Halloween party ideas 2015

 


ऋषिकेश :




छिद्दरवाला क्षेत्र के चकजोगीवाला ग्राम पंचायत में लगातार आबादी क्षेत्र में दिखाई दे रहे गुलदार को पकड़ने के लिए वन विभाग सक्रिय हो गया है। ग्रामीणों की बढ़ती चिंता और अनहोनी की आशंका को देखते हुए विभाग ने गांव में पिंजरा स्थापित कर दिया है।

ग्रामीणों के अनुसार हाईवे से लेकर मशरूम प्लांट तक की सड़क पर कई बार गुलदार दिख चुका है। शाम ढलते ही गुलदार के सड़क और आबादी क्षेत्र की ओर आने की घटनाएं बढ़ गई थीं, जिससे दहशत का माहौल बना हुआ था।

बड़कोट रेंज के वन बीट अधिकारी अमित भट्ट ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से गुलदार की गतिविधियां लगातार नजर आ रही थीं। ग्रामीणों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया गया है। उन्होंने लोगों से सतर्क रहने और एकजुट होकर वन विभाग के निर्देशों का पालन करने की अपील भी की।

  डोईवाला :


आज दिनांक 21.11.2025 को डोईवाला शुगर कम्पनी लि०, डोईवाला का पेराई सत्र 2025-26 का शुभारम्भ, मुख्य अतिथि श्री प्रेमचन्द अग्रवाल ,  विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं श्री बृजभूषण गैरोला ,  विधायक, डोईवाला विधान सभा की अध्यक्षता में विधिवत पूजा अर्चना के साथ किया गया।


 पेराई सत्र के शुभारम्भ पर मुख्य अतिथि श्री प्रेमचन्द अग्रवाल ,  विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री, श्री बृजभूषण गैरोला , विधायक, डोईवाला विधान सभा एवं श्री दिनेश प्रताप सिंह, अधिशासी निदेशक, डोईवाला शुगर कम्पनी लि०, डोईवाला एवं श्रीमती अलका सिंह, समाज सेवी ने कार्यक्रम में शामिल सभी जन-प्रतिनिधियों मिल के कृषकगणों, व्यापारीगणों, चीनी अधिकारियों/कर्मचारियों, मीडियाकर्मियों, प्रशासनिक अधिकारियों एवं पुलिस कर्मियों को शुभकामनाएं प्रदान की।

doiwala dehradun sugar mill, crushing season 2025-26


 अधिशासी निदेशक द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित मा० अतिथिगणों को सम्मान स्वरूप शॉल, पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिह्न भेंट किये गये।

मिल के अधिशासी निदेशक द्वारा कृषकों से गन्ने की उन्नतशील एवं अधिकतम चीनी परता वाली प्रजाति को उगाने की अपील की तथा इसके लिए चीनी मिल एवं गन्ना समिति के अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया गया।

 उन्होंने सभी कृषकों से साफ सुथरा, जड़-पत्ती रहित ताजे गन्ने की आपूर्ति करने की अपील करते हुए कहा कि इससे चीनी परता में अधिकतम बढ़ोत्तरी सम्भव हो सकेगी तथा कृषकों का हित भी सुरक्षित रह सकेगा ।

मिल में प्रथम ट्रैक्टर - बुग्गी लाने वाले कृषक श्री शैलेन्द्र सिंह सुपुत्र श्री रतन सिंह, निवासी माजरी प्रथम तथा प्रथम गन्ने की ट्रैक्टर ट्राली लाने वाले कृषक श्रीमती रणबीर कौर पत्नी श्री सोहन सिंह, निवासी माजरी तृतीय को  अतिथिगणों द्वारा सम्मान स्वरूप पारितोषिक एवं कम्बल भेट किया गया।

मिल के अधिशासी निदेशक श्री दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि चीनी मिल की पेराई क्षमता 2500 टी०सी०डी० के अनुरुप वर्तमान पेराई सत्र 2025-26 में मिल को लगभग 30 लाख कुन्तल गन्ने की आवश्यकता होगी जो चीनी मिल के समस्त सुरक्षित क्षेत्र से आपूर्ति होने का अनुमान है। 



चीनी मिल का सम्पूर्ण सुरक्षित क्षेत्र में शीघ्र प्रजाति का गन्ना क्षेत्रफल विगत तीन वर्षों में लगभग 97 प्रतिशत से अधिक हो गया है। जिसके अन्तर्गत शीघ्र पकने वाली उन्नतशील गन्ना प्रजातियों जैसे को० पन्त 12221, को० 0118, को०जा० 85, को०एल०के० 14201, कोο० 15023, को०शा० 13235, को0शा0 8272, को० 98014, को0एल0के0 15201, को0शा0 18231 तथा सामान्य प्रजातियों को पन्त 5224 को० 13035, को०पन्त0 12226, को० पन्त0 13224, को०एच० 5011, को0 17018, को0 16030 की बुवाई को अधिक से अधिक बढ़ाने का लक्ष्य है। चीनी मिल क्षेत्र में बीज बदलाव कार्यक्रम के अन्तर्गत शीघ्र पकने वाली प्रजातियों का गन्ना क्षेत्रफल जो विगत वर्ष देहरादून जनपद में काफी कम था इस वर्ष 2025-26 में 98 प्रतिशत हो गया है। 

प्रति हैक्टेयर गन्ना उत्पादन में वृद्धि करने के उद्देश्य से कृषकों को खेतों की गहरी जुताई हेतु एम०वी०प्लाऊ एवं ट्रेंच विधि से गन्ना बुवाई हेतु ट्रैच-ओपनर निःशुल्क कराये जा रहे हैं।


गन्ने में लगने वाले कीटों की रोकथाम हेतु कीटनाशकों का स्प्रे कराये जाने के लिए दो पॉवर स्प्रेयर व बीज शोधन यंत्र निःशुल्क उपलब्ध कराये जा रहे हैं। चीनी मिल में मृदा परीक्षण लैब स्थापित की गयी है जिसमें गन्ना बीज की उन्नतशील प्रजातियों के लिए मुख्य पोषक तत्व एव सूक्ष्म पोषक तत्वों की मृदा में उपलब्धता की जानकारी कृषकों को विभागीय प्रारूप पर दी जाती है। सतुलित उर्वरक प्रयोग करने से गन्ने में चीनी की प्रतिशत की मात्रा को बढ़ाया जाता है।

डोईवाला चीनी मिल को डोईवाला गन्ना समिति के 05 क्रय केन्द्र, देहरादून गन्ना समिति 21, रुड़की गन्ना समिति के 22 ज्वालापुर गन्ना समिति के 06 क्रय केन्द्र लक्सर गन्ना समिति का 01 क्रय केन्द्र तथा पावटा के 02 क्रय केन्द्र एवं गेट एरिया से मांग अनुसार गन्ना प्राप्त होगा। 

वर्तमान पेराई सत्र 2025-26 में लगभग 30 लाख कुन्तल गन्ना पेराई कर 10.00 प्रतिशत से अधिक चीनी परता प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया है।

उपरोक्त कार्यक्रम में दिनेश चौहान, सन्तोष चौहान, गुरदीप सिंह, बलवीर सिंह, हरीश कोठारी, ईश्वर चन्द अग्रवाल, मनोज नौटियाल, सम्पूर्ण सिंह रावत, नरेन्द्र सिंह नेगी, विक्रम नेगी, लच्छीराम लोधी, राजेन्द्र तड़ियाल, पंकज शर्मा, मनोज काम्बोज, अनिरूद्ध सिंह चन्द्रा, भगवान सिंह पोखरियाल, कुलश्रेष्ठ फुलेरिया, लेखराम तँवर, मुख्य अभियन्ता डॉ० संजय सिंह, मुख्य रसायनज्ञ, सर्वजीत सिंह मुख्य लेखाकार, आशुतोष अग्निहोत्री, उपमुख्य रसायनज्ञ, शिवानी वर्मा, कम्पनी सचिव, अमरजीत सिंह, नरेन्द्र कुमार, दीपक विश्वकर्मा, राकेश कोठारी, विनोद गोयल, अशोक शर्मा, विजय शर्मा, गोपाल शर्मा, अरविन्द कुमार शर्मा, महेन्द्र सिंह, गौतम सिंह, दीवान सिंह गैडा, सुषमा आर्य, नीना संधू, शशी मसीह, परमजीत कौर, रेखा वर्मा इत्यादि अनेक गणमान्य जनप्रतिनिधिगण कृक्षकगण अधिकारीगण एवं कर्मचारीगण मौजूद रहे

 *मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को दी बड़ी राहत — उत्तराखंड में एक वर्ष तक नहीं बढ़ेगी वाहन फिटनेस फीस* 

 *15 वर्ष पुराने कमर्शियल वाहनों की नई फिटनेस फीस दरें 21 नवम्बर 2026 तक लागू नहीं होंगी।* 



 *इस अवधि में पहले से निर्धारित पुरानी फीस ही लागू रहेगी।* 


 *शुल्क वृद्धि को लेकर उत्पन्न आर्थिक बोझ से राज्य के वाहन स्वामियों को राहत मिलेगी।* 


 *भविष्य में फीस दरें भारत सरकार द्वारा किए जाने वाले आगामी पुनरीक्षण के अनुसार ही लागू की जाएंगी।* 


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर राज्य सरकार ने उत्तराखंड के वाहन स्वामियों को महत्वपूर्ण राहत प्रदान करते हुए पुराने (15 वर्ष) कमर्शियल वाहनों की फिटनेस फीस में वृद्धि को आगामी 21 नवम्बर 2026 तक स्थगित कर दिया है। इस संबंध में परिवहन विभाग द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है। अधिसूचना सचिव परिवहन श्री बृजेश कुमार संत द्वारा जारी की गई।


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में 15 वर्ष पुराने कमर्शियल वाहनों की फिटनेस फीस में 10 गुना तक की वृद्धि की गई थी। प्रदेश की जनभावनाओं को देखते हुए राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है कि उत्तराखंड के वाहन स्वामियों पर इसका तात्कालिक बोझ नहीं डाला जाएगा।


मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सरकार आमजन के हितों को सर्वोपरि रखते हुए ऐसे निर्णय ले रही है, जिनसे जनता पर अनावश्यक आर्थिक बोझ न पड़े। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हमेशा जनता-जनार्दन की अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य करती रहेगी।



मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि “ *हमारी सरकार का संकल्प जनता को राहत देना और जनहित में त्वरित निर्णय लेना है। हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा कमर्शियल वाहनों की फिटनेस फीस में की गई वृद्धि को देखते हुए हमने इसे उत्तराखंड में एक वर्ष के लिए स्थगित कर दिया है। इस अवधि में पूर्व निर्धारित फीस ही लागू रहेगी। हम नहीं चाहते कि प्रदेश के वाहन स्वामियों और परिवहन कारोबार से जुड़े लोगों पर अचानक अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़े। आने वाले समय में केंद्र सरकार द्वारा किये जाने वाले पुनरीक्षण के अनुसार ही राज्य में नई दरें लागू की जाएंगी।”* 


मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि “ *हमारी सरकार जनता के लिए संवेदनशील है। गरीब, मध्यम वर्ग, टैक्सी व ट्रांसपोर्ट व्यवसाय से जुड़े हजारों लोगों का हित सुरक्षित रखना हमारी प्राथमिकता है। जनहित के निर्णयों में हम किसी भी प्रकार की देरी नहीं होने देंगे।”*

 *मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रुड़की स्थित जीवनदीप आश्रम में आयोजित पाँच दिवसीय धार्मिक एवं सामाजिक महोत्सव में की प्रतिभागिता* 

 *मुख्यमंत्री ने स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी सभागार, श्री सिद्धबली हनुमान द्वार तथा शहीद चौक का लोकार्पण एवं उद्घाटन भी किया* 

 *मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि मुख्य मार्ग से सुनहरा मार्ग चौराहे को शहीद चौक के नाम दिया जाएगा* 

 *प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी  के नेतृत्व में सनातन संस्कृति का पुनर्जागरण* 






 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी आज रुड़की के जीवनदीप आश्रम में आयोजित भव्य पाँच दिवसीय धार्मिक एवं सामाजिक महोत्सव में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर उन्होंने सनातन संस्कृति के संरक्षक परम पूजनीय संत-महात्माओं, धर्माचार्यों एवं उपस्थित श्रद्धालुओं का स्वागत करते हुए कहा कि संत समाज जीवन्त तीर्थ के समान होता है, जो समाज को सत्पथ की ओर प्रेरित करता है।


मुख्यमंत्री ने परमपूज्य पद्मभूषण ब्रह्मलीन स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी जी महाराज को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए परमपूज्य जगद्गुरु महामंडलेश्वर स्वामी यतीन्द्रानन्द गिरि जी महाराज सहित सभी संतजनों को साष्टांग प्रणाम किया। उन्होंने कहा कि संतों की दिव्य उपस्थिति मन और आत्मा में नई ऊर्जा का संचार करती है।


मुख्यमंत्री ने बताया कि जीवन दीप सेवा न्यास के इस पाँच दिवसीय महोत्सव में शतचंडी महायज्ञ, श्री भक्तमाल कथा, 1100 बालिकाओं का पूजन, पाठ्य सामग्री वितरण एवं पाँच कन्याओं के सामूहिक विवाह जैसे आध्यात्मिक एवं सामाजिक कार्यक्रम समाज में सेवा-भावना का अद्भुत संदेश दे रहे हैं।


इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी सभागार, श्री सिद्धबली हनुमान द्वार तथा शहीद चौक का लोकार्पण एवं उद्घाटन भी किया। उन्होंने कहा कि शहीद चौक हमारे अमर बलिदानियों के साहस और राष्ट्रभक्ति का स्मारक है, जो आने वाली पीढ़ियों को निरंतर प्रेरित करता रहेगा। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि मैंन मार्ग से सुनहरा मार्ग चौराहे को शहीद चौक के नाम दिया जाएगा


मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी जी महाराज ने राष्ट्र, धर्म एवं मानवता की सेवा में अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर समाज को त्याग, करुणा एवं सेवा का पवित्र मार्ग दिखाया। उन्हीं की प्रेरणा से जीवन दीप सेवा न्यास शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कार, महिला सशक्तिकरण, गौ-संरक्षण सहित विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट सेवा कार्य कर रहा है


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में आज विश्वभर में भारत की सनातन संस्कृति का गौरव बढ़ा है। उन्होंने उल्लेख किया कि—भव्य राम मंदिर निर्माण, बद्रीनाथ–केदारनाथ धाम पुनर्निर्माण,काशी विश्वनाथ कॉरिडोर,

महाकाल लोक निर्माण जैसी पहलें हमारी सांस्कृतिक चेतना के पुनर्जागरण की दिशा में ऐतिहासिक कदम हैं।

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार उत्तराखंड को विश्व की आध्यात्मिक राजधानी बनाने के संकल्प के साथ कार्य कर रही है।केदारखंड एवं मानसखंड मंदिर क्षेत्रों के सौंदर्यीकरण के साथ—

यमुनातीर्थ स्थल का पुनरुद्धार, हरिद्वार-ऋषिकेश कॉरिडोर,शारदा कॉरिडोर निर्माण, दून विश्वविद्यालय में सेंटर फॉर हिन्दू स्टडीज की स्थापना

जैसे महत्वपूर्ण कार्य किए जा रहे हैं।

 *राज्य की सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक संरचना को संरक्षित रखने का संकल्प* 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के सांस्कृतिक मूल्यों एवं सामाजिक संरचना की रक्षा के लिए पूर्णत: संकल्पबद्ध है। उन्होंने बताया कि—धर्मांतरण विरोधी कानून एवं सख्त दंगारोधी कानून लागू किए गए हैं।

लैंड जिहाद, लव जिहाद, थूक जिहाद जैसी जिहादी मानसिकताओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की गई है। लैंड जिहाद पर 9 हजार एकड़ से अधिक सरकारी भूमि को मुक्त कराया गया है। प्रदेश में समान नागरिक संहिता (UCC) लागू कर समान कानून व्यवस्था स्थापित की गई है।

युवाओं के हित में सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया गया, जिससे 26,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी मिली। अवैध गतिविधियों में संलिप्त 250 से अधिक अवैध मदरसों को सील किया गया तथा नया कानून लागू कर मदरसा बोर्ड समाप्त करने का निर्णय लिया गया है, जिसके बाद 1 जुलाई 2026 से गैर-मानक मदरसे स्वतः बंद हो जाएंगे।

‘‘ऑपरेशन कालनेमि’’ के अंतर्गत सनातन धर्म को बदनाम करने वालों पर कठोर कार्रवाई की गई है


 *उत्तराखंड को श्रेष्ठ राज्य बनाने का संकल्प* 


मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सरकार ‘‘विकल्प रहित संकल्प’’ के साथ राज्य को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने हेतु सतत प्रयासरत है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि संत-महात्माओं के आशीर्वाद और जनसहयोग से उत्तराखंड निश्चित ही एक आदर्श एवं अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित होगा

        इस अवसर पर मुख्यमंत्री के धर्मपत्नी श्रीमती गीता धामी ने कहा कि सौभाग्य का दिन है कि आज जीवन दीप आश्रम द्वारा पंच दिवसीय महोत्सव आयोजित किया गया है, जिसमें हमें भी आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ|  उन्होंने कहा कि जीवन दीप आश्रम  सनातन धर्म का निर्वहन करते हुए समाज हित में कार्य कर रहे हैं तथा आज इस पंच दिवसीय महोत्सव में 1100 कन्याओं पूजन एवं भोजन कराया जा रहा है तथा 06 कन्याओं का सामूहिक विवाह किया जा रहा है।उन्होंने सभी कन्याओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनका जीवन सुखी, समृद्ध एवं मंगलमय हो और सुखमय जीवन व्यतीत करे।


कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 11 कन्याओं का पूजन किया तथा उन्हें उपहार एवं दक्षिणा भेंट की तथा मुख्यमंत्री ने 06 कन्याओं के सामूहिक विवाह पर उनको शुभकामनाएं एवं आशीर्वाद दिया तथा उनके सुखद जीवन को कमाना की |

        

  इस अवसर पर जून अखाड़े के महामंडलेश्वर यतिद्रनंद गिरी महाराज ने भवन के लोकार्पण के लिए मुख्यमंत्री सहित सभी जनप्रतिनिधियों एवं क्षेत्र वासियों का कार्यक्रम में शामिल होने पर आभार व्यक्त किया। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष/सचिव निरंजनी अखाड़ा श्रीमहंत रविन्द्र पुरी महाराज, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री (भारत साधु समाज) महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरी, राष्ट्रीय मंत्री (भारत साधु समाज) महामंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश, जूना अखाड़ा महामंडलेश्वर स्वामी मैत्रेयी गिरी, कोठारी महंत बड़ा उदासीन अखाड़ा श्रीमहंत राघवेंद्र दास, महामंडलेश्वर स्वामी विवेकानंद सरस्वती, (नंगली दरबार) महामंडलेश्वर स्वामी शिव प्रेमानंद,प्रदेश प्रवक्ता (भारत साधु समाज)महंत स्वामी अमृतानंद, महेंद्र स्वामी सत्यव्रता नंद सरस्वती,स्वामी विनोद महाराज,स्वामी प्रकाशा नंद महाराज,राज्य मंत्री विनय रोहिल्ला,जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी,रुड़की मेयर अनीता अग्रवाल,विधायक रुड़की प्रदीप बत्रा, जिलाध्यक्ष रुड़की मधु सिंह,भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश गिरी ,पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी,जिला महामंत्री रुड़की अक्षय प्रताप सिंह,पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष दिनेश कौशिक ,महामंत्री सागर गोयल,जिलाधिकारी मयूर दीक्षित,वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोभाल सहित विभिन्न क्षेत्रों से साधु संत, जनप्रतिनिधि,कार्यकर्ता एवं क्षेत्रवासी मौजूद रहे।


        

 

जनसहभागिता से बदलेगा आईएसबीटी का चेहरा,  हर बुधवार सघन स्वच्छता अभियान, यात्रियों के लिए सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित*

ISBT MDDA


देहरादून का आईएसबीटी शहर का सबसे व्यस्त परिवहन केंद्र है, जहां रोजाना हजारों यात्री यात्रा करते हैं। ऐसे में स्वच्छता और सुव्यवस्थित प्रबंधन की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। इसी संदर्भ में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विगत दिनों आईएसबीटी में औचक निरीक्षण कर सफाई व्यवस्था को बारीकी से परखा। उन्होंने स्वयं झाड़ू लगाकर यह संदेश दिया कि स्वच्छता केवल सरकारी मशीनरी का कार्य नहीं, बल्कि समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया कि सार्वजनिक स्थानों को स्वच्छ और सुरक्षित रखना सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है, और आईएसबीटी जैसे महत्वपूर्ण स्थल पर किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के बाद मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) एक्शन मोड में आ गया। एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने एमडीडीए और आईएसबीटी के अधिकारियों तथा कर्मचारियों के साथ विस्तृत बैठक कर पूरे परिसर की सफाई व्यवस्था को लेकर समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि आईएसबीटी में 24 घंटे साफ-सफाई सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाए। इसके साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सफाई व्यवस्था से जुड़े प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी की जिम्मेदारी तय की जाए, ताकि किसी भी स्तर पर उदासीनता की गुंजाइश न रहे।


*आईएसबीटी में चलाया गया व्यापक स्वच्छता अभियान* 

इसी दिशा में आज आईएसबीटी परिसर में व्यापक स्वच्छता अभियान चलाया गया। इस अभियान में एमडीडीए और आईएसबीटी कार्यालय के सभी कर्मचारियों ने सहभागिता निभाई। अभियान के दौरान न केवल आईएसबीटी परिसर, बल्कि उसके बाहर मुख्य मार्ग तक सफाई कार्य किया गया। कूड़ा हटाने के साथ-साथ नालियों की सफाई, बस स्टैंड के विभिन्न ब्लॉकों और प्रतीक्षालयों की सफाई भी की गई ताकि यात्रियों को स्वच्छ वातावरण मिल सके। स्वच्छता अभियान के दौरान परिवहन निगम और अन्य बस ऑपरेटरों के ड्राइवरों और कंडक्टरों को भी जागरूक किया गया। उन्हें पॉलिथीन बैग प्रदान कर समझाया गया कि बसों का कचरा खुले में न फेंकें, बल्कि पॉलिथीन बैग में इकट्ठा कर निर्धारित डस्टबिन में ही डालें। इससे न केवल परिसर में गंदगी रोकने में मदद मिलेगी, बल्कि यात्रियों के लिए बेहतर वातावरण भी सुनिश्चित होगा। अधिकारियों का मानना है कि यदि वाहन कर्मी नियमित रूप से इस प्रक्रिया का पालन करें तो आईएसबीटी परिसर की सफाई व्यवस्था में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा।


*नियमित और सघन स्वच्छता अभियान*

उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी के निर्देशानुसार आईएसबीटी के समस्त कर्मचारी अब प्रत्येक बुधवार को सघन स्वच्छता अभियान चलाएंगे। यह अभियान केवल एक औपचारिकता न होकर नियमित और संगठित प्रयास के रूप में किया जाएगा। इसमें न सिर्फ सफाई की जाएगी बल्कि शौचालयों, पेयजल स्थलों, प्रतीक्षालयों और बस प्लेटफॉर्म्स की विशेष सफाई की जाएगी। इससे आईएसबीटी परिसर हमेशा स्वच्छ, सुव्यवस्थित और यात्रा के अनुकूल बना रहेगा।


*स्वच्छता में सहयोग देना हर नागरिक की जिम्मेदारी* 

उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी का कहना है कि आईएसबीटी जैसे सार्वजनिक स्थल को स्वच्छ रखने में जन-जागरूकता सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसलिए अभियान के दौरान यात्रियों, वाहन चालकों और कर्मचारियों को लगातार जागरूक किया गया कि स्वच्छता को आदत बनाना आवश्यक है। कूड़ा डस्टबिन में डालना, गंदगी न फैलाना, बसों का कचरा सुरक्षित तरीके से निस्तारित करना और परिसर की स्वच्छता में सहयोग देना हर नागरिक की जिम्मेदारी है। इस जागरूकता अभियान का उद्देश्य स्वच्छता को केवल सरकारी दायित्व न मानकर सामुदायिक दायित्व के रूप में स्थापित करना है।


उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने कहा समग्र रूप से देखा जाए तो मुख्यमंत्री के औचक निरीक्षण ने जहां पूरे प्रशासन को सक्रिय कर दिया है, वहीं एमडीडीए द्वारा चलाया जा रहा नियमित स्वच्छता अभियान यह दर्शाता है कि जब प्रशासन और समाज मिलकर कार्य करते हैं तो परिवर्तन निश्चित होता है। यह पहल केवल आईएसबीटी को स्वच्छ रखने तक सीमित नहीं, बल्कि देहरादून शहर की समग्र छवि को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।

डोईवाला:


डोईवाला:


परवादून जिला कांग्रेस ने मिल प्रशासन और सरकार के समक्ष निम्न प्रमुख मुद्दे रखे हैं कि गन्ना मूल्य ₹500 प्रति क्विंटल घोषित किया जाए। गन्ना खेती की बढ़ती लागत और किसानों पर आर्थिक दबाव को देखते हुए गन्ना मूल्य को न्यूनतम ₹500 प्रति क्विंटल घोषित करना आवश्यक है, ताकि किसानों को उचित लाभ मिल सके।

 टाउनशिप आंदोलन में किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं। टाउनशिप मामले में शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे किसानों पर दर्ज मुकदमे किसान-हित के विरुद्ध हैं।

परवादून जिला कांग्रेस मांग करती है कि इन सभी मुकदमों को तत्काल वापस लिया जाए।


आगामी पेराई सत्र में गन्ना भुगतान समय पर हो

पिछले वर्षों में भुगतान में लगातार देरी से किसान आर्थिक संकट में फँस जाते हैं।कांग्रेस मांग करती है कि किसानों को उनका भुगतान निर्धारित समय सीमा के भीतर दिया जाए और किसी भी देरी पर जिम्मेदारी तय की जाए।

परवादून कांग्रेस जिलाध्यक्ष मोहित उनियाल ने कहा की मिल प्रशासन द्वारा क्षेत्र के किसानों और प्रमुख जनप्रतिनिधि जिला पंचायत अध्यक्ष सुखविन्दर कौर और डोईवाला ब्लॉक प्रमुख गौरव चौधरी को कार्यक्रम में आमंत्रित न करना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और असम्मानजनक है। कांग्रेस स्पष्ट करती है कि किसानों और लोकतांत्रिक रूप से चुने गए जनप्रतिनिधियों का अपमान किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

परवादून जिला कांग्रेस अध्यक्ष मोहित उनियाल ने कहा कि किसानों की उपेक्षा और जनप्रतिनिधियों का अपमान किसी भी सरकार या प्रशासन द्वारा स्वीकार नहीं किया जा सकता।

किसानों के सम्मान, अधिकार और उचित हितों की रक्षा के लिए कांग्रेस निरंतर संघर्ष करती रहेगी।



*सुधार के संभावित क्षेत्रों का दिया गया प्रस्तुतीकरण*


वीर चंद्र सिंह गढ़वाली सभागार सचिवालय देहरादून में दो दिवसीय प्रशासनिक अधिकारी सम्मेलन प्रारम्भ हुआ। 

adminidtration meeting CM Dhami



      उत्तराखंड सरकार ने आज अपनी दीर्घकालिक विकास प्राथमिकताओं को पुनः रेखांकित करते हुए नीति-निर्माताओं, वरिष्ठ प्रशासकों और जिला अधिकारियों को विकसित उत्तराखंड @ 2047 के रोडमैप को आगे बढ़ाने के लिए एक साथ लाया।


अपने उद्घाटन संबोधन में मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने एओसी (AOC) को क्षेत्रीय अधिकारियों और नीति-निर्माताओं के बीच प्रत्यक्ष संवाद का महत्वपूर्ण मंच बताया। उन्होंने कहा कि आमने-सामने की भागीदारी समन्वय को मजबूत करती है और उन क्षेत्रीय मुद्दों पर स्पष्टता लाती है, जिनके समाधान के लिए नीति-स्तरीय हस्तक्षेप आवश्यक है। मुख्य सचिव ने पर्यटन, बागवानी, स्वास्थ्य एवं वेलनेस और शहरी विकास को राज्य की विकास यात्रा के प्रमुख स्तंभों के रूप में चिन्हित करते हुए अनियोजित शहरी विस्तार को रोकने हेतु नियोजित एवं सतत शहरीकरण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि “विकसित उत्तराखंड 2047 तभी साकार होगा जब नीति निर्माण में जमीनी वास्तविकताओं का समुचित प्रतिबिंब हो। आशा है कि यह विचार-विमर्श हमारे साझा दीर्घकालिक लक्ष्य के लिए ठोस और समन्वित समाधान प्रदान करेगा।”


प्रमुख सचिव डा. आर.  मीनाक्षी सुन्दरम ने विकसित उत्तराखंड 2047 की विजनिंग प्रक्रिया प्रस्तुत की और 2025 से 2047 तक सतत विकास प्राप्त करने हेतु प्रस्तावित व्यापक आर्थिक मार्गों का विवरण दिया। बताया गया कि राज्य का जीएसडीपी 3.78 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 2047 तक 28.92 लाख करोड़ रुपये तक पहुँचने का अनुमान है। उन्होंने उच्च-मूल्य कृषि की ओर संक्रमण, सेवा क्षेत्र के विस्तार, डिजिटल पहुँच एवं गुणवत्ता के सुदृढ़ीकरण, साथ ही शिक्षा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र के उन्नयन की आवश्यकता पर जोर दिया।


वित्त सचिव  दिलीप जावलकर ने राज्य की वित्तीय स्थिति प्रस्तुत करते हुए उभरती चुनौतियों जैसे अनुदानों की समाप्ति, राजस्व वृद्धि में मंदी और व्यय में बढ़ोतरी का उल्लेख किया। उन्होंने साक्ष्य-आधारित नीति-निर्माण, यथार्थवादी अनुमान, लाइफ-साइकिल लागत आकलन और विभागों के बीच समन्वय को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि राज्य की दीर्घकालिक वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित की जा सके।


इंफ्रास्ट्रक्चर एवं मोबिलिटी रोडमैप प्रस्तुत करते हुए सचिव पंकज पांडे ने पिछले 25 वर्षों में बेहतर कनेक्टिविटी के क्षेत्र में हुई प्रगति को रेखांकित किया और डी-कंजेशन उपायों, मजबूत एवं लचीले बुनियादी ढांचे, तथा सार्वजनिक परिवहन के बेहतर एकीकरण की आवश्यकता पर बल दिया, विशेषकर पर्यटन तथा आर्थिक विकास को गति देने के लिए।


पर्यटन विभाग की अतिरिक्त सचिव ने विंटर टूरिज्म की अवधारणा प्रस्तुत की। इस संबंध में कुछ सर्किट चिन्हित किए गए हैं तथा इसे क्रियाशील बनाने के लिए नीतियों एवं प्रभावी अभिसरण की आवश्यकता पर बल दिया।


इसके अतिरिक्त, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चम्पावत,  उधम सिंह नगर और हरिद्वार के जिलाधिकारियों द्वारा क्रमशः हर्बल एवं औषधीय पौधों, वाइब्रेंट विलेजेज, बागवानी की संभावनाएँ, आकांक्षी जिला पहल तथा कचरा प्रबंधन से संबंधित जिला-स्तरीय उत्कृष्ट कार्यों का प्रस्तुतीकरण किया गया। विभिन्न जिला-स्तरीय चुनौतियों को भी जिलाधिकारियों द्वारा साझा किया गया। इस पर मुख्य सचिव ने सुझाव दिया कि चुनौतियों के समाधान एवं राज्य के त्वरित विकास हेतु कुछ संस्थागत ढाँचे विकसित किए जाने आवश्यक हैं।


बैठक में अपर सचिव नवनीत पांडेय  ने सम्मेलन का सफल संचालन किया।

इस दौरान बैठक में प्रमुख सचिव आर. के. सुधांशु व एल एल फैनई सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।



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