Halloween party ideas 2015

 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। 

vishkarma diwas


विश्वकर्मा जयंती की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वकर्मा जयंती न केवल एक धार्मिक अवसर है, बल्कि यह कर्मशीलता, रचनात्मकता और तकनीकी कौशल का उत्सव भी है। विश्वकर्मा जयंती का यह पर्व प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले उद्यमियों, शिल्पियों व श्रमवीरों को सम्मानित करने का भी अवसर है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वकर्मा जयन्ती हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है, जो हमें सिखाता है कि हर रचना, हर निर्माण एक तपस्या है। इस अवसर पर हम सभी को यह संकल्प लेना होगा कि शिल्प, कला, विज्ञान और तकनीक के अधिष्ठाता विश्वकर्मा द्वारा दिखाए गए जनकल्याण के मार्ग को अपनाकर देश एवं उत्तराखण्ड की उन्नति में योगदान देने का प्रयास करें।

 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा गोद लिए गए चमोली स्थित आदर्श ग्राम सारकोट में मुख्यमंत्री का जन्मदिन सादगीपूर्ण तरीके से मनाया गया। सारकोट के ग्रामवासियों ने ग्राम प्रधान सुश्री प्रियंका नेगी के नेतृत्व में एक स्थान पर एकत्र होकर भजन कीर्तन, एवं ग्राम देवता के मंदिर में पूजा अर्चना कर मुख्यमंत्री की दीर्घायु की कामना की। 

bay wishes to Dhami

birthday wishes to CM dhami yuva sankalp trending



बड़ी संख्या में उपस्थित महिलाओं ने कहा कि मुख्यमंत्री के सारकोट गांव गोद लेने के बाद यहां की तस्वीर बदली है। उन्होंने कहा गांव में स्थानीय स्तर पर ही रोजगार के द्वार खुले हैं। महिलाओं ने  मुख्यमंत्री को अपना भाई बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने एक भाई, बेटे के रूप में सारकोट ग्राम की सेवा की है, जिसके लिए ग्रामवासी उनके आभारी हैं। 

प्रदेश के अन्य स्थानों पर भी मुख्यमंत्री के जन्मदिवस पर सेवा एवं जनकल्याण के कार्यक्रम सादगीपूर्ण तरीके से आयोजित किए गए। विभिन्न जिलों में आमजन ने जरूरतमंदों की सेवा, स्वच्छता अभियान, पौधारोपण, रक्तदान शिविर  जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से मुख्यमंत्री की दीर्घायु और उत्तम स्वास्थ्य की प्रार्थना की।



मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी को आज उनके जन्मदिवस के अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री एवं महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल माननीय श्री भगत सिंह कोश्यारी ने मुख्यमंत्री आवास, देहरादून पहुंच कर शुभकामनाएं दीं।


इस अवसर पर श्री कोश्यारी ने मुख्यमंत्री श्री धामी को दीर्घायु, उत्तम स्वास्थ्य तथा जनसेवा के पथ पर निरंतर प्रगति की कामना की। उन्होंने कहा कि श्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने कार्यकाल में प्रदेश के सर्वांगीण विकास, सुशासन और जनकल्याण के लिए जो संकल्प लिया है, वह प्रेरणादायक है।


मुख्यमंत्री श्री धामी ने भी श्री कोश्यारी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वह हमेशा से उनके मार्गदर्शक और प्रेरणा स्रोत रहे हैं। उन्होंने कहा कि श्री कोश्यारी जैसे वरिष्ठ नेताओं का आशीर्वाद और अनुभव उन्हें जनसेवा के कार्यों में ऊर्जा प्रदान करता है।

*जन्मदिवस पर प्राकृतिक आपदा के मोर्चे पर जूझते रहे मुख्यमंत्री धामी*


*मुख्यमंत्री ने तहसील दिवस में जुड़े लोगों से भी किया वर्चुअल संवाद*


*सुबह ही देहरादून के आपदा प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने निकले सीएम धामी*


16 सितंबर को अपने 50वें जन्मदिवस के मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, सुबह से ही प्रदेश में आपदा प्रबंधन के मोर्चे पर जूझते नजर आए। मंगलवार को मुख्यमंत्री ने सुबह ही आपदा प्रभावित क्षेत्र का जायजा लेने के साथ ही अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य के लिए आवश्यक दिशा- निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक दिन पहले ही मंगलवार 16 सितम्बर को पड़ने वाले अपने जन्मदिवस अवसर पर किसी प्रकार का उत्सव या औपचारिक आयोजन नहीं करने का निर्णय ले चुके थे। मुख्यमंत्री ने अपना जन्मदिन सादगी और सेवा के साथ मनाने की घोषणा करते हुए, समर्थकों से भी सादगी का पालन करने की अपील की थी। इधर, मंगलवार तड़के से ही प्रदेश में कई जगह आपदा की सूचना आने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी जन्मदिन की खुशियों को भूलकर, आपदा प्रबंधन में व्यस्त हो गए। मुख्यमंत्री ने तड़के ही जिलाधिकारियों से आपदा से हुए, नुकसान का विवरण पूछा। साथ ही नौ बजे से पहले ही देहरादून में मालदेवता क्षेत्र में आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए निकल गए। इस दौरान उन्होंने ट्रैक्टर पर चढ़कर, नुकसान का जायदा लिया, साथ ही प्रभावितों को हर संभव सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए।  


इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री आवास से प्रदेशभर की सभी तहसीलों में आयोजित तहसील दिवस कार्यक्रमों में वर्चुअल प्रतिभाग कर जनता से संवाद किया। उन्होंने लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित अधिकारियों को उनके त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए।मुख्यमंत्री ने कहा कि तहसील दिवस आमजन की समस्याओं के समाधान का सशक्त मंच है तथा सरकार का लक्ष्य है कि हर शिकायत का तय समय में निस्तारण हो। 




*प्रधानमंत्री सहित दिग्गजों ने दी शुभकामनाएं*


प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और देश के कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों सहित गणमान्य लोगों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं प्रेषित की है। अपने शुभकानाए संदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, मख्यमंत्री धामी उत्तराखंड के चहुंमुखी विकास में अहम भूमिका निभा रहे हैं। गृह मंत्री अमित शाह ने अपने संदेश में कहा कि मुख्यमंत्री धामी प्रधानमंत्री के नेतृत्व में गरीब कल्याण के साथ देवभूमि की प्रगति के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी, धर्मेंद्र प्रधान, मनोहर लाल खट्टर, डॉ मनसुख मांडविया, उत्तराखंड के राज्यपाल लेज (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, गोवा के सीएम प्रमोद सावंत, राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा, एमपी के सीएम डॉ मोहनलाल यादव, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सहित कई अन्य दिग्गजों ने भी मुख्यमंत्री को जन्मदिन की शुभकानाएं प्रेषित की हैं।

---



▪️ *अपराध एवं कानून व्यवस्था को लेकर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित*

▪️ *नये आपराधिक कानूनों, ई-एफआईआर और तकनीक आधारित जांच व्यवस्था को प्रभावी बनाने पर बल*



पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड द्वारा दिनांक 30 अगस्त, 2025 को आयोजित अपराध एवं कानून व्यवस्था संबंधी समीक्षा गोष्ठी में दिये गये निर्देशों के अनुपालन की स्थिति की समीक्षा हेतु *आज डॉ. वी. मुरुगेशन, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखण्ड द्वारा गढ़वाल एवं कुमाऊं रेंज सहित एसटीएफ एवं समस्त जनपदों के वरिष्ठ/पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक उच्च स्तरीय अपराध एवं कानून व्यवस्था समीक्षा बैठक* आयोजित की गई।


बैठक में पुलिस की कार्यप्रणाली में *आधुनिक तकनीक के प्रभावी उपयोग, साइबर अपराध सहित अन्य आपराधिक गतिविधियों पर त्वरित नियंत्रण और आम जन की सुरक्षा* सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत चर्चा की गई, जिसमें *एसटीएफ, समस्त जनपदों के एसओजी, डीसीआरबी, सीसीटीएनएस, एएचटीयू, सीनियर सिटिजन, पोर्टल प्रभारी सहित सभी अपर पुलिस अधीक्षक एवं क्षेत्राधिकारी* भी उपस्थित रहे।


*समीक्षा बैठक के दौरान दिए गए प्रमुख निर्देशः-*


▪️वर्तमान में चल रहे *महिला अज्ञात शवों की शिनाख्त सम्बन्धी अभियान* में की गयी कार्यवाही की विस्तृत समीक्षा करते हुए *शेष अज्ञात शवों की शीघ्र शिनाख्त* कराने हेतु निर्देशित किया। इसी प्रकार *महिला एवं बच्चों की सुरक्षा के अन्तर्गत मिसिंग प्रकरणों* के सम्बन्ध में समीक्षा करते हुये सभी जनपदीय प्रभारियों को इस सम्बन्ध में *पुलिस मुख्यालय से जारी एसओपी* का पालन करने के निर्देश दिये गये। *महिला एवं बच्चों की गुमशुदगी में एण्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग एंगल को ध्यान में रखते हुए विस्तृत जांच* करने हेतु निर्देशित किया।


▪️ *सीनियर सिटिजन तथा एकांकी जीवन व्यतीत कर रहे नागरिकों से लगातार सम्पर्क* करने तथा उनके साथ होने वाले अपराधों में त्वरित कार्यवाही करते हुये उनको पूर्ण सुरक्षा प्रदान करने के निर्देश दिये गये।


▪️ महिला सुरक्षा से जुड़ी गतिविधियों एवं *जन जागरुकता अभियानों को और अधिक प्रभावी* बनाया जाए।


▪️ *साइबर धोखाधड़ी / अपराध से सम्बन्धित शिकायतों में आवश्यक रूप से प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज* करने एवं व्यापक जन जागरुकता अभियान संचालित करने हेतु भी निर्देशित किया गया।


▪️ नये आपराधिक कानूनों के अन्तर्गत *ई-एफआईआर, जीरो-एफआईआर आदि जन सुविधाओं* का ध्यान रखते हुये इनमें नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिये।


▪️ *विभिन्न केन्द्रीय पोर्टलस* की सहायता लेकर अपराधों का अनावरण करने के साथ-साथ *फिंगर प्रिन्ट सहित अन्य वैज्ञानिक साक्ष्यों* का भी प्रयोग करें।


▪️सभी गंभीर तथा 7 वर्ष व उससे अधिक सजा वाले अपराधों में साक्ष्य संकलन हेतु *FSL / फील्ड यूनिट को अनिवार्य रूप से घटनास्थल* पर भेजा जाए *ई-साक्ष्य एप्प के अन्तर्गत कार्यवाही* करने और घटना का त्वरित एवं पारदर्शी अनावरण सुनिश्चित किया जाए।


▪️ *अभ्यस्त अपराधियों की अवैध रूप से अर्जित की गयी सम्पत्ति की जब्ती* की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।


▪️ *आपराधिक घटनाओं के शीघ्र अनावरण तथा चोरी व लूटी गयी सम्पत्ति की शत-प्रतिशत बरामदगी* हेतु भी निर्देशित किया गया।


समीक्षा गोष्ठी में *श्री करन सिंह नगन्याल, पुलिस महानिरीक्षक, अभिसूचना, श्री सुनील कुमार मीणा,  पुलिस महानिरीक्षक, सीसीटीएनएस, श्री योगेन्द्र सिंह रावत, पुलिस महानिरीक्षक, कार्मिक, श्री धीरेन्द्र सिंह गुन्ज्याल पुलिस उपमहानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी* मौजूद रहे।


 

एम्स ऋषिकेश

16 सितम्बर 2025

------


एम्स प्रशासन ने उन सभी संविदा कर्मियों को पुनः बहाल करने पर सहमति जता दी है जिनके पक्ष में न्यायालय द्वारा यथास्थिति बनाए रखने के आदेश पारित किए गए हैं। जबकि अन्य धरनारत पूर्व संविदा कर्मियों को भी एम्स प्रशासन आउट सोर्सिंग एजेन्सी के माध्यम से शीघ्र ही कार्य पर ले लेगा। 


अपनी सेवाओं को जारी रखने संबन्धी मांगों को लेकर धरनारत संविदा कर्मियों के प्रतिनिधि मंडल और एम्स प्रशासन के उच्चाधिकारियों के मध्य मंगलवार को सकारात्मक वार्ता हुई। वार्ता के दौरान एम्स प्रशासन ने संविदा कर्मियों की बातों को विस्तार पूर्वक सुना। सभी बिन्दुओं पर आवश्यक चर्चा उपरान्त नीतिगत मामलों को देखते हुए एम्स प्रशासन ने बताया कि कुछ संविदा कर्मियों के पक्ष में माननीय न्यायालय द्वारा रेगलुर स्टाफ की नियुक्तियां होने तक यथा स्थिति बनाए रखने के आदेश पारित किए गए हैं। न्यायालय के आदेशों का सम्मान करते हुए एम्स प्रशासन ऐसे सभी संविदा कर्मियों की पुनः बहाली करने पर सहमत है, जिनके पक्ष में यह ऑर्डर जारी हुए हैं। उन्होंने बताया कि इन सभी संविदा कार्मिकों की नियमानुसार दो-एक दिनों में बहाली कर दी जायेगी। एम्स प्रशासन ने यह भी बताया कि शेष अन्य पूर्व संविदा कर्मियों के पक्ष में भी संस्थान द्वारा सुहानुभूतिपूर्वक निर्णय लिया गया है। एम्स प्रशासन के अनुसार जिन कार्मिकों के पक्ष में न्यायालय द्वारा यथा स्थिति के आदेश पारित नहीं किए गए हैं उन्हें भी शीघ्र ही आउट सोर्सिंग एजेन्सी के माध्यम से काम पर वापिस ले लिया जायेगा। 


संस्थान प्रशासन का कहना है कि संविदा कर्मियों और आउट सोर्स कर्मचारियों के वेतन में ज्यादा अन्तर नहीं है। ऐसे में दोनों वर्गों का वेतन लगभग समानान्तर होगा और रोजगार संबन्धी उनकी समस्याएं भी दूर हो सकेंगी। यह भी बताया कि प्रतिनिधि मंडल ने वार्ता के दौरान वेतन बढ़ोत्तरी का विषय भी रखा था लेकिन एम्स प्रशासन के अनुसार इस मामले में तभी निर्णय हो सकेगा जब इन पदों पर विज्ञप्तियां पुनः जारी हा सकेंगी। अन्यथा ऐसा किया जाना नियम  विरूद्ध होगा। वार्ता में एम्स प्रशासन की ओर से उप निदेशक (प्रशासन) कर्नल राजीव सेन राॅय, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डॉ. मुकेश पाल और संविदा कर्मियों के प्रतिनिधि मंडल में प्रजापति डबराल और दीपक बिष्ट आदि शामिल थे।

 * अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों की समीक्षा की* 

" *आपदा की घड़ी में हर पीड़ित के साथ है सरकार" – सीएम पुष्कर सिंह धामी* 

 " *राहत-बचाव कार्यों में नहीं छोड़ी जाएगी कोई कसर" – मुख्यमंत्री ने दिए युद्धस्तर पर कार्रवाई के निर्देश* 

 *देहरादून समेत राज्यभर में SDRF और प्रशासन को अलर्ट मोड पर रखा गया – सीएम धामी* 

 *प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह ने सीएम धामी से की बातचीत, हरसंभव मदद का आश्वासन* 

 *लापता लोगों की खोज और फंसे नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश – सीएम*

 *राहत शिविरों में भोजन, पानी, चिकित्सा और बिजली की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश* 

 *मुख्यमंत्री ने नुकसान का लिया जायज़ा, कंट्रोल रूम से पूरे प्रदेश की स्थिति पर रखी नजर* 

 *SDRF व बिजली विभाग की कार्यशैली की मुख्यमंत्री ने की सराहना* 

" *अगले 3 दिनों में सभी जिलों में रहे पूरी तरह सतर्कता, मौसम पूर्वानुमान को और अधिक सुदृढ़ किया  जाए" – सीएम धामी* 

 *आपदा बचाव में साहसिक कार्य करने वाले नागरिकों को भी किया जाए सम्मानित* 

 *सीएम ने पेयजल विभाग को प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल की जल्द से जल्द आपूर्ति के साथ ही पेयजल की गुणवत्ता की निरंतर जांच करने के निर्देश दिए* 

 *स्वास्थ्य विभाग को भी आपदा के बाद होने वाली स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियां  के प्रति विशेष रूप से सतर्क रहने के निर्देश दिए* 

देहरादून सहित प्रदेशभर में लगातार हो रही अतिवृष्टि के कारण उत्पन्न स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार देर रात्रि को राज्य आपदा परिचालन केंद्र (SEOC) पहुँचे। इस दौरान उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग, SDRF, जिला प्रशासन और अन्य संबंधित एजेंसियों के अधिकारियों के साथ बैठक कर राहत एवं बचाव कार्यों की प्रगति की समीक्षा की।

CM Dhami reached SEOC


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा कंट्रोल रूम में राजधानी देहरादून तथा प्रदेश के अन्य जनपदों में मंगलवार रात अतिवृष्टि से हुए नुकसान की जानकारी ली तथा युद्धस्तर पर राहत एवं बचाव कार्य संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अतिवृष्टि के कारण जो लोग भी  प्रभावित हुए हैं, उन्हें तत्काल हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाए। जो लोग लापता हुए हैं, उनकी तलाश के लिए युद्धस्तर पर कार्य किए जाएं। उन्होंने कहा कि आपदा की इस घड़ी में सरकार सभी प्रभावित परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए की राहत और बचाव कार्यों में किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं होनी चाहिए। अधिकारी प्रभावित क्षेत्र का दौरा करें और लोगों की  समस्याओं का समाधान करें। उन्होंने आने वाले दिनों में भी मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट को देखते हुए सभी जनपदों में विशेष सतर्कता बरते जाने के निर्देश दिए हैं।

उन्होंने राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से प्रदेश में अतिवृष्टि से उत्पन्न स्थिति पर नजर रखने तथा जनपदों व विभिन्न विभागों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए राहत एवं बचाव कार्यों को प्रभावी ढंग से संचालित करने के निर्देश दिए।



मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश  दिए कि प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल सहायता पहुंचाई जाए तथा सभी आवश्यक संसाधनों को सक्रिय किया जाए ताकि किसी भी प्रकार की जनहानि को रोका जा सके। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि बचाव कार्यों में तेजी लाते हुए प्रभावित नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए। मुख्यमंत्री ने मौसम पूर्वानुमान को और अधिक सुदृढ़  करने के निर्देश दिए है | उन्होंने आपदा बचाव में साहसिक कार्य करने वाले नागरिकों को भी किया जाए सम्मानित करने की बात कही | सीएम ने पेयजल विभाग को प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल की जल्द से जल्द आपूर्ति के साथ ही पेयजल की गुणवत्ता की निरंतर जांच करने के निर्देश दिए है | मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को विशेष हिदायत देते हुए कहा कि  विभाग को आपदा के बाद फैलने वाली संभावित बीमारियों  के प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है | इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग अपनी तैयारियां पूरी कर ले  | 



मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि शासन और प्रशासन पूर्ण रूप से अलर्ट मोड में है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष निगरानी रखी जाए तथा राहत शिविरों में आवश्यक व्यवस्थाएं जैसे भोजन, पेयजल, चिकित्सा सुविधा और बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।



इस दौरान मुख्यमंत्री ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों में फील्ड पर कार्य कर रही टीमें, विशेषकर SDRF, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के कर्मचारियों की कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि सभी टीमें समन्वित रूप से कार्य करें और जनता को हर संभव सहायता प्रदान करें।



मुख्यमंत्री ने आमजन से भी अपील की कि वे प्रशासन द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हर नागरिक के साथ है और संकट की इस घड़ी में हरसंभव मदद प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने आज दूरभाष पर मुख्यमंत्री  से उत्तराखंड में अतिवृष्टि से उत्पन्न स्थिति की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। उन्होंने प्रदेश को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया और कहा कि केंद्र सरकार आपदा की इस घड़ी में राज्य के साथ मजबूती से खड़ी है।


 बैठक में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावित जनपदों के जिलाधिकारियों से  राहत कार्यों की आदतन जानकारी ली | 



बैठक में कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज,  मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, प्रमुख सचिव,  सचिव आपदा प्रबंधन  NDRF,  SDRF के अधिकारी सहित वर्चुअल माध्यम से सभी जनपदों के जिलाधिकारी  व अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

 

*आपदा की इस घड़ी में केंद्र और राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है: त्रिवेन्द्र*



हरिद्वार। सांसद हरिद्वार एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आज हरिद्वार नेशनल हाईवे पर लालतप्पड़ पुल और आसपास के आपदा प्रभावित क्षेत्रों—डोईवाला के माजरी, शेरगढ़, चांडी गांव, विस्थापित बस्तियाँ, अधूरवाला, खादर एवं तुड़ान आदि गाँवों का स्थलीय निरीक्षण किया।


इस दौरान उन्होंने आपदा से प्रभावित परिवारों से भेंट कर उनकी व्यथा को निकट से सुना और प्रत्येक परिवार को हर संभव सहयोग एवं सहायता का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि आपदा की इस घड़ी में केंद्र और राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है और उनके पुनर्वास व राहत कार्यों को प्राथमिकता से पूरा किया जाएगा।


सांसद श्री रावत ने प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए कि राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी लाते हुए ठोस और प्रभावी कदम उठाए जाएँ ताकि प्रभावित परिवारों को त्वरित राहत मिल सके।


उन्होंने स्पष्ट किया कि हम सभी आपदा पीड़ित परिवारों के साथ पूरी मजबूती से खड़े हैं और उनके पुनर्वास एवं जीवन को सामान्य बनाने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।

 जन्मदिन पर आपदा से जूझते रहे मुख्यमंत्री धामी: हेमंत द्विवेदी 

देहरादून;



 उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं बीकेटीसी के अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी ने अपने जन्मदिन को सादगी और सेवा भाव के रूप मना कर पूरे उत्तराखंड में एक आदर्श पेश किया है। 


प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता श्री हेमंत द्विवेदी ने कहा कि जिस तरह से आपदा से घिरे पीड़ित लोगों तक पहुंचे और उनकी सुध ली, वह सराहनीय है। श्री द्विवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी अपने  50वें जन्मदिन के मौके पर सुबह से ही प्रदेश में आपदा प्रबंधन के मोर्चे पर जूझते हुए दिखाई पड़े। मुख्यमंत्री जी मंगलवार को सुबह ही आपदा प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के साथ ही अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य के विशेष निर्देश दिए। साथ ही नौ बजे से पहले ही देहरादून में मालदेवता क्षेत्र में आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए निकल गए। इस दौरान उन्होंने ट्रैक्टर पर चढ़कर, नुकसान का जायजा लिया, साथ ही प्रभावितों को हर संभव सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए।  श्री द्विवेदी ने कहा कि ऐसा करके मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड में ऐसा छाप छोड़ी है जिसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए वो कम है।



मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी  ने अपने जन्मदिन अवसर पर किसी प्रकार का उत्सव या औपचारिक आयोजन नहीं करने का निर्णय लिया था। मुख्यमंत्री ने अपना जन्मदिन सादगी और सेवा के साथ मनाने की घोषणा करते हुए, समर्थकों से भी सादगी का पालन करने की अपील की थी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री  जी ने मुख्यमंत्री आवास से प्रदेशभर की सभी तहसीलों में आयोजित तहसील दिवस कार्यक्रमों में वर्चुअल प्रतिभाग  किया।  जनता से संवाद किया। । इसके अलावा मुख्यमंत्री जी हरिद्वार स्थित देव संस्कृति विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित इंडियन एआई समिट में हिस्सा लिया। श्री द्विवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी जी उत्तराखंड के चहुंमुखी विकास में अहम भूमिका निभा रहे हैं। साथ ही, देवभूमि की प्रगति के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। श्री द्विवेदी ने कहा कि भगवान उन्हें और ज्यादा शक्ति दें, ताकि मुख्यमंत्री जी दीन-दुखियों की सेवा ज्यादा से ज्यादा कर सके। साथ ही, अपने इस प्रदेश को अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाने में कामयाब हो सकें।


l

www.satyawani.com @ All rights reserved

www.satyawani.com @All rights reserved
Blogger द्वारा संचालित.