ऋषिकेश :
क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने श्री देव सुमन विश्वविद्यालय के ऋषिकेश कैंपस में निर्माणाधीन कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान कार्यदायी संस्था को कार्य गुणवत्ता के साथ तथा समय के भीतर करने के उचित निर्देश दिए।
शनिवार को मंत्री डॉ अग्रवाल श्री देव सुमन विवि के ऋषिकेश कैंपस में पहुंचे। यहां उन्होंने निर्माणाधीन प्रशासनिक भवन, परीक्षा भवन, गेस्ट हाउस तथा आवास (कुलपति) का निरीक्षण किया। इस दौरान मौजूद लोगों ने निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर सवाल उठाया।
डॉ अग्रवाल ने मौके पर मृदा टेस्टिंग की रिपोर्ट मांगी। इसके बाद निर्माण कार्यों पर लापरवाही न बरतने की नसीहत दी। उन्होंने मौके पर मौजूद ब्रिडकुल के इंजीनियर को कार्य गुणवत्ता के साथ करने के निर्देश दिए।
इस दौरान डॉ अग्रवाल ने ब्रिडकुल के प्रोजेक्ट मैनेजर से दूरभाष पर वार्ता की और नाराजगी व्यक्त करते हुए मौके पर अधिकारियों को मौजूद रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी द्वारा करीब 25 करोड़ की लागत से यहां निर्माण कार्य किया जा रहे हैं। कहा कि छात्रों के हित के लिए चल रहे निर्माण कार्य में गुणवत्ता पर्याप्त मात्रा में रहे।
इस मौके पर प्राचार्य महावीर रावत, प्रो. गुलशन ढींगरा, जिला अध्यक्ष महिला मोर्चा कविता साह, जिलाध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा सतीश सिंह, जिला उपाध्यक्ष दिनेश सती, मंडल अध्यक्ष महिला मोर्चा माधवी गुप्ता, निर्मला उनियाल, शिवकुमार गौतम, विकास तेवतिया, निवेदिता सरकार, नितिन सकसेना, अनिरुद्ध शर्मा, विवेक शर्मा, पुनीता भंडारी, भावना किशोर गौड़, संजीव पाल, सुधा असवाल, हिमानी कौशिक, अमन पांडे, रूपेश गुप्ता, जगावर सिंह, अंकुश सिंह आदि उपस्थित रहे।
ऋषिकेश
क्षेत्रीय विधायक व कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने प्राचीन सोमेश्वर महादेव मंदिर द्वारा आयोजित श्री बरात कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस मौके पर मंत्री डॉ अग्रवाल ने महाशिवरात्रि पर्व की शिव भक्तों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि भगवान शंकर सभी देवी-देवताओं में सबसे भोले है, भक्तों द्वारा सच्चे मन से मनोकामना मांगने पर शीघ्र पूरी करते हैं, इसके चलते उन्हें भोलेनाथ भी कहा जाता है।
डा. अग्रवाल ने कहा कि भगवान शिव को जगत का पालनहार कहा जाता है, जब समस्त सृष्टि के समय विपत्ति आती है तो भगवान शंकर उसका निदान करते है। उन्होंने कहा कि समुद्र मंथन के दौरान निकले जहरीले विष को भगवान शंकर ने ही पीकर अपने गले में ही रोक दिया था, इस कारण उनका नाम नीलकंठ भी पड़ा।
मंत्री डा. अग्रवाल ने कहा कि महाशिवरात्रि मनाने के पीछे का कारण यह भी है कि आज के दिन देवो के देव महादेव का विवाह माता पार्वती के साथ हुआ था। जिसे शिवभक्त आज भी धूमधाम से मनाते हैं।
इस मौके पर महाराज रामेश्वर गिरी, महंत विनय सरस्वत, जिला उपाध्यक्ष दिनेश सती, विकास तेवतिया, रमेश अरोड़ा, सचिन अग्रवाल, शिव कुमार गौतम, रेखा चौबे, अतुल पुंज, कमल अरोड़ा, बृजपाल राणा, किशोर गौड़, मालती, किरण, अनिता भारद्वाज, आशा शुक्ला, हरिराम अरोड़ा, माधवी गुप्ता, सीमा रानी, रूपेश गुप्ता सहित शिव भक्त उपस्थित रहे।
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