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 देहरादून 12 अगस्त को देहरादून जनपद में येलो अलर्ट के मध्य नजर सभी शैक्षणिक का संस्थानों मे अवकाश

holiday in educational institute 13 august 2025 dehradun

 घोषित किया गया है।


 मौसम विभाग के अनुसार

आने वाले कुछ दिन चुनौतीपूर्ण है, अलर्ट रहें मौसम विज्ञान अधिकारी-आनंद शर्मा


*रेड व ऑरेंज अलर्ट को लेकर आपदा प्रबंधन अधिकारियों के साथ बैठक*


*एसीईओ प्रशासन आनंद स्वरूप ने कहा-पूरी तैयारी रखें जनपद* 


देहरादून;



आगामी कुछ दिनों में विभिन्न जनपदों के लिए जारी रेड एवं ऑरेंज अलर्ट के मद्देनज़र अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी-प्रशासन श्री आनंद स्वरूप ने सभी जिलों के आपदा प्रबंधन अधिकारियों के साथ विस्तृत समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने सभी जिलों की मौजूदा स्थिति, वर्षा, जलभराव वाले क्षेत्रों तथा प्रभावित इलाकों की जानकारी ली। श्री आनंद स्वरूप ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी विभाग पूरी तैयारी में रहें। जिन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी है, वहां विशेष सतर्कता बरती जाए और अगले तीन दिनों के भारी वर्षा के पूर्वानुमान को देखते हुए किसी भी चुनौती से निपटने के लिए फील्ड स्तर तक तैयारियां सुनिश्चित की जाएं।

उन्होंने संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखने, नदियों का जलस्तर बढ़ने की स्थिति में नदी किनारे रहने वाले लोगों को पूर्व सूचना देने और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए नदी किनारों और संवेदनशील इलाकों में अलार्म सिस्टम को सक्रिय रखने एवं चेतावनी संकेत बोर्ड लगाए जाएं।

श्री स्वरूप ने कहा कि मैदानी क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए नाव, राफ्ट जैसी व्यवस्थाएं पहले से अलर्ट मोड पर रखी जाएं। साथ ही जेसीबी और पोकलैंड मशीनों की एडवांस व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि सड़क बंद होने की स्थिति में त्वरित कार्रवाई हो सके। उन्होंने राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र को हर परिस्थिति की जानकारी तुरंत उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने कहा कि जो भी मौसम संबंधी एलर्ट राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से जनपदों को भेजे जा रहे हैं, उन्हें आम जन तक पहुंचाया जाएं। 

बैठक में अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रियान्वयन डीआईजी श्री राजकुमार नेगी ने कहा कि जितनी बेहतर तैयारी होगी, उतना ही प्रभावी ढंग से आपदाओं का सामना किया जा सकेगा। उन्होंने जिलों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने और आईआरएस को 24 घंटे सक्रिय रखने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जनपदों के ऊपरी क्षेत्रों में वर्षा की स्थिति पर विशेष नजर रखी जाए, क्योंकि वहां अधिक वर्षा होने पर निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ की आशंका बढ़ सकती है। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि आने वाले कुछ दिन चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं, इसलिए 24 घंटे सतर्क और अलर्ट मोड पर रहना अनिवार्य है। इस अवसर पर संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मो0 ओबैदुल्लाह अंसारी, डॉ. पूजा राणा, श्री हेमंत बिष्ट, डॉ, वेदिका पन्त, श्रीमती तंद्रीला सरकार आदि मौजूद थे।


आपदा की स्थिति में कॉल करें

देहरादून। किसी भी प्रकार की आपदा की सूचना ैम्व्ब्/ राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष के फोन नम्बरों 0135-2710335, 0135-2710334, टोल फ्री नं0 1070, 1077, 9058441404 एवं 8218867005 पर तत्काल उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करेंगे

12 और 13 अगस्त को रेड अलर्ट 

दिनांक 11.08.2025 को राज्य के देहरादून, टिहरी गढ़वाल, हरिद्वार, पौड़ी गढ़वाल, नैनीताल, बागेश्वर, चम्पावत एवं ऊधमसिंह नगर जनपदों में अत्यधिक वर्षा होने की सम्भावना है (रेड अलर्ट) साथ ही अन्य शेष जनपदों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है (ऑरेंज अलर्ट)।

दिनांक 12.08.2025 को राज्य के हरिद्वार, नैनीताल तथा ऊधम सिंह नगर आदि जनपदों में अत्यधिक वर्षा होने की सम्भावना है (रेड अलर्ट) तथा देहरादून, टिहरी, पौड़ी गढ़वाल, बागेश्वर तथा चम्पावत आदि जनपदों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है (ऑरेंज अलर्ट) साथ ही अन्य शेष जनपदों में मध्यम से भारी वर्षा होने की संभावना है (येलो अलर्ट)

दिनांक 13.08.2025 को राज्य के देहरादून, टिहरी, पौड़ी गढ़वाल, हरिद्वार, नैनीताल, बागेश्वर तथा उधम सिंह नगर आदि जनपदों में अत्यधिक वर्षा होने की सम्भावना है (रेड अलर्ट) साथ ही अन्य शेष जनपदों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है (ऑरेंज अलर्ट)।

दिनांक 14.08.2025 को राज्य के समस्त जनपदों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है (ऑरेंज अलर्ट)।

दिनांक 15.08.2025 को राज्य के देहरादून, टिहरी, पौडी गढ़वाल, नैनीताल, बागेश्वर एवं चम्पावत आदि जनपदों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है (ऑरेंज अलर्ट) साथ ही राज्य के शेष जनपदों में मध्यम से भारी वर्षा होने की संभावना है (येलो अलर्ट)


जनपदों को जारी किए गए दिशा-निर्देश

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से रेड अलर्ट को देखते हुए सभी जनपदों को निम्नलिखित दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।

प्रत्येक स्तर पर तत्परता एवं सुरक्षा बनाये रखते हुए आवागमन में नियंत्रण बरता जाये।

किसी भी आपदा/दुर्घटना की स्थिति में त्वरित स्थलीय कार्यवाही करते हुए सूचनाओं का तत्काल आदान-प्रदान किया जायें।

आपदा प्रबन्धन प्त्ै प्रणाली के नामित समस्त अधिकारी एवं विभागीय नोडल अधिकारी हाई अलर्ट में रहेंगे।

किसी भी मोटर मार्ग के बाधित होने की दशा में उसे तत्काल खुलवाना सुनिश्चित करेंगे।

समस्त राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी अपने तैनाती क्षेत्रों में बने रहेंगे।

समस्त चौकी/थाने भी आपदा सम्बन्धी उपकरणों एवं वायरलैस सैट आदि सहित हाई अलर्ट में रहेंगे।

उक्त अवधि में किसी भी अधिकारी/कर्मचारी के मोबाईल/फोन स्विच ऑफ नहीं रहेंगे।

अधिकारीगण बरसाती, छाता, टार्च, हैलमेट तथा कुछ आवश्यक उपकरण एवं सामग्री अपने वाहनों में अपने स्तर से रखने हेतु उचित कार्यवाही करेंगे।

उक्त अवधि में लोगों के फँसे होने की स्थिति पर खाद्य सामग्री व मेडिकल की व्यवस्था की जायें।

विद्यार्थियों की सुरक्षा के दृष्टिगत विद्यालयों में सावधानी बरती जायें।

असामान्य मौसम, भारी वर्षा की चेतावनियों के दौरान उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों के आवागमन को अनुमति न दी जाये।

सम्बन्धित जनपदों के जिला सूचना अधिकारी उक्त चेतावनी/सूचना को आम जनमानस तक दृश्य एवं प्रिन्ट मीडिया से प्रसारित करना सुनिश्चित करेंगे व आम जनमानस को सूचित किया जाये कि वह इस अवधि में अनावश्यक घर से बाहर न निकले।

भू-स्खलन के लिए संवेदनशील मार्गों पर पहले से ही उपकरणों की उचित व्यवस्था करना सुनिश्चित करें।

 अगले  03 घंटों मे ( ऑरेंज अलर्ट दिनांक 11.08.2025, 08:33 PM  बजे  से  12.08.2025, 00:00  AM बजे तक K) *जनपद* - बागेश्वर, टिहरी गढ़वाल, देहरादून, पौडी गढ़वाल, पिथौरागढ में अलग-अलग स्थानों पर *यथा*- जानकी चट्टी, बाराहाट रेंज, बड़कोट, पुरोला, मसूरी, चकराता, श्रीनगर, गोविंद घाट, कर्णप्रयाग, कपकोट, चौखुटिया, घाट तथा इनके आस पास के क्षेत्रों मे मध्यम से भारी वर्षा/तीव्र से बहुत तीव्र वर्षा/बिजली के साथ गरज के साथ तूफान आने की संभावना है।

 

छिददरवाला  : 



साहबनगर में सौग नदी का जलस्तर देखने गए कुछ ग्रामीणों ने अचानक धमकाने जैसी आवाज सुनी, जिसके बाद वे घबराकर वहां से भाग गए। कुछ देर बाद उन्होंने नदी किनारे एक टावर को गिरा हुआ देखा। ग्रामीणों ने तुरंत इसकी सूचना नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अम्बर गुरूंग को दी, जिन्होंने संबंधित विभाग को सूचित किया।


जानकारी के अनुसार, सौग नदी के तेज बहाव में अन्य राज्यों को विद्युत आपूर्ति करने वाले दो विद्युत टावर बहाव में गिर गए हैं, जबकि तीसरा टावर भी क्षतिग्रस्त हो गया है।


सूचना मिलते ही पावर ग्रिड की टीम मौके पर पहुंची। इस दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी घटनास्थल पर इकट्ठा हो गए। इस स्थानीय रायवाला पुलिस भी मौके पहुंची | इस  मौके पर साहबनगर जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी अनीता राणा भी पहुंचीं और ग्रामीणों से घटना की विस्तृत जानकारी ली।

 ऋषिकेश :  

33 KV line washed away in flood rishikesh


।सोमवार दोपहर करीब डेढ़ बजे उफनाती सौंग नदी में आई बाढ़ की चपेट में आने से ऊर्जा निगम की 33 केवी लाइन का एक विद्युत पोल और लगभग 400 मीटर केबल बह गई। इसके साथ ही आसपास के कई पोल भी क्षतिग्रस्त हो गए।

इससे वीरभद्र पावर सप्लाई केंद्र से रायवाला सब स्टेशन की विद्युत आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई। बिजली बाधित होने से सैन्य छावनी, प्रतीतनगर, रायवाला, खांड गांव और गौहरीमाफी ग्राम पंचायत सहित कई क्षेत्रों में अंधेरा छा गया।

ऊर्जा निगम के एसडीओ राजीव कुमार ने बताया कि बाढ़ से विद्युत लाइन को भारी नुकसान हुआ है। आपूर्ति बहाल करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है और मंगलवार दोपहर तक बिजली बहाल होने की संभावना है।

बीकेटीसी ने श्री तुंगनाथ मंदिर संरक्षण संबंधी डीपीआर हेतु   सीबीआरआई से संपर्क किया: हेमंत द्विवेदी


देहरादून/रूद्रप्रयाग: 

third kedar  tungnath jj


 समुद्र तल से 12074 फीट की ऊंचाई पर स्थित तृतीय केदार के नाम से विख्यात श्री तुंगनाथ मंदिर के संरक्षण एवं जीर्णोद्धार - रखरखाव हेतु श्री बदरीनाथ - केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी) ने प्रयास तेज कर दिये है।


बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने बताया कि बीकेटीसी श्री तुंगनाथ मंदिर के सरंक्षण एवं रखरखाव हेतु प्रतिबद्ध है।

 वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर)  दिल्ली तथा केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआई) रुड़की तृतीय केदार श्री तुंगनाथ मंदिर के निर्माण और विकासात्मक गतिविधियों के लिए बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) को विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर रही है  और तकनीकी सहायता भी  प्रदान करेगी।

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई),  भारतीय भू वैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) और सीबीआरआई  द्वारा पहले भी  श्री तुंगनाथ  मंदिर क्षेत्र का दौरा किया जा चुका है‌।


बताया कि सीबीआरआई की तकनीकी सहायता से बीकेटीसी द्वारा श्री तुंगनाथ मंदिर संरक्षण,रखरखाव एवं निर्माण कार्य किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि पिछले माह बीकेटीसी ने सीबीआरआई को श्री  तुंगनाथ मंदिर के रखरखाव संरक्षण हेतु निरीक्षण आख्या एवं उपचारात्मक उपायों की रूप रेखा प्रेषित करते हुए डीपीआर बनाने का अनुरोध किया था जिस पर कार्य गतिमान है।


तुंगनाथ के संरक्षण, रखरखाव परियोजना में वरिष्ठ  वैज्ञानिक डॉ. मनोजीत सामंत, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. देबदत्त घोष, निदेशक प्रो. आर. प्रदीप कुमार और सीबीआरआई की विशेषज्ञ टीम शामिल है।


कैबिनेट मंत्री डॉ. रावत ने आपदा को लेकर बुलाई बैठक, उच्चाधिकारियों  को दिये निर्देश*

कहा, मासौं व सैंजी के 35 परिवारों के विस्थापन व पुनर्वास प्रक्रिया करें शुरू

क्षतिग्रस्त पुलों, मोटरमार्गों व स्कूलों का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू करने के निर्देश

 

देहरादून;



श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत पाबों, थलीसैण व खिर्सू विकासखण्डों में आपदा से हुये नुकसान के आंकलन के लिये संबंधित विभागों की टीम को मौके पर भेजने के निर्देश उच्चाधिकारियों को दिये हैं, जो कि आपदाग्रस्त क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर दैवीय आपदा से हुये नुकसान का आंकलन करते हुये रिपोर्ट शासन को उपलब्ध करायेगी। इसके साथ ही क्षेत्र के क्षतिग्रस्त विद्यालयों, मोटरमार्गों व पुलिया आदि का निर्माण कार्य तत्काल शुरू करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये। जिसके लिये आपदा मद से धनराशि जारी करने का अधिकारी शासन द्वारा जिलाधिकारी व मण्डलायुक्त को दिया गया है। आपदा की जद में आये विभिन्न गांवों के विस्थापन व पुनर्वास की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश भी जिलाधिकारी को दिये गये हैं। 


सूबे कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने आज सचिवालय स्थित डीएमएमसी सभागार में आपदा को लेकर विभिन्न विभागों के उच्चाधिकारियों की संयुक्त बैठक ली। जिसमें उन्होंने श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत पाबों, थलीसैण व खिर्सू विकासखण्डों में आपदा से हुये नुकसान के आंकलन को विभिन्न विभागों की संयुक्त  टीम प्रभावित गांवों में भेजने के निर्देश दिये, जो आपदा से हुये नुकसान का सटीक आंकलन कर विस्तृत रिपोर्ट शासन को सौंपेगी। डॉ. रावत ने बैठक में आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन व जिला अधिकारी पौड़ी को क्षेत्र के क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों, मोटर मार्गों, पुलों व स्कूलों के निर्माण कार्य शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिये। जिसके लिये आपदा मद से धनराशि जारी करने के अधिकार जिलाधिकारी व मण्डालायुक्त को पूर्व में सरकार द्वारा दिये जा चुके हैं। जिसके तहत निर्माण कार्यों के लिये जिलाधिकारी अपने स्तर से 1 करोड़ जबकि मण्डालयुक्त 5 करोड़ तक की धनराशि जारी कर सकते हैं। इसके अलावा सरकार ने क्षतिग्रस्त स्कूलों के निर्माण को आपदा मद से  20 करोड़ की धनराशि जारी है, उन्होंने महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा को उक्त धनराशि में से आवश्यकता अनुसार सभी जनपद को आवंटित करने के निर्देश दिये ताकि क्षतिग्रस्त स्कूलों का निर्माण समय पर किया जा सके। इसके अलावा उन्होंने आपदा की जद में आये सैंजी व मासों गांवों के लगभग 35 परिवारों के विस्थापन व पुनर्वास की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश भी जिलाधिकारी को दिये।

बैठक में डॉ. रावत ने कहा कि पाबौं, खिर्सू, पैठाणी, थलीसैण, श्रीनगर व चौथान क्षेत्र में करीब 66 गांवों में जलापूर्ति बाधित है जबकि 11 गांवों में विद्युत लाइने क्षतिग्रस्त है। इसके अलावा दर्जनों सड़कें आपदा में बह गई हैं, जिससे आम जनमानस को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। उन्होंने संबंधित विभागीय अधिकारियों को जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित कर प्रभावित क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाएं शीघ्र बहाल करने के निर्देश दिये। इसके अलावा उन्होंने वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान के विशेषज्ञों का एक दल शीघ्र क्षेत्र में भेजने के निर्देश भी दिये ताकि आपदाग्रस्त क्षेत्रों की भूगर्भीय सर्वेक्षण रिपोर्ट तैयार कर भविष्य में ठोस योजनाएं तैयार  की जा सके। 


बैठक में लोक निर्माण विभाग, आपदा प्रबंधन, विद्यालयी शिक्षा, ऊर्जा, पेयजल, ग्राम विकास, कृषि, ब्रिडकुल, पीएमजीएसवाई आदि विभागों के उच्चाधिकारी मौजूद रहे।



 देहरादून:



जिला पंचायत के अध्यक्ष / उपाध्यक्ष के नामांकन पत्र के संबंध में आयोग के पत्र संख्या 2207 / रा०नि०आ-2 / 4433 / 2025 दिनांक 02.08.2025 तथा क्षेत्र पंचायत के प्रमुख एवं उप प्रमुखों के नामांकन पत्र के संबंध में आयोग के पत्र संख्या 2208 / रा०नि०आ-2/4486/ 2025 दिनांक 02.08.2025 का संदर्भ ग्रहण करने का कष्ट करें .

जिसमें उक्त पदों के निर्वाचन में नाम निर्देशन पत्रों की बिक्री निर्वाचन की अधिसूचना से प्रतिदिन जिला पंचायत / क्षेत्र पंचायत मुख्यालय पर पूर्वाह्न 11.00 बजे से अपराह्न 03.00 बजे तक निर्वाचन अधिकारी (रिटर्निंग आफीसर ) / सहायक निर्वाचन अधिकारी (असिसटेंट रिटर्निंग ) द्वारा किये जाने के निर्देश दिये गये हैं।


इस संबंध में कतिपय जनपदों द्वारा वीडियों कॉफ्रेंसिंग में की गई जिज्ञासा के क्रम में आयोग की ओर से मुझे यह कहने का निदेश हुआ है कि नाम निर्देशन पत्रों की बिक्री निर्वाचन की अधिसूचना से प्रतिदिन जिला पंचायत / क्षेत्र पंचायत मुख्यालय पर पूर्वाह्न 10.00 बजे से अपराह्न 03.00 बजे तक तथा नामांकन के दिनांक 11.08.2025 को नामांकन पत्रों की बिक्री पूर्वाह्न 10.00 बजे से अपराह्न 01.00 बजे तक की जायेगी। 


उक्त के अतिरिक्त दिनांक 09.08.2025 रक्षा बन्धन अवकाश को छोड़कर अन्य सार्वजनिक अवकाश दिवसों में भी नामांकन पत्रों की बिक्री की जायेगी।



लिमचीगाड के बेली ब्रिज का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है और पुल आवागमन के लिए खोल दिया गया है। अब इस पुल के माध्यम से न केवल राहत सामग्री और मशीनरी तेजी से आगे भेजी जा रही है, बल्कि स्थानीय लोगों की आवाजाही भी फिर से सुचारु हो गई है। आपदा के इस कठिन समय में हमारी सरकार जनजीवन को सामान्य बनाने के लिए पूरी तत्परता से कार्य कर रही है।


*मुख्यमंत्री  ने धराली आपदा में क्षतिग्रस्त निजी और सार्वजनिक  संपत्ति के आकलन तैयार करने हेतु 7 दिन की टाइमलाइन दी* 





 *धराली आपदा में ध्वस्त हुए कल्प केदार देवता के मंदिर का पुनः  निर्माण  किया जाएगा- सीएम धामी* 



 *हर्षिल तक की रोड कनेक्टिविटी 2 दिन में आरंभ करने के निर्देश* 



 *धराली ग्राम प्रधान व ग्रामीणों ने सीएम धामी के स्वयं तीन दिन तक  धराली में उनके साथ बने रहने व उनका हौसला बनाए रखने, प्रभावी राहत एवं बचाव कार्यों के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया*  

 *धराली के लोग मेरे अपने, प्रभावितों का बेहतरीन विस्थापन किया जाएगा- सीएम धामी* 



 *मुख्यमंत्री ने बचाव व राहत कार्यों में लगे कार्मिकों  की  प्रशंसा की,  रक्षाबंधन के पर्व पर भी  अपने घरों से दूर पूरे मनोयोग से राहत एवं बचाव कार्यों को समर्पित रहे कार्मिक*  



 *राहत - बचाव कार्यों में लगी सरकारी मशीनरी का उत्साहवर्धन करने की अपील* 



 *मुख्यमंत्री ने की व्यापक जन सहयोग की भी अपेक्षा की, सभी को नकारात्मक एवं भ्रामक प्रचार से बचना चाहिए* 



 *धराली के 108 बेघर परिवारों से  निरंतर संपर्क एवं संवाद बनाएं रखेगे डीएम- मुख्यमंत्री* 


 *धराली आपदाग्रस्त क्षेत्र के चैनेलाइजेशन के लिए जियोलॉजिस्ट की टीम को सोमवार सुबह रवाना करने के मुख्यमंत्री के निर्देश* 



सीएम धामी ने  जिलाधिकारी सहित  संबंधित विभागों के सचिवों को धराली  आपदाग्रस्त क्षेत्र में क्षतिग्रस्त हुए निजी और सार्वजनिक  संपत्ति के आकलन को 7 दिन की टाइमलाइन  में तैयार करने के निर्देश दिए हैं | इस संबंध में आठ संबंधित विभागों द्वारा प्रारंभिक रिपोर्ट दे दी गई है | मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को यह आकलन तैयार होते ही भारत सरकार को भेजने की निर्देश दिए हैं |  इसके साथ ही सीएम ने धराली सहित राज्य के सभी आपदाग्रस्त क्षेत्रों हेतु सरकार की ओर से दी जा रही तात्कालिक सहायता वितरण कार्य जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं | मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने स्पष्ट किया कि यह सहायता राशि तात्कालिक रूप से प्रभावितों  को प्रदान की जा रही है, इस संबंध में किसी भी प्रकार की नकारात्मकता ना फैलाई जाए | मुख्यमंत्री ने कहा कि धराली आपदा में ध्वस्त हुए कल्प केदार देवता के मंदिर का निर्माण भी किया जाएगा | मुख्यमंत्री ने कहा कि धराली के लोग हमारे अपने लोग हैं, उनका बेहतरीन विस्थापन किया जाएगा, इस सम्बन्ध में  कोई कमी नहीं की जाएगी | मुख्यमंत्री ने राहत - बचाव कार्यों में लगी सरकारी मशीनरी का उत्साहवर्धन करने की अपील की,  उन्होंने इसमें जन सहयोग की भी अपेक्षा की | मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में  सभी को भ्रामक एवं नकारात्मक प्रचार से बचना चाहिए | 



मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी रविवार  को आपदा कन्ट्रोल रूम, आई०टी०पार्क, सहस्त्रधारा रोड, देहरादून में आपदाग्रस्त क्षेत्रों में चल रहे  रेस्क्यू ऑपरेशन  की समीक्षा कर रहे थे   | 


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने धराली- हर्षिल आपदाग्रस्त क्षेत्र में हर्षिल तक  सड़क मार्ग को युद्धस्तर पर कार्य करते हुए मंगलवार तक सुचारु करने के निर्देश दिए हैं | इस संबंध में लोक निर्माण विभाग सहित संबंधित एजेंसियो  ने जानकारी दी है कि आज शाम लिमचीगाड़ ब्रिज संचालित होते ही, हर्षिल तक की रोड कनेक्टिविटी 2 दिन के भीतर आरंभ कर दी जाएगी | सड़क के जल्द से जल्द निर्माण हेतु सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई है | 



 मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी  को धराली आपदा में 108 बेघर हुए परिवारों से निरंतर सम्पर्क एवं संवाद बनाते हुए   तात्कालिक रूप से उनके रहने, भोजन दवाइयों एवं आवश्यक सुविधाए उपलब्ध कराने के लिए बेहतरीन व्यवस्थाए करने के निर्देश दिए हैं |  


 मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि धराली आपदा ग्रस्त क्षेत्र के चैनेलाइजेशन के लिए सोमवार की सुबह ही आईआईटी रुड़की, सी एस आर ई एवं अन्य विशेषज्ञ एजेंसीयों के जियोलॉजिस्ट की एक टीम तत्काल रवाना की जाए  | 



 आज की बैठक में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी  ने वर्चुअल माध्यम से  ग्राम प्रधान सहित धराली के आपदा प्रभावितो से बात की  |  धराली ग्राम प्रधान तथा अन्य  ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के स्वयं तीन दिन तक  धराली में उनके साथ बने रहने, उनका हौसला बनाए रखने, आपदा आकलन हेतु तत्काल त्रिस्तरीय समिति बनाने, मुआवजा वितरण  की प्रक्रिया तुरंत आरंभ करने एवं प्रशासन द्वारा प्रभावी राहत एवं बचाव कार्यों के लिए आभार व्यक्त किया |



   धराली व पौड़ी आपदा के राहत एवं बचाव कार्यों में निरंतर लगे सभी सरकारी अधिकारियों एवं कार्मिकों  की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि रक्षाबंधन पर्व के दौरान भी  अपने घरों से दूर रहते हुए धराली एवं अन्य आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में निरंतर  पूरे मनोयोग से कार्य करते हुए सभी अधिकारियों एवं कार्मिक, पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, विभिन्न एजेंसियों  एवं सेना के जवानों  ने जो हिम्मत दिखाई है,  वह अत्यंत प्रशंसनीय है  |


 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारी पौड़ी से भी  आपदा रावत बचाव कार्यों की जानकारी प्राप्त की| डीएम पौड़ी श्रीमती स्वाति भदौरिया ने बताया कि पौड़ी के 338 गांव आपदा प्रभावित है | आपदा प्रभावित सैंजी गांव के  क्षतिग्रस्त घरों का आकलन कर दिया गया है | अभी तक प्रभावितों को 50.86 लाख रुपए का मुआवजा वितरण कर दिया गया है | जनपद में राहत कार्य मिशन मोड पर संचालित किया जा रहे हैं | 


 बैठक में मुख्य सचिव श्री आनंद वर्धन, डीजीपी श्री दीपम सेठ,   प्रमुख सचिव श्री आर के सुधांशु सहित सभी संबंधित विभागों के सचिव,  अपर सचिव, वर्चुअल माध्यम से जिलाधिकारी उत्तरकाशी तथा पौड़ी  तथा धराली के ग्राम प्रधान तथा अन्य ग्रामीण मौजूद रहे |


 

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