प्रकृति ने बरसाया कहर,कमाण्डेन्ट SDRF ने रुद्रपुर में डाला डेरा ,मौके पर रातभर चलाया राहत एवं बचाव आपरेशन
विगत दो दिनों से हुई लगतार बारिश ने कई जगहों पर जलभराव की स्थिति उतपन्न कर दी है । कुमाऊं रेंज में आसमानी आफत ने अधिक विनाशकारि स्वरूप धारण किया। अतिव्रष्टि के कारण नदियों के बढ़े हुए जलस्तर और आबादी वाली क्षेत्रो में जलभराव के कारण मानव जीवन पर संकट भी अत्यधिक बढ़ गया था। आपदा के इस विकट मंज़र के दृष्टिगत कमाण्डेन्ट SDRF, श्री नवनीत सिंह ने स्वयं मोर्चा सम्भालते हुए कुमाऊं रेंज पहुचकर ,रुद्रपुर में राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया।
रुद्रपुर के विभिन्न स्थानों पर जलभराव के कारण कई मकानों में पानी भर गया है। ऐसे में जलभराव वाले स्थानों में फंसे लोगों को समय रहते सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिये लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन् चलाया गया। राहत एवं बचाव कार्य को निरन्तर जारी रखते SDRF के जाबांज़ बिना रुके बिना थके लगातार कार्य कर रहे है। कल रात रुद्रपुर में SDRF द्वारा राफ्ट की सहायता से जलमग्न हुए मकानों में जाकर कई ज़िन्दगियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुचाया गया।
कमाण्डेन्ट SDRF ,द्वारा बताया गया की वह स्वयं मौके पर मौजूद है व संकट में फंसे प्रत्येक व्यक्ति को सुरक्षित करने कलिये कटिबद्ध है। SDRF द्वारा राज्यभर में कई लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया है व लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन्स चलाये जा रहे है । सेन्वेदनशील स्थानों पर टीमो की संख्या भी बढ़ा दी गयी है।
*नैनीताल- खैरना ,गरम पानी मे SDRF ने लगभग 810 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।*
आज दिनांक 19 अक्टूबर को चौकी खैरना से SDRF टीम को सूचित किया गया कि गरम पानी के पास अत्याधिक जलस्तर बढने के कारण कुछ लोग फंस गये है, जिन्हे सुरक्षित स्थान पर ले जाने हेतु SDRF टीम की आवश्यकता है।
उक्त सूचना पर पोस्ट खैरना से मुख्य आरक्षी लाल सिंह के हमराह टीम मय राफ्ट व रेस्क्यू उपकरणों के रवाना हुई। मार्ग अवरुद्ध होने के कारण रेस्क्यू टीम पैदल चलकर घटनास्थल पहुँची।
रेस्क्यू टीम को मौके पर ज्ञात हुआ कि 25-30 मकानों मे पानी भर गया है और कुछ मकान पूर्णत: नष्ट हो गये है जो कि नदी के किनारे बसे हुये थे।
रेस्क्यू टीम द्वारा घटनास्थल से लगभग 750 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। इसके पश्चात तहसीलदार खैरना द्वारा बताया गया कि लगभग 15 से 20 लोग छड़ा व लोहाली के मध्य मलबा आने के कारण फंसे हुए हैं।
उक्त सूचना पर एसडीआरएफ व एनडीआरएफ टीमों द्वारा संयुक्त अभियान चलाकर लगभग 60 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला गया और उनके रहने की व्यवस्था प्राथमिक विद्यालय होटलो में की गई।
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