देहरादून:
आज उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में चारों तरफ तबाही का मंजर देखने को मिला।
अति वृष्टि के कारण जहां एक और सहस्त्रधारा रोड पर बादल फटने से अनेक भवनों, होटल बाजारों को नुकसान पहुंचा है और जनहानि की अभी कोई सटीक सूचना नहीं मिल पाई है।
वहीं दूसरी ओर रायपुर की तरफ माल देवता में भी सड़क टूट गई है ।
इसके अलावा देहरादून के ही टपकेश्वर महादेव मंदिर में सीडीओ तक पानी पहुंच गया है।
सहसपुर और विकास नगर की बात करें तो टोंस नदी भी अपना रौद्र रूप दिखा रही है।
कई लोग नदी में फंसे हैं जिनको जवानों द्वारा रेस्क्यू किया गया है।
अगर हम थोड़ा नीचे आ जाएं डोईवाला की तरफ डोईवाला में भी टोल टैक्स के से पहले भी भारी बारिश के कारण नुकसान होता हुआ दिखाई दिया है और सॉन्ग नदी का जल स्तर काफी बढ़ जाने से डोईवाला दुर्गामल कॉलेज निकट उसके तहसील परिसर में अत्यधिक मात्रा में पानी भर गया है ।
इसके अलावानव निर्मित जो मोक्ष धाम है उसमें भी बहुत अधिक पानी आ गया है ।
हम आगे चले जाते हैं तो लाल थप्पड़ स्थित डेंटल कॉलेज के निकट फन वैली जहां है और जहां जाखन नदी का एरिया पड़ता है वहां भी जो पूरा पुराना पुल था पर वह पूर्ण तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है और बड़े-बड़े गड्ढे वहां दिखाई दे रहे हैं ।मतलब इतना रौद्र रूप नजर आ रहा है ,इसे देखकर लोग डर जाएंगे, इस और से हरिद्वार-देहरादून हाइवे अभी बंद है।
बिजली की कई लाइन जो क्षतिग्रस्त हो गई है जिससे बहाने वाला और लाल तप्पड़ के इलाके में जो है अठुर वाला में भी बिजली आज पहुंचने की संभावना नहीं है ।
नेपाली फार्म से भी हमें कुछ अपडेट आ रही है ब्लॉक प्रमुख गौरव चौधरी वहां पर पहुंचे और उन्होंने बताया कि नेपाली फार्म की तरफ भी पुल है वहां पानी आ गया है तो लोग देखकर ही वहां से आएं -जाएं .
ऋषिकेश की साइड हम जाए तो चंद्रभागा नदी ने भी अपना रौद्र रूप दिखाया है और उसका पानी काफी ऊपर तक आया है नटराज चौक की तरफ भी पानी भराव की सूचना है।
ग्रामीण इलाकों से अगर हम बात करें तो चक जोगीवाला गांव में जाकर नदी का पानी जंगल के रास्ते चांडी की तरफ से होते हुए कहीं स्थान पर घुस गया है ।
खेतों में धान की फैसले बर्बाद हो गई हैं लोगों के घर में पानी पहुंच गया है और बाकी तो आप देख रहे हैं फेसबुक पर बहुत सारी वीडियो लाइव चल रही हैं ।
जगह-जगह पर टीवी चैनल और रील बनाने वालों की बहार है परंतु अब हम असली मुद्दे पर आ जाते हैं क्या आप जानते हैं इतनी बारिश क्या यहां पहली बार हुई है तो इसका जवाब नही है । हमेशा से इतनी बारिश होती है तो पानी ने इस तरीके का रूप क्यों दिखाया है।
इसका मुख्य कारण क्या बनता है? इसका मुख्य कारण बनता है निर्माण करने के लिए अंधाधुंध निर्माण करने के लिए हमने जो जगह-जगह पले हुए पेड़ों को काटा है लूपिंग के नाम पर उनको जड़ से उखाड़ है।
दोबारा उसे स्थान पर पेड़ न लगाने की जहमत उठाई है यह सब उनका परिणाम है ।
नदियों के किनारे सेटलमेंट स्थापित करना नदियों की अनदेखी करना सड़के वृक्ष विहीन कर देना यह सबसे बड़ा कारण है।
सरकारी निर्माण भी नियमों को ताक पर रखकर बनाए जाते हैं अभी हाल में डोईवाला में जो तहसील परिसर बना है नया तहसील परिसर बना है वहां पानी आ गया है दुर्गा मल्ल में भी जो काफी विस्तार किया गया है ।मोक्ष धाम पर इतना पैसा लगाया गया है सिपेट पर भी ऑलरेडी विस्तारीकरण चल रहा है ।
परंतु यह तो तय था कि सॉन्ग नदी अपना रोड रूप धारण करेंगी तो पानी जो है सभी जगह घुस जाएगा । फिर भी इन स्थानों पर निर्माण किया गया यह बहुत ही बड़ा सवालिया निशान है .यह केवल यही की बात नहीं है जहां-भी पानी आ रहा है इस तरीके से और अंधाधुन पुल टूट रहे हैं हाईवे नष्ट हो रहे हैं सबकी एक ही गाथा है और वह है निर्माण के लिये वृक्षों को जड़ से उखाड़ देना। वृक्षारोपण नहीं करना प्रकृति से छेड़छाड़ करना।
तो यह तो "यह अभी झांकी है और बाकी सब कुछ आना बाकी है "तो मित्र इंतजार कीजिए;
आपदा इसी तरह से आती रहेगी कहकर नहीं आएगी 4:00 बजे से यह रौद्र रूप होना प्रारंभ हुआ था और 6:00 बजे तक खबरें आ गई थी 2 घंटे में ही पूरे देहरादून में पानी पानी पानी पानी....
हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर लालतप्पड़ क्षेत्र में सीमा डेंटल कॉलेज के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारी बारिश के कारण पुलिया का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त होने से पुलिस द्वारा उक्त मार्ग पर यातायात को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित करते हुए देहरादून से हरिद्वार की ओर आने व जाने वाले वाहनो को भानियावाला तथा नेपाली फार्म से डायवर्ट किया गया है।
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