*राहत कार्यों में तेजी लाए प्रशासन : सीएम धामी*
*मुख्यमंत्री ने पौड़ी जिले के बैजरो क्षेत्र में राहत कार्यों के बारे में डीएम से की बात*
*कहा, बिजली, पानी और सड़क की सुविधा जल्द बहाल करें*
देहरादून:
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पौड़ी जिले के बीरोंखाल ब्लाक के अतिवृष्टि प्रभावित बैजरो और आसपास के क्षेत्रों में राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए हैं। मुख्यमंत्री ने गुरुवार देर शाम जिलाधिकारी से फोन पर वार्ता कर राहत कार्यों के संबंध में विस्तृत जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में बिजली, पानी, सड़क जैसी जरूरी सुविधाओं को जल्द से जल्द बहाल करें, साथ ही प्रभावितों को मुआवजा देने की प्रक्रिया में भी तेजी लाई जाए।
अपर जिलाधिकारी पौड़ी के अनुसार मकानों और गोशालाओं से मलबा हटाने का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है। पेयजल योजनाओं के क्षतिग्रस्त होने से प्रभावित गांवों को टैंकरों से पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। हाईवे 32 को सुचारू करने के लिए जेसीबी लगाई गई है, इस राजमार्ग पर 25 मई तक यातायात सुचारू होने की उम्मीद है। अन्य मार्गों से भी मलबा हटाने का काम जारी है। आज गुरुवार को सुकई गांव के प्रभावितों को खाने के पैकेट और पानी की बोतल वितरित की गई।
ज्ञात हो कि पौड़ी जनपद मे बुधवार देर शाम बारिश और बादल फटने से सड़क बहने के साथ लोगों के घरों मे भी पानी घुस गया है। बीती बुधवार की देर शाम अचानक तेज बरसात के चलते गढ़वाल के पौड़ी जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में आम जन जीवन प्रभावित हो गया।
पौड़ी के थलीसैंड,बैजरों मे सहायक नदियां उफान पर हैं। कई सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गए है। वहीं सुखई क्षेत्र में बादल फटने से लोगों के घरों मे पानी घुस गया था।
अल्मोड़ा:
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को लमगड़ा क्षेत्र में वनाग्नि से प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय और हवाई निरीक्षण किया ।
इस दौरान उन्होंने कहा कि इस साल आग से काफी नुकसान हुआ लेकिन अब वनाग्नि नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष में वानाग्नि से बहुत चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन स्थानीय लोगों एवं वन महकमे के प्रयासों से हालत काबू में है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि वनाग्नि जैसी स्थितियों से निपटने तथा ऐसी घटनाएं दोबारा न हो, इसके लिए फायर लाइन बनाए जाने पर कार्य किया जा रहा है तथा पूरे साल का प्लान तैयार किया जा रहा है। वनाग्नि की चपेट में आकर अपनी जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति उन्होंने अपनी संवेदनाएं व्यक्त की तथा कहा कि भविष्य में ऐसीL घटनाएं न हों इसके लिए ठोस प्लान बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने कल्याणिका डोल आश्रम के वार्षिक उत्सव कार्यक्रम में प्रतिभा किया
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