किसी ने सत्य कहा है, देश के आगे नतमस्तक होने से अधिक कुछ भी नही।यही नज़ारा देखने को मिला, जब पीएम मोदी कुछ यूं दिखाई दिए
आज दिनाँक 28 मई,2023 दिन रविवार को भारत देश के लिये महत्वपुर्ण रहेगा। वीर सावरकर के जन्मदिवस पर पीएम मोदी ने नए संसद भवन को देश को समर्पित किया।
संगोल दण्ड को विधिपूर्वक स्थापित किया और द्वीप प्रज्वलन कर पुष्पांजलि अर्पित की।
हांलाकि देश की विघटनकारी और दस्त की बेड़ियों से मुक्त नही होना चाहने वाले दलों ने उसका पुरजोर विरोध किया है। परंतु क्या यह बात सत्य नही कि लाखों करोड़ों भारतीयों की लाश पर खड़ा पुराना संसद भवन हमे गुलामी की याद दिलाता है। यह याद दिलाता था हम अक्षम है, अपने हाथों से अपना लोकतंत्र का मंदिर भी नही बना पाए।
इस लोकतंत्र के मन्दिर की विशेषता किसी से न छुपी है न छुपेगी। वास्तुकला का बेहतरीन नमूना और देश की लोकतांत्रिक प्रणाली को विकसित करने की उम्मीद के साथ ही आज ये भवन देश को समर्पित कर दिया गया है
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