"सेवा परमो धरम": डॉ अदिति शर्मा
प्रसिद्ध पशु चिकित्सक डॉ अदिति किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। अपने कठिन परिश्रम और लगन से कभी आतंक का पर्याय बन चुके राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क के 'हत्यारे' हाथी को उन्होंने अपने प्यार और सेवा से पालतू बना दिया। पार्क के अधिकारी और कर्मचारी अब उसे हत्यारा नहीं, बल्कि प्यार से 'राजा' बुलाते हैं। राजा किसी आज्ञाकारी बालक की तरह शांत और सरल व्यवहार किया करता है।
राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क के लगभग 18 वर्षीय वयस्क टस्कर ने जनवरी 2018 में दो लोगों को पटककर मार दिया था। इसके बाद उसे 19 जनवरी 2018 को ट्रैंकुलाइज किया गया। बाद में टस्कर को रेडियो कॉलर लगाकर जंगल में छोड़ दिया था, लेकिन टस्कर ने प्रवृत्ति नहीं बदली। उसने भेल क्षेत्र में नवंबर में एक कर्मचारी को मार दिया।
टस्कर को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन चला था, कई दिन बाद 23 नवंबर को हत्यारे टस्कर को फिर से ट्रैंकुलाइज किया गया, डॉ अदिति और उनकी टीम ने राजा को अथक प्रयासों से पालतू बनाया। यही नहीं, कोरोना काल में भी डॉ अदिति पूरी शिद्दत से गजराज एवं अन्य जानवरों की नियमित रूप से जाँच करतीं हैं। जंगली जानवरों से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में अदिति जी के शोध कार्यों के लिए उन्हें कई बार पुरुस्कृत भी किया जा चुका है।
इतनी अधिक उपलब्धियों के बाद भी डॉ अदिति का सरल, शांत और सौम्यता लिए स्वभाव उनको और विशिष्ट बनाता है। आप हम सब का और देश का मान बढ़ाती हैं। इस अथक प्रयासों व परिश्रम के लिए आपको ढेरों शुभकामनाओं के साथ बहुत-बहुत बधाई।।
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