Halloween party ideas 2015

 मुख्यमंत्री धामी ने जनता मिलन कार्यक्रम में सुनी जन समस्याएं*

*अधिकारियों को फीडबैक व्यवस्था सुदृढ़ करने के दिए निर्देश*

*राज्य रजत जयंती वर्ष उत्सव के बाद मुख्यमंत्री धामी ने तेज किया जनसंवाद




राज्य रजत जयंती वर्ष उत्सव  आयोजन के बाद मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जनसंवाद तेज कर दिया है। इसी क्रम में उन्होंने मंगलवार को मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय स्थित मुख्य सेवक सदन में आयोजित जनता मिलन कार्यक्रम में प्रदेशभर से आए लोगों की समस्याएं और शिकायतें सुनीं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनता से प्राप्त शिकायतों एवं मांगों पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के साथ ही नियमित फीडबैक भी लिया जाए।  उन्होंने कहा कि इस अवसर को हमें प्रशासन को जनता के और करीब ले जाने के रूप में इस्तेमाल करना होगा।


मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य जन समस्याओं का समयबद्ध और संतोषजनक निस्तारण करना है। इसके लिए प्रत्येक विभाग को जिम्मेदारीपूर्वक कार्य करते हुए जन अपेक्षाओं के अनुरूप सक्रिय और संवेदनशील व्यवहार अपनाना होगा। उन्होंने  अधिकारियों को निर्देश दिये कि जन समस्याओं का त्वरित निस्तारण किया जाए और शिकायत निवारण की प्रक्रिया को और अधिक सरल, पारदर्शी व तकनीकी माध्यमों से सुलभ बनाया जाए।


मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य की रजत जयंती वर्ष जनभागीदारी और संवाद का अवसर है। इस दौरान जनता से प्राप्त सुझावों और मांगों को नीति निर्माण प्रक्रिया का हिस्सा बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि राज्य के हर नागरिक को विकास योजनाओं का सीधा लाभ जनता को जल्दी मिले। उन्होंने जनता से भी राज्यहित में रचनात्मक सुझाव देने और जनसेवा के प्रयासों में सहभागी बनने का आह्वान किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की प्रत्येक नीति और निर्णय का मूल उद्देश्य जनता का हित और प्रदेश का समग्र विकास है।

*बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने बतौर मुख्य अतिथि संबोधित किया* 

हरिद्वार/ देहरादून: 11 नवंबर



 राम मंदिर रुड़की में धर्मजागरण समन्वय के संस्कृति आयाम द्वारा आयोजित पुरोहित समागम कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसमें श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी) अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी  बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए समागम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन, मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण तथा अतिथियों के सम्मान के साथ शुरू हुआ।


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीकेटीसी अध्यक्ष ने  कहा कि आज  देवभूमि उत्तराखंड अपने 25 वर्ष की विकास यात्रा पूरी कर रजत जयंती समारोह उत्साह पूर्वक मना रहा हैं | इन 25 वर्ष में उत्तराखंड ने कई महत्वपूर्ण और गौरवशाली उपलब्धियां प्राप्त हैं | देश के दूरदर्शी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन में और उत्तराखंड के यशस्वी मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी  के नेतृत्व में उत्तराखंड लगातार प्रगति की ओर अग्रसर हैं | राज्य को इस रजत जयंती वर्ष में 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन का गौरव प्राप्त हुआ। इन राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखण्ड़ ने 103 पदक प्राप्त कर नया रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने कहा कि इन 25 वर्षो में राज्य ने कई उपलब्धियां प्राप्त की हैं, किन्तु अभी हमें बहुत आगे जाना है तथा देवभूमि उत्तराखण्ड को एक प्रगतिशील, उन्नत एवं हर क्षेत्र में आदर्श राज्य बनाना है। इस महान उद्देश्य की प्राप्ति जन सहयोग से ही संभव है। 


बीकेटीसी अध्यक्ष ने कहा कि राज्य के गठन से लेकर आज तक की इन 25 वर्षों की सफल विकास यात्रा में उत्तराखण्ड नेअर्थव्यवस्था, बुनियादी ढाँचा, सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक संरक्षण जैसे क्षेत्रों में ऐतिहासिक प्रगति की है। 25 वर्षों में राज्य की अर्थव्यवस्था का आकार 26 गुना, प्रति व्यक्ति आय 18 गुना और बजट 20 गुना से अधिक बढ़ा है। समान नागरिक संहिता लागू करने वाला पहला राज्य बनकर उत्तराखण्ड ने फिर एक बार अपनी विशेष भूमिका को रेखांकित किया है। राज्य की मातृ शक्ति, युवा शक्ति, राज्य आंदोलनकारी, पूर्व सैनिक और प्रवासी उत्तराखण्डियों की भागीदारी से एक शक्तिशाली और आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड का निर्माण मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में किया जा रहा है।


उन्होंने कहा कि हमारा पुरोहित समाज का गौरव हमेशा से ऐतिहासिक रहा है और धर्म और संस्कृति का मूल ज्ञान अगली पीढ़ी को समझाने में आपका बड़ा योगदान हैं।हम सभी मिलकर पुरोहित समाज को आगे बढ़ने का काम करेंगे । पुरोहित समाज सनातन संस्कृति के धर्म पथ पर चलने का रास्ता दिखाते हैं। सनातन संस्कृति के मजबूत करने में इस समाज का बड़ा ही महत्वपूर्ण योगदान है। हमारा समाज हमेशा से ही ज्ञान, संस्कार और धार्मिकता का केंद्र रहा है। आज उसी गौरवशाली परंपरा को बनाए रखने के लिए हमें एकजुट होना होगा। आज उत्तराखंड सांस्कृतिक व आध्यात्मिक विकास का केंद्र बन रहा है। संत समाज ने प्रदेश के लिए सकारात्मक बदलाव, विरासत संरक्षण और धार्मिक-सांस्कृतिक को आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा हैं  2027 में हरिद्वार कुंभ को भव्य, दिव्य और विश्व-स्तरीय आयोजन के रूप में स्थापित करने के लिए सरकार के साथ मिलकर कार्य करेंगे। कुंभ केवल एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि सनातन परंपरा, भारतीय संस्कृति और वैश्विक आध्यात्मिक चेतना का महासंगम है। 


समागम को अवधूत मंडल आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश जी महाराज, दायित्वधारी शोभाराम प्रजापति,दीपक गुलाटी,  पंडित कैलाश सेमवाल,पदम् गिरी विभाग संयोजक धर्म जागरण समन्वय हरिद्वार,  लोकेन्द्र त्यागी विभाग संयोजक धर्म जागरण समन्वय हरिद्वार, ओम जी वैदिक जिला प्रमुख संस्कृति आयाम धर्म जागरण समन्वय रुड़की, कार्यक्रम के मार्ग दर्शक  किसलय कुमार प्रांत संयोजक धर्म जागरण समन्वयक ने भी संबोधित किया।


इस अवसर पर सभासद अल्का सैनी,दीपा कौशिक,ऋषि सेनी  आलोक तोमर, राजीव जी, आचार्य रजनीश शास्त्री,संजय पालीवाल सहित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।




*दिल्ली बम विस्फोट के मद्देनजर श्री बदरीनाथ धाम में सघन चैकिंग अभियान* 



श्री बदरीनाथ धाम/गोपेश्वर /देहरादून:11 नवम्बर। दिल्ली में हुए  बम विस्फोट की  दुर्भाग्यपूर्ण घटना के मद्देनज़र श्री बदरीनाथ धाम में सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ किया गया है। श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी )अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी के निर्देश पर मंदिर परिसर एवं आसपास के क्षेत्रों में सघन चेकिंग अभियान चलाया गया।

अभियान के संबंध में बीकेटीसी अध्यक्ष ने पुलिस अधीक्षक चमोली सुरजीत सिंह पंवार से बातचीत की तथा  तीर्थयात्रियों ने फूलप्रूफ सुरक्षा हेतु कहा।


मंदिर समिति एवं जिला चमोली पुलिस प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में यह अभियान आज सुबह से शाम तक जारी रहा। श्रद्धालुओं के सामान, वाहनों तथा आवासीय परिसरों की गहन जांच की गई। सुरक्षाकर्मियों को मंदिर परिसर, बाजार क्षेत्र तथा पार्किंग स्थलों पर अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।


बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सरकार एवं बीकेटीसी की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि समिति और प्रशासन के बीच बेहतर समन्वय से किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए फुलप्रूफ सुरक्षा व्यवस्था बनाई गई है। सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से लगातार निगरानी की जा रही है तथा पुलिस व मंदिर समिति के कर्मचारी संयुक्त रूप से सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात हैं।


मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने बताया कि सुरक्षा कर्मियों को चौबीसों घंटे ड्यूटी के लिए लगाया गया है। साथ ही श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे संदिग्ध वस्तु अथवा व्यक्ति की सूचना तुरंत प्रशासन को दें।


धाम में बढ़ी सुरक्षा व्यवस्था के चलते श्रद्धालु भी अपने को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं और विधिवत पूजन-अर्चन जारी है।  आज इस अवसर पर 7 असम राइफल्स के अधिकारी एवं जवान, बदरीनाथ प्रभारी अधिकारी विपिन तिवारी, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान,थाना प्रभारी नवनीत भंडारी, ईओ नगरपंचायत सुनील तिवारी ,पुलिस, एसडीआरएफ के अधिकारी जवान सहित मंदिर समिति अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।


 *मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने की चार जिलों की समीक्षा*

- बैठक में विशेष गहन पुनरीक्षण की तैयारियों को लेकर हुई चर्चा 

- बीएलए की नियुक्ति के लिए राजनैतिक दलों से पुनः बैठक करें जिलाधिकारी- सीईओ 

- ”बुक अ कॉल बिद बीएलओ“ फीचर का किया जाए व्यापक प्रचार-प्रसार- सीईओ 


उत्तराखण्ड राज्य के समस्त जनपदों (जनपद हरिद्वार को छोड़कर) की त्रिस्तरीय पंचायतों के सदस्य ग्राम पंचायत, प्रधान ग्राम पंचायत सदस्य क्षेत्र पंचायत तथा सदस्य जिला पंचायत के रिक्त पदों/स्थानों पर उप निर्वाचन कराये जाने हेतु राज्य निर्वाचन आयोग, उत्तराखण्ड द्वारा अधिसूचना संख्या-3121/ रा०नि०आ०अनु0 - 2 / 4514 / 2025 दिनांक 11.11.2025 निर्गत होने के साथ ही तात्कालिक प्रभाव से उत्तराखण्ड राज्य के समस्त जनपदों (जनपद हरिद्वार को छोड़कर) की उन ग्राम पंचायतों / क्षेत्र पंचायतों / जिला पंचायतों, जिनमें उप निर्वाचन कराये जा रहे हैं, के सम्बन्धित प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्रों में आदर्श आचरण संहिता मतगणना समाप्ति तक प्रभावी की जाती है ।

देहरादून;




 मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बी.वी.आर.सी. पुरुषोत्तम ने मंगलवार को सचिवालय में वीडियो कॉफ्रेंस में माध्यम से देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर के जिलाधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में विशेष गहन पुनरीक्षण की तैयारियों, बीएलए की नियुक्ति एवं निर्वाचन आयोग द्वारा दिए गए निर्देशों पर विस्तृत चर्चा की गई। 


मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सभी जनपदों  को एसआईआर की तैयारियों के दृष्टिगत 2003 की वोटर लिस्ट में शामिल मतदाताओं का वर्तमान मतदाता सूची में शत प्रतिशत मिलान हेतु विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि जो मतदाता वर्तमान में दूसरे स्थानों पर शिफ्ट हो गए हैं उनसे बीएलओ व्यग्तिगत रुप से संपर्क कर उनकी निर्धारित कैटेगरी में मैपिंग करें। उन्होंने कहा कि इस पूरी तैयारी का उद्देश्य यह है कि मतदाताओं को एसआईआर के समय किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो। 


मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बी.वी.आर.सी. पुरुषोत्तम ने जिलाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बूथ लेवल एजेंट्स की शत प्रतिशत नियुक्ति हेतु राजनैतिक दलों से पुनः बैठक कर दी जाए। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मताताओं की सुविधा हेतु ईसीआई-नेट ऐप पर ”बुक अ कॉल बिद बीएलओ“ की सुविधा दी गई है,जिसके जरिए मतदाता अपने बीएलओ के साथ कॉल बुक कर सकते हैं। 

बैठक में संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रकाश चंद्रा, डिप्टी डीईओ देहरादून अभिनव शाह, डिप्टी डीईओ हरिद्वार फिंचाराम, उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी किशन सिंह नेगी, सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी मस्तू दास, राज्य स्वीप नोडल विनय कुमार सहित देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर के जिलाधिकारी वर्चुअल रुप से शामिल रह

 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री आवास मे डोईवाला विधानसभा क्षेत्र से  विधायक श्री बृजभूषण गैरोला ने शिष्टाचार भेंट की। 

MLA Doiwala brijbhushan gairola ,CM Dhami

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से मुख्यमंत्री आवास में  रुद्रपुर महापौर श्री विकास शर्मा ने शिष्टाचार भेंट की।:

 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से आज लालकुआं विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ. मोहन सिंह बिष्ट ने मुख्यमंत्री आवास में शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान विधायक डॉ. बिष्ट ने मुख्यमंत्री को अपने क्षेत्र से संबंधित विभिन्न जनसमस्याओं, विकास कार्यों और स्थानीय आवश्यकताओं से अवगत कराया।


मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि राज्य सरकार जनभावनाओं के अनुरूप त्वरित और पारदर्शी कार्यप्रणाली के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने विधायक की सभी प्रमुख मांगों पर सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने तथा संबंधित विभागों को उचित और शीघ्र कार्रवाई के निर्देश देने की बात कही।


 *मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने निगम के योगदान की सराहना की, कहा – समाजसेवा में संस्थाओं की भागीदारी प्रेरणादायक* 

LIC donated 1 crore rs cheque to  C.M dhami fund



मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से आज भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के वरिष्ठ अधिकारियों ने मुख्यमंत्री आवास पर शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर निगम की ओर से मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु ₹1 करोड़ (एक करोड़ रुपये) की धनराशि का चेक मुख्यमंत्री  को भेंट किया गया।


मुख्यमंत्री श्री धामी ने इस अवसर पर भारतीय जीवन बीमा निगम के इस सामाजिक उत्तरदायित्व से प्रेरित कदम की सराहना करते हुए कहा कि, “ *राज्य में संकट की घड़ी में जब भी जरूरत होती है, एलआईसी जैसी संस्थाएँ आगे बढ़कर सहयोग का उदाहरण प्रस्तुत करती हैं। यह राशि आपदा प्रभावितों और जरूरतमंदों की सहायता में सार्थक योगदान देगी।”* 




मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पारदर्शिता और संवेदनशीलता के साथ राहत एवं पुनर्वास कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर संचालित कर रही है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का सहयोग न केवल सरकार के प्रयासों को बल देता है, बल्कि समाज में साझेदारी और सहयोग की भावना को भी मजबूत करता है।


एलआईसी के अधिकारियों ने कहा कि संस्था हमेशा सामाजिक सरोकारों से जुड़ी रही है और आगे भी उत्तराखंड राज्य के विकास एवं आपदा प्रबंधन कार्यों में हरसंभव योगदान देती रहेगी।


इस अवसर पर अपर सचिव श्री मनमोहन मैनाली, जोनल मैनेजर एलआईसी श्री पीएस नेगी,एसडीएम एलआईसी  श्री एसबी यादव व श्री महेश सिंह मेहरा उपस्थित थे |

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को हिमालयन सांस्कृतिक केन्द्र, गढ़ी कैण्ट, देहरादून में पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित उत्तराखण्ड @25 "रोमांच, अध्यात्म और अनोखी संस्कृति का उत्सव" कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नीति में आयोजित होने वाले अल्ट्रा मैराथन रेस के लोगो का अनावरण एवं पर्यटन विभाग द्वारा तैयार की गई थ्रोन आफ द गॉड्स कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया। 




मुख्यमंत्री ने फोटो प्रदर्शनी प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया। उन्होंने 13 जिलों के उत्कृष्ट होम स्टे संचालकों को भी पुरस्कार वितरित किए। उन्होंने राज्यभर के एस्ट्रो टूर गाइड एवं टूर मैनेजर को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने काला नाग चोटी का सफल आरोहण करने वाले पर्यटन विभाग की ओर से चयनित पर्वतारोहियों और आईटीबीपी के 13 सदस्यीय दल को भी सम्मानित किया। 



मुख्यमंत्री ने सभी विभागों, अधिकारियों, कर्मचारियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि सभी लोगों की कड़ी मेहनत से प्रदेशभर में रजत जयंती पर्व के सभी कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुए। उन्होंने कहा 25 वर्ष पूर्व राज्य निर्माण के बाद इस नवोदित राज्य ने तेजी से उन्नति की है। यह तरक्की आंदोलनकारियों की तपस्या का परिणाम है।


मुख्यमंत्री ने कहा राज्य सरकार, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य कर रही है। राज्य में पर्यटन, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल औऱ कनेक्टिविटी सहित सभी प्रमुख क्षेत्रों में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जा रहा है। उन्होंने कहा जहाँ कभी सड़कें बनना मुश्किल था,  आज उस स्थान पर ऑल-वेदर रोड का निर्माण किया जा रहा है। जहाँ कभी संचार एक सपना हुआ करता था, वहाँ अब डिजिटल उत्तराखंड आकार ले रहा है।


मुख्यमंत्री ने कहा गांव घरों में स्टार्टअप्स और स्वरोजगार के काम प्रारंभ किए जा रहे हैं। प्रदेश में पर्यटन विभाग की अनेक योजनाओं से लोगों को आगे बढ़ाया जा रहा है। वीर चंद्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना और दीनदयाल उपाध्याय गृह आवास (होमस्टे) योजना से हजारों युवाओं को आत्मनिर्भर बनने में सहायता प्राप्त हुई है। पर्यटन एवं आतिथ्य कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से 8,000 से अधिक युवक-युवतियों को प्रशिक्षित प्रदान किया गया है।


मुख्यमंत्री ने कहा टूर गाइड, नैचुरलिस्ट, टूर मैनेजर, स्ट्रीट फूड वेंडर जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण से युवाओं को रोजगार के अवसर मिल रहे हैं। नई पर्यटन नीति बनने के बाद राज्य में 207 से अधिक निवेशकों की ₹ 5,500 करोड़ से अधिक की परियोजनाएँ प्रगति पर हैं।

 शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए शीतकालीन चारधाम यात्रा और उच्च हिमालयी क्षेत्रों, जादूंग, दारमा घाटी, पंचाचुली बेस कैम्प में भी गतिविधियाँ प्रारंभ की गई हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा उत्तराखंड, तीर्थाटन के साथ एडवेंचर टूरिज्म का भी केंद्र बन रहा है। चमोली से टिहरी झील तक, मसूरी से मुनस्यारी तक, प्रत्येक घाटी में रोमांच का नया संसार बस रहा है। पैराग्लाइडिंग, ट्रेकिंग, रिवर राफ्टिंग, माउंटेन बाइकिंग जैसे रोमांचक खेलों को बढ़ावा देकर युवाओं के लिए साहसिक खेलों के क्षेत्र में नए अवसर खोले गए हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि एस्ट्रो टूरिज्म, वेड-इन-उत्तराखंड और स्पिरिचुअल डेस्टिनेशन डेवलपमेंट राज्य के पर्यटन को नई दिशा दे रही हैं। उन्होंने कहा रविवार को प्रधानमंत्री ने कहा उत्तराखंड की शक्ति इसकी आध्यात्मिक शक्ति है। केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, हरिद्वार, ऋषिकेश आदि धार्मिक स्थान उत्तराखंड के साथ भारत की आस्था और ऊर्जा के भी केंद्र भी हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा राज्य में एक जनपद, दो उत्पाद योजना, हाउस ऑफ हिमालयाज ब्रांड, स्टेट मिलेट मिशन, फार्म मशीनरी बैंक, एप्पल मिशन, नई पर्यटन नीति, नई फिल्म नीति, होम स्टे, वेड इन उत्तराखंड और सौर स्वरोजगार योजना जैसी पहलों के माध्यम से  प्रदेश की स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है। बीते साढ़े चार वर्षों में  प्रदेश ने कई उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं, जिनकी गूंज आज पूरे देश में सुनाई दे रही है। 


मुख्यमंत्री ने कहा पर्यटन के क्षेत्र में राज्य में हो रही निरंतर प्रगति को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहा गया है। वर्ष 2023 और 2024 में जखोल, हर्षिल, सुपी और गुंजी जैसे गाँवों को सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम के रूप में चयनित किया गया। वर्ष 2024-25 में इंटरनेशनल सेंटर फॉर रिस्पांसिबल टूरिज्म द्वारा, स्किल डेवलपमेंट इन रिस्पांसिबल टूरिज्म श्रेणी में उत्तराखंड को विशेष सम्मान प्राप्त किया गया।

 *मुख्यमंत्री ने गैरसैंण में 142.25 करोड़ की विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया*


*मुख्यमंत्री ने राज्य आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि दी, आंदोलनकारियों को किया सम्मानित*


*उत्तराखण्ड की रजत जयंती के मौके पर ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में आयोजित हुआ दो दिवसीय समारोह*


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को उत्तराखण्ड के रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण (भराड़ीसैंण) में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। विधानसभा परिसर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने राज्य आंदोलनकारियों को शाल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने जनपद की 142.25 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी किया, जिनमें 43.63 करोड़ की 27 विकास योजनाओं का लोकार्पण तथा 98.62 करोड़ रुपये की 33 विकास योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।


मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का अवलोकन किया। खेल, शिक्षा, कृषि और अन्य क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वाले लोगों को भी मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान आईटीबीपी, आईआरबी, नागरिक पुलिस, होमगार्ड, महिला आरक्षी, नागरिक पुलिस/फायर सर्विस तथा एनसीसी महिला दस्ते ने 46वीं वाहिनी पीएसी के बैंड की धुन पर शानदार रैतिक परेड का प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री ने रैतिक परेड का निरीक्षण भी किया।


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्यवासियों को उत्तराखण्ड स्थापना की रजत जयंती की बधाई देते हुए देश की रक्षा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर जवानों तथा उत्तराखण्ड राज्य के निर्माण के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले सभी अमर बलिदानियों और राज्य आंदोलनकारियों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखण्ड के रजत जयंती वर्ष के मुख्य कार्यक्रम में शिरकत कर राज्य का मान बढ़ाने का कार्य किया है। इस दौरान उन्होंने राज्य को 8,200 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की सौगात भी दी है और राज्य के विकास के लिए लक्ष्य भी निर्धारित किए हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से उत्तराखण्ड को विश्व की आध्यात्मिक राजधानी बनाने के लिए निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। राज्य में तीर्थाटन विकास के लिए केदारखण्ड और मानसखण्ड में स्थित पौराणिक मंदिरों का पुनरुद्धार एवं सौंदर्यीकरण का कार्य तेज गति से किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी का भी भावपूर्ण स्मरण किया। उन्होंने कहा कि अटल जी ने हमें नया राज्य देने के साथ ही विशेष औद्योगिक पैकेज प्रदान कर राज्य को नई दिशा और मजबूती दी थी।


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गैरसैंण के विकास के लिए विभिन्न विकास योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। सारकोट गांव को गोद लेकर ग्रामीणों और विभागों के समन्वय से गांव को मॉडल गांव के रूप में विकसित करने का कार्य किया जा रहा है। साथ ही राज्य के समग्र विकास के लिए नई नीतियों और योजनाओं का नियोजन कर राज्य को विकसित करने का कार्य किया जा रहा है। इसका परिणाम है कि उत्तराखण्ड राज्य आज देश की अनेक योजनाओं में अग्रणी राज्य के रूप में जाना जा रहा है। राज्य की विकास दर में तेजी से वृद्धि हुई है और कृषकों की आय में बढ़ोतरी हो रही है। राज्य में बेरोजगारी में 4.4 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। सतत विकास सूचकांक में उत्तराखण्ड को देश में प्रथम स्थान तथा मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट अवॉर्ड भी मिला है। केंद्र सरकार के सहयोग से बुनियादी ढांचा, शिक्षा, स्वास्थ्य, हवाई एवं रेल कनेक्टिविटी के क्षेत्र में राज्य निरंतर प्रगति कर रहा है। उन्होंने कहा कि मंदिर माला मिशन, एक जिला एक मेला योजना और साहसिक पर्यटन को प्रोत्साहन देकर राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान की जा रही है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में सख्त भू-कानून लागू किया गया है। भू-कानून लागू कर भू-माफिया पर अंकुश लगाया गया है। सख्त नकल विरोधी कानून लागू कर भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के “लोकल टू ग्लोबल” मंत्र को साकार करने में राज्य ने अग्रणी भूमिका निभाई है। इस दौरान उन्होंने गैरसैंण एवं आसपास के क्षेत्रों को स्मार्ट सिटी की तर्ज पर विकसित करने के लिए मास्टर प्लान की डीपीआर तैयार कर कार्य करने की बात कही। साथ ही उन्होंने चौखुटिया, ज्योतिर्मठ और घनशाली को उड़ान योजना से जोड़ने की घोषणा की।


इस मौके पर कैबिनेट मंत्री एवं चमोली जनपद के प्रभारी मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, कर्णप्रयाग विधायक श्री अनिल नौटियाल, थराली विधायक श्री भूपाल राम टम्टा, रुद्रप्रयाग विधायक श्री भरत सिंह चौधरी, रानीखेत विधायक श्री प्रमोद नैनवाल, कपकोट विधायक श्री सुरेश गड़िया, रुड़की विधायक श्री प्रदीप बत्रा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री दौलत सिंह बिष्ट, उपाध्यक्ष बीकेटीसी श्री ऋषि प्रसाद सती, राज्यमंत्री श्री रामचंद्र गौड़, श्री हरक सिंह नेगी, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री गजपाल बर्त्वाल, नगर पालिका अध्यक्ष श्री गणेश शाह, श्री संदीप रावत, ब्लॉक प्रमुख गैरसैंण श्रीमती दुर्गा देवी, ग्राम प्रधान सारकोट सुश्री प्रियंका नेगी, पूर्व कर्णप्रयाग विधायक एवं राज्य आंदोलनकारी श्री सुरेंद्र सिंह, भाजपा महामंत्री श्री अरुण मैठाणी, श्री विनोद कनवासी, जिलाधिकारी श्री गौरव कुमार, पुलिस अधीक्षक श्री सुरजीत सिंह पंवार, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अभिषेक त्रिपाठी सहित स्थानीय लोग उपस्थित रहे।


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए उत्तराखंड को आगामी 25 वर्षों का रोडमैप तय करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा हर उत्तराखंडी अपने-अपने क्षेत्र में पूरी निष्ठा, समर्पण और ईमानदारी के साथ योगदान देगा तो उत्तराखंड को एक विकसित, आत्मनिर्भर और समृद्ध राज्य अवश्य बनेगा। 



जनपद स्तर पर सर्वश्रेष्ठ होमस्टे में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले अल्मोड़ा जिले से श्री हरेंद्र सिंह बिष्ट, बागेश्वर से श्री मोहन चंद्र कांडपाल , चमोली से श्रीमती सरिता देवी,  देहरादून से श्रीमती नीलम चौहान,  हरिद्वार से श्रीमती सुनीता सिंह,  चंपावत से श्री नीरज जोशी , रुद्रप्रयाग से श्री कैलाश पुष्पवाण,  पौड़ी से श्री त्रिभुवन उनियाल,  पिथौरागढ़ से श्री मथुरा दत्त कालोनी, नैनीताल से श्री उमंग वासुदेव,  टिहरी से श्री जितेंद्र सिंह,  उत्तरकाशी से श्री अखिल पंत , उधम सिंह नगर से श्री दीपक चतुर्वेदी हैं। 




इस अवसर विधायक श्री खजान दास श्रीमती सविता कपूर, बीकेटीसी के अध्यक्ष श्री हेमंत द्विवेदी, सचिव श्री धीराज सिंह गर्ब्याल, अपर सचिव श्री अभिषेक रुहेला एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

[10/11, 18:14] Ravi BijarNiya dipr Ravi BijarNia: *सीएम धामी ने प्रधानमंत्री के सुझावों पर कार्ययोजना तैयार करने के दिए निर्देश*


*उत्तराखण्ड को ‘स्पिरिचुअल कैपिटल ऑफ द वर्ल्ड’ बनाने की दिशा में होगा ठोस रोडमैप तैयार*


उत्तराखण्ड राज्य स्थापना के रजत जयंती समारोह में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए सुझावों को राज्य सरकार ने आगामी 25 वर्षों के विकास रोडमैप की आधारशिला मानते हुए, उन पर प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को प्रधानमंत्री के सुझावों के अनुरूप ठोस कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा दिए गए विचार उत्तराखण्ड के सर्वांगीण विकास का स्पष्ट मार्गदर्शन करते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की आत्मा अध्यात्म, पर्यटन और प्राकृतिक संपदा में निहित है, उत्तराखण्ड को “स्पिरिचुअल कैपिटल ऑफ द वर्ल्ड” बनाया जा सकता है।


मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि राज्य के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में योग केंद्र, आयुर्वेद केंद्र, नैचुरोपैथी संस्थान और होम-स्टे को मिलाकर एक संपूर्ण पर्यटन एवं वेलनेस पैकेज तैयार किया जाए।


प्रत्येक वाइब्रेंट विलेज को छोटे पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाए, जहाँ स्थानीय भोजन, संस्कृति और हस्तशिल्प को बढ़ावा दिया जा सके।


राज्य के स्थानीय मेलों और पर्वों को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए “वन डिस्ट्रिक्ट वन फेस्टिवल” अभियान शुरू किया जाए।


पहाड़ी जिलों को हॉर्टिकल्चर हब के रूप में विकसित किया जाए, जहाँ ब्लूबेरी, कीवी, हर्बल और औषधीय पौधों की खेती को प्रोत्साहित किया जाए।


फूड प्रोसेसिंग, हस्तशिल्प और ऑर्गेनिक उत्पादों से जुड़े एमएसएमई को सशक्त बनाकर स्थानीय रोजगार के नए अवसर सृजित किए जाएं।


तीर्थाटन, इको-टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म और बारहमासी पर्यटन को समेकित विकास नीति के तहत आगे बढ़ाया जाए।उत्तराखण्ड को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विश्व स्तर पर स्थापित करने हेतु 5-7 प्रमुख स्थलों को विकसित करने की रूपरेखा बनाई जाए।


जीआई टैग प्राप्त उत्पादों और “हाउस ऑफ हिमालयाज” ब्रांड के तहत राज्य के उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुँचाने की ठोस रणनीति बनाई जाए।


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री का विज़न 2047 के ‘विकसित भारत’ के अनुरूप है, और उत्तराखण्ड इस दिशा में अग्रणी राज्य बनने की क्षमता रखता है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय से विस्तृत रोडमैप और टाइमलाइन आधारित एक्शन प्लान तैयार करें, ताकि इन सुझावों को धरातल पर उतारा जा सके।

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