उत्तराखंड में, चमोली जिले के तपोवन में एनटीपीसी सुरंग में बचाव अभियान कल रात भी जारी रहा। सुरंग में 25 से 35 लोगों के फंसे होने की आशंका है। टनल में सर्चिंग के दौरान आज SDRF टीम ने 2 शव बरामद किए आज सुबह सुरंग से दो शव बरामद करने में कामयाबी हासिल की है। अब तक, 39 शव बरामद किए गए हैं और लगभग 165 लोग अभी भी लापता हैं।
दोनों
शवों की पहचान हो चुकी है .इनमे से एक आलम सिंह पुत्र सुंदर सिंह ,
नरेन्द्र नागर टिहरी उत्तराखंड से और दूसरा व्यक्ति अनिल पुत्र भगतु
दड़ौली ,स्माल्टा कालसी , देहरादून उत्तराखंड
लगभग सात दिनों के लगातार सर्च ऑपरेशन के बाद बचाव दलों ने मुख्य सुरंग के अंदर से दो शव बरामद किए हैं। इस मुख्य सुरंग से टकराव लगातार चल रहा है और बचाव दल इस सुरंग में 136 मीटर तक पहुंच गया है, जिसे 180 मीटर लंबा बताया जाता है। नई और अधिक शक्तिशाली ड्रिलिंग मशीन के साथ ऊर्ध्वाधर ड्रिलिंग ने छेद के व्यास का विस्तार करने के लिए पूरी रात जारी रखा जो एक और सुरंग की ओर जाता है।
पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार (IPS) के आदेशानुसार दिनांक 12 फरवरी को प्रातः ही SDRF उत्तराखंड पुलिस की मॉन्ट्रेनियिंग टीम रेणी गाँव के ऊपर हिमालयी क्षेत्र में बनी झील के बारे में विस्तृत जानकारी जुटाने पैदल मार्गो से जलभराव क्षेत्र को रवाना हुई, जहां पूर्व में ग्लेशियर एवम अन्य कारणों से अत्यधिक मात्रा में पानी रुक गया था ।जिससे आम जनमानस के मध्य भ्रांतियां एवमं भय के माहौल जन्म ले रहा था
जिस क्रम में SDRF की टीम श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल( IPS) डीआईजी SDRF के दिशानिर्देश में झील की स्पष्ट स्थिति जानने, झील के पानी एवमं मिट्टी,बर्फ के नमूने लेने के साथ ही फ्लड के पानी के नमूने लेने जल भराव क्षेत्र में पहुँची।
14 घण्टे के लंबे एवम दुर्गम सफर को पार कर टीम रात्रि को झील क्षेत्र में पहुंची, टीम के द्वारा वहां पानी के प्रेशर को कम करने के लिए झील के मुहाने को आइस एक्स के माध्यम से खोला , वापसी के दौरान टीम के द्वारा बीहड़ एवम ग्लेशियर वाले स्थानों पर रोप, हुक भी बाँध कर छोड़ दी जिससे अन्य आने वाली टीमों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े
आज SDRF की 8 सदस्यीय टीम रुट एवम झील की सटीक जानकारियों के साथ ही इक्कठा नमूनों के साथ वापस तपोवन पहुँची है यह प्रथम मॉन्ट्रेनियिंग दल है जो पैदल मार्गों से जलभराव क्षेत्र तक पहुंचा है ज्ञातव्य हो कि SDRF उत्तराखंड पुलिस बल के पास 30 सदस्यीय मॉन्ट्रेनियिंग फल है जिसके 8 सदस्यों के द्वारा एवरेस्ट आरोहण सहित अनेक चर्चित चोटियों को फतह किया गया है।सेनानायक SDRF स्वयं भी बेहतरीन पर्वतारोही है जो मिशन एवरेस्ट के डिप्टी लीडर रह चुके हैं
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