आज देवउठनी एकादशी है। श्रीहरि नारायण विष्णु भगवान चार माह की निद्रा के पश्चात आज उठ जाते है। इसी दिन से सभी शुभ और मांगलिक कार्य किये जाते है। देव उठावनी एकादशी पर गोबर से लिपाई करते है। और अन्न, पैसो , अनाज, मक्का , गुड़ , उड़द , बाजरा, सिंघाड़ा , शकरकंद आदि से भगवान् का पूजन करते है आज के दिन श्री हरि राजा बलि के राज्य से विश्राम कर बैकुंठ लौटे थे।
03 नवंबर, गुरुवार, शाम 07 बजकर 30 मिनट से
कार्तिक शुक्ल एकादशी तिथि का समापन: 04 नवंबर, शुक्रवार, शाम 06 बजकर 08 मिनट पर
पूजा का शुभ समय: सुबह 06 बजकर 35 मिनट से सुबह 10 बजकर 42 मिनट तक
अभिजित मुहूर्त: सुबह 11 बजकर 42 मिनट से दोपहर 12 बजकर 26 मिनट तक
इस दिन तुलसी विवाह भी किया जाता है। वैसे तो सम्पूर्ण कार्तिक मास में तुलसी पूजन का महत्त्व है परन्तु इस दिन विशेष रूप से तुलसी पूजन का विधान है। तुलसी एवं शालिग्राम का विवाह आज के दिन बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इगास ,बग्वाल के मौके पर सभी प्रदेशों वासियों को बधाई देते हुए,एक प्रतियोगिता में भाग लेने का आह्वान किया है।
जिसमे सेल्फी विथ फैमिली हैश टैग के साथ अपनी फोटो इगास पर्व मनाते हुए भेजनी है। तीन भाग्य शाली विजेताओं को मिलेगा पुरस्कार।
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