Halloween party ideas 2015

 



समूचे देश में बाढ के हालत भीषण होते जा रहे हैं। जल भराव से लेकर भूस्खलन तक की स्थितियां निरंतर शीर्षगामी हैं। राहत कार्य जारी हैं। आरोपों-प्रत्यारोपों का बाजार गर्म है। हर साल कोई न कोई प्राकृतिक आपदा किसी न किसी भूभाग को अपनी गिरफ्त में ले ही लेती है। जनहानि से लेकर धनहानि तक के आंकडे सामने आते हैं। आधुनिक युग, साइबर क्रान्ति और नवीनतम अनुसंधानों के बाद भी इन प्रकोपों का स्थाई निदान प्राप्त नहीं हो रहा है। 

 

 

विकासशील देशों की कौन कहे इस समस्या के शिकार विकसित राष्ट्र भी हैं। बनावटी बरसात, गर्मी और सर्दी जैसी ऋतुओं की अनुभूति कराने का दावा करने वाले देश भी अचानक होने वाली प्रकृतिजन्य समस्याओं से सुरक्षित नहीं हैं। ज्यों-ज्यों विज्ञान की आंधी  और अनुसंधानों का तूफान तेज होता जा रहा है त्यों-त्यों समस्याओं की विकरालता बढती जा रही है।

 

 आधुनिक तकनीक के आधार पर बनाई जाने वाली अधोसंरचनाओं को पुरातन ज्ञान आज भी मुंह चिढा रहा है। अतीत के स्मारक अपनी बुलंदी, अपनी कला और अपनी विधा का लोहा मनवा रहे हैं। सीमेन्ट, बालू, लोहा, गिट्टी जैसे कारकों से बनने वाली इमारतों के जीवन पर अनगढ पत्थर, रेत, चूना, लकडी, बांस, चिकनी मिट्टी, धातु, गुड, बेल, सन, उर्द की दाल जैसे घटकों से तैयार होने वाले भवन लम्बे समय बाद भी अपना स्थायित्व दर्शा रहे हैं।

 यही हाल सरोवरों का भी है। रियासतकालीन जलाशय आज भी भीषण गर्मी के मौसम में पहाडों पर होने के बाद भी अपनी जलराशि से जीवनदान कर रहे हैं जबकि आधुनिक तालाब थोडा सा ताप पाते ही सूख जाते हैं। पुराने किले, दुर्ग और महल अपनी सुदृढता के लिए वर्तमान में भी अद्वितीय उदाहरण बने हुए हैं। गांवों से लेकर रियासत की राजधानियों तक की बसाहट योजनायें तत्कालीन वास्तु, तकनीक और सिद्धान्तों पर आधारित थीं जिसके कारण आबादियों में न तो जल भराव की समस्या थी और न ही जलस्तर गिरने का खतरा। अतिवर्षा के लिए भी पानी के बहाव की दिशा में ही निकास के रास्ते बनाये जाते थे। जलवायु परिवर्तन की समस्याओं का निदान प्रकृति द्वारा प्रदत्त सामग्री के मूल स्वरूप से निर्मित भवनों से स्वतः ही हो जाता था। देश, काल और परिस्थितियों के अनुकूल  ही मकानों का निर्माण होता था। जलस्रोतों से स्वतः प्राप्त होने वाला पानी आवश्यकता की पूर्ति हेतु पर्याप्त था। पर्यावरणीय शुद्धता के लिए परा-विज्ञान के प्रयोग निरंतर होते थे। 

शारीरिक पोषण हेतु मूल वनस्पतियों के प्राकृतिक स्वरूप को ही स्वीकार किया जाता था। मानवीय गुणों का सामूहिक प्रयोग सहयोग, सहायता और सौहार्द के रूप में आदरणीय था। मानवीय सोच की बानगी और कृत्यों की समीक्षा से ही प्रकृतिजन्य समस्याओं का समाधान खोजा जा सकता है। 

 

महानगरों से लेकर छोट-छोटे गांवों तक में अतिक्रमण का बोलबाला है। खाली पडे भू-भागों पर कब्जे, जलभराव वाले स्थानों पर निर्माण कार्य, वास्तु के विपरीत स्थापनायें, आवश्यकता से कहीं अधिक व्यय, गुणवत्ता की कमी, आधुनिक तकनीक के नाम पर प्राकृतिक संतुलन को तिलांजलि, स्वार्थपूर्ति के लिए सिद्धान्तों को दरकिनार करने वाली घटनायें निरंतर बढती जा रहीं हैं। नालों पर कब्जे, ढलान पर मकान, तालाबों पर अतिक्रमण, निर्माण हेतु अनावाश्यक ब्लास्टिंग जैसे कार्यों को पंख मिल चुके हैं। 

 

सरकारी योजनाओं में लाभार्थियों के लिए जटिलतायें, उलझाऊपन और अनावश्यक प्रक्रियाओं का अम्बार लगाना, तो उत्तरदायी लोगों के लिए एक आम बात हो गई है। सरकारी औपचारिकताओं में नित नये प्राविधानों को जोडना, समीक्षा-संशोधनों के नाम पर आम आवास को साइबर तकनीक का कठिन अध्याय देना तथा स्थलीय संरचनाओं में अदूरदर्शिता का बोलबाला निरंतर बढता जा रहा है। देश की राजधानी से लेकर गांवों की गलियों तक में नालों, जल निकासी मार्ग पर दबंगों का साम्राज्य देखा जा सकता है। 

 

किसी प्रभावशाली को लाभ देने हेतु भूगर्भीय संरचना के आधार पर हो रहे जल के बहाव की दिशा के विपरीत निकासी के प्रयास तो मूर्खता की मुस्कुराहट ही कही जा सकती है। पहाडों पर तो विकास के नाम पर विनाश की तांडव हो रहा है। कमजोर पहाडों पर भारी-भरकम ब्लास्टिंग हो रही है।

 

 संकीर्ण पगडंडियों को चार लेन की सरपट सडक बनाने हेतु कार्य किये जा रहे हैं। आधुनिक तकनीक के प्रयोगों ने वहां के निवासियों को जीते जी मौत के मुंह में पहुंचाना शुरू कर दिया है। धर्म के नाम पर एक बडा वर्ग स्वार्थ का वर्चस्व कायम करने में लगा है। कुछ लोग आस्था के चश्मे से पिकनिक की मौज देखने में जुटे हैं।

 

 तीर्थ यात्राओं के मुखौटे के पीछे से विलासता को तलाशने वालों की संख्या में बढोत्तरी हो रही हैं। भारतीय संस्कृति, पुरातन विधाओं और सनातनी मूल्यों को लालफीताशाही ने निहित स्वार्थों की पूर्ति पर बलिदान कर दिया है। ज्यादातर लोगों ने कर्तव्यों को हाशिये पर पहुंचाकर अधिकारों की तलवारें खींच लीं हैं। 

 

उत्तरदायी लोगों की आंखों से सामने ही व्यवस्था की धज्जियां उडाने वाले प्रकरणों में बेतहाशा वृद्धि हो रही है। संवैधानिक संस्थाओं के अनेक कृत्य उनकी निरंकुशता का बोध करा रहे हैं। कार्यपालिका, विधायिका और न्यायापालिका से जुडे अनेक जिम्मेदार लोगों पर स्वार्थ सिद्धि के आरोपों ने तो देश के आने वाले कल पर ही प्रश्नचिन्ह अंकित कर दिये हैं।

 

 ऐसे हालातों में प्राकृतिक आपदाओं के कारण, स्वरूप और परिणामों की बृहद समीक्षा की जाना नितांत आवश्यक है ताकि इसके प्रकृतिजन्य, मानवजन्य और संयोगजन्य कारकों को रेखांकित किया जा सके। यही कारक विकराल होती समस्याओं के स्थाई निदान का धरातल तैयार करने में सहायक सिद्ध होगें। इस बार बस इतना ही। अगले सप्ताह एक नई आहट के साथ फिर मुलाकात होगी।




 

बगैर अनुमति, नक्शे पंजीकरण के लगाए टावर-खूटा कील, तो होगा सीलः जिला प्रशासन

कुचलती जन भावनाओं अपेक्षाओं से आहत होकर प्रशासन अपने चिरपरिचित रूप में अडिग 

मानकों का उल्लंघन; जनभावना हुई आहत्; आक्रामक हुआ प्रशासन, सील हुए दर्जनों मोबाईल टावर 

हमारे जनपद में नियम विरूद्ध कार्यों का ‘‘विध्वंस’’ ही है हश्रः डीएम 

घनी आबादी बस्ती कालोनियों में नियम विरुद्ध लगाए जा रहे है हाई फ्रीक्वेंसी मोबाईल टावर, प्रशासन ने एक झटके में किए  सील

अपने जिले में नहीं होने देंगे जनभावना से खिलवाड़; शिकायत पर कार्यवाही तयः जिला प्रशासन 


देहरादून :

mobile tower seal in Dehradun by DM


 जिलाधिकारी सविन बसंल के नेतृत्व में जिला प्रशासन देहरादून निरंतर जनभावना के अनुरूप कार्य कर रहा है। मा0 मुख्यमंत्री जी के निर्देशन में  जिला प्रशासन फ्रंटफुट रहते हुए  जनहित में लगातार कड़े निर्णय ले रहा है। जिससे नियमविरूद्ध कार्यों पर प्रभावी एक्शन से इन कार्यों में संलिप्त लोगों में सरकार तथा प्रशासन का खौफ व्याप्त हो रहा है, वहीं इस प्रकार के एक्शन से आम जनमानस में सरकार एवं प्रशासन के कार्यों से सकारात्मक माहौल है तथा सरकार एवं प्रशासन की नीतियों पर विश्वास बढा है। जिला प्रशासन ने तहसील विकासनगर अन्तर्गत ग्राम बहादुरपुर सेलाकुई राजा वाला रोड तथा वार्ड 05 रामबाग हरबर्टपुर में मानकों की अनदेखी कर घनी आबादी में लगाए गए मोबाईल टावर को सील कर दिया है। 

मा0 मुख्यमंत्री के निर्देशन में  जिला प्रशासन देहरादून  फ्रंटफुट पर एक बाद एक बड़े एक्शन ले रहा है, इसी क्रम में नियम विरुद्ध लगाए गए दर्जनों मोबाइल टावर सील किए गए हैं।  वहीं जिला प्रशासन का मत स्पष्ट है कि बिना अनुमति के यदि टावर-खूटा कील, भी लगाई तो सील की कार्यवाही की जा रही है।  डीएम जनमानस सर्वोपरि ररखकर जनहित में निर्णय ले रहें इसमें चाहे छोटे कार्य हों या फिर कई बड़े कार्यों की  अनुमति क्यों न हों। जनभावना से खिलवाड़ व मानकों का उल्लंघन; जनभावना आहत् जैसे कृत्यों पर प्रशासन अपने चिरपरिचित अंदाज में अडिग होकर कार्यवाही कर रहा है। ताजा मामलें में घनी आबादी बस्ती कॉलोनी में नियम विरुद्ध लगाई जा रहे हैं हाई फ्रीक्वेंसी के मोबाईल टावर सील कर दिए गए हैं। वर्तमान में जिला प्रशासन की कार्यशैली त्वरित एक्शन की है जिससे जिले में नियम विरूद्ध कार्यों का ‘‘विध्वंस’’ किया जा रहा है। नियम कायदे दरकिनार कर लगाए जा रहे थे मोबाईल टावर, प्रशासन ने एक  झटके में सील कर दिए है। 

विगत माह तहसील विकासनगर अन्तर्गत ग्राम बहादुरपुर सेलाकुई राजावाला रोड़ तथा माह जुलाई वार्ड नम्बर 05 रामबाग हरबर्टपुर के निवासीगणों द्वारा शिकायत की गई थी कि उनके क्षेत्र में मानकों का उल्ल्ंघन कर घनी आबादी में नियमविरूद्ध मोबाईल टावर लगाया गया है, जिससे क्षेत्र में बुजुर्गों, बच्चों, महिलाओं, क्षेत्रवासियों में रेडिएशन फैलने का गंभीर खतरा बना हुआ है। जिस पर जिलाधिकारी अपर जिलाधिकारी वित्त एंव राजस्व तथा ईडीएम को तत्काल प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए। जिला प्रशासन द्वारा मोबाईल टावरों को सील कर दिया गया है।  


 

आज का राशिफल

*दिनांक:-07/07/2025,सोमवार*

द्वादशी, शुक्ल पक्ष, 

आषाढ

rashifal today 07 jully 2025


*🚩भद्रा वास एवं फल -:*


*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*

*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*


*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*


  *सर्वार्थ  सिद्धि  योग  25:11 तक 


*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*


कस्य दोषः कुलेनास्ति व्याधिना के न पीडितः ।

व्यसनं के न संप्राप्तं कस्य सौख्यं निरन्तरम् ।।

।।चाo नीo।।


इस दुनिया  मे ऐसा किसका घर है जिस पर कोई कलंक नहीं, वह कौन है जो रोग और दुख से मुक्त है.सदा सुख किसको रहता है?


*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*


गीता -: मोक्षसंन्यासयोग:- अo-18


यदहङ्‍कारमाश्रित्य न योत्स्य इति मन्यसे।

 मिथ्यैष व्यवसायस्ते प्रकृतिस्त्वां नियोक्ष्यति॥


जो तू अहंकार का आश्रय लेकर यह मान रहा है कि 'मैं युद्ध नहीं करूँगा' तो तेरा यह निश्चय मिथ्या है, क्योंकि तेरा स्वभाव तुझे जबर्दस्ती युद्ध में लगा देगा

 ॥59॥


*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*


देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।


🐏मेष

नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। सामाजिक कार्यों में भाग लेने का अवसर मिल सकता है। मान-सम्मान बढ़ेगा। कार्यसिद्धि होगी। प्रसन्नता रहेगी। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा।


🐂वृष

स्वास्थ्य का ध्यान रखें। परिवार की आवश्यकताओं पर खर्च होगा। चिंता रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। आय में वृद्धि होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी से बचें।


👫मिथुन

पुराना रोग उभर सकता है। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। बनते कामों में विलंब होगा। बेवजह कहासुनी हो सकती है। शांति बनाए रखें। अपरिचित व्यक्तियों पर अतिविश्वास न करें। धोखा खा सकते हैं। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय कम रहेगी।


🦀कर्क

भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। रोजगार प्राप्त होगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। लॉटरी-सट्टे से दूर रहें। बेचैनी रहेगी। नेत्र पीड़ा हो सकती है। विरोध होगा। अपेक्षाकृत कार्य समय पर पूर्ण होने से प्रसन्नता में वृद्धि होगी।


🐅सिंह

घर में अतिथियों का आगमन होगा। व्यय होगा। शुभ सूचना प्राप्त होगी। प्रसन्नता रहेगी। यात्रा सुखद रहेगी। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। धनहानि संभव है। व्यवसाय ठीक चलेगा। परिवार के सदस्य सहायता करेंगे। मतभेद समाप्त होंगे। लाभ होगा।


🙎‍♀️कन्या

थोड़े प्रयास से ही कार्य पूर्ण होंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। धनलाभ होगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। जल्दबाजी न करें। कानूनी अड़चन आ सकती है। भागदौड़ अधिक होगी। शारीरिक कष्ट संभव है। समय बेहतर है। प्रसन्नता रहेगी।


⚖️तुला

बुरी सूचना मिल सकती है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। विवाद को बढ़ावा न दें। परिवार में मतभेद हो सकता है। पुराना रोग उभर सकता है। लापरवाही न करें। काम में मन नहीं लगेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय से संतोष नहीं होगा। धैर्य रखें।


🦂वृश्चिक

आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी। अटके कार्यों में गति आएगी। यात्रा मनोरंजक रहेगी। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। वरिष्ठजनों का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। कल के काम आज ही निबटा लें।


🏹धनु

शत्रु पस्त होंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। संपत्ति की खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। लाभ में वृद्धि होगी। प्रमाद से बचते हुए कोशिश करें। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। पारिवारिक उन्नति होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।


🐊मकर

चोट व रोग से बचें। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। कानूनी बाधा दूर होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यस्तता रहेगी। आराम का समय नहीं मिलेगा। आशंका-कुशंका रहेगी। प्रयास करते रहें। अनुकूलता होती रहेगी। दुष्टजनों से दूरी बनाए रखें। लाभ होगा।


🍯कुंभ

कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। जल्दबाजी भारी पड़ सकती है। घर-परिवार की चिंता रहेगी। क्रोध पर नियंत्रण रखें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय होगी। संतुष्टि नहीं होगी। जोखिम न उठाएं।


🐟मीन

पूजा-पाठ में मन लगेगा। किसी साधु-संत से मुलाकात होगी। कोर्ट व कचहरी के काम निबटेंगे। धनलाभ सुगमता से होगा। प्रसन्नता एवं उत्साह बने रहेंगे। अज्ञात भय सताएगा। प्रतिद्वंद्वी शांत रहेंगे। मस्तिष्क पीड़ा हो सकती है। कार्य समय-समय पर बनते रहेंगे। प्रमाद न करें।


🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏

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*आचार्य  पवन  पाराशर (वृन्दावन)*

 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी  ने कल उत्तरकाशी जनपद के अति वृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। 

उत्तराखंड में इन स्थानों पर लैंड स्लाइड के खतरे को देखते हुए चेतावनी जारी की गई है-




मुख्यमंत्री आपदा प्रभावित क्षेत्रों की वास्तविक स्थिति का आकलन कर राहत और बचाव कार्यों की पुनः समीक्षा करेंगे उन्होंने संबंधित अधिकारियों को पूर्व में निर्देश दिए थे कि प्रभावित लोगों को त्वरित सहायता पहुंचाई जाए तथा आवश्यक संसाधनों की कोई कमी न हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आपदा की इस घड़ी में प्रत्येक प्रभावित नागरिक के साथ खड़ी है और सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं.

CM  Dhami aerial survey ittarkashj


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में  शिक्षाविद् व चिन्तक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी  की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की  । मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि  शिक्षाविद्, चिन्तक और भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी एक कुशल राजनीतिज्ञ, विद्वान और स्पष्टवादी नेता थे। राष्ट्र निर्माण में उनका अमूल्य योगदान अविस्मरणीय है।  डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचार हमें सदैव राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करते रहेंगे।




 *जबरन धर्मान्तरण व डेमोग्राफ़िक चेंज पर हमारी सरकार के प्रयासों के साथ जन सहयोग  एवं कानूनी रूप से शिकायत हेतु जन जागरूकता भी आवश्यक- सीएम धामी* 

 *सरकार के सख्त दंगा विरोधी कानून, भूमि अतिक्रमण के खिलाफ कड़ी कार्यवाही व यूसीसी जैसे साहसिक प्रयासों के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु व्यापक जनसहयोग की अपेक्षा - मुख्यमंत्री* 

*सीएम धामी देहरादून में विकसित उत्तराखण्ड@2047 'सामूहिक संवाद-पूर्व सैनिकों के साथ' कार्यक्रम में हुए शामिल*


*सैनिक पुत्र धामी ने किया पूर्व सैनिकों का अभिनंदन*


*राज्य के सम्रग विकास के लिए सीएम धामी सैनिकों से ले रहे हैं सुझाव*


*सैनिक पुत्र धामी के नेतृत्व में सैनिकों एवं उनके परिजनों के उत्थान के लिए लगातार हो रहे हैं कार्य, अनुग्रह राशि में भी की गई अभूतपूर्व बढ़ोतरी*

CM  talk to former  army personnel


सीएम धामी ने कहा कि जबरन धर्मान्तरण व डेमोग्राफ़िक चेंज पर हमारी सरकार के प्रयासों के साथ जन सहयोग   एवं कानूनी रूप से शिकायत हेतु जन जागरूकता भी आवश्यक है| मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने सख्त दंगा विरोधी कानून लागू करने के साथ, भूमि अतिक्रमण के खिलाफ कड़ी कार्यवाही व यूसीसी जैसा साहसिक कदम उठाये लेकिन सरकार के इन साहसिक प्रयासों के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु व्यापक जनसहयोग की अपेक्षा है|


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गढ़ी कैंट, देहरादून में आयोजित "  विकसित भारत @2047 सामूहिक संवाद- पूर्व सैनिकों के साथ" कार्यक्रम में प्रतिभाग किया  | कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य के सम्रग विकास के लिए उपस्थित भूतपूर्व सैनिकों से बातचीत की एवं उनके सुझाव लिये | 


 *राष्ट्र-प्रहरी  के साथ पर्यावरण  प्रहरी भी बने भूतपूर्व सैनिक- मुख्यमंत्री** 


मुख्यमंत्री ने कहा कि वन विभाग को हर डिवीज़न मे 1000 पेड़ लगाने के निर्देश दिए गए हैं | मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ समय पूर्व  प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश में ‘’एक पेड़ अपनी मां के नाम’’ अभियान की शुरुआत की है। आज के इस अवसर पर मैं, आप सभी से इस अभियान में भागेदारी निभाने का आह्वान करता हूं क्योंकि आप सभी राष्ट्र-प्रहरी होने के साथ - साथ हमारे पर्यावरण के भी रक्षक हैं। आप जहां भी पेड़ लगाएंगे उसके फलने फूलने की गारंटी भी सदा रहेगी, क्योंकि आप एक सैनिक होने के नाते हमेशा उसका ख्याल भी रखेंगे।



 मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य मे गत दो माह मे आने वाले पर्यटको की संख्या 38 लाख से अधिक हो गई हैं |  प्रधानमंत्री जी के प्रयासों व सहयोग से राज्य मे शीतकालीन यात्रा एवं आदि कैलाश यात्रा को नई गति मिली है |  राज्य मे बेरोजगारी दर 4.2 से कम हो गईं हैं जो राष्ट्रीय औसत से कम है| मानसरोवर यात्रा का समय 7 दिन कम हो चुका है | 



 *सैनिको एवं उनके परिजनों के हित हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता- मुख्यमंत्री* 


 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्यक्रम में उपस्थित समस्त पूर्व सैनिकों का स्वागत एवं अभिनंदन करते हुए कहा कि सैनिको ने वीरता, शौर्य और समर्पण के साथ देश की रक्षा करते हुए अपने जीवन का महत्वपूर्ण कालखंड बिताया है।सैनिको ने कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक और कच्छ से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक हर मोर्चे पर तिरंगे के गौरव और मान को बढ़ाने का कार्य किया है।


 मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा प्रदेश देवभूमि के साथ साथ वीरभूमि भी है, क्योंकि हमारे प्रदेश का लगभग हर परिवार सेना से जुड़ा हुआ है। इतिहास इस बात का साक्षी है कि हमारे वीर सपूतों ने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने में कभी कोई कसर नहीं छोड़ी। 


 *सैनिक परिवार से होने के कारण पूर्व सैनिकों एवं उनके परिवार की समस्याओं और चुनौतियों को नजदीक से देखा - सीएम धामी* 



 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मैं, स्वयं भी एक फौजी का बेटा हूं ,मैनें पूर्व सैनिकों एवं उनके परिवार की समस्याओं और चुनौतियों को नजदीक से देखा और समझा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके हृदय में हमेशा शहीदों और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदनशीलता और समर्पण का भाव रहता है। इसलिए हमने ये प्रयास किया है कि यही भाव हमारी सरकार के काम में भी दिखे।



इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, ले ज ( से नि)  ए के सिंह, मे ज( से नि) के एस राणा, क. बीरेंद्र सिंह राणा, ब्रि. नितेश बिष्ट  व बड़ी संख्या में भूतपूर्व सैनिक मौजूद थे |

डोईवाला:


दो रात दो दिन से डोईवाला में इतनी अराजकता क्यों फैल गयी?

इतनी नौबत आई कि पुलिस को पथराव झेलना पड़ा। अपराध का  यह पहला मामला नही है डोईवाला क्षेत्र में।  फिर क्यों, यह भीड़ और यह माहौल डोईवाला में बना। इसके जिम्मेदार कौन है?

*वीआईपी रूट डोईवाला अब नही रहा, रेलवे स्टेशन की सौगाते भी  वापिस चली गयी, तहसील भी सांग नदी पार चली गयी, रह गया सिर्फ नेतृत्वविहीन  परिदृश्य। 

क्षेत्र की पुलिस को सब जानकारी रहती है कब कहाँ कोई घटना कितनी संवेदनशील हो सकती है फिर  भी भीड़ को एकत्र होने का समय दिया गया,  फेसबुक  पर बेतुके कयास लगाए गए, कमेंट किये गए उन्हें शेयर भी किया गया होगा। इस पर कोई ध्यान नही दिया। 

डोईवाला का यह स्वरूप देखकर आम जनता तो डर गई है। कौन है ये लोग जो इतनी अराजकता दिख गए?पुलिस और बेलगाम सोशल मीडिया  चालको पर सवाल  उठना वाजिब  है।  

 क्षेत्रीय पुलिस मौन रही , न कोई बयान पुलिस द्वारा  मीडिया को जारी किया गया । यह और भी घातक तब हो गया जब अनेकानेक संगठन और नेता अपने नेतृत्व को सशक्त दिखाने हेतु धरने प्रदर्शन पर बैठ गए।

कानून की सीमा के भीतर कार्य करना और करवाना दोनो ही असफल रहे।



महिलाओं और बच्चों के प्रति संवेदनशील दून पुलिस द्वारा आज रात्रि को जारी किए गए  प्रेस नोट के आधार पर--



*डोईवाला क्षेत्र में नाबालिक बच्ची की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु  के प्रकरण में एसएसपी देहरादून द्वारा मृतका के परिजनों से की मुलाकात*


*प्रकरण में दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई का दिलाया विश्वास*


*पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच व गुणवत्तापूर्ण विवेचना हेतु एसपी ऋषिकेश के पर्यवेक्षण में गठित की गई विशेष टीम*


*टीम द्वारा प्रभावी साक्ष्य संकलन की कार्यवाही कर सभी भौतिक/ इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों के किया जायेगा वैज्ञानिक परीक्षण*


*घटना में शामिल अभियुक्तों के विरुद्ध ठोस साक्ष्य संकलित कर उनके विरुद्ध मा० न्यायालय में भी की जायेगी प्रभावी पैरवी*


*प्रकरण में फॉरेंसिक टीम द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण कर जुटाए आवश्यक साक्ष्य*


 *डॉक्टरो के पैनल जिसमें महिला डॉक्टर भी शामिल द्वारा किया गया मृतिका के शव का पोस्टमार्टम,  प्रारंभिक जानकारी से मृतिका के साथ किसी प्रकार का सेक्सुअल एसॉल्ट/शारीरिक चोटों का होना नहीं आया प्रकाश में*


*अभियोग में नामजद अभियुक्त तथा संदिग्धों के संबंध में की जा रही साक्ष्य संकलन की कार्यवाही, साक्ष्यों के आधार पर पुलिस द्वारा तत्काल  की जायेगी कार्यवाही*


*प्रकरण में लोगों को गुमराह करने,कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वाले लोग भी हुए चिन्हित, जल्द उन पर भी पुलिस एक्शन की तैयारी*


दिनांक 05-07-2025 को डोईवाला क्षेत्रान्तर्गत कुड़कावाला में स्थित एक क्रेशर में एक नाबालिक बच्ची की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु की घटना  की संवेदनशीलता के दृष्टिगत एसएसपी देहरादून द्वारा आज दिनाँक 06/07/2025 को कोरोनेशन अस्पताल जाकर मृतक बच्ची के परिजनों व परिचितों से मुलाकात की गई।  इस एदौरान एसएससी देहरादून द्वारा मृतका के परिजनों को विश्वास दिलाया कि घटना की निष्पक्षता से विवेचना कर घटना में शामिल दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।  


घटना के संबंध में परिजनों द्वारा दी गयी तहरीर के आधार पर कोतवाली डोईवाला पर संबंधित धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया है। 


पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जांच तथा गुणवत्तापूर्ण विवेचना हेतु एसएसपी देहरादून के निर्देशों पर एसपी  ऋषिकेश के पर्यवेक्षण में तथा क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया है, जिसमें स्थानीय पुलिस के साथ AHTU, एसओजी तथा फील्ड यूनिट प्रभारियों को रखा गया है, जिनके द्वारा संपूर्ण घटनाक्रम के सभी पहलुओं की विस्तृत एवं गुणवत्तापरक विवेचना करते हुए घटना में सम्मिलित सभी अभियुक्तों के विरुद्ध प्रभावी साक्ष्य संकलन की कार्रवाई की जाएगी साथ ही घटना के समय पीड़िता के साथ मौजूद अन्य बालिकाओं की स्वतंत्र काउंसलर के माध्यम से काउंसलिंग कर उनसे घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी एकत्र की जाएगी व घटना से जुड़े सभी भौतिक/ इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों व प्राप्त जानकारियों का वैज्ञानिक परीक्षण/ विश्लेषण करते हुए घटना में शामिल/प्रकाश में आये अभियुक्तों के विरुद्ध मा० न्यायालय में अभियोग की प्रभावी पैरवी सुनिश्चित की जायेगी। 


 घटना में पुलिस द्वारा घटनास्थल को सील किया गया है तथा फॉरेंसिक टीम द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए घटनास्थल की फोटोग्राफी/ वीडियोग्राफी कर आवश्यक साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की गई है।


पुलिस द्वारा डॉक्टर के पैनल जिसमें महिला डॉक्टर भी शामिल से मृतिका के शव के पोस्टमार्टम की कार्रवाई करवाई गई। पोस्टमार्टम से जानकारी करने पर पता लगा मृतिका के साथ किसी प्रकार का सेक्सुअल असॉल्ट/शारीरिक चोटों  के होने की बात प्रकाश में नहीं आयी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी प्राप्त नहीं हुई है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद प्रकरण में अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

उक्त पूरे प्रकरण में पुलिस द्वारा लोगों को गुमराह करने कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वाले लोगों को भी चिन्हित किया गया है जल्द उन पर भी पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई करेगी।

ज्ञात हो कि केशव बस्ती की बालिका के साथ हुई इस घटना से ये तो अवश्य पता चल गया है कि केशव बस्ती में कबाड़ियों की सक्रियता इतनी बढ़ गयी है कि  नाबालिग लड़कियों को भी कबाड़ चुनने में  लगा दिया। बालश्रम की धज्जियां उड़ाई गयी।  

वैसे ही डोईवाला में होनेवाले लगभग 80 प्रतिशत  आपराध नशाखोरी, हत्या, बलात्कार, यौन शोषण, चोरी आदि के मामले में केशवबस्ति का नाम जुड़ा है।बाहर के अनेकानेक राज्यों उत्तरप्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार इत्यादि से भारी संख्या में  लोगों का आवागमन जारो रहता है। मजदूरी करनेवाले भी दिन में मजदूरी रात को अन्य धंधों में लिप्त है। यहां पर नियम व्यव्स्था लागू किये बगैर इस प्रकार की पुनरावृत्ति को रोका नही जा सकेगा।

रही बात बच्ची को न्याय दिलाने कि तो यह उत्तराखंड की मित्र पुलिस का कर्तव्य है कि वह

अभियुक्तों को तात्कालिक कार्रवाई के माध्यम से गिरफ्तार कर,  उन्हें कड़ी सजा दिलवाएं।







 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने दलाई लामा जी के 90वें जन्मदिवस के अवसर पर  रविवार को क्लेमेनटाउन, देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए समस्त देशवासियों और तिब्बती समाज को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। 

birthday of Dalai lama in  uttarakgnad by CM Dhami


इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि बुद्धा टेंपल मार्ग का चौड़ीकरण किया जाएगा और तिब्बती श्मशान घाट के टिन शेड का निर्माण किया जाएगा।


मुख्यमंत्री ने कहा कि परम पूज्य दलाई लामा जी ने पूरी दुनिया को शांति, अहिंसा और करुणा का मार्ग दिखाया है। उनकी शिक्षाएं आज के समय में और भी अधिक प्रासंगिक हैं, जब विश्व अनेक चुनौतियों का सामना कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दलाई लामा जी स्वयं कहते हैं – “मेरा धर्म करुणा है” – यही विचार उन्हें विश्व का सच्चा आध्यात्मिक गुरु बनाता है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड ने हमेशा से तिब्बती समाज को प्रेम, सम्मान और सुरक्षा प्रदान की है। उन्होंने  कहा  कि राज्य सरकार तिब्बती समुदाय के हितों की रक्षा करने के साथ-साथ उनके सांस्कृतिक, शैक्षिक और सामाजिक विकास के लिए हर संभव सहयोग करती रहेगी।


मुख्यमंत्री ने ईश्वर से प्रार्थना करते हुए कहा कि परम पूज्य दलाई लामा जी को उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु प्रदान हो ताकि वे आने वाली पीढ़ियों को भी अपने अमूल्य विचारों और शिक्षाओं से मार्गदर्शन करते रहें।


इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज, विधायक श्री विनोद चमोली, वक्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष श्री शादाब शम्स, पूर्व मुख्य सचिव श्री सुभाष कुमार, सांगयम सोनम पालडन, डॉ.  त्सावांग फुंटसोक, तेनजिंग चोएफेल, महेश पांडे, सरदार इंद्रपाल कोहली, राजेश मित्तल और तिब्बती समुदाय के लोग मौजूद थे।

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