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मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा पंचम राज्य वित्त आयोग की संस्तुतियों के क्रम में समस्त शहरी स्थानीय निकायों को वित्तीय वर्ष 2025-26 की चतुर्थ त्रैमासिक किश्त हेतु कुल ₹ 315 करोड़ तथा 15वें वित्त आयोग की संस्तुतियों के क्रम में वित्तीय वर्ष 2024-25 की प्रथम एवं द्वितीय किश्त हेतु भारत सरकार से प्राप्त कुल ₹ 94 करोड की धनराशि वित्तीय वर्ष 2025-26 में संबंधित त्रिस्तरीय पंचायतीराज संस्थाओं को हस्तान्तरित किये जाने का अनुमोदन प्रदान किया गया है।



मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम लिमिटेड के अन्तर्गत राज्य पोषित सरकारी भ्योल रूपसियाबगड जल विद्युत परियोजना (120 मे०वा०) के लिए कैट प्लान मद में एन०पी०वी०, क्षतिपूरक वनीकरण सहित वन भूमि की लीज हेतु ₹15 करोड़ की योजना स्वीकृत किये जाने का अनुमोदन प्रदान किया है।



मुख्यमंत्री द्वारा उत्तराखण्ड निवेश और आधारिक संरचना विकास बोर्ड के अन्तर्गत "Development of Ecololgical Corridor at Naik Goth for Disaster Resilience (Formerly Known as Development of Road From Kiroda Nallah to River Front and Reclamation of Land along Kiroda Nallah"  के निर्माण हेतु ₹ 84 करोड़ की योजना स्वीकृत किये जाने के साथ कृषि एवं कृषक कल्याण के अन्तर्गत मिशन फोर आत्मनिर्भरता इन पल्सेस योजनान्तर्गत चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 में वित्तीय एवं प्रशासिनक स्वीकृति का अनुमोदन प्रदान किया गया है।




मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज भाजपा प्रदेश कार्यालय, देहरादून में भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेई की जयंती की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्वलित कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए।


मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेई जी का जीवन राष्ट्रसेवा, सुशासन और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति समर्पण का प्रतीक रहा है। उनके दूरदर्शी नेतृत्व और विचार आज भी देशवासियों को प्रेरणा देते हैं तथा भारत के विकास पथ को नई दिशा प्रदान करते हैं।


इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट, राज्यसभा सांसद श्री नरेश बंसल सहित भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।


- वर्तमान में 70 ERO और 268 AERO सम्पादित कर रहे निर्वाचन सम्बंधी कार्य 

- 167 नए AERO के बाद कुल  अतरिक्त सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी कराएंगे SIR सम्पन्न

167 AERO forSIR in uttarakhand


देहरादून:


 उत्तराखण्ड में आगामी विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की तैयारियों को लेकर 167 नए अफसरों की तैनाती की गई है। प्रदेश की 70 विधानसभा क्षेत्रों में एसआईआर के मध्यनजर 167 अतरिक्त सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों (एईआरओ) की नियुक्ति की गई है। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है। वर्तमान में प्रदेश में 70 विधानसभा क्षेत्रों में एसडीएम स्तर के 70 ईआरओ और तहसीलदार स्तर के 268 एईआरओ तैनात हैं। इसके अतरिक्त 167 नए एईआरओ की नियुक्ति के बाद प्रदेश में 435 एईआरओ आगामी विशेष गहन पुनरीक्षण और इसकी तैयारियों को सम्पादित करेंगे। 


अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ0 विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि आयोग द्वारा नियुक्त 167 अतरिक्त सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी सिर्फ आगामी विशेष गहन पुनरीक्षण के लिए तैनात किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इसमें मुख्य रुप से खण्ड विकास अधिकारी, अधिशासी अधिकारी,सहायक नगर आयुक्त,चकबन्दी अधिकारियों सहित अन्य अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। 


अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि बूथ लेवल ऑफिसर ”बीएलओ आउटरीच अभियान” के तहत मतदाताओं से संपर्क,समन्वय और संवाद स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि ईआरओ और एईआरओ इस अभियान में बीएलओ द्वारा किए जा रहे आउटरीच अभियान की नियमित मॉनिटरिंग करेंगे। 


*जिलेवार तैनात नए AERO*


उत्तरकाशी- 11

चमोली- 20

रुद्रप्रयाग-08

टिहरी गढ़वाल- 12

देहरादून- 13

हरिद्वार-19

पौड़ी गढ़वाल- 20

 पिथौरागढ़- 14

 बोगश्वर- 03

 अल्मोड़ा- 12

 चम्पावत- 06

 नैनीताल- 11

ऊधमसिंह नगर- 18

 

हरिद्वार  :



बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के पश्चात निरंतर बढ़ रही इस्लामी जिहादी गतिविधियों एवं हिंदू समाज पर हो रहे अमानवीय अत्याचारों के विरोध में आज विश्व हिन्दू परिषद हरिद्वार एवं बजरंग दल हरिद्वार के संयुक्त तत्वावधान में एक व्यापक धरना-प्रदर्शन एवं आक्रोश मार्च का आयोजन किया गया। यह प्रदर्शन चंद्राचार्य चौक से पुराने रानीपुर मोड़ तक निकाला गया, जहां बांग्लादेश का पुतला दहन कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही हिंदू प्रताड़ना के प्रति रोष प्रकट किया गया।


गत सप्ताह बांग्लादेश के मेमनसिंह जिले के भालुका क्षेत्र में एक सामान्य हिंदू श्रमिक दीपू दास पर ईशनिंदा का झूठा आरोप लगाकर की गई नृशंस हत्या ने संपूर्ण मानवता को शर्मसार कर दिया है। एक सामान्य अनौपचारिक बातचीत को मनगढ़ंत रूप से ईशनिंदा घोषित कर, जिहादी तत्वों द्वारा दीपू दास को भीड़ के सामने पीट-पीटकर मार डाला गया, उसकी मृत देह को पेड़ से लटकाकर जलाया गया और इस बर्बर कृत्य के वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित किए गए। यह संपूर्ण घटनाक्रम पुलिस-प्रशासन की उपस्थिति में हुआ, किंतु प्रशासन की निष्क्रियता ने अपराधियों का मनोबल और बढ़ाया। इस अवसर पर बजरंग दल के प्रांत सुरक्षा प्रमुख श्री नवीन तेश्वर ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं के विरुद्ध चल रहा यह नंगा नाच सुनियोजित जिहादी आतंक का परिणाम है। प्रशासन की चुप्पी और निष्क्रियता इन अपराधियों को संरक्षण दे रही है। विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल इस अमानवीय हिंसा की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप की मांग करते हैं। विश्व हिन्दू परिषद हरिद्वार के जिला अध्यक्ष श्री बलराम कपूर ने कहा कि अल्पसंख्यक हिंदुओं के मानवीय अधिकारों का ऐसा खुला हनन किसी भी सभ्य समाज के लिए कलंक है। बांग्लादेश सरकार को तुरंत दोषियों पर कठोर कार्यवाही कर अल्पसंख्यकों के लिए भय-मुक्त वातावरण सुनिश्चित करना चाहिए।


विहिप जिला मंत्री श्री जीवेंद्र तोमर ने अपने संबोधन में कहा कि दीपू दास की निर्मम हत्या केवल एक व्यक्ति की हत्या नहीं, बल्कि मानवता की हत्या है। यदि अब भी विश्व समुदाय मौन रहा तो यह हिंसा और अधिक भयावह रूप लेगी। बजरंग दल संयोजक श्री अमित मुल्तानिया ने कहा कि हिंदू समाज पर हो रहे इन अत्याचारों के विरुद्ध बजरंग दल हर स्तर पर संघर्ष करेगा। हम भारत सरकार से भी मांग करते हैं कि बांग्लादेश पर कूटनीतिक दबाव बनाकर वहां के हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।


प्रदर्शन में विभाग मंत्री श्री भूपेंद्र सैनी, विहिप जिला सहमंत्री श्री दीपक तालियान, श्री प्रजीत सनातनी सहित विहिप-बजरंग दल के अनेक पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं बड़ी संख्या में हिंदू समाज के लोग उपस्थित रहे। विश्व हिन्दू परिषद एवं बजरंग दल ने एक स्वर में मांग की कि बांग्लादेश में हिंदू विरोधी जिहादी हिंसा पर तत्काल रोक लगे, दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए, अल्पसंख्यकों के लिए भय, शोषण एवं हिंसा-मुक्त वातावरण सुनिश्चित किया जाए। यदि शीघ्र प्रभावी कदम नहीं उठाए गए तो यह आंदोलन और अधिक व्यापक रूप लेगा।


पंकज चौहान 

प्रांत प्रमुख, प्रचार प्रसार विभाग, विश्व हिन्दू परिषद, उत्तराखण्ड 

संपर्क सूत्र – 9837212262

 आज का राशिफल

दिनाँक 24 दिसंबर,2025

दिन बुधवार

rashifal today 24 december 2025



मेष

अ, आ, चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो

मेहनत का फल मिलेगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। थकान रहेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रसन्नता रहेगी। भूमि, आवास की समस्या रह सकती है। आजीविका में नवीन प्रस्ताव मिलेगा। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। संतान से कष्ट रहेगा।



वृषभ

ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो

भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। मान बढ़ेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। अपनी बुद्धिमत्ता से आप सही निर्णय लेने में सक्षम होंगे। विकास की योजनाएं बनेंगी। निजीजनों में असंतोष हो सकता है। व्यापार में इच्छित लाभ होगा।


मिथुन

का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह

भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे। जोखिम न लें। व्यावसायिक चिंता दूर हो सकेगी। स्वयं के सामर्थ्य से ही भाग्योन्नति के अवसर आएंगे। योजनाएं फलीभूत होंगी।


कर्क

ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो

वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। वस्तुएं संभालकर रखें। स्वास्थ्य पर व्यय होगा। विवाद न करें। यात्रा में अपनी वस्तुओं को संभालकर रखें। कर्म के प्रति पूर्ण समर्पण व उत्साह रखें। अधीनस्थों की ओर ध्यान दें। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी।


सिंह

मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे

बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। आय बढ़ेगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। अपने व्यसनों पर नियंत्रण रखते हुए कार्य करना चाहिए। व्यापार में कर्मचारियों पर अधिक विश्वास न करें। आर्थिक स्थिति मध्यम रहेगी।


कन्या

ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो

नए अनुबंध होंगे। यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे। झंझटों में न पड़ें। शत्रु सक्रिय रहेंगे। कार्य की प्रवृत्ति में यथार्थता व व्यावहारिकता का समावेश आवश्यक है। व्यापार में नई योजनाओं पर कार्य नहीं होंगे। जीवनसाथी का ध्यान रखें।


तुला

रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते

धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी। राजकीय बाधा दूर होगी। वरिष्ठजन सहयोग करेंगे। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। बुद्धि एवं तर्क से कार्य में सफलता के योग बनेंगे। यात्रा कष्टप्रद हो सकती है। अतः उसका परित्याग करें। व्यापार लाभप्रद रहेगा।


वृश्चिक

तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू

समय ठीक नहीं है। वाहन, मशीनरी व अग्नि के प्रयोग में सावधानी रखें। लेन-देन में सावधानी रखें। विवाद न करें। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। सकारात्मक विचारों के कारण प्रगति के योग आएंगे। कार्यपद्धति में विश्वसनीयता बनाए रखें।


धनु

ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे

प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। राजकीय काम बनेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। चिंता रहेगी। जोखिम न उठाएं। संतान से मदद मिलेगी। आर्थिक स्थिति में प्रगति की संभावना है। अचानक धन की प्राप्ति के योग हैं। क्रोध एवं उत्तेजना पर संयम रखें।


मकर

भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी

संपत्ति के कार्य लाभ देंगे। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता मिलेगी। प्रसन्नता रहेगी। धनार्जन होगा। समाज में प्रसिद्धि के कारण सम्मान में बढ़ौत्री होगी। आजीविका में नवीन प्रस्ताव मिलेंगे। परिवार की समस्याओं को अनदेखा न करें।



कुंभ

गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा

किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर मिलेगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। कामकाज में धैर्य रखने से सफलता मिल सकेगी। योजनाएं फलीभूत होंगी। मित्रों में आपका वर्चस्व बढ़ेगा। स्वास्थ्य की ओर ध्यान दें।

मीन

दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची

दूसरों से अपेक्षा न करें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। थकान रहेगी। जोखिम न लें। विवाद से बचें। राजकीय सहयोग मिलेगा एवं इस क्षेत्र के व्यक्तियों से संबंध बढ़ेंगे। विद्यार्थियों को प्रतियोगिता में सफलता मिलेगी। व्यापार अच्छा चलेगा। वाणी पर संयम रखें

 

ऋषिकेश:



उत्तराखंड क्रांति दल युवा प्रकोष्ठ के महानगर अध्यक्ष मुकेश भट्ट ने संगठन विस्तार करते हुए प्रगतिपुरम,खदरी खड़कमाफ निवासी पवन बिष्ट  को बूथ अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया  गया।


इस मौके पर उत्तराखंड क्रांति दल युवा प्रकोष्ठ से केंद्रीय उपाध्यक्ष कुलदीप रावत, ऋषिकेश युवा प्रकोष्ठ महानगर अध्यक्ष मुकेश भट्ट,नवीन सेमवाल, अंचल नेगी,सूर्यप्रकाश चौहान, वैभव कठैत सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे सभी ने नव- नियुक्त अध्यक्ष को बधाई देते हुए संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने का आह्वान किया

 देहरादून में सहकारिता मेला 2025 का भव्य आयोजन

 देहरादून :  

cooperative fair, kumaun regiment, CM DHMai


अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष–2025 तथा उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती के अवसर पर रेंजर्स ग्राउंड, देहरादून में आयोजित सहकारिता मेला–2025 का भव्य शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सहकारिता केवल आर्थिक गतिविधि नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन, ग्रामीण विकास और आत्मनिर्भरता का मजबूत आधार है।

मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि सहकारिता भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रही है, जहां सामूहिक हित को सर्वोपरि रखा जाता है। आज के प्रतिस्पर्धी दौर में सहकारिता की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई है, इसी को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा वर्ष 2025 को अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में “सहकार से समृद्धि” के संकल्प को साकार करने के लिए देश में अलग सहकारिता मंत्रालय का गठन किया गया, जिससे इस क्षेत्र को नई दिशा मिली है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तराखंड सहकारिता सुधारों के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बन चुका है। प्रदेश की सभी 670 सहकारी समितियां पूरी तरह डिजिटल हो चुकी हैं। बहुउद्देश्यीय सहकारी समितियों के कंप्यूटरीकरण की शुरुआत उत्तराखंड से हुई, जिससे किसानों और आम लोगों को सेवाओं का लाभ घर बैठे मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पहले किसानों को कार्यालयों के चक्कर काटने पड़ते थे, अब मोबाइल फोन के माध्यम से ही अधिकांश सेवाएं उपलब्ध हो रही हैं।

उन्होंने कहा कि सहकारी समितियां अब केवल ऋण देने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि जन औषधि केंद्रों के माध्यम से सस्ती दवाइयां, कॉमन सर्विस सेंटर के रूप में बीमा, पेंशन, बिजली बिल भुगतान, आधार एवं अन्य डिजिटल सेवाएं भी प्रदान कर रही हैं। पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सभी सहकारी समितियों का डेटा राष्ट्रीय सहकारी डेटाबेस पर अपलोड किया गया है।

महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला सहकारिता समितियों और स्वयं सहायता समूहों को विशेष प्राथमिकता दी जा रही है। दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता किसान कल्याण योजना के तहत किसानों, महिला समूहों और सहकारी संस्थाओं को ब्याजमुक्त ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। महिला सहकारिता और स्वयं सहायता समूहों को पांच–पांच लाख रुपये के ब्याजमुक्त ऋण दिए जा रहे हैं, जिससे महिलाएं “लखपति दीदी” बनकर आत्मनिर्भरता की नई मिसाल कायम कर रही हैं।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नाबार्ड द्वारा प्रकाशित “स्टेट फोकस पेपर 2026–27, उत्तराखंड” का विमोचन किया तथा सहकारी समूहों को ब्याजमुक्त ऋण के चेक वितरित किए। उन्होंने विश्वास जताया कि सहकारिता मेला आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर उत्तराखंड की दिशा में एक जनआंदोलन बनेगा।

कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, विधायक खजान दास, अपर सचिव एवं निबंधक सहकारिता सविता कपूर, अपर निबंधक मेहरबान बिष्ट, ईरा उप्रेती, आनंद शुक्ल, उप निबंधक रमिंद्री मंद्रवाल , सहायक निबंधक बलवंत मनराल, सहकारिता विभाग के अधिकारी तथा बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक मौजूद रहे।


*मुख्यमंत्री ने किया नाबार्ड के राज्य फोकस पेपर 2026-27 का विमोचन*


दिनांक 23 दिसंबर 2025 को नाबार्ड व राज्य सरकार द्वारा देहरादून में आयोजित सहकारिता मेला 2025 के दौरान उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने नाबार्ड द्वारा तैयार राज्य फोकस पेपर 2026-27 का विमोचन किया।  

इस अवसर पर माननीय सहकारिता मंत्री श्री धन सिंह रावत, श्री नरेश बंसल, राज्य सभा सांसद, श्री खजान दास, विधायक, राजपुर, श्री सौरभ थपलियाल, महापौर, नगर निगम, देहरादून, श्री मेहरबान सिंह बिष्ट, निबंधक, सहकारी समितियां, उत्तराखंड, श्री पंकज यादव, मुख्य महाप्रबंधक नाबार्ड, आदि उपस्थित थे।  

यह दस्तावेज़ राज्य के प्राथमिकता क्षेत्रों के लिए ऋण क्षमता का व्यापक आकलन प्रस्तुत करता है, वित्तीय वर्ष 2026-27 के लिए  ₹65,916 करोड़ अनुमानित है, जो की  पिछले वर्ष की तुलना में 20.50% अधिक है ।

जिला स्तर पर तैयार पोटेंशियल लिंक्ड क्रेडिट प्लान (PLPs) के आधार पर तैयार यह दस्तावेज़ संतुलित कृषि एवं ग्रामीण विकास के लिए एक रोडमैप है, जिसमें कृषि, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, बुनियादी ढांचा और जलवायु परिवर्तन पहलों जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया गया है। नाबार्ड ने राज्य सरकार को समावेशी विकास के लिए ऋण योजना और विकासात्मक हस्तक्षेपों में सहयोग देने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है।

राज्य फोकस पेपर बैंकों और नीति-निर्माताओं के लिए वार्षिक ऋण योजना (ACP) को अंतिम रूप देने और सतत विकास की रणनीतियाँ तैयार करने में एक मार्गदर्शक दस्तावेज़ के रूप में कार्य करेगा।

इस अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री ने नाबार्ड की इस प्रयास की सराहना की तथा सभी हितधारकों को इस दस्तावेज़ को विभिन्न विभागों की योजनावों में समेकित करने के लिए प्रेरित किया।


देहरादून

[

*धामी सरकार की उधमसिंहनगर जनपद को बड़ी स्वास्थ्य सौगात, रुद्रपुर मेडिकल कॉलेज को 300 बेड और 100 एमबीबीएस सीटें*


*उत्तराखण्ड के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम, रुद्रपुर मेडिकल कॉलेज से बदलेगा तराई-भाबर का स्वास्थ्य परिदृश्य*


*रुद्रपुर मेडिकल कॉलेज से सिडकुल कर्मचारियों को सीधा स्वास्थ्य लाभ, औद्योगिक इकाइयों में कार्य करने वाले श्रमिकों और कर्मचारियों को अब दुर्घटना, गंभीर बीमारी या आपातकालीन स्थिति में इलाज के लिए नहीं जाना पड़ेगा दूर*


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सशक्त मार्गदर्शन और चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के स्पष्ट दिशा-निर्देशों में उत्तराखण्ड ने स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। एक जनपद-एक मेडिकल कॉलेज के लक्ष्य की ओर अग्रसर धामी सरकार ने राजकीय मेडिकल कॉलेज, रुद्रपुर को 300 बेड चिकित्सालय एवं 100 एमबीबीएस सीटों की स्वीकृति प्रदान की है। इस मेडिकल कॉलेज के शुरू होने से तराई-भाबर क्षेत्र के साथ-साथ सीमांत और पर्वतीय क्षेत्रों के लाखों लोगों को सुलभ, आधुनिक और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी। यह संस्थान न केवल बेहतर उपचार सुविधाओं का केंद्र बनेगा, बल्कि चिकित्सा शिक्षा, जनस्वास्थ्य कार्यक्रमों, आपदा प्रबंधन और रोजगार सृजन के क्षेत्र में भी उत्तराखण्ड को नई मजबूती प्रदान करेगा। रुद्रपुर मेडिकल कॉलेज प्रदेश की स्वास्थ्य अधोसंरचना को सुदृढ़ करने की दिशा में एक दूरदर्शी और प्रभावी कदम है।  कुल मिलाकर, राजकीय मेडिकल कॉलेज रुद्रपुर स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा और रोजगार-तीनों क्षेत्रों में उत्तराखण्ड को एक मजबूत आधार प्रदान करेगा और प्रदेश के समग्र विकास में निर्णायक भूमिका निभाएगा।



*बेहतर और सुलभ स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार*

300 बेड चिकित्सालय के संचालन से क्षेत्र में आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार होगा। मरीजों को जांच, उपचार और देखभाल की बेहतर व्यवस्थाएं एक ही परिसर में उपलब्ध होंगी। जिससे इलाज की गुणवत्ता में निरंतर सुधार होगा। इससे आम जनता को भरोसेमंद और समयबद्ध स्वास्थ्य सेवाएं मिल पायेंगी।


*24×7 आपातकालीन एवं गंभीर रोगों का उपचार*

राजकीय मेडिकल कॉलेज रुद्रपुर में 24×7 आपातकालीन सेवाएं उपलब्ध होने से दुर्घटनाओं, गंभीर बीमारियों और जटिल मामलों में त्वरित उपचार संभव हो पायेगा। एक ही संस्थान में इमरजेंसी और विशेष चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होने से मरीजों को तत्काल राहत मिलेगी।


*विशेषज्ञ चिकित्सकों की स्थायी तैनाती*

मेडिकल कॉलेज में विशेषज्ञ चिकित्सकों की स्थायी उपलब्धता से अब मरीजों को इलाज के लिए बड़े शहरों या अन्य राज्यों में जाने की आवश्यकता नहीं पडेगी। इससे न केवल समय और धन की बचत होगी, बल्कि मरीजों को निरंतर और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा परामर्श भी मिल सकेगा।


*सिडकुल क्षेत्र के कर्मचारियों को बड़ी राहत*

रुद्रपुर मेडिकल कॉलेज के संचालन से उधमसिंहनगर जनपद के सिडकुल क्षेत्र में कार्यरत सैकड़ों कर्मचारियों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। औद्योगिक इकाइयों में कार्य करने वाले श्रमिकों और कर्मचारियों को अब दुर्घटना, गंभीर बीमारी या आपातकालीन स्थिति में इलाज के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। 300 बेड चिकित्सालय में 24×7 आपातकालीन सेवाएं और विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपलब्धता से उन्हें त्वरित, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं नजदीक ही मिल सकेंगी। इससे कर्मचारियों के साथ-साथ उनके परिवारों को भी स्वास्थ्य सुरक्षा का मजबूत सहारा मिलेगा।


*सीमांत, ग्रामीण और पर्वतीय क्षेत्रों को सीधा लाभ*

दो राज्यों का सीमांत क्षेत्र होने के कारण यहां के मरीजों को पहले इलाज के लिए अन्य राज्यों में जाना पड़ता था। अब राजकीय मेडिकल कॉलेज रुद्रपुर के संचालन से उन्हें नजदीक ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों से सुशीला तिवारी राजकीय मेडिकल कॉलेज, हल्द्वानी पर बढ़ते मरीजों के दबाव में भी कमी आएगी। गंभीर रोगियों को दिल्ली या देहरादून रेफर करने की मजबूरी अब काफी हद तक कम होगी।


*जनस्वास्थ्य कार्यक्रमों और आपदा प्रबंधन को मजबूती*

यह मेडिकल कॉलेज जनस्वास्थ्य कार्यक्रमों को जमीनी स्तर पर मजबूती प्रदान करेगा। टीकाकरण, मातृ-शिशु स्वास्थ्य, संक्रामक रोग नियंत्रण जैसे कार्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन में सहायता मिलेगी। साथ ही आपदा की स्थिति में त्वरित और कुशल चिकित्सा प्रतिक्रिया संभव होगी, जिससे जनहानि को न्यूनतम किया जा सकेगा।


*चिकित्सा शिक्षा में नया अवसर*

प्रत्येक वर्ष 100 एमबीबीएस सीटों की उपलब्धता से उत्तराखण्ड और देश के विद्यार्थियों को चिकित्सा शिक्षा के नए अवसर प्राप्त होंगे। यह मेडिकल कॉलेज राज्य को चिकित्सा शिक्षा के एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में अहम भूमिका निभाएगा।


*रोजगार सृजन और पलायन में कमी*

मेडिकल कॉलेज के संचालन के साथ नर्सिंग कॉलेज, पैरामेडिकल कॉलेज, फार्मेसी और फिजियोथेरेपी जैसे सहबद्ध संस्थानों की स्थापना की संभावनाएं भी सशक्त हुई हैं। इससे चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य कर्मचारियों के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे, जिससे क्षेत्र में पलायन की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी।


*स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार का बयान* 

स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि हम एक जनपद-एक मेडिकल कॉलेज के लक्ष्य की ओर तेजी से कदम बढ़ा रहे हैं। राजकीय मेडिकल कॉलेज रुद्रपुर का संचालन उत्तराखण्ड के स्वास्थ्य तंत्र को नई दिशा देगा। 300 बेड चिकित्सालय और 100 एमबीबीएस सीटों के साथ यह संस्थान गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। सीमांत, ग्रामीण और पर्वतीय क्षेत्रों के लोगों को समय पर बेहतर उपचार मिलेगा। साथ ही चिकित्सा शिक्षा, जनस्वास्थ्य कार्यक्रमों और आपदा प्रबंधन में राज्य की क्षमता सशक्त होगी, जिससे प्रदेश की स्वास्थ्य रैंकिंग में भी सुधार सुनिश्चित होगा।

मुख्यमंत्री ने कुमाऊं रेजीमेंट केंद्र रानीखेत पहुंचकर अमर बलिदानियों को अर्पित की श्रद्धांजलि*


*मुख्यमंत्री ने सैनिकों एवं अग्निवीरों के साथ संवाद कर किया उत्साहवर्धन*


*केन्द्र में प्रशिक्षण की व्यवस्थाओं, आधुनिक हथियारों एवं वीर नारियों के कल्याण की गतिविधियों का भी किया अवलोकन*


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कुमाऊं रेजीमेंट केंद्र, रानीखेत पहुंचकर अमर बलिदानियों को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सैनिकों एवं अग्निवीरों के साथ संवाद कर उनका उत्साहवर्धन किया। मुख्यमंत्री ने केंद्र  में प्रशिक्षण की व्यवस्थाओं, आधुनिक हथियारों एवं वीर नारियों के कल्याण की गतिविधियों का अवलोकन भी किया।


कुमाऊं रेजीमेंट मुख्यालय के अपने भ्रमण के दौरान मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सैन्य अधिकारियों एवं सैनिकों के परिवारजनों से भी भेंट की।  सैनिकों एवं अग्निवीरों के संवाद के दौरान मुख्यमंत्री के कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में भारतीय सेना पहले से अधिक सशक्त, सक्षम और आत्मनिर्भर बनी है। आज हमारी सेना दुश्मनों की गोलियों का जवाब गोलों से देकर देश की सीमाओं की मजबूती से रक्षा कर रही है।  उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पूर्व सैनिकों, उनके परिवारों तथा अमर बलिदानियों के आश्रितों के सम्मान और कल्याण के लिए पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। राज्य में विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, पेंशन एवं आर्थिक सहायता सुनिश्चित की जा रही है, ताकि वीर परिवारों को हर स्तर पर सम्मान, सुरक्षा और संबल मिल सके।



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मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार संचालित ‘जन-जन की सरकार, जन-जन के द्वार’ अभियान ने न्याय पंचायत स्तर पर ग्रामीणों तक शासन-प्रशासन की सेवाओं को सीधे पहुँचाने में एक नई मिसाल कायम की है। एक सप्ताह के दौरान राज्य भर में 93 बहुद्देश्यीय शिविरों का आयोजन किया गया, जिनमें कुल 6396 शिकायतों का त्वरित निस्तारण किया गया और 28,959 ग्रामीणों को विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किया गया। सरकारी सेवाओं की पहुँच और पारदर्शिता सुनिश्चित करते हुए इन शिविरों में ग्रामीणों को 9061 प्रमाणपत्र भी निर्गत किए गए।


मुख्यमंत्री श्री धामी  इस महत्वपूर्ण पहल के माध्यम से न्याय पंचायत स्तर पर ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान और पात्र लोगों को जन-कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुँचाने के लिए गंभीर हैं। उन्होंने इस अभियान की नियमित समीक्षा की और स्वयं शिविरों में जाकर ग्रामीणों से संवाद किया। मंगलवार को मुख्यमंत्री श्री धामी ने अल्मोड़ा जिले के रानीखेत में ग्रामीणों से फीडबैक लिया और दिन में विकासखंड ताड़ीखेत की न्याय पंचायत जैनोली में आयोजित बहुद्देश्यीय शिविर का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने नागरिकों की समस्याओं और शिकायतों पर चर्चा की और अधिकारियों को त्वरित एवं समयबद्ध निस्तारण के निर्देश दिए हैं। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अभियान ग्रामीण जनता के लिए शासन-प्रशासन के दरवाजे खोलने और उनके समस्याओं का समाधान उनके क्षेत्र में ही सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। गत 17 दिसंबर से शुरू हुए यह अभियान डेढ़ माह तक संचालित होंगा। इस पहल के माध्यम से सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि ग्रामीण जनता को सरकारी योजनाओं और सेवाओं का लाभ सीधे उनके द्वार पर मिले, जिससे उन्हें कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें और उनकी समस्याओं का समाधान त्वरित और पारदर्शी रूप से हो सके। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से इन शिविरों का अधिकाधिक लाभ उठाने का आह्वान करते हुए अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि शिविरों में आने वाले सभी पात्र लोगों को सरकारी योजनाओं की जानकारी और लाभ तप्रता से उपलब्ध कराए जांय। मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रीगणों और वरिष्ठ अधिकारियों को भी इस अभियान में सक्रिय भागीदारी करने का निर्देश दिये हैं।


मंगलवार को राज्य की 10 न्याय पंचायतों में शिविर आयोजित किए गए, जिनमें 1572 शिकायतों का निस्तारण हुआ, 6563 लोगों को विभिन्न योजनाओं का लाभ मिला और 2446 प्रमाणपत्र वितरित किए गए। आज कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज ने भी अभियान के तहत पिथौरागढ़ जिले के मोस्टामानू मेला स्थल पर आयोजित बहुद्देश्यीय शिविर में प्रतिभाग किया।

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