लॉकडाउन के बीच पढ़ाई को सुचारू रूप से चलाने के लिए शुरू की गईैं। ऑनलाइन क्लासेस का लाभ बच्चे दूरसंचार की समस्या के कारण नहीं उठा पा रहे हैं। बच्चे पढ़ाई के लिए बेहतर नेटवर्क वाले इलाकों में जाने को मजबूर हैं।
टिहरी जिले में सीमान्त क्षेत्र बूढा केदार में 22 गाँव है। और कम से कम 20000 हजार से ज्यादा जनसंख्या है और एक भी दूरसंचार सुविधा नही है इस क्षेत्र में आधे से ज्यादा गाँव तो ऐसे भी है जहाँ गाँव मे कभी फोन से बात भी नही होती ।
रोजगार तो सरकार दे नही रही है लेकिन जब अपने घर परिवार का हल समाचार पूछने के लिए फ़ोन करते हैं तो 1या 2 महीनो तक भी फ़ोन नही मिलता अपने परिवार के साथ बात करने का दिल करता है।
लेकिन बात नही हो पाती जब घर से 3 या 4 किमी दूर जाते हैं. कभी फिर घर परिवार के हाल समाचार पता चलता है और सरकार तो बोलती की इस महामारी के दौर में ऑनलाइन पढ़ाई हो रही ठीक है.
जहाँ नेटवर्क होगा उधर तो हो रही होगी और जहाँ नेटवर्क ही नही होगा उधर के बच्चे कैसे पढ़ेंगे क्या उनका कोई सपना नही है उनको आगे बढ़ने का अधिकार नहीं है। तभी तो पलायन हो रहा है जब कोई भी सुबिधा गाँव में नही मिल रही ना कोई होस्पिटल है ना ही अच्छे स्कूल है दूरसंचार की सुविधा नही है बूढाकेदार में बहुत सारे ऐसे गाँव है जहाँ बिल्कुल भी नेटवर्क नही है।
जैसे कि ग्राम पंचायत मेड, मरवाड़ी, निवालगाँव, पिंनस्वाड,कोटि ,अगुण्डा, तितरुणा,घेंवाली, जखाणा ,आदि गाँव दूरसंचार सबसे बड़ी समस्या है भले ही क्षेत्र में बड़े-बड़े नेता अपना नाम होने का दावा करते हैं लेकिन क्षेत्र की हकीकत कुछ और है . जनता ने टिहरी जिला अधिकारी श्री मंगेश घिडि़याल से अनुरोध किया है कि एक बार बूढ़ा केदार क्षेत्रवासियों के बारे में अवश्य संज्ञान लें।
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