जौनपुर:
जनपद केवल मक्का-मुल्ली- इमरती के कारण ही नहीं बल्कि रचनात्मक, सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक, आर्थिक कारणों से भी जाना जाता है। लगभग 25 वर्ष पूर्व एक जुझारू संघर्षशील युवा साथी श्री संजय सेठ जी ने "जेब्रा" की स्थापना कर सामाजिक कुरीतियों को दूर करने का संकल्प लिया था।
इस संस्था के माध्यम से बाढ़ पीड़ितों को सहायता राशि भेजना, जौनपुर के वनवासी (मुसहर) समाज के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों का चयन कर उच्च शिक्षा हेतु छाञवृति प्रदान करने के लिए प्रतियोगी परीक्षा कराने,कोरोना काल में जोखिम भरा जन सहयोग के साथ साथ एक सामाजिक बुराई के रूप में स्थापित हो चुके कृत्रिम वैभवशाली खर्चिले शादी -विवाह के कुरितियों को दुर करने का सफल प्रयास किया।
25 वर्ष पूर्व जिस सामूहिक विवाह की शुरुआत की गई थी। आज की सरकारों ने इसे स्वीकार ही नहीं अंगिकार भी कर लिया है।
फिर भी संजय सेठ जी ने जेब्रा के बैनर तले अपने सामूहिक विवाह के इस अभियान को जारी रखा है। प्रोफेसर अखिलेश्वर शुक्ला बताते हैं कि विदेशी आक्रमणकारी शासकों की कुदृष्टि से बचाने के लिए भारतीय बहन-बेटियों का विवाह जो राञिकालीन किया जाने लगा था। वह आज परम्परा के साथ साथ वैभवशाली खर्चिले दिखावे का रूप ले चुका है।
जिसमें सामान्य -निर्धन के साथ साथ धनसम्पदा वाले भी शारीरिक -मांसिक पीड़ा से ग्रसित हो रहे हैं। जेब्रा का यह श्लोगन - "सामूहिक विवाह: शर्म नहीं स्वाभिमान है।" के कारण सामूहिक विवाह लगातार सफलता प्राप्त कर रहा है। वास्तव में जब रात की जगह दिन के उजाले में लाल जोड़े में सज-धज कर दुल्हा-दुल्हन की बारात गाजा- बाजा,गाड़ी -घोड़ा-पालकी से सुसज्जित होकर निकलता है। जिसमें जनपद के सम्मानित गणमान्यजनों, बुद्धिजीवियों, व्यापारियों, पञकारों, सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक संगठनों से जुड़े हुए लोग बारातियों में सामिल रहते हैं। जिस रास्ते से बाराती गुजरते हैं।
-रास्ते में जनसामान्य की भीड़ देखते बनती है। यही नहीं शादी विवाह के लिए धर्म आधारित रीति रिवाज वैदिक कर्मकाण्डी पुरोहित द्वारा सम्पन्न कराया जाता है। शादी में कन्यादान में दिया जाने वाला सभी आवश्यक सामग्री यथा वस्त्र, आभूषण,गदा, पलंग,फल-मीठा आदि सम्मानजनक जीवन के लिए प्रदान किया जाता है। हां! यदि मुस्लिम या अन्य धर्मावलंबी जोड़ें होते हैं तो उनके भी रस्मोरिवाज का ख्याल रखा जाता है। तथा यथोचित ब्यवस्था किया जाता है। जेब्रा द्वारा संचालित/आयोजित इस कार्यक्रम के लिए महिनों पहले से तैयारियां शुरू हो जाती है। यह सामूहिक विवाह समारोह दिनांक -07 दिसंबर 2025 को मोहम्मद हसन महाविद्यालय के मैदान -सुखीपुर -जौनपुर शहर में होना है। जिसके लिए तहसील स्तर पर नव- जोड़ों के नाम पता प्राप्त करने (नामांकन) कराने के लिए मोबाइल नंबर जारी किया गया है
-जो इस प्रकार है।....….... शाहगंज -09616743104./मड़ियाहूं -08175084086./केराकत -09794944106./बदलापुर -08545835866./मछलीशहर -09415660321./मुंगराबादशाहपुर -09005173073. के साथ साथ 09839876192.../09415141094.../09335362019.../08887981482...-/-09838971714.../-09918189888 ...पर माता पिता अभिभावक सम्पर्क कर सकते हैं। सामूहिक विवाह समारोह सकुशल संपन्न हो। इसके लिए अभी से तैयारी चल रही है। जौनपुर जनपद वासियों के लिए बहुत ही सौभाग्यशाली दिवस होता है जब दहेज रहित गाजे बाजे शहनाई की सुमधुर आवाज के साथ यह शुभ कार्य सम्पन्न होता है।
हम सभी जेब्रा परिवार के लिए, नवजोडो के सुखद जीवन के लिए, वैवाहिक समारोह की सफलता के लिए शुभकामना ब्यक्त करते हैं ।
सामाजिक समरसता की जय हो --
जनहित में - प्रोफेसर (डॉ) अखिलेश्वर शुक्ला, पूर्व प्राचार्य/ विभागाध्यक्ष -राजनीति विज्ञान, राजा श्री कृष्ण दत्त स्नातकोत्तर महाविद्यालय - जौनपुर।
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