प्रदेश काँग्रेस महामंत्री नवीन जोशी ने कहा कि उत्तराखंड में “1 लाख करोड़ की ग्राउंडिंग” का उत्सव मनाया जा रहा है, लेकिन प्रदेश की ज़मीन पर रोज़गार, निवेश और विकास केवल पोस्टरों और भाषणों में ही सीमित रह गया है।
केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह के रुद्रपुर आगमन का कांग्रेस स्वागत करती है, परंतु यह पूछना ज़रूरी है:
कौन सा निवेश, कहां है रोजगार?
• क्या भाजपा सरकार बताएगी कि 1 लाख करोड़ का निवेश किस जिले में, कौन सी कंपनी ने, और कितने रोजगार दिए?
• 2018 में भी इन्वेस्टर्स समिट हुआ था, उसका क्या नतीजा निकला?
• बेरोज़गारों के पंजीकरण के आँकड़े खुद सरकार की वेबसाइट पर हैं – 7 लाख से अधिक युवा आज भी नौकरी के लिए भटक रहे हैं।
निवेश नहीं, इवेंट मैनेजमेंट चल रहा है
• जिस राज्य में स्वास्थ्य, शिक्षा, भर्ती और कृषि जैसे बुनियादी क्षेत्र संकट में हों, वहां इस तरह के उत्सव जनता का अपमान है।
• अमित शाह जी ने अपने भाषण में पुराने वादों का ज़िक्र तक नहीं किया – क्या ये मान लिया जाए कि पुराने सभी वादे फेल हो चुके हैं?
कांग्रेस की मांग: पारदर्शिता और जनता को जवाब
1. प्रत्येक निवेश समझौते की सार्वजनिक जानकारी जारी की जाए।
2. अब तक की इंडस्ट्री ग्राउंडिंग की जांच स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाए।
3. रोजगार देने के दावे पर श्वेत पत्र (White Paper) लाया जाए
“भाजपा सरकार के पास ना नीति है, ना नीयत।
अमित शाह जी को यह बताना चाहिए कि हर वर्ष रोजगार के जो वादे किए गए थे, उनका क्या हुआ? रुद्रपुर जैसे औद्योगिक नगर आज भी बुनियादी सुविधाओं को तरस रहे हैं। निवेश की जगह ‘बयानबाजी’ हो रही है। जनता अब सवाल पूछ रही है, जवाब देना होगा।”।
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