आज दिनांक 4 मई को पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार आईपीएस द्वारा SDRF वाहिनी जोलीग्रांट का निरीक्षण एवंम भ्रमण किया, यह पुलिस महानिदेशक पद पर रहते हुए यह उनका प्रथम भ्रमण कार्यक्रम था।
कार्यक्रम की शुरुआत नव निर्मित वाहिनी के निर्माण कार्यों के निरीक्षण के साथ आरम्भ हुई, जहां उन्होंने निर्माण कार्यों को समय से पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया। साथ ही जवानों के लिए बन रही बैरकों की भी सराहना की।
वाहिनी भ्रमण के बाद पुलिस महानिदेशक द्वारा SDRF जवानों का सैनिक सम्मेलन लिया एवम संवाद किया। जवानों से उनकी समस्या पूछी गयी साथ ही SDRF से सम्बंधित बेहतरीन कार्यो पर सुझाव मांगे, उन्होंने अपने संवाद में कहा कि SDRF ने अल्प समय मे जो मुकाम हासिल किया है यह निश्चित ही जवानों के समर्पण, त्याग और प्रबल इच्छा शक्ति की गाथा है ।
SDRF स्थापना वर्ष को याद करते हुए उन्होंने कहा कि डोईवाला में SDRF वाहिनी के शिलान्यास कार्यक्रम में में भी आईजी BSF पद पर नियुक्त रहते हुए सम्मलित हुआ था।
तब आपदा में प्रतिवादन अत्यंत अल्प रूप में हुआ करता था। SDRF के गठन के पश्चात SDRF ने आपदा प्रबंधन की नई परिभाषा रची है ।नए मुकाम हासिल किए है ।विश्वास की नई गाथाएँ बनाई है ।
अत्यंत कम समय में शीर्षतम बलों की उपस्थिति में एसडीआरएफ को अन्य प्रदेशों में रेस्कयू हेतु बुलाया जाना प्रदेश के लिए गर्व का विषय रहा है भविष्य में SDRF बल में रेस्कयू के दौरान किसी के जीवन रक्षा जैसी घटना में सम्बंधित का नाम जीवन रक्षा पदक हेतु भी भेजा जाएगा ।
वर्तमान में SDRF ने कोविड - 19 जैसी महामारी में भी अपने कार्यो से आम जनमानस में एक अलग छवि स्थापित की है जिसके लिए उन्होंने बल के जवानों को ओर अधिकारियों को बधाई दी। महानिदेशक द्वारा SDRF पत्रिका, ' एसडीआरएफ एक परिचय' का विमोचन भी किया, साथ ही नवनिर्मित वाहिनी में बृक्षारोपण कर , पर्यावरण सरक्षण का संदेश भी दिया ।
पुलिस महानिदेशक के सैनिक सम्मेलन के पश्चात सेनानायक SDRF नवनीत सिंह भुल्लर द्वारा वाहिनी का प्रस्तुतिकरण डिजिटल रूप के साथ किया, जिसके माध्यम से वाहिनी की संरचना, कार्य उद्देश्य, रूपरेखा कोविड काल के दौरान उपलब्धियाँ, प्रशिक्षण, भविष्य की कार्ययोजना एवम जनजागरूकता अभियानों पर चर्चा की।
उन्होंने बताया कि भविष्य में आपदा प्रतिवादन बल में एक कम्पनी का गठन भी किया जा रहा है। तद्पश्चात एसडीआरएफ की पोस्टों को अन्य स्थानों पर भी नियुक्त किया जायेगा। साथ ही उन्होंने SDRF के अत्यधुनिक बल बनाने पर भी चर्चा की और बताया कि SDRF में CBRN टीम के गठन की प्रक्रिया अंतिम चरण में हैं । उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ द्वारा CBRN उपकरणों को भी क्रय कर लिया है ।
साथ ही टीम के सदस्यों ने आवश्यक ट्रेनिग भी प्राप्त के ली है। कार्यक्रम के अंत मे सेनानायक द्वारा महानिदेशक एवम उपमहानिरीक्षक को वाहिनी प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मान दिया एवम वाहिनी उपसेनानायक श्री अजय भट्ट द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया।
वाहिनी भ्रमण एवम निरीक्षण के दौरान DGP महोदय के साथ ही , श्री नीलेश भरणे पुलिस उपमहानिरीक्षक अपराध एवम कानून व्यवस्था , श्री नवनीत भुल्लर सेनानायक SDRF, श्री अजय भट्ट उपसेनानायक, श्रीमती जया बलूनी पुलिस महानिदेशक के सहायक/अपर पुलिस अधीक्षक,श्री कमल सिंह पंवार सहायक सेनानायक SDRF, श्री अनिल शर्मा सहायक सेनानायक SDRF , श्री राजीव रावत शिवीरपाल SDRF, इंस्पेक्टर प्रवीण आलोक, इंस्पेक्टर जगदंबा बिजल्वाण इंस्पेक्टर अमित चौहान ,इंस्पेक्टर ललिता नेगी, इंस्पेक्टर अनिता गैरोला, सबइंस्पेक्टर जयपाल राणा, सब इंस्पेक्टर विजय रयाल इत्यादि मौजूद थे मंच संचालन निरीक्षक प्रमोद रावत ने किया।
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