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एनआईईपीवीडी में विज्ञान व गणित कक्षाओं की शुरुआत सरहानीय : केंद्रीय मंत्री श्री वीरेंद्र कुमार 

देहरादून : 

president murnu  celebrated bday with NIEEPVD students



राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु इन दिनों तीन दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड पहुंची हैं। इसी कड़ी में आज उन्होंने विभिन्न कार्यक्रमों में प्रतिभाग किया। 


अपने 67वें जन्मदिन के अवसर पर राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान ( एनआईईपीवीडी) में आयोजित कार्यक्रम में भी शिरकत की। 


इस अवसर पर बच्चों द्वारा प्रस्तुत बधाई गीत ने सभी का मन मोह लिया और गीत को सुनकर खुद राष्ट्रपति भी भावुक हो उठीं। 


इस अवसर पर केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री वीरेंद्र कुमार भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर उन्होंने दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा देशभर में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी और बताया कि देश में दृष्टिबाधित छात्रों के लिए 9 राष्ट्रीय संस्थान कार्यरत हैं। उन्होंने एनआईईपीवीडी में विज्ञान व गणित कक्षाओं की शुरुआत को सराहा और बताया कि यहां से पढ़े तीन छात्र आईएएस बने हैं। 

उन्होंने कहा यह समारोह दिव्यांग बच्चों के हौसले और प्रतिभा को सलाम करने का प्रेरणादायक क्षण बना।


मुख्यमंत्री ने विदेशों से आए डेलिगेट्स के बीच बताई उत्तराखंड की विशेषताएं

प्रधानमंत्री का आयुष और वेलनेस सेक्टर के प्रति विशेष दृष्टिकोण


उत्तराखण्ड को योग के वैश्विक केंन्द्र के रूप में उभरने का कार्य किया जा रहा है

भराड़ीसैंण:


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को भराड़ीसैंण, गैरसैंण में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए सभी विदेशी राजनयिकों और सुप्रसिद्ध योगाचार्य का स्वागत किया। उन्होंने इस दौरान सभी को प्रतीक चिन्ह और उत्तराखंडी टोपी देकर सम्मानित भी किया। 

foreginer welcome at Bharadusain by CM Dhami

*#*#YogaInGairsain trending Nationwide**

*#YogaInGairsain trending Nationwide*


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मेक्सिको, फिजी, नेपाल, सूरीनाम, मंगोलिया, लातविया, श्रीलंका और रूस के उपस्थित राजदूत व अन्य उच्चधिकारियों का स्वागत करते हुए कहा कि देवभूमि उत्तराखंड योग और आयुष की वैश्विक राजधानी है। प्रधानमंत्री श्री नरेद्र मोदी जी के नेतृत्व और आग्रह पर पूरी दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। 2014 में प्रधानमंत्री जी के आग्रह पर संयुक्त राष्ट्र संघ में 177 से ज्यादा देशों ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को मान्यता दी। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने  बाबा केदारनाथ की धरती से यह दशक उत्तराखंड का दशक बताया था। उन्होंने कहा उनके शब्द हमारे लिए प्रेरणा, दिशा और संकल्प का उदघोष है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री का आयुष और वेलनेस सेक्टर के प्रति विशेष दृष्टिकोण है। उन्होंने कहा उत्तराखण्ड को योग के वैश्विक केंन्द्र के रूप में उभरने का कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा उत्तराखंड का हिमालयी वातावरण, शुद्ध जलवायु, और आध्यात्मिक ध्यान और योग के लिए उपयुक्त है। हमारा राज्य वैश्विक वेलनेस डेस्टिनेशन बनने की संपूर्ण क्षमता रखता है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी संस्कृति में सदियों से योग और आयुर्वेद गहराई से समाहित है। यह धरती ऋषियों, योगियों और वैद्यों की साधना स्थली रही है। उत्तराखण्ड से औषधियों कच्चे जडी-बूटियों की आपूर्ति  देश के साथ अंतराष्ट्रीय बाजारों में भी की जा रही है। दुनिया के प्रमुख आयुर्वेदिक औषधि निर्माता भी उत्तराखण्ड में अपने निर्माण कार्य कर रहे हैं। यहाँ की जैव विवधता में कुटकी, जटामांसी और तिमूर जैसी दुर्लभ और विशिष्ट औषधीय वनस्पतियों पाई जाती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा उत्तराखंड में 100 वर्ष से भी अधिक पुराने आयुर्वेदिक संस्थान संचालित है, जैसे ऋषिकुल और गुरूकुल आयुर्वेद महाविद्यालय, जिनके माध्यम से हम पीढियों से आयुर्वेदिक ज्ञान का विस्तार कर रहे हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुर्वेद, योग और पंचकर्म के क्षेत्र में उत्तराखण्ड के पास अत्यंत प्रशिक्षित मानव संसाधन है। हमारा राज्य गुणवत्ता युक्त हिमालयी जडी-बूटियों की आपूर्ति एवं उनके एक्सट्रैक्ट का उत्पादन, प्रसंस्करण और साझा व्यापार किया जा सकता है। उत्तराखण्ड के पारंपरिक सुपर फूड्स जैसे मंडुवा, झंगोरा, भट्ट, बिच्छुघास, किलमोडा आदि का मूल्य वर्धन, पैकेजिंग कर वैश्विक आदान किया जा सकता है। उन्होंने कहा जीवनशैली जनित विकारों, रोग निवारण और स्वास्थय संरक्षण पर संयुक्त अनुसंधान एवं नवाचार कार्य हम मिलकर कर सकते हैं।


*सांस्कृतिक कार्यक्रमों में दिखी पूरे उत्तराखंड की झलक*


अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम में संपूर्ण उत्तराखंड की झलक देखने को मिली। कार्यक्रम की शुरुआत नंदा देवी राज जात से हुई, इसके बाद उत्तराखंड की विभिन्न लोकनृत्य प्रस्तुतियों ने सभी का मन मोह लिया। इनमें झोड़ा-छपेली लोकनृत्य, नाटी  व अन्य लोकप्रिय नृत्य रहे, जिन्होंने गढ़वाली, कुमाऊनी, व जौनसारी संस्कृतियों से सभी को रूबरू कराया। 


इस अवसर पर भारत में मैक्सिको के राजदूत श्री फेडेरिको सालास, मेक्सिको दूतावास में आर्थिक मामलों के प्रमुख श्री रिकार्डो डेनियल डेलगाडो, भारत में फिजी उच्चायोग के हाई कमिश्नर श्री जगन्नाथ सामी, भारत में नेपाल के राजदूत डॉ शंकर प्रसाद शर्मा, भारत में सूरिनाम के राजदूत श्री अरुणकोमर हार्डियन, भारत में मंगोलिया के राजदूत श्री डंबाजाविन गैंबोल्ड, भारत में लातविया दूतावास में डिप्टी हेड ऑफ मिशन श्री मार्क्स डीतॉन्स, भारत के श्रीलंका उच्चायोग के मिनिस्टर काउंसलर श्री लक्ष्मेंद्र गेशन डिसनायके, रूसी दूतावास में प्रथम सचिव सुश्री क्रिस्टिना अनानीना एवं तृतीय सचिव सुश्री कैटरीना लज़ारेवा, योग गुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण, विधायक श्री अनिल नौटियाल, सचिव श्री दीपेन्द्र कुमार चौधरी, गढ़वाल कमिश्नर श्री विनय शंकर पांडे, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. विनय रुहेला, सूचना महानिदेशक बंसीधर तिवारी, जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी, पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

[20/06, 20:45] Ravi BijarNiya dipr Ravi BijarNia: *हमारी सनातन संस्कृति का मूल स्तंभ है योग*


*योग हमारी प्राचीन विरासत का बहुमूल्य उपहार है-मुख्यमंत्री*



मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि योग हमारी प्राचीन विरासत का बहुमूल्य उपहार है जो मनुष्य की मानसिक व शारीरिक शक्ति में वृद्धि और आध्यात्मिक ऊर्जा बढ़ाने में सहायता करता है। नियमित योग अभ्यास तनाव कम करने, जीवन को संतुलित बनाए रखने तथा असंभव लक्ष्य को पाने में विशेष भूमिका निभाता है। योग भारत की प्राचीनतम और समृद्ध परम्परा की एक पहचान है। पूरी मनुष्यता को हमारे ऋषि-मुनियों की यह महत्वपूर्ण देन है। योग साधना के द्वारा हम शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं। 


अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि योग के द्वारा आज दुनिया में हमारी विशिष्ट पहचान बनी है। योग के लिये दुनिया भारत की ओर देख रही है। योग ने देश व दुनिया को स्वस्थता का भी संदेश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि योग ने मनुष्य की सुख शान्ति की राह प्रशस्त की है। महान ऋषि पतंजलि ने योग के माध्यम से लोगों को जीने की राह दिखाई है। योग से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं। योग का अभ्यास शरीर, श्वास और मन को जोड़ता है। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि योग केवल शारीरिक अभ्यास नहीं, बल्कि आंतरिक शांति और आत्मबोध की एक प्रक्रिया है। यह हमारे मन को स्थिर कर चेतना की गहराइयों तक पहुँचाने का माध्यम है। हमारी सनातन संस्कृति का मूल स्तंभ योग है। यही कारण है कि आज योग दुनिया के करोड़ों लोगों की दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा बन गया है जो भारतीय जीवन शैली को वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठित कर रहा है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में योग को अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में मान्यता देने के लिए प्रस्ताव रखा था, जिसे 177 देशों ने समर्थन दिया और 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया गया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड योग और आयुष की भूमि है। उत्तराखंड को योग और वेलनेस की वैश्विक राजधानी बनाने के लिए नई योग नीति लाई गई है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी गौरवशाली सनातन संस्कृति का मूल आधार ’’वसुधैव कुटुम्बकम’’ है। अनेकों वैश्विक चुनौतियों और षड्यंत्रों का सामना करने के बावजूद भारत ने कभी भी मानवीय मूल्यों से हटकर आचरण नहीं किया और हमारी इस लोक कल्याणकारी अवधारणा का आधार हमारी संस्कृति है, जिसके मुख्य स्तंभों में एक योग भी है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रदेश के लिये सम्मान की बात है कि पुलिस लाईन देहरादून में आयोजित होने वाले अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव कार्यक्रम में राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मु उपस्थित रहेंगी। अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर राज्य में मुख्य कार्यक्रम ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में आयोजित किया जायेगा। जिसमें मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग करेंगे।

 

शिवपुरी :


प्रयागराज:

 अखंड ब्राह्मण सेवा समिति भारतवर्ष का दो दिवसीय महाधिवेशन "ब्राह्मण महाकुम्भ" प्रयागराज में संपन्न हुआ।

 जिसमे मध्यप्रदेश, विहार, राजस्थान, गुजरात, दिल्ली, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश के पदाधिकारियों ने सम्मिलित होकर अपने विचार प्रस्तुत किये 

 शिवपुरी जिला अध्यक्ष पण्डित कैप्टन चन्द्र प्रकाश शर्मा, संभागीय सचिव पंडित बालमुकुंद पुरोहित, उपाध्यक्ष पंडित हरिवंश त्रिवेदी,  कोषाध्यक्ष पंडित नरहरि प्रसाद अवस्थी, सलाहकार पंडित कैलाश नारायण मुद्गल, महासचिव पंडित दिनेश चन्द्र शर्मा,सचिव पंडित संजय शर्मा को सम्मानित किया गया।  

कैप्टन चन्द्र प्रकाश शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि सबकी नकल की जा सकती है लेकिन चरित्र, व्यवहार, संस्कार और ज्ञान की नकल नहीं हो सकती है। यह निरंतर अभ्यास, मेहनत, सात्विक वातावरण और गुणवान लोगों की संगति से ही संभव है। जिला अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि ब्राह्मणों को कान्यकुब्ज,  सनाढ्य, भार्गव, गौड़, जिझोतिया, सरयूपारी, महाराष्ट्रीयन ब्राह्मण, पंजाबी ब्राह्मण, कश्मीरी ब्राह्मण, तथा दक्षिण भारतीय ब्राह्मण का भेद  मिटाकर ब्राह्मण मात्र से विवाह संबंध करना चाहिए। विवाह सही समय पर, सही उम्र पर, बिना फिजूल खर्ची और बिना दिखावे के होना चाहिए।    

    आज 55% ब्राह्मण गरीबी की रेखा से नीचे रह रहे है, ऐसे लोगों के लिए हर शहर में ब्राह्मण छात्रावास, धर्मशाला बनाना चाहिए। जिससे गरीब ब्राह्मण बालक - बालिकाओं को शिक्षा में मदद मिल सके। 

जिला अध्यक्ष ने कहा कि हमें मेहनत से पीछे नहीं हटना चाहिए। काम में शर्म नहीं करनी चाहिए, कर्म ही धर्म है। कार्य छोटा - बड़ा नहीं होता। जो कौम मेहनत करना छोड़ देती है, आलसी हो जाती है, उसका  पतन निश्चित है। जो ब्राह्मण समर्थ है, जिनके कारोबार, कारखाने चल रहे हैं उन्हें चाहिए कि ब्राह्मणों को अधिक से अधिक रोजगार दें।

शिवपुरी की ओर से जिला महासचिव श्री दिनेश चन्द्र शर्मा ने कहा कि सुंदरकांड, धार्मिक ग्रंथ, गीता, रामायण का पठन-पाठन घर में जरूर होना चाहिए,  जिससे हमारे संस्कार सुधरे। उपाध्यक्ष हरिवंश त्रिवेदी ने ब्राह्मण एकता पर बल दिया। सलाहकार कैलाश नारायण मुद्गल ने संस्कृत के पठन-पाठन, शिखा, तिलक, जनेऊ के महत्व को बताया। सचिव संजय शर्मा , कोषाध्यक्ष नरहरि प्रसाद अवस्थी ने अपने विचार व्यक्त किये। संभागीय सचिव पंडित बालमुकुंद पुरोहित ने ब्राह्मणों की दुर्दशा का कारण एक दूसरे की टांग खींचना, बुराई करना, कथनी और करनी में अंतर बताया।  

शाम को सभी विप्रबंधु, माताओं एवं बहनों ने गंगा आरती में भाग लिया। सभी को त्रिवेणी संगम स्नान का पुण्य लाभ मिला । विभिन्न प्रदेशों से आए हुए ब्राह्मण बंधुओ से मिलने का अवसर पाकर सभी विप्रबंधु धन्य हुए।


 सीएम की प्रेरणा से जिला प्रशासन के जनहित में एक के बाद एक सख्त निर्णय


आदेशों की ना फरमानी पर प्रशासन किया था बैंक सील, 

देहरादून :



 जिलाधिकारी सविन बसंल अपने चिरपरिचित अंदाज में जनहित में निरंतर कड़े निर्णय ले रहे हैं। मा0 मुख्यमंत्री की प्रेरणा से जिलाधिकारी समस्याओं के समाधान के लिए भटक रहे फरियादियों की समस्या निस्तारित कर रहे हैं बल्कि त्वरित रिलिफ भी दे रहे हैं। पति की मृत्यु के उपरान्त अपनी सम्पति के कागज छुड़वाने तथा इंश्योरेंश के लिए भटक रही शिवानी गुप्ता के प्रकरण में जिलाधिकारी के आदेश पर देहरादून क्रॉस मॉल, राजपुर रोड स्थित डीसीबी बैंक प्रा0लि0 की शाखा को ही सीज कर दिया था।  बैंक की सम्पति कुर्क करते ही बैंक प्रबन्धक के होश ठिकाने आ गए तथा बैंक द्वारा शिवानी गुप्ता के सम्पति के कागज वापस किये साथ ही नो ड्यूज का सर्टीफिकेट भी घर जाकर दिया। 

मा0 सीएम के प्रताप से जिला प्रशासन हमेशा असहाय, निर्बल, जरूरतमंद के साथ है। जिला प्रशासन जनहित में निरंतर सख्त निर्णय ले रहा है। शिवानी गुप्ता प्रकरण में डीएम के आक्रमक रवैया देख प्राइवेट बैंक डीसीबी ने विधवा फरियादी की चौखट पर ही जाकर बन्धक बनाए गए सम्पति के कागज वापस लौटाएं है तथा नो ड्यूज सर्टीफिकेट भी जारी किया है। जिला प्रशासन का आजकल चिरपरिचित अंदाज; फरियादी को न्याय, नाफरमानी पर अकाल्पनिक सख्त एक्शन से जहां विभागों में हड़कम हैं वही फरियादियों को त्वरित न्याय भी मिल रहा है। विधवा महिला फरियादी शिवानी गुप्ता के पति की मृत्यु उपरांत के एक वर्ष से न्याय को भटक रही थी। जिला प्रशासन की ग्राउंड टीम ने तीसरे ही दिन, प्रा0 बैंक को सील कर बैंक के होश ठिकाने ला दिए हैं। डीएम के गहन पर्यवेक्षण में एसडीएम कुमकुम ने न्याय को अंजाम दिया।  जिला प्रशासन के इस प्रभावी एक्शन से डीसीबी बैंक ने फरियादी की सम्पति के कागज उनके घर जाकर वापस लौटाये तथा 15.50 लाख ऋण माफ करते हुए नो ड्यूज का सर्टीफिकेट भी जारी किया। जिला प्रशासन के इस तुफानी एक्शन से जहां प्राइवेट बैंक चारो खाने चित हो गया है वहीं जिला प्रशासन के इस एक्शन लापरवाही एवं नाफरमानी करने वाले कार्मिंकों में भय का माहौल व्याप्त है। 

जिलाधिकारी का कड़ा रूख देख बैंक द्वारा शिवानी गुप्ता के सम्पति के कागज तो लौटाये ही साथ 15.50 लाख ऋण माफ करते हुए नो ड्यूज का सर्टीफिकेट भी घर जाकर दिया। जिलाधिकारी के जनता दर्शन कार्यक्रम में शिवानी गुप्ता पत्नी स्व0 रोहित निवासी अमर भारती, चन्द्रबनी अपनी फरियाद लेकर पहुंची थी। शिवानी गुप्ता ने बताया कि उनके पति द्वारा डीसीबी प्रा0 लि0 बैंक से 15.50 लाख का ऋण लिया था, जिसका बीमा आईसीआई लोंबार्ड कंपनी द्वारा किया गया था। उनके पति का 15 मई 2024 आकस्मिक निधन हो गया था। शिवानी गुप्ता ने बताया कि पति की मृत्यु के बाद उनकी आय का कोई साधन न होने के कारण बैंक किस्त जमा नही हो पा रही है। बीमा कम्पनी द्वारा बैंक लोन देने से मना किया जा रहा है। डीसीबी बैंक व बीमा कंपनी से इस संबंध में कई बार अनुरोध किया है, परंतु बीमा कंपनी द्वारा धनराशि दिए जाने में अनावश्यक विलंब किया जा रहा है और बैंक द्वारा बार-बार किश्त जमा करने का दबाव बनाया जा रहा है। जिस पर डीएम ने बैंक प्रबन्धक डीसीबी प्रा0लि0 को उपस्थित होने और महिला की समस्या का निस्तारण करने के निर्देश दिए थे। जिला प्रशासन द्वारा 09 जून को सम्बन्धित बैंक प्रबन्धक के विरुद्ध ब्याज सहित रू0 1705000 आरसी जारी करते हुए 16 जून तक आरसी जमा करने के निर्देश दिए गए थे। डीसीबी प्रबंधक को बार-बार नोटिस जारी करने के बाद भी उक्त प्रकरण पर कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। जिलाधिकारी के आदेश और असिस्टेंट कलेक्टर प्रथम श्रेणी के निर्देशों पर 18 जून,2025 को देहरादून क्रॉस मॉल, राजपुर रोड स्थित डीसीबी शाखा की चल संपत्ति को नियमानुसार कुर्की करते हुए बैंक शाखा को सीज किया कर दिया था।


 ऐसे में कैसे बचेंगे हमारे जंगल?



 नैनीताल में बांज के पेड़ों को काटने और अवैध प्लॉटिंग की तैयारी चल रही है। हाल ही में खलंगा के जंगलों में संरक्षित पेड़ों को काटने और अवैध निर्माण का मामला सामने आया था। 

अब एक और मामले को मूल निवास भू कानून संघर्ष समिति के संस्थापक संयोजक और उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा के महासचिव मोहित टिमरी ने एक और मामले को उजागर किया है।


उन्होंने कहा कि नैनीताल वन प्रभाग के भवाली रेंज के सौनगांव में बड़ी संख्या में बांज के संरक्षित पेड़ काटे गए हैं। 

बताया जा रहा है कि यहां 11 बीघा जमीन पर अवैध प्लॉटिंग और रिसॉर्ट निर्माण की तैयारी चल रही है। 

जंगल के बीच में रातों-रात एक एक टीनशेड बना दिया गया।

 इतना सबकुछ होने के बावजूद वन विभाग आंखों में पट्टी बांधे हुए है।


इसी तरह हम संरक्षित पेड़ों को काटते रहेंगे तो फिर कैसे हम जैव-विविधता, जलवायु संतुलन और पारिस्थितिकी तंत्र को बचा पायेंगे ? मैं भवाली के जागरूक लोगों से अनुरोध करना चाहता हूँ वन विभाग कार्रवाई नहीं करता है तो आप लोग अवैध निर्माण उखाड़ फेंकिए, जंगल किसी भी कीमत पर न कटने दें। माफ़िया से अपने जंगलों को बचाने के लिए एकजुटता से लड़िए। 

उत्तरकाशी:




ग्राम मोरा, थाना मोरी, जनपद उत्तरकाशी, मकान गिरने की दर्दनाक घटना में एक ही परिवार के चार लोगों की मृत्यु – SDRF टीम मौके पर मौजूद*


आज दिनाँक 20 जून 2025 को थाना मोरी से सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम मोरा में एक मकान गिरने की घटना में कुछ लोग मलबे में दब गए हैं। सूचना मिलते ही SDRF पोस्ट मोरी से उपनिरीक्षक श्री दीपक कुनियाल के नेतृत्व में रेस्क्यू टीम घटनास्थल के लिए रवाना हुई।


ग्राम मोरा, जो मुख्य सड़क मार्ग से लगभग एक किलोमीटर ऊपर पैदल मार्ग पर स्थित है, में SDRF टीम द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर सर्चिंग ऑपरेशन चलाया गया।


SDRF टीम को मौके पर ज्ञात हुआ कि यह दुर्घटना रात्रि में हुई थी जिसमें मकान की एक दीवार गिरने से घर में मौजूद एक ही परिवार के चार सदस्यों की मलबे में दबकर मृत्यु हो गई।  सभी शवों को बाहर निकाल लिया गया है। SDRF टीम द्वारा घटनास्थल पर सर्चिंग की गयी और स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर आगे की आवश्यक कार्यवाही में सहयोग किया गया।


*मृतक व्यक्तियों का विवरण:*


 गुलाम हुसैन (पुत्र अली अहमद), उम्र 26 वर्ष

 श्रीमती रुकमा खातून (पत्नी गुलाम हुसैन), उम्र 23 वर्ष

 आबिद (पुत्र गुलाम हुसैन), उम्र 3 वर्ष

 सलमा (पुत्री गुलाम हुसैन), उम्र 10 माह

 

देहरादून:



          शास्त्रीय संगीत व नृत्य को समर्पित संस्था अनंत गोपाल संगीत मंच समिति एवं गुरुकुल देहरादून द्वारा तरंग 25 के माध्यम से अनंत गोपाल संगीत मंदिर का स्वर्ण जयंती समारोह 22 जून 2025 को देहरादून मे आयोजित किया जाना है। समारोह भारतीय सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण और संवर्धन के 50 गौरवशाली वर्षो की यात्रा का प्रतीक होगा।

सन 1975 में श्रीमती चंद्रकांता भटनागर ने नींव रखी एक महान संगीतलय की जिसे नाम दिया गया अनंत गोपाल संगीत मंदिर।

क्योंकि संगीत उनके लिए पूजा का ही पर्यायवाची था इसीलिए नाम के आगे मंदिर प्रत्यय को जोड़ा गए।

विषम परिस्थितियों में भी ऊर्जावान और संघर्षशील रहना उनका स्वभाव था ।यही ऊर्जा वो अपने आस पास की हर नारी और बच्चों में देखती जिन्हें देने के लिए उनके पास था संगीत,संस्कार और अनंत प्रेम।

यह वो समय था जब संगीत और नृत्य का समाज में वो स्थान नहीं था जो आज है,कला और कलाकार की पारखी श्रीमती चंद्रकांता जी ने अनेकों स्किल्ड बच्चों को न केवल सेवा भाव से संगीत सीखकर एक उद्यमान भविष्य दिया बल्कि स्वयं की तरह उन्हें भी स्वतंत्र स्वाबलंबी वा आत्मनिर्भर बनाया।

जीवन के अनेक उतार चढ़ाव के मध्य संगीत के प्रति निष्ठा अनुशासन और लगन रखने वाली चंद्रकांता जी का सन 2005 में निधन हुआ।जीवन के अंतिम चारों में भी उनका संगीत और संगीत शिक्षण उनका उद्देश्य बना रहा।


2005 में अपनी संगीत की विरासत अपनी पौत्री श्रीमती प्रतिभा श्रीवास्तव को सौंप उन्होंने जीवन से विदा लिया।


श्रीमती प्रतिभा श्रीवास्तव ने उन्हीं के पद चिन्हों पर चलकर उनकी इस धरोहर को संभाला।

उद्देश्य भी वही, संकल्प भी वही और प्रेम भी वही।श्रीमती प्रतिभा श्रीवास्तव के नेतृत में संस्था में लगभग 100 से भी अधिक विद्यार्थी संगीत व नृत्य का प्रशिक्षण ले रहे हैं। कुछ के लिए यह अध्यात्म है, कुछ के लिए मात्र एक रुचि ,तो कुछ के लिए उनका आने वाला कल ।यह वृक्ष जिसका बीज स्वर्गीय चंद्रकांता भटनागर ने बोया आज एक स्वस्थ समृद्ध वृक्ष बन चुका है जिससे आज भी उसी प्रेम और संस्कार से सीचा जा रहा है।

साल देर साल वृक्ष और मजबूत होता जा रहा है और अपनी निर्मल छांव में अनेकों विद्यार्थियों को शरण दे रहा है ।

    गत कुछ वर्षो से संगीत के छात्रों की प्रतिभा को जन जन तक पहुंचाने के वार्षिक तरंग कार्यक्रम आरम्भ किया गया।

        *दिनांक 22-6-2025 रविवार को श्री गुरुराम राय मैडिकल कॉलेज ऑडिटोरियम पटेल नगर देहरादून मे सांय 5 बजे से संस्था का संगीतमय कार्यक्रम तरंग -25 आयोजित होगा।* 

        तरंग 2025 गोपाल संगीत मंच के 50 सालो के गौरवशाली वर्षो के कुछ अनमोल मोतियों की एक माल है इसमें संस्था के सौ से अधिक छात्रों की संतवाणी, नाद ब्रह्मा, ताल तंत्र, सुर सृजन, आदियोगी आदि संगीतमय प्रस्तुतिया होंगी।

कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि  विधानसभा अध्यक्ष उत्तराखंड श्रीमती ऋतू खंडूरी  , अति विशिष्ट अथिति, स्वास्थ्य व उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत  , राजपुर विधायक श्री खज़ादास , मेयर देहरादून श्री सौरभ थपलियाल  होंगे।


आज की प्रेस वार्ता मे संस्था के प्रबंधक श्री नरेश भटनागर, अध्यक्ष श्रीमती प्रतिभा श्रीवास्तव, मिडिया प्रभारी /प्रचार मंत्री अरुण कुमार शर्मा, कोषाध्यक्ष ध्रुव भटनागर उपाध्य्क्ष डॉ यश श्रीवास्तव, व हितेश चौधरी,वंदना भाटिया, तरुणा चमोला, उदय, दीप्ति, मनीषा, गुडविल, सापेक्ष, ग्लैडविल, आर्यन, शिवांश, मुस्कान, दिशा, मंजप, मेघा, पावनी, मनमीत, वंशिका, आकांशा, मंजप आदि सम्मलित रहे।

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