डोईवाला;
शहरी विकास एवं वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल इस्तीफा के पश्चात अपने नगर डोईवाला पहुंचे जहां पर उनके स्थिति के विरोध में व्यापार मंडल अध्यक्ष के आह्वान पर सभी व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद किए हुए थे और वह चौक बाजार में एकत्रित होकर अपना विरोध जाता रहे थे।
बाजार बंद के दौरान सैकड़ो व्यापारी और अन्य राजनीतिक दल सामाजिक कार्यकर्ता डोईवाला चौक पर एकत्र हुए जहां पर उन्होंने आक्रोश व्यक्त कर धरना दिया।
डोईवाला बाजार बंद होने की खबर लगते ही पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल व्यापारियों और जनता की बीच पहुंचे।
उन्होंने कहां की जिंदगी स्थान पर व्यापारियों द्वारा अपने प्रतिष्ठान बंद किया जा रहे हैं उनसे मैं अपने प्रतिष्ठान खोलने की अपील करता हूं और इसी कारण में हुई वाला भी पहुंचा हूं ।
उन्होंने व्यापारियों से अपने प्रतिष्ठान खोलने की अपील करते हुए कहा कि सबका साथ,सबका विकास और सबके सहयोग से उत्तराखंड प्रदेश को बनाने में सभी ने एक साथ मिलकर लड़ाई लड़ी है! देवभूमि की धरती पर सभी लोग संयम से काम ले,तभी उत्तराखंड का विकास संभव है ।
व्यापार मंडल अध्यक्ष रमेश वासन ने कहा कि उत्तराखंड में जिस तरह का माहौल बनाकर कुछ चंद लोग पहाड़-मैदान की गंदी राजनीति कर रहे हैं ।वह प्रदेश के लिए ठीक नहीं है। कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष अब्दुल रज्जाक और बसपा नेता गोपाल शर्मा ने कहा कि उत्तराखंड सर्व समाज का प्रदेश है सभी को आपस में भाईचारा बनाकर प्रेम भाव के साथ रहना चाहिए।
उत्तराखंड राज्य आंदोलन की लड़ाई मैं सभी का सहयोग बराबर बराबर रहा है
इसलिए क्षेत्रवाद जातिवाद मैदानीवाद पहाड़ी वाद की बात ना करके विकास वाद की बात करनी चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन भीम गुप्ता ने किया।
इस दौरान पूर्व प्रधान अब्दुल रज्जाक, व्यापार मंडल महामंत्री सुबोध जिंदल, फुरकान अहमद कुरेशी,एडवोकेट मनीष धीमान, भीम गुप्ता, प्रतीक अरोड़ा, कमल गोला, सोनी कुरैशी, दीपक गोयल अजय गुप्ता, मनीष नारंग, गगन नारंग,राकेश गुप्ता नवीन अग्रवाल, सुनील सैनी, अजय सैनी, अनूप अग्रवाल,गोपाल शर्मा विनय जिंदल,सुबोध जिंदल,रमेश वासन, कुरैशी,राजेश शृंगारी,दीपक गोयल,प्रमोद गोयल,प्रतीक अरोड़ा, इंद्रेश अरोड़ा, ललित सिंगल, विशाल गुप्ता, उपकार अग्रवाल,कमल अरोड़ा,प्रमोद गोयल,मनुज गुप्ता,विमल गोला,कमल गोला, गौरव गोयल,विशाल गुप्ता,नवीन अग्रवाल,अजय सैनी,कैलाश मित्तल,आनंद गुप्ता, ऋषि अग्रवाल अब्दुल कादिर आदि सैकड़ो की संख्या में व्यापारी और क्षेत्रवासी मौजूद रहे!
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