Halloween party ideas 2015

 


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थानीय निकायों और राज्य सरकार के सार्वजनिक उपक्रमों के कर्मचारियों और पेंशनरों के डी ए में 3 प्रतिशत वृद्धि की स्वीकृति दी है।


CM Dhami distibuted appointment letter to samiksha adhikari


मुख्यमंत्री धामी ने नवनियुक्त सहायक समीक्षा अधिकारियों को सौंपे नियुक्ति पत्र — बोले, “सरकारी सेवा को जनसेवा का माध्यम बनाएं”

अब तक 26,000 से अधिक युवाओं को मिली सरकारी नौकरी — मुख्यमंत्री धामी बोले, पारदर्शिता हमारी पहचान* 


 सीएम धामी ने कहा — प्रतियोगी परीक्षाओं में पारदर्शिता हमारी प्रतिबद्धता, भर्ती प्रक्रिया अभियान की तरह जारी रहेगी




मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज मुख्यमंत्री आवास स्थित कैंप कार्यालय में राजस्व परिषद में नव-चयनित सहायक समीक्षा अधिकारी एवं समीक्षा अधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए।



इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी नवनियुक्त कार्मिकों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि दीपावली से पूर्व यह नियुक्ति पत्र प्राप्त होना नवनियुक्त कार्मिको और उनके परिवारजनों के लिए विशेष प्रसन्नता का अवसर है। मुख्यमंत्री ने उनके परिवारजनों को भी इस उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं दीं।



मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते चार वर्ष में राज्य में 26,500 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि राज्य में पारदर्शिता और मेरिट के आधार पर भर्ती प्रक्रिया को अभियान के रूप में निरंतर आगे बढ़ाया जाए।



मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ समय पूर्व हरिद्वार में हुई परीक्षा से संबंधित एक प्रकरण सामने आया था, जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया गया और एसआईटी जांच गठित की गई। इसके पश्चात छात्रों की भावनाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री ने स्वयं छात्रों से मुलाकात की और उनकी मांगों के अनुरूप परीक्षा को निरस्त करते हुए सीबीआई जांच की संस्तुति की।


उन्होंने कहा कि राज्य में बीते वर्षों के दौरान सभी प्रतियोगी परीक्षाएं पूर्ण पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ आयोजित की गई हैं। भर्ती प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की अनियमितता या भ्रष्टाचार के लिए कोई स्थान नहीं है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बनने के बाद से ही उन्होंने रिक्त पदों को पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से भरने का अभियान शुरू किया, जिसके फलस्वरूप आज हजारों युवाओं को सरकारी सेवा में अवसर प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार आगे भी पूर्ण पारदर्शिता के साथ भर्ती प्रक्रिया को अभियान के रूप में जारी रखेगी।



मुख्यमंत्री श्री धामी ने नवनियुक्त कार्मिकों से कहा कि सरकारी सेवा को जनसेवा का माध्यम मानकर कार्य करें। उन्हें अपने कार्य में पूर्ण निष्ठा, ईमानदारी और पारदर्शिता का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कार्यों में सरलीकरण और गति लाना आवश्यक है, ताकि जनता को शीघ्र और सरल सेवाएं प्राप्त हों।


इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री आनंद वर्धन, सचिव श्री एस.एन. पांडे, अपर सचिव श्रीमती रंजना राजगुरु, राजस्व परिषद के अधिकारीगण तथा नव-नियुक्त सहायक समीक्षा अधिकारी एवं समीक्षा अधिकारी उपस्थित रहे।


 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने  पूर्व मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत से दूरभाष पर वार्ता कर उनकी कुशलक्षेम जानी। मुख्यमंत्री ने वाहन दुर्घटना में श्री हरीश रावत  के सकुशल बचने पर ईश्वर का आभार व्यक्त किया और उनकी पूर्ण कुशलता की कामना की।


मेरठ के निकट 18अक्टूबर को रात्रि में एक सड़क दुघर्टना में  पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत बाल बाल बच गए ।हालांकि इस दुर्घटना में उनका सुरक्षा कर्मी राजबीर गंभीर रूप से घायल हो गया है जिसे उपचार के लिए हायर सेंटर भेजा गया है।



जानकारी के अनुसार शाम को मेरठ के खड़ोली के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर पूर्व मुख्यमंत्री की कारें आपस में टकरा गई। जिससे मौके पर जाम लग गया।

गनीमत रही कि हादसे में पूर्व मुख्यमंत्री रावत बाल-बाल बच गए। जबकि उनके एक सुरक्षाकर्मी को गंभीर चोटे आई । मौके पर पहुंची पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री को क्षतिग्रस्त गाड़ी से निकाल कर दूसरी गाड़ी से देहरादून के लिए रवाना किया।

बताया जा रहा है कि हरीश रावत दिल्ली की ओर से आ रहे थे। उनके काफिले में चल रहीं गाड़ियां अचानक एक दूसरे से टकरा गईं। हालांकि पूर्व सीएम को चोट नहीं आई, लेकिन सुरक्षा कर्मियों की गाड़ी में बैठे एक पुलिसकर्मी को गंभीर चोट आई है। 

ज्ञात हो कि 2016 में भी हरीश रावत मुख्यमंत्री रहते हुए हेलीकॉप्टर की छत से टकरा गये थे जिससे उनकी कालर बोन फ्रैक्चर हो गई थी और उन्हें काफी समय उपचार में रहना पड़ा था।


 देहरादून में आयोजित हो रहे प्रसिद्ध विरासत मेले में इस बार सूचना एवं लोक संपर्क विभाग का स्टाल लोगों के बीच खास आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

DIPR  stall in Virasat



 स्टाल पर बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, विद्यार्थी और युवा  पहुंच रहे हैं और राज्य सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर रहे हैं।


विभाग द्वारा इस स्टाल में केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। स्टाल पर प्रदर्शित डिजिटल स्क्रीन, पोस्टर, वीडियो और इंटरएक्टिव डिस्प्ले के माध्यम से आगंतुकों को योजनाओं की जानकारी सरल और रोचक ढंग से दी जा रही है। मौके पर लोगों को योजनाओं के लाभ और आवेदन प्रक्रिया से भी अवगत कराया जा रहा है।


खास बात यह रही कि युवा वर्ग में इस स्टाल को लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। कई युवा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तस्वीरों एवं वीडियो के साथ सेल्फी भी ले रहे हैं।  युवाओं का कहना है कि इस तरह के प्रदर्शन न केवल जानकारीपूर्ण होते हैं बल्कि प्रेरणादायक भी हैं, क्योंकि इससे सरकार की उपलब्धियों और जनहित में किए जा रहे प्रयासों की झलक मिलती है।


आगंतुकों ने विभाग की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि मेले में लगाए गए ऐसे जन-जागरूकता स्टॉल जनता तक सरकारी योजनाओं को पहुँचाने का एक प्रभावी माध्यम साबित हो रहे हैं। विरासत मेले में सूचना एवं लोक संपर्क विभाग का यह स्टाल एक ओर जहां सूचना प्रसार का सशक्त मंच बन रहा है, वहीं दूसरी ओर युवाओं के लिए आकर्षण और प्रेरणा का केंद्र भी साबित हो रहा है।

AIIMS trivendra singh rawat



अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में आयोजित विश्व आघात सप्ताह (World Trauma Week)–2025 का शुक्रवार को भव्य समापन हुआ। 



इस अवसर पर मुख्य अतिथि हरिद्वार सांसद एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले राज्य उत्तराखंड में एम्स ऋषिकेश ट्रॉमा चिकित्सा के क्षेत्र में जीवनरक्षक भूमिका निभा रहा है।


सांसद रावत ने कहा कि एम्स के ट्रॉमा एवं क्रिटिकल केयर विभाग ने आपदाओं और दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों की जान बचाने के क्षेत्र में जो कार्य किया है, वह सराहनीय और अनुकरणीय है। सांसद रावत ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में पहले गंभीर रूप से घायल मरीजों को हायर सेंटर तक पहुंचाना कठिन होता था, लेकिन एम्स की पहल पर शुरू हुई हेली एम्बुलेंस सेवा ने यह स्थिति बदल दी है। आज इस सेवा से अनगिनत जीवन बचाए जा रहे हैं।


सांसद रावत ने कहा कि आपात स्थितियों में जनजीवन की सुरक्षा के लिए ऐसी सेवाओं का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार आवश्यक है ताकि आमजन समय रहते इनका लाभ उठा सकें। उन्होंने कहा कि सिविल सोसाइटी को भी इस दिशा में आगे बढ़कर सहयोग करना चाहिए ताकि समाज स्तर पर आपात चिकित्सा जागरूकता को एक आंदोलन का रूप दिया जा सके।


इस अवसर पर सांसद रावत ने अपनी सांसद निधि से एम्स को प्रदान की गई रोगी परिवहन सेवा वाहन (Patient Transport Vehicle) की चाबी एम्स की निदेशक प्रो. मीनू सिंह को सौंपी। उन्होंने कहा कि यह वाहन “सेवा ही संस्कार” की भावना को सशक्त करेगा और एम्स की आपात चिकित्सा सेवाओं को और सुलभ बनाएगा।


कार्यक्रम के अंत में सांसद श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, निदेशक प्रो. मीनू सिंह, डीन प्रो. जया चतुर्वेदी, एवं चिकित्सा अधीक्षक प्रो. बी. सत्याश्री ने विश्व आघात सप्ताह के आयोजन में उत्कृष्ट योगदान देने वाले विभिन्न विभागों के चिकित्सकों, नर्सिंग अधिकारियों, तकनीशियनों एवं अन्य स्टाफ को प्रशस्तिपत्र व स्मृति चिह्न भेंटकर सम्मानित किया।

इस अवसर पर प्रो. (डॉ.) मीनू सिंह, प्रो. जया चतुर्वेदी, प्रो. बी. सत्याश्री, प्रो. कमर आज़म, डॉ. मधुर उनियाल, डॉ. भास्कर सरकार, जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार सिंह, सीएनओ अनीता रानी कंसल, ट्रॉमा सर्जन नीरज कुमार, डॉ. रूबी कटारिया, एसएनओ अखिलेश उनियाल, शशिकांत सहित एम्स के अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

 आज का राशिफल

*दिनाँक:-18/10/2025,शनिवार*

द्वादशी, कृष्ण पक्ष, 

कार्तिक

rashifal today 18 october 2025


*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*


 *शनि प्रदोष व्रत (शिव पूजन)


*धन त्रयोदशी (धन्वंतरि )


*श्री माधव भट्टाचार्य पाटोत्सव 


*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*


वृध्द्काले मृता भार्या बन्धुहस्ते गतं धनम् ।

भाजनं च पराधीनं स्त्रिः पुँसां विडम्बनाः ।।

।।चाo नीo।।


  वह आदमी अभागा है जो अपने बुढ़ापे में पत्नी की मृत्यु देखता है. वह भी अभागा है जो अपनी सम्पदा संबंधियों को सौप देता है. वह भी अभागा है जो खाने के लिए दुसरो पर निर्भर है.


*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*


गीता -: सांख्ययोग - अo-2


एषा तेऽभिहिता साङ्‍ख्ये बुद्धिर्योगे त्विमां श्रृणु।

 बुद्ध्‌या युक्तो यया पार्थ कर्मबन्धं प्रहास्यसि॥


हे पार्थ! यह बुद्धि तेरे लिए ज्ञानयोग के विषय में कही गई और अब तू इसको कर्मयोग के (अध्याय 3 श्लोक 3 की टिप्पणी में इसका विस्तार देखें।) विषय में सुन- जिस बुद्धि से युक्त हुआ तू कर्मों के बंधन को भली-भाँति त्याग देगा अर्थात सर्वथा नष्ट कर डालेगा

 ॥39॥


*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*


देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।


🐏मेष

भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। आत्मसम्मान बना रहेगा। बुद्धि का प्रयोग करेंग। कार्य में सफलता मिलेगी। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। लाभ में वृद्धि होगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। समय सुखपूर्वक व्यतीत होगा।


🐂वृष

किसी व्यक्ति के बहकावे में न आएं। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। समय की अनुकूलता का लाभ लें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है। जोखिम न उठाएं। प्रसन्नता रहेगी।


👫मिथुन

कोई बड़ी बाधा उठ खड़ी हो सकती है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें, गुम हो सकती है। विवाद के बढ़ावा न दें। बुरी खबर मिल सकती है, धैर्य रखें। किसी व्यक्ति विशेष से कहासुनी हो सकती है। मेहनत अधिक होगी। लाभ के अवसर टलेंगे। मानसिक बेचैनी रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। लाभ होगा।


🦀कर्क

कानूनी अड़चन सामने आएगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। बेचैनी रहेगी। व्यर्थ दौड़धूप रहेगी। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। पार्टी व पिकनिक का आनंद प्राप्त होगा। मित्रों के साथ समय मनोरंजक व्यतीत होगा। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। रोजगार मिलेगा। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे।


🐅सिंह

कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। शत्रु पस्त होंगे। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। व्यापार लाभदायक रहेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। मानसिक बेचैनी रहेगी। सभी तरफ से सफलता प्राप्त होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। ऐश्वर्य के साधनों पर अधिक व्यय होगा।


🙍‍♀️कन्या

विवाद को बढ़ावा न दें। चोट व दुर्घटना के प्रति सावधानी आवश्यक है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। बनते कामों में विघ्न आ सकते हैं। चिंता तथा तनाव रहेंगे। बेकार बातों की तरफ ध्यान न दें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय होगी। फालतू खर्च होगा।


⚖️तुला

धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। तीर्थयात्रा की योजना बनेगी। कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। निवेश में सोच-समझकर हाथ डालें। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। दुष्टजनों से सावधान रहें। प्रमाद न करें।


🦂वृश्चिक

विवाद को बढ़ावा न दें। फालतू खर्च होगा। अपेक्षाकृत कार्यों में विलंब होगा। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। किसी व्यक्ति के बहकावे में न आएं। परिवार के किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य पर खर्च होगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में नि‍श्चितता रहेगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। जल्दबाजी न करें।


🏹धनु

शेयर मार्केट, म्युचुअल फंड से मनोनुकूल लाभ होगा। बेरोजगारी के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। कोई बड़ी समस्या का हल सहज ही होगा। समय अनुकूल है। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें।


🐊मकर

लाभ के अवसर हाथ आएंगे। मेहनत का फल मिलेगा। मान-सम्मान मिलेगा। मित्रों का सहयोग कर पाएंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार लाभदायक रहेगा। निवेश शुभ रहेगा। ऐश्वर्य के साधनों पर खर्च होगा। घर-बाहर सुख-शांति रहेगी। भाग्य का साथ रहेगा। प्रमाद न करें।


🍯कुंभ

किसी बड़े काम को करने की तीव्र इच्छा जागृत होगी। आर्थिक उन्नति की योजना बनेगी। व्यापार लाभदायक रहेगा। कार्यस्थल पर परिवर्तन हो सकता है। नए उपक्रम प्रारंभ हो सकते हैं। कार्यसिद्धि होगी। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। मान-सम्मान मिलेगा। जल्दबाजी से काम बिगड़ सकते हैं। थकान व कमजोरी रहेगी।


🐟मीन

यात्रा लाभदायक रहेगी। रुका हुआ धन प्राप्त हो सकता है। आय में वृद्धि होगी। लाभ में वृद्धि होगी। कारोबार में वृद्धि होगी। शेयर मार्केट से लाभ होगा। व्यापार ठीक चलेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। समय की अनुकूलता का लाभ लें। विरोधी सक्रिय रहेंगे। स्वास्थ्‍य का ध्यान रखें। पारिवारिक चिंता रहेगी। जो‍खिम न लें।


🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏

🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺

*आचार्य  पवन  पाराशर (वृन्दावन)*

 मुख्यमंत्री ने दी प्रदेशवासियों को धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन पूजा एवं भैयादूज की शुभकामनाएँ*


धनतेरस 2025


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को धनतेरस, दीपावली, गोवर्धन पूजा तथा भैयादूज की शुभकामनायें दी है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों की सुख-शांति और समृद्धि की कामना करते हुए कहा है कि धनतेरस आरोग्यता के देव भगवान धन्वंतरी की पूजा का पर्व है। भगवान धन्वंतरी हम सबके जीवन में सुख-समृद्धि एवं आरोग्यता प्रदान करें इसकी उन्होंने कामना की है।



मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने दीपावली के पावन पर्व को सुख, समृद्धि और संपन्नता का प्रतीक बताते हुए सभी प्रदेशवासियों को दीपावली के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा कि माँ लक्ष्मी और भगवान श्री गणेश जी के आशीर्वाद से हम सभी के जीवन में सुख समृद्धि, शांति एवं आरोग्यता का संचार हो।



मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपावली का यह पर्व केवल रोशनी, उत्साह और आनन्द का ही नही बल्कि आत्मनिर्भरता और स्वाभिमान का भी प्रतीक है। दीपावली राष्ट्रीय अस्मिता और गौरव का भी पर्व है। प्रकाश का यह पर्व हम सब के जीवन में धन, वैभव, यश, एश्वर्य और सम्पन्नता लेकर आये इसकी भी मुख्यमंत्री ने कामना की है।

 

 धनतेरस का पंचांग और शुभ मुहूर्त इस प्रकार है:


हिंदी पंचांग के अनुसार इस साल धनतेरस का त्योहार 18 अक्टूबर, 2025 दिन शनिवार से  मनाई जाएगी। 

Dhanteras 2022


धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त - कल प्रदोष काल शाम 5 बजकर 48 मिनट से शुरू होकर रात 8 बजकर 20 मिनट तक रहेगा. वृषभ काल शाम 7 बजकर 16 मिनट से शुरू होकर 9 बजकर 11 मिनट तक रहेगा. पूजा मुहूर्त शाम 7 बजकर 16 मिनट से रात 9 बजकर 11 मिनट तक रहेगा.


खरीदारी का शुभ मुहूर्त : अमृत काल सुबह 8 बजकर 50 मिनट से 10 बजकर 33 मिनट तक रहेगा.

अभिजित मुहूर्त: दोपहर 12 बजकर 1 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा. 

लाभ उन्नति चौघड़िया मुहूर्त: दोपहर 1 बजकर 51 मिनट से लेकर दोपहर 3 बजकर 18 मिनट तक रहेगा.


  पूजा और दीपदान करना फलदायी साबित होगा।
 

धनतेरस पर कौन से उपाय करने से मिलेगा लाभ?

धनतेरस के दिन धन्वंतरि का पूजन करना चाहिए. साथ ही नवीन झाडू एवं सूपड़ा खरीदकर भी उनका पूजन करना चाहिए। इस दिन सायंकाल दीपक प्रज्वलित कर घर, दुकान आदि को श्रृंगारित करना फलदायी साबित होता है। इस दिन लोग मंदिर, गोशाला, नदी के घाट, कुओं, तालाब, बगीचों में भी दीपक लगाएं।


 क्यों मनाते हैं धनतेरस? कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को धनतेरस का पर्व मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन समुद्र मंथन से भगवान धन्वंतरि उत्पन्न हुए थे। इनके उत्पन्न होने के समय इनके हाथ में एक अमृत कलश था जिस कारण धनतेरस पर बर्तन खरीदने का भी रिवाज है। मान्यता है कि इस दिन खरीदारी करने से उसमें तेरह गुणा वृद्धि होती है। धनतेरस पर कई लोग धनिया के बीज भी खरीदते हैं। पिर दिवाली वाले दिन इन बीजों को लोग अपने बाग-बगीचों में बोते हैं।

इसके अलावा धनतेरस के दिन लोग झाडू, पानी भरने का बर्तन, मां लक्ष्मी की मूर्ति और दीयों की खरीददारी भी करते हैं।


 इसलिए मनाते हैं धनतेरस:

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, समुद्र मंथन के समय शरद पूर्णिमा को चंद्रमा, कार्तिक द्वादशी को कामधेनु गाय, त्रयोदशी को धनवन्तरि, चतुर्दशी को मां काली और अमावस्या को लक्ष्मी माता सागर से उत्पन्न हुई थीं। कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को धनवन्तरि का जन्म माना जाता है, इसलिए धनवन्तरि के जन्मदिवस के उपलक्ष में धनतेरस मनाया जाता है।


  धनतेरस के दिन कुबेर की ऐसे करें पूजा :

धनतेरस के दिन धन के देवता कुबेर की पूजा की जाती है। मान्‍यता है कि उनकी पूजा करने से व्‍यक्ति को जीवन के हर भौतिक सुख की प्राप्‍ति होती है। इस दिन भगवान कुबेर की प्रतिमा या फोटो धूप-दीपक दिखाकर पुष्‍प अर्पित करें। फिर दक्षिण दिशा की ओर हाथ जोड़कर सच्‍चे मन से इस मंत्र का उच्‍चारण करें:



- ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये
  धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥




धनतेरस के दिन इसलिए जलाया जाता है यम के लिए दीपक:


धनतेरस के दिन सोने-चांदी, धातु की चीजें, बर्तन आदि की खरीदारी शुभ मानी जाती है। लेकिन इसके अलावा धनतेरस के दिन मृत्‍यु के देवता यमराज की पूजा भी की जाती है। इस दिन संध्‍या के समय घर के मुख्‍य दरवाजे के दोनों ओर अनाज के ढेर पर मिट्टी का बड़ा दीपक रखकर उसे जलाएं। दीपक का मुंह दक्षिण दिशा की ओर होना चाहिए। दीपक जलाते समय इस मंत्र का जाप करें:

मृत्‍युना दंडपाशाभ्‍यां कालेन श्‍याम्‍या सह|
त्रयोदश्‍यां दीप दानात सूर्यज प्रीयतां मम ||




इसलिए मनाते हैं धनतेरस:

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, समुद्र मंथन के समय शरद पूर्णिमा को चंद्रमा, कार्तिक द्वादशी को कामधेनु गाय, त्रयोदशी को धनवन्तरि, चतुर्दशी को मां काली और अमावस्या को लक्ष्मी माता सागर से उत्पन्न हुई थीं। कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को धनवन्तरि का जन्म माना जाता है, इसलिए धनवन्तरि के जन्मदिवस के उपलक्ष में धनतेरस मनाया जाता है।




 श्री केदारनाथ धाम:* 

• *बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी सहित केदार सभा के पदाधिकारी /सदस्य रहे मौजूद* 

*बैठक में  उपस्थित महानुभावों ने धाम की गरिमा , यात्रियों की सुविधा और निरंतर समन्वय पर हुई चर्चा


*बीकेटीसी और केदार सभा मिलकर यात्रा को सफल, सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए करेंगे संयुक्त प्रयास*






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श्री केदारनाथ धाम, 17 अक्टूबर


 श्री केदारनाथ धाम में आज शुक्रवार को दीपावली से पहले श्री बदरीनाथ - केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी )तथा केदारनाथ तीर्थ पुरोहितों की शीर्ष संस्था श्री केदार सभा की बैठक बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी  तथा केदार सभा पदाधिकारियों की उपस्थिति में उत्साहपूर्ण माहौल में संपन्न हुई। 


बैठक में देश विदेश से श्री केदारनाथ धाम पहुंच रहे तीर्थ यात्रियों को सहज , सुगम दर्शन व्यवस्था,श्री केदारनाथ धाम में धार्मिक रीति परंपराओं के निर्वहन , हक हकूकों के सरंक्षण, पूजा-अर्चना, निर्माण कार्यों, मंदिर के निकट रील बनाने , वीडियो ग्राफी, फोटोग्राफी पर नियंत्रण सहित यात्रा व्यवस्थाओं पर वृहत्त चर्चा हुई ।


श्री बदरीनाथ - केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष श्री हेमंत द्विवेदी ने  केदारनाथ धाम से बताया कि श्री केदारसभा के साथ बीकेटीसी की संयुक्त बैठक में यात्री सुविधा और धाम की मर्यादा को लेकर अनेक बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा हुई ।


उन्होंने कहा केदारनाथ के तीर्थ पुरोहितगण श्री केदारनाथ तीर्थयात्रा के अभिन्न और महत्वपूर्ण अंग है तथा बीकेटीसी परिवार के सदस्य भी है।


इस यात्रा वर्ष भी बीकेटीसी तथा श्री केदार सभा के समन्वय से ही श्री केदारनाथ यात्रा सकुशल रही, अभी तक रिकार्ड 17,20,855 श्रद्धालुओं ने दर्शन कर लिए है।


शेई द्विवेदी ने कहा कि श्री केदारनाथ धाम के कपाट 23 अक्टूबर को बंद हो रहे है प्रसन्नता का विषय है कि सभी के आपसी सहयोग से इस सत्र की यात्रा संपन्न होने के निकट है।



श्री केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी की गरिमामय उपस्थिति में केदारसभा ने अपने दीर्घकालिक

अनुभव के आधार पर महत्वपूर्ण सुझाव दिए । श्री तिवारी ने कहा सनातनी मूल्यों और परंपराओं का कड़ाई से पालन हो। यात्रियों को धाम की गरिमा और मर्यादा से विनम्रता से परिचित कराया जाय। 


मंदिर समिति अध्यक्ष श्री द्विवेदी ने कहा कि तीर्थयात्रियों की सुविधा एवं धार्मिक व्यवस्थाओं के सौहार्दपूर्ण संचालन के उद्देश्य से श्री केदार सभा और श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) की आज की बैठक अनेक दीर्घकालिक सकारात्मक संकल्पों के साथ संपन्न हुई।


बैठक में मंदिर समिति के पदाधिकारियों एवं श्री केदार सभा के प्रतिनिधियों ने कहा कि धार्मिक परंपराओं की गरिमा के साथ यात्रियों की सुविधा कार्ययोजना पर कार्य होंगे साथ ही तीर्थयात्रियों को सरल सुगम दर्शन व्यवस्था, आवास एवं पेयजल ,स्वच्छता, अलाव व्यवस्था संबंधी सुविधाएँ उपलब्ध कराने हेतु कपाट बंद होने तक लागातार कार्य किये जायेंगे जिसमें स्थानीय लोगों की सहभागिता सुनिश्चित की जायेगी।


बैठक में बीकेटीसी उपाध्यक्ष विजय कप्रवाण, बीकेटीसी सदस्य प्रह्लाद पुष्पवान,श्री केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी,  मंत्री राजेन्द्र तिवारी, तीर्थ पुरोहित संतोष त्रिवेदी,पंकज शुक्ला,संजय तिवारी, अंकित सेमवाल, अनिल शुक्ला उमेश पोस्ती, प्रदीप शुक्ला प्रभारी अधिकारी यदुवीर पुष्पवान सहित बड़ी संख्या में तीर्थपुरोहित एवं हकहकूकधारी, बीकेटीसी अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।



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