Halloween party ideas 2015

 

आज का राशिफल

*दिनाँक:-03/09/2025,बुधवार*

एकादशी, शुक्ल पक्ष, 

भाद्रपद 

rashifal today 03 sep 2025


*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*


 *पद्मा जल झूलन एकादशी व्रत (स्मार्त)


*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*


विद्या मित्रं प्रवासेषु भार्या मित्रं गृहेषु च ।

व्यधितस्यौषधं मित्रं धर्मो मित्रं मृतस्य च ।।

।।चाo नीo।।


वर्षा के जल के समान कोई जल नहीं. खुदकी शक्ति के समान कोई शक्ति नहीं. नेत्र ज्योति के समान कोई प्रकाश नहीं. अन्न से बढ़कर कोई संपत्ति नहीं.


*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*


गीता -: अर्जुन विषादयोग:- अo-1


उत्सन्नकुलधर्माणां मनुष्याणां जनार्दन।

 नरकेऽनियतं वासो भवतीत्यनुशुश्रुम॥


हे जनार्दन! जिनका कुल-धर्म नष्ट हो गया है, ऐसे मनुष्यों का अनिश्चितकाल तक नरक में वास होता है, ऐसा हम सुनते आए हैं

 ॥44॥


*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*


देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।


🐏मेष

संपत्ति के कार्य लाभ देंगे। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रसन्नता रहेगी। खर्चों में वृद्धि से चिंता होगी। संतान के रोजगार की समस्या का समाधान संभव है। व्यापार-व्यवसाय लाभप्रद रहेगा। कश्मकश दूर होगी। स्वजनों से भेंट होगी।


🐂वृष

विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। थकान रहेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। पराक्रम बढ़ेगा। जीवनसाथी से आर्थिक मतभेद हो सकते हैं। कामकाज में आशानुरूप स्थिति बनेगी। संतान के व्यवहार पर नजर रखें।


👫मिथुन

बुरी खबर मिल सकती है। वाणी पर नियंत्रण रखें। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। लेन-देन में सावधानी रखें। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। आपके व्यवहार एवं कार्यकुशलता से अधिकारी वर्ग से लाभ होगा। आपसी विचार-विमर्श लाभप्रद रहेगा।


🦀कर्क

योजना फलीभूत होगी। नए अनुबंध होंगे। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। जल्दबाजी व भागदौड़ से काम करने की प्रवृत्ति पर रोक लगाएं। अच्छे मित्र से भेंट होगी। पराक्रम की वृद्धि होगी। समाज-परिवार में आदर मिलेगा।

 

🐅सिंह

राजकीय सहयोग मिलेगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ होगा। जोखिम बिलकुल न लें। धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी। व्यापार व नौकरी में हितकारकों की पूर्ण कृपा रहेगी। गृह उपयोगी वस्तुएं क्रय करेंगे। नए संबंधों के प्रति सतर्क रहें।


🙍‍♀️कन्या

प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। राजकीय बाधा दूर होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। शत्रुभय रहेगा। लाभ होगा। पिछले कार्यों को टालना चाहिए क्योंकि उसमें असफलता का योग है। अनावश्यक विवाद होगा। व्यावसायिक योजनाएं क्रियान्वित नहीं हो पाएंगी।


⚖️तुला

फालतू खर्च होगा। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। कुसंगति से बचें। दूसरों पर भरोसा न करें। धैर्य रखें। पारिवारिक जीवन अच्छा रहेगा। रुका पैसा मिलेगा। शत्रु आपकी छवि को धूमिल करने का प्रयास करेंगे। अतः सावधान रहें। व्यापार में सफलता मिलेगा ।


🦂वृश्चिक

वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। पुराना रोग उभर सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें। व्यापार के विस्तार हेतु किए गए प्रयास सफल होंगे। संतान की ओर से अच्छे समाचार मिलेंगे। दूसरों के कार्यों में हस्तक्षेप नहीं करें। परिवार की चिंता रहेगी।


🏹धनु

धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। वरिष्ठजनों का सहयोग मिलेगा। कोर्ट व कचहरी के काम बनेंगे। कार्यसिद्धि होगी। आय-व्यय में संतुलन रहेगा। क्रोध पर संयम आवश्यक है। व्यापार में नए अनुबंध लाभकारी रहेंगे। धर्म में रुचि बढ़ेगी। नई योजना से लाभ होगा।


🐊मकर

रुका हुआ धन प्राप्त होगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। विवाद न करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। पूँजी निवेश बढ़ेगा। साहित्यिक रुचि बढ़ेगी। आर्थिक योग शुभ हैं। यात्रा से व्यापारिक लाभ हो सकता है। सुसंगति से लाभ होगा।


🍯कुंभ

उत्साहवर्द्धक सूचना मिलेगी। स्वाभिमान बढ़ेगा। पुराने मित्र-संबंधी मिलेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। कार्य एवं व्यवसाय के क्षेत्र में विभिन्न बाधाओं से मन अशांत रहेगा। विवादों से दूर रहना चाहिए। आर्थिक तंगी रहेगी। पिछले कार्यों को टालें। पारिवारिक तनाव से मन परेशान रहेगा। व्यापार में हानि हो सकती है। जल्दबाजी व भागदौड़ से कार्य करने की प्रवृत्ति पर रोक लगाएं।


🐟मीन

मेहनत का फल मिलेगा। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। यात्रा सफल रहेगी। धनलाभ होगा। प्रसन्नता बनी रहेगी। वाहन सुख मिलेगा। संपत्ति के लेन-देन में सावधानी बरतें। परिवार में सहयोग का वातावरण रहेगा। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। संतान पर ध्यान दें।


🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏

🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺

*आचार्य  पवन  पाराशर (वृन्दावन)*

  मुख्यमंत्री ने दी सार्वजनिक निकाय/उपक्रमों के कर्मचारियों का मंहगाई भत्ता बढाये जाने की स्वीकृति*




मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने पांचवें केन्द्रीय वेतनमान में वेतन आहरित कर रहे सार्वजनिक निकाय/उपक्रमों के कर्मचारियों के लिए दिनांक 01 जनवरी, 2025 से मंहगाई भत्ते की मौजूदा दर को 455 प्रतिशत से बढ़ाकर 466 प्रतिशत किये जाने तथा छठवें केन्द्रीय वेतनमान में वेतन आहरित कर रहे सार्वजनिक निकाय/उपक्रमों के कर्मचारियों के लिए दिनांक 01 जनवरी, 2025 से मंहगाई भत्ते की मौजूदा दर को 246 प्रतिशत से बढ़ाकर 252 प्रतिशत किये जाने हेतु अनुमोदन प्रदान किया है।



*मुख्यमंत्री ने प्रदान की विभिन्न विकास योजनाओं के लिये वित्तीय स्वीकृति*


मुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन जिला कारागार, पिथौरागढ़ में अतिरिक्त आवासीय भवनों के निर्माण कार्य हेतु 417.72 लाख एवं उपकारागार, रुड़की में नवीन अतिरिक्त आवासीय भवनों के निर्माण कार्य हेतु 251.49 लाख की धनराशि स्वीकृत किये जाने हेतु अनुमोदन प्रदान किया है।


मुख्यमंत्री ने जनपद पिथौरागढ़ के विधानसभा क्षेत्र धारचूला में रालम के अन्तर्गत स्थान किलातम में चैकडाम का निर्माण किये जाने हेतु 95.49 लाख की स्वीकृति प्रदान करते हुए प्रथम किश्त के रूप में 60 प्रतिशत, 57.294 लाख की धनराशि स्वीकृत की है।


मुख्यमंत्री ने जनपद चम्पावत के विधानसभा क्षेत्र चम्पावत हेतु हनुमान मंदिर मेला स्थल, लधौली, ऐडी मेला स्थल, कालूखाण एवं फुटलिंग कालूखाण के सौन्दर्यीकरण कार्य हेतु 81.50 लाख की स्वीकृति प्रदान करते हुए प्रथम किश्त के रूप में 60 प्रतिशत, 48.90 लाख की धनराशि स्वीकृत की है।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में मंगलवार को सचिवालय में पर्वतमाला परियोजना के अन्तर्गत केदारनाथ और हेमकुंड साहिब में रोपवे के विकास के लिए राज्य सरकार और नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड (एनएचएलएमएल) के बीच समझौता हुआ। इस समझौते के अन्तर्गत इक्विटी भागीदारी में एनएचएलएमएल की 51 प्रतिशत और राज्य सरकार की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। राजस्व साझेदारी के अन्तर्गत 90 प्रतिशत धनराशि उत्तराखण्ड राज्य में पर्यटन, परिवहन एवं गतिशीलता के क्षेत्र में व्यय की जायेगी। इस समझौते के अवसर पर राज्य मंत्री सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, भारत सरकार श्री अजय टम्टा एवं उत्तराखण्ड के पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज भी उपस्थित थे। 


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह समझौता प्रदेश की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक पटल पर नई पहचान दिलाने के साथ ही पर्यटन, रोजगार, पर्यावरण संरक्षण और बुनियादी ढ़ाचे के क्षेत्र में नई संभावनाओं का मार्ग प्रशस्त करेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पर्वतमाला परियोजना के तहत सोनप्रयाग से केदारनाथ के बीच लगभग 4100 करोड रूपए की लागत से 12.9 किलोमीटर लंबी तथा गोविंदघाट से हेमकुण्ड साहिब के बीच 2700 करोड़ से अधिक की लागत की 12.4 किलोमीटर लंबी रोपवे परियोजनाओं के निर्माण को मंजूरी प्रदान की गई। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि ये परियोजनाएं राज्य में रोपवे कनेक्टिविटी के विस्तार में नए आयाम स्थापित करने के साथ ही राज्य की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राज्य में रेल, रोड और रोपवे कनेक्टिविटी का तेजी से विस्तार हो रहा है। चारधाम ऑलवेदर रोड, दिल्ली देहरादून एलिवेटेड रोड, सितारगंज से टनकपुर मोटर मार्ग, पौंटा साहिब देहरादून, बनबसा से कंचनपुर, भानियावाला से ऋषिकेश, काठगोदाम से लालकुंआ, हल्द्वानी बाईपास और सीमांत क्षेत्रों में रोड कनेक्टिविटी से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं के माध्यम से कनेक्टिविटी को सशक्त करने की दिशा में कार्य हो रहे हैं। रेल कनेक्टिविटी के विस्तार पर भी तेजी से कार्य हो रहे हैं। 


केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, राज्य मंत्री श्री अजय टम्टा ने कहा कि राज्य में रोपवे के विकास की दृष्टि से यह महत्वपूर्ण दिन है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य में हर क्षेत्र में तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं। इन रोपवे के निर्माण के बाद श्रद्धालुओं को केदारनाथ और हेमकुण्ड साहिब के दर्शन करने में काफी सुगमता होगी। 


पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने कहा कि यह समझौता राज्य में पर्यटन के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। इन रोपवे के निर्माण के बाद स्थानीय स्तर पर लोगों की आर्थिकी और रोजगार में वृद्धि होगी। 


इस अवसर पर प्रमुख सचिव श्री आर.के. सुधांशु, अपर सचिव, सड़क परिवहन और राजमार्ग, भारत सरकार श्री विनय कुमार, सचिव श्री दिलीप जावलकर, श्री धीराज गर्ब्याल, श्री युगल किशोर पंत, मुख्य कार्यकारी अधिकारी एनएचएलएमएल श्री राजेश मलिक, वाइस प्रेजीटेंट, रोपवे एनएचएलएमएल श्री प्रशांत जैन, अपर सचिव श्री अभिषेक रोहिला और पर्यटन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

🔴 Red Alert 


अगले 24 घंटों में रेड अलर्ट


दिनांक  02.09.2025, 10:19 AM बजे से दिनांक 03.09.2025, 10:19 AM बजे तक 


👉🏻 चंपावत

👉🏻 देहरादून

👉🏻 नैनीताल

👉🏻 ऊधमसिंहनगर 


के अलग-अलग स्थानों पर 

यथा 


हल्द्वानी

रुद्रपुर

बाजपुर

काशीपुर

लोहाघाट

रामनगर

खटीमा डोईवाला

चकराता

मसूरी

रायवाला 


तथा इनके आस पास वाले स्थानों मे कुछ स्थानों पर भारी वर्षा तथा कुछ स्थानों पर बहुत भारी वर्षा/गरज के साथ छींटे/बिजली गिरने/बहुत तीव्र से अत्यंत तीव्र वर्षा होने की संभावना है।


 आज हमारा पूरा उत्तराखण्ड एक बड़ी आपदा से जूझ रहा है। 

अनेक परिवार बेघर हो गए हैं और हजारों लोग इस भीषण आपदा से गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं। 

यह कठिन समय हम सभी के लिए एक बड़ी परीक्षा की घड़ी है।

ऐसे समय में हमें एकजुट होकर एक-दूसरे का सहारा बनना होगा। 



हर छोटी से छोटी मदद किसी की जिंदगी बचाने और उनके चेहरे पर उम्मीद की किरण जगाने में सहायक हो सकती है।


निरोगी भारत मिशन ट्रस्ट इस विकट परिस्थिति में पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है और हर संभव सहायता के लिए प्रतिबद्ध है। 

हम सभी नागरिकों, सामाजिक संगठनों और युवा शक्ति से अपील करते हैं कि इस कठिन घड़ी में आगे आकर ज़रूरतमंदों की सहायता करें।


हमारी एकता और सहयोग ही उत्तराखण्ड को इस संकट से उबारने की सबसे बड़ी ताक़त बनेगी।


*रोहित ममगाईं*

*चेयरमैन*

*निरोगी भारत मिशन ट्रस्ट*

*सम्पर्क सूत्र-* *9997213642*

  मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मसूरी गोलीकांड शहीदों को अर्पित की श्रद्धांजलि*


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मसूरी गोलीकांड की 31वीं बरसी पर आयोजित कार्यक्रम में शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिवारजनों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रदेश सरकार राज्य आंदोलनकारियों के सपनों का उत्तराखंड बनाने के लिए कृतसंकल्प होकर कार्य कर रही है।

CM Dhami pay tribute to mussourie gunshoot vase martyred petson visot to disasteraffectex area haridwar


मंगलवार को मसूरी स्थित शहीद स्मारक पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान मसूरी में शहीद हुए आंदोलनकारी बलबीर सिंह नेगी, बेलमती चौहान, हंसा धनाई, धनपत सिंह, राय सिंह बंगारी और मदन मोहन ममगई को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि राज्य आंदोलनकारियों ने हमारे बेहतर भविष्य के लिए अपना वर्तमान दांव पर लगाकर उत्तराखंड के निर्माण में अपना अद्वितीय योगदान दिया। उन्होंने कहा कि 2 सितंबर 1994 का दिन राज्य के इतिहास में एक काले अध्याय के रूप में अंकित रहेगा। इस दिन मसूरी की वीरभूमि पर शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे आंदोलनकारियों को पुलिस की गोलियों का सामना करना पड़ा। यह घटना उस समय के सत्ताधारी दलों के दमनकारी रवैये का प्रतीक थी, जिन्होंने एक शांतिपूर्ण आंदोलन को निर्दयता के साथ कुचलने का प्रयास किया।


मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा राज्य आंदोलनकारियों के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करते हुए उनके और उनके आश्रितों के लिए सरकारी नौकरियों में 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण लागू किया गया है। साथ ही शहीद आंदोलनकारियों के परिवारों के लिए 3000 रुपये मासिक पेंशन की सुविधा भी प्रारंभ की गई है। घायल और जेल गए आंदोलनकारियों को 6000 रुपये तथा सक्रिय आंदोलनकारियों को 4500 रुपये प्रतिमाह पेंशन दी जा रही है।


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पूर्व की सरकारों के समय में राज्य आंदोलनकारियों के केवल एक आश्रित के लिए क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था थी, परंतु अब नए कानून के अंतर्गत चिह्नित आंदोलनकारियों की परित्यक्ता, विधवा और तलाकशुदा पुत्रियों को भी इस आरक्षण का लाभ मिल सकेगा। यही नहीं, राज्य सरकार ने चिन्हित राज्य आंदोलनकारियों को पहचान पत्र जारी करने के साथ ही 93 आंदोलनकारियों को राजकीय सेवा में सेवायोजित भी किया है। इसी के साथ राज्य आंदोलनकारियों के बच्चों को स्कूलों और कॉलेजों में निःशुल्क शिक्षा की व्यवस्था और आंदोलनकारियों को सरकारी बसों में निःशुल्क यात्रा की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने सरकारी नौकरियों में महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण भी लागू किया है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों का सपना था कि एक ऐसा उत्तराखंड बने जहां हमारी संस्कृति, भाषा और परंपराओं का संरक्षण हो। इसी उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने “समान नागरिक संहिता” लागू कर राज्य में सभी नागरिकों के लिए समान अधिकार और कर्तव्य सुनिश्चित कर दिए हैं। वहीं, प्रदेश के युवाओं को पारदर्शिता के साथ रोजगार के समान अवसर उपलब्ध कराने के लिए देश का सबसे प्रभावी नकल विरोधी कानून लागू किया गया और 100 से अधिक नकल माफियाओं को जेल भेजा गया। इसके बाद उत्तराखंड में 25 हजार से अधिक युवाओं ने सरकारी नौकरियां पाने में सफलता प्राप्त की है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार देवभूमि उत्तराखंड की डेमोग्राफी को बचाए रखने के लिए पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। इसके लिए जहां एक ओर प्रदेश में सख्त धर्मांतरण विरोधी कानून लागू किया गया, वहीं 9 हजार एकड़ से अधिक सरकारी भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया है। इसके साथ ही प्रदेश सरकार ने दंगाइयों को सबक सिखाने के लिए सख्त दंगारोधी कानून बनाकर दंगों में होने वाले नुकसान की भरपाई भी उनसे ही करने का कार्य किया है। हाल ही में सरकार ने नया कानून लागू कर राज्य में मदरसा बोर्ड को समाप्त करने का निर्णय लिया है। इस कानून के लागू होने के बाद एक जुलाई 2026 के बाद उत्तराखंड में केवल वही मदरसे संचालित हो पाएंगे, जिनमें सरकारी बोर्ड द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा। राज्य में अवैध रूप से संचालित ढाई सौ से अधिक मदरसों को भी बंद करवाया गया है। प्रदेश सरकार राज्य में सनातन संस्कृति को बदनाम करने वाले पाखंडियों के विरुद्ध ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के माध्यम से भी सख्त कार्रवाई कर रही है।


इस मौके पर मुख्यमंत्री ने गढ़वाल सभा भवन जल्द बनाने और सिफन कोर्ट का मामला जल्द हल करने की बात कही तथा मसूरी में वेंडर जोन की घोषणा सहित अन्य मांगों पर भी शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार उत्तराखंड आंदोलन के प्रमुख चेहरा रहे स्वर्गीय इंद्रमणि बड़ोनी के जन्मशताब्दी समारोह को भी भव्य तरीके से मनाएगी।


कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने मसूरी तहसील बनाने के लिए सीएम का आभार व्यक्त करने के साथ ही मसूरी की विभिन्न मांगों को मुख्यमंत्री के सामने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में पालिकाध्यक्ष मीरा सकलानी, दर्जाधारी सुभाष बड़थ्वाल, पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला, पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन मल्ल सहित राज्य आंदोलनकारियों एवं बड़ी संख्या में स्थानीय निवासी शामिल हुए।


*आपदा की घड़ी में 


जनसेवा की मिसाल बने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी* 

 *भारी बारिश के बीच ट्रैक्टर से पहुँचे हरिद्वार के लक्सर आपदा प्रभावित क्षेत्रों में, स्थलीय निरीक्षण कर राहत कार्यों को गति देने के दिए निर्देश* 

 *कठिन परिस्थितियों को दरकिनार करते हुए मुख्यमंत्री ने ट्रैक्टर के माध्यम से ग्रामीण और जलमग्न क्षेत्रों तक पहुँचकर स्थलीय निरीक्षण किया* 



राज्य में जारी भारी बारिश और प्राकृतिक आपदा के चलते उत्पन्न संकट की स्थिति के बीच मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी आज सबसे पहले हरिद्वार जिले के लक्सर आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पहुँचे। कठिन परिस्थितियों को दरकिनार करते हुए मुख्यमंत्री ने ट्रैक्टर के माध्यम से ग्रामीण और जलमग्न क्षेत्रों तक पहुँचकर स्थलीय निरीक्षण किया और प्रभावित परिवारों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याएं जानीं।



मुख्यमंत्री धामी ने मौके पर उपस्थित जिला प्रशासन एवं आपदा प्रबंधन अधिकारियों को तत्काल राहत और पुनर्वास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों की सुरक्षा, आवास, भोजन और स्वास्थ्य सुविधाओं की सुनिश्चित व्यवस्था की जाए और राहत कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।


मुख्यमंत्री ने कहा,

 *राज्य सरकार इस संकट की घड़ी में हर प्रभावित नागरिक के साथ खड़ी है। हम हर संभव सहायता उपलब्ध कराएँगे और बचाव कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी। आपदा से प्रभावित प्रत्येक परिवार को सरकार की ओर से यथासंभव सहायता प्रदान की जाएगी।"* 

मुख्यमंत्री द्वारा किए गए स्थलीय निरीक्षण के दौरान उन्होंने लक्सर हरिद्वार के  गावों में जाकर जलभराव, क्षतिग्रस्त सड़कें, टूटे हुए पुल एवं जल से घिरे घरों का जायज़ा लिया। इस दौरान उन्होंने आपदा प्रभावित परिवारों से बातचीत करते हुए उनकी ज़रूरतों की जानकारी ली और आश्वस्त किया कि राहत कार्यों में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।


मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए  कि: 

राहत शविरों की पर्याप्त व्यवस्था और उनमें समुचित भोजन, पानी, दवाइयाँ एवं साफ-सफाई की व्यवस्था हो।

जिन परिवारों को स्थानांतरित करने की आवश्यकता है, उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजा जाए।

किसानों को हुई फसल क्षति का त्वरित आंकलन कर मुआवजा प्रक्रिया जल्द शुरू की जाए।

आवश्यकतानुसार स्वास्थ्य शिविर लगाकर चिकित्सा सुविधाएं दी जाएं।



मुख्यमंत्री धामी के इस दौरे से स्थानीय जनता में एक सकारात्मक संदेश गया है और लोगों ने संकट की इस घड़ी में सरकार द्वारा दिखाई जा रही तत्परता और संवेदनशीलता की सराहना की।


 इस अवसर पर विधायक श्री प्रदीप बत्रा, जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार, अन्य जिला प्रशासन के अधिकारी  व स्थानीय लोग मौजूद रहे |


 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में मंगलवार को सचिवालय में पर्वतमाला परियोजना के अन्तर्गत केदारनाथ और हेमकुंड साहिब में रोपवे के विकास के लिए राज्य सरकार और नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड (एनएचएलएमएल) के बीच समझौता हुआ।


इस समझौते के अन्तर्गत इक्विटी भागीदारी में एनएचएलएमएल की 51 प्रतिशत और राज्य सरकार की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। राजस्व साझेदारी के अन्तर्गत 90 प्रतिशत धनराशि उत्तराखण्ड राज्य में पर्यटन, परिवहन एवं गतिशीलता के क्षेत्र में व्यय की जायेगी। इस समझौते के अवसर पर राज्य मंत्री सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, भारत सरकार श्री अजय टम्टा एवं उत्तराखण्ड के पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज भी उपस्थित थे। 


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह समझौता प्रदेश की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक पटल पर नई पहचान दिलाने के साथ ही पर्यटन, रोजगार, पर्यावरण संरक्षण और बुनियादी ढ़ाचे के क्षेत्र में नई संभावनाओं का मार्ग प्रशस्त करेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पर्वतमाला परियोजना के तहत सोनप्रयाग से केदारनाथ के बीच लगभग 4100 करोड रूपए की लागत से 12.9 किलोमीटर लंबी तथा गोविंदघाट से हेमकुण्ड साहिब के बीच 2700 करोड़ से अधिक की लागत की 12.4 किलोमीटर लंबी रोपवे परियोजनाओं के निर्माण को मंजूरी प्रदान की गई। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि ये परियोजनाएं राज्य में रोपवे कनेक्टिविटी के विस्तार में नए आयाम स्थापित करने के साथ ही राज्य की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राज्य में रेल, रोड और रोपवे कनेक्टिविटी का तेजी से विस्तार हो रहा है। चारधाम ऑलवेदर रोड, दिल्ली देहरादून एलिवेटेड रोड, सितारगंज से टनकपुर मोटर मार्ग, पौंटा साहिब देहरादून, बनबसा से कंचनपुर, भानियावाला से ऋषिकेश, काठगोदाम से लालकुंआ, हल्द्वानी बाईपास और सीमांत क्षेत्रों में रोड कनेक्टिविटी से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं के माध्यम से कनेक्टिविटी को सशक्त करने की दिशा में कार्य हो रहे हैं। रेल कनेक्टिविटी के विस्तार पर भी तेजी से कार्य हो रहे हैं। 


केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, राज्य मंत्री श्री अजय टम्टा ने कहा कि राज्य में रोपवे के विकास की दृष्टि से यह महत्वपूर्ण दिन है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य में हर क्षेत्र में तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं। इन रोपवे के निर्माण के बाद श्रद्धालुओं को केदारनाथ और हेमकुण्ड साहिब के दर्शन करने में काफी सुगमता होगी। 


पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने कहा कि यह समझौता राज्य में पर्यटन के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। इन रोपवे के निर्माण के बाद स्थानीय स्तर पर लोगों की आर्थिकी और रोजगार में वृद्धि होगी। 


इस अवसर पर प्रमुख सचिव श्री आर.के. सुधांशु, अपर सचिव, सड़क परिवहन और राजमार्ग, भारत सरकार श्री विनय कुमार, सचिव श्री दिलीप जावलकर, श्री धीराज गर्ब्याल, श्री युगल किशोर पंत, मुख्य कार्यकारी अधिकारी एनएचएलएमएल श्री राजेश मलिक, वाइस प्रेजीटेंट, रोपवे एनएचएलएमएल श्री प्रशांत जैन, अपर सचिव श्री अभिषेक रोहिला और पर्यटन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।



भारी बारिश के बीच सबसे पहले आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचते हैं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी*


* मुख्यमंत्री धामी ट्रैक्टर से पहुँचे हरिद्वार के आपदा प्रभावित इलाकों में

* स्थलीय निरीक्षण कर लिया हालात का जायज़ा

* प्रभावित लोगों से सीधे संवाद कर दिलाया हर संभव मदद का भरोसा

* आपदा प्रबंधन और राहत कार्यों को गति देने के दिए निर्देश


*मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आपदा की इस घड़ी में सबसे पहले हरिद्वार के प्रभावित क्षेत्रों में पहुँचे। कठिन परिस्थितियों और भारी बारिश के बीच ट्रैक्टर से ग्रामीण इलाकों तक पहुँचकर उन्होंने स्थलीय निरीक्षण किया और लोगों से सीधे संवाद किया। मुख्यमंत्री ने प्रभावित परिवारों को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार हर संभव मदद हेतु उनके साथ खड़ी है और राहत कार्यों में किसी भी तरह की कमी नहीं रहने दी जाएगी।*

 देहरादून:


BJP circled congress bhavan


आज दिनांक 1 सितंबर को भारतीय जनता पार्टी महानगर देहरादून के सम्मानित अध्यक्ष श्री सिद्धार्थ अग्रवाल के नेतृत्व में राजपुर रोड देहरादून स्थित कांग्रेस भवन का घेराव किया गया। 


इस प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य कांग्रेस नेताओ द्वारा माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की आदरणीय स्वर्गीय माता जी के प्रति की गई अमर्यादित एवं अपमानजनक टिप्पणी के विरोध को दर्ज कराना था।

इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी करते हुए राहुल गांधी से तत्काल सार्वजनिक माफी माँगने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि किसी भी जनप्रतिनिधि या विपक्ष के नेता को इस स्तर तक गिरकर टिप्पणी करना अथवा करवाना न केवल अशोभनीय है, बल्कि भारतीय संस्कृति और मर्यादा के भी खिलाफ है।

महानगर अध्यक्ष श्री सिद्धार्थ अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि 

> "प्रधानमंत्री जी की माता जी पर की गई अपमानजनक टिप्पणी केवल एक परिवार का नहीं, बल्कि पूरे देश की मातृशक्ति का अपमान है। कांग्रेस पार्टी को इसके लिए देश से क्षमा माँगनी चाहिए।"


भाजपा कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि भविष्य में इस प्रकार की अभद्र एवं असंवेदनशील टिप्पणियाँ दोहराई गईं तो पार्टी उग्र आंदोलन करने से भी पीछे नहीं हटेगी।

इस घेराव एवं विरोध प्रदर्शन में राजपुर विधानसभा के विधायक श्री खजान दास जी कैंट विधायक श्रीमती सविता कपूर राज्य मंत्री श्री कैलाश पंत, श्रीमती विनोद उनियाल, पुनीत मित्तल,शादम शम्स, अनिल गोयल भगवत प्रसाद मकवाना,प्रदेश मंत्री आदित्य चौहान आशीष रावत,सुरेन्द्र राणा विजेंद्र थपलियाल संकेत नौटियाल युवा मोर्चा अध्यक्ष देवेन्द्र बिष्ट पारस गोयल तरुण जैन पंकज शर्मा अजय शर्मा उज्जवल नेगी प्रदीप कुमार रतन सिंह चौहान मोहित शर्मा अर्चना बागड़ी संदीप मुखर्जी सुभाष बालियान अनिल गुप्ता बलदेव नेगी विपिन खंडूरी गुरप्रीत बलजीत सोनी अशोक वर्मा योगेश घाघट  अनिता गर्ग आशीष शर्मा विपुल मंडोली प्रकाश बडोनी राहुल लारा सुमित पाण्डेय प्रदीप रावत सुषमा कुकरेती अवधेश तिवारी साक्षी शंकर यासमीन आलम शहजाद खान सुषमा कुकरेती पूनम ममगाईं अंजू बिष्ट हिमानी झा नीलू साहनी बबली चौहान दिव्या नेगी सीता रावत संध्या थापा अंजू  समीना सिद्दीकी  विमला गौड मंजू चौहान  भारतीय जनता पार्टी महानगर देहरादून के पदाधिकारीगण, कार्यकर्ता और वरिष्ठ नेता भारी संख्या में उपस्थित रहे।



 

आज का राशिफल

*दिनाँक:-02/09/2025,मंगलवार*

दशमी, शुक्ल पक्ष, 

भाद्रपद* 

rashifal today 02 sep 2025


*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*


 *खेजड़ली शहीद दि. 


*दशावतार व्रत, सुगंध दशमी


*तेजाजी का मेला (व्यावर 2 दिन)


*गौरी विसर्जन


*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*


जन्ममृत्युं हि यात्येको भुनक्त्येकं शुभाशुभम् ।

नरकेषु पतत्येक एको याति परां गतिम् ।।

।।चाo नीo।।


जब आप सफ़र पर जाते हो तो विद्यार्जन ही आपका मित्र है. घर में पत्नी मित्र है. बीमार होने पर दवा मित्र है. अर्जित पुण्य मृत्यु के बाद एकमात्र मित्र है.


*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*


गीता -: अर्जुन विषादयोग:- अo-1


दोषैरेतैः कुलघ्नानां वर्णसंकरकारकैः।

 उत्साद्यन्ते जातिधर्माः कुलधर्माश्च शाश्वताः॥


इन वर्णसंकरकारक दोषों से कुलघातियों के सनातन कुल-धर्म और जाति-धर्म नष्ट हो जाते हैं

 ॥43॥


*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*


देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।


🐏मेष

धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कोर्ट व कचहरी के काम मनोनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। कुबुद्धि हावी रहेगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। मित्रों से संबंध सुधरेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। विरोधी सक्रिय रहेंगे। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है।


🐂वृष

वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। पुराना रोग परेशानी का कारण रह सकता है। दूसरों के कार्य में दखल न दें। बड़ों की सलाह मानें। लाभ होगा। अपेक्षित कार्यों में विलंब होगा। मानसिक बेचैनी रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। धैर्य रखें।


👫मिथुन

प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। बेवजह कहासुनी हो सकती है। कानूनी अड़चन दूर होगी। व्यापार में वृद्धि होगी। नौकरी में सहकर्मियों का साथ मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। प्रसन्नता रहेगी। लेन-देन में जल्दबाजी न करें।


🦀कर्क

किसी अपने के व्यवहार से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। शारीरिक कष्ट संभव है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। शत्रु पस्त होंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल होंगे। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार में वृद्धि होगी।


🐅सिंह

घर के सदस्यों के स्वास्थ्य व अध्ययन संबंधी चिंता रहेगी। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का मौका मिलेगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। दुष्टजनों से दूरी बनाए रखें। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार में वृद्धि होगी। नौकरी में उच्चाधिकारी सहयोग करेंगे।


🙍कन्या

शत्रु हानि पहुंचा सकते हैं। दु:खद समाचार मिल सकता है। व्यर्थ भागदौड़ रहेगी। लाभ के अवसर हाथ से निकलेंगे। बेवजह कहासुनी हो सकती है। पुराना रोग उभर सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। व्यापार ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। धैर्य रखें।


⚖तुला

शत्रु पस्त होंगे। सुख के साधन जुटेंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पराक्रम बढ़ेगा। लंब समय से रुके कार्य सहज रूप से पूर्ण होंगे। कार्य की प्रशंसा होगी। शेयर मार्केट में सफलता मिलेगी। व्यापार-व्यवसाय में वृद्धि होगी। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। शुभ समय।


🦂वृश्चिक

घर में अतिथियों का आगमन होगा। व्यय होगा। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। अज्ञात भय रहेगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। घर-बाहर प्रसन्नता का माहौल रहेगा।


🏹धनु

आंखों का ख्याल रखें। अज्ञात भय सताएगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। कानूनी अड़चन आ सकती है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। लॉटरी व सट्टे से दूर रहें। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में प्रमोशन प्राप्त हो सकता है। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी।


🐊मकर

स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। किसी अपरिचित पर अतिविश्वास न करें। विवाद से क्लेश होगा। दूसरों के उकसाने में न आएं। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। चिंता तथा तनाव रहेंगे। व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। आय में निश्चितता रहेगी। कोई बड़ी समस्या आ सकती है। धैर्य रखें।


🍯कुंभ

शारीरिक कष्ट संभव है तथा तनाव रहेंगे। सुख के साधन प्राप्त होंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। लंबे समय से रुके कार्यों में गति आएगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। मित्रों का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी।


🐟मीन

चोट व रोग से परेशानी संभव है। आराम तथा मनोरंजन के साधन उपलब्ध होंगे। यश बढ़ेगा। व्यापार वृद्धि होगी। नई योजना बनेगी जिसका तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। विरोधी सक्रिय रहेंगे। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। प्रमाद न करें।


🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏

🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺

*आचार्य  पवन  पाराशर (वृन्दावन)*

 नई दिल्ली:




मलेशिया और इंडोनेशिया-बाली की धरती पर हिन्दी का परचम,भारतीय विदुषियों और साहित्यकारों का हुआ भव्य सम्मान,पत्रकारिता के लिए कवि-पत्रकार जगमोहन ‘आज़ाद’,'ट्रू मीडिया गौरव सम्मान' एवं 'शरद पगारे स्मृति सम्मान' से सम्मानित


मलेशिया इंडोनेशिया-बाली में आयोजित हुआ अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन का 10 दिवसीय रजत पर्व  25वाँ सम्मेलन



मलेशिया और इंडोनेशिया-बाली की धरती पर 23 से 31 अगस्त 2025 तक आयोजित 25वें अंतरराष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन (रजत पर्व)हिन्दी साहित्य और भारतीय संस्कृति का भव्य महाकुंभ साबित हुआ। इस आयोजन में भारत से पहुंचे अनेक विद्वानों और साहित्यकारों ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से कार्यक्रम को ऐतिहासिक बना दिया। इसमें भारत के 9 राज्यों के 50 से अधिक रचनाकार,कवि,लेखक,शिक्षाविद,पत्रकार,संपादकों ने भाग लिया। सम्मेलन का उद्घाटन इंडोनेशिया के सुप्रतिष्ठित गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता व विद्वान चिंतक,लेखक पद्मश्री अगुस इंद्र उदयन ने किया। इसी मौके पर पद्मश्री अगुस इंद्र उदयन और बाली के विधायक डॉ.सोमवीर ने भारतीय रचनाकारों को विभिन्न सम्मानों से अलंकृत किया।


पद्मश्री अगुस इंद्र उदयन ने मलेशिया और इंडोनेशिया-बाली की धरती पर आयोजित 10 दिवसीय रजत पर्व  25वें सम्मेलन के लिए आयोजकों एवं भारतीय विदुषियों और साहित्यकारों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत उनका दूसरा घर है। बाली निवासी भारत से काफी निकट हैं। बाली का सांस्कृतिक परिवेश और सभ्यता भारत से मिलती-जुलती है। उन्होंने कहा कि बाली की संस्कृति ओडिशा के काफी निकट है। यहां की कई लोक कलाएं ओडिशा की कलाओं से मिलती है। बाली की संस्कृति बस्तर की संस्कृति से भी मिलती-जुलती है। उन्होंने गांधीजी की तरह सादा जीवन जीने का संदेश दिया।


बाली के विधायक डॉ.सोमवीर ने  25वें अंतरराष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन (रजत पर्व) के आयोजन के लिए अंहिंस परिवार को बधाई देते हुए कहा की देवताओं के द्वीप बाली में भारतीय की संस्कृति और परंपराओं का स्वागत है। उन्होंने कहा कि बाली-इंडोनेशिया,भारत से काफी प्रभावित है,खास तौर पर अपनी हिंदू संस्कृति के कारण,बाली में भारतीय देवी-देवताओं जैसे शिव,विष्णु और गणेश की पूजा की जाती है। बाली की बहुत सी लोक कलाओं,नृत्य और संगीत में भी भारतीय परंपराओं की झलक मिलती हैऔर यहाँ भारतीय त्योहारों जैसे महाशिवरात्रि भी मनाई जाती हैं। आज इस परिवार में आप मौजूद है,यह मेरे लिए बहुत खुशी की बात है। मैं बाली के लोगों की तरफ से आप सभी का अभिनंदन करता हूं।


आपको बता दें कि सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य देश-विदेश में सृजनरत स्थापित-नवागत रचनाकारों को जोड़कर स्वंयसेवी आधार पर भाषायी-संस्कृति का प्रचार-प्रसार,साहित्य की सभी विधाओं और उसमें सक्रिय रचनाकारों का प्रजातांत्रिक सम्मान,भाषायी सौहार्द्रता,विविध भाषाओं की रचनाशीलता से परस्पर तादात्म्य और श्रेष्ठता का अनुशीलन व सम्मान,ज्ञानात्मक सहिष्णुता के लिए सकारात्मक प्रयास,विभिन्न देशों,प्रदेशों का साहित्यिक-सांस्कृतिक-सामाजिक-वैकासिक अध्ययन-परीक्षण-पर्यटन सहित वैश्वीकरण की जगह वसुधैव कुटुम्बकम् की भारतीय परंपरा को प्रोत्साहित करना है।  


पत्रिकारिता के लिए कवि-पत्रकार जगमोहन ‘आज़ाद’,'ट्रू मीडिया सम्मान-2025'और प्रथम 'शरद पगारे स्मृति सम्मान' से सम्मानित



रजत पर्व (मलेशिया,इंडोनेशिया,बाली)में अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन की प्रतिष्ठित सहयोगी और रचनात्मक संस्था व पत्रिका “ट्रू मीडिया”(संस्थापक-ओमप्रकाश प्रजापति)के सौजन्य से प्रतिवर्ष की भाँति देश के चार महत्वपूर्ण सृजनधर्मियों को “ट्रू मीडिया सम्मान-2025”से अलंकृत किया गया। इस बार ट्रू मीडिया सम्मान कटक ओडिसा के डॉ.अंतर्यामी प्रधान को साहित्य,नांदेड महाराष्ट्र के गैरहिंदी भाषी संपादक डॉ.सुनील जाधव को शोध पत्रिकारिता,कवि और पत्रकार जगमोहन ‘आज़ाद को पत्रिकारिता तथा देहरादून के पर्यावरण वैज्ञानिक डॉ.गोविंद सिंह राजवार को विज्ञान के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रदान किया गया। 


इसी के साथ पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए जगमोहन ‘आज़ाद’ को प्रथम 'शरद पगारे स्मृति सम्मान' से सम्मानित किया गया। उन्हें सुप्रतिष्ठित गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता व विद्वान चिंतक,लेखक पद्मश्री अगुस इंद्र उदयन एवं बाली के विधायक डॉ.सोमवीर ने प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह कर यह सम्मान प्रदान किया। इस मौके पर पत्रकार-लेखक जगमोहन ‘आज़ाद’ ने 'ट्रू मीडिया सम्मान' और 'शरद पगारे स्मृति सम्मान' के लिए संस्था और अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन परिवार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सम्मान आप सभी का सम्मान है,मेरे गांव,खेत-खलिहानों,और उत्तराखंड का सम्मान है,मैं इसे आप सभी को समर्पित करता हूं। 


मूल रूप से उत्तराखंड,पौड़ी गढ़वाल की पट्टी कफोलस्यूं में ग्राम नौली रहने वाले है जगमोहन


आपको बता दें कि उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के ग्राम नौली में जन्में कवि-पत्रकार जगमोहन ‘आज़ाद’पिछले 25 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता से जुड़े हैं और कई उपलब्धियां प्राप्त कर चुके हैं। दिल्ली दूरदर्शन,हिदुस्तान,इंडिया टुडे,अमर उजाला,जनसत्ता,राष्ट्रीय सहारा जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में पत्रकारिता के क्षेत्र में नयी भूमिका स्थापित करते हुए जगमोहन ‘आज़ाद’ वर्तमान में सहारा न्यूज चैनल में वरिष्ठ संपादक के पद पर कार्यरत हैं। उनके अभी तक तीन कविता संग्रह,एक बाल कहानी संग्रह प्रकाशित हो चुका है। जगमोहन ने गढ़वाली कवि चंद्र कुंवर बर्त्वाल पर पुस्तक ‘प्रकृति के कवि चन्द्रकुंवर बर्त्वाल’का संपादन किया हैं तो,वो उत्तराखंड के लोक कलाकारों के जीवन परिवेश पर शोध करने वाले पहले शोधकर्ता है। इस शोध पर उनका शोध कार्य ‘लोक की बात’नाम से प्रकाशित एवं पुरस्कृत है,इसी के साथ जगमोहन ‘उत्तराखंड सिनेमा का इतिहास’और ‘उत्तराखंड की लोक विरासत’पर भी शोध कर रहे हैं। वह साहित्य कला एवं फिल्म से जुड़े लगभग एक हजार से अधिक लोगों के साक्षात्कार कर चुके हैं। जगमोहन ‘आज़ाद’को साहित्य एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार के साथ-साथ कई सामाजिक संस्थाएं सम्मानित कर चुकी है। 


पहाड़ की माटी से उपजे,पहाड़ के संघर्षों में पले-बढ़े और पहाड़ जैसा जीवन जीने वाले जगमोहन ‘आजाद’के संघर्षों की कहानी बहुत संघर्षपूर्ण है,जो कई बार आपको विचलित कर देती है।दिल्ली की सड़कों पर रिक्शा चलाने,दिल्ली के छापखानों में जीवन के लिए संघर्ष करने और तमाम पहाड़ के लोगों की तरह खुद को साबित करने लिए संघर्षों का लंबा अनुभव समेटे जगमोहन ‘आज़ाद’ने पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना नाम कमाया है।यहि वजह भी हैं की आज उनका सम्मान अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के सबसे बड़े साहित्यिक मंच पर होने जा रहा है। जहां उनके लेखन और संघर्षों को सम्मानित किया जा रहा है।


इंडोनेशिया,मलेशिया और बाली में 23 से 31अगस्त तक आयोजित हुए वाले 10 दिवसीय रजत पर्व (25वाँ सम्मेलन) में सम्मानित होने पर जगमोहन ‘आज़ाद’ को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी,महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी,पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत,हरीश रावत सहित उत्तराखंड के साहित्याकारों और पत्रकारों ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।



सम्मेलन में 13 कृतियों का हुआ विमोचन 


1. सुश्री ममता अहार – वासवदत्ता (छत्तीसगढ़ी)

2. श्री राजेंद्र राजन – इरावती (कविता विशेषांक)

3. श्री चेतन भारती – छ.ग.के प्रयोगधर्मी और अन्वेषी साहित्यकार

4. डॉ.हरिसुमन बिष्ट – हवाओं में घिरा आदमी (उपन्यास)

5. डॉ.पुष्पा जोशी – ट्रू मीडिया (पत्रिका)

6. डॉ.रत्ना सिंह – संकिसा : इतिहास के दर्पण में (शोध)

7. डॉ.रामकृष्ण राजपूत – राम नाम सत्य है (लम्बी कविता)

8. डॉ.रामकृष्ण राजपूत – कबीरा खड़ा बाज़ार में (निबंध संग्रह)

9. डॉ.रामकृष्ण राजपूत – बंगस नवाबों का इतिहास (इतिहास)

10.डॉ.रामकृष्ण राजपूत – 1857 के शहीद टीकासिंह की उपेक्षा के मायने (इतिहास)

11.श्री रवि भोई,अरुंधती भोई –समवेत सृजन (मासिक पत्रिका)

12.डॉ.सुनील जाधव –शोध ऋतु (रिसर्च जर्नल)

13.डॉ.जयप्रकाश मानस–कविता कभी होती नहीं पुरानी (कविता संग्रह)


रचनाकार हुए सम्मानित  


1. सृजनगाथा लाइफ टाइम एचीव्हमेंट सम्मान-(शिक्षा)–डॉ.नारायण प्रकाश माहेश्वरी

2. सृजनगाथा लाइफ टाइम एचीव्हमेंट सम्मान-(साहित्य)–अंबिकादत्त चतुर्वेदी

3. सुकर्णो स्मृति सम्मान –डॉ.रामकृष्ण राजपूत

4. सृजनगाथा डॉट कॉम सम्मान –डॉ.जयप्रकाश सिंह

5. श्री सलेकचंद जैन स्मृति सम्मान –डॉ.सदाशिव श्रोत्रिय/डॉ.हरिसुमन बिष्ट

6. डॉ.सच्चिदानंद त्रिपाठी स्मृति सम्मान –श्री राजेन्द्र राजन /डॉ.गौरीशंकर गुप्ता

7. स्व.श्री जयप्रकाश माहेश्वरी स्मृति सम्मान –डॉ.अभय कुमार

8. स्व.श्रीमती बीरमती माहेश्वरी स्मृति सम्मान –डॉ.स्निग्धारानी स्वाईं/डॉ.रत्ना सिंह /ममता अहार

9. गोपाल दास नीरज़ स्मृति साहित्य सेवी सम्मान –डॉ.कृष्ण कुमार प्रजापति

10.शोध ऋतु सम्मान –डॉ.पुष्पा जोशी

11.ट्रू मीडिया सम्मान (साहित्य)–डॉ.अंतर्यामी प्रधान

12. ट्रू मीडिया सम्मान (शोध-पत्रिकारिता –डॉ.सुनील जाधव

13. ट्रू मीडिया सम्मान (पत्रकारिता) –जगमोहन 'आजाद'

14. ट्रू मीडिया सम्मान (पर्यावरण विज्ञान)–डॉ.गोविंद सिंह राजवार


मलेशिया इंडोनेशिया-बाली में अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन में स्वागताध्यक्ष भाषण जाने-माने पत्रकार,संपादक रवि भोई ने की। इस अवसर पर उन्होंने अभी तक आयोजित हुए अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलनों की रूप-रेखा रखी और हिंदी के प्रचार-प्रसार  में अहिंस की भूमिका को रेखांकित किया। सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी (रचना के केंद्र में:कला या विचारधारा) था। जिसमें बाली,भारत सहित अन्य विद्वान वक्ताओं ने अपने शोध आलेखों का वाचन किया।  सम्मेलन के अन्य सत्रों में भारतीय कवियों द्वारा कविता पाठ तथा लोक विशेषज्ञों द्वारा भारतीय लोककथा एवं लोकगीतों का पाठ किया गया। इसी के साथ भारतीय रचनाकारों को डॉ.शरद पगारे स्मृति सम्मान से भी अलंकृत किया गया।

इस अवसर पर विशेष रूप से कलाकार सुश्री ममता अहार द्वारा सती पार्वती (एकल प्रस्तुति)तथा ओडिसा की डॉ.स्निग्धा स्वाईं द्वारा ओडिसी नृत्य प्रस्तुति शानदार प्रस्तुति दी गई। इसी के साथ भारतीय दल द्वारा बाली के प्रमुख ऐतिहासिक,सांस्कृतिक तथा भारतीय संस्कृति से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों का अध्ययन भ्रमण भी किया गया।


आपको बता दें कि इसके पूर्व में रायपुर,बैंकाक,मारीशस,पटाया,ताशकंद (उज्बेकिस्तान),संयुक्त अरब अमीरात,कंबोडिया-वियतनाम,श्रीलंका (दो बार), चीन,नेपाल (दो बार),मिस्र,असम-शिलांग,बाली (इंडोनेशिया),राजस्थान,रूस,रायपुर,यूनान (एथेंस),म्यांमार (यांगून),वियतनाम,भूटान,कज़ाखिस्तान में 24 अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मेलनों का उल्लेखनीय आयोजन संपन्न हो चुका है।

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