डोईवाला:
नगर पालिका परिषद डोईवाला द्वारा कूड़ा एकत्रीकरण के लिए लगभग ₹ 8,00,000/– प्रति माह ठेकेदार को दिए जा रहे हैं। इसके अलावा पालिका ने अपने लगभग 9 से 10 वाहन भी ठेकेदार को दे रखे हैं। जनप्रतिनिधि सभासद मनीष दीवान का कहना है कि बावजूद इसके ठेकेदार पालिका से मिली धनराशि को डकार कर बैठा है जिस कारण क्षेत्र में महीने भर में केवल 10 से 12 दिन कूड़ा एकत्रीकरण हो पा रहा है।
यहां तक की पालिका द्वारा खरीद कर दिए गए नये वाहन महज दो से ढाई वर्ष में ही कूड़ा हो गए हैं।
शायद पालिका प्रशासन को इस भ्रष्टाचार की सूचना या कोई जानकारी नहीं है जिस कारण लाचार तंत्र से लोगों को सुविधाओं के नाम पर ठगा जा रहा है।
जिसका एक उदाहरण यह फोटो भी है जिसमें कूड़ा एकत्रीकरण के लिए संचालित वाहन को ऐसे धक्के मारकर चलाया जा रहा है।
इस विषय में हमने नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष सुमित्रा मन वालों के जनप्रतिनिधि सागर मनवाल से बात की तो उन्होंने बताया कि कूड़ा कलेक्शन के लिए जो हमारे पास गाड़ियां है वह मात्र 10 है जिनमें से कुछ खराबी है इनकी संख्या को बढ़ाया जा रहा है 5 गाड़ियां और मंगाई जा रही हैं जिससे कि कूड़े की व्यवस्था सही प्रकार से की जा सके.
दिलवाला में बाजार और चौराहों पर और अन्य स्थानों पर कूड़ेदान ना होने के विषय में उन्होंने जवाब दिया कि सरकार ने कूड़ेदान रखने को मना किया है और कूड़ेदान रखने के लिए जगह चाहिए यदि हमने कहीं कूड़ेदान रखा तो लोग इसका विरोध करेंगे इसलिए कूड़ेदान नहीं रखे जा रहे हैं वैसे भी जब कूड़ेदान रखे होते हैं तो लोग अक्सर आते जाते कूड़ा कूड़ेदान के बाहर ही फेंक देते हैं.
और फिर कूड़े की गाड़ियां जा ही रही है कूड़ा एकत्रित करने के लिए इसलिए कूड़ेदान की ऐसी कोई आवश्यकता नहीं है।
आपको बता दें कि डोईवाला नगर पालिका परिषद में कई महीनों से बड़े-बड़े दानों की कोई व्यवस्था नहीं है यहां तक की बाजार के क्षेत्र में भी कहीं भी कूड़ेदान नहीं है जिस कारण आने वाले लोगों को इधर-उधर कूड़ा फेंकना पड़ता है।
यही नहीं दुकानों के बाहर भी दुकानदारों ने कूड़ेदान रखने बंद कर दिए जिससे बाजार में खरीदारी करने वाले लोगों के पास जो व्यक्ति से समान होता है या जो पेय पदार्थ या अन्य वस्तुएं खाकर जो बोतल या पैकेट बचता है वह सड़क पर ही फेंक दी जाती हैं। यही कूड़ा उड़कर बाजार में नहरों में चला जाता है। अब इसके लिए नगर पालिका परिषद क्या व्यवस्था करेगी इस विषय में अधिशासी अधिकारी श्री तिवारी जी ने बताया कि कूड़े की गाड़ियों की संख्या बढ़ जाने पर इस समस्या में कमी आएगी और इसके अलावा बाजार में एक-दो स्थानों पर कूड़ेदान रख दिए जाएंगे।
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