Halloween party ideas 2015

  दिव्यांग दम्पति  विकलांगों को बना रहे है , डिजिटल साक्षर

  दिव्यांग युवाओं के लिए प्रेरणा बने , रुद्रप्रयाग के दिव्यांग दंपति






 एक नया सवेरा एक सशक्त कदम विशिष्ट रुप से अलंकृत जन की आत्मनिर्भरता की ओर विनोद सिंह नेगी ग्राम स्यूर मे जन्मे एक दिव्यांग है ओर दिव्यांग बच्चो व बी पी एल परिवार के बच्चो को निःशुल्क कम्प्यूटर प्रशिक्षण दे रहे है भीरी व  कण्डारा में भीरी मे विनोद नेगी 2013 से यह प्रशिक्षित का कार्य कर रहे है । अब तक विनोद नेगी 3500 सामान्य बच्चो व 60 दिव्यांग बच्चो 150 B P L परिवार तथा आपदा प्रभावित 1000 बच्चो को प्रशिक्षण दे चुके है  ।

खूद दिव्यांग होने के नाते इस पीडा को समझा ओर यह कार्य ताकि कोई दिव्यांग भाई-बहिन बेरोजगार न रहे ओर गरीब परिवार से यह  पीडा महसूस की ओर गरीब बच्चो के लिये यह पहल शुरु की ताकि बी पी एल परिवार के बच्चे प्रशिक्षण ले कर स्वरोजगार कर सके ओर पलायन न हो ।

उन्होंने बताया कि वे भी एक गरीब किसान परिवार से हूँ,मेरे पिता लघु किसान थे।  खूद दिव्यांग होने के नाते इस पीडा को महसूस किया ओर कम्यूटर सेन्टर खोला । जिसे विशेष आवश्यकता वाले बच्चे आत्मनिर्भर बने  ।  स्वरोजगार कर सके। विनोद नेगी विशिष्ट जन के लिये ऐसे परिदृश्य की रचना करना चाहते है ,जहा युगो से प्रचलित यह सोच परिवर्तित हो कि विशिष्ट जन शाररिक , मानसिक, आर्थिक, भावनात्मक दृष्टिकोण से आश्रित होते है।

 संसार मे ऐसे भावनात्मक वातावरण की रचना हो जिसमें विशिष्ट जन की स्नेह युक्त देखभाल से उनकी प्रतिभा को प्रोत्साहित किया जाये। वह सफलता की नवीन उंचाइयो को छुये ओर चमकते हुये सितारे के रुप मे अपनी उपस्थिति दर्ज कराये ।संसार को इन पर तथा इन्हे संसार पर गर्व हो ।यह सोच कर विनोद नेगी ने रुद्रप्रयाग जनपद के भीरी मे कम्प्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र शुरुआत की ।

 सस्थाओ के सहयोग से विनोद नेगी दिव्यांग व गरीब परिवार के बच्चो को मदद भी दिला चुके है। वे खुद दिव्यांग हो कर इस कार्य को कर रहे है ।उनकी पत्नी भी दिव्यांग है। जिसका उनहे लगातार सहयोग मिलता है । वे भी एक कम्प्यूटर सेन्टर को सँभालते है ओर दूसरा विनोद नेगी खुद सँभालते है। सेन्टर के संचालन हेतु वे अपने दोनो पत्ती पत्नि की दिव्यांग पेंशन से संचालित करते है । ओर अधिक जरुरत पडने पर गोकुल सस्था देहरादून से भी मदद मागते है । वे गोकुल सस्था के परमपूज्य परमाध्यक्ष श्री मोहन जगुडी जी व सचिव सुश्री मधु मैखुरी जी का भी आभार ब्यकत करते है ।जो समय समय पर इनकी मदद करते है।

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