रूद्रप्रयाग :
जनपद के विकास खंड
ऊखीमठ की देवली भणिग्राम में मनरेगा योजना के अंतर्गत बनाई गई सुरक्षा
दीवार के चलते ग्रामीणों को न केवल आजीविका के अवसर उपलब्ध हुए हैं बल्कि
इससे वे कई समय से बंजर पड़ी जमीन पर कृषि कार्य भी करने लगे हैं।
इस आशय की जानकारी देते हुए जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर ने बताया कि
मनरेगा योजनातंर्गत ग्राम पंचायत देवली भणिग्राम में 131.63 लाख रुपए की
लागत से तैयार 1700 मीटर की इस सुरक्षा दीवार के निर्माण से कुल 10940
कार्य दिवस सृजित हुए। सुरक्षा दीवार पर 27.87000 लाख रुपए की सामग्री तथा
कुल श्रमांश 19.94365 लाख रुपए खर्च हुए।
इस सुरक्षा दीवार के निर्माण से जहां एक ओर स्थानीय स्तर पर ही ग्रामीणों को आजीविका के अवसर उपलब्ध हुए वहीं दूसरी ओर जंगली जानवरों के द्वारा उनकी खेती को होने वाले नुकसान से भी काफी हद तक निजात मिली है। इसके अलावा कई समय से बंजर पुस्तैनी जमीन पर ग्रामीण अब खेती भी करने लगे हैं।
द्विवार्षिक डिप्लोमा इन एलीमैन्टरी एजुकेशन प्रशिक्षण हेतु प्रवेश परीक्षा
04 दिसंबर को आयोजित होगी। परीक्षा को निर्विघ्न संपन्न कराए जाने के साथ
ही शांति व्यवस्था को लेकर जिला मजिस्ट्रेट मनुज गोयल ने परीक्षा केंद्रों
पर सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती बाबत निर्देश दिए हैं।
शुक्रवार
(4 नवंबर) को प्रातः 11 बजे से आयोजित होने वाली इस परीक्षा के लिए जनपद
में बनाए गए कुल 7 केंद्रों में नायब तहसीलदार, रुद्रप्रयाग को परीक्षा
केंद्र रा.इं.काॅ. रुद्रप्रयाग, जिला युवा कल्याण अधिकारी को रा.बा.इं.काॅ
रुद्रप्रयाग, सेवायोजन अधिकारी को रा.इं.काॅ रतूडा, उद्यान अधिकारी को
रा.इं.काॅ अगस्त्यमुनि तथा समाज कल्याण अधिकारी को रा. बा. इं.काॅ
अगस्त्यमुनि में जिलाधिकारी द्वारा परीक्षा के दौरान सेक्टर मजिस्ट्रेट के
रूप में तैनाती के आदेश दिए हैं। इसी तरह से अन्य परीक्षा केंद्रों में
चंद्रापुरी के रा.इं.काॅ में जिला पंचायत राज अधिकारी तथा खंड विकास
अधिकारी जखोली को रा.इं.काॅ तिलवाड़ा में सेक्टर मजिस्ट्रेट बनाया गया है।
परीक्षा प्रातः 11 बजे से अपराह्न 1:30 तक होगी। सेक्टर मजिस्ट्रेटों को
नियत तिथि व समय पर उपस्थित रहने के आदेश दिए गए हैं।
कोविड-19
महामारी से संबंधित व्यवस्थाओं की निगरानी हेतु जिला स्तर पर गठित निगरानी
समिति की पांचवीं बैठक शुक्रवार को संपन्न हुई। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट
रुद्रप्रयाग द्वारा भी आॅनलाइन माध्यम से बैठक में प्रतिभाग किया गया। इस
दौरान बैठक में उपस्थित सदस्यों के द्वारा कोविड-19 के संबंध में आपसी
परामर्श किए गए तथा अपने-अपने स्तर से इससे बचाव के भी सुझाव दिए गए।
बैठक में प्रतिभाग करते हुए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रुद्रप्रयाग
शहजाद एहमद वाहिद द्वारा कोविड-19 महामारी के संबंध में सुझाव देते हुए कहा
गया कि जनपद के अंतर्गत सभी कार्यालयों व संस्थानों को नियमित रूप से
सैनेटाइज किया जाना जरूरी है। इसके अलावा मास्क का उपयोग व सामाजिक दूरी का
भी ध्यान रखा जाना आवश्यक है। अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी ने सुझाव
देते हुए निगरानी समिति द्वारा सप्ताह में एक बार आइसोलेशन वार्डों,
चिकित्सालयों तथा विद्यालयों के साथ ही भीड़-भाड़ वाले स्थानों का औचक
निरीक्षण किया जाए। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष के.पी.एस. रौथाण ने थर्मल
स्कैनिंग सभी को मास्क का उपयोग करने के लिए जागरूक करने तथा उप मुख्य
चिकित्सा अधिकारी डॉ. विशाल शर्मा ने मास्क का उपयोग करने के बाद उसे बंद
थैले में चार दिनों तक रखने के बाद ही कूड़े में डालने का सुझाव दिया।
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