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 जनपद चमोली: एसडीआरएफ टीम द्वारा सड़क दुर्घटना में घायलों को रेस्क्यू कर पहुंचाया गया अस्पताल* 

SDRF rescued people from ditch and road accident


आज दिनांक 07 नवम्बर 2025 को एसडीआरएफ पोस्ट पांडुकेश्वर के समीप एक वाहन (UK-14B 4828) अनियंत्रित होकर सड़क पर पलट गया। उक्त वाहन में कुल 06 व्यक्ति सवार थे।


सूचना प्राप्त होते ही एसडीआरएफ पोस्ट पांडुकेश्वर से अपर उपनिरीक्षक मंगल सिंह भाकोनी के नेतृत्व में टीम तत्काल घटनास्थल पर पहुंची। टीम द्वारा सभी घायलों को वाहन से सुरक्षित निकालकर प्राथमिक उपचार प्रदान किया गया तथा सभी घायलों को उपचार हेतु सकुशल पांडुकेश्वर प्राथमिक चिकित्सा केंद्र पहुंचाया गया।

जनपद देहरादून: एस.डी.आर.एफ. टीम द्वारा देर रात्रि गहरी खाई में गिरे युवक का किया गया सफल रेस्क्यू* 


आज दिनांक 07 नवम्बर 2025 की देर रात्रि डायल 112 देहरादून से एस.डी.आर.एफ. टीम को सूचना प्राप्त हुई कि राजपुर रोड स्थित सनशाइन स्कूल के पास एक युवक अनियंत्रित होकर लगभग 200 मीटर गहरी खाई में गिर गया है। मौके पर फायर सर्विस मौजूद है तथा एस.डी.आर.एफ. टीम की आवश्यकता है।


सूचना प्राप्त होते ही पोस्ट सहस्त्रधारा से उप निरीक्षक मुकेश रावत के नेतृत्व में एसडीआरएफ टीम रेस्क्यू उपकरणों सहित तत्काल घटनास्थल हेतु रवाना हुई।


SDRF टीम द्वारा घटनास्थल पर पहुंचने पर पाया गया कि एक युवक गहरी खाई में गिरा हुआ था। टीम द्वारा फायर सर्विस के साथ मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। रात्रि का समय, अंधेरा तथा मार्ग के क्षतिग्रस्त होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन अत्यंत चुनौतीपूर्ण रहा। एस.डी.आर.एफ. टीम ने अत्यधिक कठिन परिस्थितियों में लगभग 200 मीटर गहरी खाई में  उतरकर कड़ी मशक्कत के बाद उक्त घायल युवक को खाई से सुरक्षित बाहर निकाला।


मार्ग शंकरा व क्षतिग्रस्त होने के कारण एम्बुलेंस घटनास्थल तक नहीं पहुंच पाई थी, जिस पर एस.डी.आर.एफ. टीम द्वारा घायल युवक को स्ट्रेचर के माध्यम से सुरक्षित रोड हेड तक लाया गया तथा अग्रिम कार्यवाही हेतु जिला पुलिस के सुपुर्द किया गया।


 *घायल युवक :-* 

सचिन, उम्र 27 निवासी पिथौरागढ

 पीएम ड्यूटी में तैनात अधिकारियों को डीएम ने समझाए दायित्व;  ड्यूटी में भूल-चूक के लिए कोई स्थान नही


देहरादून:

PM modi uttatakhand, yuva mahotsav




 राज्य स्थापना दिवस रजत जयंती वर्ष के मुख्य कार्यक्रम एवं माननीय प्रधानमंत्री जी के आगमन के दृष्टिगत जिलाधिकारी सविन बंसल ने आईआरडीटी ऑडिटोरियम में वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआई) परिसर में आयोजित होने वाले कार्यक्रम की व्यवस्थाओं तैनात मजिस्टेªट, सैक्टर मजिस्टेªट, नोडल अधिकारियों की ब्रीफिंग करते हुए तैनात अधिकारियों को उनके दायित्व समझाए। साथ ही कहा कि वीवीआईपी ड्यूटी में किसी प्रकार की भूल-चूक के लिए कोई स्थान नही है इसलिए अपने दायित्वों को समझकर भलीभांति निर्वहन करें तथा यदि काई शंका है तो उसका समय रहते समाधान कर लें। 

आईआरडीटी ऑडिटोरियम में मा0 प्रधानमंत्री के कार्यक्रम हेतु तैनात सभी मजिस्ट्रेटों, सैक्टर मजिस्टेªट,  लाईजिनिंग अधिकारियों, नोडल अधिकारियों एवं संबंधित विभागों के अधिकारियों को ब्रीफ करते हुए उनके कर्तव्यों, जिम्मेदारियों एवं दायित्वों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।

जिलाधिकारी ने कहा कि वीवीआईपी ड्यूटी महत्वपूर्ण होती है इसमें किसी भी लापरवाही के लिए कोई स्थान नही होता है। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने दायित्वों को भलीभांति समझते हुए   दायित्वों का निर्वहन करें। उन्होंने निर्देश दिए कि कार्यक्रम स्थल पर यातायात व्यवस्था, सुरक्षा प्रबंधन, आगंतुकों की सुविधा, सिटिंग व्यवस्था, पार्किंग व्यवस्था, वीआईपी मूवमेंट, स्वास्थ्य एवं आपातकालीन सेवाएं आदि सुनिश्चित कर ली जाएं। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने क्षेत्राधिकार, ड्यूटी स्थल ब्लॉक का निरीक्षण कर समझ लें तथा जिन-जिन अधिकारियों की ड्यूटी उनके ब्लॉक में लगाई गई है उनसे समय से समन्वय कर लें ताकि कार्यक्रम दिवस में किसी प्रकार असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि यदि किसी अधिकारी कार्मिक की काई समस्या है तो वह समय रहते  अपनी शंका का समाधान कर ले। इससे पूर्व मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह एवं नगर मजिस्टेªट प्रत्युष सिंह ने ड्यूटी में तैनात समस्त मजिस्टेªट, सैक्टर मजिस्टेªट, नोडल अधिकारियों को उनकी ब्लॉकवार ड्यूटी एवं सौंपे गए दायित्वों की बारीकी से जानकारी दी गई। 

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, नगर मजिस्टेªट प्रत्युष सिहं, सहित तैनात समस्त मजिस्टेªट, सैक्टर मजिस्टेªट, जिला स्तरीय अधिकारी कार्मिक उपस्थित रहे। 


*आसमान से जमीन तक छाया उत्साह, रजत जयंती पर युवाओं ने रचा जोश का इतिहास*

*मैराथन, हॉट एयर बैलून से पैराग्लाइडिंग तकः रजत जयंती पर युवाओं ने दिखाया जज्बा*


देहरादून :


राजधानी देहरादून में रजत जयंती के अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा पर्यटन, खेल और युवा कल्याण विभाग की संयुक्त तत्वाधान में हॉट एयर बैलून राइड, पैराग्लाइडिंग एवं मैराथन दौड़ आयोजित कर युवाओं को फिट इंडिया मूवमेंट की ओर अग्रसर किया। साथ ही विभिन्न जगहों में आयोजित साहसिक खेलों ने भी युवा स्कूली छात्राओं छात्राओं का मनोबल बढ़ाया।


 जनपद देहरादून के डोईवाला ब्लॉक के थानों में राजकीय इंटर कॉलेज के प्रागंण में हॉट एयर बैलून राइड का आयोजन किया गया। जिसमें कई युवाओं ने प्रतिभाग कर हॉट एयर बैलून का आनंद लिया। साथ ही स्कूली छात्र छात्राओं ने इस साहसिक खेल का अनुभव भी किया।

 

 इसी के साथ थानो न्याय पंचायत के ग्राम चक तलाई में पैराग्लाइडिंग का आयोजन किया गया। जिसमे बीएसएफ इंस्टीट्यूट ऑफ एडवेंचर एंड ट्रेनिंग देहरादून के अनुभवी पैराग्लाइडर्स ने पैराग्लाइडिंग कर  आसमान में करतबबाज़ी दिखाई और एयरो शो व एक्यूरेसी स्ट्रेंथ का प्रदर्शन किया।

 

वहीं 07 नवंबर को सुबह देहरादून के पवेलियन ग्राउंड से आठ किलोमीटर मैराथन दौड का आयोजन किया गया। मैराथन में 700 से अधिक युवाओं ने प्रतिभाग कर फिट इंडिया मूवमेंट में अपनी भागीदारी निभाई। फिट उत्तराखंड और फिट इंडिया मूवमेंट की मुहिम को आगे बढ़ते हुए युवाओं ने दौड़ लगाकर स्वस्थ शरीर के प्रति जागरूकता का संदेश दिया।

 

जिला पर्यटन अधिकारी वृजेन्द्र पांडेय ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा आयोजित इन सभी कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं ने रजत जयंती वर्ष को अपना अनुभवी वर्ष के तौर पर उत्साह के साथ अपनी भागीदारी निभाई। इन तीनों प्रतियोगिता के प्रथम, द्वितीय और तृतीय विजेताओं को जिला प्रशासन द्वारा पुरस्कृत भी किया गया।


 

 

*प्रदेश में संस्कृति के उत्थान और कलाकारों के हित में की गई चार घोषणाएं*

*वृद्ध और खराब स्वास्थ्य के चलते जीविकोपार्जन में अस्वस्थ कलाकारों की मासिक पेंशन में की गई 3000 रु की बढ़ोतरी*

*- ऐसे कलाकारों की मासिक पेंशन अब 3000 से बढ़ाकर 6000 रु प्रतिमाह  की गई*

*संस्कृति विभाग में सूचीबद्ध सांस्कृतिक कलाकारों को मानदेय अब नॉर्थ जोन कल्चरल सेंटर की तर्ज पर मिलेगा*

*समस्त जनपद स्तर पर  प्रेक्षागृह का किया जाएगा निर्माण*


*सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण व प्रदर्शन हेतु  प्रदेश में एक राज्य स्तरीय तथा दोनों मंडलों में एक-एक मंडल स्तरीय संग्रहालय का किया जाएगा निर्माण*

ninadutsav CM Dhami


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य स्थापना की रजत जयंती के अवसर पर हिमालयन संस्कृति केंद्र गढ़ी कैंट देहरादून में आयोजित हिमालय निनाद उत्सव- 2025 में प्रतिभाग करते हुए कलाकारों का उत्साहवर्धन किया तथा संस्कृति के उत्थान और कलाकारों के हित में चार घोषणाएं की। 


उन्होंने वृद्ध एवं आर्थिक रूप से कमजोर कलाकारों तथा लेखकों को जिन्होंने अपना पूरा जीवन कला एवं संस्कृति तथा साहित्य की आराधना में लगा दिया परंतु वृद्धावस्था व खराब स्वास्थ्य के कारण वह अपने जीविकोपार्जन में असमर्थ हो गए हैं, को देय मासिक पेंशन ₹3000 में वृद्धि करते हुए 6000 रुपए मासिक करने की घोषणा की। 


मुख्यमंत्री ने संस्कृति विभाग के अंतर्गत सूचीबद्ध सांस्कृतिक दलों के कलाकारों का मानदेय एवं अन्य व्यवस्थाएं भारत सरकार के उपक्रम नॉर्थ जोन कल्चरल सेंटर की तर्ज पर दिए जाने की घोषणा की। 


उन्होंने प्रदेश के समस्त जनपद स्तर पर  प्रेक्षागृह का निर्माण करने की घोषणा की। 


इसके अतिरिक्त सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण व प्रदर्शन हेतु प्रदेश में एक राज्य स्तरीय संग्रहालय एवं कुमाऊं व गढ़वाल मंडल में एक-एक मंडल स्तरीय संग्रहालय का निर्माण किए जाने की भी घोषणा की। 


मुख्यमंत्री ने हिमालय निनाद महोत्सव- 2025 के अवसर पर सभी को राज्य के रजत उत्सव की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह उत्सव मात्र एक सांस्कृतिक समारोह नहीं है बल्कि हिमालय की आत्मा,  उसकी विविध परंपराओं, लोक  धुनों और साझा चेतना का उत्सव है। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की स्थापना के 25 वर्ष पूरे हो रहे हैं,  यह हमारे राज्य के विकास, संघर्ष और स्वाभिमान का रजत जयंती वर्ष है। यह केवल उत्सव का नहीं बल्कि आत्ममंथन और नए संकल्प का भी अवसर है। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मंच के माध्यम से न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे हिमालय क्षेत्र की विविध संस्कृतियों को एक सूत्र में पिरोया गया है।  तिब्बत की आध्यात्मिक परंपराओं, अरुणाचल और मणिपुर के जनजातीय गीत, हिमाचल का खोड़ा नृत्य, असम का बिहू, लद्दाख का जोब्रा नृत्य सबने इस मंच को जीवंत बना दिया है। उन्होंने कहा कि यह सांस्कृतिक संगम इस बात का भी प्रमाण है की भौगोलिक सीमाएं हमें बांट नहीं सकती, हम सब एक साझा विरासत और एक साझा हिमालय की चेतना से जुड़े हुए हैं। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि निनाद- 2025 में आयोजित  परिचर्चा सत्रों ने इस आयोजन को और भी अर्थपूर्ण बना दिया है। हिमालय में रंगमंच, उत्तराखंड का सिनेमा और समाज, लोक भाषा और संस्कृति, नंदा राजजात और हिमालय में खानपान, विरासत और उत्तराधिकार जैसे विषयों पर हुई चर्चाओं ने यह स्पष्ट किया है कि हमारी संस्कृति केवल परंपरा में नहीं बल्कि रचनात्मक विमर्श और नवाचार में भी जीवित है। 


उन्होंने कहा कि मैं इस अवसर पर उन महान आत्माओं को नमन करता हूं जिन्होंने उत्तराखंड राज्य के लिए संघर्ष किया।  उनकी स्मृति  हमें याद दिलाती है कि यह राज्य हमें कितनी कठिनाइयों, बलिदानों और जनसमर्पण के बाद मिला है। उनकी यादों को संजोना और नई पीढ़ी को उस संघर्ष की प्रेरणा देना हम सबका कर्तव्य बनता है। 


इस अवसर पर निनाद उत्सव- 2025 में राज्यसभा सांसद और पद्म विभूषण शास्त्रीय नृत्यांगना सोनल मानसिंह, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, उपाध्यक्ष संस्कृत साहित्य एवं कला परिषद मधु भट्ट, संस्कृति सचिव युगल किशोर पंत सहित संबंधित लोग उपस्थित थे।

 समाज की जागरूकता, राष्ट्र निर्माण में अहम : शंकराचार्य राजराजेश्वराश्रम 

*** एनयूजे आई उत्तराखंड इकाई हरिद्वार का शपथ ग्रहण समारोह संपन्न 

***अध्यक्ष नरेश गुप्ता, महामंत्री संदीप रावत सहित समस्त नवनिर्वाचित कार्यकारिणी ने ली पद एवं गोपनीयता की शपथ 



हरिद्वार:

NUJ(I) working committee haridwar


 द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज ने कहा

पत्रकारिता का समाज निर्माण और शासन, प्रशासन के बीच सेतु के साथ ही सजग प्रहरी होने की अहम भूमिका है। वह स्वयं भी पत्रकारिता की पृष्ठभूमि से है इसीलिए आज अपने को पत्रकारों के मध्य पाकर अपनत्व महसूस कर रहे है। उन्होंने कहा समाज के हर व्यक्ति को भी जागरूक होना पड़ेगा तभी राष्ट्र निर्माण की अवधारणा धरातल पर नजर आयेगी।


गौरतलब है कि देश में पत्रकारों की सबसे बड़ी संस्था एनयूजे (आई) उत्तराखंड, इकाई हरिद्वार की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण समारोह एवं अमर शहीद गणेश शंकर विद्यार्थी सम्मान समारोह का आयोजन प्रेस क्लब हरिद्वार के सभागार में आयोजित किया गया।


 कार्यक्रम के अध्यक्ष जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम, मुख्य अतिथि जिलाधिकारी मयूर दीक्षित एवं  विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोभाल ने नवनिर्वाचित कार्यकारिणी सदस्यों को शपथ दिलाई।


कार्यक्रम की विधिवत शुरुवात देवी सरस्वती दीप प्रज्वलन के साथ हुई।

आरंभिक संबोधन में वर्तमान जिला अध्यक्ष श्री आदेश त्यागी ने अपने कार्यकाल , एन यू जे आई संगठन और गणेश शंकर विद्यार्थी सम्मान समारोह के बारे में प्रकाश डाला।

उन्होंने गणेश शंकर विद्यार्थी को महान क्रांतिकारी के साथ समाज को जोड़ने में एक पत्रकार की भूमिका का उल्लेख किया।



  इस मौके पर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि पत्रकारों को पारदर्शिता से कार्य करना चाहिए। उनकी लेखनी का समाज पर गहरा असर पड़ता है। पत्रकार शासन प्रशासन के लिए भी पर प्रदर्शक की भूमिका का निर्वहन करते है। एसएसपी प्रमेन्द्र डोभाल ने अपने संबोधन में गणेश शंकर विद्यार्थी को महात्मा गांधी के पदचिन्हों पर चलने वाला अहिंसावादी महान पत्रकार बताते हुए कहा कि उन्होंने हिंदी पत्रकारिता के क्षेत्र में प्रारंभिक अलख जगाने के साथ नया आयाम दिया। वहीं कई पत्रकारों को पत्रकारिता के पथ पर चलने की प्रेरणा दी।उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। एनयूजे आई के प्रदेश अध्यक्ष सुनील दत्त पाण्डेय ने कहा कि  हर वर्ष क्रांतिकारी गणेश शंकर विद्यार्थी जयंती और सम्मान समारोह मनाने की परंपरा समाज में उनके योगदान को आम जन के बीच स्मरण बोध कराती है जो प्रशंसनीय है। प्रेस क्लब अध्यक्ष धर्मेंद्र चौधरी ने कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में प्रेस क्लब की अपनी पहचान है। एनयूजे,  आई, श्रमजीवी पत्रकार यूनियन सहित अन्य प्रतिष्ठित संगठन प्रेस क्लब से जुड़े हैं। उन्हें गर्व है कि एनयूजे (आई) उत्तराखंड इकाई हरिद्वार के सदस्य के नाते प्रेस क्लब हरिद्वार के अध्यक्ष पद पर सेवाएं दे रहे हैं। संस्था के निवर्तमान महामंत्री डॉ शिवा अग्रवाल ने गणेश शंकर विद्यार्थी के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला। 

वहीं नवनिर्वाचित अध्यक्ष नरेश गुप्ता ने ने अपने कार्यकाल में संगठन को मजबूत करने और पत्रकारों के हित में कार्य करने का संकल्प दोहराया। कार्यक्रम में डॉ शिव शंकर जायसवाल, पं रामेश्वर गौड़, बालकृष्ण शास्त्री, विमल कुमार डॉक्टर रविकांत शर्मा डॉक्टर प्रदीप जोशी रामचंद्र कनौजिया सुरेंद्र शर्मा एडवोकेट राजेंद्र नाथ गोस्वामी एडवोकेट ललित नाथ दीपक मिश्रा गुलशन नैय्यर श्रीमती श्वेता सहगल प्रधानाचार्य संस्कृति स्कूल,  माधवी भट्टाचार्य कथक नृत्यांगना,  इंद्र मोहन बड़थ्वाल , उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन, समाजसेवी नेहा मालिक, जगदीश लाल पाहवा, डॉ विशाल गर्ग, पूर्व पार्षद दिनेश जोशी,  ट्रीमैन बघेल जी,  लव शर्मा एनयूजे आई उत्तराखंड इकाई हरिद्वार के निवर्तमान अध्यक्ष आदेश त्यागी, प्रेस क्लब महासचिव दीपक मिश्रा, श्रमजीवी अध्यक्ष संजय आर्य,महामंत्री अमित कुमार डॉ राजनीकांत शुक्ला, अविक्षित रमन, बिजेंद्र हर्ष, राजेंद्र गोस्वामी, ललितेंद्र नाथ, बालकृष्ण शास्त्री, डॉ शिव शंकर जायसवाल, कृष्ण कांत त्रिपाठी,ललितेन्द्र नाथ, पं रामेश्वर गौड़, बालकृष्ण शास्त्री, विमल कुमार डॉक्टर रविकांत शर्मा डॉक्टर प्रदीप जोशी रामचंद्र कनौजिया सुरेंद्र शर्मा एडवोकेट राजेंद्र नाथ गोस्वामी एडवोकेट ललित नाथ दीपक मिश्रा गुलशन नैय्यर ,सुदेश आर्य, संजय रावल,गंगा सभा अध्यक्ष नितिन गौतम, इस एम जे एन प्राचार्य सुनील कुमार बत्रा, संजय माहेश्वरी , विनय थपलियाल, शिव कुमार चौहान, अंजना, श्वेता सहगल प्रधानाचार्य संस्कृति स्कूल,  माधवी भट्टाचार्य कथक नृत्यांगना,  इंद्र मोहन बड़थ्वाल , उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन, समाजसेवी नेहा मालिक, जगदीश लाल पाहवा, डॉ विशाल गर्ग, ललित पांडे, उदय राम सेमवाल,  ट्रीमैन बघेल जी, भाजपा उपाध्यक्ष , राव रियासत पुंडीरा, लव शर्मा सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहें।


नवनियुक्त कार्यकारिणी कां विवरण:


अध्यक्ष-श्री नरेश गुप्ता, उपाध्यक्ष-राधिका नागरथ, विकास कुमार झा,, महामंत्री- संदीप रावत, कोषाध्यक्ष-सचिन कुमार, वरिष्ठ सचिव-जोगेंद्र मावी

सचिव- प्रतिभा वर्मा व सोमेश खत्री

संगठन सचिव-आशीष मिश्रा

प्रचार सचिव-नितिन राणा

समारोह सचिव-संजीव शर्मा

विधि सलाहकार-सुरेंद्र शर्मा एवं 

सदस्य कार्यकारिणी सदस्यों में अनिल चौधरी, स्वरूप पुरी, शिवांग अग्रवाल, ठाकुर शैलेंद्र सिंह, संतोष कुमार, कुमकुम शर्मा, अनूप कुमार, शमशेर बहादुर, नीलम सैनी, निशा शर्मा, दिव्यांश शर्मा, अम्बरीष कुमार, वैभव भाटिया, करण खुराना, विश्वजीत सिंह ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। वहीं 

 मनोज कपिल, डीएवी प्रधानाचार्य,  शांतनु मांगलिक ,स्केटिंग चैंपियन , अवनीश प्रेमी, पत्रकारिता,  स्वरूप पुरी, पत्रकारिता, अंकुर अग्रवाल, रोटरी क्लब, रानीपुर, कल्पना गहलोत, यातायात प्रबंधन के लिए अमर शहीद गणेश शंकर विद्यार्थी सम्मान पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

 

 उत्तराखंड कांग्रेस को लेकर प्रदेश  कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेतागणों की बैठक नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के मुख्यालय इन्दिरा भवन मे जिसमे आदरणीय हरीश रावत ,नेताप्रतिपक्ष यशपाल आर्य ,पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ,प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहारा  ,राष्ट्रीय महासचिव के.सी बेणुगोपाल , उत्तराखंड कांग्रेस प्रभारी कुमारी शैलजा  ,सह  प्रभारी सुरेन्द्र शर्मा   सहित अन्य नेता मौजूद थे। 



इस अवसर पर प्रदेश मीडिया चेयरमैन राजीव महर्षि , प्रदेश महासचिव अजय सिंह भी उपस्थित थे।इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य जी ने कुछ मीडिया बन्धुओं के समक्ष अपने विचार रखे।

:*मुख्यमंत्री ने प्रदान की विभिन्न योजनाओं के लिए 16.95 करोड की वित्तीय स्वीकृति*


rajy yuva mahotsav 2025 chipko aandolan


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, पिलखी, टिहरी गढ़वाल को 30 शैय्यायुक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के रूप में उच्चीकृत करते हुए रू0 14.83 करोड़ तथा जनपद नैनीताल के विकासखण्ड भीमताल में ग्रामीण निर्माण विभाग, प्रखण्ड नैनीताल के अनावासीय कार्यालय भवन के निर्माण हेतु  रू0 2.12 करोड़ की धनराशि स्वीकृत किये जाने का अनुमोदन प्रदान किया है।

राज्य स्थापना की रजत जयंती पर रामनगर में आयोजित राज्य स्तरीय “जन वन महोत्सव” का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह* *धामी ने किया शुभारंभ*

*चिपको आंदोलन बना महिला शक्ति और पर्यावरण प्रेम का प्रतीक*

*प्रकृति संरक्षण हमारे संस्कारों में है निहित - मुख्यमंत्री* 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती के शुभ अवसर पर रामनगर में राज्य स्तरीय जन वन महोत्सव का शुभारंभ किया।


मुख्यमंत्री ने कहा कि वन्य जीवों का संरक्षण देवभूमि की संस्कृति का अभिन्न अंग है और प्रकृति का संरक्षण हमारे संस्कारों में समाहित है। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने मानव और प्रकृति के सहअस्तित्व की जो विचारधारा दी, वह आज भी हमारी जीवनशैली का आधार है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जन वन महोत्सव जनता और जंगलों के बीच अटूट रिश्ते का प्रतीक है। यह हमें सिखाता है कि विकास तभी सार्थक है जब पारिस्थितिकी और आर्थिकी के बीच सामंजस्य बना रहे। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना और उसे अपने जीवन का हिस्सा बनाना समय की मांग है।


*“चिपको आंदोलन” महिला शक्ति और पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक - मुख्यमंत्री*


मुख्यमंत्री श्री धामी ने वर्ष 1973 के चमोली जिले में हुए चिपको आंदोलन का उल्लेख करते हुए कहा कि उत्तराखंड की महिलाओं ने पेड़ों से लिपटकर जो संदेश दिया था, उसने विश्वभर में पर्यावरण संरक्षण की नई दिशा दी। यह आंदोलन महिला सशक्तिकरण, सत्याग्रह और पर्यावरण प्रेम का प्रतीक बन गया।


*प्रकृति: संस्कृति एवं विकास का संतुलन: उत्तराखंड की पहचान*


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य गठन के 25 वर्षों में उत्तराखंड ने प्रकृति, संस्कृति और विकास का संतुलन बनाए रखते हुए उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की हरियाली, समृद्ध जैव विविधता और वन्य जीव हमारे प्रदेश की पहचान हैं।


उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार इकोलॉजी, इकोनॉमी और टेक्नोलॉजी के संतुलन पर कार्य कर रही है। वन्य जीव संरक्षण के लिए प्रदेश में जीपीएस ट्रैकिंग, ड्रोन सर्विलांस, डॉग स्क्वॉड जैसी आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है।


*इको-टूरिज्म और रोजगार सृजन पर दिया जा रहा है ध्यान*


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में इको-टूरिज्म मॉडल पर तेजी से काम किया जा रहा है ताकि स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलें और पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे। उन्होंने कहा कि बिजरानी, गिरिजा और ढिकुली जोन को आधुनिक रूप में विकसित किया गया है, जिससे हजारों ग्रामीणों को प्रत्यक्ष रोजगार प्राप्त हुआ है।


उन्होंने कहा कि नेचर गाइड, ड्रोन पायलट, वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर, वाइल्डलाइफ टूरिज्म आधारित कौशल को उद्यम के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिससे युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है।


*प्रकृति संरक्षण में बच्चों की भी हो भागीदारी*


मुख्यमंत्री श्री धामी ने नगर वन में विभिन्न विद्यालयों के बच्चों द्वारा तैयार की गई चित्रकला एवं कलाकृतियों का अवलोकन किया और उनकी रचनात्मकता की सराहना की। उन्होंने कहा कि बच्चों में पर्यावरण संरक्षण की भावना विकसित करना सबसे बड़ी पूंजी है।


*मुख्यमंत्री ने की विकास संबंधी विभिन्न घोषणाएँ*


मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर क्षेत्र के विकास हेतु कई घोषणाएँ की जिसमें ग्राम लेती-चोपड़ा को नए राजस्व ग्राम के रूप में विकसित कर पानी, बिजली, शिक्षा, सड़क और स्वास्थ्य की मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध कराए जाने, ग्राम भलौन में सिंचाई और पेयजल ट्यूबवेल की स्थापना,  तुमड़िया रोड को मालधन से जोड़े जाने तथा पर्यटन सत्र 2025-26 में महिला जिप्सी चालकों के विशेष प्रशिक्षण के बाद शेष पंजीकरण पूर्ण किए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने नगर वन में लाइट एंड साउंड शो शीघ्र प्रारंभ किये जाने, रामनगर में सामुदायिक सोवेनियर शॉप का निर्माण कर स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन दिये जाने की भी घोषणा की।


कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा वन विभाग के विभिन्न प्रभागों, व महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा लगाए गए स्टालों का भी निरीक्षण किया गया तथा एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधा भी रोपित किया। 


इस अवसर पर वन मंत्री श्री सुबोध उनियाल ने कहा कि राज्य सरकार वन एवं वन्य जीव संरक्षण के साथ स्थानीय आजीविका बढ़ाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि वन विभाग के प्रयासों से प्रदेश में वन्य जीवों की संख्या में निरंतर वृद्धि हुई है।


प्रमुख सचिव वन श्री आर.के. सुधांशु ने वन संरक्षण, मानवदृवन्य जीव संघर्ष की रोकथाम और संरक्षण योजनाओं की जानकारी दी।


कार्यक्रम में विधायक दीवान सिंह बिष्ट, अध्यक्ष अनुसूचित जाति आयोग मुकेश कुमार, प्रमुख वन संरक्षक डॉ. समीर सिन्हा, मुख्य वन संरक्षक (कुमाऊं) डॉ. तेजस्विनी पाटिल, नगर पालिका अध्यक्ष हाजी मोहम्मद अकरम, क्षेत्र प्रमुख मंजू नेगी, जिलाधिकारी  ललित मोहन रयाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. मंजूनाथ टीसी सहित बड़ी संख्या में स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी, विद्यार्थी और नागरिक उपस्थित रहे।

देहरादून


*मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में स्वास्थ्य क्रांति की ओर बढ़ता उत्तराखंड*

*25 वर्षों में उत्तराखंड की सेहत में सुधार, राज्य के हर कोने तक पहुंच रही चिकित्सा सुविधाएं, डॉक्टरों की संख्या और ढांचा हुआ मजबूत*

*मातृ मृत्यु दर में 77 प्रतिशत की कमी, कुल 1985 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों से 34 लाख लोगों को लाभ


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन और कुशल नेतृत्व में उत्तराखंड का स्वास्थ्य विभाग अभूतपूर्व गति से आगे बढ़ रहा है। राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं से लेकर मेडिकल एजुकेशन तक, हर क्षेत्र में सुधार की नई मिसालें स्थापित हो रही हैं। स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत राज्य ने मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में उल्लेखनीय कमी लाने, संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहन देने और ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं का दायरा बढ़ाने में बड़ी सफलता हासिल की है। राज्य गठन के 25 वर्षों में उत्तराखंड ने स्वास्थ्य ढांचे को सुदृढ़ करने की दिशा में लंबी छलांग लगाई है। आज प्रदेश के हर जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं का जाल बिछ चुका है। वर्तमान में राज्य में 13 जिला चिकित्सालय, 21 उपजिला चिकित्सालय, 80 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 577 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और करीब 2000 मातृ-शिशु कल्याण केंद्र सक्रिय हैं, जहाँ आम जनता को स्थानीय स्तर पर उपचार मिल रहा है।

सरकार ने हाल ही में 6 उपजिला चिकित्सालय, 6 सीएचसी और 9 पीएचसी के उन्नयन को मंजूरी दी है। साथ ही सेलाकुई (देहरादून) और गेठिया (नैनीताल) में 100-100 शैय्यायुक्त मानसिक चिकित्सालयों का निर्माण तेजी से जारी है। भारत सरकार के सहयोग से उत्तरकाशी, गोपेश्वर, बागेश्वर और रुड़की में 200 शैय्यायुक्त क्रीटिकल केयर ब्लॉक, जबकि मोतीनगर (हल्द्वानी) और नैनीताल में 50-50 शैय्यायुक्त ब्लॉक तैयार किए जा रहे हैं। देश में पहली बार एम्स ऋषिकेश के सहयोग से उत्तराखंड में हेली-एम्बुलेंस सेवा शुरू की गई है, जिससे पर्वतीय व दुर्गम इलाकों में आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ हुई हैं।


*स्वास्थ्य सेवाओं में अभूतपूर्व सुधार*


उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभा रहा है। स्वास्थ्य विभाग पिछले पांच सालों में मातृ मृत्यु दर (एमएमआर) और नवजात शिशु मृत्यु दर (एनएमआर) में निरंतर कमी आई है। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि सरकार का लक्ष्य है कि एनएमआर को घटाकर 12 और एमएमआर को 70 प्रति लाख जीवित जन्म तक लाया जाए। राज्य में एनएचएम की शुरुआत 27 अक्तूबर 2005 को हुई थी। इसका उद्देश्य ग्रामीण व दूरस्थ इलाकों में रहने वाले गरीबों, महिलाओं और बच्चों को सुलभ व गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। डॉ. कुमार के अनुसार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत की अगुवाई में मिशन ने अपने लक्ष्यों की दिशा में अभूतपूर्व प्रगति की है।


*शिशु और मातृ मृत्यु दर में ऐतिहासिक गिरावट*


राज्य गठन के समय शिशु मृत्यु दर (प्डत्) 52 प्रति हजार थी, जो अब घटकर 20 रह गई है। एसआरएस 2023 रिपोर्ट के अनुसार मातृ मृत्यु दर (डडत्) 450 प्रति लाख से घटकर अब मात्र 91 रह गई है। सकल प्रजनन दर (ज्थ्त्) भी 3.3 से घटकर 1.7 हो गई है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे (छथ्भ्ै-5) 2020-21 के अनुसार राज्य में संपूर्ण प्रतिरक्षण दर 88.6ः तक पहुँच चुकी है, जो राज्य गठन के समय 47ः थी। वहीं संस्थागत प्रसव दर अब 83.2ः हो गई है, जबकि राज्य निर्माण के समय यह मात्र 21ः थी।



*चिकित्सकों की संख्या में ऐतिहासिक बढ़ोतरी*


राज्य निर्माण के समय स्वास्थ्य विभाग में 1621 डॉक्टरों के पद स्वीकृत थे। सरकार ने 1264 नए पद सृजित कर यह संख्या 2885 तक पहुंचाई।रिक्तियों को भरने के लिए निरंतर भर्ती अभियानों के साथ-साथ, सरकार ने 220 चिकित्सकों को दुर्गम क्षेत्रों में तैनात किया है। वर्तमान में कुल 2885 पदों के सापेक्ष 2598 डाॅक्टर तैनात हैं। विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए उनकी सेवानिवृत्ति आयु 60 से बढ़ाकर 65 वर्ष कर दी गई है। लंबे समय से अनुपस्थित 56 डॉक्टरों की सेवा समाप्त कर सरकार ने सख्ती का संदेश भी दिया है।


*नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती*


राज्य सरकार ने अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए 1399 नर्सिंग अधिकारियों की नियुक्ति की है। एएनएम के 1933 पदों को बढ़ाकर 2295 किया गया, जिनमें से 1918 पद भरे जा चुके हैं। चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड के माध्यम से 34 एक्स-रे टेक्नीशियन सहित अन्य पैरामेडिकल कर्मियों की भर्ती भी की गई है।


*मातृ मृत्यु दर में 77 प्रतिशत की कमी*


स्वास्थ्य विभाग के प्रभावी क्रियान्वयन का परिणाम है कि मातृ मृत्यु दर में 77 प्रतिशत की कमी आई है। राज्य गठन के समय से मातृ मृत्यु दर (440/100000 जीवित प्रसव) के सापेक्ष (91/100000 जीवित प्रसव)  हो गई है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान 1,47,717 संस्थागत प्रसव कराए गए, जो कुल प्रसव का 85प्रतिशत हैं। 2025 में चलाए गए 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक के विशेष अभियान के तहत 37 हजार से अधिक गर्भवती महिलाओं की एनीमिया जांच की गई। राज्य में हरिद्वार व ऊधमसिंह नगर में दो पोषण पुनर्वास केंद्र भी स्थापित किए गए हैं, जिनमें इस वर्ष अब तक 32 कुपोषित शिशुओं का उपचार किया गया।


*प्रदेश में 1985 आयुष्मान आरोग्य केंद्र*


स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि प्रदेश के 13 जिलों में अब तक 1985 आयुष्मान आरोग्य मंदिर (हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर) स्थापित किए जा चुके हैं। इन केंद्रों से हर वर्ष 34 लाख से अधिक लोग स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ले रहे हैं। बीते तीन वर्षों में 28.8 लाख लोगों की हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की जांच, 28.4 लाख लोगों के मुख कैंसर, और 13.1 लाख महिलाओं के स्तन कैंसर की स्क्रीनिंग की गई। इससे स्वास्थ्य के प्रति जनजागरूकता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।


*108 आपातकालीन सेवा बनी जीवन रक्षक*


वर्ष 2008 में शुरू हुई 108 आपातकालीन एम्बुलेंस सेवा अब राज्य की स्वास्थ्य प्रणाली की रीढ़ बन चुकी है। वर्तमान में इसके पास 272 एम्बुलेंस हैं जिनमें 217 बेसिक लाइफ सपोर्ट (ठस्ै), 54 एडवांस लाइफ सपोर्ट (।स्ै) और 1 बोट एम्बुलेंस शामिल है। वर्ष 2019 से अगस्त 2025 तक, इस सेवा के माध्यम से 8.79 लाख से अधिक लोगों को आपातकालीन सहायता मिली है।


*गंभीर बीमारियों के लिए आर्थिक सहायता*


राज्य व्याधि सहायता निधि समिति के तहत बीपीएल वर्ग के मरीजों को 11 गंभीर बीमारियों के इलाज हेतु आर्थिक मदद दी जाती है। वर्ष 2005-06 से अब तक 1045 लाभार्थियों को इस योजना से सहायता मिली है, जिस पर 12.85 करोड़ रुपये से अधिक व्यय हुआ है।


*जनऔषधि केंद्रों से सस्ती दवाएं*


सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए राज्य में 335 प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र संचालित हैं, जबकि 48 नए केंद्र प्रस्तावित हैं।इन केंद्रों से आम नागरिकों को दवाएं बाजार मूल्य से 50-80ः तक सस्ती मिल रही हैं।


*टीबी उन्मूलन में उल्लेखनीय सफलता*


राज्य में टीबी मुक्त उत्तराखंड अभियान के तहत 2182 पंचायतें टीबी मुक्त घोषित की जा चुकी हैं। 18,159 निक्षय मित्र अब तक जुड़ चुके हैं, जिनमें से 8658 सक्रिय रूप से टीबी मरीजों को गोद लेकर सहयोग कर रहे हैं।


*तीर्थ यात्रियों के लिए विशेष स्वास्थ्य व्यवस्था*


हर वर्ष चारधाम और कैलाश मानसरोवर यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, सभी धामों और यात्रा मार्गों पर विशेषज्ञ डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ और जीवनरक्षक उपकरणों की तैनाती की जाती है। स्वास्थ्य सलाह (भ्मंसजी ।कअपेवतल) 13 भाषाओं में जारी की जाती है ताकि देश-विदेश से आने वाले यात्रियों को कोई असुविधा न हो।


*परिवार नियोजन और जनस्वास्थ्य विस्तार*


परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत देहरादून और अल्मोड़ा में दो नए परिवार नियोजन साधनों की शुरुआत की गई है। इसके साथ ही डेंगू और अन्य वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम को लेकर विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम के तहत 19 केंद्रों में 166 मशीनों द्वारा इस वर्ष अब तक 46,958 डायलिसिस सत्र संपन्न किए जा चुके हैं।


*रक्त संचरण सेवाओं का विस्तार*

2016 से अब तक राज्य में 65 रक्तकोष (ब्लड बैंक) स्थापित किए जा चुके हैं, जिनमें 28 सरकारी,  18 निजी व 19 चैरिटेबल संस्थान हैं। रक्त की उपलब्धता और आपातकालीन सेवाओं में बड़ी सुविधा मिली है।

*मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का विस्तृत बयान*

उत्तराखंड सरकार का लक्ष्य है कि राज्य का हर नागरिक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ सके। हमने स्वास्थ्य सेवाओं को अंतिम छोर तक पहुँचाने के लिए एनएचएम को एक मजबूत स्तंभ के रूप में कार्यरत किया है। आज प्रदेश में मातृ और शिशु मृत्यु दर ऐतिहासिक रूप से घटी है, संस्थागत प्रसव की दर में वृद्धि हुई है और लोगों में स्वास्थ्य के प्रति नई चेतना आई है। हमारी सरकार की प्राथमिकता हैकृ‘स्वस्थ उत्तराखंड, समृद्ध उत्तराखंड’। हमने स्वास्थ्य ढांचे को सशक्त बनाने के लिए रिकॉर्ड स्तर पर निवेश किया है। हेली-एंबुलेंस सेवा, आयुष्मान आरोग्य केंद्र, नर्सिंग और पैरामेडिकल शिक्षा में विस्तार जैसी पहलों से हमने स्वास्थ्य सेवाओं को गांव-गांव तक पहुँचाया है। मेरा विश्वास है कि आने वाले वर्षों में उत्तराखंड देश के सबसे स्वस्थ राज्यों में शामिल होगा और हमारी नीतियां जनसेवा की नई दिशा तय करेंगी।

*स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार का बयान*


स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में स्वास्थ्य सेवाओं में ऐतिहासिक परिवर्तन आया है। अगर बात करें पिछले 25 वर्षों  की तो उत्तराखंड ने स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। राज्य सरकार की प्राथमिकता हर नागरिक तक गुणवत्तापूर्ण और सुलभ स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाना है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, आयुष्मान भारत, टेलीमेडिसिन, 108 आपातकालीन सेवा और जन औषधि केंद्र जैसे कार्यक्रमों ने स्वास्थ्य ढांचे को नई मजबूती दी है। हमने मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में उल्लेखनीय कमी दर्ज की है और दूरस्थ क्षेत्रों में चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती सुनिश्चित की है। सरकार की नीति ‘स्वस्थ उत्तराखंड दृ समर्थ उत्तराखंड’ की दिशा में राज्य निरंतर आगे बढ़ रहा है। आने वाले वर्षों में हमारा लक्ष्य है कि हर गांव और हर व्यक्ति को समयबद्ध, सस्ती और प्रभावी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं। यह परिवर्तन केवल योजनाओं का नहीं, बल्कि संकल्प और प्रतिबद्धता का परिणाम है।



*मुख्यमंत्री धामी ने किया विकसित भारत यंग लीडर्स थीम पर आधारित राज्य युवा महोत्सव 2025- 26 का शुभारंभ*


*महोत्सव में फिट इंडिया उत्तराखंड और उत्तराखंड स्पोर्ट्सटैक हैकथन पहल का भी किया गया शुभारंभ*


*युवाओं द्वारा तैयार विज्ञान के विभिन्न मॉडल की विज्ञान प्रदर्शनी और स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार स्थानीय उत्पादों की स्टाल का किया गया अवलोकन*


*युवा करेंगे विकसित उत्तराखंड और विकसित भारत की संकल्पना को साकार: मुख्यमंत्री*


*कहा: हमारी समृद्ध विरासत को संजोए रखने और उसको अगली पीढ़ी तक पहुंचाने का दायित्व भी युवाओं पर*


 *राज्य में युवाओं को आगे बढ़ने और अपने सपने साकार करने के मिल रहे हैं व्यापक अवसर*



मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा परेड ग्राउंड में राज्य गठन की 25वीं वर्षगांठ के शुभ अवसर पर उत्तराखंड राज्य युवा महोत्सव 2025- 26 का शुभारंभ किया गया।


मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि युवा शक्ति को सही मार्गदर्शन और प्लेटफार्म उपलब्ध कराया जाए तो युवा शक्ति देश को नई ऊंचाई पर ले जाने की सामर्थ्य रखती है। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री  मोदी के नेतृत्व में युवाओं को राष्ट्रीय स्तर पर अपने सपनों को साकार करने के लिए अनेक अवसर मिले हैं जिससे विकसित भारत 2047 की संकल्पना को साकार करने के लिए युवा शक्ति अपना सर्वांगीण योगदान दे रहे है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश में युवाओं के लिए अनेक योजनाएं और कार्यक्रम संचालित हो रहे हैं। 


मुख्यमंत्री ने फिट इंडिया उत्तराखंड और उत्तराखंड स्पोर्ट्सटैक  हैकथन का शुभारंभ करते हुए कहा कि आज के समय में रोजगार के जहां अनेक नए अवसर पैदा हो रहे हैं तो वही पुरानी प्रचलित तकनीक हटने से कुछ अवसर कम भी हो रहे हैं।

 इसी को ध्यान रखते हुए हमने उत्तराखंड में युवाओं के लिए फ्यूचर बेस्ट रोजगार प्रदान करने के लिए अनेक कंपनियों से  एमओयू किए हैं।  राज्य में एक जनपद दो उत्पाद, हाउस आफ हिमालयाज, नई पर्यटन और फिल्म नीति, स्टेट मिलेट मिशन और युवाओं के लिए अनेक रोजगार और स्वरोजगारपर  योजनाओं को प्रारंभ किया है ताकि युवा नवाचार, डिजिटली, रचनात्मक और आने वाले भविष्य की डिमांड के अनुरूप खुद को तैयार कर सके। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा महोत्सव जैसे आयोजन से युवाओं को अपनी जड़ों से जोड़े रखने की प्रेरणा मिलती है और अपनी प्रतिभा के प्रदर्शन के लिए एक बेहतर मंच मिलता है। उन्होंने कहा कि हमारे राज्य के युवा आज सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं। हाल ही में संपादित हुए 38 वें राष्ट्रीय खेलों में हमारे युवाओं ने शानदार प्रदर्शन किया। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने युवा की ताकत और उसकी ऊर्जा को समझते हुए उत्तराखंड में खेल संस्कृति को विकसित करने का काम किया है।  युवा आत्मनिर्भर बन सके तथा स्वरोजगार और रोजगार से अपने सपनों को साकार कर सके इसके लिए हमने अनेक निर्णय युवाओं के हित में लिए। सख्त नकल कानून के द्वारा  युवाओं के पारदर्शी चयन का मार्ग प्रशस्त किया।  कुछ कर गुजरने का जज्बा रखने वाले युवाओं के लिए अनेक नीतियां लाई तथा उनका बेहतर तरीके से क्रियान्वयन कर रहे हैं। 



इस अवसर पर खेल मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि 2047 तक युवा शक्ति के बल पर भारत विकसित बनेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार युवाओं और महिलाओं के सपनों को साकार करने के लिए अनेक प्रयास कर रही हैं। 


राज्यसभा सांसद नरेश बंसल ने कहा कि आज देश और हमारा राज्य  अनेक क्षेत्रों में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। 


इस अवसर पर सुश्री स्वराज विद्वान, उपाध्यक्ष अल्पसंख्यक आयोग फरजना बेगम, विशेष प्रमुख सचिव अमित सिन्हा सहित  संबंधित अधिकारी और युवा  उपस्थित थे।



*जनपद देहरादून:कोलूखेत के पास बाइकसवार पिता-पुत्र गिरे खाई में SDRF ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन।* 



आज दिनाँक 06 नवम्बर 2025 को CCR देहरादून द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि कोलूखेत चौकी क्षेत्रान्तर्गत एक बाइक सवार खाई में गिर गया है, जिसके लिए SDRF टीम की आवश्यकता है।


उक्त सूचना मिलते ही SDRF पोस्ट सहस्त्रधारा से उपनिरीक्षक सुरेन्द्र सिंह के नेतृत्व मे SDRF टीम आवश्यक रेस्क्यू उपकरणों सहित तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुई।


एसडीआरएफ टीम को घटनास्थल पर पहुँचने पर ज्ञात हुआ कि मसूरी रोड पर नगर पालिका के टोल से लगभग 01 किलोमीटर आगे एक बाइक (UK 07AB 7926) पर सवार 02 व्यक्ति (पिता-पुत्र) गहरी खाई में गिर गए थे। SDRF टीम द्वारा जिला पुलिस के सहयोग से राहत एवं बचाव कार्य प्रारम्भ किया गया।


जिला पुलिस द्वारा घायल को पूर्व मे अस्पताल भिजवाया गया था। जबकि एक अन्य व्यक्ति की मौके पर ही मृत्यु हो चुकी थी, जिसका शव SDRF टीम द्वारा गहरी खाई से निकालकर मुख्य मार्ग तक लाया गया तथा जिला पुलिस के सुपुर्द किया गया।

 

 *घायल* -

फैजान अहमद पुत्र असवाक अहमद उम्र 14 वर्ष,निवासी रायपुर अधोईवाला।


 *मृतक* 

असवाक अहमद पुत्र फारूक अहमद, उम्र 40 वर्ष निवासी रायपुर अधोईवाला।

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