Halloween party ideas 2015

 मुख्यमंत्री ने दी प्रदेशवासियों को शारदीय नवरात्रि की शुभकामनाएं।*


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को शारदीय नवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए सभी की सुख समृद्धि एवं मंगलमय जीवन की कामना की है। नवरात्रि पर्व की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि नवरात्रि में मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की उपासना का विशेष महत्व है। 


उन्होंने कहा कि देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना का यह पर्व हमें मातृशक्ति की उपासना तथा सम्मान की प्रेरणा देता है। समाज में नारी के महत्व को प्रदर्शित करने वाला यह पर्व हमारी संस्कृति एवं परम्परा का प्रतीक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नवरात्रि में कन्या पूजन की परम्परा भी बालिकाओं के सम्मान से जुड़ा विषय है।

घट स्थापना के साथ शारदीय नवरात्रि का प्रारम्भ  आज  से  हो रहा है।  

माता  के  अनेक  रूप है परन्तु नौ रूपों की महिमा अपरम्पार है . 

 

first navratri 21 sep 2025

शैलपुत्री देवी दुर्गाके नौ रूप में पहले स्वरूप में जानी जाती हैं। ये ही नवदुर्गाओं में प्रथम दुर्गा हैं। पर्वतराज हिमालय के घर पुत्री रूप में उत्पन्न होने के कारण इनका नाम 'शैलपुत्री' पड़ा।

 नवरात्र-पूजन में प्रथम दिवस इन्हीं की पूजा और उपासना की जाती है। इस प्रथम दिन की उपासना में योगी अपने मन को 'मूलाधार' चक्र में स्थित करते हैं। यहीं से उनकी योग साधना का प्रारंभ होता है।


वन्दे वंछितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम् | 

वृषारूढाम् शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम् ||



वृषभ-स्थिता इन माता के दाहिने हाथ में त्रिशूल और बाएँ हाथ में कमल-पुष्प सुशोभित है। अपने पूर्व जन्म में ये प्रजापति दक्ष की कन्या के रूप में उत्पन्न हुई थीं, तब इनका नाम 'सती' था। इनका विवाह भगवान शंकरजी से हुआ था।


एक बार प्रजापति दक्ष ने एक बहुत बड़ा यज्ञ किया। इसमें उन्होंने सारे देवताओं को अपना-अपना यज्ञ-भाग प्राप्त करने के लिए निमंत्रित किया, किन्तु शंकरजी को उन्होंने इस यज्ञ में निमंत्रित नहीं किया। सती ने जब सुना कि उनके पिता एक अत्यंत विशाल यज्ञ का अनुष्ठान कर रहे हैं, तब वहाँ जाने के लिए उनका मन विकल हो उठा।

अपनी यह इच्छा उन्होंने शंकरजी को बताई। सारी बातों पर विचार करने के बाद उन्होंने कहा- प्रजापति दक्ष किसी कारणवश हमसे रुष्ट हैं। अपने यज्ञ में उन्होंने सारे देवताओं को निमंत्रित किया है। उनके यज्ञ-भाग भी उन्हें समर्पित किए हैं, किन्तु हमें जान-बूझकर नहीं बुलाया है। कोई सूचना तक नहीं भेजी है। ऐसी स्थिति में तुम्हारा वहाँ जाना किसी प्रकार भी श्रेयस्कर नहीं होगा।'

शंकरजी के इस उपदेश से सती का प्रबोध नहीं हुआ। पिता का यज्ञ देखने, वहाँ जाकर माता और बहनों से मिलने की उनकी व्यग्रता किसी प्रकार भी कम न हो सकी। उनका प्रबल आग्रह देखकर भगवान शंकरजी ने उन्हें वहाँ जाने की अनुमति दे दी।

सती ने पिता के घर पहुँचकर देखा कि कोई भी उनसे आदर और प्रेम के साथ बातचीत नहीं कर रहा है। सारे लोग मुँह फेरे हुए हैं। केवल उनकी माता ने स्नेह से उन्हें गले लगाया। बहनों की बातों में व्यंग्य और उपहास के भाव भरे हुए थे।

परिजनों के इस व्यवहार से उनके मन को बहुत क्लेश पहुँचा। उन्होंने यह भी देखा कि वहाँ चतुर्दिक भगवान शंकरजी के प्रति तिरस्कार का भाव भरा हुआ है। दक्ष ने उनके प्रति कुछ अपमानजनक वचन भी कहे। यह सब देखकर सती का हृदय क्षोभ, ग्लानि और क्रोध से संतप्त हो उठा। उन्होंने सोचा भगवान शंकरजी की बात न मान, यहाँ आकर मैंने बहुत बड़ी गलती की है।

वे अपने पति भगवान शंकर के इस अपमान को सह न सकीं। उन्होंने अपने उस रूप को तत्क्षण वहीं योगाग्नि द्वारा जलाकर भस्म कर दिया। वज्रपात के समान इस दारुण-दुःखद घटना को सुनकर शंकरजी ने क्रुद्ध होअपने गणों को भेजकर दक्ष के उस यज्ञ का पूर्णतः विध्वंस करा दिया।

सती ने योगाग्नि द्वारा अपने शरीर को भस्म कर अगले जन्म में शैलराज हिमालय की पुत्री के रूप में जन्म लिया। इस बार वे 'शैलपुत्री' नाम से विख्यात हुर्ईं। पार्वती, हैमवती भी उन्हीं के नाम हैं। उपनिषद् की एक कथा के अनुसार इन्हीं ने हैमवती स्वरूप से देवताओं का गर्व-भंजन किया था।


'शैलपुत्री' देवी का विवाह भी शंकरजी से ही हुआ। पूर्वजन्म की भाँति इस जन्म में भी वे शिवजी की ही अर्द्धांगिनी बनीं। नवदुर्गाओं में प्रथम शैलपुत्री दुर्गा का महत्व और शक्तियाँ अनंत हैं।



*इस बार  नवरात्र  बढ़े हैं यह सुख समृद्धिदायक  पर्व आज 6 बजे प्रातः से मध्याह्न  तक कलशस्थापन  जौ वापन कर सकते हैं*

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*नवरात्रि के समय देवी दुर्गा अलग-अलग वाहनों पर विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देती हैं। हर वाहन के साथ विशेष शुभ-अशुभ फल जुड़े होते हैं।*


*इस बार माता हाथी पर सवार होकर आ रही हैं।* *

*🌸 हाथी वाहन का महत्व 🌸*


*1. समृद्धि और वैभव का प्रतीक – हाथी माता लक्ष्मी का भी वाहन माना गया है। यह धन, धान्य और ऐश्वर्य प्रदान करता है।*

*2. शांति और स्थिरता – हाथी माता का वाहन बनकर इस बात का संकेत देता है कि समाज और परिवार में शांति, सौहार्द और स्थिरता बनी रहेगी।*


*3. सुख-समृद्धि का आशीर्वाद – हाथी पर आगमन का अर्थ है कि वर्षभर अन्न, धन और जल की कोई कमी नहीं होगी।*

*4. शुभ और मंगलकारी फल – हाथी को बहुत ही शुभ माना गया है। माता का हाथी पर आगमन भक्तों के लिए सुखद भविष्य और अच्छे परिणाम लेकर आता है।*

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*🪔 देवी के हाथी वाहन से मिलने वाले शुभ फल 🪔*

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*🌿 घर-परिवार में सुख-समृद्धि का वास होगा।*


*🌿 धन-धान्य और अन्न की भरपूर प्राप्ति होगी।*


*🌿 जल की प्रचुरता और अच्छी वर्षा का संकेत।*


*🌿 व्यापार और कार्यों में सफलता का आशीर्वाद।*


*🌿 भक्तों के जीवन में शांति और सौभाग्य की प्राप्ति।*

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*🙏 नवरात्रि संदेश 🙏*


*"हे माँ दुर्गा!*


*आप हाथी पर सवार होकर* *आएँ और हम सबके जीवन में*

*शांति, सुख, समृद्धि और* *सौभाग्य का आशीर्वाद दें।" 🌸*

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*नवरात्रि के 9 दिन देवी कृपा के ल‍िए ये रंग पहने👇आज का रंग नारंगी*

नवरात्रि में मां दुर्गा की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। देवी के नौ स्वरूपों की आराधना करने से जीवन में सुख-समृद्धि, शांति और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। 

नवरात्रि के प्रत्येक दिन के लिए एक विशेष रंग शुभ है  प्रत्येक देवी के स्वरूप और उनकी ऊर्जा से जुड़े होते हैं। इन रंगों को धारण करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। 


*पहला दिन: नारंगी रंग*

पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। इस दिन नारंगी रंग पहनना ऊर्जा, उमंग और नई शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। नारंगी रंग धारण करने से जीवन में सकारात्मकता बनी रहती है।  


*आचार्य शिवप्रसाद ममगांई बदरीकाश्रम ज्योतिषपीठ व्यास  पदालंकृत ।।*


 देहरादून:

akhil bhartiy  devbhumi.jn sewa samiti tapekeshwar mahadev

देहरादून नगर के टपकेश्वर क्षेत्र मे गत दिनों आई भीषण आपदा मे वर्षा के पानी और मलबे से क्षेत्र के तीन मंदिरो को काफी क्षति हुई।

 अखिल भारतीय देवभूमि ब्राह्मण जन सेवा समिति द्वारा समिति के कुछ सदस्यों के माध्यम से अपना सामाजिक दायित्व निभाते हुए टपकेश्वर स्थिति माँ वैष्णों देवी गुफा मंदिर की व्यवस्थाओ को सुचारु रूप से पुनः आरम्भ करने हेतु आपदा मे आर्थिक सहायता कर क्षति पूर्ति हेतु आज मंदिर व्यवस्थापक आचार्य विपिन जोशी  44002 को  रूपये   का आर्थिक सहयोग तमसा नदी के तट पर प्रदान किया गया जिससे सोमवार से आरम्भ हो रहे माँ के शरदीय नवरात्रो की व्यवस्था उचित रूप से हो सके।


       समिति के देहरादून महानगर अध्यक्ष श्री राजेश पंत जी ने अपने साथियो के साथ टपकेश्वर महादेव मंदिर, माँ वैष्णों देवी गुफा मंदिर व संतोषी माता मंदिर से मलबा व गांद साफ करने मे भी अपना सहयोग दियस तथा आवश्यकता अनुसार और अन्य प्रकार का सहयोग भी समिति द्वारा किया जायेगा।
       आज अरुण कुमार शर्मा, राजेश पंत, रंजन मिश्रा, डॉ अजय वशिष्ठ, रमेश मिश्रा, उमा कोठरी, आर एन शर्मा, अभिषेक भारद्वाज, अमृता शर्मा, रूचि शर्मा वासु वशिष्ठ, पंडित शशांक उपाध्यय, सीमा शर्मा, सुमित रंजन, वीरेंद्र कुमार भार्गव, मधु शर्मा, संगीता शर्मा, वसुधा वशिष्ठ, डॉ संजीव मालवीय,प्रमोद कुमार शर्मा, भारती जोशी, पुरषोत्तम शर्मा, एडवोकेट मुकेश शर्मा, सुरेंद्र दत्त बेलवाल, रचना शर्मा, मंजू उमेश त्रिपाठी डॉ अर्चना मालवीय, मीरा कौशिक, वैभव शर्मा, कल्याण चक्रवर्ती, शशि भूषण शर्मा आदि इस कार्य मे सम्मलित रहे।

 *अखाड़ा परिषद ने आपदा राहत में निभाई अग्रणी भूमिका, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने किया संत समाज के योगदान का अभिनंदन* 



मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से आज डामकोठी, हरिद्वार में अखाड़ा परिषद के एक प्रतिनिधिमंडल ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर परिषद द्वारा हाल ही में उत्तराखण्ड में आई प्राकृतिक आपदा से प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्निर्माण हेतु मुख्यमंत्री राहत कोष में ₹34 लाख की सहयोग राशि प्रदान की गई।


इतना ही नहीं, परिषद ने एक आपदा प्रभावित गांव को गोद लेने का भी noble संकल्प लिया, जिसे मुख्यमंत्री ने सेवा और संवेदना का अनुकरणीय उदाहरण बताया।


मुख्यमंत्री श्री धामी ने अखाड़ा परिषद के इस प्रयास की हार्दिक सराहना करते हुए कहा  “ *उत्तराखण्ड की सेवा परंपरा में साधु-संत समाज का योगदान सदैव अग्रणी रहा है। आपदा के इस कठिन समय में संत समाज का सहयोग न केवल पुनर्निर्माण में सहायक है, बल्कि यह प्रभावित लोगों के लिए आशा और संबल की किरण भी बनता है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आपदा प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से पुनर्वास और पुनर्निर्माण कार्य कर रही है, और समाज के सभी वर्गों से मिल रहे सहयोग से कार्यों को और गति मिल रही है।


 *संत समाज ने मुख्यमंत्री के प्रयासों  की सराहना की* 


अखाड़ा परिषद के संतों ने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के ग्राउंड जीरो पर जाकर प्रभावितों से सीधे संवाद करने और राहत कार्यों की स्वयं निगरानी करने की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रत्येक प्रभावित परिवार को भरोसा दिलाया है कि सरकार संकट की इस घड़ी में उनके साथ खड़ी है।



इस दौरान महानिर्वाणी अखाड़े के महंत रविंद्र पुरी महाराज, श्री पंचायती नया अखाड़ा उदासीन अध्यक्ष महंत धुनी दास जी, महामंडलेश्वर हरिचेतनानंद , बाबा हठयोगी, महा मंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

  मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास से 2 नवंबर 2025 को प्रस्तावित आदि कैलाश परिक्रमा रन (अल्ट्रा मैराथन) प्रोमो रन का फ्लैग ऑफ किया और लोगो का अनावरण किया। 

राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 02 नवंबर 20025 को गूंजी गांव से आदि कैलाश मैराथन का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के साहसिक और शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने, युवाओं को स्वस्थ जीवन के लिए प्रोत्साहित करने और नशा मुक्त उत्तराखण्ड के संकल्प को पूर्ण करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। यह अल्ट्रा मैराथन 10,300 से 15,000 फीट ऊंचाई पर होगी।

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मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य स्थापना का रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में 02 नवंबर 2025 को व्यास घाटी में आदि कैलाश मैराथन का आयोजन किया जाएगा। 


यह पहल सीमावर्ती क्षेत्रों के सामाजिक-आर्थिक विकास, पलायन की समस्या के निराकरण, स्थानीय युवाओं को रोजगार से जोड़ने और पर्यटन इन्फ्रास्ट्रक्चर को सशक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री श्री अमित शाह की सीमांत क्षेत्रों के विकास के लिए बनाई गई वाईब्रेंट विलेज योजना को बढ़ावा देने के लिए भी यह मैराथन काफी कारगर साबित होगी।


मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मैराथन न केवल खेल प्रतियोगिता है, बल्कि सीमावर्ती लोगों को सम्मान, स्थानीय पहचान तथा होम-स्टे एवं पर्यटन क्षेत्र में स्थायी रोजगार के अवसर सृजित करने का सशक्त माध्यम भी है।


 आयोजन से राज्य की प्राकृतिक तथा सांस्कृतिक विरासत को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिलेगी।


रविवार को आयोजित आदि कैलाश परिक्रमा रन मैराथन में प्रदेशभर के बच्चों, युवाओं एवं अन्य सभी आयु वर्ग के लोगों ने प्रतिभाग किया। मैराथन का समापन उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद् कार्यालय में सम्पन्न हुआ।


सचिव पर्यटन श्री धीराज गर्ब्याल ने कहा कि 10 किलोमीटर दूरी की इस दौड़ प्रतियोगिता के शीर्ष 3 विजेताओं को 2 नवंबर 2025 को गुंजी, पिथौरागढ़ में आयोजित होने वाली "आदि कैलाश मैराथन" में प्रतिभाग का अवसर मिलेगा। इस आयोजन की पाँच श्रेणियाँ – 60 किमी (अल्ट्रा रन), 42 किमी (फुल मैराथन), 21 किमी (हाफ मैराथन), 10 किमी रन एवं 5 किमी रन – रहेंगी, जिसमें देशभर के एथलीट प्रतिभाग करेंगे।


सचिव पर्यटन ने कहा कि इस मैराथन के सफल आयोजन के बाद जून 2026 में अगले मैराथन का आयोजन माणा-नीति क्षेत्र में प्रस्तावित है। व्यास और नीति घाटी में आयोजित होने वाली मैराथन में विजेताओं के लिए कुल ₹50 लाख की पुरस्कार राशि निर्धारित की गई है।


इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, आईजी आईटीबीपी श्री संजय गुंज्याल, अपर सचिव पर्यटन श्री अभिषेक रूहेला, श्रीमति पूजा गर्ब्याल एवं प्रतिभागी मौजूद थे।


 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को घंटाघर, देहरादून में  ‘सेवा पखवाड़ा’ कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित ‘नमो युवा रन’ का फ्लैग ऑफ किया।

 इस अवसर पर उन्होंने प्रतिभागियों के साथ दौड़ में सम्मिलित होकर युवाओं का उत्साहवर्धन भी किया।


मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘नमो युवा रन’ केवल एक खेल आयोजन नहीं है, बल्कि यह युवाओं में ऊर्जा, स्वास्थ्य, अनुशासन और राष्ट्रभक्ति की भावना का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की गतिविधियाँ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रारंभ किए गए ‘फिट इंडिया मूवमेंट’ को नई दिशा और व्यापक जनभागीदारी प्रदान कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने उपस्थित युवाओं का आह्वान किया कि वे स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली अपनाकर राष्ट्र निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी  की प्रेरणा से देशभर में सेवा, समर्पण और जनकल्याण की भावना को नई गति मिल रही है और ‘सेवा पखवाड़ा’ के माध्यम से समाज के हर वर्ग को सकारात्मक योगदान देने का अवसर प्राप्त हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे आयोजनों से युवाओं की ऊर्जा राष्ट्रहित में और अधिक सार्थक होती है।


इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, राज्यसभा सांसद एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट, राज्यसभा सांसद श्री नरेश बंसल, विधायक श्री खजान दास, अन्य जनप्रतिनिधिगण, कार्यक्रम के संयोजक श्री विपुल मैदोली सह संयोजक श्री देवेंद्र बिष्ट आदि मौजूद थे। 



मुख्यमंत्री ने की जी.एस.टी. की नई दरों और स्वदेशी अभियान पर जनप्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक*


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के मंत्रीगणों, विधायकगणों एवं अन्य जनप्रतिनिधियों से संवाद किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि 22 सितंबर से देशभर में जी.एस.टी. की नई दरें प्रभावी होंगी। उन्होंने इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण का आभार व्यक्त किया।


मुख्यमंत्री ने कहा कि नई दरों का लाभ आम जनता और व्यापारिक समुदाय तक तीव्रता से पहुँचे, इसके लिए प्रदेश में व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों से आह्वान किया कि वे 22 से 29 सितम्बर तक अपने-अपने क्षेत्रों में जागरूकता कार्यक्रमों का संचालन करें। इस दौरान प्रभारी मंत्री अपने-अपने जनपदों में तथा विधायकगण अपनी विधानसभाओं में अभियान का नेतृत्व करेंगे।


मुख्यमंत्री ने कहा कि जी.एस.टी. की संशोधित दरों से प्रदेश की आर्थिकी को मजबूती मिलेगी तथा "वोकल फ़ॉर लोकल" और "लोकल टू ग्लोबल" की दिशा में राज्य को गति प्रदान होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के अंब्रेला ब्रांड "हाउस ऑफ हिमालयाज"  और जी.आई. टैग प्राप्त 27 उत्पाद, एक जनपद दो उत्पाद योजना तथा अन्य स्थानीय हस्तशिल्प और कृषि उत्पाद को नए कर ढांचे से बढ़ावा मिलेगा। इससे स्वरोज़गार के अवसर बढ़ेंगे और आत्मनिर्भर उत्तराखंड की परिकल्पना को साकार करने में सहयोग मिलेगा।


मुख्यमंत्री ने सभी विभागों एवं निकायों को इस अभियान को सफल बनाने के लिए निरंतर प्रयास करने प बल दिया। उन्होंने कहा कि ग्राम सभाओं और नगर निकायों के स्तर पर बैठकों का आयोजन हो, जिसमें ग्रामीणों और शहरी क्षेत्र में लोगों को विस्तृत जानकारी दी जाए। साथ ही उद्योग विभाग को भी यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए कि जी.आई. टैग वाले उत्पादों और "एक जनपद दो उत्पाद" योजना को और अधिक सशक्त तथा बाज़ारोन्मुख बनाया जाए।


मुख्यमंत्री ने कहा कि जागरूकता अभियान केवल प्रचार तक सीमित न रहे बल्कि इसमें आमजन की सहभागिता और जनभागीदारी भी सुनिश्चित हो। इसके लिए नुक्कड़ नाटकों, लोकगीतों तथा अन्य सांस्कृतिक माध्यमों का उपयोग किया जाएगा, जिससे संदेश लोगों तक सहज और प्रभावी ढंग से पहुंचे। उन्होंने कहा कि मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों का भी उपयोग कर आम नागरिकों और व्यवसायियों तक जानकारी पहुंचाई जाएगी।


मुख्यमंत्री ने कहा  कि जी.एस.टी. की नई दरें लागू होने के बाद न केवल व्यापार सुगमता को बढ़ावा मिलेगा बल्कि उपभोक्ताओं और उत्पादकों दोनों को इसका लाभ प्राप्त होगा। इससे स्थानीय स्तर पर उत्पादकता और विपणन प्रक्रियाओं में पारदर्शिता आएगी और छोटे-छोटे उद्यमी भी राष्ट्रीय एवं वैश्विक बाजार से जुड़ सकेंगे।


बैठक में मुख्यमंत्री ने सभी जनप्रतिनिधियों से यह अपेक्षा व्यक्त की कि वे स्वयं इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभाएं और इसे जन अभियान का स्वरूप दें। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश की आर्थिक शक्ति को बढ़ाने में प्रत्येक नागरिक का योगदान महत्वपूर्ण है।


इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री सुबोध उनियाल ने जी.एस.टी की नई दरों से आमजन और व्यवसायियों को होने वाले लाभ के बारे में विस्तार से जानकारी दी 


बैठक में राज्यसभा सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट, कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत,  श्रीमती रेखा आर्या, विधायकगण एवं अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

 *मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार स्थित प्रेम आश्रम में कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज के जन्मदिवस समारोह में की सहभागिता* 



 *आध्यात्मिक चेतना, सामाजिक सेवा और राष्ट्र निर्माण में सतपाल महाराज जी का योगदान अनुकरणीय: मुख्यमंत्री* 



मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज हरिद्वार स्थित प्रेम आश्रम में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के जन्मदिवस के  अवसर पर आयोजित समारोह में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने श्री सतपाल महाराज  को जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए उनके उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु जीवन के लिए बाबा केदारनाथ और भगवान बद्रीविशाल से प्रार्थना की।


मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित श्रद्धालुओं को नवरात्रि पर्व की अग्रिम शुभकामनाएं भी दीं और कहा कि यह शक्ति की उपासना का पर्व हम सभी को नई ऊर्जा, भक्ति और सेवा भावना प्रदान करता है।


मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि “आज का यह भव्य आयोजन महाराज जी के प्रति जनता के स्नेह, श्रद्धा और सम्मान का प्रतीक है। उन्होंने अपने कार्यों द्वारा समाज में जो आध्यात्मिक चेतना, सेवा और लोककल्याण का संदेश प्रसारित किया है, उसने जनमानस के हृदय में गहरी छाप छोड़ी है।”


मुख्यमंत्री ने कहा कि सतपाल महाराज जी ने राजनीति के साथ-साथ समाजसेवा, संस्कृति संरक्षण और उत्तराखण्ड राज्य निर्माण जैसे ऐतिहासिक आंदोलनों में सक्रिय योगदान दिया है। उनका जीवन सेवा, त्याग और परोपकार की प्रेरणा देता है।


मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि “महाराज जी समाज में समरसता, प्रेम और भाईचारे के प्रेरक संदेशवाहक हैं। उनके नेतृत्व में 'मानव सेवा एवं उत्थान समिति' द्वारा देशभर में सामाजिक समरसता और मानव कल्याण की दिशा में अत्यंत सराहनीय कार्य किए जा रहे हैं।”


मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार में वरिष्ठ मंत्री के रूप में महाराज जी ने पर्यटन, संस्कृति और तीर्थाटन के विकास में अभूतपूर्व योगदान दिया है। चारधाम यात्रा, मानसखंड कॉरिडोर और अन्य तीर्थ स्थलों के पुनरुत्थान के क्षेत्र में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उनके प्रयासों से उत्तराखण्ड को बेस्ट एडवेंचर टूरिज्म डेस्टिनेशन और राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार जैसे गौरवपूर्ण सम्मान प्राप्त हुए हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि “मुझे यह सौभाग्य प्राप्त हुआ है कि मैंने महाराज जी के जीवन और कार्यों को निकट से देखा है। वे एक ऐसे कर्मयोगी हैं, जो आध्यात्मिकता के साथ राष्ट्र सेवा का भी व्रत लिए हुए हैं।”



मुख्यमंत्री श्री धामी ने कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सभी आयोजकों को बधाई दी और उपस्थित सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि वे सतपाल महाराज जी के जीवन से प्रेरणा लेकर समाज सेवा, आस्था और राष्ट्रनिर्माण में अपनी भूमिका निभाएं।


 कार्यक्रम में  जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी,विधायक रुड़की प्रदीप बत्रा, विधायक रानीपुर आदेश चौहान, विधायक पुरोला दुर्गेश लाल,पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, राज्य मंत्री राकेश गिरी, ओम प्रकाश जमदग्नि ,राज्यमंत्री श्यामवीर सैनी, जिलाध्यक्ष भाजपा आशुतोष शर्मा,संगठन महामंत्री अजय कुमार,पूर्व विधायक देशराज कर्णवाल,पूर्व कैबिनेट मंत्री अमृता रावत,श्रद्धेय महाराज, सुयश महाराज ,जिलाधिकारी मयूर दीक्षित,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोभाल सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु, संत-महात्मा, जनप्रतिनिधि एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। समारोह में सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और सामाजिक सेवा गतिविधियाँ भी आयोजित की गईं।

 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज हरिद्वार में पूर्व दर्जाधारी मंत्री श्री पंकज सहगल एवं श्री संजय सहगल की माता श्रीमती तिलक कुमारी सहगल के निधन पर उनके देवपुरा स्थित आवास पर पहुंच कर शोक संवेदना व्यक्त की।


मुख्यमंत्री ने  शोकाकुल परिवार के सदस्यों से भेंट कर उन्हें ढांढस बंधाया और इस दुख की घड़ी में ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति एवं परिवार को इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।


अखाड़ा परिषद ने आपदा राहत में निभाई अग्रणी भूमिका, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने किया संत समाज के योगदान का अभिनंदन




मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से आज डामकोठी, हरिद्वार में अखाड़ा परिषद के एक प्रतिनिधिमंडल ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर परिषद द्वारा हाल ही में उत्तराखण्ड में आई प्राकृतिक आपदा से प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्निर्माण हेतु मुख्यमंत्री राहत कोष में ₹34 लाख की सहयोग राशि प्रदान की गई।


इतना ही नहीं, परिषद ने एक आपदा प्रभावित गांव को गोद लेने का भी noble संकल्प लिया, जिसे मुख्यमंत्री ने सेवा और संवेदना का अनुकरणीय उदाहरण बताया।


मुख्यमंत्री श्री धामी ने अखाड़ा परिषद के इस प्रयास की हार्दिक सराहना करते हुए कहा  “ *उत्तराखण्ड की सेवा परंपरा में साधु-संत समाज का योगदान सदैव अग्रणी रहा है। आपदा के इस कठिन समय में संत समाज का सहयोग न केवल पुनर्निर्माण में सहायक है, बल्कि यह प्रभावित लोगों के लिए आशा और संबल की किरण भी बनता है।”* 




मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आपदा प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से पुनर्वास और पुनर्निर्माण कार्य कर रही है, और समाज के सभी वर्गों से मिल रहे सहयोग से कार्यों को और गति मिल रही है।


 *संत समाज ने मुख्यमंत्री के प्रयासों  की सराहना की* 


अखाड़ा परिषद के संतों ने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के ग्राउंड जीरो पर जाकर प्रभावितों से सीधे संवाद करने और राहत कार्यों की स्वयं निगरानी करने की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रत्येक प्रभावित परिवार को भरोसा दिलाया है कि सरकार संकट की इस घड़ी में उनके साथ खड़ी है।



इस दौरान महानिर्वाणी अखाड़े के महंत रविंद्र पुरी महाराज, श्री पंचायती नया अखाड़ा उदासीन अध्यक्ष महंत धुनी दास जी, महामंडलेश्वर हरिचेतनानंद , बाबा हठयोगी, महा मंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश एवं अन्य लोग मौजूद रहे।


रायवाला :



क्षेत्रीय विधायक व पूर्व मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने धराली आपदा की चपेट में आकर लापता हुए लोगों के परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान उत्तरकाशी डीएम से वार्ता कर मुआवजे की राशि शीघ्र देने के लिए कहा।


डॉ अग्रवाल ने छिद्दरवाला निवासी श्रीमती उषा के पति दीपक राणा सहित 05 लोगों के धराली में आई आपदा में लापता होने पर परिजनों से मुलाकात की। 


उन्होंने कहा कि आपदा पर परिजनों का बिछड़ जाना बहुत कष्टकारी है। कहा कि लापता लोग सदैव हमारी यादों में स्मरणीय रहेंगे।


इस अवसर पर डॉ अग्रवाल ने डीएम उत्तरकाशी से दूरभाष पर वार्ता कर पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने को कहा। जिस पर डीएम ने बताया कि प्रक्रिया गतिमान है।


इस अवसर पर जोगीवाला माफी प्रधान शैलेन्द्र रांगड़, पूर्व पार्षद विपिन पंत आदि उपस्थित रहे।


वहीं, जोगीवाला माफी में सड़क दुर्घटना में चोटिल कुमारी शिवानी का स्वास्थ्य हाल जाना और ईश्वर से शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।

देहरादून;

आज दिनांक 21 सितंबर 2025 को भारतीय जनता पार्टी महानगर देहरादून के दो मंडल करणपुर मंडल एवं सरदार पटेल मंडल में सेवा पखवाड़े के अंतर्गत रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। 




कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद नरेश बंसल जी उपस्थित रहे साथ में कैंट विधायक श्रीमती सविता कपूर और करणपुर मंडल में राजपुर विधायक खजान दास जी उपस्थित रहे।

 सभी अतिथियों ने सभी रक्तदान करने वाले युवा साथियों का उत्साहवर्धन  करते हुए उनको धन्यवाद ज्ञापित  किया और कहा देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के संकल्प के अनुसार विकसित भारत को साकार करने के में आपका अहम योगदान रहेगा आने वाले समय में आप सभी युवा साथियों के माध्यम से नई ऊर्जा के साथ देश लगातार आगे बढ़ता रहेगा। 

रक्तदान शिविर का उद्देश्य स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देना है और हम स्वस्थ रहेंगे समाज स्वस्थ रहेगा तभी तो देश भी स्वस्थ रहेगा और यह रक्त जरूरतमंदों के लिए जीवन रक्षा में योगदान देना। 


कार्यक्रम में करणपुर मंडल से 40 युवा और सरदार पटेल मंडल से 51 युवा साथियों ने रक्तदान किया।

कार्यक्रम में दर्जाधारी मंत्री श्रीमती मधु भट्ट विनोद उनियाल श्याम अग्रवाल महानगर उपाध्यक्ष ओम कक्कड़ संकेत नौटियाल राहुल लारा आशीष शर्मा  अवधेश तिवारी सौरभ शर्मा सरदार पटेल मंडल अध्यक्ष आशीष शर्मा पार्षद वंशिका सोनकर मीनाक्षी मौर्य महिपाल सिंह, मनोज कंबोज, अजय संजू गुप्ता, रेखा निगम, हितेश चौधरी, मंत्री रवि राठौर, सुंदरेश्वर ठाकुर, शिखा वशिष्ठ,राज डिमरी, ऐश्वर्या खंडूरी  सुरेश प्रसाद, प्रमोद दत्ता, नवीन पांडे, गोविंद सिंह, अभिषेक पदाधिकारी,कार्यकर्तागण उपस्थित रहे।






मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने दी डीएम को प्रभावितो को हैली से खाद्यान्न  पहुंचाने की विशेष अनुमति।

 

21 sep,2025

  जनपद के आपदा प्रभावित गांव फुलेत एवं छमरौली में डीएम सविन बंसल ने 12 कि. मी. पैदल पहुंचकर जाना आपदा पीड़ितों की व्यथा। 



 फुलेत और छमरौली में करीब 1500 की आबादी वाले दोनों गांव में माह सितंबर 2025 का खाद्यान्न नहीं पहुंचने पर जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को वादा किया कि मुख्यालय पहुंचते ही खाद्यान्न भेजने का प्रबंध किया जाएगा।

 डीएम ने ग्रामीणों के साथ की हुई वादा को बखूबी निभाया आज प्रातः ही अपर सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में डीएम ने ग्रामीणों के साथ की गई वादा को पूरा किया।

 डीएम के निर्देशन पर अपर सिटी मजिस्ट्रेट अपूर्वा सिंह ने हेली के माध्यम से फुलेत और चमरौली गांव के लिए खाद्यान्न पहुंचने का कार्य प्रारंभ किया। 

जबकि फुलेत, छमरौली में तैनात स्पेशल तहसीलदार चमन सिंह खाद्यान्न को प्राप्त कर वितरण कर रहे हैं।

 डीएम के आदेश पर स्पेशल तहसीलदार चमन सिंह जीरो ग्राउंड पर प्रभावितों को राहत पहुंचाने के कार्यों को युद्ध स्तर पर संपादित कर रहे हैं, वही अपर सिटी मजिस्ट्रेट अपूर्वा सिंह द्वारा जिलाधिकारी एवं तहसीलदार से समन्वय बना कर राहत कार्य को गति दे रहे हैं।


 

 देहरादून.

विकट  आपदाग्रस्त फुलेत क्षेत्र में डीएम के दौरे का असर; छमरोली तक छोटे  वाहन आवागमन हेतु  बहाल; 


फुलेत में तबाही मचाने वाले भैंकनी खाले  पुलिया को भी मोटोरेबल हेतु किया बहाल,

फुलेत,छमरोली, सहित आसपास के सभी 7 गांव में विद्युत सेवा बहाल


सरकार के प्रथम रिस्पांडर डीएम ने जनमानस से किए अपने कमिटमेंट को किया पूरा; 


मुख्यमंत्री डीएम से ले रहे हैं कार्लीगाड, मजाडा, फुलेत में  संचालिका राहत और रेस्क्यू की पल-पल की खबर


जिला प्रशासन का राहत और रेस्क्यू ऑपरेशन युद्धस्तर पर जारी


अंतिम व्यक्ति तक राहत पहुंचाए बिना रुकने वाला नहीं है जिला प्रशासन का रेस्क्यू और रिलिफ ऑपरेशन


रेस्क्यू ऑपरेशन के साथ ही राशन; आर्थिक सहायता; मुआवजा सब मौके पर ही


जन जीवन सामान्य बनाने तक क्षेत्र में ही तैनात रहेंगे अधिकारी


चामासारी , मlलदेवता रोड पर सरखेत से आगे  घुत्तु का सेरा से धूलकोट तक  विद्युत आपूर्ति सुचारू 


33 KV लाइन पुरकुल  से चालांग व  33 KV लाइन  पुरकुल से आईटी पार्क की सप्लाई सुचारु हुई


मालदेवता -फुलेत- सिल्ला  रोड 5 किमी हल्के वाहनों के लिए खोल दिया गया है

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