Halloween party ideas 2015

 हल्द्वानी में खेल विश्वविद्यालय और लोहाघाट में महिला स्पोर्ट्स कॉलेज की कार्यवाही में तेजी लाई जाए।* 

*खेल एवं युवा कल्याण विभाग अग्निवीर भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को भी प्रदान करे आवश्यक सहयोग ।* 

*खेल विभाग की समीक्षा का दौरान मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश* 

sports university and women sports college uttarakhand


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में खेल विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को राज्य में खेल अवसंरचना के सुदृढ़ीकरण एवं युवाओं को खेलों के प्रति और अधिक प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि 38वें राष्ट्रीय खेलों के दौरान तैयार किए गए खेल अवसंरचना का नियमित रख-रखाव और उसके प्रभावी उपयोग पर विशेष ध्यान दिया जाए, ताकि राज्य में खेल गतिविधियों को निरंतर गति मिल सके। 


9उन्होंने निर्देश दिए कि इन परिसंपत्तियों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने के लिए राज्यभर में नियमित खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाए।


मुख्यमंत्री ने हल्द्वानी में प्रस्तावित खेल विश्वविद्यालय तथा लोहाघाट में बनने वाले महिला स्पोर्ट्स कॉलेज की कार्यवाही में तेज़ी लाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं के शीघ्र क्रियान्वयन से प्रदेश के खिलाड़ियों को उच्चस्तरीय प्रशिक्षण सुविधाएं मिलेंगी, जिससे राज्य खेल क्षेत्र में नई पहचान बनाएगा।


बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने युवाओं में खेलों के प्रति उत्साह और भागीदारी बढ़ाने के लिए न्याय पंचायत स्तर से लेकर विधायक, सांसद एवं मुख्यमंत्री चैंपियनशिप ट्रॉफी जैसी प्रतियोगिताओं का भव्य आयोजन सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने निर्देश दिए कि खेल एवं युवा कल्याण विभाग अग्निवीर भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को भी आवश्यक सहयोग प्रदान करे। 


मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि 39वें राष्ट्रीय खेलों के दृष्टिगत प्रदेश के खिलाड़ियों को और बेहतर प्रशिक्षण एवं संसाधन उपलब्ध कराए जाएं। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को समयबद्ध रूप से पुरस्कार, छात्रवृत्ति एवं बीमा सुरक्षा के लाभ सुनिश्चित किए जाएं। उन्होंने कहा कि खेल विभाग द्वारा निजी क्षेत्र एवं कॉरपोरेट जगत की भागीदारी से खेल अवसंरचना के विकास पर भी विशेष ध्यान दिया जाए, ताकि खेल सुविधाओं का विस्तार जन-जन तक हो सके।


मुख्यमंत्री ने कहा कि खिलाड़ियों को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए अनुभवी प्रशिक्षकों की नियुक्ति की जाए तथा राज्य में विभिन्न खेल अकादमियों की स्थापना से संबंधित कार्यों में गति लाई जाए। उन्होंने कहा कि सरकार का संकल्प प्रदेश में खेल संस्कृति को बढ़ावा देना और युवाओं की ऊर्जा को सकारात्मक दिशा देना है।


बैठक में खेल मंत्री श्रीमती रेखा आर्या, उत्तराखंड राज्य स्तरीय खेल परिषद के उपाध्यक्ष श्री हेमराज बिष्ट, प्रमुख सचिव श्री आर.के. सुधांशु, विशेष प्रमुख सचिव खेल श्री अमित सिन्हा, सचिव श्री शैलेश बगोली, निदेशक खेल श्री आशीष चौहान तथा खेल विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।


ऋषिकेश : 



ग्रामीण क्षेत्रों में आधार कार्ड अपडेट और नए कार्ड बनाने के लिए लगाए जा रहे शिविरों में अव्यवस्था से लोगों में भारी आक्रोश है। डीएम के निर्देश पर आयोजित इन शिविरों में रोज़ाना बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुँच रहे हैं, लेकिन सीमित संसाधनों के कारण अधिकांश लोगों को निराश होकर लौटना पड़ रहा है।

रविवार को छिद्दरवाला के सैनिक भवन में लगे आधार सेवा शिविर के तीसरे दिन भी यही हाल रहा। सुबह से ही ग्रामीणों की लंबी कतारें लगी रहीं, मगर अधिकांश लोगों को टोकन तक नहीं मिल पाया। शिविर में केवल दो सिस्टम लगाए गए हैं, जिनसे एक दिन में मुश्किल से 80 आधार कार्ड ही बन या अपडेट हो पा रहे हैं। इंटरनेट की धीमी गति ने भी कामकाज को प्रभावित किया।


स्थानीय ग्रामीण  अर्जुन पुरी  ने प्रशासन से मांग की है कि शिविर की  अवधि बढ़ाई जाए, ताकि सभी पात्र लोग आधार सुविधा का लाभ ले सकें।ग्रामीण प्रमोद रावत का कहना है कि वे सुबह से लाइन में खड़े रहते हैं, फिर भी शाम तक नंबर नहीं आता। ऐसे में वे निराश होकर लौटने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि शिविर में अतिरिक्त सिस्टम लगाए जाएं और अवधि बढ़ाई जाए, ताकि सभी पात्र लोग आधार सुविधा का लाभ ले सकें।

वहीं छिद्दरवाला  ग्राम प्रधान गोकुल रमोला ने अव्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि छिद्दरवाला क्षेत्र की छह ग्राम सभाओं के लिए मात्र तीन दिवसीय शिविर पर्याप्त नहीं है। उन्होंने बताया कि आवेदकों की संख्या सैकड़ों में है, लेकिन प्रतिदिन सिर्फ 80 कार्ड ही बन पा रहे हैं। वही जोगीवाला माफी ग्राम प्रधान शैलेन्द्र रांगड़ ने कहा जिलाधिकारी से क्षेत्र मे आधार शिविरो की अवधि बढाने की मांग की है | वही साहबनगर क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रतिनिधि राकेश रावत ने कहा कि क्षेत्र  मे स्थायी आधार केन्द्र खुलवाने के प्रयास किये जायेगे |

 श्री केदारनाथ धाम में आज बर्फबारी हुई है जबकि बद्रीविशाल धाम में सुपरस्टार रजनीकांत पंहुचे साथ ही बद्रीनाथ धाम में आरएसएस का भव्य पथ संचालन भी हुआ।

बदरीनाथ धाम 6 अक्टूबर



दक्षिण फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत ने आज  पूर्वाह्न को श्री बदरीनाथ धाम पहुंचे तथा भगवान बदरीविशाल के दर्शन किए। 


श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर  समिति अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने सुपर स्टार का स्वागत किया और उन्हें  बद्रीविशाल का  प्रसाद भेंट किया।उल्लेखनीय है कि तमिल फिल्मस्टार रजनीकांत  हर साल उत्तराखंड पवित्र तीर्थों में दर्शन हेतु  आते रहे हैं।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ( आर एस एस) शताब्दी वर्ष के अवसर पर

श्री बदरीनाथ धाम में  वंदेमातरम तथा भारत माता की जय उदघोष के साथ भब्य  पथ संचलन


श्री बदरीनाथ धाम:  


शरद पूर्णिमा के शुभ अवसर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आर.एस.एस.) के विजय दशमी पर पूरे हुए शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आज विश्व प्रसिद्ध श्री बदरीनाथ धाम  में  संघ का भव्य पथ संचलन आयोजित हुआ। स्वामीनारायण मंदिर से शुरू हुआ पथ संचलन का श्री बदरीनाथ धाम सिंह द्वार पर समापन हुआ  सभी स्वयंसेवकों ने श्री बदरीनाथ धाम में दर्शन भी किये। पथ संचलन में तीन सौ से अधिक स्वयंसेवकों ने गणवेश के साथ भाग लिया इस अवसर पर संघ का साहित्य भी वितरित किया गया।


इस अवसर पर संघ के स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में तथा मिनी स्वयंसेवकों के बैंड की धुनों,वंदेमातरम तथा भारत माता की जय उदघोष के साथअनुशासित पंक्तियों में मार्च करते हुए “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम्” के नारे लगाते  हुए श्री बदरीनाथ धाम के माणा रोड, बस टर्मिनल मार्ग मंदिर मार्ग हुए साकेत तिराहे से श्री बदरीनाथ मंदिर की तरफ आगे बढ़े।


पथ संचलन का शुभारंभ स्वामीनारायण मंदिर सभागार में मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलन, ध्वजारोहण एवं  "नमस्ते सदा वत्सले मातृ भूमे "प्रार्थना के साथ किया गया उसके बाद प्रांत प्रचारक डा. शैलेन्द्र  जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि हम विजय दशमी के उपलक्ष्य में देशभर में संघ के विभिन्न कार्यक्रम हुये है इसी के साथ डा हेडगेवार  बाबा साहब देवरस रज्जू भैया सहित  सभी संघ प्रमुख मार्गदर्शकों  का स्मरण करते हुए कहा कि प्रत्येक परिवार तक संघ पहुंचे युवाओं को शाखाओं में शामिल होने के लिए प्रेरित करें। कहा मातृ भूमि की रक्षा हेतु शास्त्र के साथ शस्त्र भी जरूरी हैं।

कहा कि कलयुग में संगठन में ही शक्ति है आज हमारी सनातन संस्कृति एवं संस्कारों का प्रभाव है कि आज विश्व के 60 देशों में संघ की शाखाएं है संघ व्यक्ति केंद्रित नहीं बल्कि सर्वसमावेशी तथा सह अस्तित्व की भावना में विश्वास रखता है संघ के कार्यकर्ता का जीवन मातृ भूमि के लिए न्यौछावर है।

भारतीय सनातन संस्कृति ऋषि मुनियों की विरासत है इसे बचाने का काम संघ का है कहा कि हमारी सभ्यता संस्कृति वसुधैव कुटुंबकम् की है हिंदु संगठित नही रहा इसलिए  देश को सैकड़ो वर्ष गुलाम रहना पड़ा। हिंदु समाज की एकता के लिए हमें अस्पृश्यता को जड़ से मिटाना होगा।


बदरीपुरी में स्थानीय लोगों एवं श्रद्धालुओं ने जगह-जगह फूल वर्षा कर स्वयंसेवकों का स्वागत किया। 


इस दौरान संघ के  सभी दायित्वधारियों ने  संघ के 100 वर्ष पूर्ण होने की ऐतिहासिक यात्रा,  राष्ट्रीय एकता अखंडता,समाजसेवा, राष्ट्र निर्माण और संगठन के आदर्शों पर प्रकाश डाला।


कार्यक्रम में उत्तराखंड प्रांत  प्रचारक डा. शैलेन्द्र जी सहित विभाग प्रचारक मनोज , श्री बदरीनाथ - केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी,महात्मा अमित दास  महाराज, जिला प्रचारक मिथिलेश  अतुल शाहजी सहित बड़ी संख्या में स्वयंसेवक, गणमान्य नागरिक तथा तीर्थयात्री स्थानीय जनता उपस्थित रही।


 आयोजन शांतिपूर्ण और अनुशासित वातावरण में श्री बदरीनाथ धाम सिंह द्वार पर प्रात प्रचारक के आशीर्वचन तथा आभार के साथ संपन्न हुआ।

  

शरद पूर्णिमा, जिसे को जागरी पूर्णिमा या रास पूर्णिमा भी कहते हैं; हिन्दू पंचांग के अनुसार आश्विन मास की पूर्णिमा को कहते हैं। 
  
शरद पूर्णिमा, जिसे को जागरी पूर्णिमा या रास पूर्णिमा भी कहते हैं; हिन्दू पंचांग के अनुसार आश्विन मास की पूर्णिमा को कहते हैं।                             दोपहर 12:23 से से पूर्णिन तिथि 06 अक्टूबर 2025 को लग रही है।           

ज्‍योतिष के अनुसार, पूरे साल में केवल इसी दिन चन्द्रमा सोलह कलाओं से परिपूर्ण होता है।हिन्दू धर्म में इस दिन कोजागर व्रत माना गया है। इसी को कौमुदी व्रत भी कहते हैं। इसी दिन श्रीकृष्ण ने महारास रचाया था। मान्यता है इस रात्रि को चन्द्रमा की किरणों से अमृत झड़ता है। तभी इस दिन उत्तर भारत में खीर बनाकर रात भर चाँदनी में रखने का विधान है।


ज्‍योतिष के अनुसार, पूरे साल में केवल इसी दिन चन्द्रमा सोलह कलाओं से परिपूर्ण होता है।हिन्दू धर्म में इस दिन कोजागर व्रत माना गया है। इसी को कौमुदी व्रत भी कहते हैं। इसी दिन श्रीकृष्ण ने महारास रचाया था। मान्यता है इस रात्रि को चन्द्रमा की किरणों से अमृत झड़ता है। तभी इस दिन उत्तर भारत में खीर बनाकर रात भर चाँदनी में रखने का विधान है।
SHARAD POORNIMA , JAGAR POORNIMA

कथा

एक साहुकार के दो पुत्रियाँ थी।दोनो पुत्रियाँ पुर्णिमा का व्रत रखती थी। परन्तु बडी पुत्री पूरा व्रत करती थी और छोटी पुत्री अधुरा व्रत करती थी। परिणाम यह हुआ कि छोटी पुत्री की सन्तान पैदा ही मर जाती थी। उसने पंडितो से इसका कारण पूछा तो उन्होने बताया की तुम पूर्णिमा का अधूरा व्रत करती थी जिसके कारण तुम्हारी सन्तान पैदा होते ही मर जाती है। पूर्णिमा का पुरा विधिपुर्वक करने से तुम्हारी सन्तान जीवित रह सकती है।

उसने पंडितों की सलाह पर पूर्णिमा का पूरा व्रत विधिपूर्वक किया। उसके लडका हुआ परन्तु शीघ्र ही मर गया। उसने लडके को पीढे पर लिटाकर ऊपर से पकडा ढक दिया। फिर बडी बहन को बुलाकर लाई और बैठने के लिए वही पीढा दे दिया। बडी बहन जब पीढे पर बैठने लगी जो उसका घाघरा बच्चे का छू गया। बच्चा घाघरा छुते ही रोने लगा। बडी बहन बोली-” तु मुझे कंलक लगाना चाहती थी। मेरे बैठने से यह मर जाता।“ तब छोटी बहन बोली, ” यह तो पहले से मरा हुआ था। तेरे ही भाग्य से यह जीवित हो गया है। तेरे पुण्य से ही यह जीवित हुआ है। “उसके बाद नगर में उसने पुर्णिमा का पूरा व्रत करने का ढिंढोरा पिटवा दिया।
ॐविधान

इस दिन मनुष्य विधिपूर्वक स्नान करके उपवास रखे और जितेन्द्रिय भाव से रहे। धनवान व्यक्ति ताँबे अथवा मिट्टी के कलश पर वस्त्र से ढँकी हुई स्वर्णमयी लक्ष्मी की प्रतिमा को स्थापित करके भिन्न-भिन्न उपचारों से उनकी पूजा करें, तदनंतर सायंकाल में चन्द्रोदय होने पर सोने, चाँदी अथवा मिट्टी के घी से भरे हुए १०० दीपक जलाए। इसके बाद घी मिश्रित खीर तैयार करे और बहुत-से पात्रों में डालकर उसे चन्द्रमा की चाँदनी में रखें। जब एक प्रहर (३ घंटे) बीत जाएँ, तब लक्ष्मीजी को सारी खीर अर्पण करें। तत्पश्चात भक्तिपूर्वक सात्विक ब्राह्मणों को इस प्रसाद रूपी खीर का भोजन कराएँ और उनके साथ ही मांगलिक गीत गाकर तथा मंगलमय कार्य करते हुए रात्रि जागरण करें। तदनंतर अरुणोदय काल में स्नान करके लक्ष्मीजी की वह स्वर्णमयी प्रतिमा आचार्य को अर्पित करें। इस रात्रि की मध्यरात्रि में देवी महालक्ष्मी अपने कर-कमलों में वर और अभय लिए संसार में विचरती हैं और मन ही मन संकल्प करती हैं कि इस समय भूतल पर कौन जाग रहा है? जागकर मेरी पूजा में लगे हुए उस मनुष्य को मैं आज धन दूँगी।

इस प्रकार प्रतिवर्ष किया जाने वाला यह कोजागर व्रत लक्ष्मीजी को संतुष्ट करने वाला है। इससे प्रसन्न हुईं माँ लक्ष्मी इस लोक में तो समृद्धि देती ही हैं और शरीर का अंत होने पर परलोक में भी सद्गति प्रदान करती हैं।



देहरादून;

upl 2025 trivendra singh rawat


 उत्तराखंड प्रीमियर लीग सीजन–2 (UPL-2) के रोमांचक फाइनल मुकाबले में सांसद हरिद्वार एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत तथा उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद, डोमरियागंज लोकसभा के श्री जगदम्बिका पाल  ने संयुक्त रूप से खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया।


फाइनल मुकाबला हरिद्वार एल्मास और नैनीताल टाइगर्स के बीच खेला गया, जिसमें हरिद्वार एल्मास ने शानदार प्रदर्शन करते हुए विजय प्राप्त की। सांसद श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने विजेता टीम को हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि यह प्रतियोगिता केवल एक खेल आयोजन नहीं, बल्कि उत्तराखंड की युवा ऊर्जा, खेल भावना और अनुशासन का जीवंत उत्सव है। खिलाड़ियों की लगन और टीम भावना प्रदेश के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत है।


उन्होंने आगे कहा कि खेल न केवल शारीरिक और मानसिक सशक्तिकरण का माध्यम हैं, बल्कि राष्ट्र निर्माण और सामाजिक एकता की भावना को भी मजबूत करते हैं।


सांसद श्री रावत ने आशा व्यक्त की कि ऐसे आयोजन प्रदेश के युवाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करेंगे तथा उत्तराखंड को खेल क्षेत्र में नई पहचान दिलाएंगे।


कार्यक्रम में बड़ी संख्या में खेल प्रेमियों, दर्शकों और युवा खिलाड़ियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

आज का राशिफलः

*दिनाँक:-06/10/2025,सोमवार*

चतुर्दशी, शुक्ल पक्ष, 

आश्विन

rashifal today 06 oct 2025


*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*


 * पूर्णिमा व्रत 


*शरद पूर्णिमा (रास पूर्णिमा)


*कोजागरी व्रत 


*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*


यस्यार्स्थास्तस्य मित्राणि यस्यार्स्थास्तस्य बान्धवाः ।

यस्यार्थाः स पुमाल्लोके यस्यार्थाः सचजीवति ।।

।।चाo नीo।।


 वह व्यक्ति जिसके पास धन है उसके पास मित्र और सम्बन्धी भी बहोत रहते है. वही इस दुनिया में टिक पाता है और उसीको इज्जत मिलती है.


*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*


गीता -: सांख्ययोग - अo-2


अव्यक्तोऽयमचिन्त्योऽयमविकार्योऽयमुच्यते।

 तस्मादेवं विदित्वैनं नानुशोचितुमर्हसि॥॥


यह आत्मा अव्यक्त है, यह आत्मा अचिन्त्य है और यह आत्मा विकाररहित कहा जाता है। इससे हे अर्जुन! इस आत्मा को उपर्युक्त प्रकार से जानकर तू शोक करने के योग्य नहीं है अर्थात्‌ तुझे शोक करना उचित नहीं है

 ॥25॥


*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*


देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।


🐏मेष

बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लंबी यात्रा हो सकती है। लाभ होगा। नए अनुबंध हो सकते हैं। रोजगार में वृद्धि होगी। रुके कार्य पूर्ण होंगे। प्रसन्नता रहेगी। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी। प्रशंसा मिलेगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। प्रमाद न करें।


🐂वृष

व्ययवृद्धि से तनाव रहेगा। किसी व्यक्ति के उकसावे में न आएं। विवाद से बचें। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा। व्यापार ठीक चलेगा। आय होगी। विवेक का प्रयोग करें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा।


👫मिथुन

आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। कोई बड़ा कार्य कर पाएंगे। व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। कार्य पूर्ण होंगे। प्रसन्नता रहेगी। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जोखिम न लें। भाइयों का सहयोग मिलेगा। आय में वृद्धि होगी।


🦀कर्क

तीर्थदर्शन हो सकता है। सत्संग का लाभ मिलेगा। राजकीय सहयोग से कार्य पूर्ण व लाभदायक रहेंगे। कारोबार मनोनुकूल रहेगा। शेयर मार्केट में जोखिम न लें। नौकरी में चैन रहेगा। घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। ध्यान रखें।


🐅सिंह

रोजगार में वृद्धि होगी। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति होगी। कोई बड़ा कार्य हो जाने से प्रसन्नता रहेगी। निवेश लाभदायक रहेगा। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। विवाद से बचें। आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है।


🙍‍♀️कन्या

अच्‍छी खबर मिलेगी। प्रसन्नता रहेगी। कार्यों में गति आएगी। विवेक का प्रयोग करें। लाभ में वृद्धि होगी। मित्रों के सहयोग से किसी बड़ी समस्या का हल मिलेगा। व्यापार ठीक चलेगा। घर-बाहर सुख-शांति रहेगी। पुराने संगी-साथी व रिश्तेदारों से मुलाकात होगी। नए मित्र बनेंगे।


⚖️तुला

राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। वैवाहिक प्रस्ताव प्राप्त हो सकता है। कारोबार से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। कोई बड़ा कार्य करने की योजना बन सकती है। कार्यसिद्धि होगी। सुख के साधनों पर व्यय होगा। प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें। शत्रुओं का पराभव होगा।


🦂वृश्चिक

वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग से हानि की आशंका है, सावधानी रखें। दूसरों के झगड़ों में हस्तक्षेप न करें। आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से क्षोभ होगा। फालतू की बातों पर ध्यान न दें। व्यापार ठीक चलेगा। जोखिम व जमानत के कार्य बिलकुल न करें।


🏹धनु

मेहनत सफल रहेगी। बिगड़े काम बनेंगे। कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी। आय में वृद्धि होगी। सामाजिक कार्य करने के अवसर मिलेंगे। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। समय की अनुकूलता का लाभ लें। धनार्जन होगा।


🐊मकर

लेन-देन में सावधानी रखें। किसी भी अपरिचित व्यक्ति पर अंधविश्वास न करें। शोक संदेश मिल सकता है। विवाद को बढ़ावा न दें। किसी के उकसाने में न आएं। व्यस्तता रहेगी। थकान व कमजोरी रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा। आय में निश्चितता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा।


🍯कुंभ

संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। प्रॉपर्टी ब्रोकर्स के लिए सुनहरा मौका साबित हो सकता है। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। रोजगार में वृद्धि के योग हैं। स्वास्थ्‍य कमजोर रहेगा। आय में वृद्धि होगी। व्यस्तता रहेगी। मित्रों की सहायता कर पाएंगे।


🐟मीन

मेहनत का फल पूरा नहीं मिलेगा। स्वास्थ्य खराब हो सकता है। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन मिल सकता है। यात्रा मनोरंजक रहेगी। पारिवारिक मांगलिक कार्य हो सकता है। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त हों सकते हैं ।


🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏

🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺

*आचार्य  पवन  पाराशर (वृन्दावन)*

 

*खेलों से जुड़ें युवा, जीवन में अनुशासन और टीमवर्क लाएं — मुख्यमंत्री धामी* 

 *प्रधानमंत्री मोदी के ‘खेलो इंडिया’ और ‘फिट इंडिया मूवमेंट’ ने देश में बढ़ाई खेल संस्कृति — सीएम* 

 *राज्य में 23 खेल अकादमियों की स्थापना होगी, 920 एथलीट हर साल पाएंगे प्रशिक्षण* 

 *हल्द्वानी में बनेगा उत्तराखंड का पहला खेल विश्वविद्यालय, लोहाघाट में महिला स्पोर्ट्स कॉलेज* 

 *उत्तराखंड अब अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं का केंद्र* 

 *खिलाड़ियों को 4% खेल कोटा, ‘उत्तराखंड खेल रत्न’ और ‘हिमालय खेल रत्न’ से सम्मानित कर रही सरकार* 

 ‘ *विकल्प रहित संकल्प’ ही सफलता का मंत्र — युवाओं को सीएम धामी का संदेश*


UPL 2025 concludes  by CM Dhami


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने  क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड की द्वारा राजीव गाँधी इंटरनेशनल स्टेडियम रायपुर देहरादून में आयोजित उत्तराखंड प्रीमियर लीग 2025 के समापन समारोह में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में लोकसभा सांसद श्री जगदम्बिका पाल भी उपस्थित रहे।


 सभी  खिलाड़ियों एंव आयोजन समिति के पदाधिकारियों का  स्वागत व अभिनन्दन करते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने  उत्कृष्ट प्रदर्शन द्वारा उत्तराखंड प्रीमियर लीग चैंपियनशिप को जीतने वाली टीम के सभी खिलाड़ियों को बधाई दी | 


मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि वे सभी टीमे और खिलाड़ी जो इस बार जीत से कुछ कदम दूर रह गए हैं उनसे मेरा आग्रह है कि खेल में हार-जीत स्वाभाविक है, लेकिन जो बात सबसे महत्वपूर्ण है वो है आपकी खेल भावना, परिश्रम और निरंतर आगे बढ़ने का जज्बा।



मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल न केवल युवाओं के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि खेल के माध्यम से युवाओं में अनुशासन, टीमवर्क और संघर्षशीलता जैसे गुणों का भी विकास होता है। इसी को देखते हुए हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने अपने कार्यकाल के प्रारंभ से ही ’’खेलो इंडिया’’ और ’’फिट इंडिया मूवमेंट’’ जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से देश में खेल संस्कृति को प्रोत्साहित करने की मजबूत नींव रखी। आज  प्रधानमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में भारत खेलों के क्षेत्र में भी नई ऊंचाइयों को छू रहा है तथा वैश्विक मंच पर अपनी विशिष्ट पहचान बना रहा है। उनके मार्गदर्शन में हमारी सरकार भी प्रदेश में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने और पुरूषों के साथ ही महिला खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने हेतु निरंतर प्रयास कर रही है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जानकार अत्यंत प्रसन्नता हुई है कि क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखण्ड द्वारा पुरूष खिलाडियों के साथ-साथ महिला खिलाडियों के क्रिकेट को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। महिला खिलाड़ियों की चार टीमों ने इस टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन किया और मुझे पूर्ण विश्वास है कि इस लीग में महिलाओं की भागीदारी भविष्य में मील का पत्थर साबित होगी। मुझे बताया गया है कि इतने कम समय में क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड की बालिकाओं द्वारा बी.सी.सी.आई. के तत्वाधान में आयोजित अंडर 19 वर्ग की प्रतियोगिता में दो बार चैम्पियन ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया गया है। इसके साथ ही ये हमारे राज्य के लिए अत्यंत गौरव का विषय है कि पर्वतीय राज्य की तीन बालिकाएं राघवी बिष्ट, प्रेमा रावत एवं नंदनी कश्यप अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने में कामयाब रही है। उन्होंने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से वर्तमान में न्यूजीलैंड में होने वाली सीरीज में भारतीय टीम में जगह बनाई है। 



मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तराखंड के युवाओं द्वारा बढ़-चढ़कर ऐसी प्रतियोगिताओं में भाग लिया जा रहा है, जो पूरे भारत में उत्तराखंड की अलग पहचान बना रहा है। आज का युवा उत्तराखंड को खेल के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण स्थान दिलाने के लिए प्रतिबद्ध दिखाई दे रहा है। लेकिन, यह भी सोचने का विषय है कि उत्तराखंड का टैलेंट बाहर क्यों जा रहा है?  हम जब देखते है कि हमारे पहाड़ी मूल के खिलाड़ी आईपीएल में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं, पर अपने राज्य से नहीं बल्कि दूसरे राज्यों की टीम से खेल रहे है। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि क्रिकेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों से कहना चाहता हूं कि  उत्तराखंड की टीम देश की सबसे मजबूत टीम बने, ऐसी व्यवस्था की जाए। क्योंकि हमारी सरकार प्रदेश में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने हेतु निरंतर प्रयास कर रही है। इसी वर्ष हमारे राज्य में आयोजित हुए 38वें राष्ट्रीय खेलों के भव्य एवं सफल आयोजन ने उत्तराखंड को “देवभूमि’’ के साथ ही “खेलभूमि” के रूप में भी स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त किया है। इस बार के राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने 103 पदक जीतकर इतिहास रचते हुए राज्य का गौरव बढ़ाने का कार्य किया। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तराखंड विश्वस्तरीय ’’स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर’’ के मामले में भी देश के प्रमुख राज्यों में गिना जाने लगा है और अब हमारे प्रदेश में राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन भी होने लग गए हैं। हमारी सरकार उत्तराखंड को खेलभूमि के रूप में स्थापित करने उद्देश्य से राज्य में शीघ्र ही एक ’’स्पोर्ट्स लेगेसी प्लान’’ भी लागू करने जा रही है, जिसके अंतर्गत प्रदेश के आठ प्रमुख शहरों में 23 खेल अकादमियों की स्थापना की जाएगी। इन अकादमियों में प्रत्येक वर्ष 920 विश्वस्तरीय एथलीट और 1000 अन्य खिलाड़ी उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार हल्द्वानी में उत्तराखंड का प्रथम खेल विश्वविद्यालय एवं लोहाघाट में एक महिला स्पोर्ट्स कॉलेज स्थापित करने की दिशा में भी तेजी से कार्य कर रही है। प्रदेश में खेलों के समग्र विकास और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से हमारी सरकार ने एक नवीन ’’खेल नीति’’ भी लागू की है | इस नीति के अंतर्गत राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेता खिलाड़ियों को ’’आउट ऑफ टर्न’’ सरकारी नौकरी प्रदान की जा रही है। इसके साथ ही, हमारी सरकार मुख्यमंत्री खेल विकास निधि, मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी योजना तथा खेल किट योजना जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से राज्य के उभरते हुए युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने का काम कर रही है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि हम ’‘उत्तराखण्ड खेल रत्न पुरस्कार’’ और ‘’हिमालय खेल रत्न पुरस्कार’’ प्रदान कर खिलाड़ियों की योग्यता को भी सम्मानित कर रहे हैं।  इसके अलावा, हमने राजकीय सेवाओं में खिलाड़ियों के लिए 4 प्रतिशत खेल कोटे को पुनः लागू कर दिया है, जिससे हमारे खिलाड़ियों के परिश्रम और कौशल को उचित अवसर और सम्मान मिल सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि  सफलता का एक ही मूल मंत्र है “विकल्प रहित संकल्प“, इस मूल मंत्र को अपनाकर आप अपना लक्ष्य निर्धारित करें और उस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जी-जान से जुट जाएं, जिस भी फील्ड में जाएं, वहां लीडर बनें।


इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री सुबोध उनियाल, विधायक श्री उमेश शर्मा, उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन के पदाधिकारी, खेल विभाग के अधिकारी व बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित थे |

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