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ऋषिकेश:

         अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में विश्व योग दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न यौगिक क्रियाओं का अभ्यास किया। इस दौरान उन्हें योग से निरोग रहने के रहस्य बताए गए। इस अवसर पर आयोजित विभिन्न वर्गों की ऑनलाइन पोस्टर प्रतियोगिता में अव्वल रहे प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान की गई व्यवस्थाओं में सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा गया।                                                                                                                                                                                              रविवार को वर्ल्ड योगा डे के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अति​थि एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत  ने कहा कि जीवन में निरोगी रहने के लिए योग को आत्मसात करना जरुरी है। उन्होंने बताया कि ऋषिकेश योगनगरी है,जबकि मेडिकल की भाषा लैटिन व ग्रिक है, लिहाजा एम्स संस्थान ऐसी स्थिति में पूरब व पश्चिम की इन दोनों विधाओं मॉडर्न साइंस व योग विज्ञान को मिलाकर विशेष कार्य कर सकता है। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत जी ने कहा कि योगाभ्यास से हमारे शरीर के विभिन्न अंगों पर किस तरह से सकारात्मक प्रभाव पड़ता है इसका वैज्ञानिक अध्ययन होना चाहिए। उन्होंने वर्तमान कोरोना महामारी व बदलती जीवनशैली में स्वस्थ्य रहने के लिए नियमित योगाभ्यास की आवश्यक बताई। निदेशक एम्स ने बताया कि संस्थान के आयुष विभाग की ओर से आयुष से जुड़ी विभिन्न पद्धतियों के विकास के लिए अनुसंधान किए जा रहे हैं।                                                             संकायाध्यक्ष अकादमिक प्रो. मनोज गुप्ता  ने कहा कि कोविड जैसी महामारी के चलते हुए लॉकडाउन में महसूस किया गया कि घर के भीतर रहने से कई लोग मानसिक अवसाद व डिप्रेशन जैसी बीमारियों से ग्रसित हो गए, ऐसे में यदि योग को दिनचर्या में शामिल किया जाए तो इस तरह की बीमारियों से न सिर्फ बचा जा सकता है बल्कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी और अधिक विकसित कर कोविड के संक्रमण से सुरक्षा मिल सकती है।                                                                                                                                                       आयुष विभागाध्यक्ष प्रो. वर्तिका सक्सेना  ने बताया ​कि इस वर्ष विश्व योग दिवस पर आयुष मंत्रालय की थीम घर-घर योग रखी गई है। उन्होंने योग विज्ञान पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 21 जून वर्ष का सबसे बड़ा दिन होता है और योग भी मनुष्य को दीर्घजीवन प्रदान करता है।  विश्व योग दिवस पर विभिन्न वर्गों की ऑनलाइन पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें संकाय वर्ग में डा. अजीत भदौरिया व डा. वेंकटेश पाई, विद्यार्थी वर्ग में शिखा नारंग, शालिनी चौधरी, डा. ट्विंकल शर्मा, स्टाफ वर्ग में अत्रेश उनियाल व अंकित जुयाल व बाल वर्ग में सौर्यमूर्ति, अथंग पाटिल, निकिता गुप्ता व ऋचा चौधरी अव्वल रहे।                                अव्वल प्रतिभागियों को निदेशक एम्स प्रो. रवि कांत जी व डीन एकेडमिक प्रो. मनोज गुप्ता  ने सम्मानित किया। इस अवसर पर अनीता, विकास व पीएचडी स्कॉलर्स रूपेश व गौरव ने योग क्रियाओं का शानदार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम के आयोजन में डा. मीनाक्षी जगजापे,डा. अन्विता सिंह ,डा. रविंद्र अंथवाल, डा. विंतेश्वरी नौटियाल,डा. वैशाली गोयल, संदीप सिंह, सीमा ,किरन,संदीप कंडारी,सौरभ आदि ने सहयोग किया।

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