हरिद्वार:
क्षेत्र के चिर परिचित हरमीत इंदौरिया के केस में तीन पत्रकारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के पश्चात भी उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है । इस मामले में चमार वाल्मीकि महासंघ ने आरोप लगाया कि इस केस में शामिल वंदना गुप्ता और संचित ग्रोवर को बचाने के लिये ही भाजपा में शामिल कराया गया हैं ,यही वजह हैं के आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद भी उनकी गिरफ्तारी नहीं कि जा रही हैं
अज्ञात हमलावरो में से 3 और हमलावरों की पहचान हो चुकी हैं ,पीडित ने बताया के घटना के वक़्त का एक वीडियो गूगल के माध्यम से उन्हें वापिस मिला हैं जिसमे उन पर हमला करने वाले 3 और हमलावर पहचान में आ गए हैं जल्द ही उनके नाम वो पोलिस की जांच में लिखवाएंगे.
हमलावर हरमीत इंदौरिया का फोन भी लूट के ले गए थे ।क्योंकि उस फोन से पीड़ित ने हमलावरों की एक वीडियो भी बनाई थी ,लेकिन पोडित के मोबाइल का कैमरा गूगल से अटेच था ।
इसी वजह से घटना के वक़्त की एक वीडियो वापिस मिल गयी हैं।
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