रुद्रप्रयाग :
श्री केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे तीर्थ यात्रियों को साफ-स्वच्छ वातावरण उपलब्ध हो इसके लिए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जिला पंचायत, नगर पालिका, नगर पंचायतों एवं सुलभ इंटरनेशनल को अपने-अपने क्षेत्रों में निरंतर बेहतर साफ-सफाई व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ रहे तीर्थ यात्रियों को साफ-सफाई व्यवस्था को लेकर कोई परेशानी एवं असुविधा न हो।
अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत केदारनाथ चंद्रशेखर चौधरी ने अवगत कराया कि जिलाधिकारी द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में नगर पंचायत केदारनाथ एवं सुलभ इंटरनेशल के पर्यावरण मित्रों द्वारा संयुक्त रूप से गोल चौराहे से हिमलोक टेंट काॅलोनी (जीएमवीएन) के गेट तक मार्ग किनारे तथा मंदाकिनी नदी के तटों पर विशेष सफाई अभियान चलाया गया। उन्होंने बताया कि सफाई अभियान के दौरान लगभग ढाई क्विंटल प्लास्टिक कचरा 30 थैलों में एकत्रित किया गया।
उन्होंने अवगत कराया कि सफाई अभियान के साथ ही गंदगी फैलाने पर नियमानुसार कार्यवाही करते हुए अब तक 64 व्यक्तियों का चालान किया गया तथा 36700 सौ रुपए की धनराशि अर्थदंड के रूप में वसूल की गई। उन्होंने बताया कि रूटीन सफाई व्यवस्था के साथ ही विशेष स्वच्छता अभियान के तहत आज दूसरे दिन भी हिमलोक टेंट काॅलोनी (जीएमवीएन) के गेट तक मार्ग किनारे तथा मंदाकिनी नदी के तटों पर विशेष सफाई अभियान चलाया गया।
सफाई अभियान का नेतृत्व सेक्टर प्रभारी सफाई व्यवस्था चंद्रकांत भट्ट ने किया तथा सफाई अभियान में प्रभारी पर्यावरण पर्यवेक्षक नगर पंचायत मुकेश, श्रवण कुमार आदि मौजूद रहे।
दूसरी और गंगोत्री वासियों नर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी को जनपद उत्तरकाशी के मुहाने ताम्बाखानी स्थित कूड़े के ढ़ेर और उसके रिसाव से माँ गंगा की पवित्रता पर हो रहे कुठाराघात पर अपने जनपद दौरे के दौरान जरूर कुछ प्रभावी कदम उठाने के लिये कहा है।
उन्होंने पूछा है कि आखिर माँ गंगा की अस्था और पवित्रता का सवाल है? सूबे के मुखिया होने के नाते माँ गंगा की स्वच्छता के प्रति सबसे ज्यादा जिम्मेदारी भी उन्ही की है।
उत्तरकाशी में गंगोत्री यमुनोत्री को जानेवाले मार्ग उत्तरकाशी मुख्यालय पर कूड़े का यह हाल है।
जिस पर आपत्ति उठाते हुए कहा गया है कि माँ गंगा मे कूड़ा डाला जा रहा है ऐसे में देश विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों और सैलानी क्या संदेश लेकर जा रहे होंगे? ये एक बड़ा और सोचनीय विषय है।
साथ ही कटाक्ष भो किया है कि वैसे कूड़े का ढ़ेर और उसकी सड़ाधं न आये इसके लिए मुख्यमंत्री का हेलीकाप्टर मातली की जगह पुरीखेत मे ही उतारा जा रहा है। लेकिन उम्मीद है मुख्यमंत्री खुद मुआयना कर कूड़े से बेहाल माँ गंगा का आँखों देखा हाल जानेंगे।
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