ऋषिकेश:
चार धाम यात्रा प्रारंभ होने में अभी दो हफ्ते शेष हैं, तीर्थ नगरी ऋषिकेश को चार धाम का मुख्य द्वार कहां जाता है, परंतु ऋषिकेश की सड़कों की हालत बदहाल है।
श्यामपुर बाईपास मार्ग पर यात्रियों व राहगीरों को बड़े बड़े गड्ढों में हिचकोले खाने को मजबूर होना पड़ रहा है, कुछ दिन पहले हुई वर्षा से सड़कें गड्ढों में तब्दील हो रखी है, इस मार्ग पर 50 से ज्यादा गड्ढे आपको नजर आएंगे जो देखने में काफी बड़े हैं, गड्ढों के कारण कई राहगीर दुर्घटना की चपेट में आ चुके है, पीडब्ल्यूडी विभाग मार्ग की सुध लेने नहीं आ रहा। सड़कों पर गड्डो से ग्रामीणों को रेंग रेंगकर चलना पड़ता है ।चार धाम यात्रा के दौरान वाहनों का दवाब अधिक रहता है, इस मार्ग से इंद्रमणि बडोनी चौक,भद्रकाली तपोवन के लिए भेजा जाता है, भारी वाहनों का आवागमन इसी मार्ग पर है। विभाग के द्वारा सड़के तो बनाई जाती है परंतु सड़को में गुणवत्ता का बिल्कुल ध्यान नहीं रखा जाता, छोटी सी रिमझिम बारिश में सड़कें के पोल पट्टी खुल जाती है।
चारधाम यात्रा के दृष्टिकोण से देखे तो श्यामपुर बाईपास मार्ग से ऋषिकेश- हरिद्वार हाईवे बस अड्डा को जोड़ने वाला मार्ग गड्डो में तब्दील है, चारधाम यात्रा का पहला पड़ाव ऋषिकेश को माना जाता है जहा पर विभिन्न प्रांतों से यात्रीगण आते हैं, परंतु सड़कों की बदहाल हालत यात्रियों को हिचकोले खाने को मजबूर करेंगे। ऋषिकेश हरिद्वार हाईवे चंद्रभागा तिराहे की बात करी तो सड़क के परखच्चे उड़ रखे है।। गढवाल आयुक्त सुशील कुमार ने चारधाम यात्रा के लिए सभी विभागों को 10 अप्रैल तक व्यवस्थाओं को चाक चौबंद के करने के निर्देश दिए, फ़िलहाल विभाग अभी तक अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है।
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