रामायण भारतीय धर्म, दर्शन एवं संस्कृति का अभिन्न अंग है-मेयर
ऋषिकेश:
रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मीकि जयंती के मौके पर शहर के वाल्मीकि समाज ने नगर निगम महापौर अनिता ममगाई को सम्मानित किया।.
इस पावन अवसर पर त्रिवेणी घाट स्थित वाल्मीकि मंदिर में आयोजित प्रसाद वितरण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रुप में पहुंची नगर निगम महापौर ने समस्त शहरवासियों को वाल्मीकि जयंती की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम का शुभारंभ उन्होंने महर्षि बाल्मीकि की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया।इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरूषोत्तम प्रभु श्रीराम के आर्दश चरित्र को रामायण के रूप में कलमबद्ध करके सम्पूर्ण मानवता को धर्म, त्याग और कर्तव्य परायणता की सीख देने वाले आदिकवि महर्षि वाल्मीकी ने सद्मार्ग दिखाया है।
उनके द्वारा रचित रामायण भारतीय धर्म, दर्शन एवं संस्कृति का अभिन्न अंग है। महा ऋषि वाल्मीकि ने यदि महान ग्रंथ
रामायण की रचना ना की होती तो हम सब प्रभु श्रीराम के आर्दश व्यक्तित्व और चरित्र को जानने और समझने से वंचित रह जाते। अपने अभिनंदन के लिए उन्होंने वाल्मीकि समाज का आभार भी जताया। इस अवसर पर पंकज शर्मा,
विवेक गोस्वामी , रीना शर्मा, मनीष बनवाल, कमलेश जैन ,शकुंतला शर्मा , विजय लक्मी शर्मा, अक्षय खैरवाल, प्रकान्त कुमार,नीरज सहरावत, राजपाल ठाकुर, रंजन अंथवाल, राकेश पारछा, विशाल खैरवाल, संजय प्रेम सिंह बिष्ट, सुलेखा बाल्मीकि , नरेश खैरवाल, जितेंद कुमार, विनेश कुमार, राजू शर्मा, महेंद्र कालरा, अशोक ढींगरा, विनोद कुमार, कुलदीप कुमार, राजेन्द्र बाल्मीकि, राकेश खैरवाल, अनिल खैरवाल, शांति देवी, प्रमिला देवी, सुनैना, ज्योति रानी, सुमित्रा देवी, रजनी, बबिता, कैलाश देवी, गौरव केथोला, नरेश खैरवाल, विनोद भारती ,राजू चौधरी, विनेश चारण ,अशोक ठीकरा, तीरथ बाल्मीकि ,अजय बाल्मीकि ,सतपाल दानव ,मुकेश खैरवाल , राजेंद्र बाल्मीकि , संजय प्रेम सिंह बिष्ट ,बालेश,महेंद्र हवलदार,विशाल चौहान, तानसेन ,कुलदीप मचल आदि मोजूद रहे।
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