ऋषिकेश :
रूस-यूक्रेन में वार छिड़ गया है। नाटो देश जहां रूस को यूक्रेन से सेना वापसी बुलाने तक की चेतावनी दी तो वहीं रूस पीछे हटने को तैयार नहीं हो रहा है। वहीं, भारत से पढ़ाई करने गये कई स्टूडेंट्स ओर वँहा होटलो में नोकरी करने वाले लोग यू्क्रेन में फंस गए हैं। स्टूडेंट्स सोशल मीडिया के जरिए सरकार से यूक्रेन से बाहर निकालने के लिए गुहार लगा रहे हैं तो वहीं स्टूडेंट्स के परिजन परेशान हैं। यूक्रेन में उत्तराखंड के कई जिलों के स्टूडेंट्स शामिल हैं।
यूक्रेन में होटल में काम करने वाले ऋषिकेश गोरिमाफी वार्ड नं 11 के निवासी हरीश पुंडीर भी रूस-यूक्रेन के युद्ध के बीच यूक्रेन में फंस गए है। हरीश के परिजन काफी परेशान है और वो भारत सरकार से हरीश की वतन वापसी की गुहार लगा रहे है।
ऋषिकेश की MBBS की छात्रा तमन्ना त्यागी अपने साथियों के साथ यूक्रेन में फंसी हैं। घर वापसी के लिए परिजनों ने भारत सरकार और स्थानीय नेताओं से गुहार लगाई है। छात्रा ने परिजनों से बात करते हुए कहा कि यूक्रेन के हालात ठीक नहीं हैं। रोजमर्रा के सामानों की किल्लत शुरू हो गई है। तमन्ना त्यागी ऋषिकेश की निवासी हैं। उन्होंने परिजनों को फोन पर बताया कि हॉस्टल से 200 किलोमीटर दूरी पर बमबारी हो रही है। यूक्रेन शहर में हर दुकान पर सामान के लिए लंबी लाइनें लग रही हैं। उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। काफी भय का माहौल है।
कांग्रेस नेता जयेन्द्र रमोला ने ऋषिकेश की बेटी तमन्ना त्यागी ओर हरीश पुण्डीर को वतन वापसी करवाने को लेकर अपने स्तर से उच्च अधिकारियों से बात की है रमोला ने बताया कि रूस यूक्रेन के युद्ध में भारत के हजारों छात्र ओर होटेलियर यूक्रेन में फंसे हैं भारत सरकार द्वारा उन्हें जल्द ही वतन वापसी करवाना चाहिए, यूक्रेन में हालात तनावपूर्ण है वहां से पढ़ाई करने वाले भारतीय मूल के छात्र छात्राओं को काफी दिक्कतों का और भय का सामना करना पड़ रहा है , भारत सरकार को छात्रों ओर वँहा होटलो में काम करने वाले व्यक्तियों को वतन वापसी को प्राथमिकता देते हुए हर संभव प्रयास करना चाहिए। रमोला ने बताया कि ऋषिकेश निवासी तमन्ना त्यागी यूक्रेन से एमबीबीएस की छात्रा है वो भी वहां फंसी हैं, माता पिता तमन्ना से हर पल की खबर ले रहे हैं परंतु यूक्रेन में हालत काफी गंभीर हैं।
तमन्ना यूक्रेन के इवानो फ़्रैंकिव्स्क कॉलेज में एमबीबीएस के तृतीय वर्ष की छात्रा है। रमोला ने ऋषिकेश गोरिमाफी निवासी हरीश पुण्डीर की भी जल्द से जल्द वतन वापसी की मांग की है। हरीश पुण्डीर जैसे सैकड़ो लोग जो अपनी रोजी रोटी के लिए विदेश में काम करते है वे लोग इस टाइम मुसीबत में है सरकार को जल्द से जल्द उनकी वतन वापिस के लिए कोई न कोई सख्त कदम उठाना चाहिए।
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