नई उड़ान फाउंडेशन ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मेके अंतर्गत 3 दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत मेन्सट्रुअल हाइजीन यानी मासिक धर्म स्वच्छता के लिए हरिद्वार में लालजी वाला बस्ती में जाकर महिलाओं को जागरूक करने से शुरू किया।
सभी महिलाओं को बताया गया की मासिक धर्म प्रकृति से जुड़ी एक प्रक्रिया है, जिससे हर महिला हर महीने गुज़रती है। महिलाओं/लड़कियों में उन ख़ास दिनों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता और बढ़ावा देने के लिए इस सेशन
का आयोजन किया गया है।महिलाओं/लड़कियों में पीरियड्स की साइकिल आमतौर पर 4 से 5 दिन की होती है। इस दौरान महिलाओं को कई तरह के शारीरिक, हार्मोनल बदलावों से भी गुज़रना पड़ता है।
जैसे कमर, पैरों और पेट में दर्द, उल्टी होना, सिर दर्द, चक्कर आना आदि जैसी दिक्कतें आती हैं। इस दौरान महिलाओं को अपने हाइजीन का खास ख़्याल रखने की ज़रूरत होती है क्योंकि लापरवाही कई सारी बीमारियों को जन्म दे सकती है। यहां तक कि कई बार इंफेक्शन की वजह से महिलाओं को इनफर्टिलिटी संबंधी परेशानी भी हो सकती है। विश्व स्तर पर हर महीने 1.8 मिलियन महिलाएं माहवारी से गुज़रती हैं, लेकिन यह देखा गया है कि उनमें से कई सारी महिलाएं मासिक चक्र को सुरक्षित और स्वस्थ बनाने में विफल रहती है। इसका सबसे बड़ा कारण सामजिक लाज-शर्म, मासिक धर्म के दौरान उत्पीड़न और सामाजिक बहिष्कार है। मासिक चक्र के दौरान महिलाओं को लगता है कि अचानक से उनके आने-जाने और व्यक्तिगत पसंद पर लगाम लग गयी है, इस भावना से उनकी शिक्षा और सामाजिक जीवन प्रभावित हो रहा है।अध्यक्ष विनीता गोनियाल ने कहा कि समय की मांग है कि युवा लड़कियों और महिलाओं के लिए उनके मासिक धर्म को आराम से मैनेज करने के लिए जागरूकता, ज्ञान और स्किल को बढ़ाने और सामान तथा सुविधाओं तक उनकी पहुंच में सुधार करने वाले कार्यक्रमों का को आयोजित किया जाए। इस दिशा में पहला कदम यह होना चाहिए कि समाज को इसके प्रति संवेदनशील बनाया जाए और पीरियड्स को सामान्य रूप से समझा जाए। संस्था महिलाओं से जुड़े समस्याओं के लिए शुरू से काम करती रही है।इस सेशन में संस्था से प्रियंका पांडे,गीता गोनिया,इशिता अरोरा,प्रीति गुप्ता उपस्थित रही। महिला दिवस के क्रम में सोमवार को जुंबा और योग की फ्री workshop का आयोजन सोमवार को वीआईपी घाट पर सुबह 7 बजे करेगी।इसमें सभी महिलाएं जुड़ कर अपने स्वास्थ के लिए एक मजबूत कदम लेंगी।
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