- हमारी चिकित्सा पद्वतियां एक दूसरे के विरोधी नही पूरक बने- मुख्यमंत्री
- चिकित्सा पद्धतियों के समन्वय से जनता को मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा।
- राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास पर दिया जा रहा है विशेष ध्यान।
- कैलाश ओमेगा कैंसर सेन्टर राज्यवासियों की आवश्यकताओं को पूर्ण करने में होगा मददगार।
राज्य के
पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता हमारे लिये चुनौती
रही है। पर्वतीय क्षेत्रों मे स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिये
अनेक प्रयास किये गये हैं। इस दिशा में प्रभावी पहल की गई है। राज्य में अब
तक 2200 चिकित्सकों की तैनाती की गई है। स्वास्थ्य केन्द्रों के सुद्ढीकरण
के भी कारगर प्रयास किये गये हैं।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने
कहा कि राज्य में चिकित्सा सेवाओं को बेहतर करने के लिए हर संभव प्रयास
किये गये हैं। 10 माह पूर्व जहां राज्य में कुल 216 आईसीयू बेड व 116
वेन्टीलेटर्स थे, अब बढ़कर 863 आईसीयू बेड व 695 वेन्टीलेटर्स हो गए हैं।
उन्होंने एलोपेथी, आयुर्वेद एवं यूनानी चिकित्सा पद्धतियों को आपसी समन्वय
से कार्य करने पर बल देते हुए कहा कि आज इनके आपसी समन्वय की आवश्यकता भी
महसूस की जा रही है। यह पद्धतियां एक दूसरे के विरोधी नही पूरक बनकर जनता
को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने में कैसे मददगार हो सके इस दिशा
में भी प्रयासों की उन्होंने जरूरत बतायी। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में
फिजियोथिरेपी को बढ़ावा देने के लिए अच्छे अनुभवी फिजियोथिरेपिस्टों की भी
जरूरत बतायी।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कैलाश अस्पताल के
चेयरमैन डॉ0 महेश शर्मा का प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास में
सहयोग के लिये आभार जताते हुए कहा कि डॉ0 शर्मा ने पूर्व में केन्द्रीय
मंत्री रहते हुए प्रदेश में सांइस सिटी की स्थापना के साथ ही विभिन्न
मन्दिरों के पुनरूद्धार एवं सौन्दर्यीकरण के लिये केन्द्रीय सहायता उपलब्ध
करायी थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरादून में स्थापित देश की 5वीं सांइस
सिटी विज्ञान शिक्षा के क्षेत्र में उपयोगी होगी साथ ही इसमें विज्ञान की
नई गतिविधियों की जानकारी हमारे युवा विज्ञानियों एवं युवाओं को उपलब्ध
होगी। उन्होंने कहा कि राज्य में सांइस सिटी स्थापना का उनका 2005 से ख्वाब
रहा है। इसकी प्रेरणा उन्हें गांधीनगर की सांइस सिटी को देखकर मिली थी।
कैबिनेट मंत्री श्री मदन कौशिक ने कहा कि कोरोना काल में भी कैलाश अस्पताल
ने बेहतर स्वास्थ्य सुविधाये प्रदान कर जनता की परेशानियों को दूर करने का
प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना की बीमारी ने हमे बहुत कुछ सिखाया
ही नही इससे हमें अपनी स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने का अवसर भी मिला
है।
अस्पताल के चेयरमैन डॉ. महेश शर्मा ने कहा कि यह अस्पताल
उत्तराखण्ड वासियों का हृदय रोग के साथ ही केंसर रोग के उपचार की जरूरत को
पूरा करने में सहायक होगा। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल के माध्यम से
प्रदेशवासियों की सेवा का उनका प्रयास है।
इस अवसर पर मेयर श्री सुनील उनियाल गामा, ओमेगा अस्पताल के डॉ0पी श्रीधर ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
कार्यक्रम में निदेशक कैलाश अस्पताल, डॉ. पवन शर्मा के साथ ही अनेक जनप्रतिनिधि एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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