Halloween party ideas 2015

 ऋषिकेश:


एम्स,ऋषिकेश में अंतराष्ट्रीय योग दिवस (21 जून) के उपलक्ष्य में विभिन्न यौगिक गतिविधियां शुरू हो गई हैं। 

जिसके तहत योग कार्यशाला व व्याख्यान का आयोजन किया गया। 

कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के कार्मिकों ने प्रतिभाग किया, इस दौरान उन्हें योग क्रियाओं का अभ्यास भी कराया गया।


संस्थान की निदेशक एवं सीईओ प्रोफेसर( डॉक्टर )मीनू सिंह के कुशल मार्गदर्शन में आयुष विभाग की ओर से सोमवार देर शाम प्रशासनिक एवं इंजीनियरिंग विभाग के लिए योग कार्यशाला आयोजित की गई। 


इस अवसर पर आयुष विभाग के वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ. श्रीलॅय मोहंती ने कहा कि वर्तमान दौड़धूप व तनावग्रस्त दिनचर्या में सभी को अपने बेहतर स्वास्थ्य के लिए आयुष विधाओं का लाभ लेना चाहिए।

 उन्होंने बताया कि दुनिया को योग से रोग मुक्त रखने के संदेश के साथ वर्ष 2015 से हरवर्ष 21 जून को दुनियाभर में अंतराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है।

आयुष चिकित्साधिकारी डॉ. श्वेता मिश्रा ने बताया कि इस वर्ष "एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य " थीम के संदेश के साथ अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव मनाने का निर्णय लिया गया है। 


इसके मद्देनजर एम्स ऋषिकेश में विभिन्न विभागों की ओर से योग की विभिन्न गतिविधियां शुरू कर दी गई हैं। 

व्याख्यानमाला में डॉक्टर श्वेता ने बताया कि वर्तमान आपाधापी भरी जिंदगी में लाईफ स्टाइल से जनस्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है और लोग गलत खानपान, क्लाइमेट चेंज, प्रदूषण, शारीरक गतिविधियों के अभाव आदि कारणों के चलते गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। 

लिहाजा इन सबसे बचाव व स्वस्थ रहने के लिए हमें योग को आत्मसात करना होगा। 

सही मार्गदर्शन में नियमित योगाभ्यास, दिनचर्या में सुधार, व्यायाम से हम अपने आप को फिट व निरोगी रख सकते हैं। 

इस दौरान आयुष विभाग के योग प्रशिक्षक दीपचंद्र जोशी ने प्रतिभागियों को विभिन्न यौगिक क्रियाओं का अभ्यास भी कराया। 

कार्यशाला में इंजीनियरिंग विभाग से अधिशासी अभियंता राहुलजी सहित संस्थान के करीब 150 अधिकारी, कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया । 

उधर, बीते शनिवार को एम्स आयुष विभाग के तत्वावधान में नर्सिंग अधिकारियों के लिए योग कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें 200 से अधिक अधिकारियों ने विभिन्न योग क्रियाओं का अभ्यास किया।




1 - सहकारिता विभाग में उप निबंधक ऑडिट के 1 निसंवर्गीय पद को कैबिनेट ने दी मंजूरी। 


सहकारिता विभाग में उप निबंधक ऑडिट लेवल 11 के पद को 5 साल के लिए सृजन किया गया है। जिसे कैबिनेट ने अपनी मंजूरी दी है। यह एक निसंवर्गीय पद है। 


2 - बद्रीनाथ धाम में  स्थित आईएसबीटी वॉल्स पर में मास्टर प्लान के अंतर्गत में म्यूरल आर्ट वार्क किया जाएगा, जिसे कैबिनेट ने अपनी मंजूरी प्रदान की है।  


3 - पशुपालन विभाग की योजना जिसमें अनुसूचित जाति/जनजाति के लाभार्थियों को पशुपालन के लिए 90 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाती है, और डेयरी विकास की गंगा गाय योजना के विलय को कैबिनेट ने मंजूरी प्रदान की है।  अब इस योजना का लाभ सामान्य वर्ग के लोगों को भी दिया जाएगा। 

4-पशुपालन विभाग के अंतर्गत पशुधन प्रसार अधिकारियों के चयन के बाद इन्हें 2 साल तक का प्रशिक्षण दिया जाता है। इस प्रशिक्षण की अवधि को 2 साल से घटाकर 1 वर्ष किए जाने के निर्णय को कैबिनेट ने दी अपनी मंजूरी।



नई एसओपी के तहत वोटर लिस्ट में अपडेट के 15 दिनों के भीतर वोटर आईडी कार्ड की डिलीवरी सुनिश्चित की जाएगी। इस पहल  में किसी मतदाता का नया नामांकन या मौजूदा मतदाता के किसी भी विवरण में बदलाव जैसी सुविधा  शामिल हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त श्री ज्ञानेश कुमार द्वारा चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी के साथ मतदाताओं की सुविधा के लिए उठाया गया कारगर कदम है।


 आयोग द्वारा नई प्रणाली निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (ईआरओ) द्वारा वोटर कार्ड  बनाने से लेकर डाक विभाग (डीओपी) के माध्यम से मतदाता को वोटर कार्ड  की डिलीवरी तक प्रत्येक चरण की वास्तविक समय पर ट्रैकिंग सुनिश्चित करेगी। मतदाताओं को प्रत्येक चरण पर SMS के माध्यम से सूचनाएं भी प्राप्त होंगी, जिससे उन्हें उनके वोटर आईडी कार्ड की स्थिति के बारे में जानकारी मिलती रहेगी। इस उद्देश्य के लिए, चुनाव आयोग ने अपने हाल ही में लॉन्च किए गए ईसीआईनेट प्लेटफॉर्म पर एक समर्पित आईटी मॉड्यूल पेश किया है। नया आईटी प्लेटफॉर्म मौजूदा सिस्टम को फिर से तैयार करके और वर्कफ़्लो को सुव्यवस्थित करके मौजूदा प्रक्रिया को बदल देगा। डीओपी के एप्लिकेशन प्रोग्राम इंटरफेस (एपीआई) को निर्बाध वितरण के लिए ईसीआईनेट के साथ एकीकृत किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य डेटा सुरक्षा बनाए रखते हुए सेवा वितरण को बढ़ाना है। अपने सभी मतदाताओं को त्वरित और कुशल चुनावी सेवाएं प्रदान करना चुनाव आयोग की प्राथमिकता में है। 

गौरतलब है कि पिछले चार महीनों में, आयोग ने मतदाताओं और अन्य हितधारकों के लाभ के लिए कई पहल की हैं।


 *उत्तराखंड में बढ़ रहा तीर्थाटन का दायरा*


*चारों धाम के साथ ही अन्य मंदिरों में भी पहुंच रहे हैं श्रद्धालु*


चारधाम यात्रा में इस बार अब तक करीब 32 लाख यात्री पहुंच चुके है। अच्छी बात यह है तीर्थयात्री अब चारधामों के साथ ही अन्य मंदिरों / तीर्थ स्थलों में भी पहुंच रहे हैं। जिससे चारधाम यात्रा मार्ग की तरह, अन्य स्थानों पर भी आर्थिक गतिविधियां तेज हो रही हैं। 

उत्तराखंड में स्थित चारों धामों में प्रतिवर्ष यात्रा काल के दौरान लाखों श्रद्धालु आते हैं। इस यात्रा सीजन में ही चारधाम और हेमकुंड के लिए कुल पंजीकरण की संख्या 44 लाख से अधिक हो चुकी है। इसमें यमुनोत्री धाम के लिए 713456, गंगोत्री के लिए 780554, केदारनाथ के लिए 1443513, बद्रीनाथ के लिए 1336923 और हेमकुंड के लिए 169180 पंजीकरण हुए हैं, जिसमें से अब तक करीब 32 लाख तीर्थयात्री यात्रा पूरी कर चुके हैं। चारधाम यात्रा मार्ग पर इसका सकारात्मक आर्थिक प्रभाव नजर आ रहा है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार, अन्य तीर्थ स्थलों और धामों के भी प्रचार- प्रसार पर जोर देते रहे हैं, ताकि तीर्थयात्रियों के आने से इन क्षेत्रों में भी आर्थिक गतिविधियां तेज हो सके। इसका सकारात्मक असर रुद्रप्रयाग स्थित कार्तिकेय स्वामी मंदिर, उत्तरकाशी स्थित जगन्नाथ मंदिर के साथ ही अन्य मदिंरों में आने वाले यात्रियों की बढ़ती संख्या के रूप में नजर आने लगा है। आंकड़ों के मुताबिक कार्तिकेय स्वामी मंदिर में गत वर्ष करीब चार लाख तीर्थ यात्री पहुंचे थे, जबकि इस बार यह संख्या जून मध्य तक ही 10 लाख के पार पहुंच गई है। उत्तरकाशी में स्थित जगन्नाथ मंदिर में भी इस वर्ष अब तक 25 हजार तीर्थ यात्री पहुंच चुके हैं। जिस कारण अब चारधाम यात्रा मार्ग की तरह अन्य स्थानों पर भी होटल, रेस्टोरेंट, परिवहन, प्रसाद सहित तमाम तरह की गतिविधियां बढ़ रही हैं। जिससे स्थानीय लोगों की आजीविका को सहारा मिल रहा है।


*उत्तराखंड के समग्र विकास के लिए, सभी क्षेत्रों में तीर्थाटन, पर्यटन की गतिविधियां तेज होना जरूरी है। उत्तराखंड देवभूमि है, यहां प्रत्येक देवालय का अपना महत्व है। सरकार सभी तीर्थ स्थलों पर बुनियादी सुविधाओं का विकास करने का प्रयास कर रही है।*

*पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री* 


मुख्यमंत्री आवास परिसर में गुरुवार को योगाभ्यास किया गया। 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के साथ इस अवसर पर मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी योग किया। 

yoga with CM Dhami


इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को योग को नियमित दिनचर्या का हिस्सा बनाने का आह्वान किया।


मुख्यमंत्री ने कहा कि  योग केवल शारीरिक अभ्यास नहीं, बल्कि आंतरिक शांति और आत्मबोध की एक प्रक्रिया है। यह हमारे  मन को स्थिर कर चेतना की गहराइयों तक पहुँचाने का माध्यम है।


 उन्होंने भारतीय संस्कृति की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत ने सदैव मानवीय मूल्यों को सर्वोपरि रखा है और हमारी सनातन संस्कृति का मूल स्तंभ योग है। यही कारण है कि आज योग दुनिया के करोड़ों लोगों की दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा बन गया है और भारतीय जीवन शैली को वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठित कर रहा है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में योग को अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में मान्यता देने के लिए प्रस्ताव रखा था, जिसे 177 देशों ने समर्थन दिया और 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया गया।


 उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड योग और ऋषि मुनियों की भूमि है।  ग्राम स्तर तक सभी लोग योग से जुड़े, सरकार द्वारा इस दिशा में प्रयास किए गए हैं। योग से रोजगार के अवसर बढ़ाये जा रहे हैं। उत्तराखंड को योग और वेलनेस की वैश्विक राजधानी बनाने के लिए  नई योग नीति लाई गई है।

 *निर्वाचन आयोग वोटर आईडी कार्ड  वितरण में लाएगा तेजी*


*मतदाताओं को मतदाता सूची में अपडेट के 15 दिनों के भीतर मिल सकेगा वोटर कार्ड*


देहरादून/ दिल्ली:



 मतदाताओं को मतदाता फोटो पहचान पत्र (EPIC) की तेजी से डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए, भारत के निर्वाचन आयोग ने एक एसओपी जारी की है। 


नई एसओपी के तहत वोटर लिस्ट में अपडेट के 15 दिनों के भीतर वोटर आईडी कार्ड की डिलीवरी सुनिश्चित की जाएगी। 

इस पहल  में किसी मतदाता का नया नामांकन या मौजूदा मतदाता के किसी भी विवरण में बदलाव जैसी सुविधा  शामिल हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त श्री ज्ञानेश कुमार द्वारा चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी के साथ मतदाताओं की सुविधा के लिए उठाया गया कारगर कदम है।


 आयोग द्वारा नई प्रणाली निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (ईआरओ) द्वारा वोटर कार्ड  बनाने से लेकर डाक विभाग (डीओपी) के माध्यम से मतदाता को वोटर कार्ड  की डिलीवरी तक प्रत्येक चरण की वास्तविक समय पर ट्रैकिंग सुनिश्चित करेगी। मतदाताओं को प्रत्येक चरण पर SMS के माध्यम से सूचनाएं भी प्राप्त होंगी, जिससे उन्हें उनके वोटर आईडी कार्ड की स्थिति के बारे में जानकारी मिलती रहेगी। इस उद्देश्य के लिए, चुनाव आयोग ने अपने हाल ही में लॉन्च किए गए ईसीआईनेट प्लेटफॉर्म पर एक समर्पित आईटी मॉड्यूल पेश किया है। नया आईटी प्लेटफॉर्म मौजूदा सिस्टम को फिर से तैयार करके और वर्कफ़्लो को सुव्यवस्थित करके मौजूदा प्रक्रिया को बदल देगा। डीओपी के एप्लिकेशन प्रोग्राम इंटरफेस (एपीआई) को निर्बाध वितरण के लिए ईसीआईनेट के साथ एकीकृत किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य डेटा सुरक्षा बनाए रखते हुए सेवा वितरण को बढ़ाना है। अपने सभी मतदाताओं को त्वरित और कुशल चुनावी सेवाएं प्रदान करना चुनाव आयोग की प्राथमिकता में है। 

गौरतलब है कि पिछले चार महीनों में, आयोग ने मतदाताओं और अन्य हितधारकों के लाभ के लिए कई पहल की हैं।

 चंपावत: 

पूर्णागिरि मार्ग पर एसडीआरएफ द्वारा चार हजार से अधिक श्रद्धालुओं का किया गया सफल रेस्क्यू

4000 people rescued at purnagiri fair route by sdrf


आज दिनांक 18 जून 2025 को कोतवाली टनकपुर के माध्यम  से एसडीआरएफ टीम को सूचना प्राप्त हुई कि पूर्णागिरि मार्ग पर अचानक वर्षा के कारण एक बरसाती नाले में जलस्तर अत्यधिक बढ़ गया है, जिससे बड़ी संख्या में श्रद्धालु मार्ग में फँस गए हैं।


सूचना मिलते ही पोस्ट पूर्णागिरि से उप निरीक्षक डूंगर सिंह अधिकारी के नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीम तत्काल बांटना गाड़ क्षेत्र की ओर रवाना हुई, वहीं दूसरी टीम पोस्ट टनकपुर से मुख्य आरक्षी प्रवेश नगरकोटी के नेतृत्व में  घटनास्थल के लिए रवाना हुई।


बांटना गाड़ में रोड में मालवा आने और रोड टूटने के कारण यात्री गधेरे से होते हुए गंतव्य स्थान को जा रहे थे। एसडीआरएफ टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए टीन, लकड़ी के टुकड़े व पत्थरों की सहायता से वैकल्पिक मार्ग तैयार कर लगभग चार हजार श्रद्धालुओं को सुरक्षित रेस्क्यू कर मुख्य मार्ग तक पहुँचाया गया। मौके पर उपस्थित उपजिलाधिकारी टनकपुर महोदय द्वारा एसडीआरएफ टीम की त्वरित कार्यवाही और साहस की सराहना की गई। 


 *SDRF उत्तराखंड पुलिस हर आपदा में सदैव तत्पर है।*

 रुद्रप्रयाग:




 जंगल चट्टी हादसे में प्रशासन की मुस्तैदी से बची जानें रेस्क्यू ऑपरेशन में दिखाई तत्परता

केदारनाथ यात्रा मार्ग पर मलबा गिरने की घटना के बाद एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और डीडीआरएफ की टीमों ने समय रहते चलाया प्रभावी बचाव अभियान

श्री केदारनाथ धाम की पैदल यात्रा के दौरान बुधवार प्रातः जंगलचट्टी के पास एक अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी, जब अचानक पहाड़ी से मलबा और पत्थर गिरने से डंडी-कंडी संचालक और यात्री इसकी चपेट में आ गए। हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अमले ने साहसिक और त्वरित रेस्क्यू अभियान चलाकर  लोगों की जान बचाई।
   जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी  नंदन सिंह रजवार ने जानकारी देते हुए बताया कि घटना लगभग 11ः20 बजे जंगलचट्टी गधेरे के पास घटी, जहां मलबा गिरने से कुछ लोग नीचे खाई में जा गिरे। सूचना मिलते ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और डीडीआरएफ की टीमें सक्रिय हो गईं और संयुक्त रूप से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।
    रेस्क्यू टीमों ने कुशलता से घायलों को खाई से बाहर निकालकर प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें तत्काल गौरीकुंड अस्पताल भिजवाया। तीन घायलों में एक महिला को हल्की चोटें और दो पुरुषों को गंभीर चोटें आई हैं। प्रशासन ने घायलों के उचित इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित की है।  दुर्भाग्यवश, दो डंडी कंडी संचालकों  की इस हादसे में मृत्यु हो गई,

घायलों का विवरण
1. संदीप कुमार (22 वर्ष), निवासी जम्मू-कश्मीर (पालकी मजदूर) दृ दोनों पैरों व कमर में चोटें।
2. नितिन मन्हास (16 वर्ष), निवासी जम्मू-कश्मीर (पालकी मजदूर) दृ दाहिने हाथ पर खरोंच।
3. आकाश चितरिया (40 वर्ष), निवासी गुजरात (यात्री)  चोटों का इलाज जारी।
मृतकों की जानकारी
1. नितिन कुमार, निवासी जम्मू-कश्मीर (पालकी मजदूर)
2. चंद्रशेखर, निवासी जम्मू-कश्मीर (पालकी मजदूर)

एसएचए की मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने सभी पीएचसी व सीएचसी को सूचीबद्ध करने के दिए निर्देश

कहा, सरकार की मंशा अनुरूप आम जन को घर के नजदीक ही उपलब्ध होगा आयुष्मान योजना का लाभ
ayushman card in PHC of Uttarakhand


राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण उत्तराखंडः आयुष्मान योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को उनके घर के नजदीक ही निःशुल्क उपचार की सुविधा मिल पाए इसके लिए प्रदेश के सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को योजना के अंतर्गत सूचीबद्ध किया जाएगा। इस संदर्भ में राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण की मुख्य कार्यकारी अधिकारी रीना जोशी ने सभी जनपदों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को भी निर्देशित कर दिया है।
राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण की मुख्य कार्यकारी अधिकारी रीना जोशी ने कहा कि आयुष्मान योजना के लाभार्थियों को नजदीक में ही निशुल्क उपचार की सुविधा मिल जाए इसके लिए प्रदेश के सभी प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को भी आयुष्मान के अंतर्गत सूचीबद्ध किया जाएगा। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ जनपदों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों की वर्चुअली बैठक में सीईओ ने कहा कि उत्तर प्रदेश समेत कई प्रांतों में प्राथमिक स्तर के स्वास्थ्य केंद्रों में आयुष्मान योजना के तहत सूचीबद्ध किया गया है। लाभार्थियों को उसका लाभ मिल रहा है। एक बड़े जनहित में हमारे प्रदेश में भी यह जरूरी समझा जा रहा है। इस तरह की मांग भी उठती आई हैं।
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में कुल 614 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की बात करें तो कुल 83 सीएचसी में से 59 आयुष्मान के अंतर्गत सूचीबद्ध हैं, जबकि 24 शेष हैं।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने प्रदेश के सभी 614 पीएचसी व शेष 24 सीएचसी की सूचीबद्धता के लिए एक अभियान चलाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि केंद्रों को सूचीबद्धता हेतु जो भी प्रशिक्षण दिया जाना है उसे यथा समय पूर्ण करें। कहा कि सरकार की मंशा के अनुरूप आयुष्मान योजना का लाभ जन जन तक पहुंचाया जाना हमारी प्राथमिकता में है। एक भी व्यक्ति किसी भी कारण से लाभ से वंचित नहीं रहे इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए।

जनपद          पीएचसी
अल्मोड़ा        65
बागेश्वर        29
चमोली         39
चंपावत         18
देहरादून        62
हरिद्वार         40
नैनीताल        51
पौड़ी गढ़वाल    93
पिथोरागढ़       53
रूद्रप्रयाग        38
टिहरी           54
उधम सिंह नगर  40
उत्तरकाशी      32
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