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 ऋषिकेश:

एम्स ऋषिकेश में PET-CT स्कैन सुविधा से, समय की बचत के साथ-साथ मरीजों के इलाज का खर्च होगा कम: त्रिवेन्द्र

PET CT scan in AIIMS Rishikesh


हरिद्वार सांसद एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने एम्स ऋषिकेश में अत्याधुनिक PET-CT स्कैन (पेट स्कैन) सुविधा के शुभारंभ पर हर्ष व्यक्त करते हुए इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री प्रताप राव जाधव  का हृदय से आभार प्रकट किया है।


श्री रावत ने कहा कि उत्तराखंड का यह पहला सरकारी संस्थान बन गया है जहां यह उन्नत सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इससे न केवल कैंसर, न्यूरोलॉजी और कार्डियोलॉजी जैसे जटिल रोगों की जाँच और उपचार में मदद मिलेगी, बल्कि उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश एवं अन्य समीपवर्ती राज्यों के रोगियों को अत्यधिक लाभ होगा। उन्होंने इसे स्वास्थ्य क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि और जन-जन के लिए राहत का बड़ा कदम बताया।


उन्होंने यह भी कहा कि यह सुविधा समय की बचत के साथ-साथ रोगियों के उपचार की लागत को भी कम करेगी, जिससे आमजन के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ होंगी। यह पहल “स्वस्थ भारत – सशक्त भारत” के संकल्प को साकार करने की दिशा में एक मजबूत कदम है।


इस अवसर पर माननीय मंत्री जी द्वारा आयुष पुस्तकालय एवं टेली-कंसल्टेंसी सेवाओं का भी शुभारंभ किया गया, जिसे श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आधुनिक चिकित्सा विज्ञान और भारत की प्राचीन चिकित्सा परंपराओं के सुंदर समन्वय का प्रतीक बताया।


श्री रावत ने इस जनकल्याणकारी पहल के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी, स्वास्थ्य मंत्रालय और एम्स ऋषिकेश प्रशासन का विशेष रूप से धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह प्रयास भविष्य में भी चिकित्सा सुविधाओं के क्षेत्र में और अधिक नवाचारों को प्रेरित करेगा।

 


आधार आधारित वितरण और डिजिटल शिकायत निवारण प्रणाली को मिली नई मजबूती: त्रिवेन्द्र


डिजिटल भारत की संकल्पना को धरातल पर उतारने का यह प्रमाण है: त्रिवेन्द्र


नई दिल्ली:


 हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र से सांसद एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा संसद के मानसून सत्र में सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) की पारदर्शिता, शिकायत निवारण और तकनीकी सशक्तिकरण को लेकर महत्वपूर्ण प्रश्न पूछा गया।


इस पर अपने लिखित उत्तर में उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय की राज्य मंत्री श्रीमती निमुबेन जयंतीभाई बांभणिया ने कई अहम जानकारियाँ साझा कीं, जो इस दिशा में सरकार के ठोस प्रयासों को रेखांकित करती हैं। 

उन्होंने बताया कि हरिद्वार जिले की सभी 608 उचित दर दुकानें (FPS) अब ईपीओएस मशीनों से जुड़ चुकी हैं, और इनमें आधार आधारित प्रमाणीकरण (AADHAAR Authentication) के माध्यम से लाभार्थियों को राशन वितरण की सुविधा सुनिश्चित की गई है। यह व्यवस्था पारदर्शिता बढ़ाने और डुप्लीकेसी रोकने की दिशा में एक मजबूत कदम है। मंत्री महोदया ने स्पष्ट किया कि आधार सीडिंग के बाद भी किसी प्रकार की अनियमितता संबंधी कोई विशिष्ट रिपोर्ट विभाग को प्राप्त नहीं हुई है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि हालांकि हाल में कोई स्वतंत्र लेखा परीक्षा या सर्वेक्षण नहीं हुआ है, फिर भी सरकार ने वर्ष 2018 से 2023 तक दो चरणों में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के कार्यान्वयन का समवर्ती मूल्यांकन कराया है। यह कार्य प्रमुख निगरानी संस्थानों (Monitoring Institutions) द्वारा किया गया, जिनकी रिपोर्टें एनएफएसए पोर्टल (https://nfsa.gov.in/portal/Concurrent_Evaluation) पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से लाभार्थियों के लिए शिकायत निवारण प्रणाली को और अधिक सुलभ और प्रभावी बनाया है। जिसके अंतर्गत NFSA पोर्टल, मेरा राशन मोबाइल ऐप, अन्न सहायता प्लेटफॉर्म (WhatsApp, IVRS आधारित) और CPGRAMS पोर्टल उपलब्ध हैं इन माध्यमों से लाभार्थी अपनी शिकायतें दर्ज कर सकते हैं, और अधिकारियों के लिए इनकी निगरानी एवं त्वरित निस्तारण हेतु केंद्रीय पोर्टल भी विकसित किए गए हैं।


सांसद श्री रावत ने कहा कि हरिद्वार में ईपीओएस आधारित राशन वितरण प्रणाली और ऑनलाइन शिकायत निवारण तंत्र, डिजिटल भारत की संकल्पना को धरातल पर उतारने का प्रमाण हैं। इससे न केवल पारदर्शिता सुनिश्चित होती है, बल्कि अंतिम व्यक्ति तक सेवा पहुंचाने में सुशासन की भावना साकार होती है। उन्होंने कहा कि यह पहल प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के “जन सेवा, जन सुविधा और जन कल्याण” के विजन को मजबूती प्रदान करती है।


सशक्त उपभोक्ता, सशक्त भारत की दिशा में एक नया कदम: त्रिवेन्द्र


*जनता को गुणवत्तापूर्ण पोषण व सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना ही मोदी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है: त्रिवेन्द्र*


नई दिल्ली;

 हरिद्वार लोकसभा से सांसद एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा संसद के मानसून सत्र में उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय से जन पोषण केंद्र पायलट परियोजना की प्रगति, प्रभाव और विस्तार पर प्रश्न पूछा गया।


इस प्रश्न के अपने लिखित उत्तर में मंत्रालय की राज्य मंत्री श्रीमती निमुबेन जयंतीभाई बांभणिया ने जानकारी दी कि भारत सरकार द्वारा उचित मूल्य की दुकानों (FPS) को जन पोषण केंद्र (JPK) में परिवर्तित करने के लिए एक प्रायोगिक पायलट कार्यक्रम शुरू किया गया है, जिसका उद्देश्य एफपीएस डीलरों की आय बढ़ाने के साथ-साथ लाभार्थियों के पोषण स्तर में सुधार करना है। उन्होंने बताया कि इस पायलट परियोजना के तहत 90 उचित मूल्य की दुकानों को जन पोषण केंद्र में बदला गया है, जिसमें 5 प्रमुख शहरों - हैदराबाद, गाजियाबाद, जयपुर, अहमदाबाद (15-15 FPS प्रत्येक) और इंदौर (30 FPS) को शामिल किया गया है।  इस योजना के माध्यम से एफपीएस डीलरों के कौशल विकास पर भी ध्यान दिया गया है। साथ ही डिजिटल और वित्तीय साक्षरता, उद्यमशीलता और बाजार उन्मुख कौशल के लिए NIESBUD और कौशल विकास मंत्रालय के सहयोग से प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। इसके अलावा यह योजना न केवल सार्वजनिक वितरण प्रणाली को आधुनिक बनाएगी, बल्कि ग्रामीण और शहरी उपभोक्ताओं के लिए पोषण एवं स्वास्थ्य सेवाओं तक बेहतर पहुंच सुनिश्चित करेगी। मंत्री महोदया ने यह भी स्पष्ट किया कि यह एक प्रायोगिक पहल है और इसमें राज्यों को स्वेच्छा से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। राजस्थान के पाली संसदीय क्षेत्र सहित अन्य राज्यों जिसमें उत्तराखंड भी शामिल है , के विस्तार की संभावनाएं प्रबल हैं।


सांसद श्री त्रिवेन्द्र रावत ने इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि उचित मूल्य की दुकानों को जन पोषण केंद्रों में रूपांतरित करना, केंद्र सरकार की जन-कल्याणकारी सोच का सशक्त उदाहरण है। इससे एफपीएस डीलरों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और जनता को गुणवत्तापूर्ण पोषण व सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। यह पहल ‘सशक्त उपभोक्ता – सक्षम राष्ट्र’ के लक्ष्य की ओर एक ठोस कदम है, जो प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के ‘विकसित भारत 2047’ के विजन को साकार करने में सहायक सिद्ध होगी।

 सचिव आपदा प्रबंधन द्वारा बताया गया है कि 274 लोगों को गंगोत्री एवं अन्य क्षेत्रों से हर्षिल लाया गया है तथा सभी सुरक्षित हैं।

chinuk reached jollygrant airport from harshil



इनमे गुजरात के 131, महाराष्ट के 123, मध्य प्रदेश के 21, UP के 12, राजस्थान के 6, दिल्ली के 7, आसाम के 5, कर्नाटक के 5, तेलंगाना के 3 तथा पंजाब के 01 लोग है |  सभी पूरी तरह से सुरक्षित हैं तथा इनको उत्तरकाशी / देहरादून लाया जा रहा है|



उत्तरकाशी आपदा राहत कार्य: हर्षिल व गंगोत्री क्षेत्र से यात्रियों का सफल रेस्क्यू ऑपरेशन


उत्तरकाशी में राहत एवं बचाव कार्यों के अंतर्गत आपदा प्रभावित क्षेत्रों से तीव्र और सुरक्षित रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।


सचिव, आपदा प्रबंधन के अनुसार अब तक 274 लोगों को गंगोत्री एवं आसपास के क्षेत्रों से हर्षिल लाया गया है, और सभी लोग पूरी तरह से सुरक्षित हैं। इनमें विभिन्न राज्यों से आए हुए तीर्थयात्री शामिल हैं:

गुजरात – 131

महाराष्ट्र – 123

मध्य प्रदेश – 21

उत्तर प्रदेश – 12

राजस्थान – 6

दिल्ली – 7

असम – 5

कर्नाटक – 5

तेलंगाना – 3

पंजाब – 1


इन सभी यात्रियों को हर्षिल से उत्तरकाशी एवं देहरादून लाने की प्रक्रिया निरंतर जारी है।


इसके अतिरिक्त, आज तक 135 लोगों को सुरक्षित रूप से हर्षिल से बाहर निकाला गया, जिसमें से:

100 लोगों को उत्तरकाशी पहुँचाया गया है,

तथा 35 लोगों को देहरादून सुरक्षित भेजा गया है।


इस प्रकार कुल 135 लोगों को सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर सुरक्षित गंतव्य तक पहुँचाया जा चुका है, और 274 लोगों को हर्षिल में सुरक्षित रखते हुए आगे की यात्रा हेतु तैयार किया जा रहा है।


राज्य सरकार, जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधन विभाग, ITBP, NDRF एवं अन्य सभी एजेंसियाँ पूरी तत्परता के साथ रेस्क्यू एवं राहत कार्यों में जुटी हैं। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं स्थिति की निगरानी कर रहे हैं और प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान करने हेतु लगातार निर्देशित कर रहे हैं।

आपदा प्रभावितों को राज्य आपदा मोचन निधि व मुख्यमंत्री राहत कोष के तहत आर्थिक सहायता प्रदान की गई

एक VSAT मातली पहुँचा दिया है। आज शाम या कल सुबह यह हर्षिल पहुँच जाएगा। इसके चालू हो जाने से इंटरनेट कनेक्टिविटी सही हो जाएगी।

पौड़ी;

pauri disaster CM reached Matli


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को पौड़ी जनपद के आपदाग्रस्त क्षेत्र सैंजी का स्थलीय निरीक्षण किया।

 इस दौरान उन्होंने आपदा प्रभावित ग्रामीणों से उनका हालचाल जाना एवं आपदा से हुए नुकसान के बारे में जानकारी ली। उन्होंने प्रभावितों को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार हर परिस्थिति में प्रभावितों के साथ खड़ी हैं। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि आपदा प्रभावितों को राहत पहुंचाने में किसी प्रकार की कमी न हो। इससे पूर्व उन्होंने हेलीकाप्टर से थलीसैंण तहसील के बांकुड़ा सहित अन्य आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वे भी किया। 


मुख्यमंत्री ने नौठा में बुराँसी के आपदा प्रभावित और अन्य ग्रामीणों से मुलाक़ात की। इस दौरान उन्होंने बुराँसी के पांच आपदा प्रभावितों को राहत राशि के चेक भी दिये। मुख्यमंत्री ने सैंजी गांव में  क्षतिग्रस्त रास्ते से गुजरते हुए आपदा प्रभावित परिवारों के घर जाकर उनसे मुलाकात की तथा आपदा से हुई क्षति का जायजा लिया। इस दौरान प्रभावित परिवारों ने मुख्यमंत्री को अपनी समस्याओं से अवगत कराया और त्वरित गति से राहत कार्य हेतु उनका आभार व्यक्त किया। 


मुख्यमंत्री प्रभावितों के ढाँढस बंधाया और कहा कि आपदा की इस घड़ी में कोई भी खुद को अकेला न समझे, उन्होंने कहा पूरा राज्य पीड़ितों के साथ खड़ा है। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि प्रभावितों के पुनर्वास एवं विस्थापन की कार्यवाही त्वरित गति से की जाय। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि अतिवृष्टि से हुई क्षति का आकलन करवाए जाने के साथ सर्वप्रथम ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जाय। उन्होंने कहा कि राहत केंद्रों में बिजली, पानी, शौचालय, दवाई, राशन की पर्याप्त व्यवस्था की जाय। साथ ही उन्होंने वाडिया इंस्टीट्यूट के माध्यम से सर्वे करने के भी निर्देश दिए। 


स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि गांव में स्वास्थ्य विभाग की मोबाइल मेडिकल यूनिट्स तैनात की जाए। ताकि बीमार, वृद्धजनों, गर्भवती महिलाओं, बच्चों तथा विशेष रूप से प्रभावित व्यक्तियों को चिकित्सकीय परामर्श और उपचार समय से मिल सके। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक दवाइयों, प्राथमिक उपचार किट और चिकित्सकीय स्टाफ की उपलब्धता हर समय सुनिश्चित की जाए।


कैबिनेट मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने मा. मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि पुनर्वास के लिए एक समिति बनाई जाए। उन्होंने यह भी बताया कि जिन लोगों के दुकानों मकानों को क्षति पहुंची है, उनके लिए प्राथमिकता से प्रयास किए जाएं।


जिला प्रशासन की ओर से मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि क्षेत्र में प्रभावित परिवारों की सूची तैयार कर ली गई है और तथा राहत सामग्री और धनराशि वितरित की जा रही है। जिलाधिकारी ने बताया कि हर गांव तक प्रशासन की टीम पहुंच रही है और किसी को भी राहत से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा।

 मुख्यमंत्री ने आपदाग्रस्त क्षेत्र के भ्रमण के दौरान आपदा के कारण पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त ग्राम सैंजी के 15 परिवारों/भवन स्वामियों – प्रभा देवी, नीलम सिंह भण्डारी, भगत सिंह भण्डारी, पवन सिंह भण्डारी, विमला देवी, शाखा देवी, पवेली देवी, विमल सिंह, दीवान सिंह, रविन्द्र सिंह, जसवंत सिंह, गोपाल सिंह, मनोज सिंह, कृपाल सिंह एवं हेमराज सिंह कोराज्य आपदा मोचन निधि से प्रति भवन स्वामी ₹1,30,000 की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई, जिसे संबंधित परिवारों को चेक के माध्यम से प्रदान किया गया।

वहीं ग्राम बुरांसी में आपदा के कारण जान गंवाने वाली महिला आशा देवी पत्नी श्री प्रेम सिंह के परिजनों/वारिसों – अनिल सिंह एवं शुगम सिंह, तथा विमला देवी पत्नी श्री बलवन्त सिंह के परिजनों – विक्रम सिंह एवं दीपक सिंह को ₹2,00,000 प्रति मृतक के अनुसार मुख्यमंत्री राहत कोष से आर्थिक सहायता प्रदान की गई। साथ ही बुरांसी गांव के केशर सिंह पुत्र श्री अमर सिंह के आवासीय भवन के पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त होने पर ₹1,30,000 की सहायता राशि चेक के माध्यम से उपलब्ध कराई गई।


 आज का राशिफल

*दिनांक:-07/08/2025, गुरुवार*

त्रयोदशी, शुक्ल पक्ष, 

श्रावण

rashifal today 07 august 2025


*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*


 *आखेटक त्रयोदशी (उड़ीसा)


*रबीन्द्रनाथ टैंगोर जयंती 


*शिव पवित्रा रोपण 


*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*


यावत्स्वस्थो ह्ययं देहो यावन्मृत्युश्च दूरतः ।

तावदात्महितं कुर्यात् प्राणान्ते किं करिष्यति।।

।।चाo नीo।।


जब आपका शरीर स्वस्थ है और आपके नियंत्रण में है उसी समय आत्मसाक्षात्कार का उपाय कर लेना चाहिए क्योंकि मृत्यु हो जाने के बाद कोई कुछ नहीं कर सकता है.


*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*


गीता -: अर्जुन विषादयोग:- अo-1


(दोनों सेनाओं की शंख-ध्वनि का कथन) 

 तस्य सञ्जनयन्हर्षं कुरुवृद्धः पितामहः।

 सिंहनादं विनद्योच्चैः शंख दध्मो प्रतापवान्‌॥


कौरवों में वृद्ध बड़े प्रतापी पितामह भीष्म ने उस दुर्योधन के हृदय में हर्ष उत्पन्न करते हुए उच्च स्वर से सिंह की दहाड़ के समान गरजकर शंख बजाया

 ॥12॥


*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*


देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।


🐏मेष

पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। धर्नाजन होगा, जोखिम न लें। प्रयत्न एवं दूरदर्शिता से सहयोग एवं समर्थन मिलेगा। पारिवारिक सुख प्राप्त होगा। जोखिम के कार्यों में सावधानी रखें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।


🐂वृष

वस्तुएं संभालकर रखें। सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी आ सकती है। कहासुनी, बहस हो सकती है। विवाद समाप्त होने से शांति एवं संतोष मिलेगा। संतान के प्रति झुकाव बढ़ेगा। विवाद से क्लेश होगा। दु:खद समाचार मिल सकता है। पुराना रोग उभर सकता है।


👫मिथुन

प्रयास सफल रहेंगे। मान-सम्मान मिलेगा। मनोरंजक यात्रा होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रसन्नता रहेगी। उच्च और बौद्धिक वर्ग में विशेष सम्मान मिलने की संभावना है। भूमि संबंधी लेन-देन में रुचि बढ़ेगी। दूसरों के काम में हस्तक्षेप न करें।


🦀कर्क

अतिथियों का आवागमन होगा। शुभ समाचार मिलेंगे। मान बढ़ेगा। प्रसन्नता रहेगी। धनार्जन होगा। व्यापारिक उन्नति होगी। अनायास किसी समस्या का समाधान हो सकता है। अपना व्यवहार संयमित रखकर काम करना जरूरी है।


🐅सिंह

यात्रा मनोरंजक रहेगी। वरिष्‍ठ जन सहयोग करेंगे। भेंट व उपहार की प्रा‍प्ति होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। धनलाभ के अवसर आएँगे। जीवनसाथी से संबंधों में मधुरता आएगी। अहम का भाव मन में न पनपने दें। पूंजी निवेश लाभकारी रहेगा।


🙍‍♀️कन्या

घर में अशांति रह सकती है। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। तनाव रहेगा। जल्दबाजी न करें। नौकरी, व्यवसाय में इच्छित वातावरण तैयार होगा। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। राजनीतिक एवं सामाजिक कार्यों में सफलता की संभावना है।


⚖️तुला

वाणी पर नियंत्रण रखें। जल्दबाजी न करें। बकाया वसूली होगी। यात्रा मनोरंजक रहेगी। धनार्जन होगा। आलस्य को त्यागकर प्रत्येक काम समय पर करें। व्यापार अच्छा चलेगा। परोपकारी स्वभाव होने के कारण दूसरों की मदद करके सुख अर्जित करेंगे।


🦂वृश्चिक

नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। प्रसन्नता रहेगी। पिता का स्वास्थ्य संतोष देगा। आजीविका में प्रगति होगी। समय का दुरुपयोग न करें। अधिकारी कामकाज में सहयोग करेंगे। शत्रु भय रहेगा।


🏹धनु

कष्ट, भय, तनाव का माहौल बनेगा। चोट, चोरी व विवाद आदि से हानि संभव है। शत्रु पक्ष से सतर्क रहें। आपके कार्यों की परिवार एवं समाज में प्रशंसा होगी। संतान की मदद से आत्मविश्वास बढ़ेगा। व्यापार में नए अनुबंधों से लाभ होगा।


🐊मकर

वरिष्ठजन सहयोग करेंगे। शुभ समाचार मिलेंगे। प्रसन्नता बनी रहेगी। अपनी स्थिति, योग्यता के अनुरूप कार्य कर पाएँगे। अनसोचे काम होंगे। संपत्ति के लेन-देन में सावधानी रखें। व्यापार अच्छा चलेगा। कुसंगति से बचें। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है।


🍯कुंभ

देव दर्शन हो सकता है। सत्संग का लाभ मिलेगा। बाहरी सहयता मिलेगी। रुके कार्य बनेंगे। सुखद यात्रा के योग बनेंगे। सोच-समझकर व्यय करें। पारिवारिक समस्याओं का हल सूझ-बूझ से करेंगे। व्यापार लाभप्रद रहेगा।


🐟मीन

घर-परिवार की चिंता रहेगी। भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। बाहरी सहायता प्राप्त होगी। परिवार में सहयोग का वातावरण रहेगा। अनायास समस्या सुलझेगी। व्यापार-व्यवसाय में आशानुकूल स्थिति बनेगी। संत-समागम होगा।


🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏

🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺

*आचार्य  पवन  पाराशर (वृन्दावन)*

  


जॉलीग्रांट एयरपोर्ट में दो चिनूक तथा mi 17 हेलीकॉप्टर तैनात। सेना तथा एनडीआरएफ के जवानों तथा उपकरणों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है। 

rescue operation  update dharali


ucada के दो हेलीकॉप्टरों ने सहस्त्रधारा हेलीपैड से हर्षिल के लिए भरी उड़ान।

मातली से हर्षिल के बीच शटल सेवा प्रारंभ हो गई है। Ucada के कुल 08 हेलीकॉप्टर कर रहे shortie.

सुबह 08 बजे  तक नौ लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका है जिन में दो बच्चे शामिल हैं। सभी तीर्थयात्री हैं।


आज धराली हर्षिल से सुबह से ही रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है सुबह से अभी 9.30 बजे तक तक कुल 44 लोगों को हेली से आईटीबीपी मातली शिफ्ट किया गया है। जहां से उन्हें अपने गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचाया जा रहा है।

मुख्य सचिव  राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से रेस्क्यू ऑपरेशंस की समीक्षा कर रहे हैं।

हर्षिल धराली में आई आपदा के बाद राहत बचाव कार्य निरंतर जारी है, सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ ,पुलिस समित सभी संबंधित एजेंसियों रेस्क्यू में युद्ध स्तर से जुटी हैं. 


प्राप्त सूचनानुसार सुबह 10 बजे तक 61 लोगों को हेली से आईटीबीपी मातली शिफ्ट किया जा चुका है। रेस्क्यू किए गए लोगों को उनके गंतव्य पर भेजने से प्रबंध भी सुनिश्चित किए गए हैं।

उत्तरकाशी में सीएम धामी ने  रेसक्यू कर लाए गए लोगों से मुलाकात कर हाल चाल जाना* 

सीएम धामी लगातार राहत बाचव कार्यों की खुद मॉनिटरिंग कर रहे है.

पल पल के अपडेट के साथ दिशा निर्देश दे रहे हैं.

 ऋषिकेश:


 ग्राम पंचायत  साहबनगर के डाडी के   ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा है। सौग और जाखन नदी के तेज कटाव से न केवल उपजाऊ भूमि को नुकसान पहुँच रहा है, बल्कि अब यह खतरा कई घरों तक भी पहुँच गया है। ग्रामीणों के अनुसार, वे बीस वर्षों से बाढ़ सुरक्षा कार्य की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक सिंचाई विभाग द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।


ग्रामीणों ने बताया कि हर साल बरसात के मौसम में नदी का पानी खेतों को काटता हुआ घरों तक पहुँचने लगता है, जिससे लोग डर और असुरक्षा के माहौल में जीवन जीने को मजबूर हैं। 

बुद्धवार  को ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर सिंचाई विभाग के खिलाफ 'मुर्दाबाद' के नारे लगाए और जल्द कार्रवाई की मांग की।


साहबनगर के नवनिर्वाचित प्रधान प्रतिनिधि अम्बर गुरूंग ने बताया कि इस गंभीर समस्या से शासन और प्रशासन को अवगत करा दिया गया है। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो ग्रामीणों के साथ मिलकर उग्र आंदोलन किया जाएगा।


प्रदर्शन के दौरान  माया थापा, अमर थापा, पूजा थापा, रोहित, पप्पू लाटा,  रन बहादुर थापा, सुन्दर सिंह रावत, विनोद बड़ोनी, अर्जुन रावत, सुरेश रावत, हर्ष नेगी, सुरेंद्र बर्तवाल, वीरेंद्र थापा, सीमा थापा, पदमा, शांता, निर्मला, मंजू, विक्रम बिष्ट, शांति थापा आदि ग्रामीण मौजूद रहे।


ग्रामीणों ने मांग की है कि जल्द से जल्द बाढ़ सुरक्षा की दीवार बनाई जाए और सिंचाई विभाग की लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए।

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