डॉ मुरलीधर सिंह शास्त्री अधिवक्ता माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद एवं लखनऊ
की कलम से
17 जून 2025
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास अयोध्या बिरला धर्मशाला के सामने पत्रकारों एवं अधिवक्ताओं के
लिए दर्शन हेतु लिए एक अलग काउंटर खोले
पत्रकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ है तथा न्यायपालिका एवं अधिवक्ता तीसरे स्तंभ है
इनका सम्मान होना चाहिए
दोनों का जीवन के जवानी कlल संघर्षों में गुजर जाता है
इसकी सरकार एवं समाज द्वारा विशेष ध्यान देना चाहिए
जब हम प्रचार के लिए पत्रकार की ओर ध्यान देते हैं जब किसी प्रकरण में उलझते हैं तो वकील की तरफ ध्यान देता है,इसका सम्मान भी करना चाहिए।
उल्लेखनीय है की श्री राम जन्मभूमि क्षेत्र न्यास का गठन भारतीय संसद द्वारा 5 फरवरी 2020 को किया गया था इसके बाद इसका विस्तार हुआ इसका पंजीकृत कार्यालय देश के जाने-माने वकील पद्म विभूषण श्री के प्र परlसरण जी आवास ग्रेटर कैलाश पंजीकृत कार्यालय नई दिल्ली में ही है तथा स्थानीय कार्यालय अयोध्या जी रामकोट क्षेत्र में बन गया है।
श्री राम जन्मभूमि मंदिर आंदोलन की लंबी लड़ाई है विशेष रूप से 1989 से देखा जाए तो इसमें वकील एवं पत्रकारों की आम जनमानस साधु महात्माओं राजनेताओं के साथ विशेष भूमिका रही है।
इसमें अयोध्या के वरिष्ठ पत्रकार एवं प्रेस क्लब अयोध्या अध्यक्ष श्री महेंद्र त्रिपाठीजो आजकल बीमार हैं राम जन्मभूमि मुकदमे में सरकारी गवाह बने थे उनके द्वारा भी अलग काउंटर की मांग की गई है।
सरकारी गवाह बनने से अनेक लोगों को राहत मिली तथा सुप्रीम कोर्ट से जजमेंट आने के बाद सब लोग बरी हो गए ।
बहुत से वकील इस केस मुकदमे में लड़े जो वयोवृद्ध हो गए तथा अपने परिवार के सदस्यों को विभिन्न सरकारों में सरकारी वकील नामित करने में सफल रहे ।
जिसमें अनेक केंद्रीय मंत्री भी हैं विभिन्न राज सरकारों के मंत्री भी हैं पर इस केस के लड़ने वाले मुख्य वरिष्ठ अधिवक्ता एवं भारत के पूर्व अटार्नी जनरल तथा तमिलनाडु के त्रि तिर्चनापल्ली के निवासी श्री के परालसारण ने कोई भी सुविधा नहीं लिया और अनेक अधिकारी पूर्व अधिकारी भी ट्रस्ट में अपनी भूमिका निभा रहे हैं तथा वर्तमान अधिकारी एवं उनके परिवार के सदस्य तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य वरिष्ठ पदों पर सेवा दे रहे हैं।
श्री राम जन्मभूमि का के मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी 2024 को हो चुका है तथा द्वितीय चरण के राम दरबार का उद्घाटन भी 5 जून 2025 को हो चुका है तथा जो भी अवशेष मंदिर बच्चे हैं वह पूर्ण रूप दिसंबर 2025 तक पूर्ण हो जाएंगे
अनेक लोगों के दर्शन आदि के लिए ऑनलाइन एवं विशेष सुविधा व्यवस्था है लेकिन मैं पत्रकारों के साथ एवं अधिवक्ताओं के साथ विगत 40 वर्षों से सक्रिय हूं मैं देखने में आता है कि पत्रकार एवं अधिवक्ता दोनों की जवानी संघर्षों में गुजर जाती और इनको सरकार या समाज से कोई विशेष लाभ नहीं होता।
20% ऐसे पत्रकार हैं जो पत्रकारिता नहीं करते केवल दलाली करते हैं वह लाभ ले लेते हैं और सरकार से भी मान्यता ले लेते हैं विज्ञापन ले लेते हैं आवास ले लेते हैं लेकिन जो पत्रकार 80% है और सुविधाओं से वंचित रहते हैं उनके लिये मेरा आज अधिवक्ता के रूप में संघर्ष जारी है। जिसमें उनको 58 साल के बाद पेंशन दिलाना तथा उन पर एक उनके आश्रितों को किसी भी संस्थान में रोजी-रोटी के लिए नौकरी दिलाने का भी प्रयास जारी है।
क्योंकि यह सरकार जनता की सरकार है और इस सरकार को भी विशेष ध्यान देना चाहिए यदि पत्रकारों और वकीलों पर ध्यान नहीं दिया गया आज गया तो लोकतंत्र समाप्त हो जाएगा एक लोकतंत्र का तीसरा स्तंभ है।GगGG देख लोकतंत्र का चौथा स्तंभ इसलिए इसको सरकार को विशेष सुविधा देना चाहिए तथा ट्रस्ट के लोग भी प्रचार के लिए पत्रकारों पर निर्भर होते हैं तथा ट्रस्ट में भी कुछ फर्जी पत्रकार घूमते रहते हैं ।
उसकी भी सरकारी एजेंसियों से जांच करानी चाहिए तथा सही पत्रकारों को महत्व देना चाहिए तथा ट्रस्ट में आने वाले सभी दान को अपने वेबसाइट पर समय-समय पर प्रत्येक सप्ताह लोड करते रहना चाहिए ।