भारतीय रेलवे का नकारापन देखने को मिलता है जब जनशताब्दी जैसी ट्रैन भी पैसेंजर की तरह इस्तेमाल की जाती है, हरिद्वार के बाद लगभग सभी स्टेशन पर एक एक स्टेशन तक जाने के लिए भी यात्री बिना टिकट बिना रिजर्वेशन बेधड़क होकर सफर कर रहे है।
देहरादून या हरिद्वार से दिल्ली जानेवाले यात्री इस भीड़ से परेशान है।
बिल्कुल पैसेंजर ट्रेन की तरह जनशताब्दी का रख रखाव चौंकानेवाला है। इसे रेलवे की लापरवाही कहें या छूट , कुलमिलाकर यात्रियों की परेशानी का सबब है।
रुड़की से देवबन्द,देवबन्द से मुजफ्फरनगर, मुजफ्फरनगर से मेरठ, मेरठ से गाज़ियाबाद जाने हेतु इन की भारी भीड़ रहती है।
इससे अच्छा होता रेलवे ऐसे यात्रियों हेतु पैसेंजर ट्रेन चला देती।
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