Halloween party ideas 2015


-भारत के युवा नवाचारकर्ताओं ने प्रौद्योगिकी आधारित राष्ट्र-निर्माण के सप्ताह की शुरुआत की


-आईआईटी रुड़की, शिक्षा मंत्रालय की इनोवेशन सेल (MIC) एवं AICTE द्वारा नामित नोडल केन्द्र


-अति-विपरीत मौसम निगरानी, सैटेलाइट-संपृक्त संचार, फसल परिपक्वता पूर्वानुमान, कम लागत वाली कपास-तोड़ तकनीक, तथा उन्नत जूट रेटिंग समाधान

रुड़की:



भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की ने रीथिंक! द टिंकरिंग लैब में स्मार्ट इंडिया हैकथॉन (एस.आई.एच.) 2025 – हार्डवेयर संस्करण के ग्रैंड फिनाले का शुभारम्भ किया, जिसमें देशभर के 150 छात्र और 36 संकाय मार्गदर्शक एकत्र हुए। शिक्षा मंत्रालय की इनोवेशन सेल (एम.आई.सी.) तथा ए.आई.सी.टी.ई. के अंतर्गत नामित नोडल केन्द्र के रूप में आईआईटी रुड़की देश के भावी हार्डवेयर नवोन्मेषकों को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।


कार्यक्रम का शुभारम्भ विशिष्ट अतिथियों, संकाय समन्वयकों तथा प्रतिभागी टीमों की उपस्थिति में हुआ। इसके उपरान्त एस.आई.एच. 2025 के केन्द्रीय शुभारम्भ से वर्चुअल रूप से जोड़ा गया। समारोह में प्रो. वरुण शर्मा (एस.पी.ओ.सी., एस.आई.एच. 2025) का स्वागत भाषण तथा शिक्षा मंत्रालय की इनोवेशन सेल के नोडल केन्द्र प्रतिनिधियों के उद्गार शामिल थे।


कार्यक्रम में ए.आई.सी.टी.ई. के नोडल केन्द्रों के प्रमुख श्रीकांत संगलुडकर तथा विकास वर्मा की उपस्थिति ने भी गरिमा प्रदान की। इसके उपरांत केन्द्रीय शुभारम्भ ऑनलाइन सम्पन्न हुआ, जिसमें ए.आई.सी.टी.ई. के अध्यक्ष प्रो. टी.जी. सीताराम ने देशभर के 60 नोडल केन्द्रों को एक साथ संबोधित किया।


इस वर्ष आईआईटी रुड़की में आयोजित हार्डवेयर संस्करण में 25 टीमें पाँच महत्त्वपूर्ण समस्या-वक्तव्यों पर कार्य कर रही हैं, जो गृह मंत्रालय (एम.एच.ए.) तथा कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय (एम.ओ.ए. एवं एफ.डब्ल्यू.) द्वारा प्रदान किए गए हैं। इनमें अति-विपरीत मौसम निगरानी, उपग्रह-संपृक्त हैण्डहेल्ड रेडियो, फसल परिपक्वता पूर्वानुमान उपकरण, कम लागत वाली कपास-तोड़ मशीन तथा जूट रेटिंग प्रक्रिया में सुधार हेतु यंत्र सम्मिलित हैं—जो आत्मनिर्भर भारत, विकसित भारत@2047, डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया तथा कृषि 4.0 जैसे राष्ट्रीय लक्ष्यों में प्रत्यक्ष योगदान देते हैं।


उद्घाटन सत्र में बोलते हुए आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. के.के. पन्त ने कहा,

“स्मार्ट इंडिया हैकथॉन भारत की प्रौद्योगिकी-संचालित समस्या समाधान के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है। आईआईटी रुड़की को गर्व है कि वह ऐसे नवाचारकर्ताओं की मेज़बानी कर रहा है, जो सुरक्षा, कृषि तथा ग्रामीण आजीविका जैसे राष्ट्रीय प्राथमिकताओं को सीधे सशक्त करने वाले हार्डवेयर समाधान विकसित कर रहे हैं। यह हैकाथॉन आत्मनिर्भर भारत की उस भावना को दर्शाता है—भारत से उभरने वाले विचार, भारत के लिए।”


नवाचार के प्रति संस्थान की प्रतिबद्धता रेखांकित करते हुए प्रो. वरुण शर्मा (एस.पी.ओ.सी., एस.आई.एच. 2025) तथा टिंकरिंग लैब के संकाय समन्वयक ने कहा,

“एस.आई.एच. विद्यार्थियों को चुनौतियों को व्यवहार्य, वास्तविक दुनिया के समाधान में बदलने का अनूठा परिवेश प्रदान करता है। आईआईटी रुड़की इस राष्ट्रीय मिशन का समर्थन करने और शिक्षा मंत्रालय की इनोवेशन सेल के साथ मिलकर देश के लिए सुदृढ़ नवाचार पाइपलाइन विकसित करने हेतु प्रतिबद्ध है।”


सप्ताहभर चलने वाले इस हैकथॉन के दौरान टीमें आईआईटी रुड़की की टिंकरिंग लैब की पारिस्थितिकी में गहन रूप से कार्य करेंगी। उन्हें मैकेनिकल एवं इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर साइंस, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, भौतिकी, ई.सी.ई., डिज़ाइन तथा टिंकरिंग लैब के तकनीकी विशेषज्ञों सहित विभिन्न विभागों के सदस्य-न्यायाधीशों एवं विशेषज्ञ मार्गदर्शकों का सहयोग प्राप्त होगा।


ग्रैंड फिनाले के दौरान विकसित किए गए समाधान भारत के दीर्घकालीन नवाचार लक्ष्यों—प्रौद्योगिकी आत्मनिर्भरता, युवा सशक्तिकरण, कृषि आधुनिकीकरण तथा अगली पीढ़ी के हार्डवेयर नवाचार—में उल्लेखनीय योगदान देंगे।


आईआईटी रुड़की सभी प्रतिभागी टीमों को शुभकामनाएँ देता है और राष्ट्रीय विकास हेतु नवाचार को प्रोत्साहित करने की अपनी प्रतिबद्धता पुनः व्यक्त करता है।


देहरादून:


 नियमों से खिलवाड़ करने वालों पर कड़ी कार्रवाई* 


*एमडीडीए का लक्ष्य है- एक स्वच्छ, संगठित और पारदर्शी शहरी विकास मॉडल तैयार करना, जिसमें जनता की सुरक्षा और हित सबसे ऊपर हों- बंशीधर तिवारी*



मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) ने प्राधिकरण क्षेत्रान्तर्गत अवैध प्लॉटिंग के खिलाफ अपनी सख्त कार्रवाई को और तेज कर दिया है। नियोजित एवं सुरक्षित शहरी विकास को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एमडीडीए की टीम ने विकासनगर, सहसपुर, सेलाकुई, होरोवाला रोड सहित विभिन्न क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर सीलिंग और ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की। प्राधिकरण का स्पष्ट संदेश है कि नियमों से खिलवाड़ करने वालों के लिए किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जाएगी। अवैध कॉलोनाइज़रों के खिलाफ यह अभियान शहरी विकास को अनुशासित और पारदर्शी दिशा देने की कड़ी में महत्वपूर्ण कदम है।


मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण की अवैध लॉटिंग पर सख्त कार्रवाई लगातार जारी है। विकासनगर, सहसपुर, सेलाकुई, होरोवाला रोड सहित विभिन्न क्षेत्रों में आज व्यापक अभियान चलाते हुए सीलिंग व ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई। जिशान खान द्वारा होरोवाला रोड, देहरादून में लगभग 40-45 बीघा में की जा रही अवैध प्लॉटिंग को ध्वस्त किया गया। इसी प्रकार परमजीत रिखोल द्वारा खैरी गांव, मुर्गी निगम रोड, सेलाकुई में लगभग 05 बीघा क्षेत्र में की गई अवैध प्लॉटिंग पर भी कार्रवाई की गई। राहुल धनोला एवं अन्य द्वारा ग्राम शंकरपुर, नवोदय विद्यालय निकट, कैचीवाला रोड, सहसपुर में लगभग 22 बीघा में की जा रही अवैध प्लॉटिंग को भी ध्वस्त किया गया। उक्त कार्यवाही में अवर अभियन्ता शिद्धार्थ सेमवाल, अमन पाल, सुपरवाइज़र एवं पुलिस बल मौजूद रहा।


*उपाध्यक्ष एमडीडीए बंशीधर तिवारी का बयान*

एमडीडीए का मूल उद्देश्य सुव्यवस्थित, सुरक्षित और योजनाबद्ध शहरी विकास को लागू करना है। इसी भावना के तहत प्राधिकरण द्वारा अवैध निर्माणों और अवैध प्लॉटिंग के विरुद्ध शून्य-सहिष्णुता की नीति अपनाई गई है। हमने बीते कुछ महीनों में बड़े पैमाने पर ऐसी गतिविधियों पर निर्णायक कार्रवाई की है। अवैध कॉलोनाइज़रों द्वारा बिना मानचित्र स्वीकृति, बिना बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था किए प्लॉटिंग करना न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि भविष्य में नागरिकों के लिए गंभीर जोखिम भी पैदा करता है। एमडीडीए की ओर से साफ निर्देश है कि जो भी व्यक्ति या संस्था नियमों से खिलवाड़ करेगी, उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हम जनता से भी अपील करते हैं कि किसी भी भूखंड या प्लॉट को खरीदने से पहले उसकी विधिक स्थिति अवश्य जांच लें और एमडीडीए की स्वीकृत कॉलोनियों में ही निवेश करें। हमारा लक्ष्य है-एक स्वच्छ, संगठित और पारदर्शी शहरी विकास मॉडल तैयार करना, जिसमें जनता की सुरक्षा और हित सबसे ऊपर हों।


*सचिव एमडीडीए मोहन सिंह बर्निया का बयान* 

प्राधिकरण अवैध निर्माणों पर लगातार निगरानी रख रहा है और जहां भी अवैध गतिविधियों की जानकारी प्राप्त होती है, तत्काल कार्रवाई की जाती है। विकास क्षेत्रों की भौतिक रूप से जांच की जा रही है ताकि किसी भी स्तर पर अवैध प्लॉटिंग या निर्माण पनप न सके। नागरिकों एवं निवेशकों से अनुरोध है कि मानचित्र स्वीकृति एवं विधिक प्रक्रिया की पुष्टि कर ही भूमि खरीदें। एमडीडीए का प्रयास है कि विकास कार्य नियमों के अनुरूप और पारदर्शी ढंग से आगे बढ़ें।



 सूत्रों के अनुसार गोवा के अरपोरा क्षेत्र में हुए गंभीर नाइटक्लब अग्निकांड को लेकर प्राप्त मीडिया रिपोर्टों एवं स्थानीय स्तर की सूचनाओं के अनुसार, इस घटना में उत्तराखंड के 5 युवकों  की मृत्यु हो गयी है।

 कल मुख्यमंत्री ने संभावित रूप से  कुछ उत्तराखंड वासियों के प्रभावित होने की आशंका  के चलते फोन पर ही  जानकारी ली थी। इस विषय मे उन्होंने गोवा सरकार से भी बात की थी। ताकि संबंधित  लोगों के परिजनों से संपर्क किया जा सके।

 कल ही मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखंड सरकार के सभी संबंधित विभागों को निर्देशित किया था कि वे घटना पर लगातार नजर रखें और यदि राज्य के किसी नागरिक के प्रभावित होने की पुष्टि होती है तो परिजनों को हर आवश्यक सहायता—चिकित्सा, कानूनी, परामर्श अथवा अन्य किसी भी प्रकार की—तत्परता से प्रदान की जाए। राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के साथ पूर्ण संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता के साथ खड़ी है।

गोवा के नाइट क्लब में शनिवार को आग लगने से 25 लोगो की मौत की खबर, जिसमे उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल के रहने वाले 27 साल के सतीश राणा भी शामिल

satish rana died in goa nightclub


टिहरी

 रिपोर्ट मनीष नेगी 



गोवा के नाइट क्लब में शनिवार  रात को आग लगने से 25 लोगों की मौत हो गई, इन 25 लोगों में पांच उत्तराखंड के भी थे।

 जिनके घर इस घटना के बाद मातम पसरा हुआ है। उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल के रहने वाले 27 साल के सतीश राणा भी गोवा में कुछ सपने लेकर गए थे, लेकिन इस अग्निकांड ने उनकी भी जान ले ली. सतीश राणा घर में अकेले कमाने वाले थे।


सतीश राणा की मौत की खबर से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है. गोवा के जिस नाइट क्लब में आग लगी थी, *सतीश राणा वहां पर बीते कई सालों से काम कर रहे थे, सतीश राणा मूल रूप से टिहरी गढ़वाल जिले के चाह गाडोलिया गांव के रहने वाले थे।

सतीश राणा के ऊपर अपने माता-पिता के साथ-साथ छोटे भाई की पढ़ाई की जिम्मेदारी भी थी, 27 साल की उम्र में ही सतीश राणा ने अपने पूरे परिवार की जिम्मेदारी को उठा रखी थी।

 सतीश राणा की दो बहनें भी हैं, जिनकी शादी हो चुकी है. परिजन अब सतीश राणा की शादी कराने का विचार कर रहे थे. लेकिन सतीश राणा का सपना अपने छोटे भाई को पढ़ा लिखाकर कामयाब बनाने का था. सतीश राणा की मौत ने न सिर्फ उनके परिवार, बल्कि गांव वालों को भी गहरा सदमा दिया है।


बताया जा रहा है कि गोवा नाइट क्लब अग्निकांड में सतीश राणा बुरी तरह से झुलस गए थे. जिन्हे गंभीर अवस्था में उन्हें गोवा के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां पर उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई, सतीश का परिवार गांव में ही छोटी-मोटी खेती बाड़ी करते है।


 

आज का राशिफल 

दिनांक 8 दिसंबर 2025 

दिन सोमवार 

मार्ग शीर्ष कृष्ण पक्ष

rashifal  today 08 dec,2025


मेष

शेयर मार्केट, म्युचुअल फंड इत्यादि से लाभ होगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। जल्दबाजी न करें। लेनदारी वसूल करने के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। भाग्य का साथ रहेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। समय पर कर्ज चुका पाएंगे। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी।


वृषभ

ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो

नई आर्थिक नीति बन सकती है। कार्यस्थल पर सुधार व परिवर्तन से भविष्य में लाभ होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पार्टनरों का सहयोग कार्य में गति प्रदान करेगा। शत्रु सक्रिय रहेंगे। पुराना रोग उभर सकता है। शारीरिक कष्ट संभव है। पारिवारिक समस्या से चिंता बढ़ सकती है।

मिथुन

का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह

लाभ के अवसर हाथ आएंगे। भाग्य का साथ मिलेगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में उन्नति होगी। निवेशादि करने का मन बनेगा। विवेक से कार्य करें, लाभ होगा। शत्रु सक्रिय रहेंगे। परिवार की चिंता बनी रहेगी। धार्मिक कार्य में मन लगेगा। कोर्ट व कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे।

कर्क

ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो

धनागम होगा। प्रतिद्वंद्वी अपना रास्ता छोड़ देंगे। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। किसी भी प्रकार के झगड़ों में न पड़ें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। वाणी पर नियंत्रण रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी।


सिंह

मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे

रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। सभी ओर से खुश खबरें प्राप्त होंगी। पारिवारिक चिंता रहेगी। अज्ञात भय सताएगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। संपत्ति की खरीद-फरोख्त में सफलता मिलेगी। स्थायी संपत्ति की दलाली बड़ा लाभ दे सकती है।

कन्या

ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो

ऐश्वर्य के साधनों पर व्यय होगा। आय के साधनों में वृद्धि होगी। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। भूमि व भवन संबंधी कार्य लाभदायक रहेंगे।नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड में निवेश लाभदायक रहेगा।

तुला

रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते

लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में संतोष रहेगा। पार्टी व पि‍कनिक का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। शारीरिक कष्ट संभव है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे।

वृश्चिक

तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू

किसी अपरिचित व्यक्ति पर अतिविश्वास न करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। पुराना रोग उभर सकता है। दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। विवाद से क्लेश संभव है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें।


धनु

ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे

व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। प्रयास सफल रहेंगे। पराक्रम बढ़ेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। नौकरी में उच्च‍ाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। शेयर मार्केट मनोनुकूल लाभ देंगे। कानूनी अड़चन सामने आएगी। अज्ञात भय सताएगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे।

मकर

भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी

घर में अतिथियों का आगमन होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। नौकरी में अधिकार मिल सकते हैं। शेयर मार्केट से लाभ होगा। बाहर जाने का मन बनेगा। बड़ा काम करने की योजना बनेगी। लाभ होगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। किसी व्यक्ति के व्यवहार से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है।


कुंभ

गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा

अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। सट्टे व लॉटरी से दूर रहें। नौकरी में प्रमोशन‍ मिल सकता है। सुख के साधनों पर व्यय होगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। निवेश शुभ रहेगा। चोट व रोग से बचें। यश बढ़ेगा। बेचैनी रहेगी। जल्दबाजी न करें।


मीन

दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची

व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। शारीरिक कष्ट से बाधा संभव है। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। हल्की हंसी-मजाक न करें। किसी अपरिचित व्यक्ति पर भरोसा न करें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। लेन-देन में जल्दबाजी न करें

 

रायपुर :  

thano phc centre in worst condition



प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र थानो पूरी तरह से अव्यवस्था के दौर से गुजर रहा है। केंद्र में एक चिकित्सक तैनात होने के बावजूद उनकी ड्यूटी अधिकतर बाहरी वीआईपी क्षेत्रों में लगी रहती है, जिसके चलते स्वास्थ्य सेवाओं का दायित्व फार्मासिस्ट और नर्सिंग स्टाफ के कंधों पर ही आ गया है। दो दर्जन ग्राम सभाओं की हजारों की आबादी इसी स्वास्थ्य केंद्र पर निर्भर है, लेकिन डॉक्टर की अनुपस्थिति के कारण ग्रामीणों को बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं से भी वंचित रहना पड़ रहा है।

स्थानीय निवासी आदर्श राठौर ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात एलोपैथिक चिकित्सक इंतकाम हुसैन माह में सिर्फ कुछ ही दिन उपस्थित रहते हैं। हाल ही में फार्मासिस्ट की भी ड्यूटी अन्यत्र लगा दी गई है, जिससे आयुर्वेदिक चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ ही मरीजों को देखने और उपचार देने के लिए मजबूर हैं। मरहम-पट्टी, इंजेक्शन, कटे-फटे मरीजों का इलाज जैसे संवेदनशील कार्य भी नर्सिंग स्टाफ द्वारा ही किए जा रहे हैं।

ग्रामीणों ने बताया कि चिकित्सकों की कमी के चलते अक्सर मरीजों को निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ता है, जिससे आर्थिक बोझ बढ़ रहा है।

ग्रामीण लंबे समय से इस स्वास्थ्य केंद्र के उच्चीकरण की मांग कर रहे हैं। आंदोलन के बाद मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री द्वारा उच्चीकरण की घोषणा तो की गई थी, लेकिन वह सिर्फ कागजों में ही सीमित रह गई। अब तक धरातल पर कोई कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है।

ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही पर्याप्त चिकित्सक तैनात नहीं किए गए और स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्था नहीं सुधारी गई, तो वे पुनः आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।

क्या कहते हैं स्थानीय निवासी

 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र थानों दर्जनों ग्राम सभा से लगा है  ये अस्पताल , पर इसमें मुख्य चिकित्सक की कमी हमेशा से रही है , कई बार अलग अलग स्थानों में इस विषय में बड़े बड़े अधिकारियों के समक्ष इस विषय को रखा गया पर अधिकारी लोग आश्वासन पर आश्वाशन देकर बात को नजर अंदाज कर रहे है।

अमित कुकरेती 

क्षेत्र पंचायत सदस्य 

रामनगर डांडा प्रथम



 86 वर्ष पुराने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र थानों के उच्चीकरण की मांग को लेकर ग्रामीणों ने 29 मार्च को थानों स्थित शहीद स्मारक पर आंदोलन भी  किया था। लंबे समय से ग्रामीण इस अस्पताल के उच्चीकरण की मांग कर रहे है। परंतु सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही। जिससे ग्रामीणों में बेहद नाराजगी छाई हुई है ।

संजय सिंधवाल

ज्येष्ठ प्रमुख रायपुर ब्लॉक 


प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र थानों में मूल भूत सुविधाओं की कमी है जहां  एक तरफ एक मुख्य एलोपैथिक डॉक्टर है वहां उनकी ड्यूटी कभी कहीं तो कहीं लगाई जाती है । फिर मरीजों को फार्मशिट ही देखते है ।इस अस्पताल से काफी गांव जुड़े है । पर इसका उच्चीकरण न हो पाने के कारण से लोग यहां पर सुविधाएं नहीं ले पा रहे है जिसके चलते स्थानीय मरीजों को  दूर रायपुर या बड़े अस्पतालों में जाना पड़ता है।


आदर्श राठौर 

स्थानीय निवासी थानों क्षेत्र

 इस अस्पताल में मरीज तो काफी आते है एक दिन में कम से कम 55 से 60 ओपीडी जाती है पर मूल भूत सुविधाओं का अभाव है जैसे एक्सरे या अल्ट्रासाउड जैसी सुविधा नहीं मिल पाती है । ओर नहीं यहां पर कोई एलोपैथिक चिकित्सक मौजूद होता है।


हिमांशु पंवार 

क्षेत्र पंचायत सदस्य कोटी मयचक थानों




उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPCL) प्रदेश के उपभोक्ताओं एवं सम्मानित जनप्रतिनिधियों के समक्ष यह स्पष्ट करना चाहता है कि हाल ही में बिजली दरों को लेकर प्रकाशित कुछ समाचार भ्रामक रूप में प्रस्तुत किए गए हैं, जिनसे उपभोक्ताओं के बीच अनावश्यक भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई है। 

UPCL पुनः यह स्पष्ट करता है कि बिजली दरों को न तो निगम स्वयं बढ़ाता है और न ही दरों में वृद्धि का कोई भी निर्णय UPCL के हाथ में होता है।



 राज्य में बिजली दरों का निर्धारण केवल और केवल उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग (UERC) द्वारा एक पारदर्शी प्रक्रिया, विस्तृत वित्तीय विश्लेषण और जनसुनवाई के बाद ही किया जाता है।

 निगम का कार्य केवल नियामक मानकों के अनुसार आवश्यक आंकड़ों एवं सूचनाओं को आयोग के समक्ष प्रस्तुत करना है।

 इसलिए यह कहना कि UPCL बिजली दरों में वृद्धि कर रहा है या उपभोक्ताओं पर बोझ डालना चाहता है, वास्तविकता से परे है।

मीडिया में प्रकाशित कुछ समाचारों में विद्युत दरों में लगभग 16% वृद्धि का उल्लेख किया गया है। UPCL यह स्पष्ट करना चाहता है कि यह आंकड़ा नियमित वार्षिक टैरिफ़ वृद्धि नहीं है, बल्कि पूर्व वित्त वर्षों के True-up समायोजन से उत्पन्न एक तकनीकी वित्तीय आवश्यकता है। 

True-up वह प्रक्रिया है जिसमें आयोग द्वारा स्वीकृत ARR और वास्तविक ARR के बीच के अंतर का समायोजन किया जाता है।

 विशेष रूप से वर्ष 2024–25 के लिए आयोग ने अनुमानित ARR के आधार पर स्वीकृति प्रदान की थी, जबकि वास्तविक ARR अधिक निकली। इस अंतर की पूर्ति हेतु लगभग 13.59% समायोजन की आवश्यकता उत्पन्न होती है। यदि UPCL को उसके वैधानिक दावे समय पर प्राप्त हो जाते, तो यह अंतर उत्पन्न ही नहीं होता और 16% जैसा कोई आंकड़ा सामने नहीं आता। इसलिए इस तकनीकी समायोजन को नई दर वृद्धि के रूप में प्रस्तुत करना सही नहीं है।

UPCL द्वारा वर्ष 2026–27 के लिए ARR एवं टैरिफ़ याचिका में मात्र 2.64% सामान्य टैरिफ़ वृद्धि का प्रस्ताव रखा गया है, जो उपभोक्ता हितों को प्राथमिकता देते हुए तैयार किया गया है। 

यह वास्तविक वृद्धि का प्रस्ताव है, और मीडिया में उल्लेखित 16% आंकड़ा केवल True-up आधारित तकनीकी गणना का हिस्सा है, न कि उपभोक्ताओं पर लागू होने वाली नई दर।

टैरिफ़ प्रस्ताव अभी माननीय आयोग (UERC) के समक्ष प्रस्तुत किया जाना है तथा UPCL द्वारा टैरिफ़ से संबंधित संपूर्ण प्रस्ताव माननीय आयोग के निर्देशानुसार 10.12.2025 तक दायर किए जाएंगे। इसके उपरांत आयोग एक पारदर्शी प्रक्रिया के अंतर्गत—

• सभी हितधारकों, उपभोक्ता संगठनों एवं आम नागरिकों से आपत्तियाँ और सुझाव आमंत्रित करेगा,

• प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में जनसुनवाई आयोजित करेगा,

• सभी अभ्यावेदनों, तकनीकी विवरणों एवं वित्तीय तथ्यों का परीक्षण करेगा,

• और उपभोक्ता हितों को सर्वोपरि रखते हुए अंतिम टैरिफ़ आदेश जारी करेगा।

अतः यह स्पष्ट है कि टैरिफ़ का अंतिम निर्धारण उपभोक्ता सहभागिता, पारदर्शिता और नियामकीय परीक्षण के बाद ही किया जाता है। वर्तमान चरण में किसी भी वृद्धि को अंतिम या लागू माना जाना उचित नहीं है।

यह भी उल्लेखनीय है कि पिछले वर्षों में आयोग ने UPCL के प्रस्तावों की तुलना में काफी कम वृद्धि मंज़ूर की है। उदाहरणस्वरूप, वित्त वर्ष 2025–26 के लिए UPCL ने 12.01% वृद्धि का प्रस्ताव रखा था, जिसके विरुद्ध आयोग ने मात्र 5.62% वृद्धि अनुमोदित की। इसी प्रकार वित्त वर्ष 2024–25 में UPCL द्वारा 27.06% टैरिफ़ वृद्धि का प्रस्ताव किया गया था, जबकि आयोग ने केवल 7.66% वृद्धि स्वीकृत की। ये तथ्य सिद्ध करते हैं कि आयोग सदैव उपभोक्ता हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए संतुलित निर्णय लेता है।


UPCL यह भी रेखांकित करना चाहता है कि प्रदेश में बिजली आपूर्ति को बेहतर, सुचारु एवं विश्वसनीय बनाने हेतु निगम निरंतर बड़े पैमाने पर कार्य कर रहा है। 

वितरण तंत्र को मजबूत करने हेतु उपकेंद्रों का निर्माण, ट्रांसफॉर्मर क्षमता वृद्धि, पुरानी लाइनों का उन्नयन, भूमिगत केबलिंग और नेटवर्क सुदृढ़ीकरण जैसे कार्य नियमित रूप से किए जा रहे हैं। साथ ही स्मार्ट मीटरिंग, फॉल्ट प्रबंधन प्रणाली, ऑनलाइन मॉनिटरिंग, डिजिटल बिलिंग और शिकायत निवारण जैसी आधुनिक तकनीकों का विस्तार उपभोक्ताओं तक तेज, पारदर्शी और भरोसेमंद सेवाएं पहुँचाने में सहायक सिद्ध हो रहा है।

 इन प्रयासों के परिणामस्वरूप प्रदेश में लाइन लॉस में कमी आई है और आपूर्ति की विश्वसनीयता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।


UPCL उपभोक्ताओं से यह भी कहना चाहता है कि निगम का उद्देश्य किसी भी रूप में उपभोक्ताओं पर अनावश्यक आर्थिक भार डालना नहीं है। पूरे राज्य के उद्योगों, व्यापारियों, किसानों और घरेलू उपभोक्ताओं को विश्वसनीय, किफायती और गुणवत्तापूर्ण विद्युत सेवाएं उपलब्ध कराना ही UPCL की सर्वोच्च प्राथमिकता है। टैरिफ़ से संबंधित किसी भी प्रस्ताव पर अंतिम निर्णय केवल UERC द्वारा उपभोक्ता हितों को सर्वोपरि रखते हुए ही लिया जाएगा। UPCL पूर्ण निष्ठा और पारदर्शिता के साथ राज्य की विद्युत व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के अपने दायित्वों का निर्वहन जारी रखेगा।


आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में युवाओं को दक्ष बनाकर समुदाय-सेवा में उनकी सहभागिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से संचालित “युवा आपदा मित्र प्रशिक्षण कार्यक्रम” का छठवाँ बैच आज दिनांक 07 दिसम्बर 2025 को SDRF वाहिनी मुख्यालय, जौलीग्रांट में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। 

6th batch of  disaster friend sdrf concludes


यह प्रशिक्षण राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) एवं राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) के संयुक्त तत्वावधान में SDRF द्वारा संचालित किया जा रहा है, जिसमें इस बैच के सभी प्रशिक्षु नेहरू युवा केंद्र (Nehru Yuva Kendra – NYK) से चयनित युवा स्वयंसेवक रहे।


दिनांक 01 दिसम्बर से 07 दिसम्बर 2025 तक आयोजित इस सात दिवसीय प्रशिक्षण में प्रतिभागियों को प्राथमिक चिकित्सा, सामान्य आपदा प्रबंधन, सर्च तकनीकों एवं रोप रेस्क्यू से संबंधित महत्वपूर्ण विषयों पर सैद्धांतिक व व्यवहारिक दोनों रूपों में व्यापक प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रतिभागियों की आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित एवं सुरक्षित प्रतिक्रिया क्षमता विकसित करने हेतु मॉक एक्सरसाइज, ग्राउंड प्रैक्टिस, उपकरण संचालन और टीम-समन्वय आधारित अभ्यासों को विशेष रूप से शामिल किया गया।


समापन अवसर पर कुल 68 प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए, जिनमें 48 बालिकाएँ और 21 बालक शामिल रहे। NYK से जुड़े इन युवा स्वयंसेवकों ने प्रशिक्षण के दौरान अर्जित कौशल और अनुभव को भविष्य में सामुदायिक आपदा प्रबंधन में उपयोग करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।


कार्यक्रम में निरीक्षक प्रशिक्षण श्री प्रमोद रावत तथा SDRF का संपूर्ण प्रशिक्षक दल उपस्थित रहा। प्रशिक्षक दल द्वारा सभी प्रतिभागियों के उत्साह, अनुशासन और समर्पण की सराहना करते हुए उन्हें अपने-अपने क्षेत्रों में “आपदा मित्र” के रूप में सक्रिय भूमिका निभाने हेतु प्रेरित किया गया।

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