एक शानदार कार्यशैली वाले अधिकारी से जनता की जो अपेक्षाएं होती है वो डीएम देहरादून सविन बंसल में नज़र आ रही है। कड़क निर्देश, अक्षरशः पालन , जनता हिट, त्वरित कार्यवाही, विभाग कर्मचारियों की ततपरता और जवाबदेही, स्पष्ट लक्ष्य ।
सभी कुछ डीएम देहरादून के नज़रिए को स्पष्ट करता है कि उन्हें उनका कार्य करने से कोई नही रोक सकता।कल भी डीएम देहरादून ने ऐसे ही कड़े निर्देशों उप जिला चिकित्सालय ऋषिकेश को दिए।
देहरादून :
जिलाधिकारी सविन बंसल ने ऋषिपर्णा सभागार में राजकीय उप जिला चिकित्सालय ऋषिकेश प्रबन्धन समिति बैठक करते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी एवं उप जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों को चिकित्सालय में मरीजों एवं तीमारदों की समस्या को देख व्यथित होकर दिए सख्त निर्देश।
जिलाधिकारी ने कहा कि चिकित्सालयों में उपलब्ध सुविधाओं एवं सेवाओं का लाभ जनमानस को मिले यही ध्येय होना चाहिए। उन्होंने चिकित्सालय का आईसीयू बंद होने पर कड़ी नाजराजगी जाहिर करते हुए 15 दिन के भीतर आईसीयू संचालन करने के निर्देश दिए ऐसा नही करने पर कार्यवाही की चेतावनी दी।
जिलाधिकारी ने चिकित्सालय में बल्ड बैंक की सैपरेट यूनिट की स्वीकृति देते हुए बल्ड बैंक के 24 घंटे संचालन के लिए पद न होते हुए भी 04 लैब टैक्निशियन व 04 लैब सहायक का हल निकालते हुए मस्ट्रोल पर कार्मिकों की तैनाती दी स्वीकृति। इसके अतिरक्ति चिकित्सालय को 01 एएलएस एम्बुलेंस की सीएसआर मद से तथा रक्तकोष में कम्पोनेटे हेतु मशीनरी एवं उपकरण आदि की स्वीकृति दी।
जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी एवं सीएमओ को अस्पताल का संयुक्त निरीक्षण करते हुए समुचित व्यवस्था को सुगम बनाने के आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कहा कि किसी भी प्रकार के उपकरण की कमी नही होनी चाहिए, चिकित्सालय में जनमानस के लिए सुविधा को बढायें इसके लिए धन की कमी नही होने दी जाएगी। साथ ही सीएमओ को निर्देशित किया कि उप जिला चिकित्सालय ऋषिकेश एवं जिला अस्पताल कोरोनेशन ब्लड डोनर यूनिट के तकनीकि परीक्षण हेतु हल्द्वानी मेडिकल कालेज के बजाय दून अस्पताल से टाईअप करने हेतु अग्रिम कार्यवाही करें।
जिलाधिकारी ने हिदायत दी कि यदि चिकित्सालय संचालन में मनमानी किये जाने की शिकायत मिली तो सम्बन्धित के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही करने मेें किसी भी प्रकार का गुरेज नही करेंगे। उन्होंने कहा कि चिकित्सालय निरीक्षण के दौरान जो अव्यवस्थाएं देखने को मिली वह भविष्य में न दिखे यह ध्यान रखें।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संजय जैन, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ प्रदीप कुमार चंदोला, समिति के अन्य सदस्यों सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।
-
सरकारी स्कूलों के बच्चों की आधुनिक सुविधा व पढाई के साथ ही खेल के लिए अच्छा माहौल उपलब्ध कराना हेतु डीएम
देहरादून ने निर्देश दिए है,जनपद में स्कूलों के आधुनिकीकरण एवं स्कूलों में व्यवस्थित ढंग से लाईट, फर्नीचर, वाईट बोर्ड, एलएईडी, कम्प्यूटर, उपकरण खेल अवस्थापना सुविधा विकसित करने के उद्देश्य से जिलाधिकारी सविन बंसल के साथ ओएनजीसी एवं हुडको के अधिकारियों/प्रतिनिधियों द्वारा अलग-2 बैठक कर स्कूलों में उपकरण एवं अवस्थापना हेतु सहयोग पर विस्तृत चर्चा की।
जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि ब्लॉकवार ऐसे विद्यालयों को चिहिन्त कर सूची प्रेषित करेंगे, जिनमें अवस्थापना सुविधाओं को विकसित किया जाना है, इसके लिए एक सप्ताह के अन्तर्गत प्रस्ताव प्रस्तुत करने हैं। जनपद के समस्त स्कूलों में एलईडी स्मार्ट टीवी, फर्नीचर, डेस्क आदि व्यवस्थाएं में हुडको जिला प्रशासन सहयोग करेगा। जिसका प्रस्ताव उपलब्ध कराने को कहा गया। जिलाधिकारी ने कहा कि अच्छे माहौल में शिक्षा पाना सभी बच्चों का हक है उन्होंने इस पुनीत कार्य से जुड़ने हेतु संस्थान एवं संगठनों को जुड़ने का अनुरोध किया।
हुडको के प्रतिनिधियों ने बताया कि समाचार पत्रों एवं न्यूज चैनलों में जिलाधिकारी सविन बंसल द्वारा जनपद देहरादून में स्कूलों के आधुनिकीकरण के लिए किये जा रहे इनावेेटिव प्रयास तथा कार्यों को सुनकर जनपद देहरादून में शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग की उत्सुकता जगी, जिस पर वह डीएम कार्यालय में मिलने आए। वहीं ओएनजीसी के अधिकारियों ने भी इस क्षेत्र में कार्य करने की उत्सुकता व्यक्त की।
जिलाधिकारी ने जनपद देहरादून में स्कूलों में मूलभूत सुविधा सहित वाईट बोर्ड, प्रत्येक कक्ष में दो एलईडी लाईट, फर्नीचर, आउटडोर स्पोर्टस लाईब्रेरी, कामिक्स, स्वच्छ पेयजल आदि समुचित व्यवस्थाएं करने की दिशा में कार्य आरम्भ किया है, जिसके लिए 1 करोड़ की धनराशि मुख्य शिक्षा अधिकारी के निवर्तन के पर रखी गई है, आवश्यकता पड़ने पर पुनः और धराशि उपलब्ध कराई जाएगी। जिलाधिकारी द्वारा स्कूलों के आधुनिकीकरण की इस पहल से जुड़ने के लिए सामाजिक संगठनों सहित बड़े प्रतिष्ठानों से भी आह्वान किया गया है।
जिलाधिकारी की पहल पर प्रत्येक स्कूल में न्यूज़पेपर, मैगज़ीन, शब्दकोश और महापुरुषों की जीवनियाँ अनिवार्य रखे जाने के निर्देश दिए ताकि बच्चे व्यवसायिक शिक्षा के साथ-2 महापुरूषों की जीवनी से परिचित हो सके। जिलाधिकारी ने स्कूलों की कक्षाओं में मूलभूत सुविधा, लाईट, पानी, पेयजल, शौचालय उपलब्ध हों पानी की टंकियों की मरम्मत, साफ-सफाई एवं सुरक्षा हेतु इंतजाम के साथ ही गुणवत्तायुक्त पोष्टिक भोजन सुनिश्चित करने हेतु मुख्य शिक्षा अधिकारी एवं सम्बन्धित खण्ड एवं उप शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया। डीएम ने मुख्य शिक्षा अधिकारी एवं प्रधानाचार्यों को आस्वस्त किया कि व्यवस्थाओं की पूर्ति हेतु जो धनराशि के अंतरात को पूर्ण करने की जिम्मा डीएम का है।
-
एक टिप्पणी भेजें