देहरादून:
एक ओर जहां धान की फसल पूरी तरह पकने को तैयार तो दूसरी ओर गन्ने की फसलों को भी भारी बारिश के साथ तेज़ हवाओं से हो सकता है।
भारी नुक़सान किसानों की नींद उड़ी हुई है।
तेज़ हवाओं के साथ यदि बारिश होती है ,तो किसानों की फसलों को गिरने से फसलों के उत्पादन के साथ सड़न की समस्या हो सकती है।
गन्ने का तो बीमा तक नहीं किया जा रहा है एक ओर जंगली हाथियों व जानवरों से फसलों को हो रहा है।उमेद बोरा पूर्व प्रधान एवं सामाजिक कार्यकर्ता डोईवाला देहरादून का कहना है कि नुक़सान दूसरी ओर अब मानसून की दस्तक से प्रभावित हैं। साथ ही किसानों को उचित दाम भी नहीं मिल पा रहा है, न ही देहरादून में अनाज मंडी में किसानों की मांगों पर सरकार भी ध्यान नहीं दे रही है ।
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