Halloween party ideas 2015


डोईवाला:



 त्रि स्तरीय पंचायतों के सामान्य निर्वाचन के बाद, सतेली ग़ैरवाल नाहीकला की नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान मनीषा तिवारी और ग्राम पंचायत सदस्यों ने मंगलवार को पंचायत भवन रामनगर डांडा में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में अपने-अपने पदों की शपथ ली। इस मौके पर सहायक खण्ड विकास अधिकारी सुनील उनियाल ने ग्राम प्रधान मनीषा तिवारी को शपथ दिलाई। साथ ही, सात ग्राम पंचायत सदस्यों ने भी शपथ ली जिनमें नीलम कोठारी, सुमित मनवाल, विजय लक्ष्मी, सुमन, विजना देवी, मधु तिवारी, और सागर कृषाली शामिल हैं।


इस अवसर पर सभी निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को उनके दायित्वों और उत्तरदायित्वों का पालन निष्ठा, ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ करने की शपथ दिलाई गई। इस मौके पर सहायक खण्ड विकास अधिकारी सुनील उनियाल ने  कहा कि निर्वाचित प्रतिनिधियों ने लोकतांत्रिक परंपराओं का सम्मान करते हुए ग्राम विकास की दिशा में कार्य करने का संकल्प लिया है।उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत की पहली बैठक 26 नवंबर को आयोजित की जाएगी, जिसमें पंचायत के विकास कार्यों पर चर्चा की जाएगी।


 प्रधान मनीषा तिवारी ने  कहा कि वह सभी ग्राम पंचायत सदस्यों के साथ मिलकर क्षेत्र में विकास योजनाओं को गति प्रदान करने के लिए जरूरी पहल करेंगी।  उन्होंने  कहा कि उनका प्रयास अपनी पंचायत को प्रदेश और देश में भी एक आदर्श ग्राम पंचायत के रूप में स्थापित करना है।

यह शपथ ग्रहण समारोह ग्राम विकास के प्रति नई उम्मीदों और योजनाओं का संदेश लेकर आया, जिससे गांव के समग्र विकास की दिशा में बड़े कदम उठाए जाने की उम्मीद जताई जा रही है।

 

बच्चों के हाथ में  भिक्षा  कटौरा, औजार नही; होनी चाहिए केवल कलमः डीएम

बालश्रम पर जिला प्रशासन का प्रहार, 07 बालश्रमिक रेस्क्यू, 7 प्रतिष्ठानों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज

थाना विकासनर अन्तर्गत 2, सहसपुर 2 व पटेलनगर 3 बालश्रमिक किए रेस्क्यू; निंरतर जारी रहेगा बालश्रम के विरूद्ध अभियान

डीएम के निर्देश पर थाना, विकासनगर, सहसपुर पटेलनगर अन्तर्गत बालश्रम पर प्रशासन की बड़ी कार्यवाही

रेस्क्यू किए गए बाल/किशोर श्रमिकों का मेडिकल कर, बाल कल्याण समिति के सम्मुख प्रस्तुत


देहरादून, दिनांक 25 नवंबर 2025 :

DM Sawin Bansal



 जिलाधिकारी सविन बंसल के निर्देश पर जनपद में व्यापक बाल श्रम उन्मूलन अभियान चलाया गया। अभियान के अंतर्गत विभिन्न स्थानों पर गठित टीमों द्वारा एक साथ सघन निरीक्षण एवं छापेमारी कार्रवाई की गई।


जिलाधिकारी के निर्देशानुसार श्रम विभाग ने पुलिस विभाग, डीटीएफ टीम एवं अन्य गैर सरकारी संगठन, बचपन बचाओ आंदोलन एवं बाल विकास विभाग सहित संबंधित एजेंसियों की संयुक्त टीमें सुबह से ही फील्ड में सक्रिय रहीं और शहर के विभिन्न बाजारों, औद्योगिक इकाइयों, होटल-ढाबों, वर्कशॉपों एवं अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में कार्यरत नाबालिग बच्चों की तलाश की गई।


जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा कि 'जनपद प्रशासन बाल श्रम उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है। बच्चों से उनका बचपन व शिक्षा छिनने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। जिले में किसी भी प्रकार की अवैध, बाल श्रम गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसे अभियानों को आगे भी नियमित रूप से जारी रखा जाएगा।" उन्होंने समाज से भी अपील की कि बाल श्रम की सूचना तत्काल जिला प्रशासन अथवा संबंधित विभागों को उपलब्ध कराएं।


थाना विकासनगर अन्तर्गत 09 संस्थानों पर छापेमारी की गई जिनमें मै०एबी फैब्रिकेशन जीवनगए में 1 व मै० न्यू भारत टायर पंचर जीवनगढ में 1 बालश्रमिक रेस्क्यू किए गए। थाना पटेलनगर अन्तर्गत 12 संस्थानों पर छापेमारी कार्यवाही की गई जिनमें मै० दिल्ली आटो मोबाईल कारगी चौक में 1, मैसर्स सुहेल बॉडी केयर मेंहूवाला में 1 व मै० अख्तर वुड वर्क मेंहूवाला में 1 बालश्रमिक रेस्क्यू किए गए। इसी प्रकार थाना सहसपुर अन्तर्गत 02 संस्थानों पर छापेमारी की गई जिनमें मै० श्री बालाजी आटो रिपोयर पार्टस में 1 व मै० ब्रदर्स रेस्टोरेंट लांघा रोड में 01 बालश्रमिक रेस्क्यू किए गए। कुल 23 प्रतिष्ठानों पर छापेमारी कार्यवाही की गई जिनमें 07 प्रतिष्ठानों पर 07 बालश्रिमकों को रेस्क्यू किया गया। बाल/किशोर श्रमिकों का मेडिकल कराते हुए बाल कन्याण समिति केदारपुरम के समक्ष प्रस्तुत किया गया। तथा 07 प्रतिष्ठानों में बालश्रमिक नियोजित पाए जाने पर प्रतिष्ठानों के स्वामियों के विरूद्ध सम्बन्धित थानों पर प्राथमिकी दर्ज करवाई गई।


अभियान के दौरान कई स्थानों पर नाबालिग बच्चों को कार्यरत पाया गया, जिन्हें तुरंत रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति (सीडब्लूसी) के समक्ष प्रस्तुत किया गया। वहीं बाल श्रम निषेध अधिनियम के तहत संबंधित प्रतिष्ठान संचालकों के विरुद्ध कार्रवाई आरंभ की गई। टीमों ने मौके पर श्रम कानूनों और बाल अधिकारों से संबंधित आवश्यक जानकारी भी प्रदान की।


 झारखंड से काफी लगाव था बॉलीवुड के 'ही-मैन' धर्मेंद्र को......!

Dharmendra love for jharkhand


            बॉलीवुड में हीमैन के रूप में मशहूर सदाबहार अभिनेता धर्मेंद्र ट्रेजडी किंग दिलीप कुमार के बहुत बड़े फैन थे। दिलीप कुमार और कामिनी कौशल अभिनीत फिल्म 'शहीद' फिल्म देखने के बाद उन्होंने अपने मन में ठान लिया था कि वो फिल्म जगत में ही अपनी किस्मत आजमाएंगे। धर्मेंद्र ने 1960 में 'दिल भी तेरा हम भी तेरे' के लिए अनुबंधित किए जाने के बाद सबसे पहले पालीहिल बांद्रा (मुंबई) स्थित दिलीप कुमार के घर पे जा कर उनसे आशीर्वाद लिया था और उसी दिन 60 के दशक में फिल्म अभिनेत्री नरगिस की मां जद्दन बाई हजारीबाग से बडका गांव का गन्ना ले कर पहुंची थीं। फिल्म अभिनेता ट्रेजडी किंग दिलीप कुमार को हजारीबाग जिला अंतर्गत स्थित बड़कागांव का गन्ना काफी भाता था। ट्रेजडी किंग दिलीप कुमार के घर पे ही धर्मेंद्र ने बड़कागांव (हजारीबाग) के गन्ने का स्वाद चखा था। विदित हो कि 50-60 के दशक में फिल्म अभिनेत्री नरगिस की मां जद्दन बाई का हजारीबाग आना जाना लगा रहता था। वो हजारीबाग शहर के डीपूगढ़ा में जरीना विल्ला में आकर रूकती थीं और जाते वक्त दिलीप कुमार के लिए गन्ना ले जाती थीं। जरीना विला संयुक्त बिहार के पहले आइजी अब्दुल हमीद का घर था। 60 के दशक में निर्देशक ऋषिकेश मुखर्जी की फिल्म 'सत्यकाम' की शूटिंग के सिलसिले में धर्मेंद्र जब शर्मीला टैगोर के साथ 30 दिनों की शूटिंग शेड्यूल के साथ घाटशिला (ईस्ट सिंहभूम, झारखंड) आए थे तो उन्होंने पूरी फिल्म यूनिट के सभी सदस्यों के लिए बड़कागांव से गन्ना मंगवाया था। फिल्म निर्माता के सी गुलाटी की फिल्म 'मोहब्बत जिंदगी है'(1966) की शूटिंग के सिलसिले में 17 दिनों के लिए जब धनबाद आए थे तो उन्होंने पूरी फिल्म यूनिट के लिए बड़कागांव (हजारीबाग) से गन्ना मंगवाया था। बताते चलें कि सदाबहार अभिनेता धर्मेंद्र को झारखंड में प्रचलित लोक नृत्य छऊ, पाइका, डोमकच, झूमर, डोमकच, फगुआ, फिरकल और अग्नि काफी पसंद था।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

 *श्री बदरीनाथ धाम यात्रा 2025* 



• *बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी  एवं पदाधिकारी एवं सदस्यगण  रहे मौजूद ।* 


श्री बदरीनाथ धामः  25 नवंबर

shri badrinath dhaam kapat closed



विश्व प्रसिद्ध श्री बदरीनाथ धाम के कपाट आज विधि-विधान से वैदिक पूजा अर्चना पश्चात मंगलवार 25 नवंबर को  सेना के बैंड के भक्तिमय धुनों  एवं जय बदरीविशाल के उदघोषों  भजन कीर्तन के साथ अपराह्न 2 बजकर  56 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद हो गये। सर्द मौसम के बीच इस अवसर पर पांच हजार से अधिक श्रद्धालु कपाट बंद होने के साक्षी रहे‌।

कपाट बंद होने के अवसर हेतु श्री बदरीनाथ मंदिर को फूलों से सजाया गया था साथ ही विभिन्न स्थलों पर दानीदाताओं ने भंडारे आयोजित किये थे तीर्थयात्रियों में उत्साह देखा गया सेना के बैंड की धुनों से वातावरण भक्तिमय हो गया।



कपाट बंद होने की प्रक्रिया के अंतर्गत  आज सुबह ब्रह्ममुहुर्त में मंदिर खुल गया महाभिषेक पूजा संपन्न हुई।बाल भोग  एवं दिन का भोग लगा इस बीच श्रद्धालु दर्शन करते रहे। भोग के पश्चात  मंदिर बंद नहीं हुआ इसी दौरान शायंकालीन पूजायें भी संपन्न हुई।अपराह्न एक बजे तक श्रद्धालु दर्शन करते रहे।अपराह्न डेढ बजे कपाट बंद होने की की प्रक्रिया शुरू हुई।   श्री लक्ष्मी माता की मूर्ति को भगवान नारायण के गर्भगृह में रखा गया। इससे पहले श्री उद्धव जी एवं श्री कुबेर जी मंदिर गर्भगृह से मंदिर प्रांगण में आ गये।

शायंकाल को कुबेर जी रात्रि प्रवास को बामणी गांव चले गये।

 कपाट बंद से पहले माणा महिला मंडल द्वारा  बुनकर लाया गया निर्वाण रूप में  घृतकंबल भगवान बदरी विशाल को पहनाया गया इससे पहले भगवान बदरी विशाल की श्रृंगार आभूषण को विलग किया गया इसके पश्चात रावल अमरनाथ नंबूदरी ने स्त्री भेष धारण कर ठीक अपराह्न दो बजकर छप्पन मिनट पर भगवान बदरी विशाल मंदिर गर्भ गृह के द्वार बंद किये तथा मंदिर का मुख्य द्वार भी बंद हो गया।इसी के साथ  कुबेर जी रात्रि प्रवास को बामणी गांव चले गये। मंदिर समिति अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी सहित सभी पदाधिकारीण साथ ही रावल तथा धर्माधिकारी, वेदपाठी मंदिर परिक्रमा कर सिंह द्वार की ओर  आ गये ।

देव डोलियां बुधवार कल सुबह पांडुकेश्वर प्रस्थान करेगी। 


श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद की प्रक्रिया के अंतर्गत पहले दिन 21 नवंबर को भगवान गणेश के कपाट बंद हुए। दूसरे दिन शनिवार  22 नवंबर को आदि केदारेश्वर मंदिर तथा शंकराचार्य मंदिर के कपाट तथा तीसरे दिन रविवार 23   नवंबर को खडग - पुस्तक पूजन तथा वेद ऋचाओं का वाचन बंद हुआ,चौथे दिन  सोमवार 24  नवंबर मां लक्ष्मी जी को न्यौता तथा आज  25 नवंबर को 2 बजकर 56 मिनट पर श्री बदरीनाथ धाम के कपाट  शीतकाल हेतु बंद हो गये  कपाट बंद होने के दौरान धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, प्रभारी धर्माधिकारी स्वयंबर सेमवाल तथा वेदपाठी रविंद्र भट्ट , अमित बंदोलिया ने पूजा-अर्चना संपन्न की।


*श्री बदरीनाथ - केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी) अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी  कपाट बंद होने  अवसर पर विशेष रूप से  मौजूद रहे ।अपने संबोधन में श्री बदरीनाथ धाम यात्रा में सहयोगी सहभागी रहे  सभी संस्थाओं, विभागों,  सेना, आईटीबीपी,पुलिस जिला -प्रशासन, एसडीआरएफ , एनडीआर एफ हकूकधारियों, तीर्थ पुरोहितों सभी का आभार जताया कहा कि  देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दिशा निर्देश कुशल नेतृत्व में चारधाम यात्रा के नये कीर्तमान बने है कुल पचास लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने चारधाम के दर्शन किये। साढ़े सोलह लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने श्री बदरीनाथ धाम के दर्शन  किये कहा कि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद के बाद संतों, तीर्थ पुरोहितों , हकहकूकधारियों के सहयोग से शीतकालीन पूजायें शुरू हो जायेंगी उन्होंने श्रद्धालुओं से शीतकालीन पूजा स्थलों‌ के दर्शनों हेतु आने की भी अपील की।* 


कपाट बंद होने के अवसर पर बदरीनाथ में मौजूद बीकेटीसी उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती, उपाध्यक्ष विजय कप्रवाण एवं बीकेटीसी सदस्यो ने कपाट बंद के अवसर पर शुभकामनाएं दी है कहा कि बदरी-केदार यात्रा सुगमतापूर्वक चली। बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी/ कार्यपालक मजिस्ट्रेट विजय प्रसाद थपलियाल ने श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं दी कहा कि कपाट बंद होने के पश्चात श्री बदरीनाथ धाम में मंदिर समिति के स्वयंसेवक भी  मंदिर सुरक्षा में रहेंगे तथा आईटीबीपी पुलिस से सामंजस्य  कर कार्य करेंगे।


बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा.हरीश गौड़ ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि कल प्रात:26 नवंबर को श्री कुबेर जी एवं उद्धव जी सहित रावल जी सहित आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी शीतकालीन प्रवास पांडुकेश्वर प्रस्थान करेगी। श्री उद्धव जी एवं कुबेर जी शीतकाल में पांडुकेश्वर प्रवास करेंगे तथा 27 नवंबर को आदि गुरु शंकराचार्य जी  श्री नृसिंह मंदिर ज्योतिर्मठ को प्रस्थान करेंगे इससे पहले श्री गरूड़ जी भी ज्योर्तिमठ पहुंच जायेंगे।

कपाट बंद होने अवसर पर, शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज, दंडी स्वामी मुकुंदानंद महाराज, बीकेटीसी सदस्य महेंद्र शर्मा, प्रह्लाद पुष्पवान देवीप्रसाद देवली, धीरज मोनू पंचभैया,  दिनेश डोभाल,,राजेंद्र प्रसाद  डिमरी, डा. विनीत पोस्ती,नीलम पुरी, डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत अध्यक्ष आशुतोष डिमरी पूर्व सदस्य भास्कर डिमरी, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान,  ईओ नगरपंचायत सुनील पुरोहित, थाना प्रभारी नवनीत भंडारी,प्रशासनिक अधिकारी कुलदीप भट्ट, राजेंद्र सेमवाल,  भूपेंद्र रावत,मीडिया प्रभारी डा. हरीश‌ गौड़ सहित अधिकारी कर्मचारी, तीर्थ पुरोहित हक- हकूहकधारी तथा श्रद्धालुजन मौजूद रहे।

 उल्लेखनीय है कि श्री केदारनाथ धाम तथा श्री यमुनोत्री धाम के कपाट भैया दूज 23 अक्टूबर तथा श्री गंगोत्री धाम के कपाट 22 अक्टूबर को शीतकाल के लिए बंद हुए  अब श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद चारधाम यात्रा का समापन हो गया है।

*चार धाम यात्रा ने बनाया रिकॉर्ड*

*वर्ष 2024 के मुकाबले 4.35 लाख अधिक रही श्रद्धालुओं की संख्या*

*51 लाख से अधिक यात्रियों ने किए चारधाम के दर्शन*

*केदारनाथ में सर्वाधिक 17 लाख 68 हजार 795 तीर्थ यात्री पहुंचे*

*बदरीनाथ धाम में 16 लाख 60 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन*

देहरादून

। श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ ही चारों धामों के कपाट शीतकाल के छह माह के लिए बंद हो गए हैं। प्राकृतिक आपदाओं के चलते कई दिनों तक यात्रा बाधित होने के बावजूद इस वर्ष भी यात्रा ने नया रिकॉर्ड बनाया है। इस वर्ष 51 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने चारधाम के दर्शन किए हैं। बीते वर्ष के मुकाबले इस वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या 04 लाख 35 हजार 901 अधिक रही है।


इस वर्ष 30 अप्रैल 2025 को श्री यमुनोत्री और श्री गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा का शुभारंभ हुआ था। इसके बाद दो मई को श्री केदारनाथ धाम और चार मई को श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुले थे। केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट पूर्व में बंद हो चुके हैं। आज श्री बदरीनाथ धाम के कपाट भी शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। इस बार प्राकृतिक आपदाओं के चलते यात्रा कई दिनों तक बाधित होने के बावजूद यात्रियों की संख्या ने रिकॉर्ड बनाया है।


प्रदेश सरकार के कुशल और बेहतर यात्रा प्रबंधन के चलते बीते वर्ष के मुकाबले इस वर्ष 04 लाख 35 हजार 901 अधिक श्रद्धालु चारधाम दर्शन को पहुंचे। बीते वर्ष कुल 46 लाख 69 हजार 074 तीर्थयात्री चारधाम यात्रा पर आए थे, जबकि इस वर्ष यह आंकड़ा रिकॉर्ड वृद्धि के साथ 51 लाख 04 हजार 975 पहुंच गया। केदारनाथ में सर्वाधिक 17 लाख 68 हजार 795 श्रद्धालु पहुंचे हैं। इसी प्रकार बदरीनाथ में 16 लाख 60 हजार 224, गंगोत्री में 07 लाख 57 हजार 010 और यमुनोत्री में 06 लाख 44 हजार 505 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। हेमकुंट साहिब में पहली बार श्रद्धालुओं की संख्या 02 लाख 74 हजार 441 पहुंची है। इससे पहले वर्ष 2023 में 01 लाख 64 हजार 546 और वर्ष 2024 में 01 लाख 85 हजार 972 श्रद्धालु ने हेमकुंट साहिब शीश नवाने पहुंचे थे। 


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में चारधाम यात्रा को सुगम, सुविधाजनक और सुरक्षित बनाया गया है। मानसून सीजन में यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई। इस वर्ष प्राकृतिक आपदाओं ने यात्रा को प्रभावित किया, इसके बावजूद यात्रियों की संख्या ने नया रिकॉर्ड बनाया है।


*शीतकालीन यात्रा की तैयारियां हुई तेज*

देहरादून। श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ ही अब शीतकालीन यात्रा की तैयारियां तेज हो गई हैं। बद्री विशाल भगवान की पूजा अब शीतकालीन प्रवास स्थल पांडुकेश्वर और नृसिंह भगवान मंदिर ज्योतिर्मठ में होगी। जबकि बाबा केदारनाथ की शीतकालीन पूजा ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ, मां गंगा (गंगोत्री) की पूजा मुखबा और मां यमुना (यमुनोत्री) की पूजा खरसाली में होगी।


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी वर्षभर तीर्थाटन/पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। इसी उद्देश्य से शीतकालीन यात्रा पर जोर दिया जा रहा है। बीते वर्ष मुख्यमंत्री के अनुरोध पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शीतकालीन यात्रा पर उत्तरकाशी जिले में पहुंचे थे। तब प्रधानमंत्री ने मां गंगा के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा पहुंचकर मां गंगा की पूजा अर्चना की थी। 


मुख्यमंत्री ने शीतकालीन यात्रा व्यवस्थाओं को और अधिक सुदृढ़ करने पर जोर देते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि चारों धामों के शीतकालीन प्रवास स्थलों और अन्य सभी प्रमुख पर्यटक स्थलों में ठहरने, परिवहन और सुरक्षा व्यवस्थाओं को मजबूत किया जाए। शीतकालीन यात्रा स्थलों के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए पारंपरिक व आधुनिक माध्यमों के जरिए राज्य की पर्यटन संभावनाओं को देश-विदेश तक पहुंचाया जाए। मुख्यमंत्री के निर्देश पर पर्यटन विभाग शीतकालीन यात्रा और एडवेंचर टूरिज्म को लिंक कर सर्किट बनाने की योजना पर काम कर रहा है।

पूरा साल कठिन चुनौतियों से भरा होने के बावजूद पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष चारधाम यात्रा पर अधिक श्रद्धालु पहुंचे हैं। यात्रियों की सुरक्षा सदा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। इसके लिए यात्रा मार्गों को बेहतर बनाने के साथ ही धामों में स्वास्थ्य केंद्र स्थापित कर दिए गए थे। यात्रा मार्ग, पड़ावों में सभी जरूरी सुविधाएं, बेहतर सड़कें, ट्रैफिक व्यवस्था और संचार सुविधा पर हमने विशेष फोकस किया। पहले सुविधाएं सीमित थी। यात्रियों के ठहरने की पुख्ता व्यवस्था के साथ ही अन्य सभी सुविधाएं भी बढ़ाई गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य होने के बाद यात्री सुविधाएं बढ़ी हैं। पैदल यात्रा मार्ग को बेहतर बनाया गया है। श्री बदरीनाथ धाम का मास्टर प्लान के अनुसार विकास किया जा रहा है। अब शीतकालीन यात्रा की तैयारियों में भी यात्री सुविधाओं और सुरक्षा पर विशेष फोकस किया जा रहा है।

*-पुष्कर सिंह धामी*

*मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड*


CM idhami UPNAL


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर राज्य सरकार ने उत्तराखण्ड पूर्व सैनिक कल्याण निगम लिमिटेड (UPNL) के माध्यम से विभिन्न विभागों में कार्यरत कार्मिकों के हित में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। यह निर्णय उत्तराखण्ड उच्च न्यायालय, नैनीताल में योजित रिट याचिका संख्या 116/2018 (PIL) में पारित आदेश दिनांक 12.11.2018 के अनुपालन में, उपनल प्रतिनिधियों की मुख्यमंत्री से हुई बैठक के बाद शासन स्तर पर सम्यक विचार-विमर्श के उपरांत लिया गया है।


इस संबंध में सचिव सैनिक कल्याण श्री दीपेन्द्र चौधरी द्वारा प्रबंध निदेशक उत्तराखण्ड पूर्व सैनिक कल्याण निगम लिमिटेड को प्रेषित परिपत्र में स्पष्ट किया गया है कि-


1. राज्य सरकार के अधीन विभागों/संस्थानों में UPNL के माध्यम से तैनात ऐसे कार्मिक, जिन्होंने 12 वर्ष या उससे अधिक की निरंतर सेवा पूर्ण कर ली है, उन्हें समान कार्य-समान वेतन के सिद्धांत पर वेतनमान का न्यूनतम वेतन एवं महंगाई भत्ता प्रदान किया जाएगा।


2. अन्य UPNL कार्मिक, जिन्होंने चरणबद्ध रूप से निरंतर सेवाएं पूर्ण की हैं, उन्हें भी यथाशीघ्र समान कार्य-समान वेतन के सिद्धांत के अनुरूप वेतनमान का न्यूनतम वेतन एवं महंगाई भत्ता प्रदान किया जाएगा।


राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि उपरोक्त निर्णयों के क्रम में औपचारिक आदेश शीघ्र ही जारी किए जाएंगे, ताकि कार्मिकों को समयबद्ध रूप से लाभ मिल सके।


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार उपनल कार्मिकों के हितों के प्रति प्रतिबद्ध है तथा उनके दीर्घकालिक हितों की रक्षा हेतु आवश्यक निर्णय लगातार लिए जा रहे हैं।


देहरादून:




सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी से आज उनके शासकीय आवास पर उपनल कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों ने भेंट कर समान कार्य के लिए समान वेतन की मांग करते हुए शीघ्र सरकार द्वारा कार्यवाही की आग्रह किया।


सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने उपनल कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार उपनल कर्मचारियों के हितों के प्रति संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए कल मुख्यमंत्री जी से वार्ता कर शीघ्र ही उचित निर्णय लिया जाएगा। 


बैठक में उपनल कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष विनोद गोदियाल, महामंत्री विनय प्रसाद सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।

 

 भारी जनसभा को संबोधित कर विकास कार्यों व सांस्कृतिक पुनर्जागरण पर रखा फोकस* 

 *मुख्यमंत्री ने 16 सूत्रीय मांग पत्र प्राप्त कर सकारात्मक कार्रवाई का दिया आश्वासन* 

 

CM dhami in lakhamandal

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी आज लाखामंडल स्थित प्राचीन शिव मंदिर पहुंचे, जहाँ स्थानीय जनता एवं कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना की तथा प्रदेशवासियों की शांति, समृद्धि और खुशहाली की कामना की।

 *16 सूत्रीय मांग पत्र प्राप्त—मुख्यमंत्री ने दी सकारात्मक कार्रवाई की बात* 

कार्यक्रम के राज्य मंत्री व कार्यक्रम संयोजक श्री गीता राम गौड़ द्वारा क्षेत्र की विभिन्न स्थानीय समस्याओं से संबंधित 16 सूत्रीय मांग पत्र मुख्यमंत्री को सौंपा गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सभी मांगों का गंभीरता से परीक्षण कर सकारात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

भारी जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अनेक ऐतिहासिक और निर्णायक कदम उठा रही है। उन्होंने जोर देते हुए कहा राज्य में देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया गया है | मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले 4.5 वर्षों में 26,000 से अधिक युवाओं को पूरी पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ सरकारी नौकरियों में चयनित किया गया है। उन्होंने कहा कि “यह नौकरियाँ पूरी तरह मेरिट और प्रतिभा के आधार पर दी गई हैं।” सरकार ने  लैंड जिहाद, थूक जिहाद, लव जिहाद और जबरदस्ती धर्मांतरण जैसी गतिविधियों पर सख्त रोक लगा दी है | राज्य सरकार  राज्य की डेमोग्राफी और सांस्कृतिक मूल्यों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है |


 *सांस्कृतिक पुनर्जागरण पर विशेष जोर* 


मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसे  अयोध्या में भगवान श्री राम का भव्य मंदिर 500 वर्षों के बाद स्थापित हुआ, उज्जैन में महाकाल कॉरिडोर का निर्माण पूरा हुआ, उसी प्रकार उत्तराखंड में भी सांस्कृतिक पुनर्जागरण के लिए व्यापक कार्य चल रहे हैं।इस क्षेत्र के प्रसिद्ध हनोल मंदिर का 

₹120 करोड़ का विशेष मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है, जिसके अंतर्गत इस  आध्यात्मिक एवं ऐतिहासिक स्थल का  संरक्षण व विकास किया जाएगा।

मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि लाखामंडल की जनता द्वारा दिया गया स्नेह और स्वागत उनके लिए अत्यंत भावुक करने वाला है।उन्होंने जनता का हार्दिक आभार व्यक्त किया तथा कहा कि राज्य सरकार उत्तराखंड के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर संकल्पबद्ध है

इस अवसर पर विधायक श्री दुर्गेश्वर लाल, क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, कार्यकर्ता एवं भारी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।

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