प्रदेश भर में कल रात हुई भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर जन-जीवन प्रभावित होने की सूचना प्राप्त होने पर मुख्यमंत्री ने चरित्र गति से कार्य करने के निर्देश दिए हैं और साथ कहा है कि वह स्वयं आपदा प्रभावित स्थानों का हवाई निरीक्षण करेंगे, इसी कड़ी में उन्होंने टिहरी गढ़वाल में स्थलीय निरीक्षण भी किया.
रेस्क्यू टीमों द्वारा रात भर अभियान चलाकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है। स्थानीय प्रशासन से लगातार संपर्क में हूँ और प्रभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ़ और एसडीआरएफ़ की टीमों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं।
*रामबाड़ा, भीमबली, जखनियाली व अन्य अधिक प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य संचालित किए जा रहे हैं। प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी बात करके वस्तुस्थिति की जानकारी ले रहा हूँ। स्थानीय प्रशासन को नुक़सान का आकलन कर त्वरित रूप से कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
प्रत्येक प्रदेशवासी और अन्य प्रदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, जिसके लिये हमारी पूरी टीम तत्परता के साथ कार्य कर रही है। आप सभी से अनुरोध है कि मौसम और परिस्थिति की जानकारी लेकर ही यात्रा करें। चार धाम यात्रा के रजिस्ट्रेशन को आज के लिए स्थगित कर दिया गया है.
सीआरएफ और एनडीआरएफ के जवान अनेक स्थानों पर उत्तराखंड में चला रहे हैं रेस्क्यू अभियान
श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग पर सोनप्रयाग से भीमबली के बीच पैदल मार्ग पर फंसे हुए यात्रियों को एसडीआरएफ की टीमों के द्वारा दुर्गम पहाड़ी रास्तों से होकर वैकल्पिक मार्ग बनाकर यात्रियों को सुरक्षित रूप से निकाला जा रहा है।
घनसाली क्षेत्र के घनसाली–केदारनाथ मोटरमार्ग पर मुयालगांव के समीप मोटर पुल के ध्वस्त होने के कारण, SDRF टीम द्वारा घनसाली ने ग्रामीणों और यात्रियों की सुरक्षा के लिए एक वैकल्पिक मार्ग तैयार किया है।
SDRF टीम ने लगभग 1,00 से अधिक यात्रियों और ग्रामीणों को रोप की सहायता से सुरक्षित पार कराया। इसके साथ ही, एक स्थानीय नागरिक, जिनकी स्वास्थ्य स्थिति अत्यधिक खराब थी, उन्हें स्ट्रेचर के माध्यम से लाया गया और एंबुलेंस द्वारा अस्पताल पहुंचाया गया।
कमांडेंट एसडीआरएफ श्री मणिकांत मिश्रा के निर्देश पर रेस्क्यू दल का राहत और बचाव कार्य अभी भी जारी है, और वे स्थिति को संभालने और प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए तत्पर हैं।
मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए रेड अलर्ट के चलते एवं आयुक्त गढ़वाल मंडल द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में चार धाम यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत दिनांक 01 अगस्त 2024 को चार धाम यात्रा के जो यात्री संबंधित जनपद में पहुँच गये हैं उनकी आगे यात्रा के लिए संबंधित ज़िले की ज़िलाधिकारी अपने स्तर से निर्णय लेंगे।हरिद्वार तथा ऋषिकेश में स्थित पंजीकरण केंद्र में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया कल स्थगित रहेगी।
*जनपद रुद्रप्रयाग में विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए लोगों का हेलीकाप्टर के माध्यम से रेस्क्यू किया जा रहा है। अभी तक बड़ी संख्या में लोगों को आपदा प्रभावित क्षेत्रों से सुरक्षित निकाल लिया गया है। हमारी सरकार आपदा की इस घड़ी में स्थानीय जनता और पर्यटकों की सुरक्षा के लिए तत्परता के साथ कार्य कर रही है।*
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मल दिनांक 31-07-2024 को केदारनाथ में भारी बारिश के कारण भीमबली में एमआरपी के पास 20 से 25 मीटर पैदल रास्ता वाशआउट हो गया है,और रास्ते में बड़े -बड़े बोल्डर आ गये है। मौक़े पर रेस्क्यू टीमें तैनात है। लगभग 200 यात्रियों को भीमबली GMVN में सुरक्षित रोका गया था।
सेक्टर गौरीकुंड द्वारा सूचना प्राप्त हुई है कि नदी का जल स्तर बढने के कारण मंदिर खाली करवा दिया गया था।
रात में ही सेक्टर सोनप्रयाग द्वारा सूचना प्राप्त हुई है कि नदी का जल स्तर बड़ने के कारण पार्किंग खाली करा दी गई थी।
हरिद्वार में मकान के मलबे में कुछ व्यक्ति के दबे होने की सूचना के पश्चात जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्बयाल तथा एसएसपी प्रमेन्द्र डोभाल ने हॉस्पिटल पहुंचकर घायलों का हालचाल जाना तथा डॉक्टरों को दिए बेहतर बेहतर इलाज के निर्देश. डीएम ने निर्देश दिए कि उपचार मे न हो किसी भी प्रकार की कमी.
गौरतलब है कि अति वर्षा के कारण मकान की छत गिर जाने से आस मुहम्मद (आयु 10 वर्ष ) निवासी भौरी ढेरा तथा नगमा (आयु 8 वर्ष ) की मोके पर ही मृत्यु हो गई है.इसके अतिरिक्त 6 घायल व्यक्तियों को मैक्स हॉस्पिटल लंढोरा भेजा गया है.
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