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हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो श्रीप्रकाश सिंह ने महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपदी मुर्मु से राष्ट्रपति भवन में शिष्टचार भेंट की। 

उन्होंने राष्ट्रपति को पुष्पगुच्छ और उत्तराखंड के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल रुद्रनाथ की तस्वीर भेंट कर कई अहम विषयों पर चर्चा की। 

कुलपति प्रो. सिंह ने महामहिम को विश्वविद्यालय में आरंभ हो रहे नवीन शैक्षणिक सत्र की तैयारियों और अध्यापन कार्य की रूपरेखा से अवगत कराते हुए बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को विश्वविद्यालय में पूरी तरह से लागू किया जा चुका है, जिसके अंतर्गत लचीले पाठ्यक्रम, अंतरविषयीय अध्ययन और व्यावसायिक कौशलों का समावेश सुनिश्चित किया गया है।
VC HNB and president Murmu



उन्होंने राष्ट्रपति से चर्चा की कि विश्वविद्यालय ने एक वेलनेस सेंटर स्थापित करने की कल्पना की है जिससे आगंतुकों के लिए पर्वतीय संसाधनों पर आधारित स्वास्थ्य लाभ मिल सकता है और जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेगें। वहीं इससे पारंपरिक चिकित्सा, योग, जड़ी बूटी आधारित उत्पादों और प्राकृतिक उपचारों को प्रोत्साहन मिलेगा और स्थानीय समुदाय को प्रत्यक्ष रूप से लाभ होगा। वहीं उन्होंने उत्तराखंड की सामाजिक-सांस्कृतिक सैनिक पृष्ठभूमि के मध्यनजर विश्वविद्यालय में 'अग्निवीरों के लिए एक विशेष प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम शुरू करने की जानकारी दी।

महामहिम राष्ट्रपति ने विश्वविद्यालय के प्रयासों की सराहना करते हुए सुझाव दिया कि शिक्षक, विद्यार्थी और शोधार्थी गांवों में जाकर स्थानीय लोगों के साथ समय बिताएं, उनके जीवन, आवश्यकताओं और अनुभवों को समझें। इससे जब वे भविष्य में सरकारी सेवा या अन्य क्षेत्रों में कार्यरत होंगे, तो उन्हें पलायन जैसी समस्याओं और ग्रामीण वास्तविकताओं की गहरी समझ होगी, जो उन्हें संवेदनशील और प्रभावी नेतृत्य प्रदान करने में सहायक होगी।

कुलपति प्रो श्रीप्रकाश सिंह ने महामहिम द्वारा दिए गए सुझावों पर गंभीरतापूर्वक विचार करते हुए उन्हें शीघ्र ही एक विस्तृत कार्य योजना के रूप में प्रस्तुत करने का आश्वासन दिया। साथ ही उन्होंने महामहिम राष्ट्रपति से विश्वविद्यालय में होने वाले दीक्षांत समारोह की चर्चा की और आग्रह किया कि वे दीक्षांत समारोह में पधारें। कुलपति प्रो सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह की तैयारियों को गति प्रदान की जाएगी और विश्वविद्यालय की विजिटर महामहिम राष्ट्रपति को शीघ्र विधिवत आमन्त्रण पत्र प्रेषित किया जाएगा।

ऋषिकेश :


पुलिस सूत्रों   के अनुसार,कल 24 जुलाई 2025 को सुबह करीब 05:15 बजे सूचना मिली कि आईडीपीएल क्षेत्र में हॉकी मैदान के निकट  झाड़ियों में एक नवजात शिशु  लावारिस हालत में  है।

 सूचना मिलते ही चौकी प्रभारी आईडीपीएल  चीता पुलिस टीम के साथ तुरंत मौके पर पहुँचे।

मौके पर झाड़ियों में एक नवजात शिशु मिला, जिसे तुरंत एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के अनुसार, शिशु का जन्म करीब 2 से 3 घंटे पहले हुआ था।

पुलिस नवजात शिशु के परिजनों या उसे झाड़ियों में छोड़ने वाले व्यक्ति के बारे में जानकारी जुटा रही है।

यदि किसी के पास इस संबंध में कोई जानकारी हो तो कृपया ऋषिकेश थाने के नंबर 9411112815 पर संपर्क करें। 

सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।


प्रदेश सरकार द्वारा त्रिस्तरीय पंचायत राज व्यवस्था को कमजोर करने की साजिश की जा रही है - धस्माना


डोईवाला:

majri grant jila panchayat sadasya doiwala congress


कृष 3 कृष 3 पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में डोईवाला माजरी  ग्रांट से कांग्रेस प्रत्याशी को जितने हेतु प्रचार-प्रसार तेज कर दिया गया है जिसके तहत कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना पर्वदान जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में पहुंचे और पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाया।

 परवादून जिला कांग्रेस की बैठक में जिला पंचायत चुनाव में पार्टी कार्यकर्ताओं से कांग्रेस प्रत्याशी की जीत के लिए कार्य करने का आह्वान किया गया। 


डोईवाला स्थित परवादून जिला कांग्रेस के कार्यालय के सभागार में आयोजित सभा में पंचायत चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी की जीत के लिए विस्तार से चर्चा की गई। 


उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा, जिला पंचायत चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों की विजय निश्चित करने के लिए कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को प्रचार अभियान में पूरे मनोबल से जुटना होगा। कांग्रेस कार्यकर्ता हमेशा जनता के हितों के लिए संघर्ष करते रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि माजरीग्रांट से कांग्रेस समर्थित जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी सुखविन्दर कौर की जीत के लिए एकजुटता से कार्य करें। 


परवादून कांग्रेस जिलाध्यक्ष मोहित उनियाल ने कहा, ग्रामीण क्षेत्र में कांग्रेस की जीत निश्चित है, क्योंकि कांग्रेस ने जनता के मुद्दों पर काम किया है। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आह्वान किया की अन्य पदों पर भी कांग्रेस विचारधारा वाले साथियों को विजयी बनाये। 


बैठक में उत्तराखंड कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना,

परवादून कांग्रेस जिलाध्यक्ष मोहित उनियाल,कांग्रेस प्रदेश सचिव सागर मनवाल,ईश्वर चंद्र पाल,डोईवाला कांग्रेस नगर अध्यक्ष करतार नेगी,ताजेंद्र सिंह ताज,प्रदेश प्रवक्ता प्रमोद कपरुवाण शास्त्री,देवेंद्र सिंह,सुनील बर्मन,मंडल अध्यक्ष देवराज सावन,साजिद अली,राजेन्द्र बिष्ट,मुकेश,राहुल सैनी,स्वतंत्र बिष्ट,शंकर मेहरालु,गौरव मल्होत्रा,गुरदीप सिंह,तेजपाल सिंह मोंटी,हरभजन सिंह,शंकर सिंह कन्हियाल,मनोज नेगी,आरिफ अली,लखबीर सिंह,हरप्रीत सिंह,सुनील थपलियाल,बसारत अली,संदीप थापा,युवराज पुन,भरत सौलंकी,बलराम सौलंकी,प्रवीण कुमार सैनी,शेर सिंह सक्सेना आदि उपस्थित रहे ।


उत्तराखण्ड राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन - 2025 के प्रथम चरण का मतदान आज दिनांक 24 जुलाई, 2025 को सफलतापूर्वक, शांतिपूर्ण एवं पारदर्शी ढंग से संपन्न हो गया है। 


प्रथम चरण के लिए राज्य के सभी जनपदों (जनपद हरिद्वार को छोड़कर) के 49 विकास खण्डों की संबंधित ग्राम पंचायतों में स्थापित मतदान स्थलों में प्रातः 08:00 बजे से मतदान की प्रक्रिया प्रारम्भ हुई। 

प्रारंभिक आंकलनों के अनुसार प्रथम चरण में समग्र रूप से कुल 68.00 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जिसमें 63.00 प्रतिशत पुरुष और 73.00 प्रतिशत महिला मतदाता शामिल हैं। मतदान में जनता का भारी उत्साह लोकतंत्र में गहरे विश्वास को दर्शाता है। ग्रामीण मतदाताओं द्वारा दिखाया गया यह उत्साह अत्यंत प्रशंसनीय है।

राज्य निर्वाचन आयोग, उत्तराखण्ड निर्वाचन ड्यूटी में लगे सभी कर्मचारियों, अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों का उनके समर्पण एवं प्रतिबद्धता हेतु उनकी प्रशंसा करता है। राज्य निर्वाचन आयोग, उत्तराखण्ड प्रदेश भर में त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन - 2025 के स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव संपन्न कराने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराता है।





देहरादून के चकराता, कालसी व विकास नगर में 78.49 फीसदी हुआ मतदान।* 


*पहले चरण का चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न, पोलिंग पार्टियों की वापसी शुरू,* 


*कडी सुरक्षा के बीच स्ट्रांग रूम में सील रहेगी मत पेटियां, 31 जुलाई को होगी मतगणना।* 


देहरादून :



त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत जनपद देहरादून में पहले चरण का मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। पहले चरण में देहरादून के विकासखंड चकराता, कालसी और विकास नगर में 78.49 प्रतिशत मतदान हुआ। पंचायत चुनाव को लेकर मतदाताओं को खासा उत्साह दिखा। सुबह से शाम तक बूथों पर लंबी कतार देखने को मिली। बुजुर्ग, दिव्यांग और महिला मतदाताओं के साथ ही पहली बार वोट देने पहुंचे युवा मतदाता भी अपना वोट डालने को उत्साहित नजर आए। 


विकासखंड चकराता में 20831 महिला, 25042 पुरुष ने मतदान किया। चकराता में कुल 76.60 प्रतिशत मतदान हुआ। वही विकासखंड कालसी में 21651 महिला, 24455 पुरुष ने मतदान किया और 74.68 प्रतिशत मतदान हुआ। जबकि विकासनगर में 52926 महिला, 53165 पुरुष एवं 02अन्य ने मतदान किया। विकासनगर में 81.16 प्रतिशत मतदान हुआ।

 

शांतिपूर्ण मतदान संपन्न कराने के बाद पोलिंग पार्टियों की वापसी जारी है। पोलिंग पार्टियों द्वारा स्ट्रांग रूम में मत पेटियां और चुनाव सामग्री जमा की जा रही है। मत पेटियों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच स्ट्रांग रूम में सील किया जा रहा है। स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी सहित कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। दूसरे चरण का मतदान 28 जुलाई को होगा। सभी विकास खंडों की मतगणना 31 जुलाई को संपन्न की जाएगी। 



 

LUCC फ्रॉड पर कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री से उत्तराखड के सांसदों की भेंट*


*LUCC फ्रॉड मामले में कठोरतम कार्रवाई की जाएगी: अमित शाह*


नई दिल्ली:

meeting of MPs with union home minister LUCC Fraud


 उत्तराखंड में सामने आए LUCC फ्रॉड मामले को लेकर 24 jully 2025को हरिद्वार सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, गढ़वाल सांसद श्री अनिल बलूनी, नैनीताल सांसद श्री अजय भट्ट और टिहरी सांसद महारानी माला राज्य लक्ष्मी शाह जी ने केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह जी से मुलाकात की।


सांसदों ने उत्तराखंड के हजारों गरीब, ग्रामीण निवेशकों की मेहनत की कमाई को ठगने वाले LUCC प्रोमोटर्स के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने आग्रह किया कि इन अपराधियों को Interpol की मदद से भारत लाकर न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाए, ताकि पीड़ितों को शीघ्र न्याय और उनकी धनराशि की वापसी सुनिश्चित की जा सके।


सांसदों ने यह भी बताया कि राज्य सरकार ने इस मामले की जांच की संस्तुति पहले ही कर दी है। इस घोटाले में शामिल लोगों को सख्त सजा दिलाकर भविष्य में इस प्रकार की ठगी को रोका जाना अत्यंत आवश्यक है।


गृह मंत्री श्री अमित शाह जी ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि इस मामले में कठोरतम कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को उनके कृत्य की सजा अवश्य मिलेगी।


यह मामला केवल आर्थिक अपराध नहीं, बल्कि आम जनता के विश्वास से जुड़ा है, और इसके समाधान के लिए सभी स्तरों पर गंभीर प्रयास किए जाएंगे।

 *कांवड़ मेला 2025 में धामी सरकार ने रचा नया कीर्तिमान, लाखों श्रद्धालुओं को मिली स्वास्थ्य सेवा*

record in kanwad mela 2025  health checkup 03 lakh


*कुंभ 2027 के लिए भी  सुरक्षित, नवाचार और अनुशासन का आदर्श मॉडल - डॉ. आर. राजेश कुमार*


उत्तराखंड की धामी सरकार ने इस वर्ष आयोजित कांवड़ मेला 2025 में स्वास्थ्य सेवा प्रबंधन के क्षेत्र में एक नया रिकॉर्ड कायम किया है। 

.स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कांवड यात्रा मार्ग में पड़ने वाले जनपदों को आकड़ों को देखें तो सावन माह के इस विशाल धार्मिक आयोजन में 3 लाख से अधिक श्रद्धालुओं को निशुल्क, त्वरित और सुलभ चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराकर राज्य सरकार ने एक आदर्श मॉडल प्रस्तुत किया। भारी भीड़, सीमित संसाधन और मौसम की चुनौतियों के बीच राज्य सरकार की तैयारी सराहनीय रही। स्वास्थ्य विभाग की इस बड़ी कामयाबी के पीछे मुख्य चिकित्साधिकारी हरिद्वार डॉ आर.के सिंह की बड़ी भूमिका रही।  उन्होंने विभागीय रणनीतियों बेहतर तरीके से धरातल पर उतारा व लगातार मोनिटरिंग करते रहे।


*स्वास्थ्य सेवाओं का सफल संचालन*


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश और नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग हरिद्वार ने मेला क्षेत्र में भीड़, सीमित संसाधनों और मौसम की चुनौती के बावजूद बेहतरीन कार्य किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा हमारी सरकार का संकल्प है कि हर श्रद्धालु को सुरक्षित, सम्मानित और स्वस्थ यात्रा मिले। कांवड़ मेले में स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली ने जनसेवा, प्रबंधन और तकनीक का अनूठा समन्वय दिखाया है। यह न केवल श्रद्धालुओं का भरोसा बढ़ाता है, बल्कि उत्तराखंड की सेवा भावना को भी सुदृढ़ करता है।


*आगामी कुंभ 2027 के लिए भी आदर्श मॉडल* 


स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा मेला क्षेत्र में कुल 2.43 लाख श्रद्धालुओं को प्राथमिक और आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं दी गईं। 24x7 इमरजेंसी सेवाएं निर्बाध रूप से चलीं। न तो कोई संक्रामक रोग फैला और न ही किसी बड़े हादसे की सूचना मिली। विभाग की टीम ने इस आयोजन को न केवल सुरक्षित, बल्कि नवाचार और अनुशासन का मॉडल बना दिया है, जो आगामी कुंभ 2027 के लिए भी आदर्श रहेगा।


*स्थायी व अस्थायी चिकित्सा शिविरों की व्यवस्था*


35 अस्थायी चिकित्सा शिविर स्थापित किए गए, इनमें से 25 विभाग द्वारा, और 10 निजी संस्थाओं द्वारा लगाए गए। 5 स्थानों पर कंटेनर बेस्ड स्थायी चिकित्सा केंद्र बनाए गए, जो भविष्य के आयोजनों में भी उपयोगी होंगे ।


*जियो टैगिंग और QR कोड तकनीक*


सभी शिविरों की जियो टैगिंग और QR कोडिंग की गई। श्रद्धालु QR स्कैन करके नजदीकी शिविर का लोकेशन, प्रभारी का नाम और मोबाइल नंबर जान सके।


*इमरजेंसी सेवाएं और मानव संसाधन*


45 डॉक्टर, 69 फार्मासिस्ट, 48 ईएनटी विशेषज्ञ, 58 स्टाफ नर्स, 58 एएनएम, 45 सीएचओ, 44 वाहन चालक, 108 एम्बुलेंस समेत 36 आपातकालीन वाहन, सभी पीएचसी, सीएचसी और जिला अस्पताल अलर्ट मोड पर रखे गए ।


*विशेष सुविधाएं, स्वच्छता और कचरा निस्तारण*


बर्न यूनिट, ईसीजी मशीन, स्नेक बाइट और डॉग बाइट यूनिट, व्हीलचेयर, ऑक्सीजन, फोल्डेबल बेड, फ्रंट काउंटर, हृदय रोग, एक्सीडेंट इंजरी, बर्न केस जैसी संवेदनशील समस्याओं के लिए अलग केंद्र रखे गए । सभी शिविरों से बायोमेडिकल वेस्ट का सही निस्तारण किया गया । किसी भी प्रकार का संक्रमण या बीमारी नहीं फैली, जिससे मेला क्षेत्र पूर्णतः सुरक्षित रहा।


*नशा नहीं, भक्ति से मिलेगा भोलेनाथ का आशीर्वाद*


मेला क्षेत्र में नशामुक्त कांवड़ यात्रा का संदेश व्यापक रूप से प्रचारित किया गया । हर चिकित्सा शिविर, पोस्टर, वेबसाइट और मीडिया के माध्यम से यह संदेश लोगों तक पहुंचाया गया ।


*प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग का तालमेल*


स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग तीनों विभागों के बीच बेहतरीन समन्वय से मेला संचालन शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रहा । यह आयोजन आने वाले कुंभ 2027 जैसे बड़े आयोजनों के लिए एक आदर्श मॉडल बनकर उभरा है । स्वास्थ्य सचिव ने कहा कांवड़ मेला 2025 में उत्तराखंड की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं न केवल कामयाब रहीं, बल्कि सेवा, नवाचार और प्रबंधन का उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया गया।


*39,000 से अधिक कांवड़ियों को मिली मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं*


पौड़ी जनपद के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने नीलकंठ श्रावण मेले 2025 में आने वाले श्रद्धालुओं को 24x7 उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर सराहनीय कार्य किया। नीलकंठ यात्रा मार्ग पर 9 स्थानों पर मेडिकल रिलीफ पोस्ट बनाई गईं। एमआरपी नीलकंठ, पुंडरासु, धाधला पानी, मौनी बाबा की गुफा, बाघखाला, वानप्रस्थ, गरुड़ चट्टी, पीपलकोटी, पीएचसी लक्ष्मण झूला, प्रत्येक पोस्ट पर 2 चिकित्सक, 2 फार्मेसी अधिकारी, 2 नर्सिंग स्टाफ, 1 कक्ष सेवक और 1 सफाईकर्मी तैनात रहा। कुल 07 एम्बुलेंस: 5 विभागीय + 2 108 सेवा, 2 मोबाइल टीमें, जिनमें 1 डॉक्टर, 1 नर्स और 1 सेवक शामिल, ऑन साइट पोस्टमार्टम के लिए लक्ष्मण झूला में 2 अतिरिक्त चिकित्सक और 1 सेवक की नियुक्ति, 24 चिकित्सक, 20 फार्मेसी अधिकारी,20 नर्सिंग अधिकारी, 10 कक्ष सेवक, 10 सफाई कर्मचारी, 7 एम्बुलेंस चालक तैनात रहा।


*मेले में श्रद्धालुओं को सफल उपचार मिला*


बुखार, उल्टी-दस्त, सांस फूलना, सामान्य व गंभीर चोटें, सर्पदंश, कुत्ते के काटने, पैरों व बदन का दर्द, छाले, त्वचा रोग, मिर्गी, कटना-फटना, हाई बीपी और शुगर संबंधी समस्याएं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एस.एम. शुक्ला के निर्देशन में PHC लक्ष्मण झूला में 24 घंटे कंट्रोल रूम संचालित किया गया। डॉ. राजीव कुमार को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया।

 *जीवन रक्षक साबित हो रही है संजीवनी हेलीकॉप्टर इमरजेंसी मेडिकल सेवा*


*विभिन्न अभियानों के जरिए अब तक 60 से अधिक पीड़ितों को किया गया एयरलिफ्ट* 

 

उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य में आमजन को आपदा, आकस्मिक चिकित्सा या अन्य आपात परिस्थितियों में तत्काल सहायता उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार द्वारा एम्स ऋषिकेश में हेली एम्बुलेंस को 24 घंटे अलर्ट मोड में रखा गया है। अब तक इस सेवा के जरिए *60 से अधिक* पीड़ितों को एयरलिफ्ट किया जा चुका है।


जीवन रक्षक बनी हेलीकॉप्टर सेवा 

भारत की पहली निशुल्क हेली एम्बुलेंस (संजीवनी हेलीकॉप्टर इमरजेंसी मेडिकल सेवा) 29 अक्तूबर 2024 से एम्स ऋषिकेश के जरिए शुरु की गई है। उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य में यह सेवा जीवन रक्षक का काम कर रही है। खासकर सड़क दुर्घटना, चिकित्सा आपातकाल, भूस्खलन, बाढ़ जैसी स्थिति में यह सेवा बेहद कारगर साबित हुई है। कई बार गर्भवती महिलाओं को भी गंभीर परिस्थितियों में सुरक्षित डिलीवरी के लिए एयरलिफ्ट किया गया है। आंकड़ों के मुताबिक हेली एम्बुलेंस कुल *74 घंटे 12 मिनट* की उड़ान के जरिए, अलग - अलग समय में 60 से अधिक पीड़ितों को एयरलिफ्ट कर जीवनदान प्रदान कर चुकी है। इसमें *सड़क दुर्घटना के 23", *गर्भावस्था आपात स्थिति के 18* और अन्य तरह की मेडिकल इमरजेंसी के 19 रोगी शामिल है। हेली एम्बुलेंस ने पांच नवंबर को हुई अल्मोड़ा बस दुर्घटना और एक मार्च 2025 को आए जोशीमठ हिमस्खलन के प्रभावितों को एयरलिफ्ट करने में अहम भूमिका निभाई।  


*मुनस्यारी के लिए लिए भी किए थे प्रयास*

11 जुलाई 2025 को जनपद पिथौरागढ़ के मुनस्यारी क्षेत्र के धापा गांव से एक गंभीर चिकित्सा आपात स्थिति की सूचना मिली, जहाँ एक महिला एवं उनकी नातिन ने जंगली मशरूम का सेवन कर लिया था। स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के उपरांत डॉक्टरों ने उन्हें तुरंत हल्द्वानी के उच्च चिकित्सा संस्थान में रेफर करने का निर्णय लिया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी पिथौरागढ़ ने उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (UCADA) से तत्काल हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध कराने की मांग भेजी। प्रतिक्रिया में, प्राधिकरण ने बिना समय गंवाए हेलीकॉप्टर उड़ान की स्वीकृति प्रदान कर दी। लेकिन दुर्भाग्यवश, उस दिन क्षेत्र में मौसम अत्यधिक खराब होने से, डीजीसीए के मानकों के कारण उड़ान संभव नहीं हो पाई। ऐसे मामलों में सरकार की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि किसी भी आपात स्थिति में जिलाधिकारी द्वारा भेजी गई मांग पर प्राथमिकता के आधार पर, हेलीकॉप्टर सेवा उपलब्ध कराई जाएगी। लेकिन उड़ान की अंतिम अनुमति डीजीसीए द्वारा तय सुरक्षा मानकों के अनुसार ही मिल पाती है, जिसमें मौसम की अनुकूलता एक अनिवार्य शर्त है। 


*उत्तराखंड की विषम परिस्थितियों को देखते हुए ही एम्स ऋषिकेश के सहयोग से हेलीकॉप्टर एम्बुलेंस सेवा शुरु की गई है। इस तरह की सेवा देने वाला उत्तराखंड देश के अग्रणी राज्यों में शामिल है।

 हेलीकॉप्टर एम्बुलेंस संजीवनी का काम कर रही है। कई बार मौसम संबंधित बाधाओं के चलते उड़ान संभव नहीं हो पाती है, ऐसे में प्रशासन को वैकल्पिक व्यवस्थाओं से लोगों का राहत प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं।*

*पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री उत्तराखंड*

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 देहरादून :



मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन ने गुरुवार को सचिवालय में पूंजीगत व्यय, केंद्र सहायतित, वाह्य सहायतित प्रोजेक्ट, नाबार्ड के साथ ही केपीआई और केओआई की समीक्षा की।


 मुख्य सचिव ने अधिकारियों को पूंजीगत व्यय में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। बैठक के दौरान आज 12 विभागों को शामिल किया गया था। इस दौरान बताया गया कि पूंजीगत व्यय में कुल ₹ 14763 करोड़ का प्रावधान किया गया है। जिसमें से ₹ 2215 करोड़ (15 प्रतिशत) जारी किया गया है और जिसमें से ₹ 1049 करोड़ (7.11 प्रतिशत) व्यय हुआ है।


मुख्य सचिव ने निर्देश सितंबर माह तक पूंजीगत बजट का 50 प्रतिशत खर्च किया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने विभागों को 15 अगस्त तक सभी प्रस्ताव भेजे जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि लक्ष्यों को समय से हासिल करने के लिए लगातार मॉनिटरिंग की जाए, इसके लिए सम्बन्धित सचिव एवं विभागाध्यक्षों द्वारा पाक्षिक बैठकें की जाएं।

 

मुख्य सचिव ने कहा कि पूंजीगत व्यय के अंतर्गत मुख्यमंत्री घोषणाओं को प्राथमिकता पर लिया जाए। उन्होंने विभागों को केपीआई (की परफोर्मेंस इंडीकेटर) और केओआई (की आउटकम इंडीकेटर) पर भी फोकस किए जाने के निर्देश दिए। कहा कि पूंजीगत व्यय के साथ ही आउटकम पर विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने आउटकम को समझाते हुए कहा कि पर्यटन विभाग ने जो व्यय किया है, उससे कितने प्रतिशत विदेशी पर्यटक बढ़े हैं, या सभी प्रकार के पर्यटकों के औसत स्टे में कितने प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। उन्होंने उद्यान विभाग को अपनी क्षमता बढ़ाए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कोल्ड चेन और ऑफ सीजन प्रोडक्शन बढ़ाए जाने पर फोकस किए जाने की बात कही। उन्होंने निर्देश दिए कि पॉलीहाउस प्रोजेक्ट में तेजी लायी जाए। वैल्यू एडेड और फूड प्रोसेसिंग प्रोजेक्ट्स को प्राथमिकता दी जाए।


मुख्य सचिव ने कृषि विभाग में बायो फेंसिंग और चेन लिंक फेंसिंग के शीघ्र गाईडलाईन्स तैयार किए जाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही इसके लिए अलग से हेड खोले जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस हेड में 200 करोड़ का प्रावधान किया जाए। इस वित्तीय वर्ष में सप्लीमेंट्री बजट में भी इसका प्रावधान किया जाए। उन्होंने बायो फेंसिंग और चेन लिंक फेंसिंग के प्रस्तावों को चयन समिति के माध्यम से प्राथमिकता दिए जाने के निर्देश दिए। कहा कि ऐसे स्थानों को प्राथमिकता दी जाए जहां मानव-वन्यजीव संघर्ष के साथ ही कृषि फसलों को अधिकतम हानि हो रही है।

 

मुख्य सचिव ने दुग्ध विकास विभाग को आंचल के डेरी उत्पादों को बढ़ाए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने गन्ना विकास को चीनी मिलों को दौरा कर मशीनों की मरम्मत और रखरखाव कार्य शीघ्र पूर्ण कर समय से चीनी मिलों में उत्पादन शुरू किए जाने के भी निर्देश दिए।


इस अवसर पर प्रमुख सचिव श्री आर.के. सुधांशु, सचिव श्रीमती राधिका झा, श्री दिलीप जावलकर, डॉ. बी.वी.आर.सी पुरुषोत्तम, श्री वी. षणमुगम, श्री धीराज गर्ब्याल एवं श्री श्रीधर बाबू अद्दांकी, अपर सचिव श्री हिमांशु खुराना, श्री मनमोहन मैनाली सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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देहरादून :

मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन ने गुरुवार को सचिवालय में चंपावत में गोल्ज्यू देवता कॉरिडोर मास्टर प्लान के सम्बन्ध में सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक ली। मुख्य सचिव ने कहा कि गोल्ज्यू देवता कॉरिडोर मास्टर प्लान के लिए एंकर विभाग पर्यटन विभाग होगा। उसमें आने वाले कम्पोनेंट के लिए सम्बन्धित विभाग कार्यदायी संस्था होंगे। उन्होंने अगले 15 दिन में गोल्ज्यू देवता कॉरिडोर मास्टर प्लान को फाईनल किए जाने के निर्देश पर्यटन विभाग को दिए।


मुख्य सचिव ने गोल्ज्यू देवता कॉरिडोर मास्टर प्लान में आने वाले समय में पीक टाईम का अधिकतम पर्यटकों की संख्या के अनुसार पार्किंग एवं रूकने की व्यवस्था आदि का आंकलन करते हुए प्लान तैयार किया जाए। उन्होंने कहा कि पर्यटकों के लिए बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। 


मुख्य सचिव ने कहा कि सेंट्रल प्लाजा को ओपन एरिया की तर्ज पर बनाया जाए। उन्होंने प्रत्येक शहर में सेंट्रल प्लाजा बनाए जाने की भी बात कही। उन्होंने इसके लिए सचिव शहरी विकास को शहरी निकायों में सेंट्रल प्लाजा की तर्ज पर ओपन एरिया विकसित किए जाने के भी निर्देश दिए।


मुख्य सचिव ने कहा कि लोहाघाट एवं चम्पावत को ट्विन सिटी के रूप में विकसित किए जाने की दिशा में कार्य किया जाए। उन्होंने चम्पावत और लोहाघाट के आसपास के सम्भावित पर्यटन स्थलों को भी तलाशकर विकसित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने लोहाघाट के पास श्यामलाताल सहित अन्य पर्यटन क्षेत्रों को साथ-साथ विकसित किए जाने की बात भी कही।  


मुख्य सचिव ने कहा कि चम्पावत में बनायी जा रही साइंस सिटी का कार्य भी तेजी से पूर्ण किया जाए। उन्होंने प्रत्येक जनपद में एक-एक साइंस सिटी बनाए जाने की बात कही। कहा कि प्रत्येक साइंस सिटी के लिए एक-एक मेंटर भी निर्धारित किया जाए, ताकि साइंस सिटी को रखरखाव एवं अपग्रेडेशन का कार्य नियमित रूप से चलता रहे।


इस अवसर पर विशेष प्रमुख सचिव श्री अमित सिन्हा, सचिव श्री नितेश कुमार झा, श्री धीराज सिंह गर्ब्याल, अपर सचिव डॉ. अहमद इकबाल, श्री नवनीत पाण्डेय एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारी चम्पावत श्री मनीष कुमार उपस्थित थे।


देहरादून:

मुख्य सचिव श्री आनन्द बर्द्धन ने गुरुवार को सचिवालय में *SHELF OF PROJECTS*  (शेल्फ ऑफ प्रोजेक्ट्स) के सम्बन्ध में बैठक ली।


 मुख्य सचिव ने सभी विभागों को अपने शेल्फ ऑफ प्रोजेक्ट्स को पीएम गतिशक्ति उत्तराखण्ड पोर्टल पर अपलोड किए जाने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि अभी तक 44 विभागों ने लगभग 15000 करोड़ की लागत के 1020 शेल्फ ऑफ प्रोजेक्ट्स पोर्टल पर अपलोड किए हैं।

 

मुख्य सचिव ने सभी विभागीय सचिवों को अपने प्रोजेक्ट्स की प्राथमिकता निर्धारित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन सभी प्रोजेक्ट्स की स्क्रूटिनी के लिए वित्त एवं नियोजन सहित प्रशासकीय विभाग द्वारा संवीक्षा करते हुए स्वीकृति दी जाएगी और प्राथमिकता निर्धारित की जाएगी। उन्होंने कहा कि यथार्थवादी प्रस्तावों को ही स्वीकृति दी जाएगी।


मुख्य सचिव ने पोर्टल के माध्यम से ही इन प्रोजेक्ट्स की मॉनिटरिंग किए जाने की बात कही। कहा कि प्रोजेक्ट किस स्टेज में है, यह विभाग और शासन सभी को जानकारी मिलती रहेगी। उन्होंने सचिव आईटी को ई-ऑफिस और प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग दोनों पोर्टल को शीघ्र इंटीग्रेट किए जाने की बात भी कही।


इस अवसर पर प्रमुख सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुन्दरम, सचिव श्री नितेश कुमार झा, श्री सचिन कुर्वे, श्री दिलीप जावलकर, डॉ.बी.वी.आर.सी. पुरूषोत्तम, डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा, डॉ. आर. राजेश कुमार, श्री विनय शंकर पाण्डेय, श्री श्रीधर बाबू अद्दांकी, श्री दीपेन्द्र कुमार चौधरी एवं श्री धीराज सिंह गर्ब्याल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


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