प्रोजेक्ट इन्क्लूजन के अंतर्गत देहरादून में 'सेंटर फॉर एक्सीलेंस' का लॉन्च, जो विकासात्मक दिव्यांग बच्चों के लिए व्यापक सहायता प्रदान करेगा
देहरादून;
आशा और समर्थन का एक नया अध्याय शुरू होने वाला है, क्योंकि श्री अरबिंदो सोसाइटी की शिक्षा शाखा, रूपांतर की एक पहल 'प्रोजेक्ट इन्क्लूजन' के अंतर्गत 9 जून, 2025 को 'सेंटर फॉर एक्सीलेंस' का अनावरण किया जा रहा है।
यह सेंटर दिव्यांगता प्रभावित या जोखिम वाले बच्चों और उनके परिवारों के लिए महत्वपूर्ण सहायता और व्यापक सेवाएं प्रदान करने एवं उनके समग्र विकास और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।
देहरादून का यह 'सेंटर फॉर एक्सीलेंस' बच्चों और उनके देखभाल करने वालों के लिए पुनर्वास सेवाओं का एक व्यापक स्पेक्ट्रम प्रदान करेगा ।
विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की विविध आवश्यकताओं को समझते हुए, केंद्र निम्नलिखित निःशुल्क सेवाएं प्रदान करेगा:
● थेरापयूटिक इंटरवेंशन (चिकित्सीय हस्तक्षेप): इसमें ऑक्यूपेशनल थेरेपी, स्पेशल एजुकेशन, स्पीच थेरेपी और फिजियोथेरेपी शामिल हैं।
● मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन: आवश्यक मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन और परामर्श प्रदान करना।
● समग्र विकास कार्यक्रम: आकर्षक समूह गतिविधियों को सुविधाजनक बनाना।
● केयर गिवर (देखभालकर्ता) सशक्तिकरण: विशेषज्ञ के नेतृत्व में माता-पिता को परामर्श और मार्गदर्शन सेवाएं प्रदान करना।
प्रोजेक्ट इन्क्लूजन की मुख्य कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सिम्मी महाजन कहती हैं, "हम देहरादून में अफोर्डेबल 'सेंटर फॉर एक्सीलेंस' लाने के लिए बेहद उत्साहित हैं। हमारा मिशन विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों को प्रारंभिक हस्तक्षेप और दीर्घकालिक विकासात्मक सहायता प्रदान करना है, यह सुनिश्चित करना है कि उन्हें आगे बढ़ने का हर अवसर मिले।
माता-पिता और देखभाल करने वालों को सशक्त बनाना भी उतना ही महत्वपूर्ण है, ताकि उन्हें अपनी यात्रा को सफलतापूर्वक नेविगेट करने के लिए आवश्यक विशेषज्ञ मार्गदर्शन और सहायता प्रदान की जा सके।"
इस सुविधा के लिए जगह देहरादून के एक प्रमुख सामाजिक व्यक्ति और श्री अरबिंदो सोसाइटी के सलाहकार श्री राजेश नैथानी द्वारा उपलब्ध कराई गई है।
उन्होंने कहा कि समावेशन के प्रति प्रोजेक्ट इंक्लूजन की अटूट प्रतिबद्धता ने उन्हें इस उद्देश्य का समर्थन करने के लिए प्रेरित किया है।
प्रोजेक्ट इन्क्लूजन के बारे में:
2016 में प्रारंभ किया गया प्रोजेक्ट इनक्लूज़न, श्री अरबिंदो सोसाइटी की रूपांतर पहल के अंतर्गत एक मिशन मोड कार्यक्रम है, जो शिक्षा में समावेशन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
इसका उद्देश्य शिक्षकों, विशेष शिक्षकों, विद्यालय कर्मियों और अन्य हितधारकों को न्यूरो-डिवेलपमेंटल डिसऑर्डर्स वाले बच्चों को प्रभावी ढंग से सहयोग करने हेतु सक्षम बनाना है।
इसके अंतर्गत एक एंड-टू-एंड, बहुभाषी, मोबाइल-आधारित डिजिटल समाधान का विकास किया गया है, जिसके अंतर्गत अब तक 3.5 लाख से अधिक शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा चुका है, जिनमें से 1.7 लाख से अधिक शिक्षक ऐप पर पंजीकृत हैं।
मैदान स्तर पर प्राप्त अनुभवों के आधार पर Centre for Excellence (उत्कृष्टता केंद्र) स्थापित किए गए हैं, जो 1 वर्ष से 12 वर्ष या उससे अधिक आयु के बच्चों को शारीरिक, बौद्धिक, विकासात्मक और संवेदी दिव्यान्ताओं के साथ प्रारंभिक, समावेशी और समग्र सहयोग प्रदान करते हैं।
वर्तमान में ये केंद्र गाज़ियाबाद, तिरुपति, मुंबई और अब देहरादून में संचालित हो रहे हैं। इन केंद्रों के माध्यम से बच्चों, उनके परिवारों और अन्य प्रमुख हितधारकों के लिए निःशुल्क या नाममात्र दरों पर व्यापक सेवाएं प्रदान की जा रही हैं । जल्द ही दिल्ली और चंडीगढ़ में भी ऐसे केंद्र शुरू किए जाएंगे।
श्री अरबिंदो सोसाइटी के बारे में:
श्री अरबिंदो सोसाइटी, श्री अरबिंदो और द मदर के दृष्टिकोण और आदर्शों के लिए समर्पित एक वैश्विक संगठन है। यह शिक्षा, संस्कृति, आध्यात्मिकता और सामाजिक विकास सहित विभिन्न क्षेत्रों में काम करता है, जिसका लक्ष्य मानवता का उत्थान करना है।
श्री अरविंदो सोसायटी द्वारा सामाजिक क्षेत्र में अपने सक्रिय योगदान के लिए सामाजिक कार्यकर्ता पुरुषोत्तम डोभाल एवं रविन्द्र बेलवाल को सम्मानित किया गया ।
इस अवसर पर नरेंद्र नेगी नगरपालिका अध्यक्ष, राजेश नैथानी, राहुल शर्मा, राकेश, राजेश त्रिवेदी,अमित कुकरेती, मनीष नैथानी, पुरुषोत्तम डोभाल आदि उपस्थित रहे।
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