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 शहीद दुर्गा मल्ल राजकीय महाविद्यालय, डोईवाला के छात्रसंघ चुनाव 2025–26 में (एबीवीपी) का क्लीन स्वीप--

ABVP clean sweep in SDM college doiwala


अध्यक्ष पद पर अमित कुमार

उपाध्यक्ष पद पर गौरव

सचिव पद पर अमन सिंह

सह सचिव पद पर तान्या बस्सी

कोषाध्यक्ष पद पर दुर्गा

यूआर पद पर मोहित डंगवाल हुए विजय

ऋषिकेश :

multipurpose camp in Raiwala


स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान के अन्तर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र रायवाला में शनिवार को बहुउद्देशीय स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया |जिसमें कुल 198 लोगों ने स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया।


शिविर का उद्घाटन आईएएस अपर सचिव, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अराधना पटनायक ने डॉ. रश्मि पंत (निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य), डॉ. निधि रावत (अपर मुख्य चिकित्साधिकारी), जिला पंचायत सदस्य दिव्या बेलवाल एवं ग्राम प्रधान सविता देवी के साथ संयुक्त रूप से रिबन काटकर किया।


मुख्य अतिथि अराधना पटनायक ने शिविर में लगाए गए विभिन्न काउंटरों का निरीक्षण कर मरीजों से बातचीत की और उन्हें भारत सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने शिविर में पोर्टेबल एक्स-रे मशीन की उपलब्धता की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे शिविरों का उद्देश्य लोगों को एक ही स्थान पर विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है।


शिविर में मेडिसिन विभाग में 67, कम्युनिटी मेडिसिन में 32, स्त्री रोग में 11, कैंसर में 03, हड्डी रोग में 22, ईएनटी में 18, पैथोलॉजी में 54, एक्स-रे में 80, टीबी स्क्रीनिंग में 172 तथा एनीमिया स्क्रीनिंग में 35 मरीजों की जांच की गई। इसके अलावा 22 मरीजों की आंखों की जांच की गई तथा 14 को चश्में वितरित किए गए।


शिविर में 22 आयुष्मान कार्ड बनाए गए, परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत 32 महिलाओं को सेवाएं दी गईं। रक्तदान शिविर में 1 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया और 31 पंजीकरण हुए। वहीं, दिव्यांग शिविर में 9 लाभार्थियों को प्रमाणपत्र जारी किए गए।


कार्यक्रम के अंत में डॉ. के.एस. भंडारी (चिकित्सा अधीक्षक डोईवाला) एवं डॉ. अमित बहुगुणा (प्रभारी चिकित्साधिकारी रायवाला) ने सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया।


इस अवसर पर एम्स ऋषिकेश के चिकित्सकों एवं स्टाफ सहित डॉ. मुकेश पांडे, डॉ. रामप्रकाश, डॉ. महेन्द्र सिंह, डॉ. बिनोद मिश्रा, डॉ. नीलांजन रॉय, डॉ. राजलक्ष्मी, डॉ. मेरिस सेल्वराज, डॉ. प्रसना जूली, डॉ. जननेश्वरी, डॉ. प्रज्ञा, चन्द्रमोहन सिंह राणा, अंजली लिंगवाल, वन्दना भट्ट, संदीप पांडे, गिरीश, शैलेश जुयाल, दीपक रयाल,नीरज गुप्ता, नितिन केहड़ा, प्यार सिंह, अनीता भट्ट मौजूद रहे |


- खोज जर्मनी के जीएसआई हेल्महोल्ट्ज़ सेंटर फॉर हैवी आयन रिसर्च में सम्पन्न


- आईआईटी रुड़की के प्रो. एम. मैती ने निभाई अहम भूमिका

- अध्ययन फिजिकल रिव्यू लेटर्स जर्नल में प्रकाशित

- खोज "स्थिरता के द्वीप" की वैश्विक वैज्ञानिक तलाश में महत्वपूर्ण योगदान।

- अतिभारी तत्वों के जीवनकाल और नाभिकीय बलों की समझ में बड़ी उपलब्धि


 रुड़की : 



एक उल्लेखनीय वैश्विक वैज्ञानिक सफलता में शोधकर्ताओं ने एक नए अतिभारी समस्थानिक, सीबोर्गियम-257 (Sg-257) की खोज की है, जिसने परमाणु भौतिकी एवं ब्रह्मांड की हमारी समझ की सीमाओं को और आगे बढ़ाया है। यह अग्रणी प्रयोग जर्मनी के डार्मस्टाट स्थित जीएसआई हेल्महोल्ट्ज़ सेंटर फॉर हैवी आयन रिसर्च में किया गया, जिसमें आईआईटी रुड़की के भौतिकी विभाग के प्रो. एम. मैती का महत्वपूर्ण योगदान रहा। यह कार्य प्रतिष्ठित जर्नल फिजिकल रिव्यू लेटर्स में प्रकाशित हुआ है।


शक्तिशाली त्वरक और अत्याधुनिक संसूचन तकनीकों का उपयोग करते हुए, टीम ने एसजी-257, एक ऐसा अतिभारी तत्व जो प्रकृति में नहीं पाया जाता, का सफलतापूर्वक संश्लेषण किया। यह खोज इस मूलभूत प्रश्न का उत्तर देने में सहायता करती है कि परमाणु स्थिरता की सीमाओं पर कैसे व्यवहार करते हैं, और "स्थिरता के द्वीप" की वैज्ञानिक तलाश में प्रत्यक्ष योगदान देती है—जो परमाणु परिदृश्य का एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ अतिभारी तत्व लंबे समय तक टिक सकते हैं और संभावित उपयोगिता रख सकते हैं।


अंतर्राष्ट्रीय शोध दल के सदस्य प्रो. एम. मैती ने कहा, "यह खोज परमाणु भौतिकी में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे हमें यह समझने में सहायता मिलती है कि कुछ तत्व लंबे समय तक क्यों जीवित रहते हैं और चरम स्थितियों में परमाणु बल कैसे व्यवहार करते हैं।" उन्होंने बताया कि एसजी-257 जैसे अतिभारी तत्वों की अर्धायु अत्यंत कम होती है, जो अक्सर मिलीसेकंड तक ही जीवित रहते हैं। फिर भी, प्रत्येक खोज वैज्ञानिकों को परमाणु संरचना एवं नाभिकीय बलों के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान करती है।


आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. कमल किशोर पंत ने कहा, "यह ऐतिहासिक खोज अत्याधुनिक परमाणु अनुसंधान में भारत की बढ़ती भूमिका को दर्शाती है। आईआईटी रुड़की को इस वैश्विक उपलब्धि का हिस्सा बनने पर गर्व है। यह मौलिक विज्ञान में उत्कृष्टता प्राप्त करने के हमारे दृष्टिकोण को प्रतिबिंबित करता है, जिससे समाज को लाभ होगा और अगली पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी।"


यह शोध वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम द्वारा किया गया था, जिसमें आईआईटी रुड़की के प्रो. एम. मैती, जर्मनी के जीएसआई हेल्महोल्ट्ज़ सेंटर, जोहान्स गुटेनबर्ग विश्वविद्यालय (जेजीयू मेंज़), जापान परमाणु ऊर्जा एजेंसी, फ़िनलैंड के जैवस्किला विश्वविद्यालय एवं अन्य सहयोगी संस्थानों के विशेषज्ञ शामिल थे। निष्कर्ष फिजिकल रिव्यू लेटर्स (जून 2025) में प्रकाशित हुए।


यह खोज इस बात का उदाहरण है कि मौलिक विज्ञान किस प्रकार तकनीकी प्रगति एवं वैश्विक ज्ञान में योगदान देता है। यह आईआईटी रुड़की की उस सतत प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है जो सैद्धांतिक समझ को आगे बढ़ाती है और प्रौद्योगिकी, उद्योग एवं समाज के भविष्य को आकार देने की क्षमता रखती है।

 अवैध निर्माणों पर एमडीडीए की सख़्त कार्रवाई, अजबपुर कला मोथरोवाला रोड पर अवैध व्यावसायिक निर्माण सील



नियम विरुद्ध निर्माणों के खिलाफ एमडीडीए की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी— उपाध्यक्ष


मसूरी–देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) ने नियमविरुद्ध निर्माणों के खिलाफ अपनी कार्रवाई को जारी रखते हुए, देहरादून क्षेत्र में एक  अवैध व्यावसायिक निर्माण को सील कर दिया। प्राधिकरण क्षेत्रान्तर्गत अजबपुर कला मोथरोवाला रोड, प्राथमिक विद्यालय के निकट श्री कोठियाल द्वारा किये जा रहे अवैध व्यावसायिक निर्माण पर सयुंक्त सचिव गौरव चटवाल के आदेशों पर कार्यवाही की गई। इस दौरान सहायक अभियंता निशांत कुकरेती, अवर अभियंता जयदीप राणा और सुपरवाइजर मौके पर मौजूद रहे।


एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने कहा कि प्राधिकरण नियमविरुद्ध निर्माणों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहा है और आगे भी यह अभियान जारी रहेगा। किसी भी अवैध निर्माण को बख्शा नहीं जाएगा। निर्माण मानकों और स्वीकृत नक्शों के अनुरूप ही कार्य करने वालों को ही अनुमति मिलेगी।

देहरादून:



 दिनांक 26 सितंबर 2025 को  भारतीय जनता पार्टी के  प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने देहरादून झंडा बाजार में  जीएसटी की नई दरें लागू होने के बाद आयोजित जन जागरूकता कार्यक्रम में प्रतिभा किया इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने व्यापारियों एवं आम लोगों से भेंट कर जीएसटी की घटी दरों के लाभ के बारे में फीडबैक लिया और व्यापारियों से जनजागरूकता करने के लिए आग्रह किया  साथ ही प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में आर्थिक सुधरो का दौरा शुरू हुआ है और जीएसटी की दरों में कमी से समाज में सभी वर्गों के जीवन को खुशहाल बनाने की ऐतिहासिक पहल हुई है ,  साथ ही भट्ट ने स्वदेशी एवं स्थानीय उत्पादकों को प्राथमिकता देकर प्रदेश एवं देश की आर्थिक को मजबूत करने का भी व्यापारियों से अनुरोध किया और  व्यापारियों के प्रतिष्ठानों पर जनजागरूकता स्टीकर लगा कर व्यापारियों को गुलाब देकर सम्मानित किया ।

वंही इस मौके पर भाजपा महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल ने भी सभी व्यापारियों से प्रधानमंत्री मोदी के इस क्रन्तिकारी कदम के सम्बन्ध में जनजागरूकता अभियान में हिस्सेदारी करने का आग्रह किया और आम जनमानस से स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग को बढ़ावा देने के इस राष्ट्रव्यापी अभियान में हिस्सेदारी करने के लिए प्रार्थना की।

 

 इस कार्यक्रम के दौरान प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के साथ महानगर जिला अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल गोयल समेत महानगर वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह ढिल्लों महानगर  मीडिया प्रभारी अक्षत जैन व जिला कार्यकारिणी के तमाम पदाधिकारी व कार्यकर्त मौजूद रहे।



 

आज का राशिफल

*दिनाँक:-27/09/2025,शनिवार*

पंचमी, शुक्ल पक्ष, 

आश्विन

rashifal today 27 sep 2025



*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*


  * नवरात्रि षष्ठं दिवस कात्यायनी माता पूजन 


*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*


धनधान्मप्रयोगेषु विद्यासंग्रहणेषु च ।

आहारे व्यवहारे च त्यक्तलज्जा सुखी भवेत् ।।

।।चाo नीo।।


 जो व्यक्ति आर्थिक व्यवहार करने में, ज्ञान अर्जन करने में, खाने में और काम-धंदा करने में शर्माता नहीं है वो सुखी हो जाता है.


*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*


गीता -: सांख्ययोग - अo-2


अविनाशि तु तद्विद्धि येन सर्वमिदं ततम्‌।

 विनाशमव्ययस्यास्य न कश्चित्कर्तुमर्हति॥


नाशरहित तो तू उसको जान, जिससे यह सम्पूर्ण जगत्‌- दृश्यवर्ग व्याप्त है। इस अविनाशी का विनाश करने में कोई भी समर्थ नहीं है

 ॥17॥


*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*


देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।


🐏मेष

नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा। अचानक लाभ के योग हैं। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। व्यापार में वृद्धि से संतुष्टि रहेगी। नौकरी में जवाबदारी बढ़ सकती है। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। उत्साह से काम कर पाएंगे। किसी की बातों में न आएं। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे।


🐂वृष

निवेश करने का समय नहीं है। नौकरी में मातहतों से अनबन हो सकती है, धैर्य रखें। परिवार की आवश्यकताओं के लिए भागदौड़ तथा व्यय की अधिकता रहेगी। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में विशेष सावधानी की आवश्यकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। कार्य की गति धीमी रहेगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे।


👫मिथुन

सुख के साधनों पर व्यय सोच-समझकर करें। निवेश करने से बचें। व्यापार ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। मित्रों का सहयोग मिलेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। शारीरिक कष्ट संभव है। व्यवसाय धीमा चलेगा। नौकरी में उच्चाधिकारी की नाराजी झेलनी पड़ सकती है। परिवार में मनमुटाव हो सकता है।


🦀कर्क

या‍त्रा लाभदायक रहेगी। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। वस्तुएं संभालकर रखें। कोई राजकीय बाधा हो सकती है। जल्दबाजी में कोई भी गलत कार्य न करें। विवाद से बचें। काफी समय से अटका हुआ पैसा मिलने का योग है, प्रयास करें।


🐅सिंह

थोड़े प्रयास से ही काम सफल रहेंगे। मित्रों की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। किसी अपरिचित की बातों में न आएं। धनहानि हो सकती है।


🙍‍♀️कन्या

परिवार व मित्रों के साथ समय प्रसन्नतापूर्वक व्यतीत होगा। शारीरिक कष्ट संभव है, सावधान रहें। निवेश शुभ रहेगा। तीर्थयात्रा की योजना बन सकती है। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। मनपसंद भोजन का आनंद मिलेगा। व्यापार में वृद्धि के योग हैं।


⚖️तुला

भागदौड़ रहेगी। बोलचाल में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। पुराना रोग उभर सकता है। व्यापार में अधिक ध्यान देना पड़ेगा। जोखिम न उठाएं। व्ययवृद्धि से तनाव रहेगा। बजट बिगड़ेगा। दूर से शोक समाचार मिल सकता है, धैर्य रखें। किसी महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें।


🦂वृश्चिक

आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। घर में मेहमानों का आगमन होगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार में लाभ होगा। निवेश शुभ रहेगा। संतान पक्ष से आरोग्य व अध्ययन संबंधी चिंता रहेगी। दुष्टजनों से दूरी बनाए रखें। हानि संभव है। भाइयों का साथ मिलेगा।


🏹धनु

जीवनसाथी पर अधिक मेहरबान होंगे। कोर्ट व कचहरी के कार्यों में अनुकूलता रहेगी। लाभ में वृद्धि होगी। पारिवारिक प्रसन्नता तथा संतुष्टि रहेगी। निवेश शुभ रहेगा। व्यय होगा। मित्रों से मेलजोल बढ़ेगा। नए संपर्क बन सकते हैं। धनार्जन होगा। कष्ट, भय, चिंता व तनाव का वातावरण बन सकता है।


🐊मकर

आय में वृद्धि होगी। मित्रों के साथ बाहर जाने की योजना बनेगी। रोजगार प्राप्ति के योग हैं। परिवार व स्नेहीजनों के साथ विवाद हो सकता है। शत्रुता में वृद्धि होगी। अज्ञात भय रहेगा। थकान महसूस होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। तरक्की के अवसर प्राप्त होंगे। भूमि व भवन संबंधी बाधा दूर होगी।


🍯कुंभ

नई योजना बनेगी। लोगों की सहायता करने का अवसर प्राप्त होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। काफी समय से अटके काम पूरे होने के योग हैं। भरपूर प्रयास करें। आय में मनोनुकूल वृद्धि होगी। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। यात्रा सफल रहेगी। शारीरिक कष्ट हो सकता है। बेचैनी रहेगी।


🐟मीन

प्रेम-प्रसंग में जल्दबाजी न करें। प्रतिद्वंद्विता में वृद्धि होगी। व्ययसाय लाभप्रद रहेगा। कार्य पर ध्यान दें। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेने की स्थिति बन सकती है। पुराना रोग बाधा का कारण बन सकता है। अपेक्षित कार्यों में विलंब हो सकता है। चिंता तथा तनाव रहेंगा l


🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏

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*आचार्य  पवन  पाराशर (वृन्दावन)*

   कात्यायनी नवदुर्गा या हिंदू देवी पार्वती (शक्ति) के नौ रूपों में छठवीं रूप हैं-

    चन्द्रहासोज्ज्वलकरा शार्दूलवरवाहन ।
    कात्यायनी शुभं दद्याद्देवी दानवघातिनी ॥

Maa katyayani sixth navratri story



माँ का नाम कात्यायनी कैसे पड़ा इसकी भी एक कथा है- 
कत नामक एक प्रसिद्ध महर्षि थे। उनके पुत्र ऋषि कात्य हुए। इन्हीं कात्य के गोत्र में विश्वप्रसिद्ध महर्षि कात्यायन उत्पन्न हुए थे। इन्होंने भगवती पराम्बा की उपासना करते हुए बहुत वर्षों तक बड़ी कठिन तपस्या की थी। उनकी इच्छा थी माँ भगवती उनके घर पुत्री के रूप में जन्म लें। माँ भगवती ने उनकी यह प्रार्थना स्वीकार कर ली।कुछ समय पश्चात जब दानव महिषासुर का अत्याचार पृथ्वी पर बढ़ गया तब भगवान ब्रह्मा, विष्णु, महेश तीनों ने अपने-अपने तेज का अंश देकर महिषासुर के विनाश के लिए एक देवी को उत्पन्न किया। महर्षि कात्यायन ने सर्वप्रथम इनकी पूजा की। इसी कारण से यह कात्यायनी कहलाईं।

माँ कात्यायनी की भक्ति और उपासना द्वारा मनुष्य को बड़ी सरलता से अर्थ, धर्म, काम, मोक्ष चारों फलों की प्राप्ति हो जाती है। वह इस लोक में स्थित रहकर भी अलौकिक तेज और प्रभाव से युक्त हो जाता है।


'कात्यायनी' पार्वती के लिए दूसरा नाम है, संस्कृत शब्दकोश में उमा, कात्यायनी, गौरी, काली, हेेमावती व ईश्वरी इन्हीं के अन्य नाम हैं। यजुर्वेद के तैत्तिरीय आरण्यक में उनका उल्लेख प्रथम किया है। स्कन्द पुराण में उल्लेख है कि वे परमेश्वर के नैसर्गिक क्रोध से उत्पन्न हुई थीं , जिन्होंने देवी पार्वती द्वारा दी गई सिंह पर आरूढ़ होकर महिषासुर का वध किया। वे शक्ति की आदि रूपा है, जिसका उल्लेख पाणिनि पर पतञ्जलि के महाभाष्य में किया गया है, जो दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व में रचित है। उनका वर्णन देवीभागवत पुराण, और मार्कंडेय ऋषि द्वारा रचित मार्कंडेय पुराण के देवी महात्म्य में किया गया है।

परम्परागत रूप से देवी दुर्गा की तरह वे लाल रंग से जुड़ी हुई हैं। नवरात्रि उत्सव के षष्ठी को उनकी पूजा की जाती है। उस दिन साधक का मन 'आज्ञा चक्र' में स्थित होता है। योगसाधना में इस आज्ञा चक्र का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। इस चक्र में स्थित मन वाला साधक माँ कात्यायनी के चरणों में अपना सर्वस्व निवेदित कर देता है।परिपूर्ण आत्मदान करने वाले ऐसे भक्तों को सहज भाव से माँ के दर्शन प्राप्त हो जाते हैं।

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