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 श्री केदारनाथ धाम तथा श्री यमुनोत्री धाम के कपाट भैया दूज 23 अक्टूबर तथा श्री गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट गोवर्धन पूजा के अवसर पर 22 अक्टूबर अभिजीत मुहूर्त में शीतकाल के लिए बंद हो रहे है। इसी तरह द्वितीय केदार मद्महेश्वर जी के कपाट 18 नवंबर तथा तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट 6 नवंबर को शीतकाल हेतु बंद हो रहे है।

*25 नवंबर को श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होंगे।* 

*21 नवंबर से होगी पंच पूजाएं शुरू* 

बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी की उपस्थिति में बदरीनाथ मंदिर परिसर में आयोजित समारोह में कपाट बंद की  तिथि की हुई घोषणा* 


श्री बदरीनाथ धामः  2 अक्टूबर 

chardhaam kapat closing date announced 2025



विश्व प्रसिद्ध श्री बदरीनाथ धाम के कपाट मंगलवार 25 नवंबर को  अपराह्न 2 बजकर  56 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद हो जायेंगे । कपाट बंद होने की प्रक्रिया के अंतर्गत 21   नवंबर से पंच पूजाएं शुरू होंगी।


आज विजय दशमी के अवसर पर श्री बदरीनाथ - केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी) अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी  इस अवसर पर विशेष रूप से  मौजूद रहे । बीकेटीसी उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती एवं बीकेटीसी सदस्यों मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल हकहकूकधारियों तीर्थ पुरोहितों की उपस्थिति में श्री बदरीनाथ मंदिर परिसर में आयोजित भब्य धार्मिक समारोह में  रावल अमरनाथ नंबूदरी ने कपाट बंद की तिथि की घोषणा की इससे पहले धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल तथा वेदपाठी रविंद्र भट्ट , अमित बंदोलिया ने पंचांग गणना पश्चात तिथि का विनिश्चय किया। 


बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने 2026 के लिए हक हकूकधारी धारियों को पगड़ी भेंट की तथा सभी थोंकों के  पदाधिकारियों को भी सम्मानित किया।

भंडारी थोक से मनीष भंडारी,मेहता थोक से महेंद्र सिंह मेहता एवं दिनेश भट्ट,कमदी थोक से कुलभूषण पंवार को पगड़ी भेंट की गयी।


 बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने कपाट बंद होने की तिथि तय होने के अवसर पर बदरीनाथ मंदिर परिसर में अपने संबोधन तीर्थयात्रियों,हकहकूकधारियोंसभी  को बधाई दी। कहा कि आपदा के बाद  दूसरे चरण की यात्रा हेतु अभी एक माह का समय शेष है कहा कि मानसून की आपदा के बावजूद अभी तक - 1420357 से अधिक तीर्थयात्रियों ने श्री बदरीनाथ धाम के दर्शन कर लिए है तथा 1602420  से अधिक ने केदारनाथ धाम के दर्शन किये है इस तरह दोनों धामों में 3022777 से अधिक तीर्थयात्रियों ने दर्शन कर लिए है। कहा कि  यह गर्व का विषय है कि

  राष्ट्र निर्माण को समर्पित राष्ट्रीय सेवक संघ के आज सौ वर्ष पूरे हुए है वही आज 2 अक्टूबर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी, लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती है देश के दूरदर्शी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन एवं यशस्वी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दिशा निर्देश में देश में स्वच्छ भारत मिशन चल रहा है प्रदेश सरकार ने स्वच्छता पखवाड़ा आयोजित किया है।

उन्होंने सभी तीर्थयात्रियों से बदरीनाथ केदारनाथ यात्रा हेतु भी अपील की। समारोह को बीकेटीसी उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती तथा  वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित एवं बीकेटीसी सदस्य श्रीनिवास पोस्ती ने भी संबोधित किया।



  कपाट बंद होने की प्रक्रिया के अंतर्गत पंचपूजाओं के  पहले दिन 21 नवंबर को भगवान गणेश की पूजा होगी।शाम को इसी दिन भगवान गणेश के कपाट बंद होंगे। 

दूसरे दिन  22 नवंबर को आदि केदारेश्वर मंदिर तथा शंकराचार्य मंदिर के कपाट बंद होंगे। तीसरे  दिन 23   नवंबर को खडग - पुस्तक पूजन तथा वेद ऋचाओं का वाचन बंद हो जायेगा।

चौथे दिन  24  नवंबर मां लक्ष्मी जी को कढाई भोग चढाया जायेगा 25 नवंबर को 2 बजकर 56 मिनट पर श्री बदरीनाथ धाम के कपाट  शीतकाल हेतु बंद हो जायेंगे।


26 नवंबर को श्री कुबेर जी एवं उद्धव जी सहित रावल जी सहित आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी शीतकालीन प्रवास पांडुकेश्वर तथा श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ को प्रस्थान करेगी।


 पूजाओं को रावल अमरनाथ नंबूदरी, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल वेदपाठी रविंद्र भट्ट संपन्न करेंगे।

आज  अवसर पर,बीकेटीसी सदस्य महेंद्र शर्मा, प्रह्लाद पुष्पवान देवीप्रसाद देवली, धीरज मोनू पंचभैया ,राजेंद्र प्रसाद  डिमरी, नीलम पुरी, पूर्व सदस्य भास्कर डिमरी सहित  बदरीनाथ प्रभारी अधिकारी विपिन तिवारी मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान,  प्रशासनिक अधिकारी कुलदीप भट्ट, बीकेटीसी मीडिया प्रभारी  डा. हरीश गौड़ सुधाकर बाबुलकर सहित अधिकारी कर्मचारी, तीर्थ पुरोहित हक- हकूहकधारी तथा श्रद्धालुजन मौजूद रहे।



 उल्लेखनीय है कि 

*ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग श्री केदारनाथ धाम के कपाट 23 अक्टूबर को शीतकाल के लिए बंद होंगे।* 


•  *द्वितीय केदार मद्महेश्वर जी के कपाट  शीतकाल को  18 नवंबर को बंद होंगे मद्महेश्वर  मुख्य मेला 21नवंबर  आयोजित होगा।* 


*तृतीय केदारनाथ तुंगनाथ जी के कपाट शीतकाल हेतु 6  नवंबर को बंद होंगे* 


उखीमठ/ रूद्रप्रयाग 2 अक्टूबर 


।विश्व प्रसिद्ध ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग श्री केदारनाथ धाम के  कपाट 23अक्टूबर   बृहस्पतिवार भैया दूज  के पावन पर्व पर प्रातः 08:30 बजे शीतकाल के लिए बंद होंगे।


 कपाट बंद होने के  बाद इसी दिन बाबा केदार की पंचमुखी उत्सव डोली पहले पड़ाव रामपुर के लिए प्रस्थान करेगी। 


श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी) अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने  जारी संदेश में ग्यारहवें  ज्योर्तिलिंग श्री केदारनाथ के कपाट बंद पश्चात पंचमुखी डोली प्रस्थान कार्यक्रम सहित श्री मदमहेश्वर तथा श्री तुंगनाथ जी के कपाट बंद होने की तिथि निश्चित होने प्रसन्नता जतायी  श्रद्धालुओं से अपील की है कपाट बंद होने तर तीर्थस्थलों में  दर्शन का पुण्य लाभ अर्जित करें।


बीकेटीसी उपाध्यक्ष विजय कप्रवाण तथा उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती सहित मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल तथा केदारनाथ धाम प्रभारी अधिकारी यदुवीर पुष्पवान ने पंच केदारों में शामिल मंदिरों के कपाट बंद होने पर शुभकामनाएं दी हैं बताया कि अभी यात्रा निरंतर गतिमान है।


 बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि  भैयादूज गुरुवार 23 अक्टूबर को कपाट बंद के बाद  बाबा केदार की पंचमुखी देव डोली प्रथम पड़ाव रामपुर रात्रि विश्राम को पहुंचंगी।शुक्रवार 24 अक्टूबर  रामपुर से प्रस्थान कर  रात्रि विश्राम श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी और  शनिवार 25 अक्टूबर  गुप्तकाशी से  शीतकालीन गद्दीस्थल  श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचेगी।

वहीं द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर जी के कपाट मंगलवार 18 नवंबर को  प्रातः शुभमुहूर्त में बंद हो जायेंगे।श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में रावल  गद्दी को साक्षी मानकर  वेदपाठी आचार्यों की उपस्थिति में द्वितीय केदार श्री मद्महेश्वर जी के कपाट बंद होने की तिथि तय की गयी। पुजारी  शिवशंकर लिंग, वेदपाठी यशोधर मैठाणी वेदपाठी विश्व मोहन जमलोकी,  प्रभारी दीपक पंवार, प्रेम सिंह रावत,  सहित पंचगाई हकहकूकधारी मौजूद रहे।


कपाट बंद होने के बाद श्री मद्महेश्वर जी की  देवडोली 18 नवंबर को प्रथम पड़ाव  गौंडार को पहुंचेगी दूसरे दिन 19 नवंबर को राकेश्वर मंदिर तीसरे दिन 20 नवंबर को गिरिया तथा चौथे दिन  शुक्रवार 21 नवंबर को पंच केदार गद्दी स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी इसी दिन मुख्य रूप से मद्महेश्वर मेला भी आयोजित होगा।


तृतीय केदार श्री तुंगनाथ जी के कपाट शीतकाल हेतु गुरूवार  6 नवंबर को पूर्वाह्न  11 बजकर 30 मिनट पर बंद होंगे।

आज श्री तुंगनाथ जी के शीतकालीन गद्दीस्थल श्री मर्कटेश्वर मंदिर मक्कूमठ में मठापति रामप्रसाद मैठाणी की उपस्थिति में कपाट बंद होने की तिथि तय हुई।

इस अवसर पर प्रबंधक बलबीर नेगी,  चंद्र मोहन बजवाल,पुजारी अतुल मैठाणी अजय मैठाणी, मुकेश मैठाणी,प्रकाश डिमरी, विनोद डिमरी सहित अधिकारी कर्मचारी हक हकूकधारी मौजूद रहे।


कार्यक्रम अनुसार कपाट बंद होने के बाद  6 नवंबर श्री तुंगनाथ जी की विग्रह डोली प्रथम पड़ाव चौपता  7 नवंबर दूसरे दिन भनकुन तथा शनिवार 8 नवंबर तीसरे दिन  गद्दी स्थल श्री मर्कटेश्वर मंदिर मक्कूमठ पहुंचेगी।

श्री बदरीनाथ धाम नगर पंचायत एवं बीकेटीसी के संयुक्त तत्वावधान में  स्वच्छ भारत मिशन तथा स्वच्छता  सेवा  पखवाड़ा के अंतर्गत स्वच्छता अभियान आयोजित*

बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी सहित उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती एवं सदस्यगण, बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी/ कार्यपालक मजिस्ट्रेट विजय प्रसाद थपलियाल एवं अधिशासी अधिकारी ( ईओ) नगर पंचायत बदरीनाथ सुनील पुरोहित सहित पर्यावरण मित्र रहे शामिल।


श्री बदरीनाथ धाम: 

 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत मुख्य पुष्कर सिंह धामी के प्रदेश में  स्वच्छता सेवा पखवाड़ा मनाये जाने का आव्हान किया है। 


इसी  उपलक्ष्य में आज नगर पंचायत बदरीनाथ धाम तथा श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी), पर्यटन विभाग,  पुलिस प्रशासन, एसडीआरएफ ,आईटीबीपी, होमगार्ड आदि विभागों के संयुक्त तत्वावधान में स्वच्छता सेवा पखवाड़ा आयोजित हुआ। जिसके अंतर्गत बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी, उपाध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती,  वरिष्ठ सदस्य श्रीनिवास पोस्ती ,सदस्य महेंद्र शर्मा, सहित बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी/ कार्यपालक मजिस्ट्रेट विजय प्रसाद थपलियाल,  प्रभारी अधिकारी विपिन तिवारी ईओ नगर पंचायत बदरीनाथ सुनील पुरोहित, थाना प्रभारी नवनीत भंडारी ने पर्यावरण मित्रों तथा सभी विभागों के कर्मचारियों, तीर्थयात्रियों सहित तीर्थ पुरोहितों,  के साथ बदरीनाथ मंदिर परिसर, ब्रह्मकपाल, अलकनंदा तट गांधी घाट पर सफाई अभियान चलाया तथा स्वच्छता शपथ हेतु हस्ताक्षर अभियान में भी शामिल हुए ।झाड़ू से स्वयं सफाई कर स्वच्छता ही सेवा थीम को साकार किया।


इस अवसर पर श्री बदरीनाथ - केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने अपने संबोधन में कहा कि देश की आन-बान, शान को समर्पित राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ  ( आरएसएस) के शताब्दी वर्ष, तथा विजयदशमी के शुभ अवसर पर तथा राष्ट्र पिता महात्मा गांधी जी, भारत के  पूर्व प्रधानमंत्री आदरणीय लाल बहादुर शास्त्री जी  की जयंती पर आज परम सौभाग्य से मुझे  श्री बदरीनाथ धाम में श्री बदरीनाथ - केदारनाथ मंदिर समिति तथा नगरपंचायत बदरीनाथ के संयुक्त तत्वावधान में श्री बदरीनाथ धाम में "स्वच्छता ही सेवा” पखवाड़ा में शामिल होने का अवसर मिला।


देश के दूरदर्शी प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में देश भर में तथा यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय पुष्कर सिंह धामी तथा प्रदेश अध्यक्ष माननीय महेन्द्र भट्ट जी के दिशा निर्देश  में देश भर में 'स्वच्छता  ही सेवा "  अभियान चल रहा रहा है जोकि गौरव का विषय है।


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