Halloween party ideas 2015

 उत्तर प्रदेश में महाकुंभ के आयोजन की तैयारी चल रही है. 

इस आयोजन के पहले एक बड़ी खबर सामने आयी है. 

महाकुंभ के आयोजन के लिए मेला क्षेत्र नया जिला घोषित किया गया जिसका  नाम महाकुंभ मेला रखा गया।

One more district in UP


 महाकुंभ मेला नाम से नये जिले की अधिसूचना जारी कर दी गई है।


इस फैसले के बाद उत्तर प्रदेश में अब एक जिला बढ़ गया है।

 मतलब ये की उत्तर प्रदेश में अब 75 की जगह 76 जिले हो गए हैं।

रविवार की देर रात प्रयागराज के महाकुंभ मेला क्षेत्र को नया जिला घोषित करने का ऐलान कर दिया गया

है।

महाकुंभ 2025 के मौके पर उत्तर प्रदेश में अब 75 नहीं 76 जिले। 


वर्षों से परंपरा है कि कुंभ और अर्ध कुंभ के मौके पर नए जिले की अधिसूचना जारी की जाती है।

 शासन के निर्देश पर प्रयागराज के डीएम रविंद्र कुमार मांदड़ ने रविवार देर शाम नए जिले की अधिसूचना जारी की है।

 महाकुंभ मेला जिले में पूरा परेड क्षेत्र और चार तहसीलों सदर, सोरांव, फूलपुर और करछना के 67 गांव शामिल हैं।


 मेला क्षेत्र में महाकुंभ मेला जिले के कलेक्टर मेलाधिकारी विजय किरन आनंद होंगे। सभी श्रेणी के मुकदमों में कलेक्टर के समस्त अधिकारों का उपयोग करेंगे।

 अधिसूचना में कलेक्टर के सभी कार्य करने के अधिकार भी उन्हें दिए गए हैं।

 अधिसूचना के मुताबिक तहसील सदर के 25 गांव, तहसील सोरांव के तीन गांव, तहसील फूलपुर के 20 गांव और करछना तहसील के 19 गांव शामिल किए गए हैं।


इस जिले का अस्तित्व महाकुंभ के आयोजन के कुछ दिनों बाद तक  रहेगा।

 13 जनवरी से 26 फरवरी के बीच महाकुंभ 2025 आयोजित हो रहा है।

 इस महाकुंभ के दौरान कुल छह शाही स्नान होंगे।

 इस मेले की तैयारी पूरी जोर-शोर से चल रही है।

 सीएम योगी आदित्यनाथ खुद इसकी तैयारियों का निरीक्षण कर रहे हैं।

13 जनवरी को पीएम मोदी प्रयागराज जाएंगे। और गंगा पूजन से महाकुंभ की औपचारिक शुरूआत करेंगे।


प्रधानमंत्री के दौरे को देखते हुए भी तैयारी की जा रही है।

 महाकुंभ का पहला शाही स्नान 14 जनवरी को मकर संक्राति के दिन होगा.

ऋषिकेश:


Pradeep chandra of Congress now in bjp


कांग्रेस के पूर्व महानगर अध्यक्ष व वर्तमान मीडिया प्रभारी प्रदीप चंद्र ने भाजपा मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी का हाथ थामा। 


उन्हें क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने पार्टी की सदस्यता दिलाई।


डॉ अग्रवाल ने कहा कि विश्व का सबसे बड़ा राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी है। आज हर वर्ग, युवा, बुजुर्ग, महिला, शिक्षित तथा हर समुदाय का नागरिक भाजपा के विचारों से प्रभावित है। 


डॉ अग्रवाल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकारे राष्ट्रवादी सोच, सनातनी विचारधारा तथा दुर्गम क्षेत्र में बैठे व्यक्ति तक के विकास के लिए कार्य करती है, उन्होंने कहा कि भाजपा संगठन की सरकारे सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की भावना से कार्य करती हैं।


इस अवसर पर कांग्रेस के पूर्व नेता प्रदीप चंद्र ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में विभिन्न पदों पर रहने के बावजूद सम्मान नहीं मिला। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में अनुशासन के साथ प्रत्येक कार्यकर्ता का सम्मान होता है। भारतीय जनता पार्टी की रीति और नीति से प्रभावित होकर संगठन से जुड़ रहे हैं। 


इस अवसर पर वीरभद्र भाजपा मंडल के अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार, महिला मोर्चा की जिला महामंत्री अनीता प्रधान, रोशनी अग्रवाल तथा समाजसेवी मानवेंद्र सिंह कंडारी आदि उपस्थित रहे।

चकराता :


Sunita baurai at lakhamandal


 निशुल्क महिला हेल्पलाइन की ओर से स्थानीय लोगों की सहायता से लाखामंडल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 


कार्यक्रम में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं और स्कूली छात्र - छात्राओं और क्षेत्र के लोगों को कानूनी जानकारी प्रदान की गई।

कार्यक्रम का आयोजन निशुल्क महिला हेल्पलाइन की अध्यक्ष रेणु डी सिंह, डॉ सुनीता बौड़ाई एवं सामाजिक कार्यकर्ता व मंडल उपाध्यक्ष बचना शर्मा व सामाजिक कार्यकर्ता ओम प्रकाश की ओर से किया गया।


 इस दौरान स्कूली टॉपर बच्चों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, बौदूर ख़त के स्याणे और कुछ महिलाओं को भी सम्मानित किया गया। 

इस दौरान दीवान सिंह चौहान, बाबूराम शर्मा, घनश्याम, प्रकाश पंडित, रमेश दोवाल, सूरत सिंह चौहान आदि मौजूद रहे।

पीआरएसआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अजीत पाठक ने सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी से शिष्टाचार भेंट की


PRSI national chairman  and DG DIPR Uttarakhnad


पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अजीत पाठक ने सूचना महानिदेशक श्री बंसीधर तिवारी से शिष्टाचार भेंट कर पीआरएसआई के रायपुर, छत्तीसगढ़ में होने जा रहे नेशनल कॉन्फ्रेंस के लिए आमंत्रित किया। दोनों के बीच उत्तराखंड के 25 वें वर्ष रजत जयंती वर्ष में लोक संपर्क और संचार की भूमिका पर चर्चा की गई। 


श्री पाठक ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड के प्रति प्रत्येक देशवासी के मन में अगाध श्रद्धा है। पिछले कुछ वर्षों में उत्तराखंड की प्रगति सराहनीय है। सतत विकास लक्ष्यों में नीति आयोग द्वारा जारी रैंकिंग में उत्तराखंड प्रथम स्थान पर रहा है। सीएम श्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा नकल विरोधी कानून और यूसीसी पर लिए गए निर्णय अन्य राज्यों के लिए उदाहरण बने हैं। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन और सीएम पुष्कर सिंह धामी जी के नेतृत्व में उत्तराखंड में विरासत के संरक्षण और विकास, दोनों ही पहलुओं पर उत्कृष्ट काम हो रहे हैं। 


सूचना महानिदेशक श्री तिवारी ने  इस बात पर जोर दिया कि उत्तराखंड की प्रगति और यहां पर्यटन के विविध आयामों की जानकारी देश भर में जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इसमें पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।  


श्री पाठक ने उत्तराखंड की प्रगति की सराहना की और पीआरएसआई के व्यापक अखिल भारतीय नेटवर्क के बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने राज्य की उपलब्धियों, निवेश और पर्यटन की जानकारी का प्रचार प्रसार देश भर में करने में  एक सेतु के रूप में पीआरएसआई का उपयोग करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।

इस अवसर पर पीआरएसआई देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष रवि बिजारनिया और सचिव अनिल सती भी मौजूद थे।


*मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया खेल महाकुंभ की राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं का शुभारंभ

Khel mahakumbh, khalanga fair and prakash jhaa


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ के पदक विजेता खिलाड़ियों को भी सीधी भर्ती के पदों पर अन्य खिलाड़ियों की तरह चार प्रतिशत आरक्षण का लाभ दिया जाएगा। साथ ही खेल महाकुंभ में जनपद स्तर पर प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को भी स्पोर्ट्स किट प्रदान की जाएगी।

रविवार को युवा कल्याण निदेशालय में खेल महाकुंभ - 2024 की राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उक्त घोषणाएं की हैं। उन्होंने इस अवसर पर डेफ ओलंपिक में स्कीइंग प्रतिभाग करने वाली खिलाड़ी अमीषा चौहान को 50 लाख की प्रोत्साहन राशि का चेक प्रदान किया। एथलेटिक्स में  27वीं  नेशनल फेडरेशन में स्वर्ण पदक जीतने वाली सोनिया को 02 लाख और  22वें नेशनल फेडरेशन जूनियर में राहुल सरनालिया को स्वर्ण पदक जीतने पर 01 लाख रुपए का  प्रोत्साहन राशि का चेक प्रदान किया।


उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल महाकुंभ विशिष्ट आयोजन है। इसमें खिलाड़ियों को ग्राम पंचायत से लेकर ब्लॉक, जनपद होते हुए, राज्य स्तर तक प्रतिभा प्रदर्शन का मौका मिलता है।  इससे राज्य में खेल संस्कृति विकसित करने में मदद मिल रही है। साथ ही खेल महाकुंभ युवाओं में खेलों के प्रति रुचि बढ़ाने के साथ ही अनुशासन और टीम वर्क की भावना विकसित करने में भी योगदान दे रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गत वर्ष खेल महाकुंभ में सवा तीन लाख से अधिक खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया था, इस बार का आयोजन इस रिकॉर्ड को तोड़ने का काम करेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस बार के खेल महाकुंभ में विभिन्न स्तर के विजेता खिलाड़ियों को डीबीटी के माध्यम से 11 करोड़ रुपए से अधिक की पुरस्कार राशि वितरित की जाएगी। इसलिए खिलाड़ी आगे आकर अपनी प्रतिभा प्रदर्शन करें।


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने का काम रही है। इसी क्रम में नई खेल नीति लागू करते हुए, आम खिलाड़ियों के सामने आने वाली चुनौती का हर संभव समाधान किया गया है। राज्य सरकार राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेता खिलाड़ियों को आउट ऑफ टर्न सरकारी नौकरी दे रही है। मुख्यमंत्री खेल विकास निधि की स्थापना करते हुए, पूर्व में दी जाने वाली नकद राशि में वृद्धि की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज समय बदल गया है, अब अभिभावक से लेकर शिक्षक तक खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने का काम हर रहे हैं। इसी क्रम में प्रदेश सरकार पढ़ाई के साथ खेलों को प्रोत्साहन देने के लिए मुख्यमंत्री उदयीमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के तहत आठ वर्ष की आयु से ही चयनित खिलाड़ियों को 1500 रुपए और 14 से 23 वर्ष तक के  खिलाड़ियों को दो हजार रुपए प्रति माह की छात्रवृत्ति के साथ उपकरण खरीदने के लिए प्रतिवर्ष दस हजार रुपए की धनराशि प्रदान कर रही है। साथ ही दिव्यांग खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को भी समान अधिकार दिए जा रहे हैं। खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने नौकरियों में फिर से खेल कोटा बहाल कर दिया है।  इस बार के बजट में युवा शक्ति को ध्यान में रखते हुए, युवा कल्याण, खेल कूद, उच्च शिक्षा के लिए 1700 करोड़ रुपए खर्च करने का प्रावधान रखा गया है।



मुख्यमंत्री ने कहा कि खिलाड़ियों के लिए खेल अवस्थापना जुटाने के लिए सरकार नए खेल मैदान, स्टेडियम बनाने के साथ ही जिम और ट्रैक भी बनवा रही है। अब सरकार खेल विश्वविद्यालय बनाने का भी निर्णय ले चुकी है, शीध्र ही इसका शिलान्यास करते हुए कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड को राष्ट्रीय और शीतकालीन खेलों की मेजबानी मिली है, इसके लिए आधारभूत सुविधाएं जुटाने का काम पूरा कर लिया गया है। राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के लिए, प्रदेश सरकार पदक विजेता खिलाड़ियों को, उनकी पुरस्कार राशि के बराबर अतिरिक्त धनराशि प्रदान करेगी। इसलिए प्रदेश के खिलाड़ी मेहनत करते हुए राष्ट्रीय खेलों में अपना और अपने प्रदेश का नाम रौशन करने का काम करें।  


खेल मंत्री श्रीमती रेखा आर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने खेल और खिलाडियों के विकास के लिए लगातार प्रयास कर रही है। नौकरियों में खेल आरक्षण से लेकर, खेल विश्वविद्यालय और गर्ल्स स्पोर्ट़्स कॉलेज की स्थापना के निर्णय लिए गए हैं। 


इस अवसर पर रायपुर विधायक श्री उमेश शर्मा काऊ, विशेष प्रमुख सचिव श्री अमित सिन्हा, खेल निदेशक श्री प्रशांत आर्य उपस्थित रहे।



मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी से रविवार को मुख्यमंत्री कैम्प कार्यालय में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता एवं प्रसिद्ध फिल्म निर्माता-निर्देशक श्री प्रकाश झा ने भेंट की।


उन्होंने उत्तराखण्ड में फिल्मांकन के लिए इच्छा जाहिर की। श्री प्रकाश झा ने कहा कि फिल्म जगत के लोगों का उत्तराखण्ड में फिल्मों की शूटिंग के लिए तेजी से रूझान बढ़ रहा है। 


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने फिल्म निर्माता-निर्देशक श्री प्रकाश झा का स्वागत करते हुए कहा कि उन्हें राज्य में फिल्मांकन के लिए हर संभव सहयोग दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में फिल्मों की शूटिंग के लिए अनेक डेस्टिनेशन हैं। उत्तराखण्ड  में नई फिल्म नीति-2024 बनाई गई है। फिल्मों की शूटिंग के लिए सिंगल विंडो सिस्टम से अनुमति प्रदान की जा रही है। हिन्दी एवं संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल भाषाओं की फिल्मों को अनुदान राशि राज्य में व्यय कुल धनराशि का 30 प्रतिशत या अधिकतम 03 करोड़ का अनुदान दिया जा रहा है। विदेशी फिल्मों और 50 करोड़ से अधिक बजट की फिल्मों पर राज्य में व्यय राशि का 30 प्रतिशत या अधिकतम 03 करोड़ तक का अनुदान दिया जा रहा है। राज्य में फिल्मों को बढ़ावा देकर पर्यटन को बढ़ावा मिल रहा है।  


इस अवसर उत्तराखंड फिल्म विकास परिषद के सीईओ एवं महानिदेशक सूचना श्री बंशीधर तिवारी भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को सागरताल नालापानी, देहरादून में बलभद्र खलंगा विकास समिति द्वारा आयोजित '50वाँ खलंगा मेला' में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने खलंगा मेला आयोजन समिति को 5 लाख रुपए दिए जाने की घोषणा की। 


' 50वाँ खलंगा मेला स्मारिका' का विमोचन भी मुख्यमंत्री द्वारा किया गया। 


मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में कहा कि खलंगा मेला पूर्वजों की वीरता और अदम्य साहस को स्मरण करने का अवसर है। उन्होंने महान सपूत सेनानायक कुंवर बलभद्र थापा और उनके वीर साथियों, वीरांगनाओं को भी नमन किया। उन्होंने कहा खलंगा की वीरभूमि में वर्ष 1814 के एंग्लो-गोरखा युद्ध में सेनानायक कुंवर बलभद्र थापा और उनके वीर सैनिकों ने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। इस युद्ध में कुंवर बलभद्र थापा और उनके वीर सैनिकों ने ब्रिटिश सैनिकों की विशाल सेना का सामना करते हुए अपनी वीरता और रणनीतिक कौशल से ब्रिटिश सेना को खदेड़ दिया था। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि ये युद्ध हमारे वीर गोरखा योद्धाओं के अदम्य साहस और मातृभूमि के प्रति उनके असीम प्रेम का प्रतीक है, जो हमेशा हमें देशभक्ति की प्रेरणा देता रहेगा। खलंगा की गाथा हमारे वीर पूर्वजों के अप्रतिम साहस का  एवं हमारी गौरवशाली विरासत का प्रतीक है। उन्होंने कहा ये मेला हमारी समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं को सहेजते हुए उसे अगली पीढ़ी तक पहुंचाने का भी एक  माध्यम है। हमारे देश की ऐतिहासिक धरोहरें हमारे गौरवमयी अतीत की पहचान होने के साथ हमारे संस्कृति रूपी वट वृक्ष की मजबूत जड़ें भी हैं।


मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी संस्कृति को मजबूत करने का कार्य पूरे देश में किया जा रहा है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में विकास के साथ विरासत को भी आगे बढ़ाया जा रहा है। खलंगा युद्ध स्मारक को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के संरक्षण में रखना, इसका बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा राज्य सरकार गोरखा समाज के उत्थान के प्रति पूर्णतः प्रतिबद्ध है और उनके विकास व कल्याण के लिए निरंतर प्रयासरत है। निश्चित ही ऐसे आयोजनों से नई पीढ़ी को इन गोरखा समाज की परंपराओं को संजोए रखने तथा अपने पूर्वजों की वीरता और बलिदान को याद रखने में सहायक सिद्ध होंगे।


इस अवसर पर विधायक श्री उमेश शर्मा काऊ, बलभद्र ख़लंगा विकास समिति के अध्यक्ष कर्नल विक्रम सिंह थापा,श्री कुलदीप बुटोला, श्री विश्वास डाबर, श्री विजय बलूनी, श्री पदम सिंह, ब्रिगेडियर राम सिंह थापा एंव लोग मौजूद रहे।

 देहरादून;

*लोकसंपर्क में सोशल मीडिया का महत्वपूर्ण उपयोग: डॉ पाठक*


PRSI  national chairman ajeet pathak


पब्लिक रिलेशन्स सोसाइटी ऑफ इंडिया (पीआरएसआई)के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजीत पाठक का देहरादून चैप्टर ने स्वागत किया। डॉ पाठक ने आज देहरादून में राष्ट्रीय विज्ञान कांग्रेस में संबोधित किया। इस अवसर पर, पीआरएसआई देहरादून चैप्टर की लीडरशिप टीम ने डॉ. पाठक का गर्मजोशी से स्वागत किया।


पीआरएसआई देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष श्री रवि बिजारणियां, सचिव श्री अनिल सती, कोषाध्यक्ष श्री सुरेश भट्ट, सदस्य श्री वैभव गोयल और सदस्य श्री संजय पांडे ने डॉ. पाठक को स्मृति चिन्ह भेंट किया और उनके योगदान की सराहना की।

डॉ पाठक ने कहा कि पीआरएसआई को मजबूत बनाने के लिए सभी पीआर प्रोफेशनल्स को अपने साथ जोड़ने की आवश्यकता है। 

उन्होंने पब्लिक रिलेशन में सोशल मीडिया और आईटी के प्रभावी और सकारात्मक उपयोग पर बल दिया।

 

High court advocate lalit miglani


आज कल हम सड़क दुर्घटना के बारे में रोज सुन रहे है और पढ़ रहे है सड़क दुर्घटना में अक्सर युवा अपनी जान गवा रहे है देहरादून की घटना के सभी को झिंझोड़ कर रख दिया जिसमे ६ युवाओ ने जान गवा दी घटना के बाद से हर कोई प्रयास कर रहा है की लोगो में जागरूकता लाई जाय पुलिस हो या आर टी ओ अपनी तरफ से हर संभव प्रयास किये जा रहे है की युवाओ में ट्राफिक लॉ के बारे में जागरूक किया जाये।



 ये जिम्मेदारी हम पुलिस प्रशासन पर ही नहीं छोड़ सकते क्योंकि बच्चे सबके समान होते है इसमें आपकी और हमारी भी जिमेदारी बनती है की हम सब भी अपने स्तर से प्रयास करे ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटना न हो पाए ,इस विषय पर  हाई कोर्ट के अधिवक्ता ललित मिगलानी के विचार  ट्राफिक लॉ के बारे में---  (अधिवक्ता ललित मिगलानी भारतीय जागरूकता समिति के अध्यक्ष है और समय समय पर समाज के हर वर्ग में जा कर ट्राफिक लॉ, नशे, साइबर लॉ, आदि के बारे में समाज को जागरूक करते है I 

मिगलानी से जानते है की ट्राफिक लॉ के बारे में वो कौन कौन से महत्वपूर्ण नियम है जो सभी को पालन करने चाहिये )


उनके अनुसार नीचे कुछ सबसे आम ट्रैफ़िक कानूनों के बारे में बताया गया है जिनके बारे में देश के हर चालक को पता होना चाहिए। ये कुछ ऐसे नियम भी हैं जिन्हें सबसे ज़्यादा बार तोड़ा जाता है।

1. शराब पीकर गाड़ी न चलाएं

एक आंकड़े से पता चला है कि नशे में ड्राइव करने के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में रोजाना लगभग 19 भारतीय मारे जाते हैं (स्रोत)

मौजूदा कानून के अनुसार, जब तक आपके खून में अल्कोहल की सीमा 0.03% तक है, तभी तक आप वाहन चला सकते हैं। इसका मतलब है कि 100 मिलीलीटर खून में मात्र  30 मिलीग्राम अल्कोहल हो सकता है।

यदि कोई व्यक्ति इस बीएसी परीक्षा को पास करने में नाकाम रहता है, तो उसके खून में पाई गई शराब की मात्रा के हिसाब से 2000 रुपये से लेकर 10,000 रुपये के बीच जुर्माना लगाया जा सकता है।

इसके अलावा, ऐसे व्यक्तियों को 7 महीने से लेकर चार साल तक की जेल की सजा भी सुनाई जा सकती है।

2. हमेशा वैध कार इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदें

मोटर वाहन अधिनियम 1988 के अनुसार, भारत में सभी मोटर वाहनों के पास हमेशा वैध थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस कवरेज होना ज़रूरी है।

यदि आप ध्यान नहीं देते हैं और इंश्योरेंस पॉलिसी की वैधता खत्म हो जाती है, तो आपको ऐसी सुरक्षा योजना के बिना वाहन चलाने के लिए दंडित किया जा सकता है।

इस तरह का अपराध पहली बार करने पर ट्रैफ़िक अधिकारी 2000 रुपये का जुर्माना लेते हैं। हालांकि, बार-बार यही अपराध करने पर 4000 रुपये तक का जुर्माना लग सकता है।

3. कार चलाते समय अपनी सीट बेल्ट पहनें

यदि आप ड्राइविंग के लिए नए हैं, तो अपने वाहन में बैठते ही पहली चीज के रूप में सीट बेल्ट पहनने की आदत डालें। ऐसा करने से न केवल आपको ट्रैफ़िक नियमों के उल्लंघन से बचने में मदद मिलेगी, बल्कि दुर्घटनाओं होने पर आपकी जान भी बचेगी।

यदि आप अपनी कमर और छाती पर बिना सीट बेल्ट बांधे ड्राइविंग करते हुए पकड़े जाते हैं, तो ट्रैफ़िक पुलिस मौके पर ही इस उल्लंघन के लिए 1000 रुपये तक का जुर्माना लगा सकती है।

तो, एक हीरो बनिए और अपनी सीट बेल्ट लगाइए!

4. बिना हेलमेट के टू-व्हीलर वाहन चलाना

टू-व्हीलर वाहन चलाते समय हेलमेट पहनना चाहिए। यहां ध्यान देने वाली एक बात यह है कि कानून में कहा गया है कि टू-व्हीलर वाहन पर सभी व्यक्तियों को हेलमेट लगाना चाहिए, न कि केवल चालक को।

इस नियम का पालन न करने पर 1000 रुपये तक का जुर्माना लगता है।

गंभीर मामलों में, ट्रैफ़िक अधिकारी आपके लाइसेंस को 3 महीने तक की अवधि के लिए रद्द करने का निर्णय ले सकते हैं।

5. सवारी करते समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल करना

१ अक्तूबर 2020 से लागु हुए नय मोटर वाहन नियम के अनुसार, वाहन चलते समय ड्राइवर केवल अपने फोन को नेविगेशनल टूल के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।

यदि आप वाहन चलाते समय किसी अन्य प्रकार से फोन का इस्तेमाल करते हुए पकड़े गए हैं, तो 5000 रुपये तक का जुर्माना देने के लिए तैयार हो जाएं। ऐसे ट्रैफ़िक उल्लंघनकर्ताओं पर एक साल की जेल की सजा भी लागू होती है।

जब तक ड्राइव कर रहे हैं अपने फोन को बंद रखें और सड़क पर ध्यान दें!

6. तय गति सीमा से तेज चलाना

ड्राइवर को कभी भी सड़क पर सुझाई गई गति की गाइडलाइन से अधिक तेज वाहन नहीं चलाना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से ट्रैफ़िक पुलिस का गुस्सा फूटेगा।

एक रिपोर्ट के अनुसार, 2018 में 66% दुर्घटनाएं भारतीय सड़कों पर तेज गति के कारण हुईं। (स्रोत)

तेज गति के लिए लगाया जाने वाला जुर्माना आपके वाहन के साइज़ के अनुसार अलग होता है, आमतौर पर 1000 रुपये और 2000 रुपये के बीच होता है।  

7. लाल बत्ती पार करना

यदि आप 5000 रुपये तक का दंड और एक साल की जेल की सजा वहन करने का इरादा नहीं रखते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप ड्राइव करने के दौरान अलग-अलग ट्रैफ़िक सिग्नलों का पालन करें, भले ही आप जल्दी में हों। पुरानी कहावत याद रखें, 'दुर्घटना से देर भली।’

8. "नो एंट्री" ज़ोन के नियमों का पालन

एक "नो एंट्री" ज़ोन आमतौर पर एक विशिष्ट सिग्नल के साथ चिह्नित होता है, जिसे आप ड्राइविंग करते समय आसानी से देख सकते हैं। ये आमतौर पर वन-वे ट्रैफ़िक मूवमेंट के लिए बनाए जाते हैं। ऐसे क्षेत्रों में प्रवेश करने से बचें, क्योंकि आप अन्य कारों से टकरा सकते हैं और दुर्घटनाएं कर सकते हैं।

ये ड्राइवर के लिए कुछ सबसे बुनियादी ट्रैफ़िक कानून हैं। ड्राइवर के साथ-साथ एक व्यक्ति के रूप में, आपको कई अन्य लोगों का भी ध्यान रखना होगा।

सुरक्षित ड्राइव करें और सभी कानूनों का पालन करें!

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