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 *गन्ना समर्थन मूल्य बढ़ाने पर किसानों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का किया आभार*

 *राज्य सरकार ने गन्ना मूल्य में की ₹30 प्रति क्विंटल की ऐतिहासिक बढ़ोतरी* 

 *उत्तराखंड बना पड़ोसी राज्यों से अधिक गन्ना मूल्य देने वाला राज्य*

 *निर्णय से करीब तीन लाख गन्ना किसानों को मिलेगा सीधा लाभ* 

CM dhamihoored handicapped


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी बुधवार को खटीमा दौरे पर रहे। इस दौरान क्षेत्र के किसानों ने गन्ना समर्थन मूल्य में उल्लेखनीय बढ़ोतरी किए जाने को लेकर मुख्यमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया और उनके निर्णय के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।


कार्यक्रम के दौरान भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र सिंह नेगी के नेतृत्व में पहुंचे किसानों ने मुख्यमंत्री श्री धामी को गन्ना, तथा पर्वतीय क्षेत्रों की पारंपरिक कृषि उपज—गडेरी, माल्टा, अदरक और शहद से भरी विशेष टोकरी—भेंट की।


महेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा गन्ने के समर्थन मूल्य में की गई वृद्धि से प्रदेश के लगभग तीन लाख गन्ना किसानों को सीधा आर्थिक लाभ मिलेगा। उन्होंने इस फैसले को किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में एक मजबूत कदम बताया।



उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड सरकार ने हाल ही में गन्ना मूल्य में ₹30 प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की है। अब शीघ्र प्रजाति वाले गन्ने का समर्थन मूल्य

₹375 से बढ़कर ₹405 प्रति क्विंटल हो गया है। सामान्य प्रजाति वाले गन्ने का समर्थन मूल्य ₹365 से बढ़कर ₹395 प्रति क्विंटल कर दिया गया है। इस निर्णय के बाद उत्तराखंड अब पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से भी अधिक गन्ना समर्थन मूल्य देने वाला राज्य बन गया है, जो गन्ना किसानों के लिए एक बड़ी राहत है।


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि किसानों के आर्थिक सशक्तीकरण के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रतिबद्ध है और किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है।


मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करने वालों में राज्य किसान मोर्चा के प्रदेश प्रभारी राजेंद्र सिंह बिष्ट, संदीप कुकसाल, हरीश सुनाल, नरेंद्र मेहरा, सोबन सिंह, भैरव खोलिया, रवीन्द्र रैकुनी, आनंदमणि भट्ट सहित अनेक किसान उपस्थित रहे।


*मुख्यमंत्री ने विश्व दिव्यांग दिवस पर हल्द्वानी में राज्य स्तरीय दक्षता पुरस्कार समारोह, दिव्यांगजनों को किया सम्मानित*


*दिव्यांग जन दिव्यांग नहीं, समाज के दिव्य-अंग हैं-मुख्यमंत्री*

 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को विश्व दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर समाज कल्याण विभाग द्वारा हल्द्वानी एमबीपीजी कॉलेज ऑडिटोरियम में राज्य स्तरीय दक्षता पुरस्कार वितरण समारोह में दिव्यांगजन प्रतिभागियों को पुरस्कार राशि, मेडल, प्रशस्ति पत्र एवं मानपत्र प्रदान किए।


इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने देहरादून में ₹905.13 लाख की लागत से बनने वाले आयुक्त दिव्यांगजन उत्तराखण्ड, उत्तराखण्ड बहुउद्देशीय वित्त एवं विकास निगम लिमिटेड तथा समाज कल्याण आईटी सेल के बहुउद्देशीय कार्यालय भवन का शिलान्यास तथा प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र, नैनीताल (एलिम्को) का लोकार्पण किया।


मुख्यमंत्री ने सभी दिव्यांगजनों को विश्व दिव्यांग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह दिवस केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि उन असाधारण व्यक्तियों को सम्मान देने का अवसर है जिन्होंने चुनौतियों को अवसर और संघर्षों को प्रेरणा में बदलकर समाज को दिशा दी है। उन्होंने कहा कि “दिव्यांगता शरीर में हो सकती है, लेकिन सपनों में नहीं”, और आज हमारे दिव्यांग भाई-बहन प्रत्येक क्षेत्र में देश का गौरव बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन दिव्यांग नही समाज के दिव्य अंग है।


उन्होंने भारत के पहले पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता मुरलीकांत पेटकर, इंग्लिश चौनल पार करने वाले सत्येंद्र सिंह लोहिया तथा बिना हाथों के विश्व पैरा तीरंदाजी चौंपियन बनीं शीतल देवी जैसे प्रेरक उदाहरण साझा किए। मुख्यमंत्री ने हाल ही में भारत की दिव्यांग महिला क्रिकेट टीम द्वारा कोलंबो में टी-20 ब्लाइंड वूमेन वर्ल्ड कप-2025 जीतने पर भी गर्व व्यक्त किया।


मुख्यमंत्री ने कहा कि आज केन्द्र और राज्य सरकार दोनों दिव्यांगजनों को समान अवसर और गरिमामय जीवन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। नए भवनों, अस्पतालों व बस अड्डों के निर्माण में दिव्यांगजन-अनुकूल व्यवस्थाएँ अनिवार्य की गई हैं। कई पुराने भवनों में भी सुगम्यता हेतु आवश्यक परिवर्तन किए गए हैं। साथ ही “कॉमन साइन लैंग्वेज” के प्रसार और दिव्यांगजन हितैषी स्टार्ट-अप्स को प्रोत्साहन भी सरकार की प्राथमिकता है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर दिव्यांगजनों को ₹1500 मासिक पेंशन, दिव्यांग बच्चों के अभिभावकों को ₹700 मासिक भरण-पोषण अनुदान, तीलू रौतेली विशेष दिव्यांग पेंशन योजना व बौना पेंशन योजना के तहत ₹1200 मासिक पेंशन के साथ ही सरकारी नौकरियों में दिव्यांगजनों के लिए क्षैतिज आरक्षण 3 प्रतिशत से बढ़ाकर 4 प्रतिशत किये जाने, दिव्यांग छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति तथा कृत्रिम अंगों हेतु ₹7000 अनुदान, दिव्यांग से विवाह करने पर ₹50,000 प्रोत्साहन राशि, दिव्यांग छात्रों के लिए सिविल सेवा परीक्षा की निःशुल्क ऑनलाइन कोचिंग सुविधा उपलब्ध कराते हुए जिला दिव्यांग पुनर्वास केन्द्रों के माध्यम से उन्हें सभी योजनाओं का एकीकृत लाभ प्रदान किया जा रहा है।


इसके साथ ही देहरादून स्थित आयुक्त दिव्यांगजन कार्यालय में ऑनलाइन सुनवाई की व्यवस्था तथा ऊधमसिंह नगर में मानसिक रूप से दिव्यांगों के लिए पुनर्वास गृह का निर्माण किया गया है। देहरादून में राज्य का पहला “प्रधानमंत्री दिव्यांशा केंद्र” भी प्रारंभ किया गया है। राज्य गठन के बाद पहली बार दिव्यांग सर्वेक्षण भी प्रारंभ किया गया है, जिससे दिव्यांगजनों की वास्तविक संख्या व आवश्यकताओं का सही आकलन हो सकेगा।


मुख्यमंत्री ने राज्य के “यंग इनोवेटिव माइंड्स” से अपील की कि वे अपने आविष्कारों में दिव्यांगजनों की जरूरतों को विशेष स्थान दें और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित तकनीक विकसित कर दिव्यांगजनों के जीवन को और सुगम बनाएं। उन्होंने अधिकारियों को ऐसे युवाओं को आवश्यक सहयोग प्रदान करने के निर्देश भी दिए।


कार्यक्रम में मुख्यमंत्री द्वारा 41 प्रतिभाशाली दिव्यांगजनों को ₹8000 की पुरस्कार राशि, मेडल, प्रशस्ति पत्र एवं मानपत्र प्रदान किए गए। मुख्यमंत्री ने सभी से व्यक्तिगत रूप से मिलकर उनका मनोबल भी बढ़ाया।

कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष दीपा दरमवाल, मेयर गजराज बिष्ट, विधायक बंशीधर भगत, सरिता आर्या, राम सिंह कैड़ा, दर्जा राज्यमंत्री सुरेश भट्ट, सचिव समाज कल्याण श्रीधर बाबू अदांगी, आईजी रिद्धिम अग्रवाल, जिलाधिकारी ललित मोहन रयाल, एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी सहित अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी, गणमान्य नागरिक एवं बड़ी संख्या में दिव्यांगजन उपस्थित रहे।



 *किसान अन्नदाता—सरकार हर कदम पर उनके साथ: मुख्यमंत्री धामी* 

 *कृषि, पशुपालन, मत्स्य और शहद उत्पादन बढ़ाने की अपील* 

 *रीप परियोजना के तहत महिलाओं को ई-रिक्शा और किसानों को अनुदान वितरित* 

CM Dhami pantnagar


 उत्तराखंड राज्य स्थापना रजत जयंती के अवसर पर गोविन्द वल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर द्वारा लोहिया हेड मैदान में आयोजित कृषि गोष्ठी एवं कृषि प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने  किया। मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी में विश्वविद्यालय, कृषि विभाग तथा विभिन्न संस्थानों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का अवलोकन किया और इसे किसानों के लिए अत्यंत उपयोगी बताया।


कृषि गोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि किसान हमारा अन्नदाता है, और किसान मजबूत होगा तो देश और प्रदेश दोनों प्रगतिशील एवं सम्पन्न बनेंगे। उन्होंने पंतनगर विश्वविद्यालय को हरित क्रांति की जन्मस्थली बताते हुए कहा कि यहां निरंतर शोध और नवाचार किए जा रहे हैं, जिनका लाभ किसानों तक पहुंच रहा है। मुख्यमंत्री ने किसानों से उन्नत बीजों, आधुनिक तकनीक और वैज्ञानिक पद्धतियों का उपयोग कर उत्पादन बढ़ाने तथा अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने का आह्वान किया।


उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों और सैनिकों की सरकार है, और किसानों की समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा। किसानों की आय दोगुनी करने और आर्थिकी को मजबूत करने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी कल्याणकारी योजनाओं का किसानों को अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की गई। उन्होंने कृषि के साथ पशुपालन, मत्स्य पालन, कुक्कुट पालन, रेशम, शहद उत्पादन जैसे सहायक व्यवसाय अपनाने को भी प्रोत्साहित किया।


मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य के इतिहास में पहली बार गन्ना किसानों को राहत देते हुए गन्ने के समर्थन मूल्य में ₹30 प्रति क्विंटल की ऐतिहासिक वृद्धि की गई है। उन्होंने किसानों से गन्ने का रकबा बढ़ाने और अधिक उत्पादन करने की अपील की, ताकि उन्हें बेहतर आय मिल सके। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि पंतनगर विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित इस प्रकार के कार्यक्रम प्रदेशभर में निरंतर आयोजित किए जाएंगे, जिससे सीमांत क्षेत्रों के किसानों को नवाचार और आधुनिक कृषि तकनीकों की जानकारी मिल सके।


कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने रीप परियोजना के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को छह ई-रिक्शा प्रदान किए। इसके साथ ही कृषि विभाग के दो प्रगतिशील किसानों को ₹49,750/- की अनुदान राशि के चेक और कुल 1000 किसानों के लिए निर्धारित कृषक किटों में से पाँच किट सांकेतिक रूप से वितरित की गईं। किसानों ने गन्ना मूल्य बढ़ोतरी के लिए मुख्यमंत्री का जोरदार नारे लगाकर स्वागत किया और उनके प्रति आभार व्यक्त किया।


कार्यक्रम में महापौर दीपक बाली, खटीमा नगर पालिका अध्यक्ष रमेश चंद्र जोशी, नानकमत्ता के प्रतिनिधि प्रेम सिंह टूरना, पूर्व विधायक डॉ. प्रेम सिंह राणा, दान सिंह रावत, राजपाल सिंह, कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया सहित अनेक अधिकारी, जनप्रतिनिधि और किसान बड़ी संख्या में उपस्थित थे।


*विंटर कार्निवाल 2025 -मंत्री गणेश जोशी ने समिति व प्रशासन संग की समीक्षा बैठक*


*रजत जयंती पर मसूरी में होगा विंटर कार्निवाल का भव्य महोत्सव -कै0मंत्री*


देहरादून :



मसूरी में 24 से 29 दिसंबर तक होने जा रहे विंटर लाइन कार्निवाल की तैयारियां तेज हो गई है। कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने विंटरलाइन कॉर्निवाल के सफल आयोजन को लेकर मंगलवार को राजपुर रोड़ स्थित मंथन सभागार में मसूरी महोत्सव समिति के सदस्यों व जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक की।


कैबिनेट मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड राज्य की रजत जयंती के अवसर पर इस वर्ष मसूरी विंटर कार्निवाल का भव्य आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि समिति के सुझाव पर इस बार यह कार्निवाल 26 दिसंबर की सामान्य तारीख से पहले उत्तराखंड राज्य आंदोलन के नायक इंद्रमणि बडोनी की 100वीं जयंती पर 24 दिसंबर से शुरू होगा। कार्निवाल का प्रत्येक दिवस महान विभूतियों के नाम समर्पित रहेगा। 25 दिसंबर को मा0 पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर महोत्सव होगा। वहीं शहीदों, पद्मश्री विजेताओं, रस्किन बॉड और राज्य अन्य महानायकों के नाम से भी कार्निवाल दिवस समर्पित रहेंगे। इस बार कार्निवाल एक स्थान के बजाय गांधी चौक, शहीद स्थल, पिक्चर पैलेस, लण्ढोर चौक, टाउन हॉल सहित अनेक स्थानों पर कार्निवाल का आयोजन किया जाएगा। मा0 मंत्री ने समिति को मसूरी महोत्सव का ब्राउज़र शीघ्र तैयार करने के निर्देश दिए।  


कैबिनेट मंत्री ने कहा कि मसूरी महोत्सव समिति में खेल और सांस्कृतिक प्रकोष्ठ को भी सम्मिलित किया जाए। मसूरी कार्निवाल में स्थानीय कलाकार एवं लोगों को वरीयता दी जाए। ताकि यहां आने वाले पर्यटकों को उत्तराखंड की लोक संस्कृति और परंपरा से रूबरू होने का मौका मिल सके। मा0 मंत्री ने निर्देश दिए कि विंटर कार्निवाल के लिए मसूरी को दुल्हन की तरह सजाया जाए। चौक चौराहों पर सौंदर्यीकरण, लाइटिंग और वॉल पेंटिंग की जाए। कार्निवाल में स्थानीय लोगों की सहभागिता के लिए पालिका के सभी वार्डाे के मध्य खेलकूद एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं रखी जाए। कार्निवाल में स्टार गेजिंग, ट्रैकिंग, विंटर लाइन व्यूविंग, रॉक क्लामिंग आईटीबीपी बैंड, फोटोग्राफी प्रतियोगिता जैसे कार्यक्रमों को भी सम्मलित करें। आईएसबीटी, रेलवे स्टेशन, एक्सप्रेस वे सहित सभी प्रमुख स्थानों पर होर्डिंग स्थापित कर मसूरी महोत्सव-2025 का व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए।


मा0 मंत्री ने लोक निर्माण विभाग को मसूरी सड़क एवं रैलिंग सुधारीकरण कार्याे को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। मसूरी के लिए वन-वे ट्रैफिक व्यवस्था हो सके, इसके लिए दूसरी तरफ की सड़क ठीक कराने पर भी जोर दिया। मा0 मंत्री ने निर्देश दिए कि कार्निवाल के दौरान सभी लाइन डिमाटमेंट एक्टिव रहे। बिजली, पानी, यातायात प्रबंधन, पार्किंग व्यवस्था, सटल सेवा, सुरक्षा, सफाई सहित ठंड के चलते अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। बैठक में मसूरी महोत्सव समिति के सदस्यों ने विंटर कार्निवाल के भव्य आयोजन को लेकर अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए।


बैठक में मसूरी नगर पालिका अध्यक्ष मीरा सकलानी, व्यापार संघ अध्यक्ष रजत अग्रवाल, प्रदेश संयोजक संस्कृति प्रकोष्ठ राजेन्द्र रावत, पूर्व जिला मंत्री सतीश ढ़ौडियाल आदि सहित जिलाधिकारी सविन बंसल, मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, अपर जिलाधिकारी केके मिश्रा, एमडीडीए सचिव मोहन सिंह बर्निया, संयुक्त मजिस्ट्रेट मसूरी राहुल कुमार, एसडीमए प्रत्यूष सिंह एवं विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


 

डोईवाला :



 धार्मिक परंपराएँ, आस्थाएँ, और संस्कृति जब एक अद्भुत रूप में मिलती हैं, तो यह न केवल एक श्रद्धा का प्रतीक बनता है, बल्कि समाज में आपसी प्रेम और सम्मान को भी बढ़ावा देता है। डोईवाला कॉलेज के पूर्व विश्वविद्यालय प्रतिनिधि अंकित तिवारी ने हाल ही में पुन्नीवाला स्थित सुरकण्डा माता मंदिर में एक खास वस्त्र, बद्रीश पिछौड़ी (बद्रीश वस्त्र) माता को भेंट किया। यह वस्त्र केवल एक पहनने की चीज़ नहीं है, बल्कि इसमें गहरी आस्था और धार्मिक इतिहास की भी छाप है।


यह पिछौड़ी वूमेन मंजू टम्टा द्वारा अंकित तिवारी को भेंट की गई थी, जिसमें पहली बार ज़री बॉर्डर के साथ-साथ भगवान बद्रीनाथ को पहनाए जाने वाले वस्त्र के छोटे से अंश का भी प्रयोग किया गया है। इस वस्त्र के साथ जुड़ी एक विशेषता यह है कि इसे भगवान बद्रीनाथ का प्रसाद मानकर उपयोग किया गया है, जिससे इसके धार्मिक महत्व को और भी विशेष बना दिया गया है।

पिछौड़ी वूमेन मंजू टम्टा ने इस वस्त्र के निर्माण के दौरान जो अनुभव प्राप्त किए, वह अपने आप में अद्भुत हैं। उनका कहना है कि यह एक प्रकार की आत्मिक अनुभूति थी और उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि जो भी इस वस्त्र को अपनाएगा, वह भगवान बद्री विशाल के आशीर्वाद का अनुभव करेगा। उनकी बात में सत्यता है, क्योंकि इस प्रकार के धार्मिक प्रतीकों में आस्था और विश्वास का प्रभाव न केवल भौतिक बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक रूप से भी गहरा होता है।


इस खास अवसर पर मंदिर के पुजारी रामप्रकाश तिवारी, भक्त बीना तिवारी, डॉ. मनमोहन कुकरेती और भारती तिवारी कुकरेती भी मौजूद थे। इन सभी ने इस भेंट को एक पवित्र आशीर्वाद मानते हुए इसकी सराहना की और इसे एक प्रेरणा के रूप में देखा, जो समाज में धार्मिक सद्भावना और आस्था को प्रोत्साहित करता है।


हम सभी जानते हैं कि धार्मिक स्थलों और मंदिरों में भेंट की जाने वाली वस्त्र परंपराओं का एक बड़ा ऐतिहासिक महत्व होता है। यह न केवल श्रद्धा का प्रतीक होते हैं, बल्कि समाज के विभिन्न हिस्सों को जोड़ने का काम भी करते हैं। इसी प्रकार, सुरकण्डा माता मंदिर में भेंट की गई यह बद्रीश पिछौड़ी न केवल माता सुरकण्डा के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि यह हमें धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर की क़ीमत भी याद दिलाती है.

अंत में, यह कहना उचित होगा कि इस प्रकार के धार्मिक कार्य केवल आस्था और परंपरा को नहीं निभाते, बल्कि समाज में एकता और शांति का संवर्धन भी करते हैं। यह हमें यह सिखाते हैं कि जब धार्मिक परंपराएँ आधुनिकता के साथ मिलती हैं, तो हम एक नई ऊर्जा और दिशा की ओर बढ़ सकते हैं, जो समाज को एकता और प्रेम के सूत्र में बांधने का कार्य करती है।

इस विशेष भेंट के माध्यम से, हमें यह अहसास होता है कि धार्मिक आस्थाएँ और परंपराएँ हमें न केवल जीवन में संतुलन प्रदान करती हैं, बल्कि समाज के भीतर एकता और शांति की भावना को भी बढ़ावा देती हैं। सुरकण्डा माता मंदिर में भेंट की गई बद्रीश पिछौड़ी का उदाहरण इसके उत्तम प्रमाण के रूप में उभर कर आता है।


ड्रग टेस्टिंग ड्राईव से न घबराएं छात्र/छात्राएं अभिभावक; इसका उद्देश्य केवल विद्यार्थियों, किशोरों को नशे के दुष्प्रभाव से बचानाःडीएम

 मुख्यमंत्री के नशामुक्त राज्य के विजन अन्तर्गत जिला प्रशासन के बड़े व कड़े कदम;

डीएम की चेतावनी: छात्र/छात्राएं के पाजिटिव पाए जाने पर सम्बन्धित संस्थान के डीन; स्वामी पर भी होगा विधिक एक्शन; मुकदमा दर्ज


देहरादून :



जिलाधिकारी सविन बंसल ने नशीले पदार्थों के अवैध कारोबार व विद्यार्थियों में बढती नशे की प्रवृत्ति पर सख्त रुख अपनाते हुए जिले में स्थित सभी शैक्षित संस्थानों में रोस्टरवार अभियान चलाते हुए टेस्टिंग कराने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी के निर्देशों के अनुपालन में उप जिलाधिकारी सदर हरिगिरि के नेतृत्व में आज दूसरे दिन भी ग्राफिकएरा डीम्ड यूनिवर्सिटी 150 छात्र/छात्रओं की रेंडम सैम्पलिंग की गई। वहीं जिलाधिकारी के सख्त निर्देश है कि यदि किसी स्कूल कालेज में ड्रग टेस्टिंग में कोई विद्यार्थी, बच्चे पासिटिव पाए जाते हैं तो सम्बन्धित डीन, कालेज स्वामी के विरूद्ध अपराधिक कार्यवाही की जाएगी। मा० मुख्यमंत्री के नशामुक्त राज्य के विजन को धरातल पर उतारने को जिला प्रशासन ने बड़े व कड़े कदम उठाते हुए विद्यार्थियों / किशोंरो को नशे के दुष्प्रभाव से बचाने कमर ली है।


जिलाधिकारी ने कहा कि ड्रग टैस्टिंग से छात्र/छात्राओं और अभिभावकों से न घबराने का अनुरोध किया तथा इस ड्राईव में जिला प्रशासन का सहयोग करने की अपेक्षा की हैं। उन्होंने कहा कि इस ड्राईव का उद्देश्य स्कूल, कालेज में अध्ययनरत् छात्र/छात्राओं, विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभाव से बचाना तथा नशामुक्त समाज बनाना है।


जिले के सभी निजी एवं शासकीय सभी शिक्षण संस्थानों में एंटी ड्रग्स कमेटी में स्कूल के एक छात्र और एक छात्रा को शामिल कर कमेटी को सक्रिय करने, नशीले पदार्थों के अवैध कारोबार की सूचना देने हेतु शिक्षण संस्थानों एवं सार्वजनिक स्थानों पर बैनर / पोस्टर के माध्मय से मानस हेल्पलाइन नंबर 1933, एनसीवी मानस पोटर्ल और डिस्ट्रिक्ट डी-एडिक्शन सेंटर हेल्पलाइन नंबर 9625777399 का पोस्टर सभी कार्यालयों में चस्पा कराते हुए इसका व्यापक प्रचार प्रसार कराने और हेल्पलाइन पर प्राप्त


होने वाली शिकायतों पर तत्काल एक्शन लेने के निर्देश दिए। जिला प्रशासन द्वारा रायवाला में ओल्ड एज होम में 30 बैडेड नशामुक्ति एवं मानसिक स्वास्थ्य केंद्र का संचालन किया जा रहा है। जिला प्रशासन ने एम्स से एमओयू करते हुए सातों दिन एम्स में 10 बेड इंटेंसिव थेरेपी के लिए रिजर्व भी किए है। नशे के संकट को दूर करने के लिए जिला प्रशासन ने अपना एंटी ड्रग्स हेल्पलाइन नंबर 9625777399 भी बनवाया है.

 छिददरवाला में वन्यजीवों का बढ़ता आतंक, गुलदार ने घर से कुत्ता उठाया ,हाथियों ने भी मचाया उत्पात 


ऋषिकेश:

Dog kiloed by leopard in chidderwala


 छिद्दरवाला क्षेत्र में वन्यजीवों का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार सुबह तड़के ग्राम पंचायत छिददरवाला के आशा प्लॉट  में उस समय हड़कंप मच गया, जब बाघ ने दीपक राणा के घर से कुत्ते को उठा ले गया। सुबह लगभग चार बजे हुई इस घटना के बाद कुत्ते का शव करीब तीन सौ मीटर दूर गन्ने के खेत से बरामद हुआ।

ग्रामीणों के अनुसार, गुलदार घर के पास देर रात से मंडरा रहा था। परिजन के शोर मचाने के बाद भी वह कुत्ते को गन्ने के खेतों की ओर घसीट कर ले गया। इससे आसपास के क्षेत्र में दहशत फैल गई है।

हाथियों का कहर जारी, फसलों का भारी नुकसान

इसी दौरान मंगलवार देर जंगल  जंगल से आए हाथियों के झुंड ने गांव में घुसकर खेतों में भारी तबाही मचाई। किसानों की गन्ना और अन्य फसलों को गम्भीर नुकसान पहुँचा है। किसानों ने बताया कि जंगल से लगे क्षेत्रों में आए दिन हाथियों का आतंक बढ़ रहा है।

ग्रामीणों ने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि भय और नुकसान की शिकायतों के बावजूद कोई राहत नहीं दी जा रही।

वन विभाग पर गंभीर आरोप, कार्रवाई की मांग

इस संबंध में ग्राम प्रधान गोकुल रमोला ने कड़ा रुख अपनाया और कहा कि

यदि जल्द से जल्द बाघ और हाथियों की उचित व्यवस्था नहीं की गई और कोई अप्रिय घटना घटती है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी वन विभाग की होगी। ग्रामीणों की सुरक्षा से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

गुलदार की भी दस्तक, पिंजरा लगाया गया

वहीं चकजोगीवाला क्षेत्र में गुलदार के बढ़ते मूवमेंट को देखते हुए वन विभाग ने पिंजरा लगाया है। अब गुलदार के छिददरवाला क्षेत्र में भी पहुँचने की जानकारी मिल रही है, जिससे ग्रामीणों की चिंता और बढ़ गई है।

स्थानीय निवासियों का कहना है कि एक ओर गुलदार  और हाथियों का खतरा बना हुआ है, वहीं अब गुलदार का आतंक से महिलाये और बच्चे घरों से बाहर निकलने में डर रहे हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से त्वरित कदम उठाने की मांग की है ताकि जन और पशुधन की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

 *मुख्यमंत्री ने प्रदान की विभिन्न विकास योजनाओं के लिए 271.33 करोड धनराशि की वित्तीय स्वीकृति*




मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य योजना के अन्तर्गत जनपद नैनीताल के विधानसभा क्षेत्र-नैनीताल में रामनगर- भण्डारपानी- अमगढ़ी- बोहराकोट- तल्लीसेठी- बेतालघाट- रतोड़ा- भुजान-जैना- बिल्लेख मोटर मार्ग (शहीद बलवन्त सिंह मेहरा मोटर मार्ग) के कि०मी० 58 से 69 के मध्य सड़क सुधारीकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्य हेतु ₹10.28 करोड़, जनपद नैनीताल के विधानसभा क्षेत्र-नैनीताल के विकासखण्ड बेतालघाट में दूनीखाल से रातीघाट (पाडली) मोटर मार्ग के किमी0 11 में 74.15 मी० स्पान प्रीस्ट्रेड सेतु के निर्माण हेतु ₹9.63 करोड़ की धनराशि स्वीकृत किये जाने का अनुमोदन प्रदान किया है।



मुख्यमंत्री ने जनपद अल्मोड़ा के विधानसभा क्षेत्र द्वाराहाट के अन्तर्गत नागार्जुन-डहल-जालली मोटर मार्ग के सुधारीकरण कार्य हेतु ₹5.67 करोड़, राज्य योजना के अन्तर्गत जनपद बागेश्वर के विधानसभा क्षेत्र बागेश्वर कसियालेख से धारी मोटर मार्ग के सुधारीकरण एवं सुदृढ़ीकरण कार्य हेतु ₹5.37 करोड़, जनपद चम्पावत के विकासखण्ड पाटी के अन्तर्गत खेतीखान में मल्टीलेवल पार्किंग निर्माण हेतु ₹ 6.64 करोड़ तथा जनपद चमोली के अन्तर्गत खेतीखान में नन्दा देवी राजजात यात्रा-2026 के पडाव सेम-तोप में सामुदायिक हाल एवं पार्किंग निर्माण हेतु ₹ 3.04 करोड  की धनराशि स्वीकृत किये जाने का अनुमोदन प्रदान किया है।



मुख्यमंत्री ने नाबार्ड वित्त पोषण से सम्बन्धित लघु सिंचाई विभाग द्वारा 33 कार्यों की कुल लागत ₹ 61 करोड की योजना (नाबार्ड वित्त पोषण हेतु) स्वीकृत किये जाने तथा बाल विकास विभागान्तर्गत केन्द्र पोषित योजना सक्षम आंगनबाड़ी एण्ड पोषण 2.0-आंगनबाड़ी सर्विसेज योजना हेतु  केन्द्रांश एवं राज्यांश की कुल ₹ 10 करोड़ की धनराशि स्वीकृत किये जाने का अनुमोदन प्रदान किया है।



मुख्यमंत्री द्वारा जनपद चमोली के जोशीमठ शहर की जल निकासी योजना (ड्रेनेज प्लान) हेतु ₹ 40 करोड़ तथा सीवरेज सिस्टम, घरेलू संयोजन तथा एसटीपी के निर्माण हेतु डीपीआर तैयार किये जाने के लिए ₹ 54 करोड़ की धनराशि का अनुमोदन प्रदान किया गया है।



मुख्यमंत्री द्वारा जनपद पौड़ी गढ़वाल वि०ख० दुगड्डा के कोटद्वार क्षेत्रांतर्गत खो नदी के बायें तट पर स्थित ग्राम बिशनपुर की बाढ़ सुरक्षा कार्य हेतु प्रथम किश्त के रूप में 3.21 करोड़ की योजना, नगर पालिका नैनीताल के अन्तर्गत वैडिंग जोन के निर्माण हेतु ₹ 4.07 करोड की योजना स्वीकृत किये जाने का अनुमोदन प्रदान किया गया है।



मुख्यमंत्री द्वारा पंचायती राज्य विभागान्तर्गत आर०जी०एस०ए० के अन्तर्गत पूंजीगत पक्ष में केन्द्रांश एवं राज्यांश हेतु अनुदान संख्या-19, 30 एवं 31 में नवीन लेखाशीर्षक खोलने के साथ ही ₹ 58.42 करोड की धनराशि का अनुमोदन प्रदान किया गया है।



*मुख्यमंत्री ने किया उत्तराखण्ड लोकतंत्र सेनानी सम्मान पेंशन अनुमन्य किये जाने का अनुमोदन*



मुख्यमंत्री द्वारा श्रीमती मुन्नी देवी पत्नी स्व० श्री मोहन सिंह रावत, निवासी-क्यूंकालेश्वर, मोहल्ला पौड़ी, जिला पौड़ी गढ़वाल को उत्तराखण्ड लोकतंत्र सेनानी सम्मान पेंशन उनके पति की मृत्यु के दूसरे दिन अर्थात् दिनांक 09.12.2023 से 20 हजार प्रतिमाह अनुमन्य किये जाने का अनुमोदन प्रदान किया गया है।



*मुख्यमंत्री ने दी राज्य सरकार और राज्य सरकार के स्वायत्तशासी निकायों/उपक्रमों के कर्मचारियों को महंगाई भत्ते की स्वीकृति*



मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने पांचवें केन्द्रीय पुनरीक्षित वेतनमान वेतन आहरित कर रहे सार्वजनिक निकाय/उपक्रमों/स्वायत्तशासी संस्थाओं के नियमित कर्मचारियों के लिए दिनांक 01 जुलाई, 2025 से मंहगाई भत्ते की मौजूदा दर को 466 प्रतिशत से बढ़ाकर 474 प्रतिशत किये जाने, छठवें केन्द्रीय वेतनमान में वेतन आहरित कर रहे सार्वजनिक निकाय/उपक्रमों के कर्मचारियों के लिए दिनांक 01 जुलाई, 2025 से मंहगाई भत्ते की मौजूदा दर को 252 प्रतिशत से बढ़ाकर 257 प्रतिशत किये जाने, सार्वजनिक निकाय/उपक्रमों/ स्वायत्तशासी संस्थाओं, जहां सातवां वेतनमान लागू है, के सिविल/पारिवारिक पेंशनरों को दिनांक 01.07.2025 से मूल वेतन में अनुमन्य महंगाई राहत की वर्तमान दर को 55 प्रतिशत से बढ़ाकर 58 प्रतिशत किये जाने तथा पालिका केन्द्रीयित/अकेन्द्रीयित सेवा के समस्त कर्मचारियों तथा सेवानिवृत्त कर्मचारियों एवं पारिवारिक पेंशनरों को दिनांक 01.07.2025 से मंहगाई भत्ते की वर्तमान दर 55 प्रतिशत से बढ़ाकर 58 प्रतिशत किये जाने का अनुमोदन प्रदान किया है।

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