कूटनीति का प्रभाव: मोदी सरकार ने विदेश में रह रहे लगभग 10,000 भारतीयों को कैसे मुक्त करवाया
मोदी सरकार के सकारात्मक और निरंतर कूटनीतिक प्रयासों ने पिछले एक दशक में विभिन्न देशों में हजारों भारतीय नागरिकों की रिहाई और माफी को आसान बनाया है। इसका सबसे ताजा उदाहरण संयुक्त अरब अमीरात द्वारा 500 भारतीय कैदियों को माफ करना है, जो भारत और खाड़ी देश के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को दर्शाता है। 2014 से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व ने कूटनीतिक वार्ता और उच्च-स्तरीय हस्तक्षेप के माध्यम से विदेशों में कैद लगभग 10,000 भारतीयों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करके विदेश में भारतीय नागरिकों के कल्याण को प्राथमिकता दी है। राजनयिक प्रयासों के कारण भारतीय नागरिकों की रिहाई के प्रमुख उदाहरण: • संयुक्त अरब अमीरात द्वारा 2,783 भारतीय कैदियों को क्षमादान: ◦ 2025: रमजान 2025 से पहले, 500 से अधिक भारतीय कैदियों को क्षमादान दिया गया।1 ◦ 2024: ईद अल फितर और संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रीय दिवस से पहले, 944 भारतीय कैदियों को क्षमादान मिला। ◦ 2023: 2023 में संयुक्त अरब अमीरात अधिकारियों द्वारा 700 से अधिक भारतीय कैदियों को क्षमादान दिया गया। ◦ 2022: कुल 639 भारतीय कैदियों को क्षमादान दिया गया। • सऊदी अरब द्वारा भारतीय नागरिकों की रिहाई: ◦ 2019: क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने भारत की अपनी यात्रा के दौरान 850 भारतीय कैदियों की रिहाई का आदेश दिया, जो एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक सफलता थी।2 • कतर द्वारा भारतीय नौसेना के दिग्गजों की रिहाई: ◦ 2023: कतर में भारतीय नौसेना के आठ सदस्यों को मौत की सजा सुनाई गई। भारत सरकार के कूटनीतिक हस्तक्षेप के कारण उनकी सजा कम कर दी गई, जिसके बाद उनमें से अधिकांश को रिहा
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