Halloween party ideas 2015


ऋषिकेश :

summer tripathifinale winner punjab reality show


क्षेत्रीय विधायक व पूर्व मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने पंजाब के रियलिटी शो किसमें कितना है दम के फिनाले विजेता समर त्रिपाठी को अंगवस्त्र व पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मानित किया। इस दौरान समर के उज्ज्वल भविष्य की कामना भी की। 


बैराज रोड स्थित कैंप कार्यालय में डॉ अग्रवाल ने कहा कि तीर्थ नगरी में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, सही वक्त पर यदि बच्चों को मौका मिले तो उनके पंखों को उड़ान मिल सकती है। उन्होंने कहा कि आज का दौर पढ़ाई के साथ ही खेल, नृत्य, गायन व अन्य क्षेत्रों का भी है। 


डॉ अग्रवाल ने कहा कि समर ने महज 12 वर्ष की आयु में सिंगिंग प्रतियोगिता को जीतकर तीर्थनगरी का नाम रोशन तो किया ही है। साथ ही अन्य बच्चों को प्रेरित करने का काम भी किया है। 


बता दें कि अमित ग्राम गुमानीवाला निवासी समर त्रिपाठी कक्षा आठ में पढ़ते हैं, वह संगीत की क्लास ले रहे है। पंजाब में आयोजित रियलिटी शो किसमें कितना है दम का ऑडिशन दिया और 26 जून को पंजाब प्रांत के संगरूर में आयोजित फिनाले में अपनी प्रतिभा के दम पर प्रतियोगिता जीती। इसका प्रसारण दूरदर्शन पंजाब में हुआ। 


इस अवसर पर समर त्रिपाठी के पिता राहुल त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे।


-06 साल से निष्क्रिय दलों को जारी किया गया नोटिस, 15 दिन में देना होगा जवाव 

- उत्तराखण्ड राज्य के कुल 6 पंजीकृत अमान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों (आर यू पी पी) को दिया गया नोटिस 


देहरादून:




भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के क्रम में उत्तराखण्ड में बीते 6 साल से निष्क्रिय 6 पंजीकृत अमान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। ये सभी वे दल हैं जिन्होंने वर्ष 2019 से अब तक छह वर्षों में एक भी चुनाव में प्रतिभाग नहीं किया है और जिनके कार्यालयों का कोई भौतिक पता भी नहीं मिल पाया है। दलों को इस नोटिस का जवाब 21 जुलाई शाम 5 बजे तक कर दिया है। 

आयोग के निर्देशानुसार उत्तराखण्ड में वर्तमान में 42 पंजीकृत अमान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों में से कई दल ऐसे हैं जो पंजीकृत अमान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों (आर यू पी पी) बने रहने की आवश्यक शर्तों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं, इस संबंध में उत्तराखण्ड के 6 ऐसे दलों की पहचान की गई है। इन दलों की अंतिम डीलिस्टिंग का निर्णय भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लिया जाएगा।

देश में राजनैतिक दलों (राष्ट्रीय/राज्यीय/अमान्यता) का पंजीकरण लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 29ए के तहत निर्वाचन आयोग द्वारा किया जाता है। भारत निर्वाचन आयोग का उद्देश्य इस पूरे अभ्यास में राजनैतिक व्यवस्था का शुद्धिकरण एवं चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता को बढ़ावा देना है। 

 

इन दलों को दिया गया नोटिस 


1. भारतीय जनक्रान्ति पार्टी -  12/17 चक्खुवाला, देहरादून

2. हमारी जनमन्च पार्टी - 1/12 न्यू चक्खुवाला, देहरादून

3. मैदानी क्रान्ति दल - मस्जिद वाली गली, माजरा, देहरादून

4. प्रजा मण्डल पार्टी - बर्थवाल निवास, शीतला माता मन्दिर मार्ग, लोवर भक्तियाना श्रीनगर, पौडी गढवाल

5. राष्ट्रीय ग्राम विकास पार्टी - 62 सिविल लाईन, रूडकी हरिद्वार

6. राष्ट्रीय जन सहाय दल - 112-न्यू कनॉट प्लेस, देहरादून

 

मुख्यमंत्री की प्रेरणा से रायफल फंड से 06 असहाय, निर्बल लोगों को आज डीएम ने प्रदान की 1.50 लाख की आर्थिक सहायता।


राज्य में प्रथमबार, रायफल क्लब फंड का सदुपयोग; जरूरतमंद असहाय, लाचार, विधवा के जीवन उत्थान पर


असहाय विधवा पुनम ठाकुर, बिरोजनी उनियाल, आशादेवी, खष्टी बिष्ट, बबीता एवं रेशमी जिनके पति एक्सीडेंट में गंभीर घायल हैं, का सहारा बना डीएम का रायफल फंड, 25-25 हजार आर्थिक सहायता चैक 


मूलभूत आवश्यकताओं से परे, शस्त्र लाईसेंस है एक लग्जरी ट्राजेंक्शन, रायफल क्लब में अनिवार्य योगदान जनहित;


जिले का रायफल क्लब फंड; जिला प्रशासन के फैसले; असहाय-लाचार जीवन सुधार का बन रहा माध्यम 


मूलभूत आवश्यकताओं से परे, लाइसेंस है, एक लक्सरी ट्राजेक्शन -डीएम


लकवा पीडित असहाय आशा देवी को डीएम ने आर्थिक सहायता प्रदान कर ‘सारथी’ वाहन से पहुंचाया घर।


डीएम की लाभार्थियों से अपील, आर्थिक सहायता का उपभोग नहीं, इनवेंस्ट कर जीवन बनाए खुशहाल।


20 साल बाद जिले में रायफल फंड का उपयोग निर्धन, निर्बल, असहाय के लिए गतिमान


रायफल फंड से अब तक विधवा, दिव्यांग, असहाय बच्चों की धनराशि रू0 9.70 लाख की आर्थिक सहायता


देहरादून : 

fund distributed to poor people by DM Dehradun


मुख्यमंत्री की प्रेरणा से जिलाधिकारी सविन बंसल जनपद में असहाय, अक्षम और निर्धन लोगों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं।  गरीब और जरूरतमंदों को सरकार की योजनाओं के साथ ही जिले स्तर पर उपलब्ध संशाधनों से आर्थिक सहायता प्रदान कर उनकी विशेष जरूरतों को पूरा करने में जुटे है।  राज्य में प्रथमबार, रायफल क्लब फंड का सदुपयोग; जरूरतमंद असहाय, लाचार विधवा के जीवन उत्थान पर किया जा रहा है देहरादून यह शुरूआत करने वाला पहला जिला बना है। आज कलेक्टेªट में असहाय विधवा पुनम ठाकुर, बिरोजनी उनियाल, आशादेवी, खष्टी बिष्ट, बबीता एवं रेशमी जिनके पति का एक्सीडेंट में गंभीर घायल हैं, का सहारा बना डीएम का रायफल फंड,  25-25 हजार आर्थिक सहायता चैक वितरित किए गए है।

जिलाधिकारी के प्रयासों से जनपद में सक्रिय रायफल क्लब फंड से सोमवार को 06 असहाय, अक्षम और जरूरतंद लोगों को 1.50 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की गई। जिसमें आर्थिक स्थिति ठीक न होने पर गुलरघाटी निवासी पूनम ठाकुर एवं डालवाला निवासी बिरोजनी उनियाल को बच्चों की स्कूल फीस के लिए 25-25 हजार की आर्थिक सहायता चेक प्रदान किए गए। वहीं 12 वर्षाे से किराए के मकान में रह रही लकवा रोग से ग्रसित डालनवाला निवासी आशा देवी, दूसरे के घरों में कार्य कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रही नेहरू कॉलोनी निवासी असहाय महिला खष्टी बिष्ट, दुर्घटना में पति का पैर टूटने पर उसके उपचार हेतु विकासनगर निवासी रेशमी और परिवार की आजीविका का कोई साधन न होने पर अचार बनाने का कार्य करने की इच्छुक गांधी ग्राम निवासी गरीब महिला बबीता को 25-25 हजार की आर्थिक सहायता प्रदान की गई। जिलाधिकारी ने लकवा रोग से पीड़ित आशा देवी को आर्थिक सहायता का चेक प्रदान करने के बाद उनको सारथी वाहन से सुरक्षित उनके घर तक भी पहुंचाया। जिलाधिकारी के जनदर्शन कार्यक्रम के दौरान प्राप्त होने वाले आर्थिक सहायता के आवेदन के तहत् रायफल फंड से असहायों को किया जा रहा है सशक्त बनाया जा रहा है। 

जिलाधिकारी ने कहा कि हमारा प्रयास गरीब, असहाय और अक्षम लोगों समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का है। यद्यपि हम गरीब और असहाय लोगों की समस्या का पूर्ण निवारण नहीं कर सकते है, परंतु आर्थिक सहयोग प्रदान कर उनकी समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है। मा0 मुख्यमंत्री के निर्देशों पर समाज के वंचित वर्ग के लोगों को चिन्हित कर उनको सरकार की योजनाओं और विभिन्न स्रोतों से उपलब्ध फंड से आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। कहा कि जिले में राइफल क्लब फंड से आज 06 असहाय, गरीब एवं निर्बलों को सहयोग राशि प्रदान की गई है। जिलाधिकारी ने कहा कि राइफल क्लब मूलभूत सुविधाओं से हटकर एक लक्सरी ट्रॉजेक्शन है। इसका उपयोग सीएसआर गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। डीएम ने समाज में असहाय लोगों को चिन्हित करने के लिए ग्रांउट स्टाफ एवं इसमें काम कर रहे अधिकारियों की प्रशंसा भी की। इस दौरान उप जिलाधिकारी कुमकुम जोशी, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। जिलाधिकारी ने कहा कि इस सहायता को निवेश के रूप में उपयोग करें तथा अपने जीविकोपार्जन हेतु स्वरोजगार, व्यवसाय में उपयोग करें। 

जिलाधिकारी सविन बसंल के ही प्रयासों से 2015 के उपरान्त 10 वर्ष के लम्बे अन्तराल के बाद रायफल क्लब की बैठक की थी। बैठक समिति द्वारा विभिन्न कार्यों हेतु रायफल क्लब अनुदान राशि में वृद्धि करने का निर्णय लिया गया था। रायफल फंड और अधिक सशक्त बनाने तथा इसमें प्राप्त धनराशि से असहाय, निर्बल के जनसामानय के सहायतार्थ कार्य किए जा रहे है।  मूलभूत आवश्यकताओं से परे शस्त्र लाईसेंस एक लग्जरी ट्राजेंक्शन है रायफल क्लब में अनिवार्य योगदान जनहित के दृष्टिगत नया लाईसेंस, शस्त्र बदलाव, समय विस्तार, सीमा विस्तार, क्रय-विक्रय, सब ट्रांजेक्शन उच्च निवल मूल्य तय कर दिए गए हैं, जिससे रायफल क्लब वित्तीय रूप से सशक्त बनेगा। वहीं 20 साल बाद डीएम की पहल से  जिले में रायफल फंड का उपयोग निर्धन, निर्बल, असहाय के लिए किया गया है।

जिलाधिकारी सविन बसंल ने प्रथम बार जिले में रायफल फंड का उपयोग किया जिससे जिले में अब तक इस फंड से धनराशि रू0 9.70 लाख की सहायता पत्रों को वितरित की गई है। इससे पूर्व इस फंड से झुग्गी बस्ती प्रेमनगर में बालवाडी मरम्मत हेतु दिव्यांग महिला को धनराशि रू0 1,30000, ग्राम फनार तहसील त्यूनी निवासी गरीब बिधवा महिला नीतू दुर्गादेवी के विद्युत बिल की धनराशि रू0 18000, अनाथ अदिति के पिता द्वारा लिए गए बैंक ऋण रू0 50000, भगत सिंह कालोनी निवासी शमीमा को स्वरोजगार हेतु धनराशि रू0 30,000, सरस्वती शिशु मंदिर प्रबन्धक समिति भोगपुर जहां दूर-दूर से बच्चें पढने आते हैं, को बच्चों के परिवहन हेतु वाहन के लिए धनराशि रू0 5,73950 की सहायता प्रदान की गई। 

ज्ञातब्य है कि रायफल क्लब वर्ष 1959 से संचालित है जिसमें नये शस्त्र लाईसेंस, लाईसेंस पंजीकरण, नवीनीकरण, शस्त्र लाईसेंस सीमा विस्तार, गनलाईसेंस की टीएल / एनओसी, शस्त्र विक्रय अनुमति, शस्त्रलाईसेंस श्रेणी परिवर्तन, शस्त्र कय करने की समयावधि बढाने आदि के लिए रायफल फंड में अनुदान लिया जाता है। समिति से उक्त धनराशि बढाने हेतु सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है। उक्त विभिन्न कार्यों हेतु 2500 से लेकर 25000 तक करने का निर्णय लिया गया है। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी कुमकुम जोशी, मुख्य प्रशानिक अधिकारी कपिल कुमार उपस्थित रहे।

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समूचे देश में बाढ के हालत भीषण होते जा रहे हैं। जल भराव से लेकर भूस्खलन तक की स्थितियां निरंतर शीर्षगामी हैं। राहत कार्य जारी हैं। आरोपों-प्रत्यारोपों का बाजार गर्म है। हर साल कोई न कोई प्राकृतिक आपदा किसी न किसी भूभाग को अपनी गिरफ्त में ले ही लेती है। जनहानि से लेकर धनहानि तक के आंकडे सामने आते हैं। आधुनिक युग, साइबर क्रान्ति और नवीनतम अनुसंधानों के बाद भी इन प्रकोपों का स्थाई निदान प्राप्त नहीं हो रहा है। 

 

 

विकासशील देशों की कौन कहे इस समस्या के शिकार विकसित राष्ट्र भी हैं। बनावटी बरसात, गर्मी और सर्दी जैसी ऋतुओं की अनुभूति कराने का दावा करने वाले देश भी अचानक होने वाली प्रकृतिजन्य समस्याओं से सुरक्षित नहीं हैं। ज्यों-ज्यों विज्ञान की आंधी  और अनुसंधानों का तूफान तेज होता जा रहा है त्यों-त्यों समस्याओं की विकरालता बढती जा रही है।

 

 आधुनिक तकनीक के आधार पर बनाई जाने वाली अधोसंरचनाओं को पुरातन ज्ञान आज भी मुंह चिढा रहा है। अतीत के स्मारक अपनी बुलंदी, अपनी कला और अपनी विधा का लोहा मनवा रहे हैं। सीमेन्ट, बालू, लोहा, गिट्टी जैसे कारकों से बनने वाली इमारतों के जीवन पर अनगढ पत्थर, रेत, चूना, लकडी, बांस, चिकनी मिट्टी, धातु, गुड, बेल, सन, उर्द की दाल जैसे घटकों से तैयार होने वाले भवन लम्बे समय बाद भी अपना स्थायित्व दर्शा रहे हैं।

 यही हाल सरोवरों का भी है। रियासतकालीन जलाशय आज भी भीषण गर्मी के मौसम में पहाडों पर होने के बाद भी अपनी जलराशि से जीवनदान कर रहे हैं जबकि आधुनिक तालाब थोडा सा ताप पाते ही सूख जाते हैं। पुराने किले, दुर्ग और महल अपनी सुदृढता के लिए वर्तमान में भी अद्वितीय उदाहरण बने हुए हैं। गांवों से लेकर रियासत की राजधानियों तक की बसाहट योजनायें तत्कालीन वास्तु, तकनीक और सिद्धान्तों पर आधारित थीं जिसके कारण आबादियों में न तो जल भराव की समस्या थी और न ही जलस्तर गिरने का खतरा। अतिवर्षा के लिए भी पानी के बहाव की दिशा में ही निकास के रास्ते बनाये जाते थे। जलवायु परिवर्तन की समस्याओं का निदान प्रकृति द्वारा प्रदत्त सामग्री के मूल स्वरूप से निर्मित भवनों से स्वतः ही हो जाता था। देश, काल और परिस्थितियों के अनुकूल  ही मकानों का निर्माण होता था। जलस्रोतों से स्वतः प्राप्त होने वाला पानी आवश्यकता की पूर्ति हेतु पर्याप्त था। पर्यावरणीय शुद्धता के लिए परा-विज्ञान के प्रयोग निरंतर होते थे। 

शारीरिक पोषण हेतु मूल वनस्पतियों के प्राकृतिक स्वरूप को ही स्वीकार किया जाता था। मानवीय गुणों का सामूहिक प्रयोग सहयोग, सहायता और सौहार्द के रूप में आदरणीय था। मानवीय सोच की बानगी और कृत्यों की समीक्षा से ही प्रकृतिजन्य समस्याओं का समाधान खोजा जा सकता है। 

 

महानगरों से लेकर छोट-छोटे गांवों तक में अतिक्रमण का बोलबाला है। खाली पडे भू-भागों पर कब्जे, जलभराव वाले स्थानों पर निर्माण कार्य, वास्तु के विपरीत स्थापनायें, आवश्यकता से कहीं अधिक व्यय, गुणवत्ता की कमी, आधुनिक तकनीक के नाम पर प्राकृतिक संतुलन को तिलांजलि, स्वार्थपूर्ति के लिए सिद्धान्तों को दरकिनार करने वाली घटनायें निरंतर बढती जा रहीं हैं। नालों पर कब्जे, ढलान पर मकान, तालाबों पर अतिक्रमण, निर्माण हेतु अनावाश्यक ब्लास्टिंग जैसे कार्यों को पंख मिल चुके हैं। 

 

सरकारी योजनाओं में लाभार्थियों के लिए जटिलतायें, उलझाऊपन और अनावश्यक प्रक्रियाओं का अम्बार लगाना, तो उत्तरदायी लोगों के लिए एक आम बात हो गई है। सरकारी औपचारिकताओं में नित नये प्राविधानों को जोडना, समीक्षा-संशोधनों के नाम पर आम आवास को साइबर तकनीक का कठिन अध्याय देना तथा स्थलीय संरचनाओं में अदूरदर्शिता का बोलबाला निरंतर बढता जा रहा है। देश की राजधानी से लेकर गांवों की गलियों तक में नालों, जल निकासी मार्ग पर दबंगों का साम्राज्य देखा जा सकता है। 

 

किसी प्रभावशाली को लाभ देने हेतु भूगर्भीय संरचना के आधार पर हो रहे जल के बहाव की दिशा के विपरीत निकासी के प्रयास तो मूर्खता की मुस्कुराहट ही कही जा सकती है। पहाडों पर तो विकास के नाम पर विनाश की तांडव हो रहा है। कमजोर पहाडों पर भारी-भरकम ब्लास्टिंग हो रही है।

 

 संकीर्ण पगडंडियों को चार लेन की सरपट सडक बनाने हेतु कार्य किये जा रहे हैं। आधुनिक तकनीक के प्रयोगों ने वहां के निवासियों को जीते जी मौत के मुंह में पहुंचाना शुरू कर दिया है। धर्म के नाम पर एक बडा वर्ग स्वार्थ का वर्चस्व कायम करने में लगा है। कुछ लोग आस्था के चश्मे से पिकनिक की मौज देखने में जुटे हैं।

 

 तीर्थ यात्राओं के मुखौटे के पीछे से विलासता को तलाशने वालों की संख्या में बढोत्तरी हो रही हैं। भारतीय संस्कृति, पुरातन विधाओं और सनातनी मूल्यों को लालफीताशाही ने निहित स्वार्थों की पूर्ति पर बलिदान कर दिया है। ज्यादातर लोगों ने कर्तव्यों को हाशिये पर पहुंचाकर अधिकारों की तलवारें खींच लीं हैं। 

 

उत्तरदायी लोगों की आंखों से सामने ही व्यवस्था की धज्जियां उडाने वाले प्रकरणों में बेतहाशा वृद्धि हो रही है। संवैधानिक संस्थाओं के अनेक कृत्य उनकी निरंकुशता का बोध करा रहे हैं। कार्यपालिका, विधायिका और न्यायापालिका से जुडे अनेक जिम्मेदार लोगों पर स्वार्थ सिद्धि के आरोपों ने तो देश के आने वाले कल पर ही प्रश्नचिन्ह अंकित कर दिये हैं।

 

 ऐसे हालातों में प्राकृतिक आपदाओं के कारण, स्वरूप और परिणामों की बृहद समीक्षा की जाना नितांत आवश्यक है ताकि इसके प्रकृतिजन्य, मानवजन्य और संयोगजन्य कारकों को रेखांकित किया जा सके। यही कारक विकराल होती समस्याओं के स्थाई निदान का धरातल तैयार करने में सहायक सिद्ध होगें। इस बार बस इतना ही। अगले सप्ताह एक नई आहट के साथ फिर मुलाकात होगी।




 

बगैर अनुमति, नक्शे पंजीकरण के लगाए टावर-खूटा कील, तो होगा सीलः जिला प्रशासन

कुचलती जन भावनाओं अपेक्षाओं से आहत होकर प्रशासन अपने चिरपरिचित रूप में अडिग 

मानकों का उल्लंघन; जनभावना हुई आहत्; आक्रामक हुआ प्रशासन, सील हुए दर्जनों मोबाईल टावर 

हमारे जनपद में नियम विरूद्ध कार्यों का ‘‘विध्वंस’’ ही है हश्रः डीएम 

घनी आबादी बस्ती कालोनियों में नियम विरुद्ध लगाए जा रहे है हाई फ्रीक्वेंसी मोबाईल टावर, प्रशासन ने एक झटके में किए  सील

अपने जिले में नहीं होने देंगे जनभावना से खिलवाड़; शिकायत पर कार्यवाही तयः जिला प्रशासन 


देहरादून :

mobile tower seal in Dehradun by DM


 जिलाधिकारी सविन बसंल के नेतृत्व में जिला प्रशासन देहरादून निरंतर जनभावना के अनुरूप कार्य कर रहा है। मा0 मुख्यमंत्री जी के निर्देशन में  जिला प्रशासन फ्रंटफुट रहते हुए  जनहित में लगातार कड़े निर्णय ले रहा है। जिससे नियमविरूद्ध कार्यों पर प्रभावी एक्शन से इन कार्यों में संलिप्त लोगों में सरकार तथा प्रशासन का खौफ व्याप्त हो रहा है, वहीं इस प्रकार के एक्शन से आम जनमानस में सरकार एवं प्रशासन के कार्यों से सकारात्मक माहौल है तथा सरकार एवं प्रशासन की नीतियों पर विश्वास बढा है। जिला प्रशासन ने तहसील विकासनगर अन्तर्गत ग्राम बहादुरपुर सेलाकुई राजा वाला रोड तथा वार्ड 05 रामबाग हरबर्टपुर में मानकों की अनदेखी कर घनी आबादी में लगाए गए मोबाईल टावर को सील कर दिया है। 

मा0 मुख्यमंत्री के निर्देशन में  जिला प्रशासन देहरादून  फ्रंटफुट पर एक बाद एक बड़े एक्शन ले रहा है, इसी क्रम में नियम विरुद्ध लगाए गए दर्जनों मोबाइल टावर सील किए गए हैं।  वहीं जिला प्रशासन का मत स्पष्ट है कि बिना अनुमति के यदि टावर-खूटा कील, भी लगाई तो सील की कार्यवाही की जा रही है।  डीएम जनमानस सर्वोपरि ररखकर जनहित में निर्णय ले रहें इसमें चाहे छोटे कार्य हों या फिर कई बड़े कार्यों की  अनुमति क्यों न हों। जनभावना से खिलवाड़ व मानकों का उल्लंघन; जनभावना आहत् जैसे कृत्यों पर प्रशासन अपने चिरपरिचित अंदाज में अडिग होकर कार्यवाही कर रहा है। ताजा मामलें में घनी आबादी बस्ती कॉलोनी में नियम विरुद्ध लगाई जा रहे हैं हाई फ्रीक्वेंसी के मोबाईल टावर सील कर दिए गए हैं। वर्तमान में जिला प्रशासन की कार्यशैली त्वरित एक्शन की है जिससे जिले में नियम विरूद्ध कार्यों का ‘‘विध्वंस’’ किया जा रहा है। नियम कायदे दरकिनार कर लगाए जा रहे थे मोबाईल टावर, प्रशासन ने एक  झटके में सील कर दिए है। 

विगत माह तहसील विकासनगर अन्तर्गत ग्राम बहादुरपुर सेलाकुई राजावाला रोड़ तथा माह जुलाई वार्ड नम्बर 05 रामबाग हरबर्टपुर के निवासीगणों द्वारा शिकायत की गई थी कि उनके क्षेत्र में मानकों का उल्ल्ंघन कर घनी आबादी में नियमविरूद्ध मोबाईल टावर लगाया गया है, जिससे क्षेत्र में बुजुर्गों, बच्चों, महिलाओं, क्षेत्रवासियों में रेडिएशन फैलने का गंभीर खतरा बना हुआ है। जिस पर जिलाधिकारी अपर जिलाधिकारी वित्त एंव राजस्व तथा ईडीएम को तत्काल प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए। जिला प्रशासन द्वारा मोबाईल टावरों को सील कर दिया गया है।  


 

आज का राशिफल

*दिनांक:-07/07/2025,सोमवार*

द्वादशी, शुक्ल पक्ष, 

आषाढ

rashifal today 07 jully 2025


*🚩भद्रा वास एवं फल -:*


*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*

*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*


*💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮*


  *सर्वार्थ  सिद्धि  योग  25:11 तक 


*💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮*


कस्य दोषः कुलेनास्ति व्याधिना के न पीडितः ।

व्यसनं के न संप्राप्तं कस्य सौख्यं निरन्तरम् ।।

।।चाo नीo।।


इस दुनिया  मे ऐसा किसका घर है जिस पर कोई कलंक नहीं, वह कौन है जो रोग और दुख से मुक्त है.सदा सुख किसको रहता है?


*🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩*


गीता -: मोक्षसंन्यासयोग:- अo-18


यदहङ्‍कारमाश्रित्य न योत्स्य इति मन्यसे।

 मिथ्यैष व्यवसायस्ते प्रकृतिस्त्वां नियोक्ष्यति॥


जो तू अहंकार का आश्रय लेकर यह मान रहा है कि 'मैं युद्ध नहीं करूँगा' तो तेरा यह निश्चय मिथ्या है, क्योंकि तेरा स्वभाव तुझे जबर्दस्ती युद्ध में लगा देगा

 ॥59॥


*💮🚩   दैनिक राशिफल   🚩💮*


देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।


🐏मेष

नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। सामाजिक कार्यों में भाग लेने का अवसर मिल सकता है। मान-सम्मान बढ़ेगा। कार्यसिद्धि होगी। प्रसन्नता रहेगी। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा।


🐂वृष

स्वास्थ्य का ध्यान रखें। परिवार की आवश्यकताओं पर खर्च होगा। चिंता रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। आय में वृद्धि होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी से बचें।


👫मिथुन

पुराना रोग उभर सकता है। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। बनते कामों में विलंब होगा। बेवजह कहासुनी हो सकती है। शांति बनाए रखें। अपरिचित व्यक्तियों पर अतिविश्वास न करें। धोखा खा सकते हैं। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय कम रहेगी।


🦀कर्क

भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। रोजगार प्राप्त होगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। लॉटरी-सट्टे से दूर रहें। बेचैनी रहेगी। नेत्र पीड़ा हो सकती है। विरोध होगा। अपेक्षाकृत कार्य समय पर पूर्ण होने से प्रसन्नता में वृद्धि होगी।


🐅सिंह

घर में अतिथियों का आगमन होगा। व्यय होगा। शुभ सूचना प्राप्त होगी। प्रसन्नता रहेगी। यात्रा सुखद रहेगी। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। धनहानि संभव है। व्यवसाय ठीक चलेगा। परिवार के सदस्य सहायता करेंगे। मतभेद समाप्त होंगे। लाभ होगा।


🙎‍♀️कन्या

थोड़े प्रयास से ही कार्य पूर्ण होंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। धनलाभ होगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। जल्दबाजी न करें। कानूनी अड़चन आ सकती है। भागदौड़ अधिक होगी। शारीरिक कष्ट संभव है। समय बेहतर है। प्रसन्नता रहेगी।


⚖️तुला

बुरी सूचना मिल सकती है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। विवाद को बढ़ावा न दें। परिवार में मतभेद हो सकता है। पुराना रोग उभर सकता है। लापरवाही न करें। काम में मन नहीं लगेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय से संतोष नहीं होगा। धैर्य रखें।


🦂वृश्चिक

आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी। अटके कार्यों में गति आएगी। यात्रा मनोरंजक रहेगी। मनपसंद भोजन का आनंद प्राप्त होगा। वरिष्ठजनों का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। कल के काम आज ही निबटा लें।


🏹धनु

शत्रु पस्त होंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। संपत्ति की खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। लाभ में वृद्धि होगी। प्रमाद से बचते हुए कोशिश करें। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। पारिवारिक उन्नति होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।


🐊मकर

चोट व रोग से बचें। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। कानूनी बाधा दूर होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यस्तता रहेगी। आराम का समय नहीं मिलेगा। आशंका-कुशंका रहेगी। प्रयास करते रहें। अनुकूलता होती रहेगी। दुष्टजनों से दूरी बनाए रखें। लाभ होगा।


🍯कुंभ

कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। जल्दबाजी भारी पड़ सकती है। घर-परिवार की चिंता रहेगी। क्रोध पर नियंत्रण रखें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय होगी। संतुष्टि नहीं होगी। जोखिम न उठाएं।


🐟मीन

पूजा-पाठ में मन लगेगा। किसी साधु-संत से मुलाकात होगी। कोर्ट व कचहरी के काम निबटेंगे। धनलाभ सुगमता से होगा। प्रसन्नता एवं उत्साह बने रहेंगे। अज्ञात भय सताएगा। प्रतिद्वंद्वी शांत रहेंगे। मस्तिष्क पीड़ा हो सकती है। कार्य समय-समय पर बनते रहेंगे। प्रमाद न करें।


🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏

🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺

*आचार्य  पवन  पाराशर (वृन्दावन)*

 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी  ने कल उत्तरकाशी जनपद के अति वृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। 

उत्तराखंड में इन स्थानों पर लैंड स्लाइड के खतरे को देखते हुए चेतावनी जारी की गई है-




मुख्यमंत्री आपदा प्रभावित क्षेत्रों की वास्तविक स्थिति का आकलन कर राहत और बचाव कार्यों की पुनः समीक्षा करेंगे उन्होंने संबंधित अधिकारियों को पूर्व में निर्देश दिए थे कि प्रभावित लोगों को त्वरित सहायता पहुंचाई जाए तथा आवश्यक संसाधनों की कोई कमी न हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आपदा की इस घड़ी में प्रत्येक प्रभावित नागरिक के साथ खड़ी है और सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं.

CM  Dhami aerial survey ittarkashj


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में  शिक्षाविद् व चिन्तक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी  की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की  । मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि  शिक्षाविद्, चिन्तक और भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी एक कुशल राजनीतिज्ञ, विद्वान और स्पष्टवादी नेता थे। राष्ट्र निर्माण में उनका अमूल्य योगदान अविस्मरणीय है।  डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचार हमें सदैव राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करते रहेंगे।




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