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  विकास खण्ड नौगांव में बीडीसी बैठक में अपने क्षेत्र की जन समस्याओं को सोबन सिंह राणा ने जिलाधिकारी  के समक्ष प्रस्तुत किया, वह न केवल जागरूकता का परिचायक है बल्कि एक जिम्मेदार जन सेवा की भूमिका भी दर्शाता है। ग्राम सराना चक मोटर मार्ग और ग्राम पंचायत चोपड़ा में आंगनबाड़ी भवन के निर्माण का प्रस्ताव , शिक्षा और ग्रामीण विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। साथ ही न्याय पंचायत गढ़ में बहुदेशीय शिविर की मांग व नेटवर्क सुधार के लिए उनके द्वारा वार्ता की गई ।



जेष्ठ प्रमुख श्रीमती सीमा चौहान  का धन्यवाद   करते हुए उन्होंने कहा कि  बीडीसी बैठक में मंच प्रदान करने का अवसर देने के लिये वह आभारी है।। इस तरह की बैठकों में सक्रिय भागीदारी से ही स्थानीय विकास को गति मिलती है।

 प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नव नियुक्त अध्यक्ष श्री गणेश गोदियाल के स्वागत की भव्य तैयारियों में जुटे कांग्रेस नेता

Ganesh Godiyal New chairman congress uttarakhand



प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष श्री गणेश गोदियाल कल दिनांक 16 नवम्बर 2025 को अपना कार्यभार ग्रहण करेंगे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री गणेश गोदियाल के साथ ही प्रदेश इलेक्शन कैम्पेंन कमेटी के चेयरमैन एवं सीईसी सदस्य श्री प्रीतम सिंह, सीडब्लूसी सदस्य श्री करन माहरा एवं चुनाव प्रबन्धन समिति के अध्यक्ष डॉ0 हरक सिंह रावत के भव्य स्वागत की तैयारी हेतु आज कांग्रेस पार्टी कार्यालय में वरिष्ठ नेताओं की निगरानी में तैयारी को अंतिम रूप दिया गया।
उपरोक्त जानकारी देते हुए प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि ने बताया कि श्री गणेश गोदियाल कल प्रातः 9ः30 बजे नई दिल्ली से चलकर जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट पहुंचेंगे जहां पर कार्यकर्ताओं द्वारा उनका भव्य स्वागत किया जायेगा। इसके उपरान्त प्रदेश अध्यक्ष का काफिला भानियावाला, डोईवाला, मियांवाला, रिस्पिना, धर्मपुर होते हुए अपराह्र 12ः05 बजे कांग्रेस कार्यालय पहुंचेगा जहां पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा आयोजित समारोह में कांग्रेस नेताओं का भव्य स्वागत किया जायेगा।
कार्यक्रम की तैयारियों में विधायक लखपत सिंह बुटोला, पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, प्रदेश कांग्रेस महामंत्री राजेन्द्र भंडारी, मीडिया चेयरमैन राजीव महर्षि, प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र शाह, विजय सारस्वत, अश्विनी बहुगुणा, आमेन्द्र बिष्ट, प्रदेश प्रवक्ता डॉ0 प्रतिमा सिंह, अखिलेश उनियाल, मुकेश नेगी, प्रदीप थपलियाल, रधुवीर बिष्ट, सुरेन्द्र सिंह रांगड़, महानगर अध्यक्ष डॉ0 जसविन्दर सिंह गोगी, पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, हंसपाल बिष्ट देर रात्रि तक कांग्रेस मुख्यालय में मौजूद थे।

 बहादराबाद (हरिद्वार);

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विश्व हिन्दू परिषद उत्तराखण्ड के सेवा विभाग द्वारा संचालित व्यापक सेवा कार्यों के परिप्रेक्ष्य में 24 घण्टे का भव्य सेवा कुंभ आज सायं 6 बजे विविध संत-महात्माओं एवं विशिष्ट अतिथियों के पावन सान्निध्य में प्रारम्भ हुआ। उद्घाटन सत्र में सेवा विभाग की वार्षिक प्रेरक पत्रिका “सेवा क्रांति” का लोकार्पण सम्पन्न हुआ, जिसमें उत्तराखण्ड के दुर्गम क्षेत्रों में चल रहे शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कार, स्वावलम्बन एवं समरसता आधारित सेवा प्रकल्पों का विस्तृत उल्लेख किया गया है।


विश्व हिन्दू परिषद के सेवा विभाग द्वारा आयोजित सेवा कुंभ के उद्घाटन समारोह के अवसर पर परम पूज्य महामंडलेश्वर सुरेन्द्रानंद गिरि महाराज ने कहा कि सेवा ही धर्म का प्राण है। विश्व हिन्दू परिषद जिन संस्कार-दीपों को जलाकर समाज के अंधकार को दूर कर रही है, वह केवल कार्य मात्र ही नहीं राष्ट्र निर्माण का विराट संकल्प है। वात्सल्य वाटिका व मातृ आंचल जैसी सेवाएँ संत समाज के लिए अत्यंत संतोष का विषय हैं। विश्व हिन्दू परिषद के अखिल भारतीय सहसेवा प्रमुख, केन्द्रीय सहमंत्री आनंद हरबोला ने कहा सेवा का अर्थ केवल तात्कालिक समाधान नहीं वरन आत्मनिर्भर समाज का निर्माण है। परिषद के प्रशिक्षण केंद्र और स्वावलम्बन परियोजनाएँ हजारों परिवारों का भविष्य बदल रही हैं। सेवा कुंभ समाज-सेवकों के लिए मार्गदर्शन और ऊर्जा का मंच है।


आदेश चौहान विधायक रानीपुर विधानसभा ने कहा अंधविश्वास, व्यसन, कुरीतियों और सामाजिक भय को दूर करने का जो विराट कार्य विश्व हिन्दू परिषद कर रही है वह उत्तराखण्ड ही नहीं बल्कि समूचे राष्ट्र के लिए अनुकरणीय मॉडल है। संघ का स्पष्ट मत है कि सेवा-भाव से प्रेरित संगठन ही समाज के अंतिम छोर तक उम्मीद की किरण पहुँचा सकता है और परिषद ने इस सिद्धांत को अपने प्रत्येक प्रकल्प में चरितार्थ किया है। हमें विश्वास है कि आने वाले वर्षों में परिषद के सेवा कार्य समाज-परिवर्तन की निर्णायक धुरी बनेंगे और उत्तराखण्ड राष्ट्रव्यापी सेवा-आन्दोलन का पथ-प्रदर्शक बनेगा। राधेश्याम द्विवेदी संयुक्त क्षेत्र सेवा प्रमुख विश्व हिन्दू परिषद उत्तराखण्ड उत्तरप्रदेश ने कहा विश्व हिन्दू परिषद उत्तराखण्ड का सेवा विभाग आज उन क्षेत्रों में प्रकाश पहुँचा रहा है जहाँ वर्षों से जीवन संघर्ष, अभाव और निराशा के सिवा कुछ नहीं था। सेवा विभाग ने यह सिद्ध किया है कि संगठित सेवा ही सामाजिक पुनर्निर्माण का आधार है। हमारा संकल्प है कि सेवा कार्यों को हर ब्लॉक, हर गाँव तक पहुँचाया जाए। इस सेवा कुंभ में सेवा विभाग के कार्यकर्ताओं द्वारा प्रकल्पों की उपलब्धियाँ, अनुभव, चुनौतियाँ और भविष्य की योजना पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। विश्व हिन्दू परिषद उत्तराखण्ड का सेवा कुंभ केवल एक कार्यक्रम नहीं वरन समाज के सर्वांगीण उत्थान की दिशा में चल रहा एक जीवंत और प्रेरक आन्दोलन है। हमारा उद्देश्य सबल समाज, संस्कारित समाज और समरस राष्ट्र निर्माण करना है। प्रदीप मिश्रा प्रबंधक वात्सल्य वाटिका ने कहा कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन तभी संभव है जब सेवा और संस्कार एक साथ चलें। विश्व हिन्दू परिषद के प्रकल्प इसी दिशा में मार्गदर्शक सिद्ध हो रहे हैं।


सेवा कुंभ के शुभारंभ अवसर पर प्रमुख रुप से संजीव गुप्ता, धीरेन्द्र शर्मा प्रांत मंत्री भारत गगन अग्रवाल, प्रदीप मिश्रा, अनुज वालिया प्रांत संयोजक बजरंग दल, कमलेश सिंह, अनिल भारतीय, बलराम कपूर, रविभूषण जोशी, कुसुमलता शर्मा, अरूण गुप्ता, सुनील गाबा, रवि चौहान, ममता गोयल, जीवेंद्र तोमर, दीपक तालियान के साथ सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता एवं जनसामान्य उपस्थित रहे।




आज दिनांक 15 नवम्बर 2025 को उत्तराखण्ड राज्य में भूकंप से संभावित जोखिमों के दृष्टिगत एक राज्यव्यापी मॉक ड्रिल का सफल आयोजन किया गया। आपदा प्रबंधन विभाग के समन्वय में आयोजित इस अभ्यास में SDRF उत्तराखण्ड ने अग्रणी भूमिका निभाते हुए विभिन्न जनपदों में तैनात अपनी 42 टीमों के माध्यम से व्यापक स्तर पर राहत एवं बचाव गतिविधियों का प्रदर्शन किया।

mock drill 42 uttarakhand SDRF


अभ्यास के दौरान SDRF ने जिला पुलिस, NDRF, आर्मी, फायर सर्विस, रेड क्रॉस एवं अन्य आपदा प्रबंधन इकाइयों के साथ संयुक्त रूप से सर्च ऑपरेशन, कैजुअल्टी इवैक्यूएशन, फंसे हुए व्यक्तियों का सुरक्षित रेस्क्यू, क्रिटिकल एरिया रिस्पॉन्स, कमांड एवं कंट्रोल सिस्टम, संचार व्यवस्था आदि प्रक्रियाओं का वास्तविक परिस्थितियों के अनुरूप अभ्यास किया।


*मॉक ड्रिल का प्रमुख उद्देश्य*


भूकंप आने की स्थिति में तत्काल और संगठित प्रतिक्रिया क्षमता को परखना,

विभिन्न एजेंसियों के बीच इंटर-एजेंसी कोऑर्डिनेशन को मजबूत बनाना,

संसाधनों की उपलब्धता एवं उपयोग का मूल्यांकन, तथा

नागरिकों में जागरूकता एवं सुरक्षा प्रणाली को सुदृढ़ करना रहा।


*इन परिदृश्यों पर हुई मॉक ड्रिल* 

 बहुमंजिला आवासीय भवन का ढह जाना।

 अस्पताल भवन का आंशिक रूप से ढह जाना, मरीज/स्टाफ का रेस्क्यू।

 विद्यालय/कॉलेज क्षतिग्रस्त होने से बच्चों का फंसना और रेस्क्यू ऑपरेशन।

 घायलों को चिकित्सा शिविरों तक ले जाने के लिए एम्बुलेंस रूट प्रबंधन।

 बांध की विफलता के उपरांत राहत एवं बचाव कार्य। डाउनस्ट्रीम में अलर्ट।

 अपार्टमेंट/शापिंग मॉल, कॉम्प्लेक्स का ढह जाना, परिवार मलबे में फंसे।

 औद्योगिक क्षेत्र में फैक्ट्री की दीवार का गिरना। रासायनिक रिसाव की स्थिति।

 पहाड़ों में भूस्खलन से मार्ग अवरुद्ध होना और पर्यटकों का फँस जाना।

 विद्युत सब-स्टेशन का क्षतिग्रस्त होना, पूरे क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बाधित।

 हिमस्खलन तथा ग्लेशियर झील का फटने से निचले क्षेत्रों में खतरा। 

 सुरंग के अंदर भूस्खलन से मजदूरों का फंसना।


SDRF की टीमों ने सभी निर्धारित परिदृश्यों में तेज प्रतिक्रिया, पेशेवर दक्षता एवं उत्कृष्ट अनुशासन का प्रदर्शन किया। इस अभ्यास से भूकंप जैसी आकस्मिक परिस्थितियों के दौरान राज्य की समग्र प्रतिक्रिया क्षमता को और अधिक मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा।


गाज़ियाबाद स्थित 8वीं बटालियन NDRF में आयोजित राष्ट्रीय CBRN (Chemical, Biological, Radiological & Nuclear) प्रतियोगिता में SDRF उत्तराखण्ड ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए द्वितीय स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय द्वारा टीम को ट्रॉफी एवं ₹75,000 की पुरस्कार धनराशि प्रदान की गई।

uttarakhand SDRF at second place in CBRN comp


इससे पूर्व, पंजाब के लुधियाना में आयोजित क्षेत्रीय प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त कर राष्ट्रीय स्तर के लिए चयनित हुई SDRF टीम ने एक बार फिर अपने अनुशासन, दक्षता एवं समर्पण से उत्तराखण्ड का गौरव बढ़ाया।


गौरतलब है कि इसी वर्ष माह मार्च में राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित CSSR कम्पटीशन में SDRF उत्तराखंड द्वारा द्वितीय स्थान प्राप्त कर राज्य पुलिस का मान बढ़ाया गया था। 


पुलिस महानिदेशक, उत्तराखंड श्री दीपम सेठ ने भी SDRF टीम को इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए कहा कि टीम ने राष्ट्र स्तरीय मंच पर अपने कौशल और क्षमता का शानदार प्रदर्शन किया है, जो पूरे उत्तराखण्ड पुलिस परिवार के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि SDRF भविष्य में भी इसी प्रकार उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए राज्य व देश का नाम रोशन करती रहेगी।


पुलिस महानिरीक्षक, SDRF श्री अरुण मोहन जोशी ने टीम को राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए हार्दिक शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि SDRF उत्तराखण्ड की यह सफलता टीमवर्क, सशक्त प्रशिक्षण एवं समर्पित कार्यशैली का प्रमाण है, जो राज्य की आपदा प्रबंधन क्षमताओं को और अधिक मजबूत बनाती है।


सेनानायक SDRF श्री अर्पण यदुवंशी ने टीम को बधाई देते हुए इसे सामूहिक परिश्रम, निष्ठा और उच्च मनोबल का परिणाम बताया तथा टीम को भविष्य में भी इसी ऊर्जा व उत्साह से कार्य करते रहने के लिए प्रोत्साहित किया।


श्री शुभांक रतूड़ी उपसेनानायक, SDRF के नेतृत्व में उपनिरीक्षक आशीष रावत, उपनिरीक्षक जितेंद्र सिंह, मुख्य आरक्षी उमेश भट्ट, मुख्य आरक्षी नवीन कुंवर, मुख्य आरक्षी दिनेश पुरी, मुख्य आरक्षी शैलेन्द्र चमोली, मुख्य आरक्षी रॉबिन कुमार, आरक्षी राजेंद्र सिंह, आरक्षी नीरज परगाई, आरक्षी संदीप रावत, आरक्षी विकास कुमार, आरक्षी हेमंत रावत, आरक्षी बृजेश चंद्र, आरक्षी विनीत रावत, आरक्षी प्रमोद सिंह, आरक्षी अजीत सिंह, आरक्षी प्रवीन सिंह, आरक्षी प्रमोद मठपाल द्वारा बेहतरीन प्रदर्शन किया गया।



 मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन की अध्यक्षता में स्टेट इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ऑफ उत्तराखण्ड लिमिटेड (सिडकुल) के निदेशक मंडल की बैठक आयोजित हुई। 

बैठक में मुख्य सचिव ने आगामी पच्चीस सालों की आवश्यकताओं और संभावनाओं का ध्यान राज्य में औद्योगिक विकास के नए दौर का सूत्रपात करने के लिए ठोस कार्ययोजना बनाकर काम करने के निर्देश दिए।

CS Anand Vardhan SIDCUL


 उन्होंने गहनता से अध्ययन कर राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में विद्यमान संभावनाओं के अनुरूप विशिष्ट औद्योगिक ‘हब‘ विकसित किए जाने के निर्देश देते हुए कहा की पर्वतीय क्षेत्रों के औद्योगिक विकास के लिए भी उपयुक्त संभावनाओं को तालाशा जाय। 


सिडकुल मुख्यालय में आयोजित सिडकुल के निदेशक मंडल की 67वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन ने कहा कि राज्य के उद्योगों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं व सहूलियतें उपलब्ध कराने के लिए उद्योग विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों को प्रो-एक्टिव होकर कार्य करना होगा। औद्योगिक विकास की राह में आने वाली किसी भी अड़चन को दूर करने के लिए तत्परता से कार्य किया जाय।  उद्योगों को बेहतर माहौल देने के साथ ही बिजली की पर्याप्त एवं निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने पर भी विशेष ध्यान दिया जाय। मुख्य सचिव ने हरिद्वार में नव निर्मित फ्लैटेड फैक्टरी में छोटी औद्योेगिक इकाईयों एवं स्टार्टअप्स के लिए उपलब्ध अवस्थापना सुविधाओं का आवंटन लॉटरी के माध्यम से किए जाने के भी निर्देश दिए।


मुख्य सचिव ने प्रमुख औद्योगिक आस्थानों के अलावा राज्य के अन्य क्षेत्रों में सिडकुल के पास उपलब्ध परिसंपत्तियों का पूरा ब्यौरा तैयार कर उनके बेहतर इस्तेमाल की कार्ययोजना तैयार करने तथा आवंटित जमीनों पर तय समय के भीतर औद्योगिक इकाईयों की स्थापना सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य में आईटी हब, सेमी कंडक्टर हब, डाटा सेंटर की स्थापना जैसी नए दौर की संभावनाओं को साकार करने के लिए अनुकूल ईको सिस्टम का सृजन करने की दिशा में कारगर पहल किया जाना जरूरी है। जिससे लिए संबंधित विभागों व संगठनों को प्रतिबद्धता से जुटना होगा।


बोर्ड की बैठक में प्राग फार्म, खुरपिया, नेपा आदि स्थानों पर औद्योगिक आस्थान विकास की योजनाओं सहित रानीपोखरी आदि क्षेत्रों के लिए प्रस्तावित योजनाओं पर भी विचार-विमर्श कर अनेक महत्वपूर्ण लिए।  औद्योगिक आस्थानों में विद्यमान सब स्टेशनों की क्षमता बढाने तथा खुरपिया फार्म सहित अन्य स्थानों पर नए विकसित किए जा रहे औद्योगिक आस्थानों तक ट्रांसमिशन लाईनों एवं सब स्टेशनों के निर्माण के प्रस्तावों पर भी बोर्ड की बैठक में चर्चा कर निर्णय लिए गए। मुख्य सचिव ने सिडकुल को अधिक प्रभावी व सशक्त बनाने के लिए बोर्ड के अंतर्गत टेक्नीकल समिति सहित अन्य समितियों का गठन करने के निर्देश भी दिए। 

बैठक में प्रमुख सचिव श्री आर.मीनाक्षी सुन्दरम, सचिव वित्त श्री दिलीप जावलकर, सचिव उद्योग श्री विनय शंकर पाण्डेय, सिडकुल के प्रबंध निदेशक डॉ. सौरभ गहरवार, निदेशक मंडल के सदस्य सिडबी के डीजीएम श्री सिद्धार्थ मंडल, उद्योगों के प्रतिनिधि के तौर पर स्वतंत्र निदेशक  श्री अविनाश विरमानी तथा श्री पुनीत वाधवा सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।

 



प्रसिद्ध पर्वतारोही एवं पद्मभूषण सम्मान प्राप्त बछेंद्री पाल ने शनिवार को मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए 10 लाख रुपए का चेक प्रदान किया। यह चेक उनकी ओर से राज्य महिला उद्यमिता परिषद की उपाध्यक्ष श्रीमती विनोद उनियाल द्वारा मुख्यमंत्री को सौंपा गया।


मुख्यमंत्री ने बछेंद्री पाल के इस सामाजिक योगदान के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि संकट की घड़ी में सहयोग एवं सेवा की भावना ही समाज को जोड़ती है। उन्होंने कहा कि ऐसे योगदान न केवल ज़रूरतमंदों की मदद करते हैं, बल्कि जनहित के कार्यों के प्रति लोगों को प्रेरित भी करते हैं।

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