आन्दोलनजीवियों पर कड़ा प्रहार करते हुए आज सुबह नौ बजे प्रधानमंत्री मोदी ने बड़ा ऐलान कर दिया है .
प्रधानमंत्री मोदी ने आज गुरुपर्व के अवसर पर महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए तीनो कृषि क़ानूनों खत्म कर दिया है . सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री को कृषि आन्दोलन के सम्बन्ध में एक प्रस्तुतिकरण सुरक्षा संस्थाओं द्वारा दिया गया था . जिसमें राष्ट्रहित को सर्वोपरि मानते हुए प्रधानमंत्री ने इन कृषि कानूनों को आने वाले संसद सत्र में समाप्त करने का फैसला लिया है.
पीएम मोदी ने कहा जो हम कर रहे है वह देश के लिए है. आज गुरूपर्व का विशेष दिन है .प्रधानमंत्री का उन्होंने किसानों से आग्रह भी किया है सभी आन्दोलनरत किसान भाई अपने अपने घरों को लौटें.
उन्होंने कहा ," में आज देशवासियों से क्षमा मांगता हूँ ".उन्होंने यह भी कहा कि शायद हमारी तपस्या में कहीं कोई कमी रह गयी है जो किपवित्र और सच्चे मन से बनाये गये कानूनों को कुछ किसानो को हम समझ नहीं पायें है
उन्होंने यह भी कहा कि हमारी तपस्या में कहीं कोई कमी रह गयी है जो कि पवित्र और सच्चे मन से बनाये गये कानूनों को कुछ किसानो को हम समझ नहीं पायें है.
गुरु पर्व पर केंद्रीय कृषि कानूनों से वापिस देश भर से किसानों की प्रतिक्रिया आ रही है। जिसमे किसानो ने प्रधानमंत्री मोदी के इस फैसले का स्वागत किया है।
अब देखना यह है कि आंदोलनरत किसान राष्ट्रहित में क्या फैसला लेते है?
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