देहरादून:
जिलाधिकारी डाॅ आर राजेश कुमार ने आज
आईएसबीटी का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने
विभिन्न स्थानों पर बनाये गये सैम्पलिंग प्वांईट, सफाई व्यवस्था मास्क एवं
सोशल डिस्टेंसिंग की भी व्यवस्थाएं देखी। उन्होंनें बिना मास्क घूम रहे
व्यक्तियों को चेतावनी जारी करते हुए मास्क लगाने को कहा।
जिलाधिकारी
ने निरीक्षण के दौरान पाया कि कई लोग बिना मास्क घूम रहें जिस पर उन्होंने
बस स्टैण्ड प्रबन्धकों एवं कार्मिकों सहित आईएसबीटी चैकी प्रभारी को दिन
में समय-समय पर निरीक्षण करने तथा मास्क एवं सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का
पालन ना करने वालों के विरूद्ध चालान की कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
उन्होंनें सैम्पलिंग प्वांईट पर सैम्पल लेने वाली टीमों को आईएसबीटी पर आने
वाले प्रत्येक व्यक्तियों की सैम्पलिंग लेने के साथ ही पूर्ण पता एवं
अनिवार्यतः यात्रा विवरण प्राप्त करने के निर्देश दिये। उन्होंने सैम्पलिंग
प्वांईट पर आने वाले व्यक्तियों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कतार बनाते
हुए सैम्पलिंग प्राप्त करने के साथ ही कतार में खडे़ प्रत्येक व्यक्ति का
अनिवार्यः मास्क पहना हो इसके लिए आएसबीटी पुलिस चैकी से सहायता लेने को
कहा। उन्होंने आएसबीटी पर सैम्पलिंग का कार्य कर रही अंजली लैब की संचालिका
रेखा को सैम्पलिंग के दौरान बुखार की स्थिति जांचने हेतु थर्मल स्कैनर
रखते हुए लक्षण वालों /संक्रमित व्यक्तियों का पूर्ण विवरण प्राप्त कर
स्वास्थ्य विभाग को सूचित करने के निर्देश दिए। आज आईएसबीटी पर स्थापित 3
सैम्पलिंग केन्द्रों पर निरीक्षण के समय तक 495 यात्रियों के एन्टीजन टैस्ट
किये जाने की जानकारी दी गई।
जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरान
शौचालयों में साफ-सफाई ना होने पर नाराजगी प्रकट करते हुए इसमें तत्काल
सुधार लाने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान बताया गया आईएसबीटी में
दुकानों का प्रबन्धन एवं शौचालय एवं परिसर की स्वच्छता का कार्य रैम्पकी
कम्पनी कर रही है, जिस पर उन्होंने रेम्पकी के उपस्थित कार्मिकों को बुलाकर
सफाई व्यवस्था सुचारू रखने तथा दिन में समय-समय पर सफाई, सेनिटाइजेशन का
कार्य करवाने के निर्देश दिये।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पाया
कि रोडवेज की अधिकतर बसों में फस्र्ट एड बाक्स नहीं थे जिस पर उन्होंने
असंतोष जताते हुए बसों में फस्र्ट एड किट रखने तथा मौके पर मौजूद कार्मिकों
को निर्देशित किया कि सभी बसों में अनिवार्यतः फस्र्ट एड बाक्स लगा हो।
ताकि आपातकाल/आकस्मिक समय में प्राथमिक उपचार किया जा सके। इस सम्बन्ध में
जिलाधिकारी ने रोडवेज के जी.एम दीपक जैन से दूरभाष पर वार्ता कर व्यवस्थाओं
में सुधार लाने की बात कही।
देहरादून:
जिलाधिकारी डाॅ आर राजेश कुमार की अध्यक्षता में
जनपद में विद्यालय खोलने के सम्बन्ध में ऋषिपर्णा सभागार कलेक्टेªट में
प्रधानाचार्यों/प्रबन्धकों, शिक्षाविदों एवं अभिभावक संघो के प्रतिनिधियों
के साथ आवश्यक विचार-विमर्श किया गया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने सभी
सर्व सम्बन्धितों के द्वारा विद्यालय खोले जाने के सम्बन्ध में अपने सुझाव
एवं समस्याओं से अवगत कराया, इस दौरान स्कूली छात्र/छात्राओं की सुरक्षा
व्यवस्था, टीकाकरण, आॅफलाईन एवं आॅनलाईन शिक्षण, ट्यूशन फीस, एनओसी के
अलावा सम्भावित तीसरी लहर, जिसमें बच्चों को प्रभावित करने की आंशका है,
में स्कूलों को खोले जाने हेतु राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के
अनुरूप खोले जाने पर चर्चा हुई।
जिलाधिकारी ने सभी लोगों को आश्वस्त
किया कि बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति हम सभी को सामुहिक रूप से प्रयास
करना है ताकि बच्चे भी संक्रमित न हों और शिक्षण व्यवस्था भी चलती रहे। इस
दौरान उन्होने कहा कि बच्चों को स्कूल भेजे की अनिवार्यता नहीं है और
हाईब्रिड मोड में आॅफ तथा आॅनलाईन शिक्षण कार्य चलाया जायेगा तथा जिन
स्कूलों में छात्र संख्या अधिक है वहां ओड, ईवन की व्यवस्था चलाई जायेगी।
उन्होंने कहा कि विद्यालय खोलने से पहले स्कूलों में सेनेटाइजेशन, शिक्षण
कर्मचारियों का टीकाकरण, साफ-सफाई व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त कराया जाना
होगा उन्होंने प्रधानाचार्य, प्रबन्धकों/शिक्षाविदों व अभिभावकों को कहा कि
स्कूल खोले जाने हेतु राज्य सरकार द्वारा एसओपी जारी की जायेगी। उसी के
अनुरूप व्यवस्था चलाई जायेगी।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी नितिका
खण्डेलवाल द्वारा स्कूल संचालकों/ अभिभावकों एवं प्रबन्धकों को आॅनलाईन
शिक्षण व्यवस्था सुचारू रूप से चलाये जाने को कहा। उन्होंने सभी से सहयोग
करते हुए राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप कोविड-19 के
सभी पहलुओं से अवगत कराया। इस दौरान मुख्य शिक्षाधिकारी डाॅ0 मुकुल सती ने
जनपद में 2 अगस्त से कक्षा 9 से कक्षा 12 तक के विद्यालयों को खोले जाने के
साथ ही जारी गाईडलाईन का परिपालन सुनिश्चत कराये जाने का अनुरोध
प्रबन्धकों/प्रधानाचार्यों एवं अभिभावकों से किया।
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