फरीदाबाद :
एक निजी कंपनी के प्रोडक्शन मैनेजर ने फांसी लगा आत्महत्या कर ली। उनका शव घर के टॉयलेट में फंदे से लड़का मिला।
घटना की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। परिजनों ने कंपनी प्रबंधक को जिम्मेदार ठहराते हुए केस दर्ज कराया है।
मृतक की पहचान अशोका इन्क्लेव सेक्टर 35 फरीदाबाद निवासी गंभीर सिंह राणा के रूप में हुई है। वे मूल रूप से टिहरी जिले के प्रतापनगर विधानसभा के जौलंगी गांव के रहने वाले थे।
उनकी बेटी मानसी राणा ने पुलिस में दी शिकायत में कहा है कि उनके पिता बीते 26 साल से कॉल स्टार्ज एंडोस्कोपी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी नारायणा विहार दिल्ली ऑफिस में प्रोडक्शन मैनेजर थे।
पिछले 10-15 दिनों से कंपनी के डायरेक्टर हेमंत आनंद, सर्विस मैनेजर रूप नंदा, विशाल अरोड़ा, हर्ष खुराना, आयुष जैन एवं अन्य अधिकारी उन्हें ऑफिस के काम को लेकर मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे व उनपर इस्तीफा देने का दवाब बना रहे थे।
यही नहीं इस्तीफा न देने पर उन्हें झूठे केस में फंसाकर जेल भिजवाने की धमकी दे रहे थे और उनसे कुछ प्लेन पेपर्स पर साइन भी करा लिए थे।
इसी टेंशन में 29 अगस्त को ऑफिस जाते हुए उनकी कर का एक्सीडेंट हो गया था। उन्हें इलाज के लिए हॉस्पिटलाइज किया गया। कंपनी के लोगों ने उन्हें वहां आकर भी धमकाया।
बेटी का आरोप है कि कंपनी द्वारा मानसिक रूप से प्रताड़ित किए जाने के चलते ही उनके पिता ने 1 सितम्बर की दोपहर लगभग साढ़े 12 बजे टॉयलेट में फांसी लगा अपनी जीवन लीला समाप्त कर दी।
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