हरिद्वार:
जूना अखाड़ा स्थित प्रसिद्ध माया देवी मंदिर को उत्तर भारत का सबसे ऊंचा मंदिर बनाया जाएगा। शुक्रवार को हुई सरकार की कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव को पास किया गया। मंदिर की ऊंचाई बढ़ाने को लेकर अब किसी तरह की रुकावट नहीं रह गई है।
शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने माया देवी मंदिर पहुंचकर पूजा, अर्चना की और यज्ञ अनुष्ठान की पूर्णाहुति डाली । इस दौरान साधु-संतों ने भी मंत्री मदन कौशिक का स्वागत किया। मदन कौशिक ने बताया कि जूना अखाड़े के संरक्षक महंत हरीगिरी महाराज लंबे समय से मंदिर को विशाल और भव्य रूप दिए जाने के लिए प्रयासरत थे.. लेकिन हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण और अन्य विभागों की आपत्ति के कारण योजना आगे नहीं बढ़ सकी। जिसके बाद कैबिनेट में प्रस्ताव रखकर इसको पास कर दिया गया है।
मायानगरी, हरिद्वार में मायादेवी का मंदिर एक पौराणिक स्थल है . हरिद्वार का दूसरा नाम मायानगरी है। ये बात बहुत कम लोग जानते है। हरिद्वार के हृदयस्थल में मायादेवी का मंदिर बहुत समय से जीर्णोद्धार की बाट जोह रहा था। कहते है मायानगरी में इतना धन है , जो कभी समाप्त नहीं हो सकता। और मायानगरी का धन कोई बाहर नहीं ले जा सकता है . मायादेवी की बदौलत ही ,यहाँ की माया सदैव अक्षुण रहती है
अब संबंधित डिपार्टमेंट संपूर्ण उत्तर भारत क्षेत्र में सर्वे आदि करके रिपोर्ट सौंपेंगे उसके बाद मंदिर की ऊंचाई बढ़ाने के लिए निर्माण कार्य शुरू होगा। मायादेवी मंदिर दुनिया के खास मंदिरों में शामिल होगा।
जूना अखाड़ा स्थित प्रसिद्ध माया देवी मंदिर को उत्तर भारत का सबसे ऊंचा मंदिर बनाया जाएगा। शुक्रवार को हुई सरकार की कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव को पास किया गया। मंदिर की ऊंचाई बढ़ाने को लेकर अब किसी तरह की रुकावट नहीं रह गई है।
शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने माया देवी मंदिर पहुंचकर पूजा, अर्चना की और यज्ञ अनुष्ठान की पूर्णाहुति डाली । इस दौरान साधु-संतों ने भी मंत्री मदन कौशिक का स्वागत किया। मदन कौशिक ने बताया कि जूना अखाड़े के संरक्षक महंत हरीगिरी महाराज लंबे समय से मंदिर को विशाल और भव्य रूप दिए जाने के लिए प्रयासरत थे.. लेकिन हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण और अन्य विभागों की आपत्ति के कारण योजना आगे नहीं बढ़ सकी। जिसके बाद कैबिनेट में प्रस्ताव रखकर इसको पास कर दिया गया है।
मायानगरी, हरिद्वार में मायादेवी का मंदिर एक पौराणिक स्थल है . हरिद्वार का दूसरा नाम मायानगरी है। ये बात बहुत कम लोग जानते है। हरिद्वार के हृदयस्थल में मायादेवी का मंदिर बहुत समय से जीर्णोद्धार की बाट जोह रहा था। कहते है मायानगरी में इतना धन है , जो कभी समाप्त नहीं हो सकता। और मायानगरी का धन कोई बाहर नहीं ले जा सकता है . मायादेवी की बदौलत ही ,यहाँ की माया सदैव अक्षुण रहती है
अब संबंधित डिपार्टमेंट संपूर्ण उत्तर भारत क्षेत्र में सर्वे आदि करके रिपोर्ट सौंपेंगे उसके बाद मंदिर की ऊंचाई बढ़ाने के लिए निर्माण कार्य शुरू होगा। मायादेवी मंदिर दुनिया के खास मंदिरों में शामिल होगा।
पूजा
अनुष्ठान्न के अवसर पर अखाड़ा परिषद महा मंत्री व जूना अखाड़ा के संरक्षक
श्री महंत हरी गिरी ,सभा पति श्री सोहन गिरी जी ,सेक्रेटरी महंत श्री महेश
पुरी और अनिल पूरी सहित अखाड़ा के संत महंत और पदाधिकारी मोजूद रहे।
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