डोईवाला;
मैं शकुंतला सिंह ग्राम दावड़ा भोगपुर ब्लॉक डोईवाला जिला देहरादून की निवासी अवगत कराना चाहती हूं कि हमारे गांव में महादेव खाला लगभग प्रतिवर्ष बरसात में ग्रामीणों के घरों में व खेतों में घुसकर क्षति पहुंचाता है।
मैंने स्थानीय स्तर पर पिछले 4 साल से जितना हो सका प्रयास किया। परंतु जब शासन-प्रशासन द्वारा कुछ नहीं ह
किया जा सका तब उसके बाद थक हार कर , 2019 में उच्च न्यायालय नैनीताल में जनहित याचिका दायर की, जिसके पश्चात 2020 फरवरी में कोर्ट ने आदेश किया कि नाले में हुए अतिक्रमण को हटाया जाए तथा नाले की सफाई कर चेक डैम लगाकर नाले की उचित व्यवस्था की जाए और पूर्व की तरह इसकी निकासी जाए ।
परंतु हस्तक्षेप के कारण संबंधित विभाग द्वारा सिर्फ खानापूर्ति की गई और समस्या का कोई समाधान नहीं किया गया और न्यायालय द्वारा आए हुए आदेश के बाद अब खाले के ऊपर दोबारा से अतिक्रमण कर नई सड़क बनाई जा रही है ।
सड़क बनाने वाले ठेकेदार भी इसे सरकारी कार्य बता रहे हैं। ऐसी स्थिति में हम ग्रामवासी कहां जाएं और किस के आगे विनती करें ? अगर मुख्यमंत्री जी की विधानसभा का यह हाल है तो फिर दूसरी जगह कैसे कोई अपनी बात पहुंचा सकता है ।अब मेरे पास एक ही विकल्प है कि मैं धरने पर बैठ जाऊं परंतु इस कोरोना काल में मेरी उम्र मुझे इसकी इजाजत नहीं देती। कृपया हम ग्राम वासियों की आवाज भी सुनिए।
मैं शकुंतला सिंह ग्राम दावड़ा भोगपुर ब्लॉक डोईवाला जिला देहरादून की निवासी अवगत कराना चाहती हूं कि हमारे गांव में महादेव खाला लगभग प्रतिवर्ष बरसात में ग्रामीणों के घरों में व खेतों में घुसकर क्षति पहुंचाता है।
मैंने स्थानीय स्तर पर पिछले 4 साल से जितना हो सका प्रयास किया। परंतु जब शासन-प्रशासन द्वारा कुछ नहीं ह
किया जा सका तब उसके बाद थक हार कर , 2019 में उच्च न्यायालय नैनीताल में जनहित याचिका दायर की, जिसके पश्चात 2020 फरवरी में कोर्ट ने आदेश किया कि नाले में हुए अतिक्रमण को हटाया जाए तथा नाले की सफाई कर चेक डैम लगाकर नाले की उचित व्यवस्था की जाए और पूर्व की तरह इसकी निकासी जाए ।
परंतु हस्तक्षेप के कारण संबंधित विभाग द्वारा सिर्फ खानापूर्ति की गई और समस्या का कोई समाधान नहीं किया गया और न्यायालय द्वारा आए हुए आदेश के बाद अब खाले के ऊपर दोबारा से अतिक्रमण कर नई सड़क बनाई जा रही है ।
सड़क बनाने वाले ठेकेदार भी इसे सरकारी कार्य बता रहे हैं। ऐसी स्थिति में हम ग्रामवासी कहां जाएं और किस के आगे विनती करें ? अगर मुख्यमंत्री जी की विधानसभा का यह हाल है तो फिर दूसरी जगह कैसे कोई अपनी बात पहुंचा सकता है ।अब मेरे पास एक ही विकल्प है कि मैं धरने पर बैठ जाऊं परंतु इस कोरोना काल में मेरी उम्र मुझे इसकी इजाजत नहीं देती। कृपया हम ग्राम वासियों की आवाज भी सुनिए।
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