मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने विधानसभा सत्र की कार्रवाई में वर्चुअल प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने दिवंगत विधायक श्री सुरेन्द्र सिंह जीना, पूर्व विधायक श्री के सी पुनेठा, श्री सुन्दरलाल मंद्रवाल, श्री अनुसूया प्रसाद मैखुरी और श्री तेजपाल सिंह पंवार को श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय सुरेंद्र सिंह जीना का भावपूर्ण स्मरण करते हुए कहा कि जीना जी युवा, कर्मठ और ऊर्जावान विधायक थे। अभिवादन करने का उनका अपना तरीका था। उनके असमय जाने से हम सभी अत्यंत दुखी हैं।
मुख्यमंत्री ने पूर्व विधायक स्वर्गीय श्री के सी पुनेठा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे बहुत जुझारू व सहनशील व्यक्तित्व के थे।पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष स्वर्गीय अनुसूया प्रसाद मैखुरी का स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे अत्यंत विनम्र और सज्जन थे। मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2002-03 में एक आंदोलन के दौरान उन्हें गम्भीर चोट लगी तो मैखुरी जी ने उनका हाथ पकड़ कर अस्पताल जाने को कहा।
पूर्व विधायक स्वर्गीय श्री सुन्दरलाल मंद्रवाल जी विनम्रता और सादगीपूर्ण व्यक्तित्व थे। वे सच्चे मायनों में गांधीवादी थे। उनमें कोई अहम नजर नहीं आता था।मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व विधायक स्वर्गीय श्री तेजपाल सिंह पंवार सीधी और सपाट बात करते थे। उन्होंने कभी असत्य का सहारा नहीं लिया।
नेता प्रति पक्ष सहित प्रीतम सिंह पवाँर, अरविन्द पांडेय, डा हरक सिंह रावत, सुबोध उनियाल, पूरन सिंह फर्त्याल, सतपाल महाराज , यशपाल आर्य , गणेश जोशी,केदार सिंह, काजी निजामुद्दीन, बिशन सिंह चुफाल, रामसिंह कैङा, विनोद कंडारी, चंदनराम दास, मनोज रावत, सुरेन्द्र सिंह नेगी, राजकुमार, दिलीप सिंह रावत, हरबंस कपूर ने वक्तव्य दिया।
2.30 बजे तक सदन स्थगित स्थगित किया गया। सदन की कार्यवाही पुनः शुरू की गयी जिसके बाद उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह श्रद्धांजलि बिषय पर बोले। नवीन दुम्का,ममता राकेश, ऋतु खण्डूड़ी, कैलाश गहतोङी ने वक्तव्य दिया।
विधानसभा अध्यक्ष समेत 02 मिनट का मौन रखकर सभी ने श्रद्धांजलि दी । सदन की कार्यवाही कल 11 बजे तक स्थगित की गयी। इसके पूर्व अनुपूरक बजट पटल पर रखा गया ।
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