Halloween party ideas 2015

 

देहरादून:



          शास्त्रीय संगीत व नृत्य को समर्पित संस्था अनंत गोपाल संगीत मंच समिति एवं गुरुकुल देहरादून द्वारा तरंग 25 के माध्यम से अनंत गोपाल संगीत मंदिर का स्वर्ण जयंती समारोह 22 जून 2025 को देहरादून मे आयोजित किया जाना है। समारोह भारतीय सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण और संवर्धन के 50 गौरवशाली वर्षो की यात्रा का प्रतीक होगा।

सन 1975 में श्रीमती चंद्रकांता भटनागर ने नींव रखी एक महान संगीतलय की जिसे नाम दिया गया अनंत गोपाल संगीत मंदिर।

क्योंकि संगीत उनके लिए पूजा का ही पर्यायवाची था इसीलिए नाम के आगे मंदिर प्रत्यय को जोड़ा गए।

विषम परिस्थितियों में भी ऊर्जावान और संघर्षशील रहना उनका स्वभाव था ।यही ऊर्जा वो अपने आस पास की हर नारी और बच्चों में देखती जिन्हें देने के लिए उनके पास था संगीत,संस्कार और अनंत प्रेम।

यह वो समय था जब संगीत और नृत्य का समाज में वो स्थान नहीं था जो आज है,कला और कलाकार की पारखी श्रीमती चंद्रकांता जी ने अनेकों स्किल्ड बच्चों को न केवल सेवा भाव से संगीत सीखकर एक उद्यमान भविष्य दिया बल्कि स्वयं की तरह उन्हें भी स्वतंत्र स्वाबलंबी वा आत्मनिर्भर बनाया।

जीवन के अनेक उतार चढ़ाव के मध्य संगीत के प्रति निष्ठा अनुशासन और लगन रखने वाली चंद्रकांता जी का सन 2005 में निधन हुआ।जीवन के अंतिम चारों में भी उनका संगीत और संगीत शिक्षण उनका उद्देश्य बना रहा।


2005 में अपनी संगीत की विरासत अपनी पौत्री श्रीमती प्रतिभा श्रीवास्तव को सौंप उन्होंने जीवन से विदा लिया।


श्रीमती प्रतिभा श्रीवास्तव ने उन्हीं के पद चिन्हों पर चलकर उनकी इस धरोहर को संभाला।

उद्देश्य भी वही, संकल्प भी वही और प्रेम भी वही।श्रीमती प्रतिभा श्रीवास्तव के नेतृत में संस्था में लगभग 100 से भी अधिक विद्यार्थी संगीत व नृत्य का प्रशिक्षण ले रहे हैं। कुछ के लिए यह अध्यात्म है, कुछ के लिए मात्र एक रुचि ,तो कुछ के लिए उनका आने वाला कल ।यह वृक्ष जिसका बीज स्वर्गीय चंद्रकांता भटनागर ने बोया आज एक स्वस्थ समृद्ध वृक्ष बन चुका है जिससे आज भी उसी प्रेम और संस्कार से सीचा जा रहा है।

साल देर साल वृक्ष और मजबूत होता जा रहा है और अपनी निर्मल छांव में अनेकों विद्यार्थियों को शरण दे रहा है ।

    गत कुछ वर्षो से संगीत के छात्रों की प्रतिभा को जन जन तक पहुंचाने के वार्षिक तरंग कार्यक्रम आरम्भ किया गया।

        *दिनांक 22-6-2025 रविवार को श्री गुरुराम राय मैडिकल कॉलेज ऑडिटोरियम पटेल नगर देहरादून मे सांय 5 बजे से संस्था का संगीतमय कार्यक्रम तरंग -25 आयोजित होगा।* 

        तरंग 2025 गोपाल संगीत मंच के 50 सालो के गौरवशाली वर्षो के कुछ अनमोल मोतियों की एक माल है इसमें संस्था के सौ से अधिक छात्रों की संतवाणी, नाद ब्रह्मा, ताल तंत्र, सुर सृजन, आदियोगी आदि संगीतमय प्रस्तुतिया होंगी।

कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि माननीय विधानसभा अध्यक्ष उत्तराखंड श्रीमती ऋतू खंडूरी जी , अति विशिष्ट अथिति, स्वास्थ्य व उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत जी , राजपुर विधायक श्री खज़ादास जी, मेयर देहरादून श्री सौरभ थपलियाल जी होंगे।


आज की प्रेस वार्ता मे संस्था के प्रबंधक श्री नरेश भटनागर, अध्यक्ष श्रीमती प्रतिभा श्रीवास्तव, मिडिया प्रभारी /प्रचार मंत्री अरुण कुमार शर्मा, कोषाध्यक्ष ध्रुव भटनागर उपाध्य्क्ष डॉ यश श्रीवास्तव, व हितेश चौधरी,वंदना भाटिया, तरुणा चमोला, उदय, दीप्ति, मनीषा, गुडविल, सापेक्ष, ग्लैडविल, आर्यन, शिवांश, मुस्कान, दिशा, मंजप, मेघा, पावनी, मनमीत, वंशिका, आकांशा, मंजप आदि सम्मलित रहे।

 श्री बदरीनाथ धाम के समीप माणा स्थित  भगवान श्री घंटाकर्ण मंदिर के कपाट खुले ।

•  तीन दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम‌ शुरू हुए

श्री ghantakarn temple door opened, badrinath dhaam



श्री बदरीनाथ धाम/ माणा: 15 जून। श्री बदरीविशाल के क्षेत्र रक्षक  श्री घंटाकर्ण महावीर माणा घन्याल  मंदिर के कपाट  आज 15 जून पूर्वाह्न 11बजे आषाढ माह कृष्ण पक्ष चतुर्थी  तिथि के शुभ अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए दर्शनार्थ   खुल गये है। इसी के साथ ही श्री घंटाकर्ण महावीर की तीन दिवसीय जैठ पुजै भी शुरू हो गयी।

 

कपाट खुलने की प्रक्रिया प्रात: नौ बजे से शुरू हो गयी थी सबसे पहले भगवान विश्वकर्मा मंदिर के कपाट खुले उसके पश्चात देवी देवताओं श्री गणेश जी की पूजा-अर्चना के बाद पुराने मंदिर से समारोह पूर्वक भगवान श्री घटाकर्ण जी की प्रतिमा को को समारोह पूर्वक माणा गांव स्थित मंदिर में विराजमान किया गया। इसी के  साथ  बदरीनाथ धाम के समीप स्थित देश  के प्रथम गांव माणा स्थिति भगवान श्री घंटाकर्ण मंदिर  के कपाट इस यात्रा वर्ष हेतु खुल गये।


इस अवसर पर मंदिर को भब्य रूप से फूलों से सजाया गया था तथा महिला मंगल दल द्वारा भजन कीर्तन का आयोजन किया गया तथा  परंपरागत नृत्य का आयोजन हुआ।  प्रसाद वितरण पश्चात भंडारा भी आयोजित हुआ।

बड़ी संख्या में  स्थानीय श्रद्धालु एवं  तीर्थयात्री भगवान घंटाकर्ण मंदिर में दर्शन‌ को पहुंचे।


इस अवसर  ग्राम पंचायत प्रधान पीताम्बर मोल्फा,  श्री घंटाकर्ण जी के पश्वा आशीष कनखोली, मंगलेश्वर पश्वा रघुवीर सिंह , विश्वकर्मा पश्वा दिलबर,पूजा समिति अध्यक्ष जगदीश रावत,उपाध्यक्ष गुमान सिंह बड़वाल,सरपंच रघुवीर सिंह परमार, मोहन सिंह मोल्फा,कोषाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह बड़वाल, पश्वा गण क्रमश कुंदन सिंह टकोला,भगत सिंह टकोला, जगवीर परमार, केसर सिंह रावत, बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं तीर्थयात्री मौजूद रहे।


आज शाम को भगवान घंटाकर्ण जी की दौड्या पूजा के बाद   संध्या भजन शुरू हो गयी है।सोमवार को भी विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे तथा

मंगलवार 17 जून  को जैठ पुजे के समापन अवसर पर ग्रामीण खेल-कूद प्रतियोगिता साँस्कृतिक कार्यक्रमों में  उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध लोकगायक  दरवान नैथवाल के गीतों की प्रस्तुति के बाद मुख्य अतिथि बदरीनाथ विधायक लखपत बुटोला कार्यक्रम का समापन करेंगे  तथा पुरस्कार वितरण करेंगे।

 

 मुख्यमंत्री की घोषणा के क्रम में यूएसडीएमए ने शुरू की तैयारी

गुरुवार को जनपदों के साथ सचिव आपदा प्रबंधन ने की बैठक

देहरादून:

mock drill USDMA for flood


 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में दिनांक 30 जून को राज्य के मैदानी क्षेत्रों में बाढ़ के दौरान प्रभावी तरीके से राहत और बचाव कार्यों को संचालित करने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। बृहस्पतिवार को सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन की अध्यक्षता में मॉक ड्रिल की तैयारी को लेकर ओरिएंटेशन तथा कोऑर्डिनेशन कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। इस दौरान सभी जनपदों को मॉक ड्रिल कराने को लेकर विभिन्न पहलुओं के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया। 

    सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने पिछले दिनों आपदा प्रबंधन विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान प्रदेश के मैदानी जनपदों में बाढ़ की स्थिति पर प्रभावी तरीके से नियंत्रण पाने तथा विभिन्न विभागों के मध्य आपसी समन्वय तथा सामंजस्य को मजबूत करने के लिए मॉक ड्रिल कराने के निर्देश दिए थे। उन्होंने बताया कि यह मॉक ड्रिल ऊधमसिंहनगर, हरिद्वार तथा देहरादून, नैनीताल और चंपावत जनपद के मैदानी क्षेत्रों में आयोजित की जाएगी। 

उन्होंने बताया कि मॉक ड्रिल ऐसे स्थानों में आयोजित की जाएगी, जहां विगत कुछ वर्षों से लगातार जल भराव तथा बाढ़ के हालात उत्पन्न हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि 28 जून को टेबल टॉप एक्सरसाइज आयोजित की जाएगी तथा 30 जून को मॉक ड्रिल का आयोजन होगा। उन्होंने बताया कि मॉक ड्रिल का आयोजन आईआरएस यानी घटना प्रतिक्रिया प्रणाली के अंतर्गत किया जाएगा। 09 जून को राज्य, जनपद तथा तहसील स्तरीय आईआरएस की अधिसूचना जारी कर दी गई है। उन्होंने बताया कि आईआरएस एक ऐसा तंत्र है, जिसमें सभी अधिकारियों तथा विभागों की भूमिकाओं का स्पष्ट उल्लेख किया गया है। आपदा के समय राहत और बचाव कार्यों के दौरान किस विभाग को तथा किसी अधिकारी को क्या करना है, इसे लेकर अब भ्रम की स्थिति नहीं रहेगी। 

उन्होंने बताया कि टेबल टॉप एक्सरसाइज के दिन सभी जनपद अपनी तैयारियों के साथ ही संसाधनों की उपलब्धता, उनकी तैनाती, मॉक ड्रिल के लिए योजना के बारे में बताएंगे। बैठक में अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन श्री आनंद स्वरूप, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन क्रियान्वयन डीआईजी श्री राजकुमार नेगी, संयुक्त सचिव श्री जेएल शर्मा, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मो0 ओबैदुल्लाह अंसारी आदि मौजूद थे। 


फूड पैकेट एयर ड्रॉप करने का होगा अभ्यास

देहरादून। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों के सामने भोजन तथा अन्य सामग्री का संकट हो जाता है। ऐसे में मॉक ड्रिल के दौरान भोजन की किट को भी एयरड्राप किया जाएगा।  सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन ने बताया कि हेलीकॉप्टर से भोजन ड्राप करने का अभ्यास किया जाना भी बहुत जरूरी है, क्योंकि भोजन ड्राप करने वाले व्यक्ति की सुरक्षा तथा भोजन सुरक्षित लोगों तक पहुंचे, यह सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। इस अभ्यास के दौरान वास्तविक फूड पैकेट ड्राप किए जाएंगे। 


इवैकुएशन प्लान पर भी होगी रिहर्सल

देहरादून। बाढ़ चेतावनी संदेशों को वाट्सएप, एसएमएस, रेडियो आदि के माध्यम से प्रसारित किया जाएगा। इस दौरान निर्धारित रूट्स, ट्रांसपोर्ट संसाधनों और सुरक्षित ठिकानों को चिन्हित किया जाएगा। लोगों की सुविधा के लिए नक्शों/चार्ट्स पर स्पष्ट मार्गदर्शन के अलावा बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों, दिव्यांगों के लिए रेस्क्यू की प्रभावी योजना बनाई जाएगी।


राहत शिविरों की व्यवस्थाओं को परखा जाएगा

देहरादून। मॉक अभ्यास के दौरान बाढ़ संभावित क्षेत्रों में राहत शिविरों की स्थापना की जाएगी। वहां बिजली, पानी, भोजन, प्राथमिक चिकित्सा, शिशु आहार के साथ ही गर्भवती महिलाओं के लिए समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करते हुए रियल टाइम में उन्हें परखा जाएगा। महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिगत पुलिस तथा होमगार्ड के जवानों की तैनाती भी राहत शिविरों में की जाएगी। 


मॉक ड्रिल का उद्देश्य

बाढ़ जैसी आपदा के लिए जनपदों की तैयारियों का परीक्षण करना।

विभिन्न विभागों के बीच समन्वय और प्रतिक्रिया क्षमता को परखना।

राहत एवं बचाव उपकरणों की उपलब्धता और उपयोगिता की जांच।

राहत शिविर संचालन/वहां भोजन, पानी, स्वास्थ्य सुविधा को परखना।

चेतावनी तंत्र की प्रभावशीलता का परीक्षण।

संवेदनशील क्षेत्रों की पूर्व निर्धारित निकासी योजना का अभ्यास करना।

समुदायों की सहभागिता और उनकी प्रतिक्रिया को मजबूत बनाना।


इन परिदृश्यों पर होगी मॉक अभ्यास

नदी में जलस्तर अचानक बढ़ना। 

रिहायशी इलाकों में जलभराव/मकानों का डूबना

बस/रेलवे स्टेशनों में जलभराव।

सड़कों में जलभराव एवं वाहनों का डूब जाना।

स्कूल में बाढ़ का खतरा/बच्चों की निकासी।

रात में बाढ़ आने का परिदृश्य। 

बाढ़ प्रभावित लोगों को पंचायत भवन/स्कूल में शिफ्ट करना

पशुओं की सुरक्षा और गौशालाओं में स्थानांतरण।


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद देहरादून के पेयजल विभाग के अन्तर्गत सीवरेज कार्यों की 07 योजनाओं हेतु 3147.32 लाख, जनपद उधमसिंह नगर में अमृत 2.0 वॉटर बॉडीज योजनान्तर्गत्त नगर निकाय दिनेशपुर की 02 योजनाओं के लिए 97 लाख,  राज्य आपदा न्यूनीकरण निधि के अन्तर्गत जनपद चमोली के मुख्यालय गोपेश्वर में विकासनगर (हल्दापानी) के निकट कॉलेज गोपेश्वर में भू-धंसाव योजना के कार्य हेतु 778.97 लाख की धनराशि स्वीकृत किये जाने हेतु अनुमोदन प्रदान किया है।


मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री सम्पर्क योजना के अन्तर्गत प्रदेश की 13 नई ग्रामीण सड़क योजनाओं के लिए 3382.48 लाख की धनराशि नाबार्ड से वित्त पोषण किये जाने हेतु अनुमोदन प्रदान किया है। 


मुख्यमंत्री ने जनपद बागेश्वर के विधान सभा क्षेत्र कपकोट क्षेत्रान्तर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कपकोट को उप जिला चिकित्सालय बनाये जाने तथा जनपद चमोली के अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, थराली को उच्चीकृत करते हुए नवीन स्थान कुलसारी में उप जिला चिकित्सालय बनाये जाने हेतु मानकों में शिथिलता प्रदान किये जाने पर अनुमोदन प्रदान किया है।

 

देहरादून :

163 applied in Dehradun, Presodent Murmu visit

महामहिम राष्ट्रपति के 19 से 21 जून 2025 तक राजधानी देहरादून का भ्रमण कार्यक्रम निर्धारित है। अपर जिला मजिस्ट्रेट जय भारत सिंह ने बताया कि मा0 राष्ट्रपति के जनपद में निवास के दौरान निवास स्थान के आस पास ध्वनि की तीव्रता को नियंत्रित करते हुए ध्वनि प्रतिसिद्व क्षेत्र घोषित करते हुए ध्वनि की तीव्रता को 40 डेसिबल तक निर्धारित किया जाना आवश्यक है। इसके लिए अपर जिला मजिस्ट्रेट ने राजपुर रोड पर मसूरी डायवर्जन से राष्ट्रपति निकेतन होते हुए ब्रहम कमल चौक और ब्रहमकमल चौक से कैनाल रोड़ पर एनआईईपीवीडी के अरूणद्वार, बालासुन्दरी मंदिर होते हुए नैनीताल बैंक की कैनाल रोड़ शाखा तक सड़क के दोनों ओर 100 मीटर की दूरी तक और उक्त दोनों क्षेत्रों के मध्य के समस्त क्षेत्रों में धारा-163 लागू करते हुए प्रतिसिद्व क्षेत्र घोषित कर दिया है। यह आदेश 19 जून 2025 की सायं 4ः00 बजे से 21 जून 2025 को अपराह्न 1ः00 बजे अथवा मा0 राष्ट्रपति के प्रस्थान के उपरांत एक घंटे तक प्रभावी रहेगा। अपर जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि सुरक्षा के दृष्टिगत यह आदेश तत्काल किया जाना है, इसलिए एक पक्षीय रूप से यह आदेश निर्गत किया जाता है। आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता की धारा-223 के अधीन दंडनीय होगा।  

 *रिखणीखाल करंट हादसे में अवर अभियंता, उपखण्ड अधिकारी और अधिशासी अभियंता सस्पेंड* 


*कर्मियों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता*


*घटना में लापरवाही बरतने वाले सभी कर्मियों पर होगी कार्रवाई*

CM action at death of  contractual lineman in Rikh ikhaal


पौड़ी जनपद के रिखणीखाल ब्लॉक स्थित वड्डाखाल क्षेत्र में बिजली की लाइन पर कार्य करते समय संविदा लाइनमैन की करंट लगने से हुई मृत्यु की घटना को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अत्यंत गंभीरता से लिया है। 


विधायक महंत दलीप सिंह रावत की शिकायत का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।


 मुख्यमंत्री के निर्देश पर त्वरित कार्रवाई करते हुए संबंधित उपखण्ड अधिकारी चंद्रमोहन, अवर अभियंता शुभम कुमार और अधिशासी अभियंता विनीत कुमार सक्सेना को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।  यह निर्णय राज्य में कार्यस्थलों पर सुरक्षा मानकों के पालन को सुनिश्चित करने और भविष्य में ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने की दृष्टि से लिया गया है।


मुख्यमंत्री धामी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि इस प्रकार की लापरवाही किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि विद्युत कार्यों के दौरान सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि कार्यस्थल पर सभी ज़रूरी सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता हो। विशेष रूप से फायर या शॉर्प ऑब्जेक्ट्स जैसे जोखिमपूर्ण उपकरणों के उपयोग के समय संबंधित कर्मियों के पास हेलमेट, ग्लव्स, सेफ्टी बेल्ट, इन्सुलेटेड औजार जैसे सभी सुरक्षात्मक संसाधन मौजूद होने चाहिए। उन्होंने मामले में लापरवाही बरतने सभी कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। 


मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPCL) के उच्चाधिकारियों से भी इस संबंध में स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट किया जाए कि विभाग के पास वर्तमान में कितने सुरक्षा उपकरण उपलब्ध हैं और क्या ये उपकरण फील्ड में कार्यरत कर्मचारियों तक प्रभावी रूप से पहुंच भी रहे हैं या नहीं। मुख्यमंत्री ने दोहराया कि राज्य सरकार प्रत्येक कर्मचारी के जीवन और सुरक्षा को सर्वोपरि मानती है और इस दिशा में किसी भी प्रकार की लापरवाही को क्षम्य नहीं माना जाएगा।



 राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु के उत्तराखण्ड आगमन पर गुरुवार को जौलीग्रांट एयरपोर्ट में राज्यपाल लेफ़्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) तथा मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने उनका स्वागत एवं अभिनंदन किया।



 इस अवसर पर राज्यसभा सांसद एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट, पूर्व केंद्रीय  मंत्री श्री रमेश पोखरियाल निशंक, राज्यसभा सांसद श्री नरेश बंसल, कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी,  डॉ धन सिंह रावत,  मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन, पुलिस महानिदेशक श्री दीपम सेठ,  जिलाधिकारी देहरादून श्री सविन बंसल तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने भी राष्ट्रपति का स्वागत किया |

 ऋषिकेश:


एम्स,ऋषिकेश में अंतराष्ट्रीय योग दिवस (21 जून) के उपलक्ष्य में विभिन्न यौगिक गतिविधियां शुरू हो गई हैं। 

जिसके तहत योग कार्यशाला व व्याख्यान का आयोजन किया गया। 

कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के कार्मिकों ने प्रतिभाग किया, इस दौरान उन्हें योग क्रियाओं का अभ्यास भी कराया गया।


संस्थान की निदेशक एवं सीईओ प्रोफेसर( डॉक्टर )मीनू सिंह के कुशल मार्गदर्शन में आयुष विभाग की ओर से सोमवार देर शाम प्रशासनिक एवं इंजीनियरिंग विभाग के लिए योग कार्यशाला आयोजित की गई। 


इस अवसर पर आयुष विभाग के वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीलॅय मोहंती ने कहा कि वर्तमान दौड़धूप व तनावग्रस्त दिनचर्या में सभी को अपने बेहतर स्वास्थ्य के लिए आयुष विधाओं का लाभ लेना चाहिए।

 उन्होंने बताया कि दुनिया को योग से रोग मुक्त रखने के संदेश के साथ वर्ष 2015 से हरवर्ष 21 जून को दुनियाभर में अंतराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है।

आयुष चिकित्साधिकारी डॉ. श्वेता मिश्रा ने बताया कि इस वर्ष "एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य " थीम के संदेश के साथ अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव मनाने का निर्णय लिया गया है। 


इसके मद्देनजर एम्स ऋषिकेश में विभिन्न विभागों की ओर से योग की विभिन्न गतिविधियां शुरू कर दी गई हैं। 

व्याख्यानमाला में डॉक्टर श्वेता ने बताया कि वर्तमान आपाधापी भरी जिंदगी में लाईफ स्टाइल से जनस्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है और लोग गलत खानपान, क्लाइमेट चेंज, प्रदूषण, शारीरक गतिविधियों के अभाव आदि कारणों के चलते गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। 

लिहाजा इन सबसे बचाव व स्वस्थ रहने के लिए हमें योग को आत्मसात करना होगा। 

सही मार्गदर्शन में नियमित योगाभ्यास, दिनचर्या में सुधार, व्यायाम से हम अपने आप को फिट व निरोगी रख सकते हैं। 

इस दौरान आयुष विभाग के योग प्रशिक्षक दीपचंद्र जोशी ने प्रतिभागियों को विभिन्न यौगिक क्रियाओं का अभ्यास भी कराया। 

कार्यशाला में इंजीनियरिंग विभाग से अधिशासी अभियंता राहुलजी सहित संस्थान के करीब 150 अधिकारी, कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया । 

उधर, बीते शनिवार को एम्स आयुष विभाग के तत्वावधान में नर्सिंग अधिकारियों के लिए योग कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें 200 से अधिक अधिकारियों ने विभिन्न योग क्रियाओं का अभ्यास किया।

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