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*जनपद देहरादून:कोलूखेत के पास बाइकसवार पिता-पुत्र गिरे खाई में SDRF ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन।* 



आज दिनाँक 06 नवम्बर 2025 को CCR देहरादून द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि कोलूखेत चौकी क्षेत्रान्तर्गत एक बाइक सवार खाई में गिर गया है, जिसके लिए SDRF टीम की आवश्यकता है।


उक्त सूचना मिलते ही SDRF पोस्ट सहस्त्रधारा से उपनिरीक्षक सुरेन्द्र सिंह के नेतृत्व मे SDRF टीम आवश्यक रेस्क्यू उपकरणों सहित तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुई।


एसडीआरएफ टीम को घटनास्थल पर पहुँचने पर ज्ञात हुआ कि मसूरी रोड पर नगर पालिका के टोल से लगभग 01 किलोमीटर आगे एक बाइक (UK 07AB 7926) पर सवार 02 व्यक्ति (पिता-पुत्र) गहरी खाई में गिर गए थे। SDRF टीम द्वारा जिला पुलिस के सहयोग से राहत एवं बचाव कार्य प्रारम्भ किया गया।


जिला पुलिस द्वारा घायल को पूर्व मे अस्पताल भिजवाया गया था। जबकि एक अन्य व्यक्ति की मौके पर ही मृत्यु हो चुकी थी, जिसका शव SDRF टीम द्वारा गहरी खाई से निकालकर मुख्य मार्ग तक लाया गया तथा जिला पुलिस के सुपुर्द किया गया।

 

 *घायल* -

फैजान अहमद पुत्र असवाक अहमद उम्र 14 वर्ष,निवासी रायपुर अधोईवाला।


 *मृतक* 

असवाक अहमद पुत्र फारूक अहमद, उम्र 40 वर्ष निवासी रायपुर अधोईवाला।



इस यात्रा वर्ष डेढ लाख* *तीर्थयात्रियों ने किये दर्शन

शीतकालीन यात्रा को प्रोत्साहित करेंगे: हेमंत द्विवेदी

श्री तुंगनाथ/ रूद्रप्रयाग:



तृतीय केदार श्री तुंगनाथ मंदिर के कपाट आज बृहस्पतिवार को पूर्वाह्न 11.30 बजे शुभ मुहूर्त में शीतकाल हेतु बंद हो गये है 

कपाट बंद होने के बाद भगवान तुंगनाथ जी की चल विग्रह डोली ने प्रथम पड़ाव चोपता के लिए प्रस्थान किया इस अवसर पर मंदिर को फूलों से सजाया गया था तथा पांच सौ से अधिक श्रद्धालु कपाट बंद होने के साक्षी रहे।

आज  प्रात: काल भगवान तुंगनाथ जी का मंदिर श्रद्धालुओं को दर्शनार्थ खुल गया था इसके पश्चात नित्य पूजा-अर्चना संपन्न हुई तथा तीर्थयात्रियों ने मंदिर में दर्शन किये। बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल की उपस्थिति में साढ़े दस बजे से कपाट बंद की प्रक्रिया शुरू हो गयी भोग यज्ञ हवन पूजा के बाद भगवान तुंगनाथ के स्वयंभू शिवलिंग को समाधि रूप दिया गया तथा पूर्वाह्न साढ़े  11.30 बजे श्री तुंगनाथ मंदिर के कपाट शीतकाल हेतु बंद कर दिये गये इससे पहले श्री तुंगनाथ जी की चलविग्रह डोली मंदिर के अंदर से  परिसर में विराजमान हुई मंदिर की परिक्रमा तथा श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए ढ़ोल नगाड़ो के साथ समारोह पूर्वक प्रथम पड़ाव चोपता के लिए प्रस्थान हुई इस अवसर पर बाबा तुंगनाथ जी की जय घोष से वातावरण गूंज उठा।


 श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी) अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने तृतीय केदार श्री तुंगनाथ के कपाट बंद होने के अवसर पर शुभकामनाएं दी है बताया कि इस यात्रा वर्ष डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने श्री तुंगनाथ जी के दर्शन का पुण्य अर्जित किया कहा कि श्री तुंगनाथ जी की चलविग्रह डोली के श्री मर्कटेश्वर मंदिर मक्कूमठ पहुंचने के बाद श्री तुंगनाथ जी की शीतकालीन पूजायें शुरू हो जायेंगी मंदिर समिति शीतकालीन यात्रा को प्रोत्साहित करेगी।


 बीकेटीसी उपाध्यक्ष विजय कप्रवाण तथा उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती सहित मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल  एवं सभी बीकेटीसी सदस्यों ने श्री तुंगनाथ जी कपाट बंद होने के अवसर पर प्रसन्नता जतायी हैं कहा श्री तुंगनाथ जी की यात्रा अपेक्षा के अनुरूप रही।


बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि आज श्री तुंगनाथ मंदिर के कपाट बंद होने के बाद भगवान श्री तुंगनाथ जी की चल विग्रह डोली प्रथम पड़ाव चौपता प्रवास हेतु प्रस्थान हुई। कल  शुक्रवार 7 नवंबर दूसरे पड़ाव भनकुन  प्रवास करेगी। चल विग्रह डोली शनिवार 8 नवंबर को शीतकालीन गद्दी स्थल श्री मर्कटेश्वर मंदिर मक्कूमठ पहुंचेगी।


कपाट बंद होने के अवसर पर  बीकेटीसी उपाध्यक्ष विजय कप्रवान, सदस्य  श्रीनिवास पोस्ती, प्रह्लाद पुष्पवान,देवी प्रसाद देवली, डा. विनीत पोस्ती,बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी/ कार्यपालक मजिस्ट्रेट विजय प्रसाद थपलियाल, मंदिर समिति सहित मठापति रामप्रसाद मैठाणी, केदारनाथ प्रभारी अधिकारी  यदुवीर पुष्पवान, प्रबंधक बलबीर नेगी, अरविंद शुक्ला प्रकाश पुरोहित, दीपक पंवार,चंद्र मोहन बजवाल,पुजारी अतुल मैठाणी अजय मैठाणी,  सहित अधिकारी कर्मचारी हक हकूकधारी मौजूद रहे।

 


डोईवाला :  



मुख्यमंत्री के 31 अक्टूबर तक प्रदेश की सभी सड़कों को गड्ढामुक्त करने के आदेश अब केवल कागज़ों तक ही सीमित दिख रहे हैं। डोईवाला विधानसभा के दूरस्थ पहाड़ी क्षेत्र हल्द्वाड़ी में न तो पक्की सड़क बनी, और जो कच्चा स्थायी मार्ग है, वह भी अब चलने लायक नहीं बचा है।

स्थानीय निवासी आदर्श राठौर ने बताया कि यह मार्ग वर्षों से जर्जर अवस्था में है। ग्राम पंचायत बजट, प्रधानमंत्री रोजगार गारंटी योजना और ग्रामीणों के सहयोग से कभी इसका निर्माण किया गया था, मगर अब हालात इतने खराब हैं कि लोगों को इस रास्ते से गुजरने से पहले सौ बार सोचना पड़ता है।

ग्रामीणों ने बताया कि कई बार लोक निर्माण विभाग द्वारा सर्वे किया गया, परंतु सड़क सुधार कार्य आज तक शुरू नहीं हुआ। हल्द्वाड़ी ग्राम से मुख्य बाजार थानों की दूरी लगभग 20 किलोमीटर है, जहां से ग्रामीणों को राशन व स्वास्थ्य सुविधाएं मिलती हैं। खराब सड़क के कारण लोगों को हर छोटी जरूरत के लिए भी भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।

आदर्श राठौर ने अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि “कागज़ों और बैठकों में विकास की बड़ी-बड़ी बातें होती हैं, पर धरातल पर ये विकास खोखला साबित हो रहा है।”

ग्रामीणों ने बताया कि इस मार्ग में जगह-जगह एक से दो फीट गहरे गड्ढे हो चुके हैं, और रास्ता फिसलन भरा हो गया है। बाइक सवार आए दिन फिसलकर चोटिल हो रहे हैं। रोजाना इसी मार्ग से आवाजाही करने वाले लोगों में भारी आक्रोश है।

ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द इस सड़क का सुधारीकरण या नया निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया, तो वे 2027 विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे और आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।


 *रात्रि भोज में जुड़ा भावनाओं और विकास का सेतु* 


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज मुख्यमंत्री आवास में देशभर के विभिन्न राज्यों में निवासरत प्रवासी उत्तराखंडियों का भावपूर्ण स्वागत किया। सभी को रात्रि भोज पर आमंत्रित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि “आप भले ही दूर हों, लेकिन दिल से हमेशा उत्तराखंड से जुड़े हैं। आप हमारी शक्ति हैं, हमारी वैश्विक पहचान हैं।”


 उपस्थित प्रवासी उत्तराखंड वासियों ने अपने अनुभवों, भावनाओं और प्रदेश के विकास से जुड़ी अपेक्षाओं को साझा किया। मुख्यमंत्री धामी ने प्रत्येक प्रतिभागी से व्यक्तिगत रूप

NRI welcome at CM Dhami House

से संवाद कर उनकी बातों को सुना और कहा कि सरकार “ग्लोबल उत्तराखंड विजन” को मिशन मोड में आगे बढ़ा रही है, ताकि विश्वभर में फैले उत्तराखंडियों का सामर्थ्य राज्य निर्माण में जुड़ सके।




 *प्रवासियों में दिखा उत्साह — मुख्यमंत्री से मिलकर भावुक हुए उत्तराखंडवासी* 


कार्यक्रम में प्रवासी उत्तराखंड वासियों में विशेष उत्साह देखने को मिला। प्रतिभागियों ने कहा कि पहली बार इस स्तर पर सरकार ने प्रवासियों के अनुभव और योगदान को सम्मान दिया है।

उन्होंने राज्य के तेज़ी से हो रहे विकास, निवेश बढ़ने, धार्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत संरक्षण और युवाओं के लिए नए अवसरों की सराहना की।



मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि उत्तराखंड की प्रतिभा और संस्कृति वैश्विक स्तर पर चमके, प्रवासियों के लिए नीति और सुविधा तंत्र और मजबूत किया जाए, उद्योग, शिक्षा, स्टार्टअप और पर्यटन में साझेदारी बढ़े| उन्होंने आश्वस्त किया कि आने वाले समय में प्रवासी उत्तराखंडियों के लिए डिजिटल कनेक्ट प्लेटफ़ॉर्म, ग्लोबल नेटवर्किंग फोरम और स्पेशल पार्टनरशिप नीति तैयार की जाएगी।


महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप स्टार स्नेहा राणा को मुख्यमंत्री धामी का फोन — दी शुभकामनाएं, घोषित किए ₹50 लाख प्रोत्साहन राशि



मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली उत्तराखंड की बेटी, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर स्नेहा राणा से दूरभाष पर वार्ता की।


मुख्यमंत्री ने स्नेहा राणा को भारतीय क्रिकेट टीम में चयन होने पर हार्दिक बधाई दी और वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में उत्कृष्ट प्रदर्शन व भारत को विजय दिलाने के लिए शुभकामनाएं दीं।




मुख्यमंत्री ने स्नेहा राणा की उपलब्धियों और देश-प्रदेश का गौरव बढ़ाने पर उन्हें ₹50 लाख की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की।


 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि “ *स्नेहा राणा ने मेहनत, संकल्प और प्रतिभा से उत्तराखंड का नाम विश्व पटल पर रोशन किया है। उनकी सफलता हमारे युवाओं, विशेषकर बेटियों के लिए प्रेरणा है। राज्य सरकार खिलाड़ियों को सर्वोत्तम सुविधाएं और प्रोत्साहन देने के लिए प्रतिबद्ध है।”* 


 *मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की बेटियाँ देश को गौरवान्वित कर रही हैं और स्नेहा राणा का प्रदर्शन इसी का उज्ज्वल उदाहरण है।* 


मुख्यमंत्री द्वारा सम्मान और प्रोत्साहन राशि की घोषणा पर स्नेहा राणा ने आभार व्यक्त किया और कहा कि वह देश व उत्तराखंड का नाम रोशन करने के लिए निरंतर प्रयास करती रहेंगी।

 *बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल की उपस्थिति में श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में शीतकालीन यात्रा बैठक।* 


• *श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ परिसर स्थित उषा अनिरुद्ध विवाह मंडप में दिल्ली निवासी दंपति का विवाह।* 


उखीमठ /रुद्रप्रयाग: 5 नवंबर





श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति  (बीकेटीसी) अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी के दिशा-निर्देश पर  मंगलवार को  पंचकेदार गद्दी स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी/ कार्यपालक मजिस्ट्रेट विजय प्रसाद थपलियाल तथा बीकेटीसी सदस्य प्रह्लाद पुष्पवान की उपस्थिति में शीतकालीन यात्रा  के संबंध  बैठक आयोजित हुई जोकि देर शाम तक चली।‌ बैठक में मंदिर समिति के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।


बैठक में श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में भगवान केदारनाथ जी की शीतकालीन पूजाओं, 6 नवंबर को श्री तुंगनाथ तथा 18 नवंबर कपाट बंद होने के बाद द्वितीय केदार श्री मदमहेश्वर जी की शीतकालीन पूजाओं की तैयारियों के  संबंध में विचार विमर्श हुआ‌ तथा श्री ओंकारेश्वर मंदिर परिसर उखीमठ स्थिति ऊषा अनिरूद्ध विवाह मंडप स्थल‌ को श्री त्रियुगीनारायण की तरह वैडिंग डेस्टीनेशन के रूप में प्रचार - प्रसार किये जाने पर भी चर्चा हुई।


वहीं मंगलवार शाम को  बैकुंठ चतुर्दशी के पावन पर्व पर  उषा अनिरुद्ध विवाह स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में दिल्ली निवासी अश्वनी एवं आकांक्षा 

विवाह बंधन में बंधे। इस अवसर पर सदस्य प्रह्लाद पुष्पवान तथा मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने नव‌ विवाहित दंपति को शुभकामनाएं दी।


वहीं बैठक में शीतकालीन गद्दीस्थलों श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ, श्री तुंगनाथ जी के शीतकालीन गद्दीस्थल श्री मर्कटेश्वर मंदिर मक्कूमठ  में दर्शन व्यवस्था, परिसर में  स्वच्छता, सुरक्षा, विद्युत एवं पेयजल के संबंध में चर्चा की गई।


वहीं उपाध्यक्ष विजय कप्रवाण ने बताया कि  भगवान केदारनाथ की शीतकालीन पूजायें शुरू हो गयी है द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर जी तथा तृतीय केदार श्री तुंगनाथ जी के कपाट बंद के पश्चात भगवान मदमहेश्वर जी तथा श्री तुंगनाथ की शीतकालीन पूजायें शुरू होंगी।


मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने  बैठक को संबोधित करते हुए कहा  कि मंदिर समिति द्वारा शीतकालीन यात्रा को प्रोत्साहित किया जा रहा है।

 शीतकालीन यात्रा के प्रोत्साहन हेतु स्थानीय प्रशासन तीर्थ पुरोहितों, हक हकूकधारियों जनप्रतिनिधियों से भी सुझाव लिए जा रहे है‌ कहा कि श्री त्रियुगीनारायण की तरह श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ स्थित उषा - अनिरुद्ध विवाह मंडप को  वेंडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किये जाने हेतु कार्य योजना बनयी जा रही है।बैठक में  बीकेटीसी सदस्य प्रह्लाद पुष्पवान ने कहा गया  कि केदारनाथ भगवान की शीतकालीन पूजन व्यवस्थाएँ इस बार और अधिक सुव्यवस्थित एवं श्रद्धालुओं हित में होंगी।


बैठक में मुख्य कार्याधिकारी / कार्यपालक मजिस्ट्रेट विजय प्रसाद थपलियाल सहित  सदस्य,‌प्रह्लाद‌‌ पुष्पवान, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी डीएस भुजवाण,प्रभारी अधिकारी यदुवीर पुष्पवान,   और पुजारी शिवशंकर लिंग,  बागेश लिंग, आदि मौजूद रहे।


 



कार्तिक मास को सभी महीनों का राजा कहा गया है।

 ज्योतिषाचार्य के अनुसार भगवान कृष्ण कहते हैं कि जितने भी मास हैं, उनमें कार्तिक मास मैं ही हूं। कार्तिक मास भगवान विष्णु को समर्पित होता है।

 कार्तिक मास में ही सभी महत्वपूर्णं त्योहार होते है, यही कारण है कि कार्तिक मास में ही मां लक्ष्मी और अमृत कलश लिए हुए भगवान धन्वंतरी का समुद्र मंथन के समय इस सृष्टि में प्राकट्य हुआ था।

 देवोत्थान का समय भी एकादशी शुक्ल पक्ष को होता है। इसी के बाद सब शुभ कार्यों का आरंभ माना गया है। 

उदया तिथि के अनुसार इस बार कार्तिक पूर्णिमा 5 नवम्बर 2025, बुधवार को मनाई जाएगी. पूर्णिमा तिथि का आरंभ 4 नवम्बर 2025, रात्रि 10:36 बजे शुरू होकर 5 नवम्बर 2025, रात्रि 06:48 बजे तक रहेगा. गंगा स्नान और दान का शुभ मुहूर्त सूर्योदय 4 बजकर 52 मिनट से लेकर  प्रातः 05:44 बजे तक रहने वाला है. इस पावन अवसर पर दीपदान, तुलसी पूजा, गंगा स्नान और जरूरतमंदों को दान करने से  पुण्य की प्राप्ति होती है. इसके बाद सुबह की पूजा का मुहूर्त 7 बजकर 58 मिनट से शुरू होकर 20 मिनट  होकर 9 बजकर  20 मिनट तक रहने वाला है. जबकि शाम को प्रदोष काल में पूजा का मुहूर्त शाम 5 बजकर 15 बजे से शाम 6 बजकर 5 मिनट तक रहेगा. 

  

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरूनानक जी की जयंती एवं कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी है। इस अवसर पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि सिख धर्म के प्रथम गुरू गुरूनानक देव जी ने हमें सच्चाई, न्याय और मानवता की राह पर चलने की प्रेरणा दी है।

 

उन्होंने कहा कि गुरूनानक जी ने समाज की बुराईयों को दूर करने के लिए अपने उपदेशों एवं शिक्षा के माध्यम से लोगों को जागरूक किया। गुरूनानक जी के उपदेश हमें समाज में भाईचारा, सद्भाव और आपसी एकता को बढावा देने की भी प्रेरणा देते हैं। उनकी शिक्षा आज भी प्रासंगिक है और समाज का मार्गदर्शन कर रही है। 

मुख्यमंत्री ने इस पावन अवसर पर गुरुनानक देवजी के संदेशों को आत्मसात कर मानव कल्याण तथा देश-प्रदेश की उन्नति में भागीदारी निभाने का संकल्प लेने का भी आह्वान प्रदेशवासियों से किया है।



मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरू नानक देव जी ने समाज में ऊंचनीच, भेदभाव, वैमनस्यता को दूर करने के लिए अथक प्रयास किए। उनकी शिक्षा आज भी प्रासंगिक है और समाज का मार्गदर्शन कर रही है। उनके उपदेशों में मानव कल्याण की कामना की गई है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अपील की कि हमें इस पावन अवसर पर गुरुनानक देवजी के संदेशों को आत्मसात कर मानव कल्याण तथा देश-प्रदेश की उन्नति में भागीदारी निभाने का संकल्प लेना होगा।





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