांक 5-10- 2025 को ब्राह्मण समाज को एकत्र करने ,समाज को संगठित करने, समाज के उत्थान, युवा पीढ़ी को उचित दिशा प्रदान करने के उद्देश्य से एवं समिति में कार्य विस्तार हेतु आगामी एक वर्ष या आगामी निर्णयों/आदेशो तक समिति की प्रदेश ,जिला व महानगर कार्यकारिणी का पुनर्गठन किया गया। जिसमें अखिल भारतीय देवभूमि ब्राह्मण जन सेवा समिति की 
 

उत्तराखंड प्रदेश कार्यकारिणी में
 प्रदेश प्रभारी श्री राजेश नौटियाल 
 प्रदेश अध्यक्ष -श्री अभय उनियाल  , प्रदेश उपाध्यक्ष - श्री डी के शर्मा जी,श्री श्रीकांत शर्मा जी,श्री राकेश शर्मा ,डॉ पंकज किशोर गौड़   प्रदेश महासचिव -डॉ अजय कुमार वशिष्ठ ,
 प्रदेश सचिव-पंडित शशांक उपाध्यय ,श्री मनीष शर्मा  ,डॉ शैलेन्द्र कौशिक ,श्री विचित्र शर्मा ,श्री संजय कुमार मिश्रा , 
 प्रदेश मिडिया प्रभारी -श्री अनुराग गौड़  
 
 जिला देहरादून कार्यकारिणी में जिलाध्यक्ष - श्री पंकज शर्मा , जिला उपाध्यक्ष -  श्री शक्ति सागर कौशिक , श्री आशीष शर्मा जी,श्री पंकज शर्मा जी,श्री विशाल कौशिक ,श्री विपुल बिलजवान , श्री तुषार शर्मा  
 *जिला महासचिव* श्री- राजेश शर्मा ,
 *जिला सचिव* -श्री  आशीष गौड़ ,,श्री पंडित गंगेशवरानंद पांडे  डॉ अनुज शर्मा जी, श्री शरद कौशिक जी,श्री किशोर कुमार शर्मा जी,श्री अनुपम शर्मा जी, श्री सुमित शर्मा जी, श्री सुशांत शर्मा जी, डॉ जी एन राव जी, श्री भरत शर्मा जी, पंडित अजय चन्दौला जी, श्री मयंक शर्मा जी 


 *देहरादून महानगर कार्यकारिणी में* *महानगर अध्यक्ष* -श्री राजेश कुमारs पंत जी , *महानगर उपाध्यक्ष* - श्री गोपाल शर्मा जी ,श्री रामगोपाल शर्मा जी, श्री प्रमोद शर्मा जी,एडवोकेट श्री पंकज पराशर जी,श्री रमेशचंद मिश्रा जी,श्री एस के शर्मा जी, एडवोकेट श्री मुकेश शर्मा जी, श्री सुमितरंजन शर्मा।
*महानगर महासचिव-* श्री देवाशीष गौड़ जी

 *महानगर सचिव* -,श्री उमेश कुमार त्रिपाठी जी ,श्री एस डी बेलवाल जी, श्री विक्रम शर्मा जी, श्री देवेंद्र बहुगुणा जी,  श्री दिनेश कुमार शर्मा जी, श्री पुरषोतम शर्मा जी, डॉ संजीव मालवीय जी ,श्री सतीश शर्मा जी,पंडित लवमोहन शर्मा जी,श्री शशांक त्रिवेदी जी, श्री कल्याण चक्रवर्ती जी, श्री शशिभूषण शर्मा जी 


 *देवभूमि ब्राह्मण नारी शक्ति* की 
 *उत्तराखंड प्रदेश कार्यकारणी* मे 

 *प्रदेश अध्यक्ष* -एडवोकेट श्रीमती राजगीता शर्मा जी , *प्रदेश उपाध्यक्ष* - श्रीमती संगीता शर्मा जी, श्रीमती संध्या शर्मा जी, डॉ प्रिया पांडे कौशिक जी, श्रीमती सुधा डबराल जी, श्रीमती उमा कोठरी जी *प्रदेश महासचिव* -श्रीमती सुमित्रा ध्यानी जी 

*देहरादून महानगर कार्यकारिणी में* *महानगर अध्यक्ष* -श्रीमती भारती जोशी जी , *महानगर उपाध्यक्ष* - श्रीमती रुक्मणि शर्मा जी, श्रीमती वसुधा कौशिक जी, श्रीमती सुनीता शर्मा जी, श्रीमती अलका शर्मा जी, श्रीमती प्रेरणा शर्मा जी, श्रीमती रेणु कौशिक जी, श्रीमती सत्यारानी मिश्रा जी, श्रीमतु निशा शर्मा जी, श्रीमती मीनू शर्मा जी, श्रीमती प्रवेश मिश्रा जी 
*महानगर महासचिव-* श्रीमती मधु शर्मा जी 
 *महानगर सचिव* -,श्रीमती रेखा शर्मा जी , श्रीमती सुनीता शर्मा जी, श्रीमती निशा भारद्वाज जी , श्रीमती माधवी शर्मा जी,श्रीमती प्रमिला रतूड़ी जी, श्रीमती इंदुज्योति शर्मा जी, श्रीमती शब्दावली कौशिक जी, श्रीमती हेमा भट्ट जी, श्रीमती कमलेश शर्मा जी, श्रीमती प्रीति भारद्वाज जी, श्रीमती मंजू शर्मा जी 
को  तथा संघठन मंत्री व प्रचार मंत्री पद पर भी सदस्यों को नियुक्त किया गया।
सभी कार्यकारणीयों मे अन्य रिक्त पदों पर जल्द ही समिति के ऊर्जावान सदस्यों को नमित किया जायेगा।

समिति के संरक्षक मण्डल व केंद्रीय अध्यक्ष श्री अरुण कुमार शर्मा ने सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों को  उनके पद की शपथ दिला समिति के नियमो का पालन करते हुए ब्राह्मण समाज के लिए निष्ठा व
 *सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय* की भावना से कार्य करते हुए सभी प्राणियों के कल्याण के लिए कार्य कर भारत की सभ्यता संस्कृति की रक्षा करें तथा समिति के उद्देश्यों को पूर्ण करने में सहयोगी बने।
 समिति के केंद्रीय अध्यक्ष अरुण कुमार शर्मा ने समिति के उद्देश्य तथा कार्यों की जानकारी प्रदान की तथा उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय देवभूमि ब्राह्मण जन सेवा समिति द्वारा  वर्ष 2026 का स्वागत समिति के नवम वार्षिक कार्यक्रम के अंतर्गत  दिनांक 1 जनवरी 2026 से 8 जनवरी  2026 तक भव्य  श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान महायज्ञ का आयोजन देहरादून में किया जाएगा जिसमे वृंदावन धाम से विश्व विख्यात कथा वाचक पंडित धीरज बाँवरा जी महाराज के श्रीमुख से प्रभु  की महिमा होगी। 
श्रीमद्भागवत कथा आयोजन में विभिन्न ज्ञान वर्धक प्रतियोगिता कर विजेताओ को उपहार दिए जाएंगे।
आज कार्यक्रम में समिति के संरक्षक श्री रामनरेश शर्मा जी,श्री पवन शर्मा जी,श्री सुनील उनियाल गामा जी,श्री एम सी शर्मा जी,श्री वी के शर्मा जी,श्रीमती आभा बड़थवाल जी, श्रीमती अमृता शर्मा जी, पंडित सुभाषचंद सतपति जी, श्री कुलानंद शर्मा जी समिति के केंद्रीय अध्यक्ष अरुण कुमार शर्मा,सचिव श्रीमती रुचि शर्मा,व श्री रजत शर्मा व श्रीमती सुशीला शर्मा ,विधा भारद्वाज, जयकुमार भारद्वाज,वासु वशिष्ठ एवं नवनियुक्त पदाधिकारी  आदि उपस्थित रहे।
    

 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने लैंसडाउन में शहीद सम्मान समारोह मे किया प्रतिभा

सैन्य धाम अमर आत्माओं का प्रतीक, आने वाली पीढ़ियों को करेगा प्रेरित : मुख्यमंत्री*

lansdown army awarded programme


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को लैंसडाउन, पौड़ी गढ़वाल में आयोजित शहीद सम्मान समारोह कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने लैंसडाउन की पावन धरती से शहीदों की अमर वीरगाथाओं और उनके सर्वोच्च बलिदान को नमन किया। 


मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों एवं आश्रितों को ताम्रपत्र और अंगवस्त्र भेंटकर उन्हें सम्मानित किया। उन्होंने आर्मी बैंड का निरीक्षण कर आर्मी जवानों को शुभकामनाएं भी दीं। मुख्यमंत्री ने अमर शहीद गब्बर सिंह नेगी मेमोरियल में उनकी प्रतिमा पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा वीर गब्बर सिंह नेगी जैसे अमर सपूतों के कारण ही आज देश सुरक्षित है। 


मुख्यमंत्री ने विभिन्न जनपदों के शहीदों के आंगन की पवित्र मिट्टी से भरे ताम्र कलशों के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर वीर शहीदों की स्मृति में पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान सभी ने मौन रखकर शहीदों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। गौरतलब है कि इन ताम्र कलशों में एकत्रित शहीदों के आंगन की पावन माटी को देहरादून में बन रहे भव्य सैन्य धाम में ले जाया जाएगा। 


इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सैनिकों और उनके परिजनों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कोटद्वार में स्थित सैनिक विश्राम गृह का जीर्णोद्धार कर उसे आधुनिक सुविधाओं से युक्त किए जाने, निदेशालय सैनिक कल्याण तथा जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालयों में वीर नारियों एवं पूर्व सैनिकों की नियुक्ति कर निःशुल्क सेवाएं उपलब्ध कराने हेतु कॉमन सर्विस सेंटर स्थापित किए जाने, गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर लैंसडाउन संग्रहालय के जीर्णोद्धार के लिए आर्थिक सहायता प्रदान किए जाने, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जयहरीखाल का उच्चीकरण किए जाने, राजकीय इंटर कॉलेज कर्तिया का नाम शहीद कमल सिंह रावत के नाम पर, हाईस्कूल डोबरियासार का नाम शहीद अनुज सिंह नेगी के नाम पर, बरुआ-चिणबो मार्ग का नामकरण शहीद केशवानंद ध्यानी के नाम पर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का नामकरण शहीद हरीश जोशी के नाम पर एवं जयहरीखाल-गुमखाल मार्ग का नामकरण शहीद खुशाल सिंह नेगी के नाम पर किए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि अन्य स्रोतों से अनुदान प्राप्त न करने की बाध्यता को समाप्त करते हुए सभी द्वितीय विश्व युद्ध के पूर्व सैनिकों और विधवाओं को सम्मान राशि प्रदान की जाएगी।


मुख्यमंत्री ने कहा कि सैन्य धाम केवल ईंट-पत्थरों का ढांचा नहीं बल्कि अमर आत्माओं का प्रतीक है। उन्होंने कहा शहीदों के आंगन की पावन मिट्टी को सैन्य धाम में लाया जा रहा है। यह कार्यक्रम उन वीरों को सच्ची श्रद्धांजलि है जिन्होंने देश के लिए अपना सर्वस्व अर्पित किया है। उन्होंने कहा  25 सितंबर से 04 अक्टूबर तक चली शहीद सम्मान यात्रा 2.0 शहीदों के परिजनों के आंसुओं का सम्मान है। यह निर्माणाधीन सैन्य धाम आने वाली पीढ़ियों को देशभक्ति के लिए प्रेरित करता रहेगा। यह उन शहीदों के लिए हमारी श्रद्धांजलि है, जिन्होंने हमारे भविष्य के लिए अपना वर्तमान बलिदान किया।


मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में लगभग हर घर का सदस्य सैन्य पृष्ठभूमि से जुड़ा है। राज्य सरकार सैनिकों एवं उनके परिजनों के कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रही है। *शहीदों के परिजनों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि को रुपए 10 लाख से बढ़ाकर 50 लाख कर दिया गया है। साथ ही परमवीर चक्र विजेताओं को अब 1.5 करोड़ की राशि दी जाएगी।* शहीद के अंतिम संस्कार हेतु 10 हजार की सहायता राशि दी जाती है। सैनिकों को भूमि खरीद पर लगने वाली स्टांप ड्यूटी के रूप में 25 प्रतिशत तक की छूट दी जा रही है।शहीदों के परिजनों को सरकारी सेवा में संयोजन के तहत 28 परिजनों को अब तक नियुक्ति प्रदान की जा चुकी है तथा 13 मामलों की प्रक्रिया गतिमान है। पूर्व में आवेदन हेतु 02 वर्ष का समय सीमा थी, जिसे बढ़ाकर 05 वर्ष कर दिया गया है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा सैनिकों के लिए वन रैंक वन पेंशन, आधुनिक उपकरण, जैकेट एवं जूते जैसी सुविधाएँ उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने कहा कि भारत आज रक्षा क्षेत्र में निर्यात में अग्रणी देशों में शामिल हो गया है और दुश्मन देश को मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तरह ही “एक पेड़ शहीदों के नाम” लगाने का आग्रह भी किया। 


सैनिक कल्याण मंत्री श्री गणेश जोशी ने कहा कि शहीद सम्मान यात्रा 2.0 का आज लैंसडाउन में सफल समापन हुआ है। उन्होंने बताया कि यात्रा का दूसरा चरण 25 सितंबर को देहरादून से प्रारंभ हुआ था, जो आज लैंसडाउन में सम्पन्न हुआ। उन्होंने बताया कि शेष 71 शहीदों के आंगन की पवित्र मिट्टी लायी जा चुकी है, जिसे सैन्य धाम के लोकार्पण से पूर्व अमर जवान ज्योति में स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री सदैव सैनिकों और वीर नारियों के सम्मान एवं कल्याण के प्रति संवेदनशील रहते हैं, जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।


राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि के साथ-साथ वीरभूमि भी है। हम शहीदों को मृतक नहीं, बल्कि अमर वीर मानते हैं। आज हम खुली हवा में सांस ले पा रहे हैं तो यह हमारे वीर सैनिकों के अदम्य साहस और बलिदान का परिणाम है। सैनिकों एवं उनके परिवारों का सम्मान और सहयोग केंद्र तथा राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रदेश सरकार द्वारा सैनिकों एवं अग्निवीरों को समूह 'ग' की वर्दीधारी राजकीय सेवाओं में 10 प्रतिशत आरक्षण दिया जाना एक सराहनीय कदम है।


विधायक दिलीप सिंह रावत ने वीर सपूतों के पराक्रम और बलिदान को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान शहीद सम्मान यात्रा की झलकियों पर आधारित विशेष वीडियो क्लिप भी प्रदर्शित की गयी, जिसने उपस्थित जनसमूह को शहीदों के गौरवशाली इतिहास और योगदान से अवगत कराया।


सैनिक कल्याण सचिव दीपेंद्र चौधरी ने सभी अतिथियों, शहीद परिवारों और नागरिकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा यह आयोजन न केवल शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने का अवसर बना, बल्कि सैन्य धाम निर्माण की दिशा में जनता और सरकार की एकजुट की संकल्प शक्ति का प्रतीक भी रहा।


इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्षा रचना बुटोला, विधायक पौड़ी राजकुमार पोरी, कर्नल ऑफ द रेजिमेंट ले.ज. डी.एस राणा, ले. ज. शरत चंद्र (से.नि.), ब्रिगेडियर विनोद सिंह नेगी, उपाध्यक्ष गौ सेवा आयोग पं. राजेंद्र अंथवाल, जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह, मेयर कोटद्वार शैलेन्द्र सिंह रावत, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

आज का राशिफल

*दिनाँक:-05/10/2025,रविवार*

त्रयोदशी, शुक्ल पक्ष, 

आश्विन*

rashifal today 05 oct 2025


*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*


 * सर्वार्थ सिद्धि योग 30:15 से


*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*

 

उपार्जितानां वित्तानां त्याग एव हि रक्षणम् ।

तडागोदरसंस्थानां परीस्त्र व इवाम्भसाम् ।।

।।चाo नीo।।


 संचित धन खर्च करने से बढ़ता है. उसी प्रकार जैसे ताजा जल जो अभी आया है बचता है, यदि पुराने स्थिर जल को निकल बहार किया जाये.


*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*


गीता -: सांख्ययोग - अo-2


अच्छेद्योऽयमदाह्योऽयमक्लेद्योऽशोष्य एव च।

 नित्यः सर्वगतः स्थाणुरचलोऽयं सनातनः॥


क्योंकि यह आत्मा अच्छेद्य है, यह आत्मा अदाह्य, अक्लेद्य और निःसंदेह अशोष्य है तथा यह आत्मा नित्य, सर्वव्यापी, अचल, स्थिर रहने वाला और सनातन है

 ॥24॥


*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*


देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।


🐏मेष

भूमि-भवन व मकान-दुकान इत्यादि में लाभ। बेरोजगारी दूर होगी। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। भाग्य का साथ मिलेगा। चारों तरफ से सफलता मिलेगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। उत्साह बना रहेगा। चिंता तथा तनाव कम होंगे।


🐂वृष

कोर्ट व कचहरी के कार्य अनुकूल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। कारोबार लाभदायक रहेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। लेन-देन में सावधानी रखें। धनहानि भी आशंका है।


👫मिथुन

स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। चोट व दुर्घटना से बड़ी हानि की आशंका बनती है, सावधानी आवश्यक है। लेन-देन में जल्दबाजी से बचें। आय बनी रहेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। व्यापार-व्यवसाय की गति धीमी रहेगी।


🦀कर्क

अध्यात्म में रुझान रहेगा। सत्संग का लाभ प्राप्त होगा। राजकीय बाधा दूर होकर स्थिति लाभदायक बनेगी। कारोबार में वृद्धि होगी। आसपास का वातावरण सुखद रहेगा। पार्टनरों तथा भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। विवाद को बढ़ावा न दें। विवेक का प्रयोग करें। प्रमाद न करें।


🐅सिंह

यात्रा मनोनुकूल रहेगी। नया काम मिलेगा। नए अनुबंध होंगे। डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है। कारोबार में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। समय की अनुकूलता रहेगी, लाभ लें। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आय में वृद्धि होगी। जल्दबाजी न करें।


🙍‍♀️कन्या

बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति हो सकती है। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। यात्रा लाभदायक रहेगी। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड मनोनुकूल लाभ देगा। प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।


⚖️तुला

स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें। फालतू खर्च होगा। कर्ज लेना पड़ सकता है। आय में कमी होगी। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। बेकार बातों पर बिलकुल ध्यान न दें।


🦂वृश्चिक

कार्यस्थल पर सुधार व परिवर्तन हो सकता है। योजना फलीभूत होगी। तत्काल लाभ नहीं होगा। निवेश में जल्दबाजी न करें। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। रुके कार्यों में गति आएगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। प्रमाद न करें।


🏹धनु

आय में निश्चितता रहेगी। समय शीघ्र सुधरेगा। विवाद को बढ़ावा न दें। बेवजह कहासुनी हो सकती है। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। थकान व कमजोरी रह सकते हैं। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। धनहानि की आशंका है। व्यापार-व्यवसाय में धीमापन रह सकता है।


🐊मकर

रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। कार्य की प्रशंसा होगी। प्रसन्नता तथा संतुष्टि रहेगी। यात्रा मनोरंजक हो सकती है। व्यापार-व्यवसाय में नए प्रयोग किए जा सकते हैं। समय की अनुकूलता का लाभ लें। धन प्राप्ति सुगम होगी। नौकरी में अनुकूलता रहेगी। कार्यभार व अधिकार में वृद्धि हो सकती है।


🍯कुंभ

मित्रों का सहयोग करने का अवसर प्राप्त हो सकता है। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल चलेगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड से लाभ होगा। यात्रा सफल रहेगी। शत्रु सक्रिय रहेंगे। चिंता तथा तनाव रहेंगे। किसी दूसरे व्यक्ति के काम में हस्तक्षेप न करें। विवाद होगा।


🐟मीन

आत्मसम्मान बना रहेगा। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। भूले-बिसरे साथियों व संबंधियों से मुलाकात होगी। कारोबार में अनुकूलता रहेगी। स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।


🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏

🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺

*आचार्य  पवन  पाराशर (वृन्दावन)*

 

*राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान, देहरादून में चतुर्थ दीक्षांत समारोह आयोजित*


- 2024-25 सत्र के उत्तीर्ण प्रशिक्षुओं के लिए समारोह का आयोजन


 प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित राष्ट्रीय स्तरीय कौशल दीक्षांत समारोह का हुआ सीधा प्रसारण

- 315 प्रशिक्षुओं को भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) उत्तराखंड के निदेशक श्री गौरव लांबा द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किए गए 

देहरादून :



राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान (एनएसटीआई), देहरादून में 2024-25 सत्र में उत्तीर्ण होने वाले प्रशिक्षुओं के लिए 4 अक्टूबर 2025 को चतुर्थ दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। 


संस्थान में दीक्षांत समारोह का शुभारंभ प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में विज्ञान भवन, नई दिल्ली से आयोजित राष्ट्रीय स्तरीय कौशल दीक्षांत समारोह के सीधे प्रसारण के बाद हुआ।


एनएसटीआई देहरादून में संचालित विभिन्न ट्रेडों में कुल 315 प्रशिक्षु उत्तीर्ण हुए, जिन्हें मुख्य अतिथि श्री गौरव लांबा, निदेशक, भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई), उत्तराखंड राज्य द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। मुख्य अतिथि ने प्रशिक्षुओं को बधाई देते हुए कहा कि कौशल भारत अभियान के अंतर्गत प्रशिक्षु आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने प्रशिक्षुओं से अपने कौशल को उद्योग एवं उद्यमिता के साथ जोड़कर समाज के विकास में योगदान देने का आह्वान किया।


इस अवसर पर आईएसडीएस उप निदेशक/प्राचार्य, एनएसटीआई देहरादून श्री ज्ञान प्रकाश चौरसिया ने मुख्य अतिथि श्री गौरव लांबा का स्वागत किया और प्रशिक्षुओं को उनकी सफलता के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह संस्थान प्रशिक्षुओं को न केवल तकनीकी दक्षता प्रदान करता है बल्कि उन्हें रोजगारोन्मुखी और आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी प्रेरित करता है।


दीक्षांत समारोह में आरडीएसडीई उत्तराखंड के आईएसडीएस अधिकारी श्री आर्यन जांगड़ा, श्री गजेंद्र कोली और श्री इंद्रपाल सिंह तथा एनएसटीआई देहरादून के संकाय सदस्य श्री नरेश कुमार, श्री आर.पी. आर्य, श्री जे.एस. गांधी, श्रीमती रंजिनी कुमार और श्री मनीष ममगाईं सहित समस्त कर्मचारी और प्रशिक्षु उपस्थित रहे।


कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ तथा सभी प्रशिक्षुओं ने समूह छायाचित्रों के माध्यम से इस यादगार पल को संजोया।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी में आपदा में सहयोग वाले कर्मियों को सम्मानित किया* 


*आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण को स्कूल-कॉलेजों में शामिल करने की प्रक्रिया जारी* 


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को पटेलनगर स्थित राजकीय दून मेडिकल कॉलेज में अर्पित फाउंडेशन द्वारा आयोजित ’’प्राइड मूवमेंट सम्मान समारोह’’ में आपदा के दौरान राहत एवं बचाव अभियान में योगदान देने पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, आईटीबीपी के कर्मियों को सम्मानित किया गया। 


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि ये सम्मान ऐसे कर्मियों के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक है, जिन्होंने आपदा के दौरान राहत एवं बचाव अभियान में अपनी जान की परवाह किए बिना योगदान दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम उत्तराखंड की बात करते हैं, तो केवल इसके प्राकृतिक सौंदर्य और आध्यात्मिकता की ही नहीं, बल्कि इसकी भौगोलिक कठिनाइयों और प्रत्येक वर्ष होने वाली आपदाओं की चुनौती भी स्वतः ही सामने आ जाती है। उन्होंने कहा कि हिमालय की गोद में बसे हमारे राज्य में भूस्खलन, बाढ़, अतिवृष्टि और अन्य प्राकृतिक आपदाएँ आना आम बात हैं। देवभूमि में रहते हुए हम ये जानते हैं कि प्रकृति का सौंदर्य जितना मनोहारी है, उतनी ही यहां चुनौतियाँ भी अप्रत्याशित हैं।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि हम सबने 2013 की केदारनाथ आपदा की त्रासदी को देखा है, जब जय प्रलय में हजारों लोगों की जानें चले गईं थी। इसी प्रकार 2021 में चमोली की ऋषिगंगा और धौलीगंगा घाटी में आई आपदा ने पूरे देश को झकझोर दिया था। 2023 में जोशीमठ का धंसाव भी एक बड़ी चुनौती के रूप में हमारे सामने आया। इस वर्ष भी उत्तरकाशी, चमोली और देहरादून के विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश, बादल फटने और भूस्खलन की अनेक घटनाओं का हमने सामना करना पड़ा। इन आपदाओं में कई लोगों की मृत्यु हुई, कई लोग लापता हुए और संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन कठिन परिस्थितियों में हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती मानव जीवन की रक्षा करने की थी, यही समय था जब एसडीआरएफ, एनडीआरएफ सहित पुलिस- प्रशासन के लोगों ने आपदा में घायल और मलबे में फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए ग्राउंड जीरो पर लगातार काम किया।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आपदा के समय हमारे राहत कर्मियों ने न केवल प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया, बल्कि पुनर्वास और राहत शिविरों का भी संचालन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सिल्क्यारा टनल में फंसे मजूदरों के लिए चलाए गए अभियान को नहीं भूल सकते। तब दिन-रात चलने वाले बचाव अभियान पर पूरे देश की निगाह थी। परंतु बाबा बोखनाग के आशीर्वाद और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन ने हमारे अभियान को सफल बनाया। 


मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि वो जब भी आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते हैं, तो बचाव और राहत कर्मियों के जज्बे को देखकर उन्हें विश्वास हो जाता है कि हम प्रत्येक चुनौती का सामना करने में सक्षम हैं। मुख्यमंत्री ने आपदा राहत कार्यों में सहयोग प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री श्री अमित शाह का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने स्वयं देहरादून आकर आपदा पीड़ितों से मिलकर उनका दर्द बाँटा, उनकी समस्याएँ सुनीं और समीक्षा बैठक कर त्वरित निर्णय भी लिए। उन्होंने उत्तराखंड की जनता के लिए 1200 करोड़ रुपये की विशेष राहत राशि की घोषणा भी की, जिससे पुनर्वास और पुनर्निर्माण कार्य में हमें बड़ी सहायता मिली।


मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा केवल इमारतें या सड़कें ही नहीं तोड़ती, आपदा लोगों के आत्मविश्वास और भविष्य को भी चोट पहुंचाती है। इसलिए राज्य सरकार ने ये सुनिश्चित किया है कि आपदा पीड़ितों को केवल मुआवज़ा ही न दिया जाए, बल्कि उनके पुनर्वास और उनकी आजीविका पर भी विशेष ध्यान दिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने एसडीआरएफ जवानों को ड्रोन, सैटेलाइट आधारित मॉनिटरिंग और अत्याधुनिक रेस्क्यू गियर जैसे अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध कराए हैं। साथ ही, आपदा मित्र योजना के अंतर्गत गांव-गांव में स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके साथ ही सड़क और पुल निर्माण में डिजास्टर रेज़िलिएंट तकनीक का उपयोग भी अनिवार्य किया गया है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण को स्कूल-कॉलेजों में शामिल करने की प्रक्रिया भी प्रारंभ की है, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी आपदा के खतरों से और बेहतर तरीके से निपट सके। समारोह में नकल विरोधी कानून लागू करने के लिए छात्रों द्वारा मुख्यमंत्री धामी का विशेष तौर पर स्वागत करते हुए आभार व्यक्त किया।


इस अवसर पर विधायक श्री प्रेमचंद अग्रवाल, स्वामी रूपेन्द्र प्रकाश, श्री कृष्ण गिरी महाराज, अपर पुलिस महानिदेशक श्री वी. मुरूगेशन, कार्यक्रम की संयोजक श्रीमती हनी पाठक मौजूद थे।

 *50 वीं सब-जूनियर राष्ट्रीय बास्केटबॉल चैंपियनशिप का मुख्यमंत्री ने किया शुभारंभ*


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को परेड ग्राउंड, देहरादून में 50वीं सब-जूनियर राष्ट्रीय बास्केटबॉल चैंपियनशिप का शुभारंभ किया। 10 अक्टूबर तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में देश के 28 राज्यों से 54 टीमों के लगभग एक हजार से अधिक खिलाड़ी प्रतिभाग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बास्केटबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया एवं उत्तराखंड बास्केटबॉल एसोसिएशन को इस आयोजन के लिए बधाई दी।


मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली बार देवभूमि उत्तराखंड में सब-जूनियर नेशनल बास्केटबॉल चैंपियनशिप का आयोजन हो रहा है, जो राज्य के लिए गौरवपूर्ण एवं ऐतिहासिक अवसर है। उन्होंने कहा कि खेल केवल मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि चरित्र निर्माण, धैर्य, अनुशासन व टीम भावना भी सिखाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा खेलो इंडिया एवं फिट इंडिया मूवमेंट जैसी पहलों से देश में खेलों के प्रति नई जागरूकता आयी है और भारत खेल के क्षेत्र में नई ऊँचाइयों को स्पर्श कर रहा है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि 38वें राष्ट्रीय खेलों के सफल आयोजन के बाद उत्तराखंड तेजी से खेलभूमि के रूप में अग्रसर है। राज्य में 517 करोड़ रुपये की लागत से विश्वस्तरीय खेल अवसंरचना विकसित की जा रही है। शीघ्र ही आठ प्रमुख शहरों में 23 खेल अकादमियों के साथ स्पोर्ट्स लेगेसी प्लान लागू किया जाएगा तथा हल्द्वानी में प्रथम खेल विश्वविद्यालय और लोहाघाट में महिला स्पोर्ट्स कॉलेज की स्थापना की जा रही है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘नई खेल नीति’ के तहत राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पदक विजेताओं को आउट ऑफ टर्न सरकारी नौकरी, ‘खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना’, खेल किट, राज्य स्तरीय पुरस्कार तथा 4 प्रतिशत खेल कोटा की बहाली जैसे अनेक कदम खिलाड़ियों के हित में उठाए गए हैं। हाल ही में राष्ट्रीय खेल दिवस पर उत्कृष्ट खिलाड़ियों को 50-50 लाख रुपये की सम्मान राशि भी दी गई है।


इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने देहरादून में बास्केटबॉल खिलाड़ियों के प्रशिक्षण (बास्केटबॉल प्रशिक्षण अकादमी) के लिए जिलाधिकारी देहरादून को भूमि चिन्हित करने तथा हल्द्वानी में निर्माणाधीन खेल विश्वविद्यालय के पास बास्केटबॉल प्रशिक्षण अकादमी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने बास्केटबॉल प्रतियोगिताओं के लिए खेल विभाग को आवश्यक कदम उठाने तथा अन्य खेलों की भांति बास्केटबॉल की भी समय-समय पर प्रतियोगिताएं आयोजित करने की बात कही।


इस अवसर पर विधायक श्री खजान दास, अध्यक्ष उत्तराखंड बास्केटबॉल एसोसिएशन श्री सुशील कुमार, महासचिव बास्केटबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया श्री कुलविंदर सिंह गिल, उपाध्यक्ष उत्तराखंड बास्केटबॉल एसोसिएशन श्री आदित्य चौहान, श्री मंदीप सिंह ग्रेवाल एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे।


*मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर प्रतिबंधित कफ सिरप पर सख्त कार्रवाई, प्रदेशभर में मेडिकल स्टोर्स पर  एफ.डी.ए. की छापेमारी शुरू*


*केंद्र की एडवाइजरी लागू , सरकार की डॉक्टरों से अपील, बच्चों को प्रतिबंधित कफ सिरप न लिखें डॉक्टर*


बच्चों की सुरक्षा और जनस्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए उत्तराखंड सरकार ने प्रदेशभर में प्रतिबंधित कफ सिरप और औषधियों के खिलाफ सख्त अभियान शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग और खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफ.डी.ए.) की संयुक्त टीमें प्रदेश के सभी जिलों में मेडिकल स्टोर्स, थोक विक्रेताओं और अस्पतालों की औषधि दुकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही हैं। यह अभियान हाल ही में राजस्थान और मध्य प्रदेश में खांसी की दवा (कफ सिरप) के सेवन से बच्चों की मौत की घटनाओं के बाद शुरू किया गया है। उत्तराखंड सरकार ने इसे जनस्वास्थ्य से जुड़ा गंभीर मामला मानते हुए तत्परता से कार्रवाई प्रारंभ की है।


*केंद्र की एडवाइजरी पर तुरंत कार्रवाई*

स्वास्थ्य सचिव एवं आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन (एफ.डी.ए.) डॉ. आर. राजेश कुमार ने सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को आदेश जारी करते हुए कहा कि भारत सरकार की एडवाइजरी को प्रदेश में तत्काल प्रभाव से लागू कराया जाए। उन्होंने कहा कि बच्चों की सुरक्षा और जनस्वास्थ्य से बड़ा कोई विषय नहीं हो सकता। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि औषधि निरीक्षक चरणबद्ध तरीके से कफ सिरपों के नमूने एकत्र करें और उनकी गुणवत्ता की प्रयोगशाला जांच कराएं, ताकि किसी भी दोषपूर्ण या हानिकारक दवा को बाजार से तत्काल हटाया जा सके।


*बच्चों के लिए प्रतिबंधित सिरप न लिखें डॉक्टर*

डॉ. आर. राजेश कुमार  ने प्रदेश के सभी चिकित्सकों से आग्रह किया है कि केंद्र सरकार की एडवाइजरी का संज्ञान लेते हुए वे बच्चों के लिए प्रतिबंधित कफ सिरप न लिखें। डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा  यदि चिकित्सक इन सिरपों को लिखेंगे तो मेडिकल स्टोर भी उन्हें बेचेंगे। इसलिए ज़रूरी है कि डॉक्टर स्वयं भी जिम्मेदारी दिखाएं और प्रतिबंधित दवाओं से परहेज़ करें।


*कौन-सी दवाएं प्रतिबंधित हैं*


*भारत सरकार की एडवाइजरी के अनुसार —*


दो वर्ष से कम आयु के बच्चों को बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी प्रकार की खांसी या जुकाम की दवा नहीं दी जानी चाहिए।


पाँच वर्ष से कम आयु के बच्चों में इन दवाओं का सामान्य उपयोग अनुशंसित नहीं है।


केवल विशेषज्ञ चिकित्सक की सलाह, सही खुराक और न्यूनतम अवधि के लिए ही इनका उपयोग किया जा सकता है।


सरकार ने विशेष रूप से Dextromethorphan युक्त सिरप और Chlorpheniramine Maleate + Phenylephrine Hydrochloride संयोजन वाली दवाओं को चार वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए प्रतिबंधित किया है।


*प्रदेशभर में छापेमारी और सैंपलिंग अभियान*

प्रदेश में इस आदेश के बाद अपर आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन एवं ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी के नेतृत्व में राज्यभर में युद्धस्तर पर छापेमारी की जा रही है। स्वयं अपर आयुक्त ने देहरादून के जोगीवाला, मोहकमपुर समेत कई क्षेत्रों में औषधि दुकानों का निरीक्षण किया। सभी जिलों में औषधि निरीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस माह के भीतर सरकारी अस्पतालों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों और खुदरा दुकानों से सिरपों के नमूने लेकर प्रयोगशाला परीक्षण करवाएँ। ताजबर सिंह जग्गी ने कहा कि एफ.डी.ए. की टीमें प्रदेशभर में सक्रिय हैं। यदि किसी भी स्तर पर दोष पाया गया तो संबंधित कंपनी या विक्रेता के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


*मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का सख्त संदेश – जनस्वास्थ्य सर्वोपरि*

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा और जनता के स्वास्थ्य से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि प्रदेश में बिकने वाली हर दवा सुरक्षित और मानक गुणवत्ता वाली हो। जनस्वास्थ्य हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है, और बच्चों की सुरक्षा पर किसी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि सरकार प्रदेश में औषधि गुणवत्ता निगरानी प्रणाली को और सुदृढ़ करने की दिशा में भी काम कर रही है।


*बच्चों की दवा में लापरवाही अस्वीकार्य- डॉ. धन सिंह रावत* 

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा राज्य सरकार केंद्र की एडवाइजरी का पूरी गंभीरता से पालन कर रही है। बच्चों की दवाओं से जुड़ी किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सभी चिकित्सकों और औषधि विक्रेताओं को निर्देश दिए गए हैं कि वे प्रतिबंधित सिरप को न लिखें और न बेचें। यह कदम बच्चों की सुरक्षा और जनस्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के लिए अत्यंत आवश्यक है।


*जनता से अपील – डॉक्टर की सलाह के बिना बच्चों को दवा न दें*

एफ.डी.ए. ने राज्यभर में कफ सिरप की सैंपलिंग शुरू कर दी है। अपर आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन एवं ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी ने जनता से अपील की है कि वे बच्चों को कोई भी दवा देने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। यदि किसी दवा के सेवन से कोई प्रतिकूल प्रभाव दिखाई दे तो तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र या अस्पताल से संपर्क करें।


जनपद चमोली के सवाड़ गांव में केन्द्रीय विद्यालय की मिली स्वीकृति* 


*मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री, केन्द्रीय शिक्षा मंत्री के साथ ही केन्द्रीय मंत्रीमण्डल का जताया आभार*


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद चमोली के सवाड़ गांव में  केन्द्रीय विद्यालय की स्वीकृति प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान के साथ ही केन्द्रीय मंत्रीमण्डल का आभार व्यक्त किया है।



मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद चमोली के प्रसिद्ध सवाड़ गांव में क्षेत्रीय जनता की मांग पर केन्द्रीय विद्यालय की स्थापना के लिये उनके द्वारा निरन्तर अनुरोध किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि जनपद चमोली के सीमांत क्षेत्र में केन्द्रीय विद्यालय की स्थापना से इस क्षेत्र के छात्र-छात्राओं को बेहतर गुणात्मक शिक्षा उपलब्ध हो पायेगी तथा क्षेत्र को नई पहचान भी मिल सकेगी। 



मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में शिक्षा का अनुकूल शैक्षिक वातावरण बनाने के लिए निरन्तर प्रयासरत है, इसके लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण के साथ नवाचार से जोडा जा रहा है ताकि छात्रों को अच्छी शिक्षा के साथ शिक्षा का उचित माहौल उपलब्ध हो सके।

 प्रदेश सरकार ने राज्य के 1983 राजस्व गांवों को नियमित पुलिस क्षेत्राधिकार में सम्मिलित किये जाने का निर्णय लिया है।



मा. उच्च न्यायालय के आदेश तथा पूर्व मंत्रिमंडलीय निर्णयों के अनुरूप राज्य की कानून व्यवस्था को और अधिक मजबूती प्रदान करने के उदे्श्य से राज्य सरकार द्वारा आज राज्य के 1983 राजस्व गांवो को अब नियमित पुलिस क्षेत्राधिकार में सम्मिलित किये जाने का निर्णय लिया है। इस निर्णय से जनपदों के ग्रामीण एवं सीमांत इलाकों में अब सीधे नियमित पुलिस व्यवस्था लागू हो जायेगी, जिससे अपराधों पर नियंत्रण, त्वरित कार्रवाई, और न्याय की उपलब्धता सुदृढ़ होगी।



मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस निर्णय से प्रदेश की कानून व्यवस्था और अधिक मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक कदम से जनता की सुरक्षा एवं विश्वास में वृद्धि होगी, जिससे एक सुरक्षित और स्वच्छ सामाजिक वातावरण बनेगा साथ ही पुलिस व्यवस्था और अधिक प्रभावी तथा जवाबदेह बनेगी।

www.satyawani.com @ All rights reserved

www.satyawani.com @All rights reserved
Blogger द्वारा संचालित.