Halloween party ideas 2015

 भानियावाला फ्लाईओवर पर एंबुलेंस में लगी आग, सभी सुरक्षित


डोईवाला :



देहरादून–हरिद्वार हाईवे पर भानियावाला फ्लाईओवर के पास शनिवार को अचानक एक एंबुलेंस में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने पूरे वाहन को अपनी चपेट में ले लिया।


सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुँची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि आग इतनी भीषण थी कि एंबुलेंस पूरी तरह जलकर खाक हो गई।

सौभाग्य से एंबुलेंस में सवार सभी लोग समय रहते बाहर निकल आए, जिससे किसी तरह की जनहानि नहीं हुई।

 


ऋषिकेश: 



एम्स ऋषिकेश में संविदा कर्मचारियों का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। केंद्रीय औद्योगिक श्रम न्यायालय, दिल्ली में नियमितकरण को लेकर विचाराधीन 11 संविदा कर्मचारियों का कार्यकाल एम्स प्रबंधन ने 2 सितंबर को समाप्त कर दिया था। यह निर्णय अदालत के आदेशों के विपरीत माना गया है।

गौरतलब है कि न्यायालय ने पहले ही आदेश दिया था कि जब तक अंतिम निर्णय नहीं हो जाता, तब तक कर्मचारियों के पद सुरक्षित रखे जाएं। इसके बावजूद एम्स प्रबंधन ने इन पदों पर विज्ञप्ति भी जारी कर दी थी, जिस पर कोर्ट ने नाराज़गी जताई थी।

19 सितंबर को हुई सुनवाई में न्यायालय ने एम्स विधि अधिकारी की मौजूदगी में कार्यकारी निदेशक को कड़ी फटकार लगाई और स्पष्ट आदेश दिया कि 11 कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से पूरे वेतन सहित पुनः नियुक्त किया जाए। कोर्ट ने यह भी चेतावनी दी कि अगर आदेश का पालन नहीं हुआ तो कार्यकारी निदेशक को व्यक्तिगत रूप से अदालत में तलब किया जाएगा।


कर्मचारियों ने बताया कि कुल 56 संविदा कर्मचारियों में से 24 को पहले ही पुनः नियुक्त किया जा चुका है और अब 11 और कर्मचारियों को राहत मिली है। लेकिन शेष कर्मचारियों को न्यायालय जाने के लिए मजबूर किया जा रहा है, जबकि यह निर्णय संस्थान स्तर पर लिया जा सकता था।


कर्मचारियों का कहना है कि एम्स प्रबंधन नियम विरुद्ध तरीके से कर्मचारियों को निकाल रहा है और आदेशों की अवहेलना कर रहा है। उन्होंने मांग की है कि शेष सभी संविदा कर्मचारियों को भी तत्काल प्रभाव से नियुक्त किया जाए ताकि उनका भविष्य सुरक्षित हो सके।


कोर्ट ने मामले पर अगली सुनवाई तक आदेशों के अनुपालन की रिपोर्ट 30 सितंबर तक प्रस्तुत करने को कहा है।

 

ऋषिकेश:   



।शनिवार को हरिद्वार संसदीय क्षेत्र के सांसद त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जाखन और सौंग नदी से प्रभावित चकजोगीवाला, जोगीवाला माफी और साहबनगर क्षेत्रों का दौरा किया।

सांसद ने मौके पर मौजूद सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि नदी के कटाव से बचाव हेतु ठोस एवं स्थायी कार्य किए जाएं। उन्होंने वन विभाग और सिंचाई विभाग के अधिकारियों को संयुक्त रूप से निरीक्षण कर ड्रेनेज सिस्टम को मजबूत बनाने के आदेश दिए।

इस दौरान सिंचाई विभाग, वन विभाग और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम मौके पर मौजूद रही। सांसद त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि हर साल बाढ़ से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए स्थायी समाधान आवश्यक है।

दौरे के दौरान ग्राम प्रधान चकजोगीवाला मोहर सिंह असवाल, रायवाला मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र बिष्ट, वरिष्ठ भाजपा नेता देवेंद्र सिंह नेगी, पूर्व मेयर अनीता ममगाई, पूर्व ब्लॉक प्रमुख भगवान सिंह पोखरियाल, शोबन कैन्तुरा,भगवान सिंह मेहर, हरीश पैन्यूली,हुकम सिंह रागड़, प्रिस रावत समा पंवार सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।

 

देहरादून:

exhibition in BJP Mahanagar


 भाजपा महानगर कार्यालय पर सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत देश के  प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी  के जीवन चरित्र पर प्रदर्शनी लगाई गई।


कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट जी एवं राज्यसभा सांसद नरेश बंसल व महामंत्री संगठन भाजपा अजय कुमार जी के द्वारा विधिवत रूप से प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया। 


कार्यक्रम में महानगर के अध्यक्ष सिद्धार्थ उमेश अग्रवाल ने सभी अतिथियों का अभिनंदन स्वागत किया गया और कहा कि देश की यशस्ती प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने अपने बाल्य काल जीवन से ही देश हित में अपने जीवन को समर्पित कर दिया था उनकी एक सोच थी की समाज में एक नई ऊर्जा के साथ समाज को नई दिशा देते हुए देश को आगे ले जाना है जिसके चलते आज नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में निरंतर देश का विकास हो रहा है और आने वाले समय में हमारा राष्ट्र विकसित राष्ट्र की कड़ी में खड़ा होगा। 

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता महामंत्री संगठन अजय कुमार जी ने भी सभी कार्यकर्ताओं का अभिनंदन करते हुए कहा कि हम सबका सौभाग्य है कि हमें प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी जी जैसा नेतृत्व मिला है जिन्होंने 2014 के बाद देश की कमान संभालते हुए देश को आर्थिक, तकनीकी, एवं सशक्त व मजबूत राष्ट्र बनाने में अपनी अहम भूमिकानिभाई है। आज मोदी जी के द्वारा देश भर में कई योजनाओं के माध्यम से लाखों लोगों को लाभ प्राप्त हो रहा है प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्धन परिवारों को उनके आवास दिए जा रहे हैं मोदी जी का सपना है आने वाले समय में हमारा देश विकसित राष्ट्र के रूप में भरकर विश्व भर में अपनी एक अलग पहचान बनाएगा। हम सभी कार्यकर्ताओं का यह कर्तव्य बनता है कि सेवा पखवाड़े के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से आम जनमानस को जोड़ने का काम करें।

यहां सेवा पखवाड़ा 2 अक्टूबर तक चलने वाला है इसके नियमित विभिन्न कार्यक्रम रहने वाले हैं हम सभी को बढ़-चढकर कर सेवा पखवाड़े के अंतर्गत भारतीय जनता पार्टी के काम को आगे बढ़ते हुए मोदी जी का संदेश घर-घर पहुंचना है। 


कार्यक्रम में राजपुर विधायक खजान दास रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ कैंट विधायक श्रीमती सविता कपूर दर्जाधारी मंत्री श्रीमती विनोद उनियाल मधु भट्ट श्याम अग्रवाल प्रदेश महामंत्री कुंदन परिहार प्रदेश उपाध्यक्ष शैलेंद्र बिष्ट अनिल गोयल पुनीत मित्तल विनय गोयल आदित्य चौहान भगवत प्रसाद मकवाना महानगर उपाध्यक्ष राजेंद्र ढिल्लों सुनील शर्मा संकेत नौटियाल राजेश कंबोज विजेंद्र थपलियाल संदीप मुखर्जी सुरेंद्र राणा मोहित शर्मा जैनेंद्र सेमवाल सभी मंडल अध्यक्ष पदाधिकारी उपस्थित रहे। 



 *मुख्यमंत्री ने चमोली जिले के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का किया निरीक्षण*


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को चमोली जनपद के नंदानगर क्षेत्र में आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया और प्रभावितों का हाल जाना। CM visit chamoli, rudrprayag, udhamsingh nagar disaster po


मुख्यमंत्री ने कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार पूरी तरह से प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने राहत कार्यो की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों में हुए नुक़सान का विस्तृत आकलन करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख की सहायता राशि के चेक भी प्रदान किये।


मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावित कुंतारी लगा फाली और कुंतारी लगा सरपाणी का स्थलीय निरीक्षण करने के साथ ही धुर्मा, मोख, कुंडी, बांसबारा और मोखमल्ला गांवों का हवाई सर्वेक्षण कर आपदा से नुकसान एवं राहत कार्यों का विस्तृत जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावितों से भेंट कर कहा कि आपदा की इस घड़ी में सरकार पूरी तरह से प्रभावितों की साथ खड़ी है। प्रभावित क्षेत्रों में युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य संचालित किए जा रहे हैं। 


मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जन-जीवन को जल्द सामान्य करने के लिए राहत एवं बुनियादी सुविधाओं की बहाली के कार्यों को पूरी क्षमता व तत्परता से संचालित करने में निरंतर जुटे रहें। प्रभावित क्षेत्रों में विद्युत एवं पेयजल की सुचारू आपूर्ति और सभी क्षेत्रों तक सड़क संपर्क बहाल करने के काम को प्राथकिता से पूरा किया जाय। 


इस दौरान जिलाधिकारी चमोली श्री संदीप तिवारी ने आपदा से हुए नुकसान तथा राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य लगातार जारी है। अब तक 12 घायल व्यक्तियों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से हायर सेंटर रेफर किया गया है, जिनमें से 01 घायल व्यक्ति को एम्स ऋषिकेश तथा 11 घायलों को मेडिकल कॉलेज श्रीनगर भेजा गया। कुंतरी लगा फाली, सरपाणी, धुर्मा, सेरा एवं मोख में लगभग 45 भवन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं तथा 15 गौशालाएं भी नष्ट हुई हैं, वहीं इन क्षेत्रों में 08 पशु मृत एवं 40 पशु लापता बताए गए हैं। प्रभावित क्षेत्रों में विस्तृत सर्वेक्षण का कार्य गतिमान है। प्रभावित लोगों को खाद्य सामग्री, आश्रय, स्वास्थ्य एवं अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। 


इस दौरान जनपद के प्रभारी मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, विधायक थराली श्री भूपाल राम टम्टा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री दौलत सिंह बिष्ट, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री गजपाल बर्तवाल, पुलिस अधीक्षक श्री सर्वेश पंवार, एसडीएम चमोली श्री आर.के.पाण्डेय सहित जनपद के अन्य अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने लिया रुद्रप्रयाग जनपद के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का जायजा* 


*आपदा पीड़ितों को हर संभव सहायता पहुंचाना हमारी प्राथमिकता- मुख्यमंत्री*


*केदारनाथ यात्रा  की व्यवस्थाओं को चाक - चौबंद बनाने के दिए निर्देश*


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने  शनिवार को जनपद रुद्रप्रयाग के आपदा प्रभावित बसुकेदार क्षेत्र के तालजामण, डूंगर, बड़ेथ, जौला, कमद, उछोला, छैनागाड़, पटुय आदि गांवों का हवाई सर्वेक्षण किया। तत्पश्चात उन्होंने जिला पंचायत सभागार, रुद्रप्रयाग में बैठक कर आपदा प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे बचाव एवं राहत कार्यों, विद्युत, पेयजल, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता, मोटर मार्गों की अद्यतन स्थिति और श्री केदारनाथ धाम यात्रा की व्यवस्थाओं की विस्तृत समीक्षा की।


मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष मानसून काल में समूचे प्रदेश ने आपदा के कारण कठिन परिस्थितियों और चुनौतियों का सामना किया है। उन्होंने प्रभावितों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और आपदा के समय जिला प्रशासन की तत्परता से कार्य करने पर सराहना की। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के प्रभावित क्षेत्रों में तत्परता से पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य किए जाने से प्रभावितों को हौसला मिला है। 


मुख्यमंत्री ने आपदा की इस घड़ी में  राज्य को पूर्ण सहयोग देने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में आई आपदा की स्थिति की जानकारी का अपडेट समय-समय पर प्रधानमंत्री ले रहे थे। देहरादून पहुंचकर उन्होंने प्रभावितों से भेंट करने के साथ ही प्रभावित क्षेत्रों में तात्कालिक राहत पहुंचाने के लिए 1200 करोड़ की धनराशि देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आगामी 30 सितम्बर तक अलर्ट मोड पर रहकरआपदा से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए।उन्होंने नदी-नालों पर अतिक्रमण हटाने पर विशेष निर्देश दिए।


मुख्यमंत्री ने कहा कि मानसून के बाद श्री केदारनाथ धाम  में श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से वृद्धि होने की संभावना है, इसके दृष्टिगत यात्रा व्यवस्थाओं को चाक - चौबंद बनाए रखना जरूरी है।उन्होंने कहा कि  यात्रियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और यात्रा को सुगम बनाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किए जाएं।


जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग श्री प्रतीक जैन ने मुख्यमंत्री को जनपद में मानसून काल तथा 28 अगस्त को आई आपदा से प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने आपदा के दौरान प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने एवं राहत शिविरों में आश्रय देने की व्यवस्था, खाद्यान्न किट, रिफ्रेशमेंट किट, सोलर लाइट, कंबल, टेंट, तिरपाल, टॉर्च, चिकित्सा सुविधाएं एवं मेडिकल कैंप संचालित किए जाने राहत एवं बचाव कार्यों में मानवीय संसाधन, हेली सेवा द्वारा प्रसव पीड़िताओं को अस्पताल पहुंचाना, खाद्यान्न वितरण आपदा से पशु क्षति, निजी संपत्ति एवं पशुधन क्षति, भवन व गौशालाओं की क्षति सहित सड़क मार्ग, पेयजल योजनाएं, विद्युत पोल-ट्रांसफार्मर, कृषि भूमि आदि प्रभावित हुए परिसंपत्तियों के बारे में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी।


जिलाधिकारी द्वारा मुख्यमंत्री को जनपद के सड़क मार्गों पर जवाड़ी बाईपास, सिरोबगड़, मुनकटिया, गौरीकुंड हाईवे सहित संवेदनशील स्थलों तथा श्री केदारनाथ धाम पैदल मार्ग पर हुए नुकसान एवं सुधार कार्यों की जानकारी प्रस्तुत की गई तथा केदारनाथ यात्रा के दूसरे चरण में अनुमानित यात्रियों की संख्या, हेली सेवाओं एवं व्यवस्थाओं की जानकारी भी दी गई।


विधायक रुद्रप्रयाग एवं विधायक केदारनाथ ने आपदा की घड़ी में त्वरित कार्यवाही के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में आपदा से हुई क्षति, सड़क मार्ग निर्माण एवं अन्य समस्याओं से भी अवगत कराया।



इस अवसर पर चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम कठैत, विधायक रुद्रप्रयाग भरत चौधरी, विधायक केदारनाथ  आशा नौटियाल, राज्य मंत्री चंडी प्रसाद भट्ट, जिला पंचायत उपाध्यक्ष रितु नेगी, भाजपा जिलाध्यक्ष भारत भूषण भट्ट, भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष महावीर पंवार, जिलाधिकारी प्रतीक जैन, पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रहलाद कोंडे, अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं आमजन उपस्थित रहे।


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मां धारी देवी के मंदिर में की पूजा-अर्चना, प्रदेशवासियों की सुरक्षा, सुख-समृद्धि एवं आपदा राहत की कामना* 



 *आपदा से जूझ रहे प्रदेश के लिए मां धारी देवी से आशीर्वाद लेने पहुंचे सीएम धामी, भावुक हुए श्रद्धालु* 



प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश और आपदा की गंभीर परिस्थितियों के बीच मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी आज पौड़ी जनपद स्थित पावन धारी देवी मंदिर पहुंचे।  मुख्यमंत्री शनिवार को चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में आपदाग्रस्त क्षेत्रों का जायज़ा लेने के बाद  पौड़ी जिले स्थित धारी देवी मंदिर पहुंचे।


मुख्यमंत्री ने मां धारी देवी के चरणों में नतमस्तक होकर प्रदेशवासियों की सुरक्षा, स्वास्थ्य, सुख-समृद्धि और प्राकृतिक आपदाओं से राहत के लिए विशेष पूजा-अर्चना की। उन्होंने कहा कि "मां धारी देवी प्रदेश की आराध्य हैं, और मैं इस संकट की घड़ी में उनके चरणों में संपूर्ण उत्तराखंड की मंगलकामना लेकर आया हूं।"



पूजा-अर्चना के बाद मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर में स्थानीय नागरिकों, व्यापारियों, तीर्थयात्रियों और मंदिर समिति के पदाधिकारियों से  संवाद किया। उन्होंने लोगों से क्षेत्र की समस्याओं की जानकारी ली और आश्वस्त किया कि राज्य सरकार हर जरूरतमंद तक राहत पहुंचाने के लिए सतत प्रयासरत है।


इस दौरान श्रद्धालुओं ने चारधाम यात्रा प्रबंधन की सराहना करते हुए कहा कि आपदा के बावजूद सरकार द्वारा किए गए इंतजाम अत्यंत सराहनीय हैं। इंदौर से आए श्रद्धालु श्री संतोष पाठक ने मुख्यमंत्री को “हिंदू हृदय सम्राट” बताते हुए कहा कि “आपदा के समय जिस संवेदनशीलता और नेतृत्व क्षमता से मुख्यमंत्री कार्य कर रहे हैं, वह प्रेरणादायक है।”



मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर और अलकनंदा तट का निरीक्षण किया और स्पष्ट निर्देश दिए कि नदी के दोनों किनारों पर भू-कटाव रोकने के लिए ठोस सुरक्षा दीवारों का निर्माण कार्य जल्द प्रारंभ किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सुरक्षा मानकों से कोई समझौता न हो और कार्यों में गुणवत्ता व पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए।


 *प्रदेश सरकार पीड़ितों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है* 


मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस कठिन घड़ी में राज्य सरकार हर प्रभावित व्यक्ति के साथ है। राहत और बचाव कार्यों को युद्धस्तर पर चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि “हमारा संकल्प है कि हम हर पीड़ित तक पहुंचें, उसकी ज़रूरत समझें और उसे फिर से सामान्य जीवन की ओर ले जाएं।”



इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, विधायक आशा नौटियाल (केदारनाथ), विधायक भरत सिंह चौधरी (रुद्रप्रयाग), जिलाधिकारी श्रीमती स्वाति एस. भदौरिया, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री लोकेश्वर सिंह, अपर जिलाधिकारी अनिल गर्ब्याल, संयुक्त मजिस्ट्रेट दीक्षिता जोशी सहित अन्य अधिकारी व गणमान्यजन उपस्थित रहे।



*बुधवार से प्रारंभ होगी पीडीएनए की प्रक्रिया-सुमन*


*मा0 मुख्यमंत्री द्वारा जल्द प्रक्रिया संपन्न करने के दिए गए हैं निर्देश*

 

*पीडीएनए के बाद भारत सरकार को भेजा जाएगा विस्तृत प्रस्ताव*



देहरादून। माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में मानसून सीजन 2025 में राज्य को हुए नुकसान की प्रतिपूर्ति के लिए भारत सरकार से स्पेशल पैकेज प्राप्त किए जाने को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा कवायद तेज कर दी गई है। बुधवार से राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) की ओर से मानसून सीजन 2025 में राज्य को हुई क्षति के वास्तविक आकलन के लिए *पीडीएनए (पोस्ट डिजास्टर  नीड्स एसेसमेंटद्ध)* की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाएगी।

 

शनिवार को उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन की अध्यक्षता में जिलाधिकारियों तथा विभिन्न विभागाध्यक्षों के साथ पीडीएनए तथा एसडीआरएफ मद में आच्छादित तथा अनाच्छादित क्षति का विवरण उपलब्ध कराने के संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में एसडीआरएफ के लेटेस्ट  मानकों के बारे में अवगत कराया गया तथा सूचनाएं प्रेषित करने के लिए प्रारूप की भी जानकारी दी गई। 

सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जल्द से जल्द पीडीएनए की प्रक्रिया कराते हुए भारत सरकार को विस्तृत प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए हैं। माननीय मुख्यमंत्री स्वयं भी नियमित तौर पर अपडेट ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि सभी विभागों को यह बताना अनिवार्य है क्षतिग्रस्त योजना के लिए एसडीआरएफ मद में कितनी धनाराशि की प्रतिपूर्ति की जा सकती है और कितनी नहीं। जिस धनराशि की प्रतिपूर्ति एसडीआरएफ मद में नहीं की जा सकेगी, उसके लिए भारत सरकार से स्पेशल पैकेज के तहत अनुरोध किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य को इस मानसून सीजन में भारी नुकसान हुआ है, जिसकी भरपाई अकेले एसडीआरएफ मद से किया जाना संभव नहीं है, इसके लिए भारत सरकार से स्पेशल पैकेज की दरकार है। 

सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में बंद सड़कों को जल्द से जल्द खोला जाए। इसमें किसी भी प्रकार का विलम्ब न हो। उन्होंने सड़कों के पैचवर्क का कार्य भी बारिश बंद होने के तत्काल बाद प्रारंभ करने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। साथ ही बिजली तथा पानी की क्षतिग्रस्त लाइनों की मरम्मत भी शीघ्र करने को कहा है। माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार सुबह सचिव आपदा प्रबंधन को निर्देश दिए कि जनपदों तथा विभागों से समन्वय स्थापित करते हुए आपदा प्रभावित क्षेत्रों में जनजीवन को जल्द से जल्द सामान्य किया जाए। स्थिति सामान्य होने तक प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की दैनिक जरूरतों की आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। 

सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन ने सभी विभागों की आपदा के 

 *मुख्यमंत्री द्वारा आपदा प्रभावित धराली क्षेत्र के सेब उत्पादकों के हित में महत्वपूर्ण  घोषणा*


*धराली क्षेत्र का रॉयल डिलीशियस सेब रू. 51 प्रति किग्रा. तथा रेड डिलीशियस सेब एवं अन्य सेब रू. 45 प्रति किग्रा. की दर पर खरीदेगा उद्यान विभाग*


*घोषणा पर तत्काल अमल के निर्देश*



मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी जिले के आपदा प्रभावित धराली गांव सहित इसके आस-पास के क्षेत्रों के सेब की सरकार द्वारा खरीद किए जाने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा के अनुसार धराली व इसके आसपास के क्षेत्र का रॉयल डिलीशियस सेब रू. 51/- प्रति किग्रा. तथा रेड डिलीशियस सेब एवं अन्य सेब रू. 45/- प्रति किग्रा. की दर पर (ग्रेड-सी सेब को छोड़कर) उद्यान विभाग के माध्यम से खरीदा जाएगा। इसके लिए आवश्यक धनराशि की व्यवस्था मुख्यमंत्री घोषणा मद से की जाएगी।


मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा इस संबंध में जारी एक परिपत्र में सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण विभाग को तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित कर वित्तीय एवं प्रशासकीय स्वीकृति का शासनादेश जारी करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री को उक्त घोषणा के अनुपालन की वस्तुस्थिति से भी अविलंब अवगत कराए जाने की अपेक्षा की गई है।

[20/09, 20:54] Deepa Gaur Informdept: *96 वर्षीय जबर सिंह रावत ने मुख्यमंत्री राहत कोष में दान किए ₹7 लाख, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की सराहना* 




मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में 96 वर्ष के पंडितवाड़ी, देहरादून निवासी श्री जबर सिंह रावत ने मुलाकात कर उत्तराखंड में आपदा के पुनर्निर्माण कार्य हेतु मुख्यमंत्री राहत कोष में  ₹ 7 लाख की सहयोग राशि भेंट की। 



मुख्यमंत्री ने श्री जबर सिंह रावत के इस नेक कार्य हेतु उनका आभार व्यक्त करते हुए कहा कि देवभूमि उत्तराखंड की मिट्टी में केवल आस्था और वीरता ही नहीं, अपितु सेवा और संवेदनशीलता की अमिट भावना भी रची-बसी है। इसका जीवंत उदाहरण श्री जबर सिंह रावत है |



इस भावुक और प्रेरणादायक क्षण में मुख्यमंत्री ने श्री रावत का ससम्मान अभिनंदन करते हुए कहा कि  "श्री जबर सिंह रावत जी का यह कार्य न केवल एक दान है, बल्कि यह एक जीवनभर के अनुभव, संवेदना और समाज के प्रति जिम्मेदारी का प्रतीक है। 96 वर्ष की आयु में भी उनका यह जज़्बा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।" श्री जबर सिंह रावत का यह योगदान न सिर्फ आर्थिक सहायता है, बल्कि यह उत्तराखंड की सांस्कृतिक चेतना और सामूहिक उत्तरदायित्व की भावना का सुंदर उदाहरण भी है। राज्य आपदा के कठिन दौर से गुजर रहा है, और ऐसे समय में आम नागरिक द्वारा इस प्रकार का समर्पण सराहनीय है | 



मुख्यमंत्री श्री धामी ने श्री रावत को शॉल भेंट कर उनके योगदान के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की तथा प्रदेश की ओर से धन्यवाद प्रेषित किया।


इस अवसर पर देहरादून कैंट क्षेत्र की विधायक श्रीमती सविता कपूर भी मौजूद रहीं।

 खटीमा से लेकर नंदानगर तक हर जगह जनता के बीच रहे सीएम धामी 


एक ही दिन में तीन जिलों का दौरा कर शाम को देहरादून पहुंच ली बैठक


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को पूरा दिन जनसेवा में व्यतीत किया। इस दौरान वो ऊधमसिंहनगर से लेकर चमोली तक लोगों से मुलाकात करते हुए, उनकी समस्याओं का निराकरण करते नजर आए।

शनिवार सुबह नौ बजे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सबसे पहले खटीमा (ऊधमसिंहनगर) में आम लोगों से मुलाकात करते हुए अधिकारियों को जन समस्याओं के समाधान के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने आपदा प्रभावित चमोली जिले के नंदानगर क्षेत्र का दौरा किया, जहां पीड़ितों से मिलकर उनके दुख दर्द को साझा किया, सीएम ने पीड़ितो को सहायता राशि प्रदान करने के साथ ही जीवन को फिर संवारने में सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। इसके बाद उन्होंने जनपद रुद्रप्रयाग और चमोली के अन्य आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण कर आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने के बाद रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक कर पुनर्निमाण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। यहां से लौटते समय सीएम ने श्रीनगर के पास धारी देवी के दर्शन करते हुए, प्रदेशवासियों की कुशलता के लिए प्रार्थना की। शाम को देहरादून लौटने पर मुख्यमंत्री धामी ने भाजपा नेताओं के साथ विभिन्न विषयों पर चर्चा की। साथ ही शासन को विभिन्न विषयों पर दिशा निर्देश दिए।


*एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी का दो टूक संदेश, नियम तोड़ने वालों को नहीं मिलेगी राहत* 


*सुनियोजित विकास और जनता की सुरक्षा को प्राथमिकता, अवैध निर्माण पर अभियान जारी रहेगा- बंशीधर तिवारी*




मसूरी–देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) अवैध निर्माण व अवैध प्लॉटिंग के खिलाफ लगातार सख़्त कार्रवाई कर रहा है। अब तक 200 से अधिक अवैध निर्माणों व प्लॉटिंग पर कार्यवाही की जा चुकी है। इसके साथ ही नियम विरुद्ध निर्माण कर रहे बहुमंज़िला भवनों को भी बड़ी संख्या में सील किया जा रहा है। एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि नियमों के विपरीत काम करने वालों को किसी प्रकार की छूट नहीं दी जाएगी और उन पर सख़्त से सख़्त कार्रवाई जारी रहेगी। जो लोग प्राधिकरण के नियमानुसार निर्माण कर रहे हैं, उनके हित सुरक्षित हैं, लेकिन नियम तोड़ने वालों के खिलाफ यह अभियान बिना किसी दबाव के आगे भी जारी रहेगा।


*हर्बटपुर में ध्वस्तीकरण*

इसी कड़ी में आज मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण क्षेत्रान्तर्गत हर्बटपुर, विकासनगर और अन्य स्थानों पर आज भी एमडीडीए की संयुक्त टीम द्वारा अवैध प्लाटिंग व व्यवसायिक निर्माणों पर ध्वस्तीकरण एवं सीलिंग की कार्रवाई की गई।

एटनबाग, हर्बटपुर में प्रशान्त द्वारा लगभग 5 बिघा भूमि पर की जा रही अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त कर दिया गया। वहीं हर्बटपुर में अमर सिंह द्वारा अवैध रूप से निर्मित दो मंजिला व्यवसायिक भवन को सील कर दिया गया।


*विकासनगर और डाकपत्थर में सीलिंग*

आज मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण क्षेत्रान्तर्गत मुख्य चकराता रोड, बाबूगढ (हेरिटेज वैडिंग प्वाइंट) विकासनगर में भरत सिंह नेगी द्वारा किए गए अवैध व्यवसायिक निर्माण को सील किया गया।

निकट गुरुद्वारा चौक, विकासनगर में नीरज गुप्ता व मनोज कुमार द्वारा किए जा रहे व्यवसायिक निर्माणों को सील कर दिया गया।

तेलपुर मार्ग निकट दुर्गा मंदिर, विकासनगर में रामशाह द्वारा किए जा रहे अवैध व्यवसायिक निर्माण पर सीलिंग की कार्यवाही हुई।

जीवनगढ, डाकपत्थर में रविन्द्र चौहान, शाहिल एवं आशु आदि द्वारा किए जा रहे अवैध व्यवसायिक निर्माणों को भी सील किया गया।


*सेलाकोई में क्रीड़ा मैदान पर भी कार्रवाई*

आज मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण क्षेत्रान्तर्गत बहादुरपुर रोड, सेलाकोई में सुनील थापा द्वारा लगभग 2.5 बिघा भूमि पर कॉलम की सहायता से निर्माणाधीन क्रीड़ा मैदान पर भी सीलिंग की कार्रवाई की गई।


*संयुक्त टीम और पुलिस बल की मौजूदगी*

इस कार्यवाही में सेक्टर सहायक अभिषेक भारद्वाज, प्राधिकरण द्वारा गठित संयुक्त टीम तथा पुलिस बल मौके पर मौजूद रहे। प्राधिकरण की ओर से स्पष्ट किया गया है कि ऐसे अभियान निरंतर जारी रहेंगे।


*अवैध निर्माण पर सख़्त रुख*

एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने कहा कि प्राधिकरण क्षेत्रान्तर्गत किसी भी प्रकार के अवैध निर्माण व अवैध प्लाटिंग को हरगिज़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जनता की सुरक्षा और शहरी विकास की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए यह अभियान लगातार जारी रहेगा। नियमों के विपरीत कार्य करने वालों के विरुद्ध सख़्त कार्रवाई आगे भी की जाती रहेगी।

*राज्यपाल ने किया आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा*

*जिला प्रशासन के साथ बैठक कर राहत और पुनर्निर्माण कार्यों की जानकारी ली।*

*जिलाधिकारी और प्रशासन के आपदा प्रबंधन और त्वरित कार्यवाही को सराहा*


*आपदा से सीख लेकर भविष्य के लिए बेहतर प्लानिंग करनी होगी- राज्यपाल*


*आपदा प्रबंधन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कार्मिकों को सम्मानित किया जाय- राज्यपाल*


 देहरादून :

governor uttarakhand  visit disaster affected area


    शनिवार को राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने विगत दिनों देहरादून जिले के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने 15 और 16 सितम्बर को हुई अतिवृष्टि से हुए नुकसान का स्थलीय निरीक्षण किया और राहत व पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा की।


    राज्यपाल ने सबसे पहले कलेक्ट्रेट पहुँचकर जिला प्रशासन के अधिकारियों से आपदा की विस्तृत जानकारी ली। जिलाधिकारी श्री सविन बंसल ने राज्यपाल को बताया कि जैसे ही आपदा की सूचना मिली, प्रशासन द्वारा तत्काल प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचकर खोज एवं बचाव कार्य शुरू कर दिए। स्वयं डीएम ने आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति को सामान्य करने के लिए टीम का नेतृत्व किया। उन्होंने दूरस्थ क्षेत्र सहित अन्य प्रभावित जगहों पर किए जा रहे राहत कार्यों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया।


    राज्यपाल ने डीएम और उनकी पूरी टीम की सराहना करते हुए कहा कि प्रशासन ने बहुत कम समय में प्रभावित लोगों तक पहुँचकर उनकी मदद की। उन्होंने कहा कि दूरस्थ इलाकों तक पहुँचकर लोगों को भरोसा देना सराहनीय है। राज्यपाल ने कहा कि इस तरह की प्राकृतिक आपदाएँ समय-समय पर आती रहती हैं, लेकिन हमें हर स्थिति से सीख लेकर भविष्य के लिए और बेहतर तैयारी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित किया जाए, ताकि उनकी मेहनत और सेवा भावना को प्रोत्साहन मिले।


    राज्यपाल ने इसके बाद नन्दा की चौकी में क्षतिग्रस्त पुल का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने वहां जाकर अधिकारियों से पूरी जानकारी ली और बन रहे वैकल्पिक मार्ग के कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि तीन से चार दिनों में वैकल्पिक मार्ग तैयार कर लिया जाएगा, जबकि पुल के पूर्ण पुनर्निर्माण में कुछ समय लगेगा। राज्यपाल ने निर्देश दिए कि आवागमन को शीघ्र सुचारू किया जाए ताकि लोगों को असुविधा न हो। इस दौरान स्थानीय लोगों ने भी राज्यपाल से भेंट की और उन्हें अपनी परेशानियों से अवगत कराया।


    इसके उपरांत राज्यपाल ने आपदा से प्रभावित टपकेश्वर महादेव मंदिर का स्थलीय निरीक्षण किया। वहां पुजारियों और स्थानीय लोगों से आपदा से हुए नुकसान के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यह हम सभी के लिए कठिन चुनौती का समय है लेकिन शासन, प्रशासन के प्रयासों से जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएंगी।


    राज्यपाल ने इस दौरान टपकेश्वर महादेव मंदिर में जलाभिषेक कर प्रदेशवासियों की सुख, समृद्धि और खुशहाली के लिए प्रार्थना की। इस अवसर पर जिलाधिकारी श्री सविन बंसल, मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, अपर जिलाधिकारी जयभारत सिंह, के. के मिश्रा, एसपी सिटी प्रमोद कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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