Halloween party ideas 2015

 

देहरादून :



 शासन से प्राप्त निर्देशों के क्रम में जिलाधिकारी सविन बंसल  ने अवगत कराया है कि वर्तमान में ईरान एवं इजरायल के मध्य संघर्ष के परिणामस्वरूप भारत सरकार के स्तर पर ऐसे लोगों को जो ईरान से भारत वापस आना चाहते हैं, की सुरक्षित वापसी के लिए लगातार कार्यवाही की जा रही है।

 इस क्रम में शासन द्वारा उत्तराखण्ड के ऐसे प्रवासीगण जो ईरान में निवासरत हैं तथा भारत वापस आने के इच्छुक हैं, ऐसे लोगों का विवरण निर्धारित प्रारूप पर प्राप्त  किया जाना  प्रस्तावित  है, ताकि सक्षम प्राधिकारी को इस प्रकार की सूचना प्रेषित करते हुए उत्तराखण्ड के प्रवासीगणों की वापसी सुनिश्चित की जा सके।


 जिलाधिकारी ने जनपद के ऐसे प्रवासीगण जो वर्तमान में ईरान में रह रहे  तथा भारत में वापसी करना चाहते हैं, ऐसे लोगों का विवरण निर्धारित प्रारूप पर सामान्य प्रशासन विभाग, उत्तराखण्ड शासन की ई-मेल-gadukgovt@gmail.com पर निम्न सूचनाओं के साथ उपलब्ध कराने हेतु अनुरोध किया है :


1. व्यक्ति का नाम.....

2. पिता/पति का नाम.....

3. उत्तराखंड में स्थायी पता.....

4. संपर्क व्यक्ति का मोबाइल नंबर....

5. प्रवासी के साथ रहने वाले परिजनों का नाम....

6. ईरान में वर्तमान पता/ मो.न./व्हाट्सएप ऐप नं0.....

7. पासपोर्ट नंबर....

 

 साथ ही इच्छुक व्यक्ति जिला आपदा प्रबंधन के कंट्रोल रूम के व्हाट्सएप नंबर 7534826066,

 लैंडलाइन नंबर 0135-2726066 और टोल फ्री नंबर 1077 पर संपर्क कर सकते है।

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 *राज्य के 12 जनपदों (जनपद हरिद्वार को छोड़कर) में त्रिस्तरीय पंचायतों के सामान्य निर्वाचन के लिए राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा अधिसूचना जारी*

Tri level panchayat election uttarakhand  information released


*राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री सुशील कुमार ने त्रिस्तरीय पंचायतों के सामान्य निर्वाचन को लेकर तय कार्यक्रम एवं आयोग की तैयारियों की जानकारी दी*


*त्रिस्तरीय पंचायतों के सामान्य निर्वाचन दो चक्रों में*


*नामांकन की पक्रिया 25 जून 2025 से प्रारंभ होगी और पहले चक्र में 10 जुलाई  तथा दूसरे चक्र में 15 जुलाई 2025 को मतदान* 


*मतगणना 19 जुलाई 2025 को होगी* 


*राज्य में नगरीय क्षेत्रों एवं जनपद हरिद्वार को छोड़कर आदर्श आचार संहिता लागू*



राज्य के 12 जनपदों (जनपद हरिद्वार को छोड़कर) में त्रिस्तरीय पंचायतों के सामान्य निर्वाचन के लिए राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है। राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री सुशील कुमार ने बताया है कि राज्य  में त्रिस्तरीय पंचायतों के सामान्य निर्वाचन दो चक्रों में संपन्न कराए जायेंगे। नामांकन की पक्रिया 25 जून 2025 से प्रारंभ होगी और पहले चक्र में आगामी 10 जुलाई 2025 तथा दूसरे चक्र में 15 जुलाई 2025 को मतदान की प्रक्रिया संपन्न कराई जाएगी। मतगणना 19 जुलाई 2025 को होगी। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा पंचायतों के निर्वाचन को देखते हुए राज्य में नगरीय क्षेत्रों एवं जनपद हरिद्वार को छोड़कर आदर्श आचार संहिता लागू कर दी गई है। 

राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री सुशील कुमार ने शनिवार को राज्य निर्वाचन आयोग के सभाकक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता में राज्य के 12 जनपदों (जनपद हरिद्वार को छोड़कर) में त्रिस्तरीय पंचायतों के सामान्य निर्वाचन को लेकर तय कार्यक्रम एवं आयोग की तैयारियों की जानकारी दी। इस मौके पर आयोग के सचिव राहुल कुमार गोयल और संयुक्त सचिव कमलेश मेहता भी उपस्थित रहे। 

राज्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि पंचायत चुनावों के लिए आयोग के द्वारा शनिवार को जारी अधिसूचना के क्रम में संबंधित जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला निर्वाचन अधिकारी (पंचायत) अपने जिले की ग्राम पंचायतों के सदस्यों, ग्राम पंचायतों के प्रधानों, क्षेत्र पंचायतों के सदस्यों तथा जिला पंचायत के सदस्यों के प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्रों का पदों व आरक्षण सहित पूर्ण विवरण देते हुए सोमवार 23 जून 2025 को अधिसूचना जारी करेंगे। आयोग द्वारा दो चक्रों में निर्वाचन संपन्न कराने हेतु निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सभी चक्रों के लिए नामांकन दिनांक 25 जून 2025 से 28 जून 2025 तक पूर्वाह्न 8.00 बजे से अपराह्न 4.00 बजे होंगे। नामांकन पत्रों की जांच की पक्रिया 29 जून 2025 से 01 जुलाई 2025 तक पूर्वाह्न 8.00 बजे से कार्य समाप्ति तक संपन्न कराई जाएगी। नाम वापसी की तिथि 2 जुलाई 2025 पूर्वाह्न 8.00 बजे से अपराह्न 3.00 बजे तक निर्धारित है। 

प्रथम चक्र के लिए निर्वाचन प्रतीक चिन्हों का आवंटन 03 जुलाई 2025 को और द्वितीय चक्र के लिए निर्वाचन प्रतीक चिन्हों का आवंटन 08 जुलाई 2025 पूर्वाह्न 8.00 बजे से किया जाएगा। पहले चक्र में निर्धारित विकास खंडों के अंतर्गत आगामी 10 जुलाई 2025 को तथा दूसरे चक्र में निर्धारित विकास खंडों के अंतर्गत 15 जुलाई 2025 को  पूर्वाहन 8.00 बजे से अपराहन 5.00 बजे तक मतदान होगा। मतगणना आगामी 19 जुलाई 2025 को पूर्वाह्न 8.00 बजे से होगी।

अधिसूचना के अनुसार प्रथम चक्र में अल्मोड़ा जनपद के ताकुला, धौलादेवी, ताड़ीखेत भैंसियाछाना, लमगड़ा एवं चौखुटिया, ऊधमसिंहनगर जिले के खटीमा, सितारगंज, गदरपुर एवं बाजपुर, चंपावत जिले के लोहाघाट एवं पाटी, पिथौरागढ़ जिले के धारचूला, डीडीहाट, मुनस्यारी एवं कनालीछीना, नैनीताल जिले के बेतालघाट, ओखलकाण्डा, रामगढ एवं धारी, बागेश्वर जिले के बागेश्वर, गरूड़ एवं कपकोट, उत्तरकाशी जिले के मोरी, पुरोला एवं नौगांव, चमोली जिले के देवाल, थराली, ज्योतिर्मठ एवं नारायणबगड, टिहरी गढवाल जिले के जौनपुर, प्रतापनगर, जाखणीधार, थौलधार एवं भिलंगना, देहरादून जिले के चकराता, कालसी एवं विकासनगर, पौड़ी गढवाल जिले के खिर्सू, पाबौ, थलीसैंण, नैनीडाण्डा, बीरौंखाल, रिखणीखाल, एकेश्वर एवं पोखड़ा और रूद्रप्रयाग जिले के ऊखीमठ, जखोली एवं अगस्त्यमुनि विकास खण्ड को शामिल किया गया है। जबकि दूसरे चक्र में अल्मोड़ा जनपद के सल्ट, स्याल्दे, भिकियासैंण, हवालबाग एवं द्वाराहाट,, ऊधमसिंहनगर जिले के रूद्रपुर, काशीपुर एवं जसपुर, चम्पावत जिले के चम्पावत एवं बाराकोट, पिथौरागढ जिले के विण, मूनाकोट, बेरीनाग एवं गंगोलीहाट, नैनीताल जिले के हल्द्वानी, रामनगर, भीमताल एवं कोटाबाग, उत्तरकाशी जिले के डुण्डा, चिन्यालीसौड़ एवं भटवाड़ी, चमोली जिले के पोखरी, दशोली, नन्दानगर, कर्णप्रयाग एवं गैरसैंण, टिहरी गढवाल जिले के कीर्तिनगर, देवप्रयाग, नरेन्द्रनगर एवं चम्बा, देहरादून जिले के डोईवाला, रायपुर एवं सहसपुर और पौड़ी गढ़वाल जिले के यमकेश्वर, जयहरीखाल, दुगड्डा, द्वारीखाल, पौड़ी, कोट एवं कल्जीखाल विकास खंडों को  रखा गया है। 


*आचार संहिता के अनुपालन पर रहेगी निरंतर नजर, सामान्य प्रेक्षक तैनात होंगेऔर व्यय पर भी रहेगी निगरानी*


राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री सुशील कुमार ने कहा कि पंचायत चुनावों की अधिसूचना जारी होने के साथ ही नगरीय क्षेत्रों एवं जनपद हरिद्वार को छोड़कर राज्य के सभी जिलों में आदर्श आचार संहिता लागू की गई है। आचार संहिता मतगणना समाप्ति तक प्रभावी रहेगी। उन्होंने बताया कि आचार संहिता के अनुपालन पर आयोग का विशेष ध्यान रहेगा। निर्वाचन प्रक्रिया पर निगरानी रखने के लए आयोग के द्वारा 55 सामान्य प्रेक्षकों की तैनाती की जा रही है और 12 प्रेक्षक आरक्षित रहेंगे। निर्वाचन व्यय पर निगरानी रखने के प्रत्येक जिले में एक प्रभारी अधिकारी (व्यय) की तैनाती करने की व्यवस्था की गई है। जिसके द्वारा प्रतिदिन जिलाधिकारी के माध्यम से आयोग को रिपोर्ट भेजी जाएंगी। जिला स्तर पर जब्ती व प्रवर्तन कार्य हेतु जिला प्रशासन, पुलिस एवं आबकारी विभाग की तीन टीमें गठित की जाएंगी। इन टीमों को अवैध मदिरा, मादक पदार्थों, नकदी एवं अन्य प्रकार के प्रलोभन या उपहार आदि वस्तुओं को जब्त करने का अधिकार होगा। जिला निर्वाचन अधिकारी पेड न्यूज एवं प्रायोजित सर्वे आदि पर भी नजर रखते हुए ऐसे व्यय संबंधित प्रत्याशी के खाते मेें जोड़ने की व्यवस्था करेंगे। राज्य स्तर पर भी पुलिस एवं आबकारी विभाग द्वारा एक-एक नोडल अधिकारी की तैनाती कर जब्ती एवं व्यय की रिपोर्ट आयोग के प्रस्तुत की जाएगी। 


*चुनाव में 95909 कार्मिक होंगे तैनात*


पंचायत चुनाव को संपन्न कराने के लिए 95909 कार्मिकों की तैनाती की जाएगी। जिनमें से 35700 कर्मी सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रहेंगे। राज्य निर्वाचन आयुक्त ने श्री सुशील कुमार ने कहा कि पंचायत चुनावों को लेकर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के साथ ही कार्मिकों की सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। वर्षाकाल को देखते हुए संबंधित विभागों को विशेष आपदा योजना बनाए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं।


*राज्य निर्वाचन आयोग का टोलफ्री नंबर जारी, मतदाता सूची आयोग की वेबसाईट पर उपलब्ध*


राज्य निर्वाचन आयुक्त ने राज्य निर्वाचन आयोग का टोलफ्री नंबर 18001804280 जारी करते हुए बताया कि आदर्श आचार संहिता तथा पंचायत मतदाता सूची की प्रति आयोग की वेबसाईट www.sec.uk.gov.in पर भी उपलब्ध कराई गई है। 

*कुल मतदाताओं की संख्या 4777072, वर्ष 2019 की तुलना में 10.57 प्रतिशत मतदाता बढे*


राज्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि राज्य में हरिद्वार को छोड़कर अन्य 12 जिलों के 89 विकास खंडों में सदस्य ग्राम पंचायत के 55587, प्रधान ग्राम पंचायत के 7499, सदस्य क्षेत्र पंचायत के 2974 और सदस्य जिला पंचायत के 358 पदों पर निर्वाचन होना है। पंचायतों के कुल 66418 पदों पर  निर्वाचन के लिए प्रदेश में 8276 मतदान केन्द्र और 10529 मतदान स्थल निर्धारित किए गए हैं। त्रिस्तरीय पंचायतों के निर्वाचन में 47,77,072 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। जिनमें महिला मतदाताओं की संख्या 2310996, पुरूष मतदाताओं की संख्या 2465702 और अन्य मतदाताओं की संख्या 374 है। वर्ष 2019 (कुल मतदाता 4320279) की तुलना में इस बार मतदाताओं की संख्या में 10.57 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 

 

*उम्मीदवारों हेतु अधिकतम व्यय की सीमा निर्धारित*


राज्य निर्वाचन आयोग के द्वारा त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन के लिए उम्मीदवारों हेतु अधिकतम व्यय की सीमा निर्धारित की गई है। जिसके अनुसार सदस्य ग्राम पंचायत हेतु रू. 10 हजार, प्रधाम ग्राम पंचायत रू. 75 हजार, सदस्य क्षेत्र पंचायत हेतु रू. 75 हजार एवं सदस्य जिला पंचायत हेतु रू. 02 लाख की अधिकतम व्यय सीमा रखी गई है।

 SDRF परिसर, जॉलीग्रांट में अत्याधुनिक वातानुकूलित जिम का  उद्घाटन


‘फिट इंडिया अभियान’ के तहत जवानों को मिला फिटनेस का उपहार

fitness AC Zym inaugurated at SDRF jollygrant


आज दिनांक 21 जून 2025 को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर SDRF उत्तराखंड के जॉलीग्रांट परिसर में एक अत्याधुनिक एवं पूर्णतः वातानुकूलित जिम का उद्घाटन सेनानायक श्री अर्पण यदुवंशी द्वारा किया गया।


यह पहल माननीय प्रधानमंत्री एवं माननीय मुख्यमंत्री द्वारा प्रेरित 'फिट इंडिया अभियान' के तहत SDRF कार्मिकों की शारीरिक क्षमता, मानसिक संतुलन एवं कार्यक्षमता को और अधिक सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।


यह नवीन जिम अत्याधुनिक फिटनेस उपकरणों से युक्त है एवं इसमें कार्डियो, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग, फ्री वेट व स्ट्रेचिंग के लिए अलग-अलग क्षेत्र विकसित किए गए हैं। प्रशिक्षकों की निगरानी में जवानों को सुरक्षित, प्रभावी एवं उद्देश्यपूर्ण व्यायाम की सुविधा प्राप्त होगी।


इस अवसर पर सेनानायक श्री अर्पण यदुवंशी द्वारा जिम परिसर का निरीक्षण किया गया एवं उपस्थित जवानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा—


> “SDRF के लिए केवल तकनीकी दक्षता नहीं, अपितु शारीरिक व मानसिक फिटनेस भी उतनी ही अनिवार्य है। यह जिम SDRF कार्मिकों को आपदा जैसे चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में और अधिक सक्षम बनाने का कार्य करेगा।”




उन्होंने यह भी कहा कि यह जिम SDRF की प्रशिक्षण रणनीति को नई दिशा देगा एवं जवानों के आत्मबल व फील्ड ड्यूटी के बीच संतुलन स्थापित करने में सहायक सिद्ध होगा।


इस कार्यक्रम में SDRF के उपसेनानायक श्री शुभांक रतूड़ी, सहायक सेनानायक श्री शान्तनु पराशर, क्वार्टर मास्टर श्री राजीव रावत उप निरीक्षक जयपाल राणा एवं अन्य कार्मिकों की उपस्थिति रही।

 जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने हरमिलाप जिला चिकित्सालय तथा चैनराम महिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान निर्देश दिए कि इलाज के लिए अस्पताल पहुंचने वाले गरीब एवम् निःसहाय व्यक्तियों को जरूरत की सभी दवाईयां उपलब्ध हों। उन्होंने निरीक्षण के दौरान निर्देश दिए कि सभी डॉक्टर्स की नेम प्लेट लगाई जाए।



   जिलाधिकारी ने मोर्चरी की व्यवस्था को और अधिक बेहतर बनाने हेतु 5 डीप फ्रीज तत्काल जेम पोर्टल से खरीदने के निर्देश दिए। उन्होंने डीप फ्रिजर खरीदने तथा सही से स्थापित करने की व्यवस्था हेतु 10 लाख रुपए की धनराशि मौके पर ही स्वीकृत की। उन्होंने निरीक्षण के दौरान मरीजों तथा उनके तीमारदारों से बातचीत की तथा चिकित्सालय द्वारा प्रदान की जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी ली।
  जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान विभिन्न उपकरणों के निरीक्षण के दौरान उपकरण सही करने वाली अनुबंधित फर्म तथा उसके द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि फर्म द्वारा किसी भी प्रकार की लापरवाही बरतने पर तत्काल नोटिस जारी किया जाए तथा उच्चाधिकारियों को भी लिखित में अवगत कराया जाए।
  उन्होंने ईसीज, रेडियोलॉजी, गाइनोकोलॉजिस्ट, पीडियाट्रिक वार्ड, डेंगू वार्ड, इमरजेंसी वार्ड, लेबर रूम आदि का गहनता से निरीक्षण करते हुए महत्वपूर्ण दिशा निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।
   इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आरके सिंह, मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ. विजयेश भारद्वाज, डॉ. आरवी सिंह आदि उपस्थित थे।



 

मुख्यमंत्री ने राज्य में योग नीति का किया औपचारिक शुभारंभ
गैरसैंण की धरती से मुख्यमंत्री का उदघोष : उत्तराखंड को बनाएंगे योग और वेलनेस की वैश्विक राजधानी
गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों में एक-एक स्पिरिचुअल इकोनॉमिक ज़ोन की होगी स्थापना


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को भराड़ीसैंण, गैरसैंण स्थित विधानसभा परिसर में 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। 

CM Dhami in Bharadisen at yoga day



मुख्यमंत्री ने इस दौरान योग गुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण एवं 8 देशों के डेलिगेट्स के साथ योग किया। योग कार्यक्रम का शुभारंभ शंखनाद एवं वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शुरू हुआ।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने योग नीति पर आधारित पुस्तिका का विमोचन करते हुए राज्य में योग नीति का औपचारिक शुभारंभ भी किया। उन्होंने “एक वृक्ष, योग के नाम“ कार्यक्रम के अंतर्गत विधानसभा परिसर में सेब का पौधा भी लगाया।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य सरकार शीघ्र ही प्रदेश में आयुर्वेदिक एवं प्राकृतिक चिकित्सा, योग और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों में एक-एक स्पिरिचुअल इकोनॉमिक ज़ोन की स्थापना करेगी। उन्होंने कहा हम राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में  दो नए  नगर बसाने जा रहे हैं, जो योग, आयुर्वेद और अध्यात्म के केंद्र बनकर वैश्विक मानचित्र पर राज्य की विशेष पहचान स्थापित करेंगे। जिसमें सम्पूर्ण विश्व से वेलनेस के क्षेत्र में काम करने वाले बड़े ग्रुप्स, आध्यात्मिक गुरुओं, संस्थानों को यहाँ आमंत्रित किया जायेगा।

सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सौंदर्य का केंद्र है भराड़ीसैंण

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी विदेशी मेहमानों के सान्निध्य ने इस आयोजन को वैश्विक पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा भराड़ीसैंण, गीष्मकालीन राजधानी होने के साथ समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य का केंद्र भी है। उन्होंने कहा 8 मित्र राष्ट्रों के प्रतिनिधियों के साथ किया गया सामूहिक योगा- अभ्यास, देवभूमि उत्तराखंड को योग और अध्यात्म की वैश्विक राजधानी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम सिद्ध होगा।

उत्तराखंड को योग और वेलनेस की वैश्विक राजधानी बनाएगी योग नीति

मुख्यमंत्री ने कहा उत्तराखंड देवभूमि के साथ योग और अध्यात्म की भूमि भी है। प्रधानमंत्री की प्रेरणा से राज्य सरकार ने देश की पहली योग नीति 2025 को राज्य में लागू किया है। योग नीति उत्तराखंड को योग और वेलनेस की वैश्विक राजधानी के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से तैयार की गई है। जिसके तहत प्रदेश में योग एवं ध्यान केंद्र विकसित करने पर अधिकतम 20 लाख रुपए तक की सब्सिडी प्रदान की जा रही है।  प्रदेश में योग, ध्यान और प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में शोध को बढ़ावा देने हेतु 10 लाख रुपए तक के अनुदान का प्रावधान भी किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा राज्य सरकार का संकल्प है कि 2030 तक राज्य में पाँच नए योग हब की स्थापना की जाए और मार्च 2026 तक राज्य के सभी आयुष हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर में योग सेवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी।

योग करता है एकाग्रता और सकारात्मक ऊर्जा का संचार

मुख्यमंत्री ने कहा कि योग हमारे मन, आत्मा और शरीर के बीच पूर्ण सामंजस्य स्थापित करता है। योग हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के साथ मानव जीवन को आंतरिक शांति, मानसिक संतुलन और आध्यात्मिक स्थिरता प्रदान करता है।  योग के विभिन्न आसनों और प्राणायाम  से शरीर और मन को तनाव से मुक्त कर सकते हैं। योग मन की एकाग्रता बढ़ाने के साथ जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का भी संचार होता है।

योग ने किया विश्व को एक सूत्र में पिरोने का कार्य

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरा विश्व, योग को जीवन दर्शन के रूप में भी अपना रहा है। योग ने पूरे विश्व में जाति, भाषा, धर्म और भौगोलिक सीमाओं को पार कर मानव समाज को जोड़ने का काम किया है। योग वैश्विक एकता, समरसता और बंधुत्व का सेतु बनकर समस्त विश्व को एक सूत्र में पिरोने का कार्य कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री की दूरदर्शी सोच और प्रेरणादायक नेतृत्व ने योग को ग्लोबल कनेक्टिविटी और मानवता की सेहत का मंत्र बनाकर विश्व पटल पर एक नई पहचान दिलाई है।

पलायन की समस्या के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है राज्य सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा राज्य सरकार प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य में रोजगार सृजन और पलायन की समस्या के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य में स्थानीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। राज्य सरकार ने स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार के अधिक से अधिक साधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्य में स्ट्रैटेजिक एडवाइजरी कमेटी का भी गठन किया है। ये कमेटी प्रदेश के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए नवाचार को बढ़ावा देने का कार्य करेगी।  हम युवाओं को उनके कौशल के अनुरूप पहाड़ में ही रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में भी कार्य कर रहे हैं।

विद्यार्थियों से मिलने उनके बीच पहुंचे मुख्यमंत्री

भराड़ीसैंण में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित होने से पहले मुख्यमंत्री विद्यार्थियों और स्थानीय लोगों के बीच  पहुंचे। उन्होंने लोगों से संवाद कर उनका हालचाल जाना और छात्रों से भी मुलाकात की। मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर छात्रों में विशेष उत्साह और उमंग देखने को मिला । मुख्यमंत्री ने सभी को योग के महत्व से अवगत कराया और स्वस्थ जीवन के लिए योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने का संदेश दिया।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत, भारत में मैक्सिको के राजदूत श्री फेडेरिको सालास, मेक्सिको दूतावास में आर्थिक मामलों के प्रमुख श्री रिकार्डो डेनियल डेलगाडो, भारत में फिजी उच्चायोग के हाई कमिश्नर श्री जगन्नाथ सामी, भारत में नेपाल के राजदूत डॉ शंकर प्रसाद शर्मा, भारत में सूरिनाम के राजदूत श्री अरुणकोमर हार्डियन, भारत में मंगोलिया के राजदूत श्री डंबाजाविन गैंबोल्ड, भारत में लातविया दूतावास में डिप्टी हेड ऑफ मिशन श्री मार्क्स डीतॉन्स, भारत के श्रीलंका उच्चायोग के मिनिस्टर काउंसलर श्री लक्ष्मेंद्र गेशन डिसनायके, रूसी दूतावास में प्रथम सचिव सुश्री क्रिस्टिना अनानीना एवं तृतीय सचिव सुश्री कैटरीना लज़ारेवा, विधायक श्री अनिल नौटियाल, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. विनय रुहेला,  सचिव श्री दीपेन्द्र कुमार चौधरी, गढ़वाल कमिश्नर श्री विनय शंकर पांडे,  सूचना महानिदेशक श्री बंशीधर तिवारी, जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी, पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

 देहरादून:



*Prevention is better than cure (इलाज से बेहतर रोकथाम है।) - की भावना को साकार करता है योग

योग भारत की सॉफ्ट पावर का एक सशक्त उदाहरण है

उत्तराखंड  भारत के योग, चेतना और विरासत का केंद्र

president Murmu inaugurated  yoga festival


महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देहरादून में 11 वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का शुभारंभ करते हुए योग को भारत की चेतना और विरासत का केंद्र कहा तथा इसे भारत की सॉफ्ट पावर का भी सशक्त उदाहरण बताया।


महामहिम राष्ट्रपति ने कहा कि योग एक व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति से, एक समुदाय को दूसरे समुदाय से तथा एक देश को दूसरे देश से जोड़ने का काम करता है।  दुनिया भर के लोग इससे लाभान्वित हो रहे हैं। 


उन्होंने बताया कि जब व्यक्ति स्वस्थ रहता है; तो परिवार स्वस्थ रहता है।  और जब परिवार स्वस्थ रहता है;  तो देश स्वस्थ रहता है। 


उन्होंने सभी को योग को जीवन जीने का माध्यम बनाने की प्रेरणा दी तथा सभी संस्थाओं से अपील की कि योग को जनसुलभ बनाया जाए।


*योग भारत की प्राचीनतम सांस्कृतिक और आध्यात्मिक परंपरा का हिस्सा है;  जिसने संपूर्ण विश्व को जोड़ने का कार्य किया है।– राज्यपाल*


राज्यपाल ले. जनरल गुरमीत सिंह (से. नि.) ने 11 वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए योग के महत्व पर प्रकाश डाला। राज्यपाल ने कहा कि योग भारत की प्राचीनतम सांस्कृतिक और आध्यात्मिक परंपरा का हिस्सा है जिसने संपूर्ण विश्व को जोड़ने का कार्य किया है। प्रसन्नता की बात है कि आज यह दिवस न केवल भारत के लिए अपितु संपूर्ण विश्व के लिए स्वास्थ्य, शांति और समरसता का प्रतीक बन चुका है।


राज्यपाल ने कहा कि योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि यह शरीर, मन और आत्मा को संतुलित करने की प्रक्रिया है। यह  आत्मानुशासन, संयम, और मानसिक शांति का मार्ग है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से आज योग एक वैश्विक अभियान बन चुका है, और यह हम सभी के लिए गर्व की बात है कि दुनिया भारत की इस विरासत को स्वीकार करके और अपनाकर लाभान्वित हो रही है।


उन्होंने कहा कि इस वर्ष *अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम “एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य के लिए योग।”*  भारत की सनातन सोच ‘‘वसुधैव कुटुम्बकम्’’ की वैश्विक अभिव्यक्ति है जो हमें याद दिलाता है कि हमारा व्यक्तिगत स्वास्थ्य, हमारी प्रकृति, हमारा पर्यावरण और हमारी सामाजिक संरचना - सभी परस्पर गहराई से गूंथे हुए हैं।


राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड जैसी आध्यात्मिक और प्राकृतिक भूमि पर योग का अभ्यास विशेष महत्व रखता है। उन्होंने इस अवसर पर युवाओं से आह्वान किया कि वे योग को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाएं और स्वस्थ भारत के निर्माण में योगदान दें।


इस अवसर पर उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की प्रेरणा से उत्तराखंड द्वारा तैयार की गई भारत की पहली *योग नीति- 2025* की विशेषताएं और लक्ष्य बताए।


कहा कि यह नीति भारत का पहला योग उद्यमिता और अनुसंधान हब बनाएगी। 


इसमें योग और ध्यान केंद्रों की स्थापना हेतु अधिकतम 20 लाख रुपए तक का पूंजीगत अनुदान है।


 योग अनुसंधान कार्यों हेतु 10 लाख रुपए तक का शोध अनुदान।


मौजूद संस्थानों में योग को बढ़ावा देने के लिए योग अनुसंधान एवं पारिश्रमिक प्रतिपूर्ति की व्यवस्था।


 योग शिक्षकों के प्रमाणन हेतु योग सर्टिफिकेशन बोर्ड के माध्यम से प्राप्त प्रमाणन को प्राथमिकता।


 तथा


 योग निदेशालय की स्थापना को भी इसकी कार्ययोजना में सम्मिलित किया गया है। 


कैबिनेट मंत्री ने *उत्तराखंड की योग नीति 2025 के लक्ष्य* बताते हुए कहा कि - 


वर्ष 2030 तक उत्तराखंड में कम - से - कम-पांच नए *योग हब्स* की स्थापना।


 मार्च 2026 तक राज्य के सभी आयुष हेल्थ एवं वैलनेस सेंटर्स में योग सेवाओं की उपलब्धता।


 समुदाय आधारित माइंडफूलनेस कार्यक्रम की शुरुआत जो विभिन्न आयु, लिंग और वर्ग की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर विकसित किए जाएंगे।


 योग संस्थाओं का शत - प्रतिशत पंजीकरण सुनिश्चित किया जाएगा।


 एक विशेष ऑनलाइन योग प्लेटफार्म विकसित किया जाएगा।


 तथा


 मार्च 2028 तक 15 से 20 राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के साथ साझेदारी विकसित करने का भी इसमें लक्ष्य रखा गया है।


उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि यह योग्य नीति राज्य के पारंपरिक ज्ञान, आध्यात्मिक ऊर्जा और सांस्कृतिक धरोहर को समसामयिक अवसरों से जोड़ने का माध्यम बनेगी।

 

एनआईईपीवीडी में विज्ञान व गणित कक्षाओं की शुरुआत सरहानीय : केंद्रीय मंत्री श्री वीरेंद्र कुमार 

देहरादून : 

president murnu  celebrated bday with NIEEPVD students



राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु इन दिनों तीन दिवसीय दौरे पर उत्तराखंड पहुंची हैं। इसी कड़ी में आज उन्होंने विभिन्न कार्यक्रमों में प्रतिभाग किया। 


अपने 67वें जन्मदिन के अवसर पर राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान ( एनआईईपीवीडी) में आयोजित कार्यक्रम में भी शिरकत की। 


इस अवसर पर बच्चों द्वारा प्रस्तुत बधाई गीत ने सभी का मन मोह लिया और गीत को सुनकर खुद राष्ट्रपति भी भावुक हो उठीं। 


इस अवसर पर केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री वीरेंद्र कुमार भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर उन्होंने दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा देशभर में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी और बताया कि देश में दृष्टिबाधित छात्रों के लिए 9 राष्ट्रीय संस्थान कार्यरत हैं। उन्होंने एनआईईपीवीडी में विज्ञान व गणित कक्षाओं की शुरुआत को सराहा और बताया कि यहां से पढ़े तीन छात्र आईएएस बने हैं। 

उन्होंने कहा यह समारोह दिव्यांग बच्चों के हौसले और प्रतिभा को सलाम करने का प्रेरणादायक क्षण बना।

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