मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने हरिद्वार में ट्रेन के नीचे आने से कुछ व्यक्तियों की दुखद मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए जिलाधिकारी को घटना की मजिस्ट्रेट जांच व घायलों के उपचार की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं।
घटना हरिद्वार स्थित जमालपुर रेलवे फाटक के निकट की है जब हरिद्वार लक्सर मार्ग पर डबल लेन पर ट्रायल ट्रेन को परखा जा रहा था, तो पटरी पर बैठे हुए चार युवक नहीं जान पाए ट्रेन आ रही है . हाई स्पीड से आ रही ट्रेन ने उन्हें भागने का मौका भी नहीं मिला
120 किलोमीटर मीटर प्रति घंटा की स्पीड से आ रही ट्रेन ने चारों युवकों को कुचल दिया । मोबाइल के द्वारा उनकी शिनाख्त की गई.
इस रूट पर 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से ट्रेनें गुजरती आ रही हैं। दोहरीकरण के बाद 10 जनवरी से ट्रेनों की स्पीड दोगुनी यानि 100 किलोमीटर प्रतिघंटा होनी है। लाइन के दोहरीकरण का काम पूरा होने पर ट्रायल के लिए गुरुवार को रेलवे के सीआरएस (कमिश्नर आफ रेलवे सेफ्टी) के नेतृत्व में तकनीकी विशेषज्ञों की एक टीम हरिद्वार पहुंची थी। डबल ट्रैक और रफ्तार का ट्रायल करने के लिए दिल्ली से स्पेशल ट्रेन भी बुलाई गई थी।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, चारों लोग रेलवे ट्रैक के आस पास खड़े थे। उन्हें दूर से ट्रेन आते हुए दिखाई, लेकिन वह ट्रेन की रफ्तार भांप नहीं पाए। पल भर में चारों लोग चीथड़ों में तब्दील हो गए। शवों की शिनाख्त का काम चल रहा है। आरपीएफ और सिविल पुलिस के साथ मिलकर इस हादसे की जांच करेगी।
हादसे में मृतकों के प्रति विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने भी गहरा शोक प्रकट कियाl
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