Halloween party ideas 2015


श्री मद्महेश्वर जी की चलविग्रह उत्सव डोली  का देव निशानों के साथ 21 नवंबर  को उखीमठ आगमन ।* 

*20 नवंबर से शुरू हो रहा तीन दिवसीय मदमहेश्वर मेला।*

 

उखीमठ/ रूद्रप्रयाग  18 नवंबर

second kedar madmaheshwar ji


द्वितीय केदार श्री मदमहेश्वर जी के कपाट आज  मंगलवार प्रातः 8 बजे शीतकाल हेतु मार्गशीर्ष कृष्ण  चतुर्दशी स्वाति नक्षत्र के  शुभ मुहूर्त में बंद हो गये है । सोमवार से ही मंदिर को फूलों से सजाया गया था इस अवसर पर साढ़े तीन सौ से अधिक श्रद्धालु तथा बीकेटीसी कर्मचारी अधिकारी , वनविभाग एवं प्रशासन के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

कपाट बंद होने की प्रक्रिया के अंतर्गत ब्रह्म मुहूर्त में मंदिर खुला श्रद्धालुओं ने दर्शन किये पूजा-अर्चना अर्चना  के बाद  सात बजे से कपाट बंद ही प्रक्रिया शुरू हो गयी।इसके पश्चात पुजारी शिवलिंग ने बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी/ कार्यपालक मजिस्ट्रेट विजय प्रसाद थपलियाल, बीकेटीसी सदस्य  प्रह्लाद पुष्पवान एवं पंच गौंडारी हकहकूकधारियों की उपस्थिति में श्री मदमहेश्वर जी के स्वयंभू शिवलिंग को समाधि रूप दिया। स्थानीय पुष्पों एवं राख से ढ़का इसके बाद प्रातः आठ  सात बजे  मंदिर के कपाट श्री मदमहेश्वर जी के जय घोष   के साथ शीत काल हेतु बंद हो गये।



कपाट बंद होने के बाद श्री मदमहेश्वर जी की चल विग्रह डोली ने अपने भंडार का निरीक्षण तथा मंदिर की परिक्रमा पश्चात ढ़ोल- दमाऊं के साथ प्रथम पड़ाव गौंडार हेतु प्रस्थान किया।


 श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी) अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने अपने संदेश में द्वितीय केदार  श्री मदमहेश्वर मंदिर के कपाट बंद होने के अवसर पर श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी।  श्रद्धालुओं से अपील की है  मंदिरों कपाट बंद होने तर शीतकालीन तीर्थस्थलों में  दर्शन का पुण्य लाभ अर्जित करें।वहीं बीकेटीसी उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती एवं उपाध्यक्ष विजय कप्रवाण ने श्री मदमहेश्वर मंदिर के कपाट बंद होने पर बधाई दी है।



मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल  ने द्वितीय केदार मदमहेश्वर से बताया कि विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बीच इस यात्रा वर्ष द्वितीय केदार मदमहेश्वर में बाईस हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किये।

बताया कि कपाट बंद होने के बाद श्री मदमहेश्वर जी की चल विग्रह डोली रात्रि प्रवास हेतु पहले पड़ाव गौंडार के लिए रवाना हुई ।



जारी प्रेस विज्ञप्ति में बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने  बताया कि 19 नवंबर बुधवार को  भगवान मदमहेश्वर जी की चल विग्रह उत्सव डोली राकेश्वरी मंदिर रांसी तथा 20 नवंबर गुरुवार को गिरिया प्रवास करेगी तथा  21 नवंबर शुक्रवार को चल विग्रह डोली शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी। बताया कि श्री मदमहेश्वर जी की चल विग्रह डोली के स्वागत हेतु श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में तैयारियां शुरू हो गयी हैं।


आज कपाट बंद होने के अवसर पर बीकेटीसी सदस्य प्रह्लाद पुष्पवान,बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल, प्रभारी अधिकारी यदुवीर पुष्पवान,

पंच गौंडारी हकहकूकधारी पूर्व प्रधान वीरसिंह पंवार, सरपंच फतेह सिंह, शिवानन्द पंवार,दीपक पंवार , पारेश्वर त्रिवेदी, मनीष तिवारी देवेन्द्र पटवाल, बृजमोहन, दिनेश पंवार सहित वन विभाग एवं प्रशासन के अधिकारी कर्मचारी श्रद्धालुज मौजूद हे।

 आज का राशिफल 

दिनांक 18 नवंबर 2025

 दिन मंगलवार

 मार्गशीर्ष

 

rashifal today 18 nov 2025

मेष


नौकरी में कार्यभार रहेगा। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। आय में निश्चितता रहेगी। जोखिम न लें। एकाएक स्वास्थ्‍य खराब हो सकता है, लापरवाही न करें। दूर से दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। व्यर्थ दौड़धूप होगी। विवाद से स्वाभिमान को चोट पहूंच सकती है। काम में मन नहीं लगेगा।



वृषभ

व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। लाभ देगा। कोई बड़ा काम करने का मन बनेगा। प्रतिद्वंद्विता में वृद्धि होगी। प्रयास सफल रहेंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि में जल्दबाजी न करें। लाभ होगा।


मिथुन


दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। नए काम करने का मन बनेगा। फिजूलखर्ची ज्यादा होगी। शत्रु भय रहेगा। शारीरिक कष्ट से बाधा उत्पन्न होगी। दूर यात्रा की योजना बनेगी। व्यापार से लाभ होगा। नौकरी में चैन रहेगा। जोखिम न लें।


कर्क


व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में अधिकार बढ़ने के योग हैं। कोई बड़ी समस्या का अंत हो सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। लेन-देन में सावधानी रखें। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे।


सिंह


स्वयं के काम पर ध्यान दें। बनते काम बिगड़ सकते हैं। विवाद को बढ़ावा न दें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। व्यापार ठीक चलेगा। कार्यकुशलता कम होगी। कोई बड़ा खर्च एकाएक सामने आएगा। कर्ज लेना पड़ सकता है। कुसंगति से बचें। किसी व्यक्ति के काम की जवाबदारी न लें।


कन्या


व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। कोई बड़ा काम करने का मन बनेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। व्यापार मनोनुकूल रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। जल्दबाजी न करें। घर के छोटे सदस्यों संबंधी चिंता रहेगी।


तुला


सुख के साधन जुटेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। व्यवसाय लाभदायक रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। धनहानि हो सकती है। सावधानी आवश्यक है। थकान महसूस होगी।


वृश्चिक


तंत्र-मंत्र में रुचि जागृत होगी। किसी जानकार व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त हो सकता है। कोर्ट व कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। शारीरिक कष्ट संभव है। अज्ञात भय सताएगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे।


धनु


भागदौड़ होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। लाभ के लिए प्रयास करें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में सावधानी रखें। विवाद से क्लेश हो सकता है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। पार्टनरों से कहासुनी हो सकती है।


मकर


व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। कोई ऐसा कार्य न करें जिससे कि अपमान हो। व्यापार-व्यवसाय अनुकूल रहेगा। निवेश सोच-समझकर करें। नौकरी में चैन रहेगा। मित्रों का सहयोग मिलेगा। कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति अनुकूल बनेगी।



कुंभ


भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। स्वास्थ्‍य संबंधी चिंता बनी रहेगी। आशंका व कुशंका रहेगी। कार्य में बाधा संभव है। उत्साह बना रहेगा। नौकरी में अधिकार मिल सकते हैं। सुख के साधन जुटेंगे।


मीन


यात्रा मनोरंजक रहेगी। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता प्राप्त करेगा। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। विवेक का प्रयोग करें। समस्याएं कम होंगी। शारीरिक कष्ट संभव है। अज्ञात भय रहेगा।


 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के जिलाधिकारियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वर्चुअल माध्यम से समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री ने बैठक में राज्य के विकास कार्यों की प्रगति, जनशिकायतों के त्वरित निस्तारण और प्रशासनिक सुधारों की समीक्षा की। 


मुख्यमंत्री ने राज्य स्थापना की रजत जयंती पर सफल कार्यक्रम के आयोजन के लिए अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि माननीय राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री  द्वारा राज्य के विकास के संबंध में महत्वपूर्ण मार्गदर्शन दिया गया।



मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड को विश्व की आध्यात्मिक राजधानी बनाने के विज़न पर जोर दिया और ‘एक जिला, एक मेला’ अभियान के महत्व को रेखांकित करते हुए स्थानीय अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करने वाले मेलों के पर्यावरण-सम्मत और भव्य आयोजन की रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिए। *मुख्यमंत्री ने कहा कि “एक जिला, एक मेला” अभियान के अंतर्गत चयनित मेलों को राजकीय मेला के रूप में घोषित किया जाएगा। जिन मेलों को यह मान्यता प्राप्त होगी, उन्हें विशेष संरक्षण, वित्तीय सहायता और प्रचार-प्रसार का लाभ मिलेगा। इन मेलों के आयोजक वही रहेंगे। राज्य सरकार केवल सहायता और आवश्यक सहयोग प्रदान करेगी। इस अभियान का उद्देश्य केवल स्थानीय संस्कृति, कला और शिल्प को बढ़ावा देना ही नहीं, बल्कि जनता के लिए मनोरंजन और सामुदायिक सहभागिता के अवसर भी प्रदान करना है। राजकीय मेला घोषित किए जाने से मेलों का स्वरूप और आकर्षण और बढ़ जाएगा तथा यह राज्य के सांस्कृतिक और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा।*


*मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड को देश और दुनिया के लिए आध्यात्मिक राजधानी के रूप में स्थापित करने के दृष्टिकोण से यह आवश्यक है कि योग, आयुर्वेद और ध्यान के केंद्रों को जिलों और ब्लॉकों तक विस्तारित किया जाए। इसके लिए प्रत्येक ब्लॉक में एक गाँव को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चुना जा सकता है, जिसे “आध्यात्मिक गाँव” के रूप में विकसित किया जाएगा। इस पहल के तहत गाँव में योग प्रशिक्षण केंद्र, आयुर्वेदिक स्वास्थ्य सुविधा, ध्यान और मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम तथा स्थानीय स्तर पर आध्यात्मिक शिक्षा के अवसर प्रदान किए जाएंगे। इससे न केवल स्थानीय लोगों का स्वास्थ्य और मानसिक शांति बढ़ेगी, बल्कि राज्य को पर्यटन और स्वास्थ्य से जुड़ी नई पहचान भी मिलेगी।*


मुख्यमंत्री ने वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के तहत चिन्हित गांवों में होमस्टे, स्वरोजगार, उद्यानिकी, कृषि और सौर ऊर्जा संबंधी गतिविधियों की नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया। *मुख्यमंत्री ने सीमा से लगे गांवों को वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत और पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने का निर्देश दिया और कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक सीमांत गांव को किस रूप में आकर्षण का केंद्र बनाया जाएगा।* उन्होंने शीतकालीन चार धाम यात्रा और बारहमासी पर्यटन की तैयारियों को तेज करने के निर्देश दिए। इसके अंतर्गत, विशेषकर उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में होटलों, होमस्टे संचालकों और अन्य सेवा प्रदाताओं के साथ समन्वय स्थापित करना और यात्रियों को गुणवत्तापूर्ण सुविधाएँ उपलब्ध कराना शामिल है। मुख्यमंत्री ने राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने और अधिक से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से कुमाऊँ मंडल विकास निगम (केएमवीएन) तथा गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) को निर्देश दिए हैं कि वे आगामी शीतकालीन यात्रा सीज़न के लिए विशेष छूट पैकेज तैयार कर उन्हें लागू करें। उन्होंने कहा कि इन पैकेजों से न केवल पर्यटन गतिविधियों में वृद्धि होगी, बल्कि स्थानीय लोगों को भी रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को कहा कि सीएसआर फंड का उपयोग जनहित के कार्यों के लिए जिला स्तर पर व्यापक रूप से किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि इस फंड से ऐसे कार्यों को प्राथमिकता दी जाए, जिनसे आम जनता को सीधे लाभ मिल सके और स्थानीय विकास को गति मिले।


मुख्यमंत्री ने प्रमुख स्थानों पर अलाव, रेन बसेरा और बर्फ हटाने की व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करने के साथ-साथ शीतकालीन चारधाम यात्रा के समापन के बाद यात्रा मार्गों और श्रद्धालुओं द्वारा छोड़े गए कचरे के उचित निस्तारण के निर्देश भी दिए। संबंधित विभागों को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि कचरे का प्रभावी प्रबंधन किया जाए और पर्यावरण को प्रदूषण से बचाया जा सके। इस पहल का उद्देश्य न केवल यात्रियों की सुविधा बनाए रखना है, बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य और धार्मिक स्थलों की स्वच्छता भी सुनिश्चित करना है।


मुख्यमंत्री ने स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने तथा ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में समग्र विकास सुनिश्चित करने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण पहलुओं एवं उनके व्यापक प्रचार-प्रसार पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जीआई टैग से संबंधित उत्पादों को निर्यात योग्य बनाने की दिशा में ठोस कार्य किए जाने की आवश्यकता है। इस संबंध में प्रत्येक जनपद को अपनी विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर लेनी चाहिए। इसके साथ ही, उन्होंने प्रत्येक जनपद और विकासखंड में पर्यटन स्थलों के विकास के लिए विशेष योजनाएँ तैयार करने की आवश्यकता पर भी बल दिया, जिससे न केवल स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि शहरों और कस्बों की सुंदरता और स्वच्छता को बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है, इसलिए उद्यानिकी और हरित क्षेत्रों के विकास पर ध्यान देने के साथ-साथ बस-स्टैंड, रेलवे स्टेशन और प्रमुख मार्गों पर सफाई व्यवस्था को प्राथमिकता दी जाए, ताकि नागरिकों और पर्यटकों दोनों के लिए सुविधाजनक और आकर्षक वातावरण सुनिश्चित किया जा सके।


मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय और आंतरिक सुरक्षा को सुदृढ़ बनाने के लिए जिला स्तर पर नियमित सत्यापन और निरीक्षण अभियान चलाने का निर्देश दिया। उन्होंने सीमा क्षेत्रों में विशेष निगरानी बनाए रखने और प्रमुख पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, शहरों और संवेदनशील इलाकों में सीसीटीवी कैमरों की पूरी व्यवस्था और उनकी रियल-टाइम मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने को कहा। सुरक्षा के लिए आवश्यक मैनपावर, तकनीक और अन्य संसाधनों की जरूरत होने पर तुरंत मुख्यालय और शासन को अवगत कराने का भी निर्देश दिया गया। नशा समस्या पर नियंत्रण के लिए संभावित क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरों की स्थापना और डीजीपी के मार्गदर्शन में नशा मुक्ति अभियान के लिए समर्पित टीम बनाने की व्यवस्था की जाएगी। मुख्यमंत्री ने सड़क पर घूमते बेसहारा पशुओं के प्रबंधन, स्वास्थ्य सेवाओं की सुचारू व्यवस्था, बागवानी के विकास और भूमि अतिक्रमण जैसी महत्वपूर्ण व्यवस्थाओं का पालन सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया।


मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को अल्मोड़ा के द्वाराहाट क्षेत्र के द्रोणगिरी, चंपावत के श्यामलाताल-देवी धूरा और अन्य क्षेत्रों में स्पिरिचुअल इकोनॉमिक जोन विकसित करने की संभावनाओं का सर्वेक्षण कर विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। *इसके साथ मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाएँ। जिलाधिकारी लगातार मॉनिटरिंग करें और सुनिश्चित करें कि स्वास्थ्य सुविधाएँ समय पर और प्रभावी रूप से जनता तक पहुँच रही हों। किसी भी समस्या या कमी की तुरंत पहचान कर उसके सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाएँ और समय-समय पर जिला अस्पतालों का औचक निरीक्षण करें।* सीएम हेल्पलाइन की नियमित मॉनिटरिंग और बीडीसी बैठक, तहसील दिवस तथा जनसुनवाई चौपाल के माध्यम से जनता की समस्याओं के समय पर समाधान सुनिश्चित करने पर जोर दिया।


मुख्यमंत्री ने राज्य के प्रमुख शहरों में बढ़ते यातायात जाम की समस्या को गंभीरतापूर्वक लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि जाम की समस्या का शीघ्र और समयबद्ध समाधान सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने राज्य की सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने के लिए कड़े निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य भर में क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत को प्राथमिकता के आधार पर किया जाए और मरम्मत कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने उन क्षेत्रों की पहचान करने का निर्देश भी दिया, जहां बार-बार सड़कों की स्थिति खराब होने और नागरिकों की शिकायतें अधिक आने की समस्या है। इन क्षेत्रों पर नियमित और विशेष निगरानी रखी जाए ताकि समय रहते सुधार किए जा सकें और जनता को सुगम एवं सुरक्षित मार्ग उपलब्ध हो सकें। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से यह भी कहा कि मरम्मत कार्यों की निगरानी में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने बैठक में प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता लाने, कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने, आगामी शीतकालीन यात्रा की तैयारियों को तेज करने तथा सभी पर्यटक स्थलों पर सड़क, पेयजल, पार्किंग जैसी सुविधाओं को मजबूत करने के निर्देश दिए। उन्होंने राज्य की सभी सड़कों को प्राथमिकता के आधार पर गड्ढ़ा मुक्त करने के निर्देश दिए।


 मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को पिछले तीन साल में बने स्थाई निवासी प्रमाण पत्रों की जांच के निर्देश देते हुए गलत तरीके से बने प्रमाण पत्र में संलिप्त लोगों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। 


बैठक में प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ, अपर पुलिस महानिदेशक अभिसूचना एवं सुरक्षा  अभिनव कुमार, कुमाऊं मण्डल आयुक्त  दीपक रावत सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।


 हरिद्वार:




नौसेना दिवस - 2025 की गतिविधियों के अंतर्गत, AKUMS ने 16 नवंबर 2025 को हरिद्वार से देहरादून और देहरादून से हरिद्वार  एक साइकिल यात्रा का आयोजन किया। 


सुबह 0600 बजे AKUMs के प्रबंध निदेशक  संदीप जैन ने AKUMS के वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों और DQA (नौसेना) सेल हरिद्वार के कर्मियों की उपस्थिति में हरिद्वार शहर के नौ साइकिल चालकों  को AKUMS से रवाना  किया। 

कार्यक्रम को हरी झंडी दिखाते हुए श्री संदीप जैन ने कहा कि AKUMS को इस महत्वपूर्ण अवसर का हिस्सा बनने पर बेहद गर्व है और उन्होंने riders  को एक बहुत ही सुरक्षित और सफल यात्रा की शुभकामनाएं दीं। भारतीय नौसेना के कैप्टन एमके छाबड़ा ने मुख्य अतिथि को नौसेना का स्मृति चिन्ह भेंट करके सम्मानित किया और इस सम्मानजनक कार्यक्रम के साथ AKUMS के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।


“We R Riders Haridwar” हरिद्वार का एक endurance साइक्लिस्ट समूह है, जो हर रविवार Century Rides (100 किमी) के साथ-साथ कई अन्य साइक्लिंग अभियानों में भाग लेता है।


इस राइड में शामिल रहे: कैप्टन एम.के. छाबड़ा, डॉ. सुनील जायसवाल, श्री मनोज कपिल, श्री संजय पटेल, श्री विशाल गुप्ता, श्री सुमित राठौड़, श्री गौरव गिरी, श्री शिवम सिंह और श्री अनुराग।


इस ग्रुप का मुख्य उद्देश्य नियमित और सामुदायिक साइक्लिंग के माध्यम से एक स्वस्थ जीवनशैली को प्रेरित करना, और उन लोगों को एक साथ लाना है जो राइडिंग, फिटनेस और प्रकृति के प्रति समान जुनून रखते हैं।

 जनपद में बेसहारा असहाय एवं गरीब लोगों को शीत लहर से बचाने के लिए अलाव जलाने एवं रैन बसेरे के लिए तत्काल स्थान चिन्हित करे अधिकारी- मुख्य विकास अधिकारी*



*कोहरे के कारण कोई सड़क दुर्घटना गठित न हो इसके लिए संबंधित अधिकारियों को पशुओं में रेडियम कॉलर एवं ट्रैक्टर ट्रॉली एवं दुपहिया वाहनों में रिफ्लेक्टर लाइट लगाने के निर्देश दिए।*

*उन्होंने शीत लहर के दृष्टिगत सभी उप जिलाधिकारियों को अपने अपने तहसीलों में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करने के दिए निर्देश।*



*हरिद्वार 17 नवंबर 2025*


             शीत लहर के दृष्टिगत जनपद में गरीब बेसहारा एवं असहाय लोगो को ठंड के प्रकोप से बचाने के लिए की जाने वाली तैयारियों एवं व्यवस्थाओं के लिए जिला कार्यालय सभागार  में मुख्य विकास अधिकारी ललित नारायण मिश्र की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई।
   बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ललित नारायण मिश्र ने सभी उप जिलाधिकारियों,नगर निगम,नगर पालिका,नगर पंचायतों एवं जिला पंचायतों के अधिकारियों को निर्देश दिए ही कि शीत लहर से बचने के लिए जनपद में विभिन्न स्थानों पर जलाए जाने वाले अलाव के लिए स्थान चिन्हित करने के निर्देश दिए।इसके साथ ही उन्होंने रैन बसेरों में सभी सुविधाएं जैसे बिस्तर,विद्युत, स्वच्छ पानी, शौचालय आदि से संबंधित का निरीक्षण कर सभी व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश दिए।
   उन्होंने उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिए है कि वह संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर अपने अपने क्षेत्रों में सभी व्यवस्थाएं समय रहते दुरुस्त करले ताकि शीत लहर के कारण किसी भी गरीब व्यक्ति को परेशानी न होने पाए।
      उन्होंने सभी रैन बसेरों में साइन बोर्ड लगवाने के भी निर्देश दिए ताकि सभी लोगों को इसकी जानकारी हो सके तथा  उन्होंने कोहरे के कारण कोई सड़क दुर्घटना न हो इसके लिए उन्होंने परिवहन विभाग को निर्देश दिए है कि तेज रफ्तार वाहनों पर नियंत्रण रखें एवं ट्रैक्टर ट्रॉली एवं दुपहिया वाहनों पर रिफ्लेक्टर लाइट लगाने के निर्देश दिए।
      उन्होंने पशुपालन विभाग एवं नगर निगम एवं नगर पालिका को निर्देश दिया है कि आवारा पशुओं के कारण कोई सड़क दुर्घटना न हो इसके लिए पशुओं के गले में रेडियम कॉलर लगाने के भी निर्देश दिए।
     इस दौरान अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरके सिंह,उप जिलाधिकारी जितेंद्र कुमार,सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान, आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत,जिला पशु चिकित्सधिकारी डीके चंद, रुड़की एआरटीओ(ए) एल्विन सहित नगर निगम, नगर पालिका,जिला पंचायत के खंड विकास अधिकारी मौजूद रहे।

 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से रविवार को मुख्यमंत्री आवास में राज्य सभा सांसद श्री नरेश बंसल के नेतृत्व में बार एसोसिएशन देहरादून के प्रतिनिधि मंडल ने भेंट की। इस दौरान अधिवक्ताओं ने विभिन्न मांगों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा। जिस पर मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।


इस दौरान राज्य सभा मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह


धामी से रविवार को मुख्यमंत्री आवास में बार एसोसिएशन देहरादून के प्रतिनिधि मंडल ने भेंट की।


इस दौरान देहरादून बार एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री मनमोहन कंडवाल, श्री राजवीर, अन्य लोग मौजूद रहे।


 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह से शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से एयर फोर्स ऑडिट ब्रांच देहरादून में ही यथावत रहने देने और ग्वालदम–नंदकेसरी–थराली–देवाल–मुन्दोली–वाण मोटर मार्ग के रख-रखाव का कार्य लोक निर्माण विभाग से ही कराए जाने का अनुरोध किया। 


मुख्यमंत्री धामी ने अवगत कराया कि एयर फोर्स ऑडिट ब्रांच लंबे समय से देहरादून में बिना किसी व्यवधान के संचालित हो रही है। प्रदेश की सीमाएँ चीन व नेपाल से लगने तथा यहां सेना व सुरक्षा बलों के अनेक महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान होने के कारण देहरादून का सामरिक महत्व अत्यंत अधिक है। उन्होंने रक्षा मंत्री से अनुरोध किया कि एयर फोर्स ऑडिट ब्रांच देहरादून से ही यथावत संचालित रहे, इसके लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जाएँ।


मुख्यमंत्री ने ग्वालदम –नंदकेसरी– थराली–देवाल–मुन्दोली–वाण मोटर मार्ग के रख-रखाव एवं अनुरक्षण का कार्य भविष्य में भी उत्तराखण्ड लोक निर्माण विभाग (PWD) के पास ही बनाए रखने का अनुरोध भी किया। उन्होंने कहा कि यह मार्ग विश्वप्रसिद्ध नंदा देवी राजजात यात्रा का प्रमुख रूट है, जिसकी अगली यात्रा वर्ष 2026 में प्रस्तावित है। प्रदेश की धार्मिक, सांस्कृतिक आस्था से जुड़े इस महत्वपूर्ण आयोजन की सुचारू व्यवस्था के लिए मार्ग का रख-रखाव स्थानीय स्तर पर लोक निर्माण विभाग द्वारा किया जाना अत्यंत आवश्यक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय परिस्थितियों, समन्वय तथा त्वरित कार्य निष्पादन के दृष्टिगत लोक निर्माण विभाग ही इस मार्ग के रख-रखाव के लिए सर्वोत्तम विभाग है तथा इससे आगामी यात्रा सहित स्थानीय आवागमन को भी बड़ी सुविधा मिलेगी।


रक्षा मंत्री ने मुख्यमंत्री द्वारा प्रस्तुत विषयों पर सकारात्मक रूप से विचार करने का आश्वासन दिया।


 *देहरादून में ऑडिट दिवस-2025 का हुआ आयोजन* 


• 16 से 29 नवम्बर तक होगा ऑडिट जागरूकता गतिविधियों का आयोजन

• देहरादून में चित्रकला, रंगोली, कार्यशालाएँ, संगोष्ठियाँ, वॉकथॉन एवं ऑडिट मेला आयोजित

देहरादून : 16 नवम्बर का दिन भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा विभाग के देहरादून स्थित तीनों कार्यालयों में ऑडिट दिवस के रूप में मनाया गया। इसके साथ ही 16 से 29 नवम्बर तक चलने वाली ऑडिट के प्रति जागरूकता सम्बन्धी गतिविधियों का शुभारम्भ किया गया। इस दौरान सुशासन के एक महत्त्वपूर्ण साधन के रूप में ऑडिट की महत्ता के प्रति जनसामान्य तथा हितधारकों में जागरूकता के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।


सुशासन में भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (कैग) के योगदान तथा देश के सर्वोच्च लेखापरीक्षा संस्थान के गौरवशाली इतिहास और लम्बी विकास-यात्रा को अभिचिह्नित करने के लिए भी ये दिवस मनाया गया। 


इस अवसर पर मुख्य कार्यक्रम ऑडिट दिवस-2025 नई दिल्ली स्थित कैग मुख्यालय में उप-राष्ट्रपति श्री सीपी राधाकृष्णन की अध्यक्षता में आयोजित किया गया, जिसमें महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी) उत्तराखण्ड मोहम्मद परवेज आलम तथा महालेखाकार (लेखापरीक्षा) उत्तराखण्ड श्री संजीव कुमार ने प्रतिभाग किया। देहरादून स्थित सभी कार्यालयों के कार्मिकों ने भी कार्यक्रम में ऑनलाइन भाग लिया।


ऑडिट दिवस की गतिविधियों के अंतर्गत कौलागढ़ स्थित ऑडिट भवन में बच्चों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता, महिलाओं के लिए रंगोली प्रतियोगिता, कार्मिकों एवं हितग्राहियों के लिए कार्यशालाएं, पर्यावरण एवं वन्यजीव संरक्षण पर संगोष्ठियां, एक वॉकथॉन, कौलागढ़ परिसर में ऑडिट मेला और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना है। इस दौरान संस्थान की समस्त हितग्राहियों तक पहुँच तथा उनके साथ संबंधों की प्रगाढ़ता पर विशेष ध्यान केन्द्रित रहेगा।

 नई दिल्ली स्थित उत्तराखण्ड निवास में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारत दर्शन शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम 2025 में देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र के मेधावी छात्र-छात्राओं के साथ संवाद किया। मुख्यमंत्री विश्वास व्यक्त किया कि इस भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों ने बहुमूल्य अनुभव प्राप्त किए होंगे। उन्होंने सभी विद्यार्थियों को उनके विद्यालय में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई दी और बताया कि इस तरह के शैक्षिक भ्रमण अब राज्य स्तर पर भी शुरू किए जा रहे हैं


मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्ञान, विज्ञान और अनुसंधान से नई चीजें सीखने का अवसर मिलता है। उन्होंने अपने विद्यार्थी जीवन का अनुभव साझा किया करते हुए बताया कि उनके पिताजी के सेना से सेवानिवृत्त होने के समय वे 9वीं कक्षा के छात्र थे और 10वीं उत्तीर्ण करने के लिए अकेले खटीमा से नैनीताल एक्सप्रेस पकड़कर सागर गए थे। यह उनका पहला शैक्षिक भ्रमण था जिसने उन्हें सतत सीखने की प्रेरणा दी। उन्होंने विद्यार्थियों को जीवन में उद्देश्य निर्धारित करने और स्वअनुशासन अपनाने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी भारत के भविष्य के कर्णधार हैं और युवाओं के कंधों पर देश की जिम्मेदारियां आएंगी। पढ़ाई का समय पुनः नहीं आता, इसलिए परिश्रम, कौशल और नियमों का पालन करते हुए लक्ष्य प्राप्त करना आवश्यक है।


मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से कहा कि लेखन प्रक्रिया को साफ-सुथरा बनाना चाहिए। कभी अपने लक्ष्यों से भटकें नहीं। स्वामी विवेकानंद का स्मरण करते हुए उन्होंने कहा कि मनुष्य के अंदर असीम शक्ति है, जिसे पाने के लिए स्वयं पर विश्वास करना, एकाग्र रहना और लगातार प्रयास करते रहना जरूरी है। l उन्होंने छात्रों को समय प्रबंधन के प्रति जागरूक रहने की सलाह दी। ऐसा करने से विद्यार्थी अपनी गलतियों में सुधार कर सकेंगे और समय का सही उपयोग कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि जीवन में चुनौतियां और प्रतिस्पर्धा जरूरी हैं, इनके बिना जीवन प्रेरणाहीन बन जाएगा।


उल्लेखनीय है कि देवप्रयाग विधानसभा से विधायक श्री विनोद कंडारी ने आठ वर्ष पूर्व इस पहल की शुरुआत की थी। इस वर्ष भारत दर्शन शैक्षिक भ्रमण 2025 के तहत देवप्रयाग के मेधावी छात्रों ने ऐतिहासिक साबरमती आश्रम का भ्रमण किया। इस अवसर पर छात्रों के साथ उनके शिक्षक-शिक्षिकाएं भी उपस्थित थे।

 नई दिल्ली स्थित उत्तराखण्ड निवास में उत्तराखण्ड राज्य की रजत जयंती वर्ष के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रवासी उत्तराखण्डी अधिवक्ताओं के साथ संवाद किया। 



lइस दौरान उन्होंने राज्य के विकास हेतु अधिवक्ताओं के साथ गहन विचार-मंथन किया। इस दौरान उन्होंने कानून व्यवस्था को सुदृढ़, पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों और नीतिगत पहलों की जानकारी साझा की।


मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में बताया कि सरकार ने राज्य के व्यापक हितों को ध्यान में रखते हुए ऐतिहासिक और कठोर कानून लागू किए हैं। उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य है जिसने समान नागरिक संहिता लागू की है। उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रियाओं को पारदर्शी बनाने और नकल माफियाओं पर अंकुश लगाने के लिए देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया गया, जिसके परिणामस्वरूप अब तक 26,500 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी मिली और 100 से अधिक नकल माफिया जेल भेजे गए।


मुख्यमंत्री ने कहा कि सांस्कृतिक मूल्यों और जनसांख्यिकी के संरक्षण के लिए सरकार सख्त धर्मांतरण विरोधी और दंगा विरोधी कानून लागू कर चुकी है। “ऑपरेशन कालनेमी” के तहत अवैध गतिविधियों और लैंड जिहादियों पर कार्रवाई कर 10,000 एकड़ से अधिक सरकारी भूमि मुक्त कराई गई, 300 अवैध मदरसे और 1000 से अधिक अवैध संरचनाएं हटाई गईं। नए कानून के तहत मदरसा बोर्ड समाप्त कर दिया गया है और जो मदरसे सरकारी सिलेबस नहीं पढ़ाएंगे, उन्हें बंद किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने सिलक्यारा टनल रेस्क्यू अभियान का भी उल्लेख किया, जो प्रशासनिक समन्वय, तकनीकी दक्षता और मानवीय संवेदनशीलता का उदाहरण है। उन्होंने राज्य में औद्योगिक और आर्थिक विकास की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला। जी20 बैठकों का सफल आयोजन और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान 3.56 लाख करोड़ रुपये के एमओयू हुए, जिनमें से डेढ़ वर्ष के भीतर 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं धरातल पर उतारी गई हैं। नीति आयोग की 2023-24 की रिपोर्ट में उत्तराखण्ड 79 अंकों के साथ शीर्ष प्रदर्शन करने वाले राज्यों में शामिल है। बिजनेस रिफॉर्म एक्शन प्लान 2024 में राज्य को पांच प्रमुख सुधार श्रेणियों में ‘टॉप अचीवर्स’ का पुरस्कार मिला, और हिमालयी राज्यों में वित्तीय प्रदर्शन में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ।


मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पर्यटन क्षेत्र में भी राज्य ने महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। आपदाओं के बावजूद इस वर्ष लगभग 51 लाख श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा पूरी की। सरकार ने “शीतकालीन यात्रा” की शुरुआत की, जिससे पर्यटक धार्मिक स्थलों के साथ अन्य पर्यटन स्थलों का भी आनंद ले सकेंगे। राज्य में रेल परियोजना, रोपवे विकास और हेलीपोर्ट निर्माण जैसी पहलें आधुनिक परिवहन नेटवर्क का निर्माण कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने पर्यावरण और तकनीक के संतुलन के लिए ‘इकोलॉजी, इकोनॉमी और टेक्नोलॉजी’ नीति को अपनाने का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि खेल और युवा सशक्तिकरण के क्षेत्र में सरकार सक्रिय है। 38वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखण्ड ने 103 पदक जीतकर सातवां स्थान प्राप्त किया। राज्य के उदीयमान खिलाड़ियों को प्रशिक्षण, खेल सामग्री, प्रोत्साहन राशि और उन्नत सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।


मुख्यमंत्री ने गर्व के साथ कहा कि उत्तराखण्ड ने अपनी 25 वर्षों की विकास यात्रा को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि अब राज्य के लिए अगले 25 वर्षों की दिशा निर्धारित करने का समय है। इस नए युग में उत्तराखण्ड की नीतियों और विकास रणनीतियों को और अधिक सुदृढ़, न्यायसंगत और जनहितकारी बनाने हेतु उन्होंने विधिक बंधुओं से अपने बहुमूल्य सुझाव, मार्गदर्शन और अनुभव साझा करने का हार्दिक आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि विधिक समुदाय के सहयोग से उत्तराखण्ड एक ऐसा मॉडल राज्य बनेगा, जो न्याय, विकास और सुशासन के क्षेत्र में देश के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगा।


इस अवसर पर उत्तराखण्ड सरकार की मीडिया सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रो. गोविन्द सिंह, भाजपा प्रदेश महामंत्री श्रीमती दीप्ति रावत भारद्वाज, उत्तराखण्ड के उप महाधिवक्ता श्री जतीन्द्र कुमार सेठी, दिल्ली बार काउंसिल सचिव श्री विक्रम सिंह पंवार, भाजपा दिल्ली प्रदेश लीग सेल कन्वेनर श्री नीरज गुप्ता, वरिष्ठ अधिवक्ता श्री कुलदीप सिंह परिहार, उत्तराखण्ड के अपर महाधिवक्ता श्री राहुल वर्मा, सर्वोच्च न्यायालय में वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीमती सुनीता वर्मा सहित श्री रोहित डंडरियाल, श्री जर्नादन त्रिपाठी, सुश्री अदिति रावत, श्री वरुण बडोला आदि अधिवक्ता उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता श्री विजय जोशी ने किया।

 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि समाज को सही दिशा देने और सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं को आम जनता तक पहुंचने में मीडिया की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है।



 मीडिया अपने कर्तव्य और कार्यों से एक विकसित समाज का निर्माण कर सकता है। उन्होंने कहा मीडिया ही जनता और सरकार के बीच सेतु का कार्य करता है जिससे सामाजिक सरोकारों को आगे बढ़ाने में सहायता मिलती है। 

महानिदेशक सूचना श्री बंशीधर तिवारी ने भी सभी पत्रकारों को राष्ट्रीय प्रेस दिवस की शुभकामनाएं दीं हैं।


देहरादून ;


राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर जिला सूचना कार्यालय, देहरादून में वरिष्ठ पत्रकर वीडी शर्मा की अध्यक्षता में  “बढ़ती भ्रामक सूचनाओं के बीच प्रेस की विश्वसनीयता का संरक्षण” थीम पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी का संचालन अतिरिक्त जिला सूचना अधिकारी रवेन्द्र सिंह ने किया। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ पत्रकार वीडी शर्मा ने कहा कि भ्रामक समाचार पत्रकारिता पर एक संकट है, किन्तु इसका समाधान भी हमे स्वयं ही ढूंडना है। उन्हांेेने पत्रकारिता के मानक तय करने पर बल दिया। साथ ही पत्रकारगणों को भी तथ्य की पड़ताल कर खबर प्रकाशित व प्रसारित करने का अनुरोध किया। कहा कि पहले समाचार की सत्यता को परखते हुए पुष्टि उपरान्त ही प्रसारित किया जाए, ताकि समाज को भ्रामक खबरो से बचाया जाए। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि डिजिटल माध्यमों के तेज़ी से विस्तार के साथ फेक न्यूज़, आधी-अधूरी सूचनाएँ एवं दुष्प्रचार जैसी चुनौतियाँ तेजी से बढ़ी हैं, जिनसे न केवल समाज भ्रमित होता है बल्कि मीडिया की विश्वसनीयता पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इसलिए पत्रकारिता के इस संवेदनशील दौर में तथ्य-जाँच, स्रोतों की पुष्टि, निष्पक्ष रिपोर्टिंग और नैतिक पत्रकारिता की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। 

वरिष्ठ पत्रकार घनश्याम चन्द्र जोशी प्रेस भारतीय प्रेस परिषद के इतिहास पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रेस को भ्रामकता से बचाना भी हम पत्रकारों का ही दायित्व है। एआई औार सोशल मीडिया के इस दौरा में भ्रामक समाचार की वृद्वि हुई है, किसी भी समाचार की पड़ताल व पुष्टि उपरान्त ही प्रसारित करने की बड़ी जिम्मेदारी पत्रकार की है। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार अशोक शर्मा, अनिल मित्तल, आलोक शर्मा, सुभाष कुमार, अर्जुन भण्डारी, विनित गुप्ता, बसंत पंत, नवीन जोशी, जगमोहन मौर्य,हरप्रीत, प्रशांत चौधरी आदि ने अपने विचार व्यक्त किए। 

इस अवसर पर अतिरिक्त जिला सूचना अधिकारी रवेन्द्र सिंह, वरिष्ठ पत्रकार घनश्याम चन्द्र जोशी,  अशोक शर्मा, अनिल मित्तल, आलोक शर्मा, सुभाष कुमार, अर्जुन भण्डारी, विनित गुप्ता, बसंत पंत, नवीन जोशी, जगमोहन मौर्य,हरप्रीत, प्रशांत चौधरी, नवीन जोशी, जसंवत सिंह, संगीता बुटोला, पिटर जोन, सहायक लेखाकार अंजली, कनिष्ट सहायक इन्द्रेश कोठारी, पंकज आर्य, मुकुल, रितेश आदि उपस्थित रहे।  


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