भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी श्रीकांत ने भारतीय बैडमिंटन के इतिहास में एक नया अध्याय लिख दिया।
जब उन्होंने मैन सिंगल्स के फाइनल वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में प्रवेश किया।
एक कठोर मुकाबले में अपने यह देश के लक्ष्य सेन को 17-21 21-14 21-17 से हराया।
इससे पहले प्रकाश पादुकोण 1983 में और साईं प्रणीत 2019 में सेमीफाइनल में ही वर्ल्ड चैंपियनशिप में हार गए थे।
20 वर्षीय लक्ष्य सेन और 28 वर्षीय किदांबी श्रीकांत के बीच का मुकाबला अत्यंत रोमांचक रहा और कठिन भी।
20 वर्षीय लक्ष्य सेन अल्मोड़ा उत्तराखंड के रहने वाले हैं और बैडमिंटन में सेमी फाइनल तक पहुंचने वाले सबसे युवा खिलाड़ी
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