उत्तराखंड आंदोलन के दौरान दूधली निवासी शंकर पांडे दो अक्टूबर को दिल्ली में होने जा रही रैली में शामिल होने के लिए डोईवाला स्टेशन से दिल्ली के प्रस्थान किया गया था .
दिल्ली में हुए दो अक्टूबर को लाल किले के पीछे पहुंचे शंकर पांडे पुलिस द्वारा लाठी चार्ज के साथ आंसू गैस व गोली बारी के तहत शंकर पांडे आज तक लापता हैं।
कईं बार मांग करने पर भी शंकर पांडे को न्याय नहीं मिल पाया है। 10 जुलाई 2023 कोअपर सचिव उत्तराखंड प्रदेश सरकार ने एक बार फिर से छूट गये आन्दोलन कारी सूची के लिए सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
उमेद बोरा ने कहा है कि दूधली क्षेत्रों के साथ डोईवाला में कईं लोग भी आन्दोलन कारी सूची में शामिल नहीं हो पाये है ।जबकि उत्तराखंड प्रदेश सरकार के पास भेजा प्रार्थना पत्र जिलाधिकारी को सौंपा गया था ।जिसमे अभी भी बिभाग के कम्प्यूटर में इन लोगों की सूची में नाम दर्ज है ।जिस पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
साथ ही वह फर्जी तरीके से बने आन्दोलन कारी सूची में दर्ज नामों की जांच भी करने की मांग करते हैं तथा फर्जी तरीके से सूची में नाम दर्ज कर लाभ लेने वाले के उपर कार्यवाई की जाय ।उमेद बोरा पूर्व प्रधान एवं सामाजिक कार्यकर्ता डोईवाला देहरादून उत्तराखंड ने मांग की है कि उत्तराखंड आंदोलन कारी सूची में शंकर पांडे का नाम दर्ज कर उत्तराखंड आंदोलन कारी शहीद का दर्जा दिया जाय ।
Post a Comment